Poll: Kya ek auraat ko bahut saare maardon ke saat sex karana accha nahi hain?
You do not have permission to vote in this poll.
Sirf pati ke saat sex kare, sati savitri
4.35%
1 4.35%
Aurat ko har type ke maard ka swad lena chahiye
4.35%
1 4.35%
Kisi maard ko mana nahi kare
4.35%
1 4.35%
Apne pasand ke saab mard ke sat sex kare
34.78%
8 34.78%
bina umar, rishta, ajnabi ya kisi cheej ka lihaaj na karate saab ke saat sex kare
52.17%
12 52.17%
Total 23 vote(s) 100%
* You voted for this item. [Show Results]

Thread Rating:
  • 11 Vote(s) - 2.64 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery मैँ बहक जाती हूँ - पार्ट ३६ - मेरे पति मौसाजी के कुक (Part 2) !
पार्ट २८: हनीमून इन गोवा (भाग १)

तीन दिन के बाद हम सुबह की फ्लाइट पकड़ कर  गोवा पहुँच गए. अनीश ने एक बहुत अच्छा फाइव स्टार रिसोर्ट जो एकदम बागा बीच के पास था वह बुक किया था. रिसोर्ट सीधे बीच के सामने था और अपना स्विमिंग पूल और प्राइवेट बीच था. रिसेप्शन पर हमें कमरे की कार्ड - की मिल गयी और सामान बेल बॉय के साथ भेज देंगे ऐसे बताया.
हम कमरे में  गए..कमरा बहुत अच्छा था.. कमरे पर शीशे की खिड़किया थी ..जो कर्टेन से ढकी थी. कर्टेन हटा दिए तो सामने बीच का बहुत ही  सुन्दर सा नजारा था. मैं खुश हो गयी.
मैं: अनीश कितना सुन्दर नजारा हैं यहाँ से. बीच बाहत सुंदर हैं.
अनीश: बीच कौन देखने आया हैं जान. . मैं तो तुम्हे देखूंगा - रात - दिन नंगी..तुम तो अप्सरा हो.
मैं - बड़ी शरारत सूझ  रही है.. घर पर तो बड़े मासूम बने फिरते हो.
अनीश: घर पर तो तुम भी बड़ी सुन्दर, गुणवान और संस्कारी बहु  हो. अब यहाँ तुम भी मेरी तरह शरारती हो जाओ.

अनीश मेरी तरफ आया और खिंच कर मुझे बाँहों में ले लिए. मेरी ओंठों पर ओंठ रखकर वह जीभ बहार निकल कर मेरी ओंठों को चाटने लगा. मैंने भो बेशर्मी से अपने ओंठ खोल दिए और उसकी जीभ चूसने की कोशिश की..पर वो उसकी जीभ मेरी मुँह में नहीं डाल रहा था. सिर्फ मेरी ओंठ चाट रहा था ओर चूस रहा था. 
उसने दूसरा हाथ निचे करके मेरी साडी उपर घुटनो तक कर दी. हात अंदर डाल कर वो मेरी पैंटी के ऊपर से मेरी चुत को सहलाने लगा. मेरी चुत अब गीली हो रही थी. मैंने जोर से अनीश के ओंठ छू लिये ओर मेरी जीभ उसकी मुँह में डाल दी. अनीश को यही चाहिए था. उसने प्यार से मेरी जीभ चूसना चालू किया..अपनी जीभ से मेरी जीभ को चाटना चालू कर दिया. मेरी पैंटी के अंदर हात डाल कर मेरी गीली चुत सहला रहा था और धीरे से उसकी एक ऊँगली चुत के अंदर डाल दी. मैंने भी एक हात उसके लंड पर रख दिया और सहलाने लगी. वैसे  उसने उसकी पैंट पर  से उसकी ब्रीफ्स  निकाल दी और मेरी हाथों में  उसका लंड दे दिया.  अनीश अभी भी मुझे चूस रहा था, चुम रहा था, उसकी जीभ अब मेरी मुँह में थी. तभी उसने अपने दूसरे हातों से मेरी पैंटी निचे खींचकर निकाल दी ओर जमीन पर फेंक दी. उसने अब मुझे  बिस्तर पर सुला दिया और मेंरे पर उल्टा लेट कर मेरी चुत चाटने लगा. मैंने भी उसका लंड मेरी तरफ खींच लिया ओर प्यारसे उसके लण्ड के सुपडे को  चूसने लगी. हम दोनों ६९ पोजीशन में थे. अनीश बहुत अच्छी से मेरी चुत चाट रहा था..हम दोनों अब पसीना हो गए थे. मैं छटपटा रही थी. मैंने अनीश का सर अपने चुत पर दबा दिया और मेरी चुत उसके ओंठों पर रगड़ने लगी. मैं झड़ने के बहुत करीब थी ... तभी..कमरे की बेल बजी. बहार से आवाज आयी. 
गुड मॉर्निंग ! रूम सर्विस सर.. आपका लगेज ..     
अनीश उठा, उसने अपनी ब्रीफ्स - निकर पहन ली. मैंने भी मेरी साडी बिस्तर पर लेटे सीधे कर दी.
अनीश ने वैसे ही सिर्फ अपनी चड्डी पर दरवाजा खोला: कम इन.  इधर रख दो सामान. 
रूम सर्विस बॉय: सर मेरा नाम अमानुल्लाह हैं..आप मुझे अमन कह सकते हो.
(उसने सामान एक जगह ठीक से रख दिया. मैंने उसको देखा. वह कुछ ४५-५० साल ट्रिम दाढ़ी वाला. कम हाइट वाला - ५-५ पर हट्टा कट्टा पठान आदमी लग रहा था. होटल की ड्रेस उसपर बहुत टाइट लग रही थी. टाइट शर्ट और पैंट में  उसके मास-पेशियाँ और मसलदर शरीर का उभार साफ़ दिख रहा था. मैं बिस्तर पर लेटे उसको देख रही थी.  उसने देखा अनीश सिर्फ उसकी निकर में  हैं ओर  मैं बिस्तर पर लेटी हूँ. वो मंद मंद शरारती अंदाज में मुस्करा रहा था)
अमन: सर यह आपके लिए पानी है.. मिनरल वाटर. ..या आपका मिनी फ्रिज हैं.. यह..चाय - कॉफी..के लिए हॉट वाटर केतली..
(वो कमरे में  सब सजाने लगा ओर ठीक ढंग से चेक करने लगा)
अमन: सर क्या मैं आपकी रूम ठीक से लगा दू. क्या यह निचे गिरे कपडे अलमारी में रख  दू. 
अनीश: थैंक यू अमन.. हाँ आप रख सकते हो. (अनीश मेरी बाजु आकर बिस्तर पर लेट गए..उनका एक हाथ मेरी साडी पर मेरी जंघा पर था)
मैं शर्मा गयी. अमन ने पहले मेरी निचे गिरी हुई पैंटी उठाई. फिर अनीश की पैंट. 
अमन (मुस्कराकर) : सर लांड्री में नहीं डालना है ना?
अनीश: नहीं..फ्रेश है.. दिखाओ एक मिनट.
अनीश ने अमन के हात से पैंटी ली ओर जोर से २-३ बार सुंघा..
अनीश; हां फ्रेश हैं..लांड्री की जरुरत नहीं..तुम भी एक बार देख लो..(अनीश ने अमन की मेरी पैंटी फिर से दे दी) 
अमन: हां सैर फ्रेश है.. (उसने भी २-३ बार मेरी पैंटी सूंघ ली)
अनीश: अच्छा अमन यह बताओ .. मैंने सुना की यहाँ फेनी बहुत अच्छी मिलती.
अमन वही खड़ा रहा. उसके हात में अभी भी मेरी पैंटी थी. वह उस पैंटी को दूसरे हात से सहला रहा था, ओर कभी कभी फिर से सूंघ लेता. 
अमन: सर फेनी पिने का मजा बीच पर ही लीजिये. आप जब बीच पर जाओगे तब मुझे बोल देना, मैं फ्रेश फेनी लेकर आ जाऊंगा. क्या मैडम भी लेगी?
अनीश: हाँ मैडम भी सब लेगी. ओर क्या क्या है ?
अमन: सर मसाज भी मिल जायेगा.. आप को जो भी चाहिए..मुझे बोल देना..
(अमन ओर अनीश बात कर रहे थे. अमन अभी भी एक हात मैं मेरी पैंटी पकड़कर दूसरे हात से उसको सहला था. कभी कभी बिच में वो  मेरी पैंटी फिर से सूंघ लेता ओर कामिनी मुस्कान देकर बात कर रहा था. मैंने देखा अनीश का लंड उसकी ब्रीफ्स में  तन कर खड़ा हो गया था..वो मेरी जांघों पर हात फेर रहा था. मुझे बड़ी शर्म आ रही थी. मेरी चुत बहुत गरम ओर गिल्ली हो गयी थी. अमन का लंड भी उसके टाइट पैंट मैं फुल गया था. उसकी पैंट की एक साइड से उसकी कटे लंड का बड़ा सूपड़ा साफ़ नजर आ रहा था) )
अनीश: अच्छा अमन ..बीच पर कुछ कपड़ों पर या ड्रिंक्स पर प्रतिबन्ध तो नहीं ना.
अमन: सर यह सामने वाला तो होटल का प्राइवेट बीच हैं. यहाँ पर कोई प्रतिबन्ध नहीं. आप चाहे तो मैं आपको अच्छी जगह दिखा सकता हूँ.. जहा आप ओर मैडम दोनों नंगे भी नाहा सकते. 
अनीश. अरे वह..यह बात अच्छी होगी. ओर आपके होते हुए हमें डर भी नहीं रहेगा - चोरी का या कपड़ों का..
अमन: ठीक हैं सर..मुझे होटल से कुछ देर तक कस्टमर की सर्विस ओर मदत करने की अनुमती है. आप मुझे इस नंबर पर कॉल कर देना. 
अमन ने मेरी पैंटी फोल्ड कर के अलमारी में रख दी.  उसके जातें ही  मैंने अनीश से गुस्से में कहा..
मैं: अनीश कितने बदमाश हो तुम. मेरी पैंटी उसके हात में दे दी. 
अनीश: तो क्या हुआ जान.. देखा नहीं वह कितनी प्यार से तेरी पैंटी सूंघ कर सहला रहा था. जैसे की पैंटी नहीं, तेरी चुत हो. ओर अनीश जोर जोर से हॅसने लगा.
मैं: बड़े कमीने हो तुम. जैसे की तुम सच में  उसको मेरे चुत को  सूंघने ओर सहलाने की अनुमती देते. 
अनीश: हाँ क्यों नहीं..अगर तू कहती तो दे देता.. ..देखा नहीं उसका लंड कैसे फुफकार रहा था. 
अनीश ने मेरी साडी ओर पेटीकोट खींच लिया. चोली निकाल कर मुझे पूरा नंगा कर दिया ओर फिर से ६९ पोजीशन मैं आ गए.
अनीश: आह  ! जानू.. तेरी चुत तो बहुत गरम ओर गीली हो गयी.
मैं: जाओ मैं नहीं बात करती..कुछ भी कहते रहते हो..
अनीश मेरी चुत अपनी जीभ से चाट चाट कर - आह जानू...तेरी चुत आज पहलीबार इतने पास से देख रहा हूँ..कितनी खूबसूरत है..
मैंने भी अनीश का खूबसूरत मोटा लण्ड मुँह में ले लिया ओर चूसने लगी..
अनीश: आह रानी ..कितने प्यार से मेरा लण्ड चूस रही आज.. कही अमन का लण्ड समज  कर नहीं चूस रही ना?
मैं उनका लण्ड का सूपड़ा जीभ से चाटने लगी..अनीश मेरी चुत में  अंदर जीभ डाल रहा था..मेरी चुत के अंदर अपनी जीभ डालकर साफ़ कर रहा था..सारा पाणी पी  रहा था. 
अनीश: आह ! जानू..बोलो..किसका लण्ड चूस रही हो..मेरा या अमन का..
अब मैं भी वही बात फिर से सुनकर झल्ला गयी. अब अनीश मेंरे दाणे को चूस रहा था. मैं कांप रही थी. 
मैं: उम्....यह तो अमन का लण्ड है....
अनीश: ..आह.. कमीनी ..बोलो ..संध्या..कैसा है अमन का लण्ड.
मैं:  अनीश का लण्ड जोर से चूसते हुए :  उम्... मस्त है..मुल्ले का कटा लण्ड है.. बहुत बड़ा ओर मोटा है..
अनीश: मेंरे  से मोटा ओर बड़ा..
मैं: हाँ..आप से बहुत बड़ा ओर मोटा..आपका तो अमन के लण्ड के सामने एकदम छोटा बच्चा है..उसका आधा साइज का भी नहीं हैं...
अनीश: आह...ले ले..अमन का पाणी पी ले पूरा..उफ़... (कर के जोर से मेरी मुँह में  झड़ने लगा. तभी उसने मेरी दाणे को हलके से काट लिया था..
मैं भी:  उफ़..आह..अमन...तेरा लण्ड..आह..तेरा पाणी.. कर के उसके मुँह में झड़ने लगी)
अनीश ने ६-७ झटके मर के मेरी मुँह मैं उसका पाणी डाल दिया था. मै ने बड़े प्यार से सारा गाढ़ा माल निगल लिया..ओर उसके लण्ड को प्यार से धीरेसे चूसती रही. अनीश भी मेरी चुत को चाट कर साफ कर रहा था.
फिर अनीश उठा..मुझे अपनी बाँहों मैं ले लिया..संध्या..मजा आ गया..अगर सच में अमन का लण्ड तुमको दे दू तुम तो ओर भी मस्त सेक्सी हो जाएगी.
मैं: चुप बदमाश...ओर उसकी छाती पर सर छुपाकर सोने लगी.
कुछ देर आराम करने के बाद हम फ्रेश हो गए...खाना खा लिया. रूम पर आकर मैं अपनी स्विमिंग ड्रेस  बाथरूम जाकर पहन ली. वो एक मस्त घुटने तक का हलके गुलाबी रंग का सारोंग था..ओर ऊपर लाल रंग का नाभि के ऊपर का टॉप. मैंने सारोंग (स्कर्ट) के निचे नीले रंग की पैंटी पेहेन ली थी. जैसे मैं बाथरूम से बहार आयी..अनीश मुझे पागल जैसे देखता रहा..
अनीश: आह मेरी जान..आज तो गोवा की बीच पर कत्ले आम होगा. बहुत सरे मर्दों की दिल टूटेंगे ओर  हजारो लण्ड तुझे सलामी देंगे.
मैं: चुप बदमाश कही के..चलो अभी..
अनीश ने भी एक सेक्सी पिले रंग की शॉर्ट्स पहनी थी. शॉर्ट्स बहुत टाइट थी.. ओर ऊपर जांघों तक थी. उनकी मसल जाँघे, सामने लण्ड का उभार ओर गांड का अकार एकदम सेक्सी लग रहा था..एकदम दोस्ताना में जॉन अब्राहम की तरह. दिखने में तो अनीश खूबसूरत थे ही.

निचे हमें लॉबी में अमन मिल गया. वह मुझे घूर- घूर कर देख रहा था. मुझे ऐसे ही बहुत शर्म आ रही थी. सुबह मेरे पैंटी के सात वह बहुत देर तक मेरी सामने खेला था. हमें देखकर वो हमारे पास आ गया.. उसने हमें बीच पर जाने का दरवाजा बताया..ओर कहा..आप जाइये..में अभी टॉवल ओर बाकि सामान लेकर आता हूँ.
हम उस दरवाजे से बीच पर चले गए..बहुत शीतल लहर चल रही थी.. बीच के पीछे साइड में ..बहुत खूबसूरत नारियल के पेड़ थे..वहा बहुत सारी टेबल ओर खुर्चिया..बड़ी बड़ी छत्रियों के निचे लगी थी. २-४ विदेशी कपल के अलावा वहा कोई नहीं था. अनीश ने मेरा हात पकड़ कर पाणी के अंदर ले गया...एक दूसरे पर पाणी डाल कर हम भीग गए..मैंने देखा की मेरा स्कर्ट ओर टॉप..गिला होकर पारदर्शी हो गया था. पारदर्शी गुलाबी सारोंग चिपक कर मेरी शरीर पर थी जिस में मेरी नीली पैंटी साफ़ दिखाई दे रही ओर पीछे से खुली मेरी गांड. मेरी मम्मी ओर निप्पल्स भी टॉप से नजर आ आ रहे थे. वही हाल अनीश का था. उसकी छोटी सी शॉर्ट्स..उसके गांड ओर लोडे पर चुपक गयी थी ओर वो करीब-करीब नंगा दिख रहा था. पर वो बहुत खुश हो रहा था..उत्तेजित हो रहा था. वो मेंरे  मम्मे, चुत, गांड  ओर शरीर का हर अंग मसल रहा था. उसकी शॉर्ट्स पर से उसका लण्ड मुझ पर रगड़ देता..मेरी गांड पर दबा देता. 

तभी हमने अमन को आते हुए देखा...उसने अपने सात दो बड़ी बास्केट लाया था. उसने नारियल  के पेड़ों के करीब एक टेबल लगा दिया..छाँव के लिए बड़ी छत्री लगा दी. फिर वो हमारे पास आया ओर कहा..सर आपका टेबल रेडी है...मैंने फेनी भी टेबल पर रख दी..वहा बास्केट में टॉवल भी रखा है.

हम टेबल के पास चले गए. टॉवल से खुद को सूखा लिया..ओर खुर्ची पर बैठ गए..अमन ने मुझे  फेनी की एक गिलास दी..ओर दूसरी अनीश को. साथ में डिश में कुछ  स्नैक्स  भी थे. 
अनीश: एन्जॉय मेरी जान..चीयर्स..!
में भी : चियर्स कर के हम फेनी का आनंद उठाने लगे.
फेनी गोवा की ट्रेडिशनल ड्रिंक है..जो काजू का फल या नारियल से बनता है.  उसमे अल्कोहल की मात्रा ज्यादा होती  है.

अमन वही रेती में हमारे सामने बैठ गया. मेरे स्कर्ट एक तरफ से खुली थी..जिससे सामने बैठे किसी भी को मेरे पैंटी साफ दिखाई दे रही थी. 
अनीश: अरे अमन निचे क्यों बैठे हो. एक चेयर  ले लो..ले तू भी एक गिलास ले..
अमन: नहीं सर.. होटेल पॉलीसी के हिसाब से में आप के साथ  बैठ नहीं सकता हूँ.. मेरी नौकरी चली जाएगी.
अनीश: ठीक हैं..मत बैठो..आजा यहाँ पास छुपकर बैठ जावो..एक गिलास ले लो
अनीश ने जबरदस्ती उसे एक गिलास दिया..वह मेरे खुर्ची के एकदम पास आकर बैठ गया. उसको मेरी जांघें ओर पैंटी एकदम २ फ़ीट की दुरी से दिख रही थी.
अब फेनी पिने से में भी थोड़ी खुल रही थी. अमन डर डर कर थोड़ी सी पि रहा था. अनीश मुझे भी पीला रहा था ओर खुद भी बहुत पी रहा था. 
अनीश: अमन..सुबह संध्या की पैंटी फ्रेश थी ना..बदबू तो नहीं थी. (में शर्मा कर लाल हो गयी ओर इधर उधर देखने लगी)
अमन: हाँ सर बहुत फ्रेश थी.. बहुत अच्छी खुश्बू आ रही थी.
अनीश: हाँ बहुत अच्छी खुश्बू थी.. संध्या की.
अमन: हाँ सर ..आप बहुत लकी हो..मैडम बहुत सुन्दर ओर खुश्बुदार है..
तभी मुझे थोड़ा चक्कर जैसे हुआ.. 
में: उह.....
अनीश: क्या हुआ संध्या... 
[+] 1 user Likes luvnaked12's post
Like Reply
Do not mention / post any under age /rape content. If found Please use REPORT button.
wao what a sexy writing with so much details. thanks.
Like Reply
give her lots of low class men like Aman
[+] 1 user Likes blackdesk's post
Like Reply
next update bro... with pics
[+] 1 user Likes exbiixossip2's post
Like Reply
(06-11-2022, 07:14 AM)exbiixossip2 Wrote: next update bro... with pics

I dont know how to put pics.. would you like to put them for me? or you can send the pics..and let me know how to attach it
Like Reply
पार्ट २९: अमानुल्ला मसाजर ने पति के सामने चोद दिया !

मुझे थोड़ा अस्वस्थ लग रहा था. थोड़ी से उलटी हो गयी.
अमन : सर  लगता है मैडम को नशा हो गया, इसलिए अस्वस्थ लग रहा. इनको थोड़ा आराम की जरुरत है.
अनीश: हाँ संध्या थोड़ा पानी पी लो. ठीक लगेगा.
अमन: सर मैडम को थोड़ा पैर ऒर शोल्डर की मसाज कर के देता हूँ..थोड़ा ठीक लगेगा.
अनीश: हाँ.. कर दो जल्दी से..कहा करोगे मसाज.
अमन: वहा नारियल के पेड़ के पीछे त्तते  की छोटी सी दीवाल लगायी  है..कोई देख नहीं पायेगा. मैं वहा पर चटाई और चादर बिछा कर आता हूँ.
अनीश मुझे पीठ पर अपने हातों से सहला रहा था. मुझे अस्वस्थ लग रहा था. मुझे ऒर अनीश को काफी नशा भी हो गया था. तभी अमन आया..चलो मैडम..सब रेडी है..
अनीश मुझे सहारा देकर नशे की हालत में धीरे धीरे नारियल के पेड़ की पीछे ले कर गये. वहा अमन ने निचे बहुत बड़ी चटाई बीघा दी थी ऒर उसपर मोटी चादर ऒर बाजू में कुछ टॉवल ऒर मसाज का तेल रखा था. 
मैं उसपर लेट गयी. अमन मेरे पैरों पर तेल लगाकर मालिश करने लगा. मेरे तलवों पर तेल लगाकर अपने बड़े खुरदूरे हाथ से रगड़ने लगा. 
अमन: सर मैडम की टॉप पर तेल लग जायेगा. क्या इसको निकाल ले. 
अनीश: हाँ, निकाल लो. नयी है ख़राब हो जाएगी. 
अमन ने  मेरा टॉप निकाल लिया ऒर मेरे मम्मों पर टॉवल रख कर ढक दिया.
अनीश: अमन तुम्हारे कपड़ो पर भी तेल लग जायेगा..तुम भी निकाल लो.
अमन : जी सर (अमन ने अपना शर्ट निकाल दिया..उसका गठीला बदन था..ऒर बॉलों वाला शरीर था, उसने पैंट निकाल दी. अब वो  सिर्फ उसकी टाइट ब्रीफ्स में था. भरी मासलदार जांघों में उसके लण्ड का उभार बहुत बड़ा था. 
अनीश: अमन  तेरी बॉडी तो मस्त है.. रोज जिम में जाता है?
अमन: हाँ सर, होटल की जिम है. मेरी शिफ्ट ख़तम होने के बाद रोज २ घंटे कसरत करता हूँ.
अमन ने मेरा एक पैर उठाकर अपनी गोदी में ले लिए ऒर दोनों हातों से तेल लगाकर मसाज करने लगा.  जब भी वह अपने हाथ मेरे घटने से निचे रगड़ता, मेरा पैर उसकी ब्रीफ्स के ऊपर उसके लण्ड को छू जाता. उसके लण्ड के उभार के  स्पर्श  से मेरे शरीर में करंट दौड़ जाता. अमन ने अब मेरे दूसरा पैर उठा लिया ऒर तेल लगाने लगा.
अनीश: मैडम अब कैसे लग रहा हैं..(मेरा पैर उसके ब्रीफ्स को छू रहा था)
मैं: आह..!  बहुत मस्त लग रहा अमन... आपके हातों में जादू है. (अमन खुश हो गया ..जोर से मेरा पैर निचे की ऒर खिंचा ऒर मेरा पैर उसके गरम, कड़क लण्ड को दबा दिया, मैंने देखा की उसका लण्ड अब ब्रीफ्स में कड़क हो गया था. इधर अनीश का लण्ड भी उसकी ब्रीफ्स में उछल रहा था..बड़ा उभार बन गया था)
फिर अमन उठकर मेरे सर के पास बैठ गया ऒर मेरे कंधो - ऒर गले पर तेल डाल कर मसाज करने लगा. गले से उसका हात फिसल कर कभी- कभी मेरे मम्मों को छू जाता. मेरी चूचियां अब उसके हातों के स्पर्श से कड़क हो गयी थी. अब वह मेरे पेट पर बहुत सारा तेल डाल दिया ऒर मसाज करने लगा. उसके कारन उसको मुझ पर झुकना पड़ता ऒर उसकी ब्रीफ्स मेरे चहरे के ऊपर आ जाती. उसकी ब्रीफ्स से मुझे उसके लण्ड ऒर पेशाब की बदबू आ रही थी. एक दो बार उसकी ब्रीफ्स का उभार मेरे ओंठों ऒर चहरे पर फिसल गया. 
अनीश सब आंखें फाड़ कर देख रहा था. उसको मजा आ रहा था. वह अपनी शॉर्ट्स के ऊपर से अपना लण्ड सहला रहा था.
आमना: मैडम अब ठीक लग रहा हैं ? 
मैं: हाँ अब ठीक लग रहा हैं.
अनीश: ठीक हैं मैडम अब आप पलट कर सो जाओ. सर..आप की फेनी बची हैं..क्या आप उसको ख़तम करना चाहेंगे. 
मैं पलटकर सो गयी. अमन फिर से मेरे पैरों के पास आ गया. अमन अब मेरे जांघों पर तेल लगा रहा था. अनीश फेनी पिने अपने टेबल पर चला गया. 
अमन: मैडम आपकी स्कर्ट पर तेल लग जायेगा, इसको उतर देता हूँ.
मेरे जवाब की प्रतीक्षा किये बिना, अमन ने मेरा स्कर्ट पकड़ लिया ऒर उसके सात मेरी पैंटी भी निचे खींच ली. मैंने भी गांड ऊपर कर के उसको मेरी पैंटी ऒर स्कर्ट निकालने को आसानी कर दी. अमन ने मेरी गांड पर छोटा सा नैपकिन रख कर ढक दी. अब मैं बिलकुल नंगी सोई थी. अमन मेरी गांड पर तेल डाल कर मेरे नितम्ब दबा रहा था. अमन के मर्दाने हात मेरे शरीर को अजीब सुख दे रहे थे. मैं अब बहुत गरम हो गयी थी. मैं कमजोर पड़ रही थी. उस स्थिति में अमन मेरे सात कुछ भी करता तो मैं मना नहीं करती. मेरी पीठ को भी अमन ने अच्छी से तेल से रगड़ा ..ऒर फिर से मुझे सीधे सोने को कहा.
अब जब में सीधे सो गयी तो मेरी बूब्स ऒर गांड का नेपकिन साइड में गिर गया. इस बार अमन ने उसे ढका नहीं. मैं उसके सामने पूरी नंगी सोई थी. मैं घूर-घूर कर उसके नंगे बदन को देखती ऒर उसकी ब्रीफ्स को. उसकी ब्रीफ्स..कुछ गीली हो गयी थी - precum  के कारन. अब अमन मेरे मम्मे के आजु बाजू मसाज करने लगा. वह मेरे पेट से लेकर जांघों तक अपने हात लेकर जाता. पर उसने  अभी तक ना मेरे निप्पल्स को छुआ था, ना मेरी चुत को. मेरी चुत बहुत गरम हो गयी थी. गीली हो गयी थी.
तभी अनीश वहा पर अपना गिलास लेकर आ गया ऒर मेरे बाजू में बैठ गया.
अनीश: अरे वाह ! अमन तू तो मस्त मसाज दे रहा है. संध्या तेल में चमक रही हैं. बहुत खूबसूरत लग रही हैं. क्या कहते हो अमन?
अमन: हाँ सर , मैडम बहुत खूबसूरत है.. आप बहुत लकी हो. (अमन अब मेरे जांघों के बिच हात फेर रहा था)
अनीश: हाँ..अच्छी से मसाज करो वहा अमन..देखो..संध्या की चुत कैसे पाणी टपका रही हैं.
अमन: जी सर..इतनी खूबसूरत चुत मैंने पहली बार देखी. ऐसी चुत तो यह जो बीच पर विदेशी महिलाये हैं , उनकी भी नहीं होती. मैंने बहुत सारी विदेशी  औरतों को मसाज किया ऒर उनकी चुत बहुत पास से देखी हैं, मैडम की चुत बहुत सुन्दर ऒर फुल्ली हुई हैं.
ऒर वह फिर से मेरे जांघों के बिच तेल डाल कर मसाज करने लगा. पर अभी भी उसने मेरी चुत को छुआ नहीं था. मुझे बड़ी शर्म आ रही थी. अपने पति अनीश के सामने में  किसी पराये मर्द के सामने पूरी नंगी थी. ऒर वह मेरे शरीर , मेरे आंग को छू रहा था, रगड़ रहा था, मसल रहा था. मैं बहुत उत्तेजित हो गयी थी. अनीश को कभी नशा हो गया था. वह आंखे फाडफाडकर अमन को मुझे रगड़ता देख रहा था. मैंने अनीश का हात अपने हात में पकड़ लिया. अनीश ने मुझे देखा..बोले - कुछ सोचो मत, सिर्फ आनंद लो. 
अनीश: अमन यह बात अच्छी नहीं. संध्या पूरी नंगी हैं ऒर हम लोग नहीं.हम सब को नंगा हो जाना चाहिए. 
ऐसे बोल कर अनीश ने अपनी शॉर्ट्स निकाल दी. शार्ट निकालते जी उसका लण्ड फनफनाकर आसमान को देखने लगा..पूरा १८० डिग्री तन कर खड़ा था. अमन ने भी अपनी ब्रीफ्स निकाल दी. उसका कटा हुआ काला लण्ड - नाग की तरह फुफकार रहा था. उसका लण्ड उसके घुटने तक आ रहा था १०-११ इंच का बड़ा जहरीला अजगर लग रहा था.
अनीश: अमन तेरा लण्ड तो बहुत बड़ा ऒर  मोटा है.. संध्या तुम भी देखो..हात लगा कर .
मैंने बेशरम होकर अमन का लण्ड पकड़ लिया..उसका लण्ड मेरे एक हात में नहीं समां रहा था. उसकी लण्ड के टोपे से precum की शहद जैसे चिपचिपी  बुँदे जमा हो गयी थी. अमन अभी भी मेरे जांघों के बीच, मेरी चुत के आजु बाजू तेल लगाकर मसाज कर रहा था. मैंने मेरे दोनों पैर उठाकर अपनी छाती से लगा दिये. इस के कारन मेरी चुत ऊपर खुलकर आ गयी. अनीश ने मेरी चुत पर हात  रखकर सहलाने लगा. अमन ने वैसे उसका हात निकाल दिया. 
अमन: रुको सर..थोड़ा देर..
मैं सिसक रही थी..तड़प रही थी..नशा हो रहा था -- फेनी का ऒर चुदने का ..
मैं: आह..उफ़....अब डाल दो
अमन: कैसे लग रहा मैडम...
मैं: बहुत मस्त..आह....अब अंदर डाल दो..प्लीज..
अमन: क्या  डालना हैं मैडम ? अंदर मतलब कहा ..?
मैं: चोद दो मुझे...डाल दो अंदर..
अमन: अंदर मतलब बताओ मैडम.. क्या है?
मैं: मेरी चुत..उसमे डाल दो..आह..उह..
अमन अभी भी मेरी चुत के आजु बाजू तेल से रगड़ रहा था..मेरी चुत गीली हो रही थी. मैं पागलों जैसे छटपटा रही थी.
अमन: क्या  डालना है मैडम आपकी चुत में.. ठीक से बता दो..
मैं: लण्ड डाल दो..जल्दी से..मेरी चुत में आग लग गयी हैं..
अमन: किसका  लण्ड. डालना है मैडम ,,..साहब का ..या मेरा...
मैं: तेरा डाल से..मेरी चुत की मसाज तेरे लण्ड से कर दे..
मैंने ऐसा कहते ही अमन ने अपना  लण्ड मेरी चुत पर रख कर धक्का मार दिया...उसका आधा कटा हुआ लण्ड मेरी चुत में चला गया.
मैं: आह...उफ़...अनीश...
अनीश सिर्फ फटी आँखों से देख रहा था. उसको अपेक्षित नहीं था की उसका खेल यह रंग लाएगा. वह अपने लण्ड को पकड़कर हिला रहा था.
अनीश: अमन चोद दे इसकी चुत..इस रंडी की चुदाई कर दे अच्छी से...
अनीश के मुँह से यह सुन कर मैं हैरान हो गयी. मुझे अंदाजा था की अनीश को मेरा  नंगे शरीर का प्रदर्शन कर के अच्छा लगता है..पर उसको ऐसे मुझे पराये मर्द से चुदता देख आनंद आएगा यह मुझे अपेक्षित नहीं था. अमन का कटा हुआ लण्ड मेरे चुत की अंदर की दिवार छू रहा था...ऒर रगड़ रहा था..मैं इस सब घटना से इतनी जोश में  आ गयी..मैं  अमन के लण्ड पर  अपनी चुत का पाणी छोड़ने लगी. मैं कांप गयी..वैसे अमन ने मुझे झुक कर .मेरे ओंठों को चूसना शुरू किया.. मैं आह..उफ़..कर के ३-४ मिनट तक उसके लण्ड पर झड़ती रही..ऒर उसका लण्ड अब मेरे चुत के पाणी से पूरा गिला ऒर चिकना हो गया  था. अमन अब फिर से उठा, मेरे पैर ऊपर अपने कन्धों पर ले लिए ऒर धीरे धीरे अपना लण्ड पूरा अंदर  घुसाकर आगे पीछे चोदने लगा. मेरी चुत की चिकनाहट से उसका पूरा ११ इंच का लण्ड मेरी चुत में घुस रहा था. 

अमन: कैसे लग रहा मैडम.. कैसा हैं मेरा लण्ड..
मैं: आह अमन..तुम्हारा लण्ड तो बड़ा अजगर हैं..मेरी चुत खा लेगा..
अमन: वाह रानी...  तेरी चुत भी बहुत मस्त  गरम ऒर कसी हुई हैं. अनीश, मेरा इतना बड़ा ऒर मोटा लण्ड बहुत कम औरतें पूरा चुत के अंदर तक लेती है.. पर तेरी बीवी तो मेरा पूरा लण्ड आसानी से निगल गयी. लगता हैं इसकी चुत बहुत भुकी हैं ऒर इसने बड़े बड़े लण्ड खाये है.
अनीश: हाँ अमन इसकी चुत बहुत भुकी है. पर शादी की पहली रात यह कुंवारी थी. इसकी सील मैंने  तोड़ी थी. बहुत खून बहा था. 
अमन चुत का खिलाडी था. उसने मेरी चुत को देखकर पहचान लिया था की..लम्बी रेस की घोड़ी है ऒर बहुत सारे लण्ड का स्वाद चख चुकी हैं. 
आमना: बता भुकी चुत.. किसके लण्ड से ज्यादा मजा आता है..मेरे या तेरे पति के.. 
(अमन  मुझे प्यार से चोद रहा था..उसका लण्ड मेरी चुत के अंदर तक जा रहा था)
मैं: आह अमन तेरा लण्ड..अंदर तक जाता है,,
अमन: तेरे पति का लण्ड तो बहुत छोटा है .. बच्चे की तरह.. इतना लण्ड तो मेरा १० साल की उम्र में था..
मैं: हाँ एकदम छोटा सा बच्चे का लण्ड है..
अमन: बोल किसका लण्ड चाहीये तुझे.. मेरा या अनीश का
(अमन की भाषा अब बदल गयी थी..वो मुझे पहले ही रांड बोल चूका था. अब अनीश भी साहब से सिर्फ अनीश बन गया था. वह हम दोनों पर हावी हो रहा था. उसका प्रभुत्व दिखा रहा था. वह अब लम्बे लम्बे स्ट्रोक लगा कर मेरी चुत की कुटाई कर रहा था. मेरी चुत उसकी कुटाई से पीस रही थी..गीली हो रही थी. पाणी का झरना बहा रही थी )
मैं: तेरा लण्ड अमन..मुझे तेरा लण्ड चाहिए.
अमन: देख अनीश..तेरी बीवी मेरी रांड बन गयी..क्या करू..तू चोदेगा या मैं चोदू.?
अनीश: तू चोद दे उसको..इसकी चुत की आग शांत कर दे..मेरे ६ इंच की नुन्नी से इसकी प्यास नहीं बुझने वाली. तेरा ११ इंच के गधे जैसे लण्ड से इसको चोद दे. 
अमन: हाँ पर अगर मैं इसको चोदूँगा तो मेरा माल भी इसकी चुत के अंदर डाल दूंगा. क्या  तुझे मुल्ले के कटे हुए लण्ड का पाणी तेरी संस्कारी बीवी की चुत में डालना पसंद आएगा.
अनीश: हां अमन..डाल दो ..तेरे कटे लण्ड का पाणी इसकी गरम चुत में डाल दे.. 
अमन अब जोर जोर से मेरी चुत को चोद रहा था..उसकी बड़ी बड़ी लटकी हुई गोटिया..मेरी गांड पर..थप..थप..थप..की आवाज कर रही थी. मैंने अनीश को मेरे तरफ खींच लिया..ऒर उसका लण्ड अपने मुँह में  ले लिया .. उसका लण्ड पूरा गले तक चूसने में मजा आता था..छोटा था पर मोटा लोल्लिपोप था. मैं उसकी गोटियां भी चाटने लगी.
अमन: आह..क्या मस्त चुत है..कसी हुई..गरम.. मेरा पाणी निकाल जायेगा. अनीश इसकी चुत में पाणी गिरा दू.?
अनीश; हाँ डाल दे अमन..इसकी चुत तेरे पाणी से गिला कर दे..
अमन: हाँ पर इसकी चुत साफ़ भी तू ही करेगा..चाट कर. तुझे इसकी चुत में से मेरा माल चाटकर साफ़ करना पड़ेगा.
अनीश: हाँ मैं मेरी बीवी की चुत चाट कर साफ कर दूंगा अमन..डाल दे अब इसकी चुत में  अपना पाणी. इसकी चुत की प्यास बुझा दे..
मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ.. अनीश सब करने को राजी हो गया था. अमन एक प्रौढ़ परिपक्व ऒर अनुभवी आदमी था. उसने अनीश की मानसिकता ऒर उसकी कमजोरी आसानी से पकड़ ली थी. ऒर मेरी भी. 
अमन अब जोर जोर से मुझे चोदने लगा..मैं गरम होकर तड़प रही थी..मैंने कसकर अपने पैरों मैं अमन की गांड जकड ली...ऒर फिर से उसके लण्ड पर झड़ने लगी..अमन भी आह..ले रांड..ले मेरे लण्ड का रस..
तभी अनीश भी..उह...हाँ पीला दे इसको..मुल्ले कटे लण्ड का रस..इसकी चुत भीगा  दे..ऒर अनीश मेरे मुँह में झड़ने लगा..

मेरी चुत से बहुत सारा पाणी का झरना बहा ऒर अमन के  लण्ड को भिगाकर पूरा गिला कर दिया..अमन..ने १०-१५ झटके लगा लगा कर मेरे चुत के अंदर उसके पाणी का  फंवारा उड़ाया. उसका गरम गाढ़ा पाणी मेरे चुत के अंदर तक चला गया.. उसकी गर्माहट मुझे मेरी चुत के अंदर महसूस हुई. अनीश ने भी उसका सारा माल मेरे मुँह में डाल दिया था. मैं बड़े प्यार से उसके लण्ड को चूस रही थी ऒर उसका गाढ़ा वीर्य पी रही थी. अमन वैसे ही कुछ देर तक मेरे ऊपर पड़ा रहा.. फिर उसने धीरे से अपना लण्ड बहार निकाल लिया..मेरी चुत से उसका पाणी निचे बहने लगा..तभी अनीश वहा आ गया ऒर मेरी चुत चाटने लगा. मेरी चुत को चाट चाट कर वह सारा पाणी..मेरी चुत ऒर अमन के लण्ड से निकला हुआ -  चाट कर साफ कर दिया. उसने मेरे चुत के अंदर भी जीभ डाल कर उस मुल्ले का सारा पाणी पी लिया. अनीश बहुत खुश लग रहा था.

अमन ने गीले टॉवल से मेरा सारा शरीर पोंछ डाला. अमन एक प्रोफेशनल मसाजर था. उसको कहा कैसे बोलना ऒर व्यवहार करना यह ठीक से  पता था. 
अमन: सर खुश हो ना .. कोई गलती तो नहीं. अगर कोई गलतु हुई होगी तो माफ़ कर देना.मेरा काम बस आप लोगों की सेवा करना है. 
अनीश: अमन बहुत मजा आया.. कोई गलती नहीं हुई. सब एकदम ठीक हुआ. 
अमन: सर अब सूरज ढलने वाला हैं..आप सनसेट का नजारा देख सकते या बीच पर फिर से एन्जॉय कर सकते हैं. 
अनीश: हम बीच पर चले जायेंगे फिर से. संध्या अब तू सिर्फ स्कर्ट पहन लो..पैंटी मत पहनो. अमन तुम संध्या की पैंटी ले कर जाओ ..रूम में  रख देना.
अमन खुश हो गया. उसने मेरी पैंटी ख़ुशी से ले ली. 
हम धीरे धीरे बीच पर चले गए. सनसेट देखने काफी लोग आ गए थे. सब फिरंगी थे.. ऒर लगभग नंगे या नहीं के बराबर कपडे थे. अनीश मुझे पाणी के अंदर..ले गए. अभी भी हम थोड़ा  नशे में थे.. उसने मुझे अपनी बाँहों में ले लिए ऒर प्यार करने लगा. पाणी में  मेरी स्कर्ट ऒर टॉप मेरे  अंगों से चिपक गयी. मेरे गीले कपड़ो में मेरा नंगा शरीर पूरा दिख रहा था. 
अनीश: संध्या ..तुम खुश हो ना. तुझे बुरा नहीं लगा ना.
मैं: अनीश आप मेरे पति हो. आप बोलो..क्या आप खुश हो
अनीश: हाँ  संध्या. मैं बहुत खुश हूँ. तुम्हे ऐसे लोगों के सामने नंगा दिखाने मैं मुझे बहुत ख़ुशी मिलती है.. तुम इतनी सुन्दर हो. मुझे बहुत गर्व होता है जब कोई दूसरा मर्द तुम्हे लालची नजर से देखता है, या चोदता हैं.
मैं: मुझे यह ठीक नहीं लगता अनीश. पर तुम मेरे पति हो..मैं तुम्हारा पूरा साथ दूंगी.

अनीश ने मेरी स्कर्ट के अंदर हात डाल कर  मेरे चुत के अंदर एक ऊँगली डाल दी. मैं भी उसका लण्ड सहलाने लगी. अनीश का लण्ड अब फिर से तन कर खड़ा हो गया था. तभी हमने देखा..हमारे पास एक बहुत ही सुन्दर ऒर जवान फिरंगी जोड़ा था. वह एक दूसरे को चुम रहे थे. औरत उस आदमी की गर्दन पर लटक रही थी. अपने दोनों पैरों से उस आदमी की कमर को जकड कर बैठी थी ऒर समुद्र के पाणी में उसके लण्ड पर बैठ कर उछल रही थी. यह देखकर हम ऒर गरम हो गए. उनको देखकर हम भी एक दूर को चूमने लगे ऒर अनीश ने मेरा पूरा स्कर्ट ऊपर कर दी ...पाणी के लहरों में मेरी स्कर्ट ऊपर हो जाती ऒर मेरी खुली गांड ऒर चुत दिख रही थी. मैंने भी अनीश की शॉर्ट्स नीच कर दी ऒर उसके लण्ड को सहलाने लगी.

तभी पाणी के लहरों की बहाव से वो जोड़ा हमारे पास आ गया . उनकी उम्र कुछ २०-२१ लग रही थी. दोनों के बाल सुनहरे थे. बहुत सुन्दर कसा हुआ शरीर था. ग्रीक बूत की तरह  तराशा संगमरमर का बदन, गहरी नीली-हरी ऑंखें..जैसे स्वर्ग से कोई सुन्दर गन्धर्व ऒर अप्सरा आये हो. उन्होंने मुस्कराकर हमें - हाई  किया. हमने भी गर्मजोशी से जवाब दिया.
आदमी: (इंग्लिश मैं) - सनसेट का नजारा बहुत सुन्दर है. आप दोनों बहुत सुन्दर लग रहे हो.
अनीश: हाँ  सच मैं बहुत सुन्दर है. आप दोनों भी सुन्दर हो. कहा से हो.
अब वह दोनों हमारे बहुत पास आ गए. वह औरत वैसे ही उस आदमी पर लटक कर उसके लण्ड पर बैठी थी समुद्र की लहरों के साथ वो उसके लण्ड पर ऊपर निचे उछलती.
आदमी ने आगे हाथ बढ़ाया : मेरा  नाम बेन हैं ऒर यह मेरी गर्लफ्रेंड सारा हैं. हम दोनों इसराइल से हैं.
अनीश: मेरा नाम अनीश है, यह मेरी पत्नी संध्या हैं. हम बंगलोर से हैं. क्या आप इसी होटल में  रुके हैं.
बेन: हाँ हम इसी  होटल  में हैं. हमारा १५ लोगों का ग्रुप हैं. 
तभी एक तेज लहर आयी.. ऒर बेन ने ऊपर उछल कर..सारा की चुत में  फिर से अंदर तक अपन लण्ड घुसा दिया.. उसका लण्ड सारा की चुत मैं था, इसलिए लम्बाई पता नहीं चल रही थी पर..बहुत मोटा लग रहा था.
यह देख कर अनीश भी जोश में  आ गया..उसने भी मुझे कन्धों तक उठा दिया ऒर मेरे दोनों पैर कमर पर ले लिए ऒर मेरी चुत में अपना लण्ड घुसा दिया.
यह देखकर बेन ऒर सारा भी बहुत खुश हो गए : उसने अंगूठा दिखा कर - चियर्स ! किया 
अब समुद्र के पाणी के तेज लहरों में  बेन ऒर अनीश दोनों उछल उछल कर आसानी से चुदाई कर रहे थे. बेन ने मुझे देखा. उसकी हरी आँखों में मैं खो गयी. वो चोद सारा को रहा था पर आँखें मुझसे लड़ा रहा था. मैं भी अनीश के लण्ड पर उछल उछल कर चुद रही थी, पर बेन की आँखों से खुद को चुदवा रही थी. उसी मदहोशी में मैं अनीश के लण्ड पर झड़ने लगी..आह..ओह्ह.......ओह अनीश..
उधर सारा भी बेन के लण्ड पर झड़ने लगी..ऒर बेन भी कराहने लगा : ..आह..येह.. फक यू बेबी .. फक योर इंडियन पुस्सी..उसकी चुत में  झड़ गया.
सारा तो इस्राइली थी. फिर बेन ने उसको ..फक योर इंडियन पुस्सी .. क्यों कहा..वह यह सब मेरी तरफ देख कर बोल रहा था. क्या उसको मेरी चुत लेनी थी.?
बना: मजा आ गया अनीश. आप दोनों बहुत सेक्सी ऒर सुन्दर कपल हो.
अनीश: थैंक यू बेन. आप दोनों भी बहुत मस्त हो. तुम दोनों से मिलकर बहुत ख़ुशी हुई. 
बेन: हमारा ग्रुप रात को यहाँ पार्टी करने वाले है. क्या आप आयेंगे?
अनीश: अगर आप को कोई दिक्कत नहीं तो जरूर आयेंगे. ऐसे भी हम दोनों अकेले हैं.
बेन खुश हुआ...ओके अनीश एंड संध्या..आपको पार्टी  में  मिलते है. ऒर हाँ पार्टी ड्रेस कोड सिर्फ स्विमिंग ड्रेस हैं आप दोनों ठीक रात को ९ बजे आ जाना. उन नारियल के पेड़ के पास.
नारियल  के पेड़ के जिक्र से मैं शर्मा गयी. मुझे अमन की चुदाई याद आ आयी. 

हम धीरे धीरे पाणी से बहार आने लगे. बेन की शॉर्ट्स अभी भी निचे घुटने तक थी. उसका पूरा लण्ड दिख गया. सुकड़ कर भी वो अच्छा ६-7 इंच का  खूबसूरत मोटा गोरा गुलाबी  लण्ड था. उसका लण्ड भी अमन की तरह कटा हुआ था. मुझे देखकर बेन ने आँख मारी ऒर अपनी  शॉर्ट्स धीरे से ऊपर कर दी. मैं शर्मा कर मुस्करा दी. 
[+] 2 users Like luvnaked12's post
Like Reply
Bhai english fornt me likho na. Jaise 1st episod me likhe the. Hindi parne nehi aati
Like Reply
Fantastic story nice update.next update ki pratiksha rahegi bro.
Like Reply
Brilliant....
Erotic.....
Like Reply
[Image: IMG-20190425-130730.jpg]
Like Reply
New update kab milega
Like Reply
[Image: FB-IMG-1548983901244.jpg]
Like Reply
Waiting for update...
[+] 1 user Likes abcturbine's post
Like Reply
Sale update kab Karega likhni nahin aati to likhate kyon
[+] 1 user Likes Playboy111's post
Like Reply
bhai, superb story hai..
maza aa gaya.. pls update soon...
[+] 1 user Likes longindian_axe's post
Like Reply
(01-12-2022, 09:44 AM)longindian_axe Wrote: bhai, superb story hai..
maza aa gaya.. pls update soon...
Sorry firnds..was buys..shall update soon by next week..
[+] 1 user Likes luvnaked12's post
Like Reply
(30-09-2022, 11:12 PM)luvnaked12 Wrote: Story Update 2:

अंकल के गोदी मैं बैठकर उनकी मुँह से चॉक्लेट खाकार मैं होश गवा बैठी थी।  पहेली बार किसी मर्द के होठ मेरे होटों से टकराये थे।  उनकी जीभ मेरे मुँह मैं जाकर सैर कर रही थी।  मैं पिघल रही थी।।  विवेक अंकल के बदन की मर्दानी खुशबू मुझे अच्छी लग  रही थी।   उन्होंने मेरे ओठों को चूसना जारी रखा, मैं भी उनकी जीब को चूसती रही और उनके जीभ पर रखी चॉक्लेट चाटती। उन्होंने मेरी गाउन निकल दी थी और मैं एकदम नंगी उनके गोदी मैं बैठी थी।  उनके हलके हाट मेरी चूचियों को दबा रहे थे।  मैं बहुत गरम हो गयी और मुझे AC मैं भी पसीना आ रहा था।  तभी किस करते हुए उनका दूसरा हाथ उन्होंने मेरी फुद्दी पर रख दिए।  मेरी फुद्दी बहुत फुल्ली हुई , गुलाबी और काले बालों  वाली थी।  विवेक अंकल मेरी फुद्दी के बालों से खेलने लगे और  हाथ फेरने लगे।  उन्हों ने पूछा कैसे लग रहा गुड़िया, मैं घर जाऊ ? मैंने कहा अंकल बहुत अच्छा लग रहा है , अभी तो आये अभी जा रहे।  प्लीज रुकिए , उन्होंने कहा अच्छा लग रहा तो और भी तुम्हे कुछ सीखा दू , किस करना तो आज मैंने तुझे सीखा दिया , अगर सीखने की इच्छा हैं तो हिचक मत राणी।  मैं एक मिनट मैं गुड़िया से राणी बन गयी उनकी।  मुझे बहुत अच्छा लगा।  मैंने जवाब मैं फिर से उनको किस करना  शुरू कर दिया और इसबार मैं उनके ओंठों को चूस रही थी , मैंने हलके से उनके ओंठ काट लिए , जिस पर वह एकदम सिसक गए और गरम हो गए।  ऐसी बात हैं, तू तो सीखने के लिए तड़प रही हैं, रुक २ मिनट ।  फिर उन्होंने मुझे अपनी गोदी से उठाया और अपना टी शर्ट निकल दिए , उफ़ क्या बॉडी थी, गोरी कसरत वाली और बालों वाली , मुझे ऐसे बालों वाले , नेचुरल आदमी बहुत पसंद है।  फिर उन्होंने दूसरे झटके मैं अपनी बरमूडा शॉर्ट्स निकल दी , वह नंगे हो गए।  है राम।।।।  यह क्या , मैं पहेली बार किसी मर्द को नंगा देख रही थी।  उनके गोरे  बदन पर उनका काला लंड  , साप की तरह लटक रहा था।।  इतना मोटा और बड़ा लंड  मैंने कभी नहीं देखा था , बाद मैं उन्होंने बताया था की उनका लंड  ८ इंच है।  मैं शर्मा रही थी पर नजरें उनके नंगे बदन पर थी।  विवेक अंकल फिर सोफा पर बैठ गए और मुझे उनकी गोदी मैं बिठा लिए ओर वह मेरे बूब्स चाटने लगे और निप्पल्स चूसने लगे।  मुझे उनका लोहे जैसे कड़क लुंड अपनी गांड पर फील हुआ।  उनका दूसरा हात मेरे फुद्दी के दाने से खेल रहा था।  उन्होंने एक ऊँगली डाली, मुझे दार्द हुआ।  विवेक अंकल ने कहा, कुंवारी हो क्या, कभी सेक्स नहीं किया ?, मैंने ना मैं जवाब दिया।  उन्होंने कहा डरो मत मैं साब सीखा दूंगा।  फिर वह धीरे धीरे मेरे नाभि को चाटने लगे , और मैं  उन्हें कुछ भी मना  नहीं कर पा रही थी , मैंने बेशरम हो कर सब लाज लज्जा छोड़ दी और उनके बदन पर, उनकी छाती पर किस कर रही थी।  फिर उन्होंने मुझे सोफे पर लिटा दिए और मेरे पैर ऊपर अपनी छाती पर लेने को कहा जिस से उनको मेरी फुद्दी साफ़ पूरी दिखाई दी।  वाह राणी तुम्हारी फुद्दी कितनी सुन्दर हैं , ऐसी फुद्दी मैंने आज तक नहीं देखि और वह भी सील पैक है।  उन्होंने धीरे से अपना  मुँह मेरी फुद्दी पर लगा दिया  और जीभ से मेरे दाने को चाटने लगे।  मेरे अंदर  तूफ़ान भर  गया , मैं उनका सर मेरी चुत पर रगड़ने लगी।  विवेक अंकल बहुत प्यार से धीरे धीरे मेरी चुत चाट रहे थे और अपनी जीभ अंदर दाल रहे थे, मेरी चुत बहुत गिल्ली हो गयी थी और पानी का झरना बहा रहा था।  वाह रानी इतना पानी तो बहुत कम चुत से बहता है , तुम तो बड़ी नेचुरल सेक्स की देवी निकली।  मुझे यह सब सुनने मैं अच्छा लग रहा था और विवेक अंकल पर और भी ज्यादा प्यार आ रहा था   तभी मेरे अंदर की हवा ने  तूफ़ान का रूप ले लिया और मैंने  उनका सर दबाते हुए जोर से उनके मुँह मैं पानी छोड़ दिया । वह बहुत देर तक प्यार से मेरी चुत  चाटते रहे और देखते रहे।  तेरी कुंवारी चुत गजब की हैं राणी, इसका उद्घाटन तो मैं ही इस सील को काट कर करूँगा।  मैंने शर्मा के कहा की मैंने कब मना किया अंकल, मै आपको आज कोई  चीज के लिए मना  नहीं करुँगी। मुझे पता नहीं क्या हो गया था , सब सेल्फ रेस्पेक्ट खो दिया और बेशरम हो गयी थी।  विवेक अंकल खुश हुए और प्यार से मुझे चूमा और मेरी चुत को फिर से चूमा और  फिर उठकर किचन से पानी लेकर आये और मुझे पिलाये।  अब कैसा लग रहा रानी, मैंने कहा बहुत अच्छा अंकल, ऐसे कभी पहले फील नहीं हुआ। वोह बोले अभी तो यह शुरवात है।   मैंने देखा उनका काला मोटा लंड  ाअब पूरा १८० deg  खड़ा हैं और उसपर शहद जैसे बून्द बहार आ रहे।  मैंने पूछा अंकल यह क्या हैं।  उन्होंने कहा रानी यहतो मर्द का शहद हैं, तुम्हे तो चखना चाइये इसको।  मैंने शर्मा के  कहा आप कुछ भी कह रहे हो।  उन्होंने कहा एकबार कोशिश  करो, नहीं पसंद आया तो मत स्वाद लो।  मैं अंकल को नाराज नहींकरना चाहती थी और शायद अल्कोहल चॉक्लेट की वजह से मैं कुछ खुल गयी थी।  मैंने उनका कड़क मोटा गरम लंड  हाथ मैं लिया और शहद का बूंद चाट लिया।  थोड़ा खट्टा , नमकीन अच्छा स्वाद आया, मैं फिर से चाटा , तो एक बूँद वापस आ गयी। विवेक अंकल बोले रानी ऐसी हे चाटों और इसको लोल्लिपोप की तरह चुसोगी तो और भी शहद मिलेगा।  मैंने विवेक अंकल का लोल्लिपोप मुँह मैं ले लिया, मुझे उनके शहद का taste बहुत पसंद आ गया।  फिर अंकल ने कहा पूरा मुँह खोल के, बिना दांत लगाए जितना अंदार मुँह मैं लोगी उतना शहद ज्यादा आएगा, और मैं भी कोशिश करने लगी , पर उनके लंड का आधा हिस्सा भी मैं मुँह मैं नहीं ले पायी ।  उनके काला मोटा लंड फुफकार कर नाच रहा था और बहुत जहरीला शहद बहा रहा था जिससे मुझे और भी नशा हो रहा था ।  एक एक बूँद पीकर मैं पागल हो रही थी , उनके लंड को देख कर , उसके  स्वाद से , उनकी मर्दानी खुशबू से । अंकल अपना सर ऊपर कर के आहें भर रहे थे ।  वाह राणी तूने तो मेरे लंड को चूसकर स्वर्ग दिया , काश तू पहले मिल जाती, तेरी आंटी तो इसको छूती भी नहीं।  यहाँ सुनकर मैं ओर भी प्यार से उनके लंड को चूसने लगी, उनके बालों वाले टट्टे से खेलने लगी , उनके टट्टे बड़े सफरचंद के साइज के थे ।  उन्होंने कहा राणी मेरा पाणी बहार आएगा , तुम पूरा पाणी पी लोगी जैसे मैंने तुम्हारा पाणी पिया था।  मैं  मना नहीं कर पायींओर हा कर दिया।।  उन्होंने अपने एक हात से  मेरा सर पकड़ लिया और दूसरे हात से मेरे बूब्स दबाने लगे और अपना लंड मेरे मुँह मैं जोर से पेलते रहे।  अब उनका तीन  चौथाई लंड  मेरे मुँह मैं जा रहा था और एक बड़ी से आह भर कर उन्होंने मेरे मुँह से लंड बहार निकला और उनके लंड का सारा पाणी मेरी जीभ और मुँह पर डाल दिए , मैं भी चॉक्लेट जैसे उसको निगल गयी।  अजीब स्वाद और खुशबू थी, पर उतना बुरा भी नहीं था , और विवेक अंकल का रिस्पांस देखकर मैं ख़ुश हो गयी और उनके लंड से उनका सब पानी चाटने लगी और पी गयी ।  उन्होंने मुझे उठाया और बिस्तर पर लिटा दिया  और अपनी बाँहों मैं सुला दिया, मुझे बहुत अच्छा लग रहा था, उनकी बदन की खुशबू, गर्माहट , उनके लंड , सब बहुत अच्छा लग रहा था , मैं उनको किसी चीज के लिए मना नहीं कर पायी थी।  वह मुझे हर जगह किस और पप्पी ले रहे थे और बात कर रहे थे।  उन्होंने कहा रानी तू तो एकदम खुले दिमाग की निकली , बहुत सारी औरतें लमर्दों का लंड का पाणी पीना छोडो , उनके लंड को चूसती भी नहीं हैं, पर तुम सब एन्जॉय  करती हो और यही खुला ऐटिटूड सेक्स के बारे मैं आगे रखना , तुम बहुत खुश रहेगी ।  उनकी यह बात सच साबित हुई और मैं आज कह सकती हूँ की मैं सेक्स के मामले मैं सच मैं बहुत खुशनसीब  निकली।   उन्होंने मुझे पूछा की तुमको शहद ( precum ) का स्वाद पसंद आया, और sperms का भी ? मैंने कहा की मुझे अच्छा लगा और जब आप खुश हो रहे थे तब और भी अच्छा लग रहा था।    विवेक अंकल बहुत खुश हुए, सोते सोते उन्होंने मुझे फिर से किस के प्रकार - द्देप किसिंग, फ्रेंच , लंड को कैसे चूसना , ६९ , मर्द की निप्पल्स कैसे चूसना , सब सिखाया।  अब उनको मुझे चोदना था।  उनका औजार अब फिर से तैयार  था और नाग की तरह फुफकार रहा था।  उनके लुंड से फिर से precum (शहद ० टपकने लगा था और मैं अपने आप को रोक नहीं पायी उसका स्वाद लेने को। उनका काला लुंड और उनका गुलाबी टोपा किसी लोल्लिपोप की तरह लगा रहा थ।।  मोटा और खूंखार।  उन्होंने मुझे बताया था की अंजू भाभी उनका लुंड नहीं चूसती, बहुत पुराने ख्याल की है।  मैं उनको पूरा आनंद देना चाहती थी ।  ललचाई नज़रों से मैं उनके मोठे लंड को देख रही थी , वह पास आये और उनका लंड मेरे मुँह के पास दे दिया। उन्होंने उल्टा मुड़कर मेरे चुत पर अपना मुँह रख दिया और हम ६९ करने लगे।  

दोस्तों अंकल ने मेरी सेक्स की ट्रेनिंग चालू कर दी थी।  उनसे बहुत कुछ सीखा और मेरा पहिला एक्सपीरियंस इतना अच्छा रहा , की सेक्स के प्रति मेरे विचार और दिमाग खुल गया , मुझे सेक्स करते वक्त कभी कुछ करना या कोई चीज करना भी बुरा नहीं लगा और मैं सेक्स हर तरह से एन्जॉय करने लगी।  आदमी और औरत की बॉडी का हार हिस्सा बड़ा खूबसूरत होता हैं , और बॉडी का कोई फ्लूइड / रस बुरा नहीं होता।  

आगे मैं क्या हुआ, अंकल ने मेरी चुदाई कैसे की और क्या क्या सिखाया यह जानने के लिए like  कीजिये, रिस्पांस बताइये।।


Kasaam se mood kharab ho Gaya... Aise to mere PT Sir ne Suru Kiya tha... Lekin...
Like Reply
पार्ट ३०: इस्राइली पार्टी में  सामूहिक  चुदाई !

कमरे में जाकर हम थककर सो गए. २ घण्टे का आराम कर के हम उठे..हमें बेन की पार्टी में  जाना था. मैं बाथरूम में जाकर तैयार होने लगी. मैंने एक  स्विमिंग सूट लाल कलर का फूलों  के डिज़ाइन वाला  सिलेक्ट किया. एक टाइट बिकिनी और निचे जांघों तक की लोअर शॉर्ट्स पेहेन ली.  लाल रंग के ड्रेस मैं मेरा गोरा बदन और भी चमक रहा था. मैंने बाल सवार लिए और हल्का मेक उप कर के बहार आ गयी.
मुझे देखकर अनीश एकदम चहक उठा और एक बड़ी सिट्टी बजा दी. कहा - वाह जान तू गजब की सेक्सी लग रही है. लगता हैं आज  सब इस्राइली मिसाइल्स  तुम्हे सलाम कर के गोला-बारूद बरसा देगी.
मैं: चुप..शैतान कही के..कुछ भी कहते हो.
अनीश  ने मुझे खींचकर बाँहों में जकड लिया.. सच में तुम सुन्दर हो संध्या. और मैंने झूट क्या कहा..बेन तेरी चूत को घूर कर उसकी गर्लफ्रेंड को चोद रहा था. और तू भी तो उसके लण्ड को घूर के देख रही ही.
मैं: चलो ..झूठे..मैंने कुछ नहीं  किया . वह तो ऐसे ही उसका लण्ड अलग दिख रहा था इसलिए देख रही थी.
अनीश: अलग मतलब कैसे था बेन का लण्ड ? बताओ न संध्या ?
मैं: मैं नहीं बताती..जाओ बड़े नटखट हो..
अनीश..नहीं बताना तो पड़ेगा...और अनीश ने उसका हाथ मेरे स्विमिंग कौस्तुम के लोअर में डाल दिया और दूसरा हात मेरी बिकिनी के अंदर डाल कर मेरी चुचिया मसलने लगा. बेन के लण्ड के विचार से मेरी चूत भी गीली हो गयी थी. अनीश मेरी गीली चूत से खेलने लगा.
अनीश: आह  रानी ! बेन के लण्ड के बारे में  सोचकर तेरी चूत एकदम गीली हो गयी. बता न कैसे अलग है उसका लण्ड.
मैं (शरमाते): वो उसका लण्ड एकदम गोरा है ना ..और आगे का टोपा एकदम गुलाबी लाल.. टमाटर की तरह.. ऐसा लण्ड कभी देखा नहीं.
अनीश:फिर तो तुम्हे उसका लण्ड जरूर चखना चाहिए..ऐसा कहकर अनीश ने मेरी बिकिनी  टॉप से मेरे ब्रा निकल दी..और ..पैंटी भी निचे करके निकाल दी.
मैं..चलो बदमाश..कुछ भी कहते हो..और मेरी पैंटी और ब्रा क्यों निकाल दी आपने..
अनीश: ठीक हैं रानी तैयार होता हूँ.. पैंटी और ब्रा का स्विमिंग costume  पार्टी में कोई काम नहीं रहता..तुम ऐसे ही चलो.
हम तैयार होकर बीच की तरफ चलने लगे. नारियल के पेड़ के पास बिच में आग जला कर राखी थीऔर पार्टी-डांस के गाने बज रहे थे. करीब १२-१५ गोरे आदमी और औरतें, जवान से लेकर बूढ़े ..नाच रहे थे..सबके हात मैं ड्रिंक्स या बियर बोतल थी.. कुछ लोग सिगरेट भी फुक रहे थे. सब नशे में थे. तभी बेन ने हमें देख लिया..वह हमारे पास चलते आ गया..और अनीश को जोर से गले लगा लिया..वेलकम माय फ्रेंड अनीश. फिर उसने मेरी तरफ देख कर कहा .. वाओ संध्या..आप बहुत सुन्दर और आकर्षक लग रही हो.उसने मुझे भी अपने तरफ खींच कर गले लगा लिया और मेरी गांड को दोनों हातों से पकड़ कर मेरी चूत पर अपने लण्ड को रगड़ दिया. उसने बहुत हल्का, पतला, और छोटा सा शॉर्ट्स , बिना अंडरवियर के पहना था. उसके लण्ड के स्पर्श से मेरी चूत में आग लग गयी..शरीर में करंट दौड़ गया. अनीश  देख कर मुस्करा रहा था.. उसकी और बेन की शॉर्ट्स में हल्का सा तम्बू बन गया था. 
बेन ने हमें उसके कुछ मित्रों से मिलाया और ड्रिंक्स ऑफर की..तभी वहा एक बहुत लम्बा और हट्टा - कट्टा लगभग ६० साल का गोरा सा आकर्षक बुजुर्ग आया. बेन ने कहा - इनसे मिलो यह मेर दोस्त के पिताजी डेविड है..अभी मिलिट्री से रिटायर हुए है.  हमने डेविड से हात मिलाया. बहुत देर तक डेविड ने मेरा हात पकड़ कर रखा और बात करते रहा. उसने बहुत ही हलकी और छोटी सी शॉर्ट्स पहनी थी..उसके मोटे लम्बे लण्ड और गोटियों का उभर साफ़ दिख रहा था..  उसकी चौड़ी बालों वाली छाती और महाकाय शरीर देखकर उसके हातों से मेरी चूत में करेंट लगने लगा और मेरी चूत गीली हो रही थी. उसकी गहरी नली आँखों में मुझे वासना साफ़ दिखाई दे रही थी ओर वह मुझे अपने नजरों से चोदे जा रहा था. डेविड के कहने पर मैंने एक बियर ले ली. ओर हम सब साथ में  डांस कर रहे थे.. सारा भी बड़ी सेक्सी लग रही थी..वो भी अनीश को चिपक कर नाच रही थी. तभी बेन ने मुझे पीछे से पकड़ लिया अपने दोनों हातों से मेरे बूब्स दबाकर..मेरी गांड पर अपने कमर से धक्के देकर नाचने लगा..मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था. बियर के कारन ऐसे ही मैं खुल गयी थी. तभी डेविड वहा आया..और उसने एक सिगरेट बेन को दी..ओर उनके भाषा में कुछ कहने लगा. बेन ने डेविड को रुकने कहा..उसने सिगरेट से २-३ चस्के लगाये ओर मुझे पूरा जकड़कर मेरे कानो में पूछा..संध्या डार्लिंग क्या तुम गांजा स्मोक करना चाहोगी. 
मैंने कहा: नहीं मुझे पता नहीं कैसे होता है..मैंने कभी किया नहीं.
बेन ने कहा..ठीक है फर्स्ट टाइम कर के देखो..डेविड हेल्प करेगा..
उसने डेविड से कुछ कहा..वैसे डेविड मुस्करा उठा.. उसने  सिगरेट से एक बड़ा धुवा अंदर लिया ..ओर मेरे पास आकर मेरे चहरे को पकड़ कर मेरे होंठ पर अपने ओंठ रखकर..धुआँ मुँह में छोड़ने लगा.. बेन मुझे वैसे ही पीछे से लिपटकर खड़ा था..उसने कहा..संध्या  धुआँ अन्दर खींच लो...ओर फिर से बहार छोड दो.. ऐसा करने से मुझे सर में सनसनी हो गयी.. डेविड मुझे चूमता, मेरे ओंठ चूसता ओर मुँह के अंदर धुआं छोड़ता जा रहा था. मैं उन दोनों मर्दों के बीच बस फिसलते जा रही थी. मेरा सारा  शरीर एकदम कामुक हो गया ओर शरीर एकदम नग्न लगने लगा.. पीछे से बेन का मोटा लण्ड..मेरे गांड पर रगड़ रहा था..ओर अब उसका हात भी मेरे गीली चूत को शॉर्ट्स के अंदर सहला रहा था. डेविड को बहाना मिल गया था..वह अब.. धुआँ से ज्यादा मेरे ओंठों का रसपान कर रहा था..अपनी जीभ अन्दर तक मेरे मुँह में डाल रहा था. अपने हातों से डेविड मेरे बूब्स..बिकीं के अंदर डाल कर सहला रहा था.. मैं भी नशे के हालत में कुछ कर नहीं प् रही थी..मुझे  भी मजा आ रहा था ओर जन्नत दिखाई दे रही थी. मैंने नजर घुमाई. ओर अनीश को ढूंढ़ने लगी. कहा है , क्या कर रहा है .. ? आजु बाजु सब जगह मर्द ओर औरतें एक दूसरे से  लिपटे थे, चिपके थे, चूमा-चाटी कर रहे थे. ओर कामुक आनंद ले रहे थे. .. सब लोग लगभग नग्न हो गए थे ओर बहुत खूबसूरत लग रहे थे.. तभी मुझे पास में अनीश - सारा के साथ दिखा..दोनों नग्न  अवस्था में निचे रेत पर लेटे  थे ओर सारा अनीश का लण्ड चूस रही थी.. ओर अनीश उसकी चूत.. बिच में अनीश मुझे भी घूर कर देख रहा था.. जैसे हमारी नजर मिली.. अनीश ने मुझे आँख मार दी..ओर अंगूठा दिखा कर..चियर्स किया..ओर फिर से अपना चेहरा सारा की चूत पर दबा दिया..
अब नशे के हालत में मैं भी निचे  बैठ कर लेट गयी...वैसे डेविड भी निचे बैठ गया ओर मेरा सर अपनी जंघा पर ले लिया. बेन मेरे पैरों के पास बैठ गया ओर मेरे पैर अपनी गोदी में ले लिए. डेविड ने झुककर मेरी बिकिनी टॉप निकल दी ओर मेरे बूब्स आजाद कर दिए.. ऐसे करते वक्त उसकी जांघों पर मेरा मुँह उसके लण्ड पर घिस गया.. उसका १० इंच का गोरा मोटा लण्ड...फनफना रहा था. उसने अपनी शॉर्ट्स निचे कर दी ओर अपना लण्ड का टोपा मेरे मुँह मैं घुसेड़ दिया. वहा बेन ने भी मेरी लोअर शॉर्ट्स निचे खिसका कर निकल दी.. ओर वह मेरी चूत को देखकर चहक उठा..आह..हॉट इंडियन पुसी.. ओर मेरी चूत चाटने लगा. अब में दो गोरे लोगों के बीच एकदम नंगी सोई थी. एक मेरे मुँह को अपने भारी भरकम मोटे पके लण्ड से चोद रहा था ओर दूसरा मेरी नंगी चूत को चाट चाट कर रसपान कर रहा था.  ६० साल के आदमी का लुण्ड..मुझे किसी पके हुए केले जैसे लगा रहा था... मीठा ओर स्वाद भरा..! तभी मैंने देखा  की अनीश भी मेरे पास आकर बैठ गया.. ओर सारा उसकी गोदी में बैठ गयी थी... अनीश की जांघों पर उछल उछल कर वो अपनी चूत, अनीश के मोटे लण्ड से चुदवा रही थी. पर अनीश की नजर सारा वक्त मेरे ऊपर थी. अपने पति अनीश को किसी दूसरी औरत को चोदते देख में भी तमतमा गयी..  मैं प्यार से डेविड का मोटा लण्ड अपने दोनों हातों से पकड़ कर चूसने लगी..ओर धीरे धीरे कर के पूरा लण्ड अंदर बहार मेरे गले तक चूस लेती. डेविड बहुत खुश हो गया..वह.. मेरी चूचिया दबाने लगा..ओर आहे भरने लगा.. तभी बेन ने मेरे दोनों पैर अपने हातों से उठाये ..ओर मेरी छाती पर मोड़कर रख दिए..मेरी चूत अब खुलकर बहार आ गयी.. तभी मैंने सुना - वाओ..इंडियन औरतों की चूत बहुत खूबसूरत ओर फूली हुई होती हैं.. हम लोग नसीबवाले  है..हमको यह खूबसूरत औरत मील गयी. मैंने देखा की बेन के दो ओर दोस्त अब पास आकर बैठ गए ओर देख रहे थे..दोनों नंगे थे..ओर उनके लण्ड भी बड़े ओर खड़े थे..ओर गोरे गुलाबी थे. मैंने देखा बेन का बड़ा ८ इंच का मोटा गुलाबी लण्ड..मेरी चूत की प्रवेशद्वार पर दस्तक दे रहा था...मेरी चूत भी उसके लण्ड का आदर-सत्कार करने गीली होकर पाणी बहा रही थी..तभी बेन ने एक झटका लगाया ओर उसका पूरा लण्ड ...मेरी चूत की दीवाल को फाड़ता...अंदर तक चला गया...में नशे की हालत में आनंद से चहक उठी..ओर उसकी कमर पर से अपने दोनों पैर ऊपर कर के उसकी गांड को कस के अपनी चूत पर जकड लिया.
वैसे बेन..आह मेरी रंडी...क्या गरम मसालेदार भारतीय चूत है...ओर धीरे धीरे मेरे चूत पर लण्ड आगे पीछे कर के धक्के मार कर चोदने लगा. अब में दोनों तरफ से चुद रही थी.. मेरी चूत ओर मेरा मुँह..मुझे बहुत मजा आ रहा था..मैं परमांनद की सेर कर रही थी..तड़प  रही थी..तिलमिला रही थी.. मैंने देखा..अनीश मुझे घूर घूर कर  देखे जा रहा था.. ओर सारा की चुदाई कर रहा था..वह बड़बड़ा रहा था..हां..चोद डालो उसको.. मेरी बीवी को सब चोद डालो..उसको रंडी बना दो.. उसकी चूत में साब लोग अपना पाणी छोड दो..
यह सुनका में बहुत उत्तेजित हो गयी..ओर जोर से झड़ने लगी..ओर चिल्ला उठी.. आह..उह बेन..डेविड...ओर मेरी चूत ने गरम पाणी का झरना बहा दिया...मेरे पाणी से बेन का लण्ड ओर भी चिकना हो गया ओर वह मुझे जोर जोर से चोदने लगा.. डेविड का लण्ड भी पूरा गले तक मेरे मुँह में था.. वह भो जोर से धक्के मार के उसका लण्ड अंदर बहार करके मेरे मुँह को चोदने लगा.. मेरे चीखने ओर चिल्लाने की आवाज से हमारे आजु बाजु बेन के जो दोस्त यह सब देख रहे थे ..वह पास आकर खड़े हो गए ओर अपना लण्ड मेरी चुदाई देखकर हिलाने लगे. उधर अनीश नशे के हालत में उनको  कह रहा था..तुम सब मेरी बीवी को चोद दो..वह लण्ड की भुकी हैं..उसकी प्यास बुझा दो..!
सब जगह सेक्स की आग लगी थी...तभी बेन ओर डेविड आहे भर के लगभग एक साथ ही  अपना फनवारा मेरी चूत ओर मुँह में उड़ाने लगे. नशे के हालत मैं.. डेविड का पाणी किसी अमृत की तरह मीठा लग रहा था..बेन के गरम ओर गाड़े  वीर्य से मेरे चूत भर गयी..ओर उसका सब पाणी बहार बहाने लगा..
मैं अभी भी नशे के हालत में थी.. डेविड ने मेरे मुँह से अपना लण्ड बहार निकाला.. वो अभी भी सख्त था.. मैंने उसका सारा पानी प्यार से निगल लिया था.. उसने मेरा सर उसके जांघों पर रख दिया..मेरा चहेरा उसके लण्ड पर चंघों पर रगड़ रहा था..मुझे उसकी लण्ड ओर गोटियों की  महक से ओर भी नशा चढ़ रहा था ..मैं उसकी गोटियों को पागलो की तरह चाटने लगी..चूमने लगी.  डेविड ने फिर से सिगरेट जलाई.. ओर धुआँ ..उड़ाने लगा ..फिर से मुझे चूमने लगा.. मुझे फिर से नशा बढ़ने लगा. बेन ने धीरे से अपना मोटा लण्ड मेरी चूत से निकाला .. ओर कहा..अनीश मेरे दोस्त..अपनी बीवी की चूत चाट कर साफ़ कर दो..मेरे दोस्त भी इसकी चूत को चोदेंगे  ...   यह सुनकर..अनीश ख़ुशी से मेरे पैरों के पास आ गया..ओर कुत्ते जैसे जीभ बहार निकाल कर...मेरी चूत चाटने लगा.. मेरी चूत चाट चाट कर उसने बेन का सारा पाणी चाट लिया.. 
तभी बेन का एक दोस्त डेविड की जगह बैठ गया..ओर उसका गुलाबी लण्ड मेरे मुँह में ठुस दिया.. ओर दूसरा दोस्त मेरे पैरों के बीच आकार अपना मोटा मुसल मेरे चूत में दाल कर चोदने लगा..डेविड मुझे चुम रहा था..ओर नशे का धुआँ ओर धूम्रपान करवा रहा था. नशे के हालत में मुझे धुन्दला दिखाई दे रहा था..पर बहुत आनंद आ रहा था..मैं सेक्स का आनंद उठाते रही.. रातभर..बिना होश के बिना सोचे समजे...कोण आया कोण गया..कोई हिसाब नहीं था.

आँख खुली तो देखा की मैं डेविड ओर बेन के बीच सोई थी. वह भी घोड़े बेचकर सो रहे थे. डेविड ने मुझे पीछे से कस कर पकड़ रखा था..ओर उसका लण्ड अभी भी मेरी चूत में  घुसा था. मुज़से उठा नहीं जा रहा था..मैं उठाने लगी.. वैसे डेविड ने नींद में ही मुझे कस के पकड़ लिया ओर अपना लण्ड मेरी चूत में आगे पीछे करने लगा. वह सोते सोते ही मुझे चोदे जा रहा था.. उसका बड़ा मोटा लण्ड मेरी  चूत की कुटाई कर रहा था..मैं उसको रोकना चाहती थी पर कुछ कर नहीं पा रही थी. कामिनी चूत भी जवाब दे दी ओर पाणी बहाने लगी. मेरी चूत डेविड के लण्ड को जकड कर प्यार करने लगी.. अपने पानी से उसको नहलाने लगी..डेविड सोते सोते मुझे चोदे जा रहा था.. आह संध्या.. क्या गरम पणीदार चूत है..ऐसे बाद बड़ा रहा था.. पता नहीं इस कमीने ने  रातभर मेरी चूत  कितनी बार चोदी hogi. मुझे कुछ भी होश नहीं था. डेविड रुकने का naam नहीं ले रहा था.. मेरी चूत कसमसाने लगी..   डेविड का बड़ा मोटा लण्ड मेरी चूत को जन्नत दिखा रहा था..फड़फड़ाते हुए मेरी चूत ने अपना पानी चोद दिया ओर मैं आवाज करके करहाने लगी..उह डेविड..मार डाला..कमीने..कितना चोदेगा..! पर डेविड बस चोदे जा रहा था..

बहुत थकान महसूस हो रही थी. धुन्दला नजर आ रहा था.. मेरा पूरा शरीर वीर्य से भरा था..चिपचिपा हो गया था.. बाजू में अनीश भी नंगा पड़ा था. आधे लोग नंगे पड़े सो रहे थे..आधे लोग चले गए थे.. तभी मुझे अमन दिखा..वो वहा साफ़ सफाई कर रहा था. मेरी आवाज सुन कर वो वहा आ गया.. अरे मैडम आप यहाँ इन गोरे लोगों से चुदवा रही हो..आप ठीक हो..?

डेविड की चुदाई चालू थी.. अमन के सामने नंगी होकर डेविड से छुड़वाकर  मुझे शर्म भी महसूस हो रही थी ओर.. अच्छा भी लग रहा था. मैं कुछ बोल नहीं पा रही थी..
मैं; आह...उम्..अमन... हाँ... 
अमन: क्या हुआ मैडम..? आप ठीक से चुदवा लो..में बाद में आता हु..?
मैं: नहीं अमन...रुको..ाः..उफ़ डेविड..क्या लण्ड है..आह...
अमन: क्या हुआ मैडम...रुक जाऊ ? आप मुज़से छुड़वाना चाहती है?
मैं: उम्..हां...आह.....! मेरी मदत करो..
अमन: सॉरी मैडम..मैं इस होटल का नौकर हु..ऐसे सबके सामने आपको नहीं चोद सकता...अकेले में चोदूूँगा ..
मैं: नहीं अमन रुको.. ओह... आह...डेविड....उम्
डेविड मुझे जोर जोर से चोदे जा रहा था.. मेरा अब दूसरे बार पाणी निकलने के करीब था. मुज़से उठा नहीं जा रहा था. मैं अमन से मदत लेना चाहती थी.. उठकर अपने कमरे में जाना  चाहती. पर डेविड की चुदाई की छटपटाहट से कुछ बोल नहीं पा रही थी. तभी डेविड ने मुझे कस के पकड़ लिया..आह...उह..संध्या...करके मेरे चूत में अपना गरम लावा  उड़ा  दिया.  मैं  भी  कांपकर रह गयी ओर जोर से डेविड के लण्ड पर फिर से दुबारा झड़ने लगी.  १० -१५  झटके देकर डेविड का गरम वीर्य मेरी चूत के अंदर तक चला गया. अमन हमें देख रहा था. अपनी पंत पर से अपना लण्ड सहला रहा था.. झटकों के बाद डेविड की पकड़ मुज़पर से काम हो गयी.  मैंने भी खुदको संभाला ओर कहां - अमन ..मुझे रूम ले चलो..मदत करो. 

अमन ने मुझे मेरे कपडे पहनाये..ओर उठाया..पर मुज़से चला नहीं जा रहा था.. उसने मुझे गोदी में उठा लिया ओर होटल रूम पर ले गया.. मेरे पुरे शरीर पर मर्दों का पसीना ओर वीर्य लगा था. मेरे पुरे शरीर से पसीने ओर वीर्य की महक आ रही थी.
अमन ने कहा..मैडम आप को नहाने की जरुरत है..मैं आपको नहला देता हूँ..अमन मुझे नहलाने बाथरूम में लेकर गया..
[+] 1 user Likes luvnaked12's post
Like Reply
Fantastic....
Superb.....
[+] 1 user Likes abcturbine's post
Like Reply
(08-12-2022, 05:18 PM)abcturbine Wrote: Fantastic....
Superb.....

Thank you ji..keep encouraging
Like Reply




Users browsing this thread: 1 Guest(s)