23-07-2021, 03:41 PM
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वह काफी डरी हुई थी। अंदर जाते वक्त सीमा बुरी तरह कांप रही थी।
सीमा के अंदर जाने के बाद दिलीप पैकेट खोल कर प्रकाश और रवि के सामने रख देता है। और साथ मे एक दारू का बोतल टेबल पर रख देता है।
दिलीप- तुमलोग यहां एन्जॉय करो मैं अंदर करता हूँ।
और दिलीप अंदर चला जाता है।
प्रकाश- भाई ये तो स्कॉच विस्की है साला बहुत महंगा आता है। रवि तेरी माँ अंदर एन्जॉय करेगी और हमलोग यहां बाहर।
रवि- साले तेरी माँ अगर अंदर चुद रही होती तो तुझे पता चलता दिल मे कैसा महसूस होता है।
प्रकाश- अबे साले सामने विस्की पड़ी है और तू साला क्या सब अनाप सनाप बक रहा।
और प्रकाश बोतल उठा कर ढक्कन खोल कर गिलास में डालता है। अपने लिए और रवि के लिए और फिर उसके तरफ बढ़ा देता है। पर रवि शराब के गिलास पर कोई इंटरेस्ट नहीं दिखाता। प्रकाश शराब के गिलास अपने हाथ में पकड़ कर चिकन उठाता है और खाने लगता है।
अंदर सीमा कमरे में अकेले खड़ी थी। वहां एक बेडरूम था और साथ में अटैच बाथरूम। बेडरूम में एक बड़ा सा बेड था और उसके साथ वहां पर एक सोफा रखा हुआ था सामने छोटा सा टेबल था। सीमा खड़ी डर से काफी नर्वस थी। तभी दिलीप अंदर घुसता है। अंदर आते हैं सीमा को एक ट्रक ऊपर से नीचे गिरने लगता है। सीमा कोई रिस्पांस नहीं देती।
दिलीप- अरे सीमा तुम खड़ी क्यों हो बैठ जाओ।
सीमा सामने सोफा पर बैठ जाती है। सामने टेबल में दो गिलास रखा हुआ था। दिलीप कमरे से बाहर जाता है और एक शराब का बोतल और प्लेट में चखना लेकर आता है। फिर वह आकर सीमा के बगल में बैठ जाता है। सीमा बैठी वहां थोड़ा शक पका रही थी उसे समझ में नहीं आ रहा था दिलीप उसके साथ ऐसा बिहेव करेगा। दिलीप शराब का बोतल खोलता है
दिलीप- चलो मेरे लिए पेग बनाओ।
सीमा-( थोड़ा लड़खड़ाते हुए) जी…... वह…... मुझे नहीं आती।
दिलीप- ठीक है आज सीख लेना। चलो शराब के गिलास में डालो।
सीमा शराब का बोतल उठाती है और उसे क्लास में डालने लगती है।
दिलीप- अरे यह क्या कर रही हो सारे डाल दोगे क्या। थोड़ा सा शराब और उसमें यह सोडा मिलाया जाता है।
सीमा- जी अच्छा।
सीमा दिलीप के कहे अनुसार उसके लिए पैक बनाती है और दिलीप के सामने रख देती है।
दिलीप- अरे यह क्या म****** तुमने तो टेबल पर रख दीया । अपने हाथों से मुझे पिलाओ।
सीमा के हाथ कांपने लगते हैं वह अपने कांपते हाथों से गिलास उठाती है और दिलीप के मुंह के पास रखती है। सीमा ने आज से पहले इस तरह कभी नहीं की है जिसके चलते उसे काफी प्रॉब्लम हो रही थी।
सीमा ग्लास को अपने हाथों में उठाती है और फिर दूर से ही ग्लास उसके मुंह के सामने लेकर जाती हैं।
दिलीप- अरे यह क्या इतनी दूर से चलो आओ मेरी जांघों पर बैठकर मुझे पीता हूं।
सीमा सुनकर दिलीप के जानकी और देखने लगती है। दिलीप ने शॉर्ट बरमुंडा पहन रखा था। दिलीप का जांग बिल्कुल न्यूड सा क्योंकि उसने शॉट बरमूडा पहन रखा था। दिलीप का जांग बिल्कुल काला था ऊपर से उस पर काले घने बाल उगे हुए थे जो देखने में बहुत ही गंदे लग रहे थे। सीमा को यह देखकर बहुत ही घिन आ रहा था।
दिलीप- देख क्या रही हो बैठो और फिर मुझे शराब पिलाओ।
सीमा के पास कोई चारा नहीं था वह उसे ना नहीं बोल सकती थी।
सीमा- ठीक है।
और फिर सीमा दिलीप के पास जाती है और फिर आहिस्ता से उसके जांग पर बैठती है। सीमा जब दिलीप पर जांग बैठ रही थी तब उसका ड्रेस खिंचाव की वजह से थोड़ा ऊपर आ जाता है जिससे सीमा का गांड का निचला हिस्सा न्यूड हो जाता है जो वह दिलीप जांग पर रखती है।
दिलीप- आह तुम्हारी इस कोमल गांड का मेरे जांग पर स्वागत है। क्या मस्त सॉफ्ट गांड है तुम्हारी। मजा आ रहा है मुझे। चलो अब मुझे शराब पिलाओ।
सीमा अपने हाथों से शराब के गिलास दिलीप के मुंह के पास लेकर जाती है। और दिलीप शराब पीने लगता है।
दिलीप- आज तो शराब का टेस्ट ही कुछ अलग लग रहा है।
सीमा कुछ नहीं बोलती।
दिलीप शराब पीने के बाद प्लेट से चखना उठाता है और फिर खाने लगता है। इस तरह सीमा दिलीप के ऊपर बैठे हुए दिलीप को थोड़ा-थोड़ा शराब पिलाती है। दिलीप को तो काफी मजा आ रहा था पर सीमा को थोड़ा अनकंफरटेबल लग रहा था। क्योंकि यह जो दिलीप उसे करवा रहा था यह काम बाजारू रंडी क्या करती है। दिलीप सीमा के पीठ पर अपना हाथ लेकर जाता है। पीठ पर जो पोषण न्यूड थे उस पर अपना हाथ फेरने लगता है। सीमा थोड़ा शक पकाने लगती है। लेकिन बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। सीमा दिलीप के लिए सर आपका अगला पैक बनाती है। फिर वह भी उसी तरह खत्म हो जाता है। दिलीप दो पैग पीने के बाद उसके अंदर अब थोड़ा-थोड़ा नशा आने लगता है। और उसे मजा भी आने लगता है।
दिलीप- अरे यह क्या मैंने दो पैग पी लिया तो एक भी पिक नहीं पी।
सीमा- नहीं मैं ठीक हूं मुझे जरूरत नहीं है पीने की।
दिलीप- ऐसे के फिर मजा कैसे आएगा तुम्हें।
सीमा मन ही मन सोच रही थी तुम्हारे जैसा काला इंसान के साथ भला मजा कैसे आ सकता है। वह अगर मेरी मजबूरी ना होती तो मैं तो तुम्हें हाथ भी लगाने नहीं देती।
फिर दिलीप बोतल से शराब अपने गिलास में डालता है और सीमा की ओर बढ़ाता है।
सीमा- मैंने बोली ना मैं यह शराब नहीं पियूंगी।
सीमा थोड़े गुस्से में आकर बोलती है।
दिलीप- मधरचोद नहीं पियूंगी की क्या मतलब मैं बोल रहा हूं तो तुझे पीना ही पड़ेगा।
और फिर दिलीप ग्लास्को सीमा के होठों पर जबरदस्ती लगा देता है।
अब सीमा के पास कोई चारा नहीं था क्योंकि अगर वह ना करेगी तो फिर यह दिलीप गुस्सा हो सकता है। और वह दिलिप को को नाराज नहीं करना चाहती थी। इसलिए उसने शराब को अपना मुंह में लिया। लेकिन इतना कड़वा था कि उसने शराब अपने मुंह से फूंक दिया।
सीमा- नहीं है मुझसे नहीं होगा प्लीज आप मुझे जबरदस्ती मत कीजिए।
यह देखकर दिलीप हंसने लगता है। फिर वह सीमा के बाहों पर गिलास का शराब डालता है। सीमा को या थोड़ा अजीब लगता है समझ में नहीं आता यह दिलीप क्यों कर रहा है। फिर उसके बाद दिलीप सीमा की बाहों को चूसने लगता है। सीमा के लिए यह सब चीज बिल्कुल नया था। दिलीप जब सीमा के बाहों को चूसने लगता है तब सीमा के अंदर एक एक करंट तोड़ने लगता है। फिर उसके बाद दिलीप सीमा की गर्दन कुछ उसने लगता है और वह धीरे-धीरे ऊपर की ओर बढ़ रहा था। फिर वह चूसते चूसते सीमा के होटो तक पहुंचता है। दिलीप काला होठ सीमा नहीं चाहते थे दिलीप सीमा के साथ लिप किस करें। मगर सीमा या ना भी नहीं कर सकती थी। और फिर अगले ही फुल दिलीप अपना बड़ा काला हॉट सीमा के गुलाबी होठों पर टिका देता है और फिर सीमा के होठों को चूसने लगता है। सीमा को बहुत गंदा लग रहा था। सीमा बिल्कुल भी उसका सपोर्ट नहीं करती। लेकिन वो अपने काले होठ को सीमा के होंठ को चूस रहा था। दिलीप को बहुत माजा आ रहा था। सीमा के अंदर बिल्कुल भी फीलिंग नही आ रहा था। लेकिन दिलीप फिर भी उसकी होठों को चूस रहा था। थोड़ी देर चूसने के बाद वो सीमा की होंठो को आजाद करता है। सीमा वैसी ही बैठी हुई थी। उसके तरफ से कोई रिस्पांस नही था। ये देख कर दिलीप को बहुत ग़ुस्सा आता है। वो उठ कर बाहर चला जाता है। बाहर प्रकाश और रवि बैठा हुआ था। प्रकाश मस्त शराब का माजा ले रहा था।
दिलीप- अरे मादरचोद तू यहां मस्त बैठ कर दारू पी रहा। साली वो रंडी ऐसा बेहवे कर रही जैसे मैं किसी औरत को नही लाश के साथ हूँ।
प्रकास- अरे सर् गरम होने में थोड़ा टाइम लगेगा। फिर एक बार अगर चालू हो जाये तो फिर संभाल नही पाओगे।
दिलीप- मादरचोद ये सब मुझे नही सुन ना तू अंदर जाकर उसे समझा कि मेरे साथ जाकर बराबर cooperate करे। वरना साले तुझे मैं यहां जमीन में गाड़ दूंगा।
प्रकाश- sir सर चिंता न करे मैं देखता हूँ।
और प्रकाश उठ कर अंदर चला जाता है।
सीमा- (प्रकाश को देख कर) प्रकाश मैं इस दानव के साथ नही सो सकती।
प्रकाश- अरे ऑन्टी मारवाओगी क्या। अगर ये खुस नही हुआ तो फिर हमें किसी को नही छोड़ेगा ये।
सीमा- लेकिन मैं क्या करूँ ये पास आते ही मुझे डर लगने लगता है और मेरे अंदर की सारी फीलिंग ही खत्म हो जाता है।
प्रकाश- क्यो ऐसा क्या है क्या ये आपको डरा रहा था जो आप इस से डर रहे हो।
सीमा- नही लेकिन फिर भी इसका काला लंबा चौड़ा शरीर देख कर ही डर लगता है और मुझे इस से घिन आती है।
प्रकाश- अच्छा तो ये बात है। आपको पता है काला लंबा मोटा आदमी औरतो को ज्यादा खुश कर सकता है।
सीमा- काले आदमी से भला कोई गोरी सुंदर औरत क्यो सोना चाहे।
प्रकाश- तब आपको पता नही है। दुनिया मे काले लोगो के साथ लड़किया चुदआने के लिए मरती है।
सीमा- चल झुटे।
प्रकाश अपना मोबाइल निकालता है और एक पोर्न मूवी मोबाइल में लगाता है। पोर्न मूवी में एक काला आदमी गोरी सूंदर औरत को चोद रहा होता है।
सीमा- हे भगवान गोरे मर्द का कमी था क्या जो ये काला से कर रही।
प्रकाश- अरे आंटी आपको नही पता। काले आदमी के साथ जो मजा है ना वो एक गोरा मर्द नही दे सकता। देखिये ये औरत कैसे माजे ले कर चुदवा रही इसे कोई दिक्कत हो रहा क्या।
सीमा- हाँ ये तो मजा ले रही है।
फिर प्रकाश थोड़ा आगे बढ़ाता है जहां लन्ड chusai वाला scene चल रहा था।
प्रकाश- आंटी एक काला लन्ड चूसने का मौका आपको रोज रोज नही मिल सकता आज मिला है। थोड़ा अपने अंदर फीलिंग लाईए।
फिर प्रकाश सीमा की भाहो पर अपना हाथ फेरने लगता है। सीमा मोबाइल में देख रही थी। और प्रकाश उसके बांहो में हाथ फेरते फेरते छाती की और लेकर जाता है। सीमा अंदर ही अंदर गरम होने लगती है।
प्रकाश सीमा के सामने रखा एक गिलास सीमा की और बढ़ाता है।
सीमा- नही मैं नही पी सकती।
प्रकाश- एक बार पीकर देखो तो कितना माजा आएगा।
और फिर प्रकाश सीमा की मुह पर गिलास जबरजस्ती सटा देता है। और सीमा की बूब्स को दबाते हुए उसे पीने के लिए कहता है। सीमा न नुकूर करते हुए थोड़ा शराब पीती है।
सीमा- छि कितना कड़वा है ये।
प्रकाश- कड़वा है मगर माजा उतना ही आता है। उसी तरह काला है मगर माजा ज्यादा मिलेगा।
तभी वहां दिलीप पहुच जाता है।
प्रकाश- अरे सर् ये अब बिल्कुल तैयार है। क्यो सीमा साहब से चुदाई के लिए तुम तयार हो न।
सीमा- हाँ में सर हिलाती है।
दिलीप- ठीक है अब तुम जाओ यहां से।
सीमा- प्लीज प्रकाश को यहीं रहने दीजिए न ये यहां रहेगा तो मुझे थोड़ा डर कम लगेगा।
दिलीप- ठीक है प्रकाश तुम यहाँ बगल में बैठ जाओ।
फिर दिलीप आकर सीमा के बगल में बैठ जाता है।
दिलीप- डार्लिंग डरो मत मैं तुमसे प्यार करता हूँ।
सीमा कुछ नही बोलती। बस हल्का सा स्माइल देती है। तब दिलीप सीमा को फिर से ड्रिंक बनाने के लिए कहता है।
सीमा इस बार थोड़ा एक्टिव थी वो खुद से ड्रिंक बनाती है। और फिर दिलीप के पास जाकर जांघो पर बैठ जाती है।
सीमा की गोरी गोरी गांड दिलीप के काले जांघ पर था। सीमा दिलीप की और गिलास बढ़ाता है
दिलीप- नही डार्लिंग पहले तुम पीओ।
सीमा- नही मुझसे नही पिया जाएगा।
दिलीप- हम तुम्हे पिलायेंगे तो जरूर अच्छा लगेगा तुम्हे।
और ऐसा बोलकर सीमा से गिलास छीन कर दिलीप उसके मुह के पास गिलास रख देता है और उसे पीने के लिए कहता है। सीमा प्रकाश के तरफ देखती है। प्रकाश उसे पीने का इशारा करता है। सीमा बिल्कुल भी पीना नही चाहती थी। लेकिन उसे पता था दिलीप के साथ ज्यादा विरोध नही कर सकते और वो चुपचाप पी जाती है। दिलीप उसके मुह से गिलास टैब तक नही हटाता जब तक कि गिलास खत्म न हो जाता है।