Thread Rating:
  • 1 Vote(s) - 5 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Incest शादी की सालगिरह बेटे के साथ
#1
शादी की सालगिरह बेटे के साथ
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
Do not mention / post any under age /rape content. If found Please use REPORT button.
#2
मेरा नाम राजेश है और में 19 साल का हूँ. में प्राइवेट बी.कॉम कर रहा हूँ. मेरी फेमिली में 3 मेंबर है.. मेरे पापा, मम्मी और में. मेरे पापा सरकारी कर्मचारी है.

पैसों के मामले में मेरा परिवार अच्छा ख़ासा है. मेरी माँ का नाम शारदा है और वो 40 साल की है और वो हमेशा साड़ी पहनती है.. मेरी माँ एकदम सेक्सी औरत है. 40 की उम्र में वो 32-33 की कामुक महिला लगती है और उनके बूब्स का साईज़ 38 है.. जो कि मुझे बाद में पता चला और जब वो चलती है.. तो उनकी गांड देखकर मेरा 6 इंच का लंड एकदम खड़ा हो जाता है और माँ की चुदाई करने का मन करता है.

मेरे पापा का नाम विजय है और वो 43 साल के है. ये कहानी आज से 2 महीने पहले की है. मेरे घर में माँ पापा ग्राउंड फ्लोर पर रहते है और में फर्स्ट फ्लोर पर.. एक रात मुझे टॉयलेट लगी.. तो में ग्राउंड फ्लोर पर टॉयलेट करने आया और टॉयलेट ग्राउंड फ्लोर पर था. तब मुझे माँ पापा के कमरे से कुछ आवाज़ सुनाई दी. मैंने पास जाकर सुना.. तो वो माँ की सिसकारियों की आवाज़ थी. मुझे पता चल गया कि माँ पापा चुदाई कर रहे है.. मेरा लंड भी एकदम खड़ा हो गया और टाईट हो गया. मेरा मन उनकी चुदाई देखने का हुआ.. तो मैंने चुपके से खिड़की से देखा कि अंदर एक ज़ीरो वॉट का बल्ब जल रहा था और हल्की रोशनी थी.. पर देखने के लायक काफ़ी थी..

जैसे ही मैंने अंदर देखा.. तो दंग रह गया. पापा माँ की चूत में उंगली कर रहे थे और माँ सिसकारियाँ भर रही थी.. आआहह मर गई. मेरे राजा बड़ा मज़ा आ रहा है.. आहहह. सबसे ज़्यादा तो में ये देखकर दंग रह गया कि माँ ने एक मिनी स्कर्ट पहन रखी थी और एक ट्रान्स्परेंट टॉप जीन्स.. माँ को में आज तक साड़ी में देखता आया था.. वो मिनी स्कर्ट में बहुत ही सेक्सी लग रही थी.

फिर 5 मिनट तक पापा माँ की चूत में उंगली करते रहे. फिर पापा ने धीरे धीर माँ की स्कर्ट निकाल दी और फिर टॉप भी उतार दिया. माँ को पूरा नंगा देखते ही मेरी हालत खराब हो गई. फिर पापा ने माँ को डॉगी स्टाइल में किया और अपना लंड माँ की गांड में डाल दिया. पापा का लंड लगभग 5 इंच का होगा. लंड अंदर जाते ही माँ को शुरू में थोड़ा दर्द हुआ और फिर वो मज़े लेने लगी और सिसकारियां भरने लगी.. आआहहह मार डाला तुमने. मेरे राजा कितना मज़ा आ रहा है और चोद इस रंडी को.. चोद मुझे में एक रांड हूँ.. आहह आहहहहह चोद दे मुझे और फिर 5 मिनट तक चोदने के बाद पापा झड़ गये.. लेकिन माँ की प्यास अभी बुझी नहीं थी.

पापा थककर बेड पर लेट गये. फिर माँ ने कहा कि अभी तो मेरी चूत की बारी है.. उसे और शांत करो. पापा कहने लगे कि अब तेरी चूत नहीं मारूँगा.. तेरी चूत मारने में अब मज़ा नहीं आता.. सिर्फ़ गांड मारा करूँगा. तब माँ ने कहा कि क्या आप भी ना.. 4 महीनों से मेरी गांड ही मार रहे हो.. गांड को तो मार मारकर फाड़ दिया और मेरी चूत प्यासी ही रह जाती है.. इसे शांत करने के लिए मोमबत्ती डालनी पड़ती है.

फिर पापा ने कहा कि बुरा क्यों मान रही हो मेरी जान.. तेरे लिए तो इतने मॉडर्न कपड़े लाता हूँ.. जिसमें टू औरत से लड़की जैसी लगती है.. इसे पहनकर तुझे मज़ा नहीं आता. तब माँ बोली कि कहाँ का मज़ा सिर्फ़ रात में चुदाई के वक़्त ऐसे छोटे कपड़े पहनती हूँ. दिन में तो पहन नहीं सकती और मन तो बहुत करता है.. पर राजेश जो रहता है.. वो अपनी माँ को ऐसे कपड़ो में देखकर क्या सोचेगा.. वरना मेरा बस चले.. तो पूरे दिन बिकनी में घूमती रहूँ.

फिर पापा ने कहा कि चिंता मत कर मेरी रंडी.. किसी दिन राजेश को तेरे मामा के यहाँ भेज देते है.. तब पूरे दिन घर में अपना नंगा बदन लेकर घूमना. उस दिन तुझे पूरे दिन चोदूंगा और कल तेरे लिए कुछ और मॉडर्न सेक्सी कपड़े लाता हूँ. फिर पापा सो गये और माँ अपनी चूत में मोमबत्ती डालने लगी और सिसकारियां भरने लगी. उसके बाद में सीधा अपने कमरे में गया और माँ को सोचकर 3-4 बार मूठ मारी. उस रात अगले दिन मैंने माँ को चोदने का प्लान बनाना स्टार्ट किया.

मुझे पता था कि पापा ने माँ की चूत कई महीनो से नहीं मारी.. तो माँ को भी चूत मरवाने का मन करता होगा. दोपहर में खाना खाने के बाद माँ और में टी.वी. देख रहे थे और टी.वी. में गाने आ रहे थे. मैंने माँ से कहा कि माँ ये फ़िल्मो में हिरोइन ऐसे मॉडर्न कपड़े पहनती है और आजकल की लड़कियां भी सब ऐसे ही कपड़े पहनती है.. तो आप कभी मोर्डन कपड़े ट्राई क्यों नहीं करती.. हमेशा साड़ी में रहती हो.

फिर माँ ने कहा कि तू पागल हो गया है. अब इस उम्र में आकर तू मुझे जीन्स स्कर्ट पहनने को कह रहा है. फिर मैंने कहा कि माँ आपकी उम्र भले ही 40 हो.. लेकिन आप अभी भी एक लड़की लगती हो. माँ शरमाते हुए बोली कि झूठ बोलने के लिए में ही मिली हूँ तुझे. मैंने कहा कि झूठ नहीं.. सच कह रहा हू. माँ ने कहा कि शादी से पहले तो में ऐसे छोटे कपड़े पहना करती थी.. लेकिन शादी के बाद से नहीं.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#3
फिर मैंने कहा कि माँ मैंने आपकी अलमारी में मिनी स्कर्ट्स देखी थी. दोस्तों में जान गया था कि पापा के लाये हुए कपड़े माँ ने अलमारी में रखे होगें.. क्योंकि माँ अपने सारे कपड़े अलमारी में रखती थी.. इसका मतलब में क्या समझूँ. माँ एकदम चोंक पड़ी और बोली कि अरे वो तो तेरे पापा मेरे लिए लाये थे.. पर में पहनती नहीं और तू बड़ा ताक झाँक करने लगा है मेरे कमरे में. मैंने कहा कि नहीं माँ वो तो उस दिन यूँ ही. फिर माँ ने कहा कि चल ठीक है.. पर आगे से मत करना. मैंने कहा ठीक है माँ. फिर में माँ से बोला कि अगर आपके लिए कपड़े लेकर आये है.. तो आप पहनती क्यों नहीं? फिर माँ बोली कि मन तो करता है.. पर इस उम्र में शर्म आती है.. तेरे सामने ऐसे कपड़े पहनने में और फिर तू क्या सोचेगा मेरे बारे में.

में बोला कि माँ ऐसी कोई बात नहीं और ये तो आजकल का फैशन है.. अगर आपका मन करता है.. तो पहन लिया करो मुझे कोई ऐतराज नहीं और अगर आप चाहे.. तो मुझे पहनकर दिखा सकती है. तब माँ बोली कि हट पगले.. अब जा और मुझे आराम करने दे. फिर उसके बाद में चला गया और माँ को गर्म करने की आगे की प्लानिंग बनाने लगा. उसके बाद मुझे माँ को गर्म करने में कोई सफलता नहीं मिली.

में जब भी माँ से कहता कि मुझे पापा के लाये हुए कपड़े पहनकर दिखाओ ना.. तो माँ मना कर देती थी.. मेरे ज़्यादा फोर्स करने पर माँ मुझे डांट भी देती. फिर ऐसे ही एक महीना बीत गया.. दो दिन बाद माँ की शादी की सालगिरह थी. फिर तो मैंने पक्का सोच लिया था कि उस दिन तो माँ को चोदकर ही रहूंगा.

फिर सालगिरह वाले दिन माँ पापा ने एक दूसरे को विश किया और फिर पापा काम पर चले गये. मैंने सुबह ब्रेकफास्ट के बाद माँ के कमरे में जाकर उन्हे विश किया और कहा कि माँ आज तो ये साड़ी मत पहनो.. आज तो पापा की लाई हुई मॉडर्न ड्रेस पहनो. माँ कहने लगी कि तू फिर इसी बात पर आकर अटक गया. मैंने कहा कि माँ प्लीज़.. आज तो पहन लो. आज आपकी शादी की सालगिरह है.. अगर आज भी नहीं पहनोगी.. तो फिर उन्हे लाने का क्या फायदा और फिर आपने भी कहा कि मेरा भी मन करता है मॉडर्न ड्रेस पहनने का..

मेरे ज़्यादा कहने पर माँ मान गई और कहने लगी कि पापा को मत बताना. फिर माँ ने अपनी अलमारी खोली और में उसमे देखकर चोंक पड़ा.. एक तरफ तो साड़ी थी और दूसरी तरफ मिनी स्कर्ट्स, जीन्स, टॉप्स यहाँ तक की बिकनी भी थी..

फिर मैंने माँ को बिकनी पहनने को कहा.. तो माँ ने मना कर दिया और बोली कि अब तू बाहर जा. फिर में बाहर आ गया.. मेरी साँसे तेज़ होने लगी.. मुझे लगने लगा कि आज काम बनने वाला है.

फिर 10 मिनट बाद माँ ने आवाज़ लगाई.. जैसे ही में अंदर माँ के रूम में गया.. तो अपनी माँ को मिनी स्कर्ट्स में देखकर मेरा तो बुरा हाल हो गया और मेरा 6 इंच का लंड फनफनाने लगा और पेंट में तंबू बनकर खड़ा हो गया. माँ की गोरी नंगी जांघे एकदम मस्त लग रही थी.. जी तो कर रहा था कि अभी जाकर चोद दूँ इस साली रंडी को.. जिसने इतने महीनो से तड़पा रखा है. फिर मैंने किसी तरह उसको कंट्रोल किया.

फिर माँ ने मुझसे कहा कि में कैसी लग रही हूँ.. तो मैंने कहा कि आप एकदम सेक्सी लग रही हो. आज आप इस ड्रेस को पूरे दिन घर में पहनना और हम आपकी शादी की सालगिरह सेलीब्रेट करेंगे. माँ ने कहा कि ठीक है.. तो बाजार से जाकर केक ले आया और माँ से केक काटने को कहा. माँ ने कहा कि अभी तेरे पापा को तो आने दे.

मैंने कहा कि पापा जब आयेंगे.. तो एक केक और काट लेंगे.. फिलहाल तो ये काट लो. फिर माँ केक काटने लगी और में अपने मोबाइल से माँ के फोटो लेने लगा.. माँ ने मुझे केक खिलाया और मैंने भी.

फिर मैंने माँ को बिकनी पहनने के लिए कहा.. तो माँ ने मना कर दिया कि मुझे शर्म आती है इतनी छोटी ड्रेस पहनने में.. मेरे ज़्यादा कहने पर माँ मान गई और कहा कि ठीक है तू बाहर जा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#4
फिर में रूम के बाहर आ गया.. 5 मिनट बाद माँ बाहर आई.. तो उन्हे देखकर मेरा बुरा हाल हो गया. उन्होने 2 पीस पीले कलर की स्ट्रिंग वाली बिकनी पहन रखी थी. माँ का नंगा बदन देखकर में काबू में नहीं रहा और माँ की फोटो लेने लगा.. माँ मना करने लगी. मैंने कहा कि आप रोज़ रोज़ तो बिकनी पहनोगी नहीं.. जब मेरा मन करेगा तब आपकी फोटो देख लिया करूँगा. माँ ने कहा कि में इतनी अच्छी लगती हूँ तुझे.

फिर मैंने हाँ बोला और माँ को बेड पर लेटने को कहा और माँ की फोटो लेने लगा. माँ को ऐसी हालत में देखकर में कंट्रोल खो बैठा और माँ के गले लग गया और कहने लगा कि माँ आप बड़ी सेक्सी लग रही है और माँ को जोरदार किस करने लगा. माँ पीछे हटी और कहने लगी.. ये क्या कर रहा है? में तेरी माँ हूँ. मैंने कहा कि माँ आप मुझे बहुत सेक्सी लगती हो.. में आपसे प्यार करता हूँ और आपके साथ सेक्स करना चाहता हूँ. माँ बोली तू पागल है क्या? ये पाप है.. माँ बेटे ऐसा नहीं कर सकते.. सुधर जा वरना अभी तेरे पापा को बताती हूँ.

फिर में बोला कि माँ और आप भी तो यही चाहती है. मैंने देखा है कि रात को पापा आपकी सिर्फ़ गांड मारते है चूत नहीं.. आपका भी तो चूत मरवाने का मन करता होगा.. प्लीज़ मान जाओ और मैंने अपना खड़ा लंड बाहर निकालकर माँ के सामने रख दिया और कहा कि देखो क्या हाल बना दिया है आपने इसका.. माँ लंड को देखती ही रह गई. फिर माँ बोली कि तू अपने कमरे में जा और मुझे सोचने दे.

फिर में ऊपर अपने कमरे में आ गया.. मुझे लगा कि काम लगभग बन गया. आधे घंटे बाद माँ मेरे कमरे में आई और बोली कि चल ठीक है.. लेकिन अपने पापा को ये बात मत बताना.. मेरा खुशी से ठिकाना नहीं रहा. फिर मैंने माँ को बिस्तर पर पटका और किस करने लगा. माँ भी बड़ी हवस के साथ मेरा साथ दे रही थी. फिर मैंने धीरे धीरे माँ की बिकनी उतार दी और माँ ने भी मेरे सारे कपड़े उतार दिए.

फिर मैंने माँ को लंड चूसने को कहा और माँ मेरा लंड मुँह में लेकर बड़े मज़े से चूसने लगी. तभी में बड़बड़ाने लगा कि चूसो माँ और चूसो मेरा लंड.. बड़ा मज़ा आ रहा है.. आआहहहह चूसो और तेज़ आआहहाह. आपने कहाँ से सीखा इतना बढ़िया लंड चूसना. माँ बोली कि ये तेरे पापा की कृपा है और तू मुझे आज से माँ मत बोला कर.. मुझे शारदा कहकर बुलाया कर.. आज से में तेरी शारदा रंडी हूँ. में एक रांड हूँ.. में भी फिर तेज़ तेज़ आवाज़ में बोलने लगा.. चूस मेरा लंड.. शारदा रंडी, चुदक्कड़ औरत चूस, भोसड़ी वाली मेरी रंडी.. चूस. 5 मिनट बाद में झड़ गया और माँ के मुँह में ही सारा पानी निकाल दिया.

फिर माँ के बूब्स की बारी आई.. उन्हे में बेसब्री के साथ चूसने लगा.. क्या मोटे मोटे बूब्स थे.. में तो जैसे जन्नत की सेर कर रहा था. फिर माँ ने सेक्सी आवाज़ में कहा कि अब और इंतज़ार मत करवा मेरे राजा.. चोद दे मुझे. इस रंडी की चूत कब से लंड की प्यासी है. इसकी तड़प मिटा दे और अब और देर ना कर.

फिर मैंने अपना लंड माँ की चूत पर रखा और अंदर डालने लगा. लंड अंदर नहीं जा रहा था.. तो माँ ने कहा कि अभी तू बच्चा है एक ज़ोर का झटका मार. फिर मैंने बहुत ज़ोर लगाया और लंड आधा अंदर चला गया. माँ एकदम चीख पड़ी.. मर गई. मैंने कहा कि थोड़ी देर रुक जाऊं.. तो माँ बोली कि नहीं.. मेरे राजा तू रुक मत.. दर्द में ही तो मज़ा है. ये मेरी चुदक्कड़ चूत बहुत दिनों से चुदी नहीं है.. इसलिये फड़फड़ा रही है.. तू चोदना चालू रख. मैंने भी फिर तेज तेज धक्के मारने स्टार्ट किये.. चुदते हुए माँ बोल रही थी कि चोद मेरी चूत को फाड़ डाल.. बना दे इसका भोसड़ा. साली महीनो से चुदी नहीं है.. यहहहहहा हहा हाईईई.. कितना मज़ा आ रहा है. इतना मज़ा तो तेरे पापा भी नहीं देते.. बड़ा अच्छा चोद रहा है तू.. अहहहः मर गई.. चोद इस रंडी को चोद मादरचोद.. हे भगवान में कैसी माँ हूँ.. जो अपने बेटे से चुदवा रही है.. आआहहह ऑश आहहाह मर गई अहाहह.

फिर मैं भी धक्के मारते हुए बोलने लगा कि हाँ मेरी रंडी शारदा आज तेरी चूत का भोसड़ा बना दूँगा. बड़ी चुदास उठी है ना तुझे.. रंडी, बहन की लोड़ी ले चुदवा अपने बेटे से आहहहह शारदा मेरी शारदा मेरी रंडी शारदा.. अहहाः कितनी सेक्सी है तेरी चूत मारने में बड़ा मज़ा आ रहा है.. मेरी शारदा रंडी. माँ का नाम लेकर चोदने में मुझे और भी मज़ा आने लगा. फिर 10 मिनट तक चोदने के बाद में झड़ने वाला था.. तो माँ ने कहा कि मेरी चूत में ही झाड़ दे. मैंने ऑपरेशन करवा रखा है कुछ नहीं होगा.

फिर मैंने माँ की चूत में ही झाड़ दिया. फिर 30 मिनट तक मेरी रंडी शारदा और में चुम्मा चाटी करते हूऐ एक दूसरे के जिस्म से लिपटे रहे और सिसकारियां भरते रहे. फिर मेरा लंड दोबारा खड़ा हुआ. फिर मैंने दोबारा शारदा को चोदने को बोला.. तो शारदा बोली कि ऐसे नहीं थोड़ा अलग अंदाज़ में करते है और आज मेरी शादी की सालगिरह है और हम दोनों की सुहागरात भी.. अब तू मेरा पति बनकर मुझे चोदेगा. तू यही रुक और आधे घंटे में मेरे कमरे में आ और मुझे बड़ा मज़ा आने लगा.. में आधे घंटे तक नंगा ही लेटा रहा. फिर में माँ के कमरे में गया और देखा.. तो माँ दुल्हन बनकर बेड पर बैठी है.

मेरी रंडी माँ शारदा ने लाल कलर की साड़ी पहनी है.. जिसे उसने अपनी शादी के दिन पहनी थी. में बेड पर गया और माँ को बोला कि मेरी रंडी शारदा कितनी सेक्सी लग रही है तू और माँ को किस करने लगा. 5 मिनट तक चिपका चिपकी चलती रही. फिर मैंने माँ की साड़ी निकाल दी और फिर ब्लाउज और फिर पेटीकोट का नाड़ा भी खोल दिया.. अंदर माँ ने एक नई बिकनी पहन रखी थी. मैंने वो भी उतार दी.. अब मैंने माँ की गांड मारने को कहा.. तो माँ ने कहा कि अभी गांड नहीं.. अभी तो मेरी चूत की प्यास भी नहीं बुझी है.. पहले मेरी चूत मार.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#5
शेयर करे

फिर माँ मेरे ऊपर आ गई और मेरे लंड पर अपनी चूत रखकर बैठ गई और ऊपर नीचे होने लगी. माँ के बूब्स हवा में ऊपर नीचे होते हुये बड़े सेक्सी लग रहे थे. 5 मिनट तक ऐसे ही चोदने के बाद मैंने माँ को नीचे किया और अपने धक्को की स्पीड बढ़ा दी.

माँ की चीख निकलने लगी.. आहाह मार डाला मादरचोद भोसड़ी के मर गई में. फिर में भी बोलने लगा कि और चुदवा रंडी शारदा मुझसे.. बहन की लोड़ी, बड़ी प्यासी थी ना तेरी चूत.. ले अब इससे शांत करता हूँ ले भोसड़ीवाली ले रंडी बहनचोद चुदक्कड़ रांड. फिर धीरे धीरे माँ को और मज़ा आने लगा और बोलने लगी.. हाय कितना मज़ा आ रहा है अपने बेटे से चुदवाने में.. चोद डाला अहहा चुद गई शारदा अहहहः चोद अहहहः मिटा दे जन्मो की प्यास.. मेरे राजा में तेरी रंडी माँ हूँ. आज से तेरी रंडी शारदा आई लव यू बेटा और में भी कहने लगा कि आई लव यू टू मेरी रंडी.. अहहहा ओाहहः कितना मज़ा आ रहा है.. अपनी रंडी माँ को चोदने में.. शारदा, मेरी प्यारी शारदा, मेरी जान, मेरी रंडी शारदा.

10-12 मिनट तक चोदने के बाद में झड़ गया.. माँ भी 2 बार झड़ चुकी थी. फिर मैंने माँ को घोड़ी बनाया और उनकी गांड मारने लगा. मेरी रंडी माँ शारदा की गांड चूत से भी ज़्यादा टाईट थी. उसे चोदने में और भी मज़ा आने लगा.. तभी तो पापा माँ की सिर्फ़ गांड ही मारते थे और फिर भी माँ को बड़ा दर्द हुआ.

इस बार तो वो कहने लगी कि आराम से चोद अपनी रंडी शारदा को.. तेरा लंड तेरे बाप से बहुत मोटा है. फिर में माँ को धीरे धीरे चोदने लगा. माँ भी लगातार सिसकारियां भर रही थी.. शारदा आऊहाहहः चोद डाला.. ओाओआहाए राम. मैंने अपने बेटे से ही चुदवा लिया.. कैसी रंडी माँ हूँ में हहह ओआहहो मर गई.. बड़ा मज़ा आ रहा है अपने बेटे से चुदवाने में अहहाह. फिर थोड़ी देर बाद में फिर से झड़ गया और बुरी तरह थक गया.

1 घंटे तक हम ऐसे ही नंगे पड़े रहे तो माँ ने कहा कि मेरी आज तक ऐसी चुदाई नहीं हुई.. आज का जितना मज़ा कभी नहीं आया.. लव यू बेटा. फिर मैंने भी कहा कि मुझे भी बड़ा मज़ा आया.. मेरी रंडी लव यू टू शारदा. उसके बाद हमने कपड़े पहन लिए. मैंने माँ से कहा कि माँ अब आप घर में बिकनी मिनी स्कर्ट्स ही पहना करो.. तो माँ भी खुश हो गई.

फिर माँ ने एक मिनी स्कर्ट और टी-शर्ट डाल ली.. शाम को पापा आये और माँ को स्कर्ट में देखकर बड़े खुश हुये और बोले कि क्या हुआ आज मिनी स्कर्ट.. तो माँ ने कहा कि आज हमारी शादी की सालगिरह जो है. फिर डिनर के बाद माँ पापा अपने कमरे में चले गये और में भी सो गया. उसके बाद
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
[+] 1 user Likes neerathemall's post
Like Reply
#6
(27-01-2023, 07:19 PM)neerathemall Wrote:
शादी की सालगिरह बेटे के साथ
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#7
(27-01-2023, 07:19 PM)neerathemall Wrote:
शादी की सालगिरह बेटे के साथ

Arrow
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#8
Superb story
Like Reply




Users browsing this thread: 1 Guest(s)