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Incest बड़े भैया
#1
बड़े भैया
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#2
आज में आप सभी को अपनी बहन की चुदाई की एक ऐसी कहानी सुनाने जा रहा हूँ जिसको मैंने अपनी आखों से पहली बार घूर-घूरकर देखा और में वो सब देखकर बहुत चकित रह गया क्योंकि उस दिन मेरे सामने वो सब कुछ हो रहा था जिसको में किसी को बता नहीं सकता और वो मुझे पागल कर देने वाली सच्ची घटना थी जिसमें मेरी बहन मेरे बड़े भैया से बहुत जोश में आकर अपनी चुदाई के मज़े ले रही थी.बड़े भैया ने बहन की बुर का चोद कर भोंसड़ा बना डाला
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#3
वैसे मेरी बहन एक बहुत ही गोरी, सुंदर, लंबी और गदराये बदन की महिला है और इतना सब कुछ उसके पास होने के बाद भी उसको अपनी चुदाई करवाने का बहुत शौक है और मेरी बहन मेरे किसी भी रिश्तेदार से अपनी चुदाई करवाकर संतुष्ट नहीं होती थी


 इसलिए हमेशा उनकी नज़र एक ऐसे मर्द पर रहती थी जो उनको चोदकर पूरी तरह से संतुष्ट कर सके और वो सारे मज़े उनको दे जिसको वो पाना चाहती थी और इस काम के लिए बस एक ही आदमी उनकी नजर में था और वो थे मेरे दूर के रिश्ते में भैया लगते थे और वो लंबे, गोरे और एकदम हट्टे कट्टे थे और उनका बदन बहुत गठीला बड़ा ही मजबूत है जिसको देखकर कोई भी लड़की उनकी तरफ आकर्षित हो जाए.बड़े भैया ने बहन की बुर का चोद कर भोंसड़ा बना डाला
दोस्तों अब में आप लोगों को उस दिन की तरफ ले चलता हूँ जिस दिन मैंने वो सब खेल खुद अपनी आखों से देखा और में उसको देखकर अपने होश खो बैठा और वो सब देखने पर भी मुझे अपनी आखों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा था.
उस दिन घर पर हम सिर्फ़ दो लोग ही थे. में और मेरी बहन, भैया शाम को अपने काम से फ्री होकर रूम पर आ गए और मेरी बहन उनको देखकर बहुत खुश हो रही थी. दोस्तों मुझे अपनी बहन की उस ख़ुशी का मतलब तब समझ में आया जब मैंने उन दोनों को चुदाई करते हुए देखा, वैसे तो मैंने कभी भी अपनी बहन के ऊपर अपनी इतनी बुरी नजर नहीं रखी, लेकिन उस दिन पहली बार में अपनी बहन का वो रूप देखकर बड़ा चकित था. दोस्तों अब मेरी बहन ने बहुत खुश होकर मज़े करते हुए रात को खाना बनाया और उसकी वो ख़ुशी उसके चेहरे से साफ साफ नजर आ रही थी.
मैंने अपने बड़े भैया को खाना खिलाया और इसके बाद में अपनी बहन के साथ खाना खाने के लिए बैठ गया. फिर हम दोनों ने भी कुछ देर तक एक साथ बैठकर खाना खा लिया.
कुछ देर के बाद मैंने अपनी बहन की चूत को देखा उसके बैठने का तरीका ऐसा था जिसकी वजह से मुझे उसकी चूत के दर्शन साफ-साफ हो गए, लेकिन तभी मुझे लगा कि मेरी बहन मुझे जानबूझ कर अपनी चूत को दिखा रही है और मुझे ऐसा लगा कि यह बात जानने के बाद भी कि मुझे उनकी चूत दिखाई दे रही है, लेकिन उन्होंने मेरा कोई भी विरोध नहीं किया और में कुछ देर ऐसे ही देखता रहा. फिर खाना खाने के बाद मेरी बहन ने घर का सभी काम खत्म करने के बाद वो बाथरूम में नहाने चली गई और उसी समय अचानक से लाइट भी चली गयी.


मेरी बहन अब नहाने के बाद सिर्फ़ टावल और ब्रा पहनकर बाथरूम से बाहर निकली और उसके बाद मेरी बहन एक छोटे से डिब्बे में सरसों का तेल लेकर बरामदे में लगे हुए बेड पर लेट गई और उसने अपने ऊपर एक चादर को डाल लिया और फिर मैंने देखा कि मेरी बहन अपने बदन पर तेल लगा रही थी. फिर कुछ देर बाद बहन ने मुझसे बाहर का दरवाजा बंद करने को कहा और जब में दरवाजा बंद करके चाबी रखने के लिए उस रूम में चला गया जहाँ पर बड़े भैया सोए हुए थे.
मैंने देखा कि मेरे भैया जी भी अपने लंड को बाहर निकालकर अपने दोनों हाथों से धीरे धीरे सहला रहे थे और अचानक से मुझे देखते ही उन्होंने तुरंत अपने लंड को ढक लिया और उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या कर रहे हो? तो मैंने उनको बोला कि में बाथरूम में जा रहा हूँ और फिर मैंने बाथरूम में जाकर दरवाजे को थोड़ा ज़ोर से बंद किया और उसकी आवाज से उनको लगा कि में अब अंदर हूँ और कुछ देर बाद ही बाहर निकलूंगा, लेकिन ऐसा नहीं था. फिर में कुछ देर बाद बाहर आकर उन पर नजर रखने लगा और मैंने देखा कि अब बड़े भैया उठकर मेरी बहन के पास आ गए और उन्होंने बहन की उस चादर को हटा दिया जो उसने अपने ऊपर डाल रखी थी.

फिर उन्होंने अपने एक हाथ से बहन के हाथ को पकड़कर उठाया और वो अपने दूसरे हाथ में तेल का डिब्बा लेकर अपने रूम में लेकर चले गये और में भी चोरी-छिपे उनके पीछे चला गया जहां मैंने देखा कि उस रूम में जाने के बाद उन्होंने डिब्बे को नीचे रखने के बाद बहन की ब्रा को और उसके टावल को खोलकर उसके गोरे कामुक बदन से दूर हटा दिया जिसको में अपनी चकित नजर से देखने लगा और मन ही मन में सोचने लगा कि यह सब क्या चल रहा है और अब इसके आगे क्या होने वाला है?
उन्होंने जाकर दरवाजा बंद किया और इसके बाद उन्होंने अपने भी टावल को उतार दिया जिसकी वजह से अब मेरी बहन की नज़र उनके तनकर खड़े लंड पर चली गई. बहन उनके लंड को और बड़े भैया बहन की गोरी रसभरी चूत को घूर घूरकर देख रहे थे और तभी मेरे बड़े भैया बहन के पास आ गए और पास आकर बड़े भैया ने बहन की दोनों जांघो के बीच में अपने लंड को घुसा दिया और अब बहन ने मस्ती में आकर अपनी दोनों आखों को बंद कर लिया और उसी समय उन्होंने बहन को अपनी बाहों में झपटकर उठा लिया और वो उनको लेकर बेड पर चढ़ गये.बड़े भैया ने बहन की बुर का चोद कर भोंसड़ा बना डाला
बेड पर चढ़कर उन्होंने बहन को बेड पर लेटा दिया और बहन की गोरी भरी हुई जाँघ पर बैठ गये और वो दोनों ही पूरी तरह से जोश में लग रहे थे. अब बहन की चूत को उन्होंने अपने दोनों हाथ से पूरा फैला लिया और उनका बहन थोड़ा सा विरोध भी कर रही थी, लेकिन उनके विरोध में उनकी हाँ भी मुझे साफ साफ झलक रही थी.
भैया ने अपने लंड पर तेल लगाया और बहन की चूत पर भी तेल लगाकर मालिश करने लगे. फिर इसके बाद बड़े भैया ने बहन की चूत पर अपने लंड को सटाकर हल्का सा अपनी कमर को धक्का लगा दिया जिसकी वजह से बहन के मुहं से अहह्ह्ह्ह आईईईइ की आवाज़ निकल गई तो में तुरंत समझ गया कि बहन की चूत में बड़े भैया का लंड चला गया है इसलिए उनको दर्द हो रहा है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#4
यह आवाज उनके मुहं से ही बाहर आ रही है और फिर बड़े भैया ने अपनी कमर को लगातार झटके देना शुरू कर दिया जिसकी वजह से लंड चूत में अंदर बाहर होने लगा था और बड़े भैया जब जब ज़ोर से झटका लगाते थे तो मेरी बहना के मुहं से आआहह्ह्ह्हह ऊउईईईइ माँ मर गई प्लीज थोड़ा सा धीरे धक्के लगाओ की आवाज़ सुनाई पड़ती थी. फिर कुछ देर के बाद जब बड़े भैया ने धक्के देने के साथ साथ बहन के बूब्स को मसलना भी शुरू किया तो उनका जोश अब पहले से और भी ज्यादा बढ़ गया और अब एक तरफ बड़े भैया चूत में अपने लंड को ज़ोर से झटके लगाने लगे तो दूसरी तरफ वो बहन के बूब्स को मसलने लगे और निप्पल को पकड़कर खींचने लगे थे.






तब तक बहन की चूत में लंड जब आधे से ज़्यादा चला गया तो बहन के मुहं से अब आह्ह्ह् उफ्फ्फ् नहीं स्सससिईई ऊईईईईइ की आवाज़ बाहर आने लगी थी और अब बड़े भैया ने बहन के होंठो को चूसना शुरू कर दिया था. फिर करीब आधे घंटे तक लगातार जोरदार धक्के देकर चुदाई करने के बाद बड़े भैया का वीर्य बहन की चूत में चला गया और इस दमदार चुदाई की वजह से बहन बहुत ही खुश थी और कुछ देर के बाद बड़े भैया ने अपना लंड उनकी चूत से बाहर निकाल लिया, लेकिन तब भी बहन करीब10 मिनट तक ऐसे ही लेटी रही.




फिर उसके बाद वो उठकर जाना चाहती थी, लेकिन बड़े भैया ने उनका एक हाथ पकड़कर उनको रोक लिया और उन्होंने बहन से पूछा कि तुम अब कहाँ जा रही हो? तुम भी यहीं पर सो जाओ.
उन्होंने बहन के हाथ को एक झटका देकर उनको अपनी तरफ खींचकर अपने पास लेटा लिया और बहन उनके पास ही चिपककर सो गयी और फिर में भी उनका खेल खत्म हो जाने के बाद सोने चला गया. फिर जल्दी सुबह के समय मेरी नींद खुली तो में एक बार फिर से उसी जगह पर चला गया जहाँ से मैंने रात को अपनी बहन की चुदाई को देखा था और वो मज़े लिए थे जिसकी वजह से मेरा लंड भी तनकर खड़ा हो गया था और जब में वहां पर गया तो मैंने देखा कि मेरी बहन और बड़े भैया एक दूसरे से चिपककर सोए हुए थे.
तभी अचानक से बड़े भैया की नींद खुल गई और उन्होंने बहन की कमर पर से अपना हाथ हटाया. फिर बहन भी उनका हाथ अपने बदन पर महसूस करके उठ गयी और बड़े भैया ने बहन के गाल पर एक चुंबन ले लिया और बहन को दूसरी तरफ़ घूमने के लिए बोला.
बहन ने उनकी तरफ अपनी पीठ को एक तरफ कर दिया और अब बड़े भैया उसी समय तुरंत उठकर बैठ गये. फिर उन्होंने डिब्बे में से तेल निकालकर बहन की गांड पर लगा दिया और बहन अपनी गर्दन को पीछे करके वो सब देख रही थी. अब बड़े भैया ने थोड़ा सा तेल लेकर अपने लंड पर भी लगा लिया और फिर बड़े भैया तेल लगाने के बाद नीचे लेट गये और बहन की गांड पर उन्होंने अपना लंड रख दिया और उनकी कमर को पकड़कर एक जोरदार झटका दिया जिसकी वजह से लंड फिसलता हुआ अपनी सही जगह पर पहुंच गया.



उसी समय बहन के मुहं से दर्द की वजह से आह्ह्हह की आवाज़ निकलते ही में तुरंत समझ गया कि बहन की गांड में वो अपना लंड डाल चुके है. अब बड़े भैया ने धक्के देते हुए अपनी कमर को हिलाना शुरू किया और कुछ ही देर में उन्होंने अपना पूरा लंड बहन की गांड में डाल दिया और बड़े भैया, बहन की गांड को करीब 20 मिनट तक लगातार धक्के मारने के बाद जब वो धीरे धीरे शांत पड़ गये तो में समझ गया कि बहन की गांड में वीर्य निकल गया है और उसी समय बड़े भैया ने अपने लंड को बाहर निकाल लिया.
अब वो कुछ देर सिगरेट पीने के बाद उठकर टावल पहनकर बाहर पेशाब करने चले गये और पेशाब करके जब वो वापस रूम में गये तो बहन अब भी उसी तरह से लेटी हुई थी जिस तरह से वो उनको छोड़कर गए थे.
भैया ने दरवाजा बंद करने के बाद टावल को खोलकर एक तरफ रख दिया और दोबारा बेड पर जाने के बाद उन्होंने बहन को सीधा करने के बाद वो बहन की जाँघ पर बैठ गये. अब बहन के दोनों पैरों को उन्होंने थोड़ा सा फैला दिया क्योंकि बहन ने दर्द की वजह से अपने दोनों पैरों को पूरा सटा रखा था. अब बड़े भैया ने बहन की चूत को ध्यान से देखा.
चूत से उन दोनों का वीर्य बाहर आकर बह रहा था और वो पूरी तरह से खुल चुकी थी. फिर भी उन्होंने डिब्बे में से तेल लेकर बहन की चूत में लगा दिया और इसके बाद अपने लंड पर भी उन्होंने तेल लगाया और तेल को लगाते समय उन्होंने बहन से पूछा क्या तुम पेशाब नहीं करोगी? तो बहन ने अपनी गर्दन हिलाकर कहा कि नहीं.



अब बड़े भैया ने जैसे ही लंड को बहन की चूत के ऊपर सटाया तो बहन ने अपने दोनों हाथों से अपनी चूत को पूरा फैला दिया. अब बड़े भैया ने लंड के अगले भाग को बहन की चूत में डाल दिया और बहन के दोनों बूब्स को पकड़कर एक जोरदार झटके के साथ उन्होंने अपने लंड को अंदर घुसा दिया जिसकी वजह से बहन के मुहं से आहह्ह्ह्हह ओफफफफ्फ़ अरे बाप रे आईईईईइ प्लीज थोड़ा धीरे धीरे करो आआअहह कर रही थी, लेकिन बड़े भैया पर उनकी इस बात का कोई असर नहीं हो रहा था और वो हर चार पांच छोटे झटके के बाद एक ज़ोर का झटका दे रहे थे और उनका लंड जब आधे से ज़्यादा चूत के अंदर चला गया था.
बहन ने बड़े भैया से कहा कि अब और अंदर नहीं डालना वरना मेरी चूत फट जाएगी और मुझे बहुत दर्द हो रहा है क्योंकि आपका लंड मोटा होने के साथ साथ लंबा भी बहुत है तो आप इतना ही डालकर मज़े कर लीजिए.



बड़े भैया ने कहा कि अभी तो मेरा लंड आधा बाहर ही है और उसी समय बहन ने यह समझ लिया था कि आज उनकी गोरी चूत फटने वाली है जिसको कोई भी नहीं बचा सकता और उसकी चूत का आज भोसड़ा बनकर ही रहेगा. अब बहन की हर एक कोशिश को नाकाम करते हुए बड़े भैया बहन की चूत में अपने लंड को और ज्यादा अंदर ले जा रहे थे और फिर बहन ने जब देखा कि अब दर्द उनके बर्दाश्त से भी बाहर हो रहा है तो उन्होंने बड़े भैया से कहा कि में आपसे बहुत छोटी हूँ और मेरी चूत का तो आप थोड़ा ध्यान रखो आअहह्ह्ह्ह प्लीज नहीं उईईईईइ आअहह अब छोड़ दीजिए मुझे वर्ना में मर जाउंगी.
भैया ने लगातार कई बार जोरदार झटके देकर अपने पूरे लंड को बहन की चूत में डाल दिया और बहन के बूब्स को भी जोश में आकर ज़ोर से दबा दिया और कुछ देर बाद अब बहन को भी बड़ा मज़ा आने लगा था. दोस्तों शायद बहन को इसी का इंतजार था इसलिए अब वो भी अपनी गांड को ऊपर उठाकर भैया के हर एक धक्के का जवाब अपनी तरफ से देने लगी और बड़े भैया ने पूरा लंड अंदर डालकर अपनी झांट को बहन की झांट से पूरी तरह से सटा दिया और इस तरह से उन्होंने पूरे मज़े लेकर करीब 20 मिनट तक बहन की मस्त मजेदार चुदाई करके उसको खुश किया और इसके बाद बहन और बड़े भैया शांत पड़ गये.बड़े भैया ने बहन की बुर का चोद कर भोंसड़ा बना डाला
सगी बहन को स्काइप से पटा कर चोदा

दोस्तों मेरी बहन की वो संतुष्टि मुझे उसके चेहरे से साफ साफ नजर आ रही थी जिसके लिए उसने आज अपनी प्यारी मासूम चूत को भोसड़ा बनवा लिया था. अब में तुरंत समझ गया कि बहन की चूत में बड़े भैया का वीर्य निकल गया है और अब वो दोनों ही पूरी तरह से थक चुके थे. अब बड़े भैया ने अपने लंड को चूत से बाहर निकाल दिया और वो बहन के पास में ही लेट गये. अब बहन ने भी थोड़ी देर के बाद उठकर अपने टावल और ब्रा को पहना और दरवाजा खोलकर वो सीधा बाथरूम में चली गयी. फिर वो नहाकर कुछ देर बाद वापस बाहर आ गई. दोस्तों यह था मेरा वो सच्चा किस्सा और मेरी चुदक्कड़ बहन की वो चुदाई जिसको में आप सभी तक पहुंचाना चाहता था जिसमें चुदाई उन दोनों के बीच हुई और उनको देखकर मज़े मैंने भी लिए.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#5
Good story
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