Poll: क्या सभी लड़के-लड़कियों को सेक्स एजुकेशन दी जानी चाहिए और उसमे लण्ड चूसने की भी ट्रेनिंग दी जानी चाहिए ?
You do not have permission to vote in this poll.
YES / हाँ
100.00%
5 100.00%
NO / नहीं
0%
0 0%
Total 5 vote(s) 100%
* You voted for this item. [Show Results]

Thread Rating:
  • 15 Vote(s) - 1.73 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery Sexy Girls को मिली सज़ा तो Head Boys ने लिया खूब मजा
#21
LAST PART

शालिनी और अनुष्का जब इंटरव्यू देकर बाहर निकली तो उन्होंने बाहर बैठी हुई बाकी की 8 लड़कियों को यह बता दिया  कि अंदर इंटरव्यू के नाम पर क्या चल रहा है

उन दोनों की बातें सुनकर वहां से 7 लड़कियां तो वहां से भाग खड़ी हुई और वहां रागिनी नाम की एक ही लड़की अब इंटरव्यू के लिए बची थी

जब रागिनी अंदर इंटरव्यू क लिए पहुँची तो उसे भी कपडे उतारने के लिए कहा गया लेकिन उसने कपडे उतारने से साफ़ इंकार करते हुए अजय, विजय और विवेक को  बुरी तरह लताड़ना शुरू कर दिया

इससे पहले कि अजय विजय और विवेक रागिनी को कुछ पलटकर कह पाते, अचानक ही वहां पर 5 सिक्युरिटी वालों की टीम घुस आयी और उस टीम का मुखिया ए सी पी  शैलेश चौहान अपने साथ आये सिक्युरिटी वालों से बोला-" गिरफ्तार कर लो इन तीनों बदमाशों को. अब इनकी थाने ले जाकर तबियत से पिटाई की जाएगी और रात भर सिक्युरिटी लॉक अप में रखने के बाद कल सुबह कोर्ट में पेश करके 15 दिनों के लिए सिक्युरिटी रिमांड पर लिया जाएगा. सिक्युरिटी रिमांड के 15 दिनों में भी इन बदमाशों की तबियत से पिटाई की जाएगी. शालिनी और अनुष्का के बयान हम लोगों ने दर्ज़ कर लिए हैं. इन पर ऐसा केस बनाया जाएगा कि यह सब कम से कम दस सालों तक जेल में चक्की पीसेंगे."

दरअसल रागिनी ए सी पी शैलेश चौहान की सगी बहन थी और उसने ही अपने भाई को यहां चल रहे गोरखधंधे की खबर देकर उसे यहां आकर छापा मारने के लिए कहा था.

अगले ही दिन सभी अख़बारों में यह खबर प्रमुखता के साथ छपी :" शहर के तीन बिगड़े हुए रईसजादे सेक्स  एजुकेशन कॉलेज के नाम पर सेक्स रैकेट चलाते हुए रँगे हाथों पकडे गए है. तीनों के नाम अजय,विजय और विवेक हैं और तीनों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है. स्टेट हेल्थ सेक्रेटरी जिसने इस कालेज को चलाने की मान्यता दी थी, उसे भी ससपेंड कर दिया गया है."


                                                                        THE END
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



[+] 1 user Likes Hot_Guy's post
Like Reply
Do not mention / post any under age /rape content. If found Please use REPORT button.
#22
जिस तरह से इस कहानी पर कोई LIKE या COMMENTS नहीं आ रहे थे,उसे देखकर यह लग रहा था कि यह कहानी रीडर्स को पसंद नहीं आ रही है

इसलिए इस लम्बी चल सकने वाली कहानी को एक नया मोड़ देकर जल्दी ही समाप्त कर दिया गया है
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



[+] 1 user Likes Hot_Guy's post
Like Reply
#23
very good story
Like Reply
#24
(14-01-2022, 03:15 PM)PATRIOT Wrote: very good story

thanx
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



Like Reply
#25
Extend this story by giving us the Second Part
Like Reply
#26
(17-01-2022, 05:10 PM)PATRIOT Wrote: Extend this story by giving us the Second Part

aap meri nayee kahani DRUGS KA KAROBAAR padhkar enjoy kar sakte hain
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



Like Reply
#27
(13-12-2021, 02:17 PM)Hot_Guy Wrote: क्या सभी लड़के-लड़कियों को सेक्स एजुकेशन दी जानी चाहिए और उसमे लण्ड चूसने की भी ट्रेनिंग दी जानी चाहिए ?

Disclaimer : यह कहानी एक Fantasy पर आधारित है और इसका, इसके किसी पात्र या घटना का किसी वास्तविक व्यक्ति या घटना से कोई लेना देना नही है। इस काल्पनिक कहानी के सभी पात्र 18 साल से ऊपर के हैं और यह कहानी 18 साल से ऊपर के पाठकों के मनोरंजन के लिए है।

(14-01-2022, 11:40 AM)Hot_Guy Wrote: LAST PART

शालिनी और अनुष्का जब इंटरव्यू देकर बाहर निकली तो उन्होंने बाहर बैठी हुई बाकी की 8 लड़कियों को यह बता दिया  कि अंदर इंटरव्यू के नाम पर क्या चल रहा है



अगले ही दिन सभी अख़बारों में यह खबर प्रमुखता के साथ छपी :" शहर के तीन बिगड़े हुए रईसजादे सेक्स  एजुकेशन कॉलेज के नाम पर सेक्स रैकेट चलाते हुए रँगे हाथों पकडे गए है. तीनों के नाम अजय,विजय और विवेक हैं और तीनों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है. स्टेट हेल्थ सेक्रेटरी जिसने इस कालेज को चलाने की मान्यता दी थी, उसे भी ससपेंड कर दिया गया है."


                                                                        THE END

(14-01-2022, 11:49 AM)Hot_Guy Wrote: जिस तरह से इस कहानी पर कोई LIKE या COMMENTS नहीं आ रहे थे,उसे देखकर यह लग रहा था कि यह कहानी रीडर्स को पसंद नहीं आ रही है

इसलिए इस लम्बी चल सकने वाली कहानी को एक नया मोड़ देकर जल्दी ही समाप्त कर दिया गया है

fight
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#28
(18-01-2022, 11:10 AM)neerathemall Wrote:
fight

Welcome
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



Like Reply
#29
(17-01-2022, 05:10 PM)PATRIOT Wrote: Extend this story by giving us the Second Part

नीचे दिए गए लिंक पर जाकर मेरी नयी कहानी "ड्रग्स का कारोबार" पढ़िए. आपको यही लगेगा की इसी कहानी का सेकंड पार्ट पढ़ रहे हैं

https://xossipy.com/thread-44868.html
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



Like Reply
#30
(17-01-2022, 05:10 PM)PATRIOT Wrote: Extend this story by giving us the Second Part

Yes we need Part-2 of this story
Like Reply
#31
(20-02-2022, 11:08 AM)rkgmg Wrote: Yes we need Part-2 of this story

Thanks for your interest
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



Like Reply
#32
अब नयी कहानियां इस थ्रेड में आएंगी
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



Like Reply
#33
नयी कहानी :


Sexy Girls को मिली सज़ा तो Head Boys ने लिया खूब मजा
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



Like Reply
#34
(27-03-2022, 02:16 PM)Hot_Guy Wrote: नयी कहानी :


Sexy Girls को मिली सज़ा तो Head Boys ने लिया खूब मजा

COMING SOON
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



Like Reply
#35
(27-03-2022, 02:16 PM)Hot_Guy Wrote: Sexy Girls को मिली सज़ा तो Head Boys ने लिया खूब मजा

PART-1

न्यू इंडिया कालेज ऑफ़ मैनेजमेंट इस शहर और इलाके का सबसे बड़ा नामी कालेज था जहां 12 वीं पास करने के बाद 5 साल का MBA का डिग्री कोर्स  कराया जाता था

कालेज में भर्ती होने के लिए 12 वीं पास होना और 18 साल की आयु होना अनिवार्य था -लड़के लड़कियों दोनों के लिए कालेज के दरवाज़े खुले हुए थे -कालेज में पांच साल बाद जब डिग्री मिलती थी तो कैंपस प्लेसमेंट में सभी को बड़ी बड़ी कंपनियां भर्ती करके ले जाती थीं

कालेज में सभी को हॉस्टल में रहना जरूरी था और पूरे पांच साल की फीस सभी  स्टूडेंट्स से एडमिशन के समय ही ले ली जाती थी

कालेज में पढाई लिखाई के साथ साथ अनुशासन और नियम कायदों पर बहुत जोर दिया जाता था -नियम कायदों के ना मानने पर सभी स्टूडेंट्स को सजा भी दी जाती थी  


पूरे कोर्स में कुल 5 सेमेस्टर होते थे और हर सेमेस्टर के सौ-सौ छात्र थे -इस तरह पांचो सेमेस्टर के छात्रों  की संख्या  500 थी -कालेज की पालिसी के मुताबिक लड़के और लड़कियों को बराबर संख्या में एडमिशन दिया जाता था इसलिए कालेज में कुल 250 लडकियां और 250 लड़के थे

कालेज की गवर्निंग बॉडी हर सेमेस्टर के लिए हर साल एक हेड बॉय को नियुक्त करती थी -इस तरह पूरे कालेज में कुल पांच हेड बॉय हर साल चुने जाते थे -हेड बॉय का काम अपने अपने सेमेस्टर के अन्य स्टूडेंट्स की देख रेख, जाँच पड़ताल और उन्हें अनुशासन में रखने का होता था- अगर किसी पीरियड में कोई टीचर किसी वजह से नहीं आया है या फिर छुट्टी पर है तो हेड बॉय उस पीरियड में अपनी मर्जी के हिसाब से बाकी के स्टूडेंट्स को किसी भी काम में लगा सकता है जिससे की वे सब हुड़दंग न मचाएं और अनुशासन में रहकर कालेज की गरिमा को बनाये रखें -इस तरह से देखा जाए तो हर हेड बॉय को 50 लड़कों और 50 लड़कियों को अपने कंट्रोल में इस तरह रखना होता था ताकि वे सभी अनुशासन में रहकर अपनी पढाई लिखाई करते रहें.

कालेज में सभी स्टूडेंट्स को तीन अलग अलग लेवल का पनिशमेंट भी देने का नियम था. लेवल-1 का पनिशमेंट मामूली गलतियों और नियम-कायदों का उल्लंघन करने पर मिलता था- यह पनिशमेंट आम तौर पर हेड बॉय देता था. लेवल 2 का पनिशमेंट टीचर खुद देता था -यह थोड़े ज्यादा शरारती स्टूडेंट्स के लिए और उन स्टूडेंट्स को दिया जाता था जो एक ही नियम को बार बार तोड़ते हुए पाए जाते हों. लेवल 3 का पनिशमेंट कालेज के प्रिंसिपल द्वारा दिया जाता था और बहुत सीरियस मामलों में ही दिया जाता था . ज्यादातर पनिशमेंट लेवल-1 के होते थे और इसके चलते हेड बॉय का न सिर्फ काम बढ़ गया था बल्कि उन्हें यह एक तरह की "एक्स्ट्रा पावर"  भी कालेज की तरफ से मिली हुई थी. किस मामले में किस स्टूडेंट को किस लेवल का पनिशमेंट मिलना है, यह तय करना टीचर का काम था लेकिन लेवल 1 का पनिशमेंट ऐसा पनिशमेंट था जिसे कोई भी हेड बॉय अपनी मर्ज़ी से  किसी भी स्टूडेंट के लिए खुद तय कर सकता था-हेड बॉय को मिली इस पावर का बहुत सारे स्टूडेंट्स समय समय पर विरोध भी करते रहते थे लेकिन कालेज मैनेजमेंट उन सभी छात्रों की अनसुनी करके हेड बॉय को इस तरह की पावर देने का हमेशा ही समर्थन करता आया था.

सभी पाँचों हेड बॉय को कालेज की तरफ से एक-एक ऑफिस भी दिया गया था जहां वे सब अपने अन्य कामों को निपटाने के अलावा लेवल 1 का पनिशमेंट भी देते थे

हर लेवल पर दिए जाने वाले पनिशमेंट की पालिसी बनी हुई थी

लेवल 1 के पनिशमेंट में हेड बॉय किसी भी स्टूडेंट को 10 उठक बैठक लगवाने के साथ साथ उसकी 25 बार स्पैकिंग कर सकता था

लेवल 2 के पनिशमेंट में टीचर किसी भी स्टूडेंट को 50 उठक बैठक लगवाने के साथ साथ उसकी 50 बार स्पैकिंग कर सकता था

लेवल 3 के पनिशमेंट  में कालेज का प्रिंसिपल किसी भी स्टूडेंट को 100 उठक बैठक लगवाने के साथ साथ उसकी 100 बार स्पैकिंग भी कर सकता था

पनिशमेंट के यह सारे नियम कालेज की पालिसी में लिखे हुए थे

जब भी कोई टीचर या हेड बॉय किसी स्टूडेंट के लिए पनिशमेंट तय करता था तो उसे सबसे पहले उस पनिशमेंट को उस स्टूडेंट की डायरी में दर्ज़ करना होता था -हर स्टूडेंट को तीन दिनों के अंदर अपना पनिशमेंट लेना होता था और पनिशमेंट लेने के बाद पनिशमेंट देने वाले को अपने दस्तखत करने होते थे यह दस्तखत की इस बात का प्रूफ होते थे की स्टूडेंट को जो पनिशमेंट दिया गया था, वह उसने ले लिया है या नहीं. अगर कोई स्टूडेंट किसी वजह से 3 दिनों के अंदर अपना पनिशमेंट नहीं ले पाता था तो उसकी सजा को डबल कर दिया जाता था

कालेज में स्टूडेंट को पनिशमेंट देने की यह जो पालिसी थी उसका नतीजा यह हुआ था की यहां पर स्टूडेंट टीचर और प्रिंसिपल से कम डरते थे, हेड बॉय से ज्यादा डरते थे क्योंकि उनके पास देखा जाए तो टीचर और प्रिंसिपल से भी ज्यादा पावर थीं.

शेष अगले भाग में .....
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



[+] 2 users Like Hot_Guy's post
Like Reply
#36
(27-03-2022, 04:30 PM)Hot_Guy Wrote: PART-1

न्यू इंडिया कालेज ऑफ़ मैनेजमेंट इस शहर और इलाके का सबसे बड़ा नामी कालेज था जहां 12 वीं पास करने के बाद 5 साल का MBA का डिग्री कोर्स  कराया जाता था

कालेज में भर्ती होने के लिए 12 वीं पास होना और 18 साल की आयु होना अनिवार्य था -लड़के लड़कियों दोनों के लिए कालेज के दरवाज़े खुले हुए थे -कालेज में पांच साल बाद जब डिग्री मिलती थी तो कैंपस प्लेसमेंट में सभी को बड़ी बड़ी कंपनियां भर्ती करके ले जाती थीं

कालेज में सभी को हॉस्टल में रहना जरूरी था और पूरे पांच साल की फीस सभी  स्टूडेंट्स से एडमिशन के समय ही ले ली जाती थी

कालेज में पढाई लिखाई के साथ साथ अनुशासन और नियम कायदों पर बहुत जोर दिया जाता था -नियम कायदों के ना मानने पर सभी स्टूडेंट्स को सजा भी दी जाती थी  


पूरे कोर्स में कुल 5 सेमेस्टर होते थे और हर सेमेस्टर के सौ-सौ छात्र थे -इस तरह पांचो सेमेस्टर के छात्रों  की संख्या  500 थी -कालेज की पालिसी के मुताबिक लड़के और लड़कियों को बराबर संख्या में एडमिशन दिया जाता था इसलिए कालेज में कुल 250 लडकियां और 250 लड़के थे

कालेज की गवर्निंग बॉडी हर सेमेस्टर के लिए हर साल एक हेड बॉय को नियुक्त करती थी -इस तरह पूरे कालेज में कुल पांच हेड बॉय हर साल चुने जाते थे -हेड बॉय का काम अपने अपने सेमेस्टर के अन्य स्टूडेंट्स की देख रेख, जाँच पड़ताल और उन्हें अनुशासन में रखने का होता था- अगर किसी पीरियड में कोई टीचर किसी वजह से नहीं आया है या फिर छुट्टी पर है तो हेड बॉय उस पीरियड में अपनी मर्जी के हिसाब से बाकी के स्टूडेंट्स को किसी भी काम में लगा सकता है जिससे की वे सब हुड़दंग न मचाएं और अनुशासन में रहकर कालेज की गरिमा को बनाये रखें -इस तरह से देखा जाए तो हर हेड बॉय को 50 लड़कों और 50 लड़कियों को अपने कंट्रोल में इस तरह रखना होता था ताकि वे सभी अनुशासन में रहकर अपनी पढाई लिखे करते रहें.

कालेज में सभी स्टूडेंट्स को तीन अलग अलग लेवल का पनिशमेंट भी देने का नियम था. लेवल-1 का पनिशमेंट मामूली गलतियों और नियम-कायदों का उल्लंघन करने पर मिलता था- यह पनिशमेंट आम तौर पर हेड बॉय देता था. दुसरे लेवल का पनिशमेंट टीचर खुद देता था -यह थोड़े ज्यादा शरारती स्टूडेंट्स के लिए और उन स्टूडेंट्स को दिया जाता था जो एक ही नियम को बार बार तोड़ते हुए पाए जाते हों. तीसरे लेवल का पनिशमेंट कालेज के प्रिंसिपल द्वारा दिया जाता था और बहुत सीरियस मामलों में ही दिया जाता था . ज्यादातर पनिशमेंट लेवल-1 के होते थे और इसके चलते हेड बॉय का न सिर्फ काम बढ़ गया था बल्कि उन्हें यह एक तरह की "एक्स्ट्रा पावर"  भी कालेज की तरफ से मिली हुई थी. किस मामले में किस स्टूडेंट को किस लेवल का पनिशमेंट मिलना है, यह तय करना टीचर का काम था लेकिन लेवल 1 का पनिशमेंट ऐसा पनिशमेंट था जिसे कोई भी हेड बॉय अपनी मर्ज़ी से  किसी भी स्टूडेंट के लिए खुद तय कर सकता था-हेड बॉय को मिली इस पावर का बहुत सारे स्टूडेंट्स समय समय पर विरोध भी करते रहते थे लेकिन कालेज मैनेजमेंट उन सभी छात्रों की अनसुनी करके हेड बॉय को इस तरह की पावर देने का हमेशा ही समर्थन करता आया था.

सभी पाँचों हेड बॉय को कालेज की तरफ से एक-एक  ऑफिस भी दिया गया था जहां वे सब अपने अन्य कामों को निपटाने के अलावा लेवल 1 का पनिशमेंट भी देते थे

हर लेवल पर दिए जाने वाले पनिशमेंट की पालिसी बनी हुई थी

लेवल 1 के पनिशमेंट में हेड बॉय किसी भी स्टूडेंट को 10 उठक बैठक लगवाने के साथ साथ उसकी 25 बार स्पैकिंग कर सकता था

लेवल 2 के पनिशमेंट में टीचर किसी भी स्टूडेंट को 50 उठक बैठक लगवाने के साथ साथ उसकी 50 बार स्पैकिंग कर सकता था

लेवल 3 के पनिशमेंट  में कालेज का प्रिंसिपल किसी भी स्टूडेंट को 100 उठक बैठक लगवाने के साथ साथ उसकी 100 बार स्पैकिंग भी कर सकता था

पनिशमेंट के यह सारे नियम कालेज की पालिसी में लिखे हुए थे

जब भी कोई टीचर या हेड बॉय किसी स्टूडेंट के लिए पनिशमेंट तय करता था तो उसे सबसे पहले उस पनिशमेंट को उस स्टूडेंट की डायरी में दर्ज़ करना होता था -हर स्टूडेंट को तीन दिनों के अंदर अपना पनिशमेंट लेना होता था और पनिशमेंट लेने के बाद पनिशमेंट देने वाले को अपने दस्तखत करने होते थे यह दस्तखत की इस बात का प्रूफ होते थे की स्टूडेंट को जो पनिशमेंट दिया गया था, वह उसने ले लिया है या नहीं. अगर कोई स्टूडेंट किसी वजह से 3 दिनों के अंदर अपना पनिशमेंट नहीं ले पाता था तो उसकी सजा को डबल कर दिया जाता था

कालेज में स्टूडेंट को पनिशमेंट देने की यह जो पालिसी थी उसका नतीजा यह हुआ था की यहां पर स्टूडेंट टीचर और प्रिंसिपल से काम डरते थे, हेड बॉय से ज्यादा डरते थे क्योंकि उनके पास देखा जाए तो टीचर और प्रिंसिपल से भी ज्यादा पावर थीं.

शेष अगले भाग में .....

Brother ???
Aapki story bahut jyada achchi hai . please lambi story likhe . Story bahut interesting hai ..
Keep it brother ❣️
Like Reply
#37
(27-03-2022, 05:37 PM)pawanqwert Wrote: Brother ???
Aapki story bahut jyada achchi hai . please lambi story likhe . Story bahut interesting hai ..
Keep it brother ❣️

Thanks
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



Like Reply
#38
Nayee Kahani ki Shandaar Shuruaat
Like Reply
#39
(27-03-2022, 07:07 PM)PATRIOT Wrote: Nayee Kahani ki Shandaar Shuruaat

Thanks
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



Like Reply
#40
Part 2

कालेज का नया सत्र शुरू हो चुका था। 2022-23 के लिए सभी पांचों सेमेस्टर के हेड बॉय गवर्निंग बॉडी ने नियुक्त कर दिए थे।

पहले सेमेस्टर का हेड बॉय 19 साल का अनुराग, दूसरे सेमेस्टर का हेड बॉय 20 साल का गौरव, तीसरे सेमस्टर का हेड बॉय 21 साल का अभिनव , चौथे सेमेस्टर का हेड बॉय 22 साल का नितिन और पांचवे सेमेस्टर का हेड बॉय 23 साल का पंकज था।

पहले सेमेस्टर के हेड बॉय को कुछ पता नही था कि हेड बॉय नियुक्त होना कितनी बड़ी बात थी और उसके पास अचानक ही कितनी पावर बैठे बिठाये आ गयी थी। 4 बजे क्लास खत्म होने के बाद सब पांचों हेड बॉय एक औपचारिक मीटिंग के लिए इकट्ठे हुए तो उन्होंने अनुराग से कहा : भाई तुम कालेज में एकदम नए नए आये हो और आते ही तुम अपने सेमेस्टर के हेड बॉय बन गए हो, उसके लिए तुम्हें बहुत बहुत बधाई।

इसके बाद इसी मीटिंग में अनुराग को कई बातें पहली बार मालूम चलीं जो कालेज की  किसी पॉलिसी में नही लिखी थी।

पहली बात तो यह अजीब थी कि पांचो हेड बॉय सिर्फ अपने सेमेस्टर के ही नही, किसी भी सेमेस्टर के स्टूडेंट को पनिशमेंट दे सकते थे। इसका मतलब हर हेड बॉय बाकी के 500 स्टूडेंट्स को पनिशमेंट दे सकता था जिनमे 250 लड़कियां भी थीं।

दूसरी अजीब बात यह पता चली कि कॉलेज की पालिसी में यह कहीं नही लिखा था कि स्टूडेंट्स को पनिशमेंट किस जगह दिया जाएगा और इसका फायदा हेड बॉय उठाकर किसी भी स्टूडेंट को कहीं भी सज़ा देकर ज़लील कर सकते थे

तीसरी मज़ेदार बात (जिसे सुनकर अनुराग का लण्ड खड़ा हो गया था), यह मालूम पड़ी कि स्टूडेंट्स की स्पैकिंग के लिए कुछ डिटेल में नही लिखा था और इसलिए हेड बॉय ने अपनी सुविधा के लिए यह रूल बना लिया था कि लड़कियों की स्कर्ट और पैंटी उतरवाकर और लड़कों की पैंट और अंडरवियर उतरवाकर की जाएगी और हेड बॉय उन्हें उल्टा करके अपनी टाँगों पर लिटाकर स्पैकिंग करेंगे। स्पैकिंग हेड बॉय कभी अपने हाथों से और कभी बेंत से करते हैं क्योंकि इसके बारे में भी किसी पॉलिसी में कुछ नही लिखा था

चौथी मज़ेदार बात यह बात मालूम पड़ी कि जो भी स्टूडेंट सज़ा के लिए हेड बॉय के पास आता है, पहले उसकी स्पैकिंग नीचे के कपड़े उतरवाकर की जाएगी और जब स्पैकिंग पूरी हो जाएगी तो उनसे उठक बैठक लगवाई जाएंगी। नीचे के कपड़े स्टूडेंट तभी पहन सकता है जब वह अपनी उठक बैठक भी लगा ले

पांचवी और आखिरी बात अनुराग को यह मालूम पड़ी कि ज्यादातर लड़कियाँ उठक बैठक तो आसानी से लगा लेती हैं, अपनी स्कर्ट और पैंटी भी उतार देती हैं लेकिन स्पैकिंग के नाम से ही उन्हें बुखार आ जाता है और हेड बॉय उनकी स्पैकिंग न करे, इसके लिए वे उसका लण्ड भी अपने मुंह मे लेने के लिए राजी हो जाती हैं

अनुराग की पैंट में यह सब सुनकर बहुत लंबा सा टेन्ट बन गया था। बाकी सब के लण्ड भी उनकी पैंट के अंदर कड़क होकर बाहर निकलने को बेकाबू हो रहे थे

बाकी के पुराने हेड बॉयज ने अनुराग को देखकर कहा : भाई तेरी तो आते ही लाटरी लग गई है। सबसे ज्यादा कच्ची कलियाँ तेरे सेमेस्टर में ही हैं। 50 कच्ची कलियाँ तेरे अंडर में हैं जो तेरे एक इशारे पर तेरा लण्ड भी अपने मुंह मे लेने को तैयार हो जाएंगी-हम सबके पास तो पुराना माल है। फ्रेश माल सिर्फ तेरे पास ही है। इसलिए हम सब आपस मे अपने माल का एक्सचेंज भी करते रहते है। बाकी तो हम लोग रोज मीटिंग करते रहेंगे तो तुम्हे सारी बातें धीरे धीरे पता चल ही जाएंगी। आज के लिए बस इतना ही काफी है। अब सब की सब लड़कियां तुमसे फ्रेंडशिप करने के लिए तुम्हारे आगे पीछे घूमेंगी क्योंकि तुम्हारी सज़ा से बचने का यही एक तरीका उनके पास है।

मीटिंग खत्म हो गई और सब लोग हॉस्टल में अपने अपने कमरों में चले गए।

शेष अगले भाग में
thanks  welcome to my Thread containing Sex stories based on Humiliation, Blackmail & BDSM

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है 

जिस तरफ जाएंगे खुद रास्ता बन जाएगा 



[+] 2 users Like Hot_Guy's post
Like Reply




Users browsing this thread: 2 Guest(s)