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Adultery प्यार या धोखा
#81
Are wah to purvi ko bevkoof bana rahe the ye dono
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#82
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#83
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#84
Mast kahani jaldi update yaar
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#85
अध्याय 14
पार्टी वाली घटना के दूसरे ही दिन वो हुआ जो मैंने जीवन में कभी नही सोचा था..
मेरे पास रोहन का काल आया और उसने मुझे पूर्वी के घर बुलाया,मैं बुरी तरह से डर गई थी की आखिर वो करना क्या चाहती थी ….जब मैं वंहा पहुची तो वंहा का दृश्य देखकर ही कांप गई..
पूर्वी बिस्तर में नंगी पड़ी थी और रोहन उसका पैर दबा रहा था,
जब उसने मुझे देखा तो रोहन की आंखों में शर्मिदगी तैर गई ..
रोहन की ये हालत मुझसे देखी नही जा रही थी,आखिर ये कैसा बदला था पूर्वी का ...वो उसे एक नॉकर की तरह ट्रीट कर रही थी..
पूर्वी ने मुझे एक सोफे में बैठने को कहा ,मेरे पास उसकी बात मानने के अलावा कोई चारा भी नही था...मैं बस अवाक थी
“रोहन बेबी,यंहा बड़ी गर्मी हो रही है थोड़ा चाट कर ठंडा कर दो ना”
पूर्वी ने अपनी उंगली से अपनी योनि की ओर इशारा किया..रोहन की आंखे फैल गई ,और उसने मुझे देखा,मैंने आंखों से ही उसे करने का इशारा किया
“अरे उधर क्या देख रहे हो ,इसे चाटना है ,सपना तुम कुछ पियोगी..”
पूर्वी की बाते मेरे दिल में दर्द का सबब बन रही थी मेरी आंखे लाल हो रही थी,थोड़ा पानी आ रहा था लेकिन शायद  अभी और आना बाकी था,
रोहन उसकी योनि के पास झुक गया,मैं साफ साफ उसकी उत्तेजना को भांप सकती थी..उसने आखिर योनि को चाटना शुरू कर दिया
“आह गुड बेबी,लाइक अ डॉग ,यु आर गुड ..हम्म्म्म “
पूर्वी ये क्या कह रही थी ,मेरे ही सामने रोहन को इतना जलील कर रही थी,उसे कुत्ता बता रही थी,सच में मेरे दिल में एक जोरदार पीड़ा हुई ,मैं रोने लगी थी लेकिन इसका कोई मलतब नही रह गया था..
“ओह रोहन यु आर माय डॉग बेबी  चूस इसे चूस सारा पानी पी जा,तू मेरा पालतू कुत्ता है ..ओह रोहन...”
पूर्वी  अपने टांगो से रोहन के सर को अपने योनि में कस लिया ,रोहन छटपटा रहा था,लेकिन पूर्वी ने  तब तक उसे ऐसे ही दबाए रखा  जब तक की वो पूरी तरह से नही झर गई ,रोहन छूटते ही हांफने लगा,पूर्वी हंसती हुई उठी और उसके सर को सहलाया..
“ओ माय बेबी ,चलो अब जल्दी से कपड़े उतारो “
क्या ???
क्या अब वो मेरे सामने ही रोहन से सेक्स करने वाली है ,और रोहन भी उसके गुलाम की तरह अपने कपड़े निकलने लगा था,उसका लिंग पूरी तरह से तना हुआ था,साले को तो जन्नत मिलने वाली थी,लेकिन अब मुझसे और बर्दास्त नही हुआ मैं उठकर जाने लगी
“रुको कहा जा रही हो ,तुम्हे तो खेलना पसंद है ना.. फिर पूरा खेल देख कर ही जाओ “
उसके  बात में एक व्यंग था..
‘तुम ..तुम  आखिर साबित क्या करना चाहती हो “
मैं चिल्लाई
उसने एक कमीनी मुस्कान के साथ मुझे देखा,
“यही की एक मर्द को बहकाने के लिए सबसे आसान रास्ता औरत का जिस्म होता है,तुमने कपड़े उतारे तुम्हारी चाटने लगे,मैंने उतारी तो मेरी ,कुत्तों की जात ऐसी ही होती है “
कुत्तों की जात बोलते समय उसकी  निगाह सीधे रोहन के निगाहों से मिली,उसके आंखों से एक ही पल में सारी उत्तेजना गायब हो गई,उसकी आंखे फिर से शर्म से भरकर नीची हो गई थी…
मैं अब और रोहन को इस हालत में नही देख सकती थी,ना ही पूर्वी को मैं तेजी से वंहा से निकली …
मुझे पूर्वी के लिए भी दुख हो रहा था,इतनी शरीफ लड़की को आखिर मैंने अपने जैसी ही बना दिया ...मैं रोते हुए जा रही थी,आज मुझे पता चला था की प्यार में धोखा खाया आदमी क्या कुछ कर सकता था लेकिन उसे धोखा किसने दिया था..
मैंने या रोहन ने..
या हम दोनों ने ..
क्या सच में रोहन उससे प्यार करता था या वो बस धोखा था…
**************
सब कुछ मानो शांत ही हो गया हो ,पूर्वी ने हमसे दूरी बना ली …
कुछ दिन बीते ही थे की मुझे पता चला की पूर्वी आजकल लाइब्रेरी में ज्यादा बैठा करती है ,
मैं भी उस दिन लाइब्रेरी पहुची ,हमारे यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी इतनी बड़ी थी जैसे लगता था की कोई पूरा शहर ही बसाया गया हो ,किताबो का शहर,वंहा मैंने हमारे साइंस ग्रुप के छात्र बैठ कर बाते कर रहे थे ,मैं उसपर बिल्कुल भी ध्यान नही देती अगर मुझे पूर्वी का नाम नही सुनाई देता,मैं लाइन से रखे ख़िताबो की दीवार के पीछे पहुची ,ये फुसफुसाहट सी आवाजे थी ,
“वो तो हर समय बस गौरव सर को ही देखती रहती है,”
“हा यार सर कितने लक्की है ना जो इतनी अच्छी माल उन्हें लाइन देती है “
एक लड़के की बात से सभी मुह दबाकर हँसने लगे,तभी एक लड़की बोल उठी
“अरे कहे की माल,इन अमीर बाप की औलादों को तुम नही जानते,पहले रोहन उसका बॉयफ्रेंड था,उससे ब्रेकअप हो गया तो सर पर डोले डाल रही है कमीनी”
उसकी आवाज में नफरत थी ..
“लगता है तुझे जलन हो रही है “
एक लड़के के मजाक से वो लड़की और भी भभक गई
“मुझे क्यो जलन होगी ,लेकिन मैं ऐसे लड़कियों को अच्छे से जानती हु ,और सर कभी भी उसे भाव नही देंगे”
आखिर ये गौरव सर है कौन,अचानक मुझे याद आय की ये तो वही है जिन्होंने उस दिन पूर्वी को अपने साथ अपने घर ले गए थे,हमारे केमेस्ट्री के प्रोफेसर..
मुझे भी केमेस्ट्री अच्छी लगती थी,मैंने सोचा इसी बहाने थोड़ी जासूसी भी हो जाएगी ,मैं उनका हर क्लास अटेंड करने लगी ,उनके हर क्लास में पूर्वी मौजूद रहती ,साथ ही उनके साथ लाइब्रेरी में लगने वाले प्राइवेट क्लास में भी …
मैं कभी उनके सामने नही आयी,और लाइब्रेरी में ज्यादा समय बिताने लगी,एक दिन वो हुआ जो मैंने सोचा नही था,
सर की प्राइवेट क्लास खत्म हुई ,सभी स्टूडेंट चले गए थे,सर भी उठे और ऊपर की तरफ जाने लगे,सबसे ऊपर की फ्लोर में सिर्फ टीचर्स ही जाया करते थे,वंहा अधिकतर रिसर्च पेपर रखे होते थे,जिन्हें स्टूडेंट्स के पहुच से दूर रखा जाना होता था,जब मैं भी वंहा पहुची तो एक गार्ड ने मुझे रोक दिया ..
“यंहा सिर्फ टीचर्स को ही अनुमति है मेडम “
मैंने गार्ड को ध्यान से देखा और अपने पर्स से 500 के दो नोट निकाल कर हिलाया..
“मेडम नॉकरी चली जाएगी..”
उसकी लालची आंखे उन नोटो पर टिकी थी,
“मुझे ज्यादा देर का कोई काम नही है ,बस कुछ पेपर देखने थे”
उसने इधर उधर देखा
“ठीक है लेकिन मोबाइल,पर्स  यही छोड़ना होगा,बस एक कॉपी और पेन ही अंदर ले जा सकती हो आप “
मैंने कन्डीशन को स्वीकार कर लिया,और मोबाइल पर्स छोड़कर अंदर चली गई ,
वंहा कोई भी नही जाता था ,रजिस्टर में मुझे एंट्री नही करनी पड़ी ,
वो पूरा फ्लोर भी काफी बड़ा था,और चारो तरफ कबाड़ जैसे पेपर्स मैगजीन्स और ना जाने क्या क्या डॉक्यूमेंट पड़े हुए थे,अधिकतर जगहों में घोर अंधकार था,सिर्फ थोड़े ही जगहों में प्रकाश था जंहा स्टडी के लिए टेबल रखे हुए थे,मेरे दिमाग में बस एक ही बात कौंध रही थी की आखिर गौरव सर यंहा कर क्या रहे होंगे,और वो है कहा,
मैं बड़े ही आराम से आगे बढ़ रही थी ,तभी मुझे कुछ फुसफुसाहट सी आवाजे सुनाई दी ..
मेरे कान खड़े हो गए …
मैं थोड़ा और पास गई ..
“वो तो दिन भर मुझे ही देखते रहती है “
ये आवाज गौरव सर की थी,मैंने बहुत ही एहितियाद बरती ,मैं उनके सामने नही जाना चाहती थी ..
“अच्छा ही है जो मुर्गी खुद ही जाल में फंस रही है “ये आवाज एक महिला की थी ,साथ ही एक खनखनाती हुई हंसी भी ..मैं आवाज को नही पहचान पाई लेकिन आवाज जानी पहचानी सी थी ,
“क्या उसने तुम्हे प्रपोज कर दिया “
“अभी तो नही लेकिन लगता है कुछ ही दिनों में करने वाली है “
“तेरी तो चांदी ही चांदी है ,जानता है ना की वो कौन है “
“जानता हु लेकिन प्यारी लड़की है पूर्वी “
वो महिला फिर से हँसी
“और मैं “
“अरे तुम तो मेरी जान हो जानेमन “
दोनों की हंसी एक साथ आयी और फिर चूड़ियों की थोड़ी खनखनाहट ..
साफ पता चल रहा था की वो एक दूसरे से लिपटे हुए है और गौरव सर उसे चूम चाट रहे है ,
“आह गौरव ,धीरे “
“तुम्हारे बूब्स पागल बना देते है मेरी जान “
“आह …”
गौरव उसके बूब्स पर टूट पड़ा था,मैंने एक बुक की ओट से उन्हें देखने की कोशिश की लेकिन अंधेरा इतना था की कुछ साफ साफ नही दिखाई दे रहा था,बस इतना दिख रहा की गौरव का सर उस औरत की छाती में दबा हुआ है ...और उसका हाथ उसके साड़ी को ऊपर किये हुए उसके जांघो के बीच में चल रहा है…
“अब सब यही कर डालोगे क्या ,चलो यंहा से “
“अरे रुको ना यंहा कोई नही आता “
“लेकिन गार्ड तो है ना जिसने हमे अंदर आते देखा है,रात को मेरे घर पर मिलो “
“ह्म्म्म ठीक है “
“अगर पूर्वी तुम्हे प्रपोज कर दे तो तुम क्या करोगे “
औरत ने अपने कपड़े ठीक करते हुए कहा
“उसे ना करने का तो सवाल ही नही उठता ,लेकिन इतनी जल्दी हा कह दिया तो उसे भी शक हो जाएगा ,थोड़ा घूमने दो फिर हा कर देंगे “
“ह्म्म्म जब वो तुम्हारे जीवन में आ जाएगी तो मेरा क्या होगा “
गौरव हँस पड़ा …
“अरे मेरी जान तुम्हे कैसे अपने से अलग कर सकता हु “
वो दोनों फिर से एक दूसरे के होठो में अपने होठो को घुसा कर चूसने लगे ,
थोड़ी ही देर में वो वंहा से चले गए थे ,मेरी सांस जैसे रुक ही गई थी ,गौरव और ये औरत मिलकर पूर्वी को फंसा रहे थे,क्योंकि वो एक अमीर लड़की है ,मेरा दिल पूर्वी के लिए दुखने लगा था ,मैं कैसे उसे इन सबसे बचा सकती थी..
अभी मेरे पास सोचने का समय नही था,मैं भी बाहर निकली और गार्ड से अपना मोबाइल और पर्स लिया,पास रखे हुए रजिस्टर पर मेरी निगाह पड़ी ..
मैंने उसे उठा लिया ..
“अरे मेडम ये क्या कर रही हो”
“कुछ नही बस देख रही हु की आज कौन कौन आया “
“नही हम नही देखने दे सकते “
वो गार्ड मेरे हाथो से वो रजिस्टर छिनने लगा ,मैंने स्माइल दे कर फिर से अपना पर्स खोला और 500 का एक नोट लहराया ,
“सच में हमारी नॉकरी चले जाएगी हम नही देखने दे सकते “
मैंने एक गहरी सांस ली
“ठीक है फिर “
मैं वो नोट अपने पर्स में रखने लगी ,उसने झट से मेरा हाथ पकड़ लिया और नोट अपने पास रख लिया
“आप तो बुरा ही मान गई “
मैंने उसके हाथ से रजिस्टर लिया और आज की इंट्री देखने लगी ,आज दो ही इंट्री थी एक तो गौरव सर की थी और एक थी…
मिस मालती की ...हमारे केमेस्ट्री डिपार्टमेंट की HOD …
मेरे होठो में मुस्कान और दिल में नफरत एक साथ जाग गई ….
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#86
Wakai suspense ki aandhi dhire dhire gahra rhi h
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#87
(22-05-2019, 09:18 PM)Black boy Wrote: Wakai suspense ki aandhi dhire dhire gahra rhi h

Haha ha dhanyawad black boy
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#88
kya baat hai... positive role ko negative kar diya
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#89
Nice very interesting bro
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#90
अध्याय 15
मेरे दिमाग में कई सवाल एक साथ मचलने लगे थे,आखिर गौरव का उद्देश्य क्या है,ऐसे उद्देश्य हो भी क्या सकता था,पूर्वी अमीर थी,और बेहद ही सुंदर थी,ऐसी लड़की किसी को भी मिले वो क्यो मना करेगा,और वो भी कमसीन सी ,गौरव की age से इतनी छोटी भी …
सच में गौरव को तो अब भी अपने नसीब में यकीन नही हो रहा होगा की ऐसी लड़की उसे चाहती है,लेकिन साला दुनिया की नजरो में शरीफ बनने वाला गौरव इतना कमीना होगा ये भी कौन सोच सकता होगा,और कौन सोच सकता है की  अपने से इतने साल बड़ी मालती से उस्का अफेयर चल रहा होगा…
अब मेरे सामने एक बड़ी दुविधा ये थी की पूर्वी को गौरव से कैसे बचाया जाए,क्या बचाया जाए या नही ,क्योंकि पूर्वी तो खुश थी और उसे शायद कभी गौरव के इरादों का पता भी नही चलेगा,अगर मैं उसे बता भी दु तो क्या वो मानेगी ..
सवाल ही नही उठता,उसे तो यही लगेगा की मैं अब भी उससे दुश्मनी निकाल रही हु ,तो क्या किया जाए??
क्या रोहन को बता दिया जाए..?/
मैं इसी उधेड़बुन में थी,लेकिन मैंने रोहन को भी नही बताने का फैसला किया,क्योंकि वो अभी दुखी था और पूर्वी उससे भी कहा बात कर रही थी..
मुझे एक तीसरा तरीका सुझा क्योना गौरव को उकसाया जाए,ऐसे भी मर्द है ,अपने से इतने साल बड़ी लड़की के साथ अफेयर कर सकता है तो मैं तो जवान थी,और मुझे लड़को को उकसाने में महारत भी हासिल थी,इसी बहाने कुछ ऐसे सुबूत भी इकठ्ठे कर लुंगी जिससे उसकी सच्चाई का दुनिया को पता चले …
मैं कोशिश करने लगी लेकिन साला गौरव ना जाने किस मिट्ठी आ बना था वो पिघलने का नाम ही नही ले रहा था..
क्या उसे सच में पूर्वी से प्यार हो गया था..??
दिमाग तो कहता था की नही ,लेकिन कोई भरोसा भी नही,क्योंकि वो जिस तरह से मुझे इग्नोर कर रहा था ऐसा किसी लड़के ने नही किया था..
आखिर वो दिन आया जब पूर्वी ने गौरव को प्रपोज कर दिया ,मैंने भी अखिरी पत्ता खेल दिया और उसे प्रपोज कर दिया ,उस साले ने हम दोनों को ही ठुकरा दिया…
लेकिन इससे पूर्वी के मन में उसके लिए सम्मान और ही बढ़ गया था ,सच में गौरव पहुचा हुआ खिलाड़ी था,अब तो मैंने रोहन की मदद लेना ही उचित समझा..
“क्या बोल रही हो ,लेकिन यार गौरव तो ऐसा नही लगता “
रोहन मेरी बात सुनकर चौक गया था..
“मेरी आंखे धोखा नही खाती,”
“तुम झूट बोल रही हो ,यार पूर्वी से तुम्हारा कम्पीटिसन है ये समझ आता है लेकिन इसके लिए गौरव को बदनाम करना ठीक नही है “
रोहन की बात सुनकर मैं झुंझला गई
“साले तुझसे झूठ बोलकर मुझे क्या मिलेगा..”
वो भी सोच में पड़ गया..
“हम्म अगर ये सही है तो हम क्या कर सकते है ,यार पूर्वी तो उसके लिए पागल ही है ,और उसे समझना तो पत्थर में सर फोड़ना है ..”
रोहन भी गंभीर था,
“अगर हम उसे सबूत दिखाए तो ..”
“कहा से लाएंगे सबूत ,हम जासूस है क्या,और दुनिया के सामने तो वो कुछ करते नही है ,घर के अंदर घुस कर सबूत लाये क्या “
रोहन की बात से मेरे दिमाग में एक आईडिया आ गया
“सच कहा घर में घुस कर तो सबूत मिल सकता है ना..”
रोहन थोड़ा घबराया
“नही नही यार ये सब मुझसे नही होगा..”
“अबे चूतिये वो तेरी बचपन की दोस्त है उसके लिए इतना नही करेगा ..ऐसे भी अगर उनका ब्रेकअप हुआ तो फायदा तेरा भी है ना,पूर्वी फिर रोने किसके पास आएगी “
मैं जानती थी की रोहन कितना भी बकचोदी कर ले लेकिन प्यार तो उसे भी पूर्वी से है ,वही एक ऐसी लड़की थी जो चाहते हुए भी उसे नही मिली,तो प्यार कहे या कुछ और जो था बहुत ही स्ट्रांग था..
“हम्म क्या करे,कैमरा लगा दे दोनों के घर में ,”
“कैमरा ...हा ये सही आईडिया है,ऐसे मालती मेडम भी गजब की माल है ,उसकी चुदाई देखने में मजा आएगा “
रोहन फिर से कमीनेपन में उतर आया था,जो मेरे लिए सही था,
“चल फिर जुगाड़ करते है …”
*******
वो दोपहर का समय था,गौरव और मालती दोनों ही कालेज में थे,भरे दोपहर में किसी के घर में,सब की नजर से बचकर  घुसना आसान काम तो नही था,लेकिन हमे करना ही था…
रोहन ने अपना जुगाड़ लगाया और एक प्रोफेसनल जासूस की मदद ली,अब हम तीन लोग थे जो पहले मालती के घर पहुचे ..
जासूस के लिए ये रोज का काम था,उसने बड़े ही आराम से दरवाजा खोल लिया,और बाथरूम से लेकर बेडरूम में सीक्रेट कैमरा फिट कर दिया,तब तक मैं मालती के घर की घूमने लगी और चीजो को देखने लगी,उसके बेडरूम में उसके कम्प्यूटर के पास मुझे कुछ कागज रखे दिखाई दिए ,उसे पढ़ते ही मैं थोड़ी चौकी ..
मैंने उनके दराजो को खोलना शुरू किया मुझे कुछ फाइल्स मिली ,मेरी आंखे फ़टी की फ़टी रह गई ,मैं धड़ाम से वही बैठ गई थी..
“क्या हुआ ..”रोहन मेरी स्तिथि देखकर चौका गया था,
मैंने फाइल उसकी ओर बढ़ाया ,वो बहुत ही कन्फ्यूज लग रहा था ..
“ये सब ..”मैंने उसे तुरंत ही चुप रहने का इशारा किया और जासूस की तरफ इशारा किया ..
“तुम जल्दी से इन सबकी फ़ोटो खिंच लो ,भगवान ना करे की ये वैसा ही हो जैसा मुझे लग रहा है,इसे आराम से और स्टूडि करने की जरूरत है ,तभी सही तस्वीर सामने आएगी “
हम दोनों ने मिलकर मालती के घर में रखे हर फाइल की फ़ोटो उतार ली ,
“क्या इस कम्प्यूटर का बेकउप मिल सकता है “
मैंने रोहन से कहा
“यार मुझे क्या पता था की ये सब भी करना पड़ेगा वरना किसी कम्प्यूटर एक्सपर्ट को भी साथ लाते,ये तो अभी प्रोटेक्टेड होगा..”
“हम्म चलो कभी बाद में आ जाएंगे”
“तुम्हे लगता है की हमारे आने की खबर उसे नही होगी “
रोहन की बात सुनकर चुप हो गई
“उसे बहकाना जरूरी है ,ताकि उसे ये पता नही चले की हमे उसके असली इरादों के बारे में कुछ भी पता चल चुका है..”
मैंने बहुत ही सोच कर कहा
“तो कैमरा ..”उसे लगे रहने दो ,साथ ही जासूस जी का कार्ड भी यंहा छोड़ दो ,जैसे गलती से गिर गया है,और ये मेरा नाम लेंगे की मैंने ये सब करवाया है …
“लेकिन ..”
गौरव कुछ सोच कर कुछ बोलने वाला था लेकिन मैंने उसे वही चुप करवा दिया
“जो बोल रही हु वो कर अपना खाली दिमाग यंहा ज्यादा मत लगा “
मैं उसे घूर कर देखते हुए बोली ,उसने अपना कंधा उचकया…
*************
जैसा मुझे शक था मुझे दो ही दिन बाद मालती मेडम ने अपने केबिन में बुलाया ..
उनका चहरा गुस्से से लाल लग रहा था लेकिन मैं भी कम गुस्से में उनके पास नही गई थी,भले ही मेरा गुस्सा लाया हुआ था..
“तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे घर में कैमरा लगवाने की ,अगर तुम मेरी स्टूडेंट नही होती तो अभी तक तुम्हे जेल भिजवा देती ..”
मैं भी भड़क गई
“ओह तो तुम्हे पता चल ही गया,जानती हो मैंने कैमरा क्यो लगवाया था ,तुम्हारे और गौरव के नाजायज रिस्तो को दुनिया के सामने लाने के लिए,तुम यंहा सती सावित्री बनकर घूम रही हो और वो साला पूर्वी की नजरो में देवता बना फिर रहा है लेकिन मैं जानती हु तुम दोनों की असलियत,मैंने लाइब्रेरी में सब कुछ देखा और सुना था ..”
मालती का चहरा देखते ही देखते लाल पड़ गया था ..
“ओह तो ये बात है ,इस लिए तुम हमारी जासूसी करवा रही थी “
“गौरव ने मुझे ठुकराया है ,मैं उसे बर्बाद कर दूंगी “
मैं चिल्लाई ,वही मालती ने अपने सामने रखा हुआ पानी पी लिया
“तुम कितना भी चीखों लेकिन तुम्हारी बात पर कोई भी भरोसा नही करने वाला “
उसके होठो में कमीनी सी मुस्कान फैल गई ..
“लेकिन सच को कितने दिनों तक छिपा के रखोगी “
“सच..??”
वो जोरो से हँसी
“सच क्या है सपना,जो तुमने उस दिन देखा वो सच है ?? कोई भी सच बिना प्रूफ के सच नही होता,और तुम मानो या ना मानो मैं और गौरव अब अलग हो चके है वो पूर्वी से बहुत ही प्यार करता है ,क्या तुमने उस दिन के बात हमे कभी मिलते हुए देखा..??
नही देखा होगा क्योंकि फिर हम कभी नही मिले,गौरव अब सच में पूर्वी से प्यार करता है ,यही सच है ,और ये भी सच है की मैं अब उनके जीवन से निकल चुकी हु ...तुम कितनी भी जासूसी करवा लो तुम्हे कुछ नही मिलने वाला क्योकि अब वो दोनों एक है …”
मालती ने एक गहरी सांस लेते हुए कहा..
मैंने अपने चहरे पर उतना गुस्सा लाया जितना मैं ला सकती थी..
“पूर्वी और गौरव कभी एक नही हो सकते ….पूर्वी को कभी प्यार नही मिलेगा,वो जिससे भी प्यार करेगी मैं उसे छीन लुंगी “
मैं सच में कांपने लगी थी...ये बोलते हुए मेरे दिल में इतनी तकलीफ़ हुई की मेरे आंखों में आंसू आ गए ..
लेकिन मालती के चहरे में आयी हल्की मुस्कान मुझसे छिप नही सकी ..
“तो तुम्हे गौरव से कोई लेना देना नही है “
उन्होंने अपने चहरे में आश्चर्य का भाव लाते हुए कहा
“गौरव ...वो साला बुढ्ढा ,मेरे पास लड़को की कोई कमी है क्या जो मैं उसे लाइन दूंगी ,लेकिन पूर्वी उससे प्यार करती है और मैं उसे कैसे खुश देख सकती हु ..”
मालती मेडम और ही खुश दिखाई दे रही थी ..
“ओह तो ये बात है ,तुम दोनों के बीच दूरियां पैदा करना चाहती हो ,अच्छी बात है तुम्हे मदद करूंगी “
अब मैं चौकी
“तुम ..”
“गौरव ही तो मेरा एक सहारा था ,वो भी अब किसी और से प्यार करने लगा है ,अगर गौरव पूर्वी के साथ रहेगा तो मेरा भी तो नुकसान है ना ,लेकिन तुम ये सब करोगी कैसे “
मेरे होठो में मुस्कान फैल गई
“औरत का जिस्म किसी भी मर्द को बहकाने के लिए काफी है “
उसने मुझे ध्यान से देखा
“तुम पागल हो जो ऐसा सोचती हो ,गौरव को बहकाना इतना भी आसान नही है ..”
“देखते है ..”
मैं इतना ही बोलकर वंहा से निकल गई ………
*******
गौरव को बहकाने का हर प्रयास नाकाम हो रहा था,और आखिर में मैंने वो कदम उठा  दिया जिसने चाल को उल्टा ही कर दिया ,
मैंने सोचा था की कोई भी मर्द मुझ जैसी लड़की को अकेले में नंगी देखकर मचलेगा ही,और अगर वो थोड़ा भी मचलता तो मेरा काम हो जाता क्योकि मैंने लेब में पहले ही कई कैमरे लगवा दिए थे ,मैंने गौरव के सामने अपने कपडे खोल दिए और उसे खुला सेक्स का आफर भी दे दिया,लेकिन साला वंहा से भागता हुआ सीधे पूर्वी के पास पहुच गया..
अब तो गौरव पूर्वी के नजरो में भगवान बन चुका था ,और उसने उससे शादी करके अपना बनाना ही सही समझा ,
पूर्वी को रोकना अब नामुमकिन ही था,अब चाहे रोहन हो या गौरव उसके नसीब में ही धोखेबाज लिखे थे तो कोई क्या कर सकता है..
रोहन की मोहोब्बत जिस्मानी ज्यादा थी(ऐसा मुझे लगता है ) और गौरव तो दौलत से …??क्या सच में गौरव पूर्वी की दौलत से प्यार करता था,ये तो वक्त ही बताने वाला था क्योकि पूर्वी ने गौरव को पाने के लिए जो कीमत चुकाई थी वो थी अपने पिता के दौलत से बेदखल होना…
और गौरव को इससे कोई भी फर्क पड़ता मालूम नही हुआ,
या वो बस मालती का मोहरा ही था,लेकिन मैं बराबर उसपर भी नजर रखे थी और किसी भी एंगल से ये नही लगा की वो अब गौरव से किसी भी तरह के किसी नाजायज संबंध में है…
सब कुछ बदल चुका था,पूर्वी ने शादी कर ली ,रोहन और मेरे रिश्ते भी इससे प्रभावित हुए,हम दोनों ही बुझे बुझे रहने लगे थे,कारण था मेरी बदनामी ,कालेज जाना भी मुश्किल हो गया था,रोहन ने मुझे बहुत सहारा दिया लेकिन वो भो लोगो को चुप तो नही करवा सकता था,लेकिन इन सब में एक और चीज हुई …
मैं मालती मेडम से घुलने मिलने लगी,और मेरा इंटरेस्ट अब मैंने अपने केमेस्ट्री के इंटरेस्ट को सीरियसली लेना शुरू किया,उसमें कुछ हाथ मालती के घर से मिले हुए उन कागजात का भी था,जिसे समझने में मेरा दिमाग खप रहा था,
मेरा इंटरेस्ट इतना बड़ा की मैंने MBA की जगह एमएससी करने को प्राथमिकता दी और उसके बाद पीएचडी करने लगी …
मालती ने फिर से मुझे अपने साथ रखा …
मालती की एक बात तो थी,की वो कभी भी गौरव को उकसाने के खिलाफ नही थी,वो मुझे गौरव को उकसाने में मदद करती थी,और इसलिए मैंने गौरव के साथ काम करने की बात उससे की और वो झट से मान भी गई,ये प्रोजेक्ट गौरव के लिए बेहद ही इम्पोर्टेन्ट था और मेरे लिए भी क्योकि इसका आईडिया मालती ने ही गौरव को दिया था,अब मैं गौरव को असिस्ट कर रही थी,कई ऑपरट्यूनिटी एक साथ मेरा दरवाजा खटखटा रही थी ,देखना ये था की मैं कितनो को अपना बना पाती  हु …………..
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#91
Nice twist
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#92
Ek k bad ek ghumav.
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#93
dr sahab..... itna bhi mat ghumao.... ki dimag bilkul hi ghum jaye.....

abhi tak purvi bewkoof aur sab kamine dikh rahe hain.... lekin ....... apki heroin humesha.... maha kameeni....
dekhte hai... kab khulkar samne ayegi
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#94
(23-05-2019, 10:53 PM)Mprajpootmp Wrote: Nice twist

Dhanyawad dost....
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#95
(24-05-2019, 08:41 PM)Black boy Wrote: Ek k bad ek ghumav.

banana
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#96
(24-05-2019, 11:19 PM)kamdev99008 Wrote: dr sahab..... itna bhi mat ghumao.... ki dimag bilkul hi ghum jaye.....

abhi tak purvi bewkoof aur sab kamine dikh rahe hain.... lekin ....... apki heroin humesha.... maha kameeni....
dekhte hai... kab khulkar samne ayegi

Uska bhi time aayega kamadev ji...Abhi to point of view hi chal raha hai...
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#97
अध्याय 16
“जानती हो मैंने पूर्वी से वही कहा जो तुमने कहने को कहा था ,और सरप्राइज की वो मान भी गई “
रोहन  खुश था,क्योकि उसने पूर्वी को इस बात के लिए मना लिया था की अगर गौरव धोखा करे तो वो भी रोहन के साथ अफेयर स्टार्ट कर देगी ..
रोहन की बात से मैं मुस्कुराई
“उसे गौरव पर पूरा भरोसा है .”
मैंने अपने विस्की का एक सिप लिया..
“और मुझे तुमपर पूरा भरोसा है “
रोहन का चहरा खिला हुआ था,
“ह्म्म्म लेकिन यार वो साला टूटने का नाम ही नही लेता,सब कुछ तो दिखा दिया उसे अब और क्या करू”
मैंने एक गहरी सांस ली
रोहन ने मुझे अपने बांहों में भर लिया ,हम एक बार के काउंटर  में बैठे थे और सामने लोग डांस फ्लोर में डांस कर रहे थे...रोहन ने अपनी उंगली सामने डांस फ्लोर में डांस करती हुई एक लड़की पर टिकाई ..
“उसे देख रही हो,उसका नाम शबाना है ,वो कभी कालेज की मासूम सी पढ़ने वाली लड़की हुआ करती थी,और आज …”
मेरी आंखे बड़ी हो गई पता नही रोहन क्या कहने वाला था..
“आज क्या “
“आज वो कई अमीर लड़को की रांड है “
मैंने फिर से उस लड़की को देखा ,चहरे में मासूमियत आज भी थी लेकिन कपड़े उसने उत्तेजक पहने हुए थे,और लड़को के बीच बहुत ही सेक्सी अंदाज में कूल्हों को मटकाकर डांस कर रही थी..
“और उसे देखो उसे तो पहचानती ही होगी ,हमारे कॉलेज में थी,पापा IAS और माँ डॉक्टर ,याद आया पहले चश्मा लगाती थी “
मैं उस लड़की को देखकर दंग रह गई
“ओ माय गॉड ये तो आभा है ना,सच में यकीन नही होता कितनी अलग लग रही है,”
“कभी सोचा था की ये लड़की जो कॉलेज में चश्मा पहन कर हमेशा फास्ट आने की कोशिश करती थी,और मेडिकल का एग्जाम दिला कर इसने स्टेट टॉप किया था आज यंहा ऐसे कपड़े पहन कर घूम रही है ,इसे पैसे की कोई कमी नही है लेकिन अब इसे रोज हुकअप्स चाहिए,रोज नया मर्द या फिर मेरे जैसा कोई सॉलिड बंदा जो इसकी आग बुझा सके ..”
रोहन की बात सुनकर मैं सोच में पड़ गई की वो आखिर मुझे दिखाना और समझाना क्या चाहता था..
“आखिर तुम कहना क्या चाहते हो “
“यही की कोई भी शरीफ नही होता,अगर कोई शरीफ दिखे तो ये समझना की उसे बस अभी तक गलत काम। करने का मौका नही मिला,या उसमें वो ताकत और हिम्मत नही है,गौरव क्यो तुमसे बच जाता है ,क्योकि वो तुमसे डरता है की कही तुम उसके रिश्ते को खराब ना कर दो ,उसे बस बदनामी का डर है ,और पूर्वी क्यो खुलकर नही जी पा रही है ,क्योकि उसे अपने रिश्ते के टूटने का डर है,हर डर बाहरी नही होता कुछ बहुत ही भीतरी होते है,धोखा खाने का डर भी होता है तो धोखा देने का डर भी होता है,पूर्वी को यही डर है की वो कही गौरव से धोखा ना कर बैठे...अगर उन दोनों का डर टूट गया तो भी हमारे जैसे हो जायेगें,बेख़ौफ़ ..”
रोहन ने एक ही सांस में अपनी ड्रिंक खत्म कर दी ,उसकी आंखों में अजीब से भाव थे जो मेरे समझ के बाहर थे,लग रहा था जैसे कोई चीज उसे अंदर ही अंदर खा रही है ..
“तू ठीक तो है ना,क्या हो गया तुझे “
“मुझे दुख होता है शबाना और आभा जैसी लड़कियों के लिए”
रोहन की बात से मैं और भी चौक गई ,अब इसे उनके लिए क्यो दुख होने लगा,लेकिन सच में उसके आवाज में एक दर्द था ..
“मुझे दुख होता है क्योकि वो ये सब तो कर रही है लेकिन उन्हें भी अंदर कही से ये पता है की ये सब गलत है ,और वो एक गिल्टी फिलिंग  में जी रही है ,इन्होंने अपना बेहतरीन केरियर खत्म कर दिया ,सिर्फ मजे के चक्कर में ,और वो गिल्ट उन्हें इस मजे को अच्छे से लेने भी नही देता,जिस्म और मन की जरूरतें उकसाती है वही समाज के बिछाए हुए मर्यादाओं का जाल के कारण निकला हुआ गिल्ट उन्हें फंसा देता है,वो दोहरी जिंदगी जीने पर मजबूर है,आखिर क्या गलती यही इन लड़कियों की ,क्या इन्हें अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जीने का कोई हक नही है …”
रोहन की आंखों में आंसू देखकर मैं डर गई थी,वो कभी इतना सीरियस नही होता था,मैं उसके गालों पर अपने हाथो को फिराया
“क्या हो गया है तुझे ये कैसी बात कर रहा है “
रोहन ने एक पल के लिए मुझे गौर से देखा
“क्या तुझे कभी गिल्ट होता है की तू अपने सबसे अच्छे दोस्त के साथ सेक्स करती है ,या इतने लड़को के साथ सेक्स करने में तुझे ऐसी फिलिंग आयी “
मैंने थोड़ा सोचा लेकिन मेरा दिमाग क्लियर था
“नही तो कभी नही “
“लेकिन आभा और शबाना क्यो रोती है अपने इस हालत पर ,वो तो बस अपने जीवन को इंजॉय कर रही है ना ,फिर उन्हें ऐसी फिलिंग क्यो होती है “
मैंने गहरी सांस ली
“क्योकि उनकी परवरिश अलग तरह से हुई है,उन्हें लगता है की वो गलत कर रही है,”
मैंने सिंपल लेकिन सही जवाब दिया
“यही तो दुख होता है यार ,वो तुम्हारे जैसी क्यो नही हो सकती ,पूर्वी तुम्हारे जैसे क्यो नही हो सकती ,”
अब मुझे उसकी पूरी बातों का मतलब समझ आया,रोहन का ये रूप मैं पहली बार देख रही थी,और आज मुझे अहसास हुआ की वो किसी की कितनी फिक्र कर सकता है…
“तो ये बात है “
“हा यार यही बात है ,मुझे वो चाहिए लेकिन ..लेकिन मैं ये नही चाहता की वो मेरे साथ रिश्ते के कारण गिल्ट महसूस करे,उसे इसमें खुसी मिलनी चाहिए ,मैं सेक्स के बाद उसके चहरे में मुस्कान देखना चाहता हु ना की दुख और चिंता ..”
उसकी भोली बातों से मेरे होठो में मुस्कान खिल गई
“ओह तो जनाब सेक्स तक सोच चुके है “
इतने देर में पहली बार उसके होठो में एक मुस्कान खिली
“क्यो नही हो सकता क्या,अगर तुम साथ हो …”
वो गाना गाने लगा
‘तो तुम मुझे बकरा बना कर उसे हलाल करने की सोच रहे हो “
हम दोनों ही हँस पड़े
“यार तुझे भी गौरव के साथ मजा आएगा,साले ने इतना तो तदफ़ाय है तुझे “
“ह्म्म्म वो तो मुझे नही पता लेकिन मुझे तेरे ऊपर जरूर शक हो रहा है की मौका मिलने पर तू कुछ कर भी पायेगा की नही ,कही सेंटी हो गया तो “
“यार मुझे मेरी पूर्वी हंसती हुई चाहिए,कोई ऐसा प्लान बना ना की उसे ये सब गलत ना लगे ,वो भी इसमें इन्वॉल्व हो जाए “
मेरा शैतानी दिमाग चलने लगा था ..
“एक चीज हो सकती है ,अगर ऐसा हो जाए की गौरव को पूर्वी के साथ तुझे देखकर या किसी और को देखकर जलन के अलावा भी कुछ हो ,यानी उसे भी मजा आये तो “
रोहन मुझे घूरने लगा
“यानी वो स्टोरी टाइप ,हॉट वाईफ वाला,वो क्या बोलते है cuckold ,तुझे लगता है ऐसा होगा,या पूर्वी ऐसा होने देगी “
मेरे होठो में एक कमीनी सी मुस्कान फैल गई
“cuckold कहना तो गलत होगा लेकिन हॉट वाईफ वाली कहानी यंहा चल सकती है ,गौरव क्या हर मर्द ये चाहता है की उसकी बीवी सीधी साधी हो लेकिन होई सेक्सी ,हॉट…”
“क्या फिजूल की बात है सीधी साधी लड़की सेक्सी कैसे हो सकती है वो तो क्यूट होती है ना”
“हम्म लेकिन शबाना और आभा भी तो सीधी साधी लडकिया है ,चाहे वो जो भी कर ले है तो वो अब भी सीधी साधी इसीलिए तो उन्हें गिल्ट होता है “
“हा लेकिन अगर ऐसा हो भी गया तो पूर्वी तो दुखी ही रहेगी ना”
“क्या हो अगर पूर्वी को समझ ही नही आये की वो गलत कर रही है तो ..”
“ऐसा तो नामुमकिन है यार क्यो सपने दिखा रही है “
“कुछ भी हो सकता है तूने अभी तो कहा था ना,हर आदमी कमीना है बस कमिनियत को निकलने का अवसर मिलना चाहिए “
रोहन सोच में पड़ गया,फिर अचानक से बोला
“अगर ऐसा हो गया ना जान तो तू जो बोले वो करूंगा “
मैं जोरो से हँस पड़ी
“इतना उतावला होगा ना तो कुछ भी नही मिलने वाला,सब बहुत ही प्लान के साथ करना होगा,पहला काम कर की पूर्वी को जिम की फ्री मेम्बरशिप दे दे और साथ और उसे बोल की साथ में गौरव को भी लाये ,टेस्ट करते है की गौरव सच में अपनी बीवी का हॉट रूप देखकर कैसे विहेब करता है “
“अगर वो गुस्सा हो गया तो प्लान खराब ..”
“तू पागल ही है ,अगर वो गुस्सा किया मतलब दोनों के रिश्ते में दरार,पूर्वी हमेशा से स्वकछन्द जीने वाली लड़की है ,उसे थोड़ा तो बुरा लगेगा अगर गौरव उसे बांधने की कोशिश करेगा,और इसी से उनके रिश्ते में थोड़ी खटास आएगी उससे पूर्वी का वो रिबेलियस स्वरूप फिर से लौटेगा...और अगर गौरव को कोई प्रॉब्लम नही हुई तो हम इसे दूसरे लेवल तक ले जायेगे,क्योकि जितना आगे मैं जाऊंगी पूर्वी भी उतना आगे जाने की कोशिश करेगी ..”
रोहन मेरा प्लान सुनकर दंग रह गया..
“तू तो सच में कमीनी है ,और ये सब तू सिर्फ मेरे लिए कर रही है “
उसने बड़े ही प्यार से पूछा ..
“हा इसमें तुझे भी फायदा होगा ..”
“मतलब और किसे फायदा होगा ..”
मैं हँसी
“वक्त आने पर वो भी पता चल जाएगा “
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#98
मस्त कहानी, मस्त ट्विस्ट।।
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#99
Super
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(25-05-2019, 03:37 PM)Chutiyadr Wrote: अध्याय 16
“जानती हो मैंने पूर्वी से वही कहा जो तुमने कहने को कहा था ,और सरप्राइज की वो मान भी गई “
रोहन  खुश था,क्योकि उसने पूर्वी को इस बात के लिए मना लिया था की अगर गौरव धोखा करे तो वो भी रोहन के साथ अफेयर स्टार्ट कर देगी ..
रोहन की बात से मैं मुस्कुराई
“उसे गौरव पर पूरा भरोसा है .”
मैंने अपने विस्की का एक सिप लिया..
“और मुझे तुमपर पूरा भरोसा है “
रोहन का चहरा खिला हुआ था,
“ह्म्म्म लेकिन यार वो साला टूटने का नाम ही नही लेता,सब कुछ तो दिखा दिया उसे अब और क्या करू”
मैंने एक गहरी सांस ली
रोहन ने मुझे अपने बांहों में भर लिया ,हम एक बार के काउंटर  में बैठे थे और सामने लोग डांस फ्लोर में डांस कर रहे थे...रोहन ने अपनी उंगली सामने डांस फ्लोर में डांस करती हुई एक लड़की पर टिकाई ..
“उसे देख रही हो,उसका नाम शबाना है ,वो कभी कालेज की मासूम सी पढ़ने वाली लड़की हुआ करती थी,और आज …”
मेरी आंखे बड़ी हो गई पता नही रोहन क्या कहने वाला था..
“आज क्या “
“आज वो कई अमीर लड़को की रांड है “
मैंने फिर से उस लड़की को देखा ,चहरे में मासूमियत आज भी थी लेकिन कपड़े उसने उत्तेजक पहने हुए थे,और लड़को के बीच बहुत ही सेक्सी अंदाज में कूल्हों को मटकाकर डांस कर रही थी..
“और उसे देखो उसे तो पहचानती ही होगी ,हमारे कॉलेज में थी,पापा IAS और माँ डॉक्टर ,याद आया पहले चश्मा लगाती थी “
मैं उस लड़की को देखकर दंग रह गई
“ओ माय गॉड ये तो आभा है ना,सच में यकीन नही होता कितनी अलग लग रही है,”
“कभी सोचा था की ये लड़की जो कॉलेज में चश्मा पहन कर हमेशा फास्ट आने की कोशिश करती थी,और मेडिकल का एग्जाम दिला कर इसने स्टेट टॉप किया था आज यंहा ऐसे कपड़े पहन कर घूम रही है ,इसे पैसे की कोई कमी नही है लेकिन अब इसे रोज हुकअप्स चाहिए,रोज नया मर्द या फिर मेरे जैसा कोई सॉलिड बंदा जो इसकी आग बुझा सके ..”
रोहन की बात सुनकर मैं सोच में पड़ गई की वो आखिर मुझे दिखाना और समझाना क्या चाहता था..
“आखिर तुम कहना क्या चाहते हो “
“यही की कोई भी शरीफ नही होता,अगर कोई शरीफ दिखे तो ये समझना की उसे बस अभी तक गलत काम। करने का मौका नही मिला,या उसमें वो ताकत और हिम्मत नही है,गौरव क्यो तुमसे बच जाता है ,क्योकि वो तुमसे डरता है की कही तुम उसके रिश्ते को खराब ना कर दो ,उसे बस बदनामी का डर है ,और पूर्वी क्यो खुलकर नही जी पा रही है ,क्योकि उसे अपने रिश्ते के टूटने का डर है,हर डर बाहरी नही होता कुछ बहुत ही भीतरी होते है,धोखा खाने का डर भी होता है तो धोखा देने का डर भी होता है,पूर्वी को यही डर है की वो कही गौरव से धोखा ना कर बैठे...अगर उन दोनों का डर टूट गया तो भी हमारे जैसे हो जायेगें,बेख़ौफ़ ..”
रोहन ने एक ही सांस में अपनी ड्रिंक खत्म कर दी ,उसकी आंखों में अजीब से भाव थे जो मेरे समझ के बाहर थे,लग रहा था जैसे कोई चीज उसे अंदर ही अंदर खा रही है ..
“तू ठीक तो है ना,क्या हो गया तुझे “
“मुझे दुख होता है शबाना और आभा जैसी लड़कियों के लिए”
रोहन की बात से मैं और भी चौक गई ,अब इसे उनके लिए क्यो दुख होने लगा,लेकिन सच में उसके आवाज में एक दर्द था ..
“मुझे दुख होता है क्योकि वो ये सब तो कर रही है लेकिन उन्हें भी अंदर कही से ये पता है की ये सब गलत है ,और वो एक गिल्टी फिलिंग  में जी रही है ,इन्होंने अपना बेहतरीन केरियर खत्म कर दिया ,सिर्फ मजे के चक्कर में ,और वो गिल्ट उन्हें इस मजे को अच्छे से लेने भी नही देता,जिस्म और मन की जरूरतें उकसाती है वही समाज के बिछाए हुए मर्यादाओं का जाल के कारण निकला हुआ गिल्ट उन्हें फंसा देता है,वो दोहरी जिंदगी जीने पर मजबूर है,आखिर क्या गलती यही इन लड़कियों की ,क्या इन्हें अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जीने का कोई हक नही है …”
रोहन की आंखों में आंसू देखकर मैं डर गई थी,वो कभी इतना सीरियस नही होता था,मैं उसके गालों पर अपने हाथो को फिराया
“क्या हो गया है तुझे ये कैसी बात कर रहा है “
रोहन ने एक पल के लिए मुझे गौर से देखा
“क्या तुझे कभी गिल्ट होता है की तू अपने सबसे अच्छे दोस्त के साथ सेक्स करती है ,या इतने लड़को के साथ सेक्स करने में तुझे ऐसी फिलिंग आयी “
मैंने थोड़ा सोचा लेकिन मेरा दिमाग क्लियर था
“नही तो कभी नही “
“लेकिन आभा और शबाना क्यो रोती है अपने इस हालत पर ,वो तो बस अपने जीवन को इंजॉय कर रही है ना ,फिर उन्हें ऐसी फिलिंग क्यो होती है “
मैंने गहरी सांस ली
“क्योकि उनकी परवरिश अलग तरह से हुई है,उन्हें लगता है की वो गलत कर रही है,”
मैंने सिंपल लेकिन सही जवाब दिया
“यही तो दुख होता है यार ,वो तुम्हारे जैसी क्यो नही हो सकती ,पूर्वी तुम्हारे जैसे क्यो नही हो सकती ,”
अब मुझे उसकी पूरी बातों का मतलब समझ आया,रोहन का ये रूप मैं पहली बार देख रही थी,और आज मुझे अहसास हुआ की वो किसी की कितनी फिक्र कर सकता है…
“तो ये बात है “
“हा यार यही बात है ,मुझे वो चाहिए लेकिन ..लेकिन मैं ये नही चाहता की वो मेरे साथ रिश्ते के कारण गिल्ट महसूस करे,उसे इसमें खुसी मिलनी चाहिए ,मैं सेक्स के बाद उसके चहरे में मुस्कान देखना चाहता हु ना की दुख और चिंता ..”
उसकी भोली बातों से मेरे होठो में मुस्कान खिल गई
“ओह तो जनाब सेक्स तक सोच चुके है “
इतने देर में पहली बार उसके होठो में एक मुस्कान खिली
“क्यो नही हो सकता क्या,अगर तुम साथ हो …”
वो गाना गाने लगा
‘तो तुम मुझे बकरा बना कर उसे हलाल करने की सोच रहे हो “
हम दोनों ही हँस पड़े
“यार तुझे भी गौरव के साथ मजा आएगा,साले ने इतना तो तदफ़ाय है तुझे “
“ह्म्म्म वो तो मुझे नही पता लेकिन मुझे तेरे ऊपर जरूर शक हो रहा है की मौका मिलने पर तू कुछ कर भी पायेगा की नही ,कही सेंटी हो गया तो “
“यार मुझे मेरी पूर्वी हंसती हुई चाहिए,कोई ऐसा प्लान बना ना की उसे ये सब गलत ना लगे ,वो भी इसमें इन्वॉल्व हो जाए “
मेरा शैतानी दिमाग चलने लगा था ..
“एक चीज हो सकती है ,अगर ऐसा हो जाए की गौरव को पूर्वी के साथ तुझे देखकर या किसी और को देखकर जलन के अलावा भी कुछ हो ,यानी उसे भी मजा आये तो “
रोहन मुझे घूरने लगा
“यानी वो स्टोरी टाइप ,हॉट वाईफ वाला,वो क्या बोलते है cuckold ,तुझे लगता है ऐसा होगा,या पूर्वी ऐसा होने देगी “
मेरे होठो में एक कमीनी सी मुस्कान फैल गई
“cuckold कहना तो गलत होगा लेकिन हॉट वाईफ वाली कहानी यंहा चल सकती है ,गौरव क्या हर मर्द ये चाहता है की उसकी बीवी सीधी साधी हो लेकिन होई सेक्सी ,हॉट…”
“क्या फिजूल की बात है सीधी साधी लड़की सेक्सी कैसे हो सकती है वो तो क्यूट होती है ना”
“हम्म लेकिन शबाना और आभा भी तो सीधी साधी लडकिया है ,चाहे वो जो भी कर ले है तो वो अब भी सीधी साधी इसीलिए तो उन्हें गिल्ट होता है “
“हा लेकिन अगर ऐसा हो भी गया तो पूर्वी तो दुखी ही रहेगी ना”
“क्या हो अगर पूर्वी को समझ ही नही आये की वो गलत कर रही है तो ..”
“ऐसा तो नामुमकिन है यार क्यो सपने दिखा रही है “
“कुछ भी हो सकता है तूने अभी तो कहा था ना,हर आदमी कमीना है बस कमिनियत को निकलने का अवसर मिलना चाहिए “
रोहन सोच में पड़ गया,फिर अचानक से बोला
“अगर ऐसा हो गया ना जान तो तू जो बोले वो करूंगा “
मैं जोरो से हँस पड़ी
“इतना उतावला होगा ना तो कुछ भी नही मिलने वाला,सब बहुत ही प्लान के साथ करना होगा,पहला काम कर की पूर्वी को जिम की फ्री मेम्बरशिप दे दे और साथ और उसे बोल की साथ में गौरव को भी लाये ,टेस्ट करते है की गौरव सच में अपनी बीवी का हॉट रूप देखकर कैसे विहेब करता है “
“अगर वो गुस्सा हो गया तो प्लान खराब ..”
“तू पागल ही है ,अगर वो गुस्सा किया मतलब दोनों के रिश्ते में दरार,पूर्वी हमेशा से स्वकछन्द जीने वाली लड़की है ,उसे थोड़ा तो बुरा लगेगा अगर गौरव उसे बांधने की कोशिश करेगा,और इसी से उनके रिश्ते में थोड़ी खटास आएगी उससे पूर्वी का वो रिबेलियस स्वरूप फिर से लौटेगा...और अगर गौरव को कोई प्रॉब्लम नही हुई तो हम इसे दूसरे लेवल तक ले जायेगे,क्योकि जितना आगे मैं जाऊंगी पूर्वी भी उतना आगे जाने की कोशिश करेगी ..”
रोहन मेरा प्लान सुनकर दंग रह गया..
“तू तो सच में कमीनी है ,और ये सब तू सिर्फ मेरे लिए कर रही है “
उसने बड़े ही प्यार से पूछा ..
“हा इसमें तुझे भी फायदा होगा ..”
“मतलब और किसे फायदा होगा ..”
मैं हँसी
“वक्त आने पर वो भी पता चल जाएगा “

वाह!! नाईस अपडेट ... कीप अपडेटिंग ... Smile

वैसे,

आपको यहाँ देख कर अच्छा लगा ..   banana
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