19-05-2019, 08:29 AM
Bhut shandaar update komal ji.....
Romance मोहे रंग दे
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19-05-2019, 08:29 AM
Bhut shandaar update komal ji.....
20-05-2019, 08:18 AM
20-05-2019, 08:24 PM
21-05-2019, 10:06 AM
21-05-2019, 02:08 PM
22-05-2019, 09:14 AM
23-05-2019, 07:06 AM
कोमल जी अभी तक अपडेट नहीं आया
और कितना इंतज़ार?????????????????
24-05-2019, 06:05 AM
Waiting 4 update komal j8
बर्बादी को निमंत्रण
https://xossipy.com/thread-1515.html [b]द मैजिक मिरर (THE MAGIC MIRROR) {A Tale of Tilism}[/b] https://xossipy.com/thread-2651.html Hawas ka ghulam https://xossipy.com/thread-33284-post-27...pid2738750
24-05-2019, 06:14 PM
सजा
" अभी सजा की शुरुआत भी नहीं हुयी है , ... " वो रजाई में सिर्फ एक बनयाइंन और शॉर्ट्स में थे ,... ( मैं भी तो सिर्फ एक छोटी सी नाइटी और थांग में थी , ) मैंने दोनों हाथ से पकड़ के उनकी बनयान उतार के नीचे फर्श पर फेंक दी , ये कमरा मेरा , ये लड़का मेरा मेरी चाहे जो मर्जी हो करूँ ,... और मेरा सारा गुस्सा , फ्रस्ट्रेशन , चुम्मी बन के मेरे होंठ से सीधे उनके गालों पर , एक दो नहीं बीसों , और फिर मेरे बोल फूटे , चोर बदमाश डाकू ,... चोर तो ये थे ही , चितचोर , मुझसे ही मुझे चुरा लिया और इससे भी संतोष नहीं हुआ , ... मेरी सारी फोटुएं , मैंने स्क्रैप बुक खोल के , लास्ट पेज खोल दिया , जिसपर कल रात की टूटी चूड़ियां, गुलाब की कलियाँ , हम लोगों की रति क्रीड़ा से दबी कुचली मसली चमेली के फूल से मिला के उन्होंने लिखा था आई लव यू ,... मैं सीधे उनके खुले चौड़े सीने पर लेट गयी और और उसे दिखाते हुए उन्हें, मैं बोली , " चलो तेरी पहली सजा , ... मुझे लगा था की मेरी शादी एक पढ़े लिखे लड़के से हुयी है , ... तो चलो इसे पढ़ कर दिखाओ " कुछ लजाते शर्माते झिझकते वो बोले , .. " आई लव .... यू। " " उन्हह ऐसे नहीं , खूब जोर से ,... " मैं इतने आसानी से नहीं छोड़ने वाली थी , और अब उनकी थोड़ी हिम्मत खुली , .. बोले वो और साथ में मैं भी , " दुष्ट चोर , डाकू , तेरी पहली सजा यही ,... इनके सीने पर ऊँगली से सहलाते बोली मैं , " रोज रोज कम से कम १०० बार गुड मॉर्निंग के साथ शुरू कर , ... ( और मैं जानती थी गुड नाइट तो होनी नहीं है ) ..समझ लो , अगर किसी दिन चूके ,... उनकी हिम्मत थी ,... कम से कम बीस पच्चीस बार ,... उन्होंने बोला आई लव यू , तब मैंने रोका , ... चलो आज के लिए बहुत है लेकिन कल सुबह से ,.. अगर एक भी कम हुआ न तो दस बार फिर से,... और मैंने उनकी अगली सजा सुनाई ,... जो मेरा नखशिख वर्णन लिखा था , मैंने पहले आखों वाली पोएम खोली , और उसके ख़त्म होते ही , मैंने हलके से बोला किस ,... उनकी पोएम को किस करते हुए इशारा किया और अगर वो न समझते तो भी , ... हाथ थे न ,.. मैं समझ गयी थी , ऐसे दीवाने बुद्धू के लिए ,... बिना जबरदस्ती किये ,... उनके सर को दोनों हाथों से पकड़ के सीधे मेरी पलकों पर ,... अगली कविता मेरे गालों पर थी , और अबकी हल्का सा जोर मुझे देना पड़ा , लेकिन मेरे होंठो पर जो कविता उन्होंने लिखी थी ( साथ में हॉट हॉट मेरे होंठों का खूब मीठा सा स्केच भी ),.. इस बार खुद उनके नदीदे होंठ , मेरे होंठ ,... और मेरे होंठ अबकी होंठों की कुश्ती में भारी पड़ रहे थे पर मेरे किशोर जोबन पर लिखी उनकी कविता को पढ़ने में वो बहुत झेंप रहे थे , पर मैं उन्हें उकसा रही थी , मेरे जोबन भी , .. और उनके होंठ जब नीचे उतर रहे थे , मेरी नाइटी की गांठे खुल गयी , मेरे कोमल कमल युग्म छलक कर बाहर आगये थे और उन्हें पढ़ना था तो मैंने स्क्रैप बुक देते हुए बेड के ऊपर की लाइट भी जला दी थी , देख ले ये लड़का इत्ती देर से ललचा रहा था , और कविता तो उन्होंने धीमे से बहुत झिझकते पढ़ी लेकिन उनके होंठ , उँगलियाँ एकदम डाकू ,... लूट लिया इस टीनेजर के जोबन को। पर मैं भी , ... क्या सिर्फ वो ही चुम्मा चाटी कर सकते थे , आज मैं भी इस खेल में बराबर की खिलाड़िन बनने की कोशिश कर रही थी , और जैसे ही उनके होंठो ने मेरी देह को छोड़ा , मेरे होंठ उस चोर डाकू बदमाश लड़के के ऊपर ,.... ये तीसरी सजा है , तुम्हारी ,... अब तो पूरी जिंदगी मैं ही फैसला सुनाने वाली थी , इस लड़के को ,... और उसे चुपचाप बस सजा सुननी थी , भुगतनी थी ,... आखिर उसने मुझसे मुझी को चुरा लिया था , उसपर उलटा इल्जाम मेरे माथे पर , एक सीधी साधी गाँव की किशोरी पर , की मैंने उसका दिल चुरा लिया है ,... और आज मेरे होंठ न शर्मा रहे थे न झिझक रहे थे , न मैंने उनकी ओर देखा लाइट बंद करने को , सबसे पहली सजा मैंने दी उनकी बदमाश आँखों को , उसी ने तो डाका डाला था मेरे ऊपर ,... और अभी भी बस उनके दीठ की एक छुअन ,.. और मैं सिहर उठती थी , उनचासों पवन मदन के एक साथ चलने लगते थे , और मैं मन तो कब का हार गयी थी , तन भी हार जाती थी , बस मेरे होंठों ने पलकों के दरवाजे को बंद कर दिया , और चुंबन की सांकल भी लगा दी , खटकाते रहो अब , ... और मेरी हिम्मत भी बढ़ गयी , मेरे होंठ भी अब बिना बोले बतियाने की कला उन्ही से सीख गए थे , बस उन्होंने बरज दिया था उन्हें ,... अब सजनी का नंबर आँखों से उतर कर , और कहाँ ,... उनके होंठों पर , ... बहुत रस लूटा था उन्होने मेरा ,... और जितना रस वो लूटते थे मेरी देह का उसका दूना रस छलकने लगता था मेरी देह में ,... मैं भोरी थी उमर की बारी थी , लेकिन उस नवल रसिया ने एक रात में ही बहुत कुछ सिखा दिया था , पहले तो मेरे होंठ झिझक रहे थे , बस हलके से छू लेते थे , ... लेकिन उनके होंठ भी तो अब मेरे थे ,... मैं क्यों डरती ,... कल से जैसे होंठ उनके मेरे होंठों को कचकचा के काट रहे थे , चूस रहे थे ,... आज मैंने भी वैसे ही ,... वो तड़प रहे थे सिसक रहे थे ,.... लेकिन यही हालत तो मेरी भी होती थी , जवानी की गरम आग में जलते धधकते तवे पर जैसे कोई दो बूँद पानी की छिड़क दे , ... उनका हर स्पर्श ,जो मेरी हालत कर देता था बस वही हाल उनकी हो रही थी ,... आज , और उनके होंठों का साथ देने के लिए उनकी उँगलियाँ , . ..और सबसे दुष्ट बदमाश वो मोटा मूसलचंद ,... तो आज मेरे होंठों का साथ मेरे बालापन के जोबन दे रहे थे , हलके हलके उनकी छाती पर रगड़ कर , ललचा कर ,... और मेरे होंठों का भी तो असली टारगेट वही था , उनकी चौड़ी छाती जिसके अंदर अब उनके दिल के साथ मेरा भी दिल था , .... उस चोर ने चुरा के बहुत सम्हाल कर रखा था , बीसों चुम्बन ,... और चुम्बन यात्रा वहां रुकी पर ठहरी नहीं ,... सरक कर उनकी नाभि के चारों ओर चक्कर काट कर , ...
24-05-2019, 06:33 PM
Very hot update Komal
24-05-2019, 06:35 PM
चुम्बन यात्रा
और चुम्बन यात्रा वहां रुकी पर ठहरी नहीं ,... सरक कर उनकी नाभि के चारों ओर चक्कर काट कर , ... मैं नयी थी , उमर की बारी थी , नवल किशोरी ,... लेकिन अपनी भाभी की पाठशाला की पक्की शिष्या , ... और शादी तय होने के बाद के बाद तो इनकी सलहज ने एक्स्ट्रा क्लास ले ले कर ,.. काम क्रीड़ा का कोई पाठ नहीं होगा जो आठ दस बार न पढ़ाया होगा , .... और मेरी मम्मी भी , इनकी सास भी , मेरी माँ के साथ मेरी सबसे अच्छी सहेली भी थी , उन्होंने भी ,... ' वो ' क़ुतुबमीनार की तरह सर उठाये खड़ा था , एकदम इन्ही की तरह बेसबरा , लालची , भूखा , नदीदा ,... मैंने हिम्मत कर के उसे देखा , भर आंख ,... मेरी गुरुआनी , मेरी रीतू भाभी , इनकी सलहज ने सुबह दर्जन भर सवाल किया था , कितना लंबा है , कितना मोटा है , पूरा घोंटा की नहीं , नापा क्यों नहीं , मुट्ठी में पकड़ा की नहीं , चूमा की नहीं ,... और उनसे भी बढ़कर मेरी मंझली ननद ने क्या खुल के नन्दोई के , उसका क्या गुण गान किया , लम्बाई , मोटाई , सुपाड़ा कितना मोटा है ,.. कितना कड़ा है , कितनी देर तक ,... मेरा अंदाज उस समय एकदम सही था जब मैं अब खुल के देख रहे थे , ननद जी वाले से मेरा वाला २० नहीं पूरा २५ है , ... और मैंने पकड़ लिया , पहले हलके से फिर कस के , ... कल रात अभी मुश्किल से चौबीस घंटे हुए थे जब मेरी फाड़ के रख दी थी इसने , खून खच्चर ,... सब कुछ , और कुछ लजाते शर्माते ,... मैंने ऊँगली से ही नाप लिया , ये ट्रिक भी भौजी ने सिखाई थी , ऊँगली से लम्बाई , मोटाई नापने की , फिर मैथ मेरी अच्छी थी , हाईकॉलेज में १०० में १०० , मैंने गुणा भाग किया ,... और भाभी के लिए जवाब तैयार हो गया। .. पौने आठ से आठ के बीच ,... ( हालाँकि इनकी सलहज को इससे संतोष नहीं हुआ , ... जब होली में ये गए तो इनकी सलहज ने इनकी सबसे छोटी साली से स्केल से नपवाया , ... पूरे आठ इंच का निकला ), मोटाई एकदम मेरी कलाई के बराबर ,.. मैंने अपनी चूड़ी के नंबर से अंदाज लगा लिया ,.. ढाई इंच से थोड़ा ज्यादा ,... लेकिन मेरे होंठ भी ललचा रहे थे। और ऊपर से जो आज मंझली ननद ने कहा था , किस तरह सुहागरात की अगली रात नन्दोई जी , उनके लाख मना करने पर चमचम चूसा कर के ही माने ,... और वो और दुलारी दोनों मेरे पीछे ,... भाभी आज की रात भइया बिना चुसाये छोड़ेंगे नहीं ,... सच में बहुत मस्त लग रहा था , खूब कड़ा , खड़ा प्यारा मीठा मीठा ,... चूंसने की हिम्मत तो नहीं पड़ी मेरी , पर मेरी लालची जीभ उसके बेस पर बस जैसे गलती से एक दो बार टच कर गयी , उतना काफी था। बस मस्ती से काँप गए ,... मैं जान रही थी मन उनका खूब कर रहा है , लेकिन वो शर्मीले , लजीले ,... मुझसे न बोल पाएंगे , न अपने दिल की कह पाएंगे पर मैं थी न उनके दिल की हर धड़कन समझने सुनने वाली ,... बिना कहे उनके , उनके मन की हर बात मेरे मन में सीधे उतर जाती थी ,... और जो मैं उसे मुठिया रही थी , एक झटके में उनका मोटा सुपाड़ा , खूब लाल बड़ा मोटा , एकदम खुल गया था , ... पता नहीं क्या हो गया मुझे , मैं खुद ,... मेरी जीभ की टिप बस निकल कर उसे जस्ट टच कर गयी , शायद इतना विस्तार से मंझली ननद ने जो अपनी पहली चुस्सी का जिक्र किया था की मैं अपने को रोक नहीं पायी ,.. लेकिन एक बार फिर , लीची ऐसे मोटे मस्त सुपाड़े को देखकर मेरा मन , अबकी मेरी जीभ ने दो चार बार सपड़ सपड़ , बस हलके से चाटा , लेकिन जबतक मैं अपने होंठो को हटा पाती , वो अपने को रोक नहीं पाए ,... और यही तो मैं चाहती थी , वो अपने को रोक न पाएं ,... कस के अपने दोनों हाथों को मेरे सर पे जोर से ,... लेकिन उनकी सलहज की सीख , मेरी रीतू भाभी ने कम से कम दस बार इस बारे में सिखाया पढ़ाया था ,... मैंने खूब बड़ा सा मुंह खोल लिया , जैसे कोई बड़ा सा लड्डू घोंट रही होंऊ , पर सबसे बड़ी बात जो इनकी सलहज ने सिखाया था , और मुझसे पूछ पूछ कर चेक किया था की मुझे याद है की नहीं , ... होंठ सीधे दांत के ऊपर , एकदम दांतों को ढंके ,... सिर्फ होंठ ही मेरे उनके 'उससे ' लगें ,... और कैसे हलके हलके होंठों से दबाना है , लेकिन जब उन्होंने कस के दबाया , धीरे धीरे कर के मेरे होंठों के बीच सुपाड़ा ,... और मैं उनकी सलहज की बाकी सब पढ़ाई भूल गयी , कित्ता बड़ा मोटा ,... और स्वाद भी ,... वो अभी भी पुश कर रहे थे , धीरे धीरे पूरा मोटा सुपाड़ा मेरे मुंह में ,... और तब मुझे याद आया भाभी की सीख , होंठों से हलके हलके दबाने की बात , जीभ से सहलाते हुए चाटने की बात ,... और उस सीख ने और मुसीबत में डाल दिया मुझे ,... मेरे होंठों और जीभ का असर उन्होंने और जोर से दबाया ,... धीरे धीरे आधा से ज्यादा ,... और मेरे हलक तक ,... सिर्फ मोटा ही नहीं , वो लम्बा भी खूब था। मैं चूसने की कोशिश कर रही थी , ननद जी ने खूब बोला था बड़ा मजा आया था उन्हें चूसने में , नन्दोई जी ऑलमोस्ट रोज ही उन्हें चुसाते हैं लेकिन मैं ,...चोक करने लगी , मेरे मुंह से गों गों की आवाज निकल रही थी पर वो आज पहली बार इत्ती जोश में थे की उन्हें मेरी परवाह नहीं थी , और यही चाहती थी मैं,... पर थोड़ी देर में उन्होंने मुंह से तो बाहर निकाल लिया लेकिन उनकी जो हालत थी , मैंने खुद अपनी टाँगे उठाकर उनके कंधे पर रख दी , वो मेरे अंदर
24-05-2019, 07:30 PM
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24-05-2019, 10:20 PM
Very hot.......
Want more .......
आरज़ूएं हज़ार रखते हैं
तो भी हम दिल को मार रखते हैं
25-05-2019, 01:45 AM
VERY hot update looking forward for your story
27-05-2019, 07:17 PM
28-05-2019, 03:51 AM
यह कमाल आप की कलम कर सकती है कोमल जी।
बहुत ही लाजवाब है
28-05-2019, 08:15 AM
28-05-2019, 12:25 PM
Waiting 4 next
बर्बादी को निमंत्रण
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28-05-2019, 08:55 PM
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