दोस्तों आप लोगों ने मेरा पिछला स्टोरी Harami दोस्त काफी पसंद किया जिसकी वजह से मैंने यह स्टोरी आगे लिखने का फैसला किया है। मैंने फैसला किया है मैं हरामि दोस्त २ आप लोग के लिए लेकर आऊ। दोस्तों हरामी दोस्त जैसे ही आप लोग हरामि दोस्त पाट्टुको भी अपना प्यार और सपोर्ट देते रहे। आपका प्यार और सपोर्ट ही है जो मुझे यह स्टोरी आगे लिखने के लिए प्रेरित करता है।
तो दोस्तों जैसे कि पिछले स्टोरी में आपने देखा किस तरह प्रकाश ने सती सावित्री सीमा को अपने जाल में फंसा। अगर आपने मेरा पिछला स्टोरी नहीं पढ़ा है तो पहले जाकर के पिछले स्टोरी पढ़ ले तभी आपको इस स्टोरी में ज्यादा मजा है। अगर आपने पिछला स्टोरी नहीं भी पढ़ा है तो भी अब स्टोरेज को पढ़ रहे हैं तो भी आपको मजा आएगा। आपको मेरा यह स्टोरी कैसा लगता है मुझे कमेंट में जरूर बताएं क्योंकि कमेंट ही है जो मुझे आपके लिए अच्छा अच्छा स्टोरी सोच कर लिखने के लिए प्रेरित करता है।
तो थोड़ा मैं स्टोरी के कैरेक्टर से आपका परिचय करा दूं जानकारी के लिए बता दूं पिछला स्टोरी हरामी दोस्त में जो कैरेक्टर थे सब करैक्टर वही रहेंगे बस उसमें हल्का-फुल्का चेंज होगा।
सीमा- सीमा की उम्र करीब 40 साल है बट किसी भी एंगल से वह 40 कि नहीं दिखती। कोई अगर पहली बार सीमा को देख ले तो ज्यादा से ज्यादा सीमा की उम्र उसे 30 से 35 से ज्यादा नहीं लगेगा। क्योंकि है ही वह इतनी आकर्षक। सीमा की हाइट करब 5 फीट 5 इंच है रंग बिल्कुल गोरा फिगर की बात किया जाए बहुत ही मस्त फिगर है सीमा की फिगर 36- 30- 38- है जो उसकी हाइट की वजह से उसे एक सेक्सी लुक देता है। सीमा की फिगर जितनी सेक्सी है उसका चेहरा भी उतना ही सुंदर और मस्त है। अगर एक शब्द में कहा जाए तो सीमा एक हॉट माल है। इस उम्र में भी लड़की उसे देख कर मुठ मारते हैं इतनी सुंदर और सेक्सी है लेकिन ठीक उसी तरह एक आदर्श पत्नी भी थी। जिसे प्रकाश ने अच्छा फायदा उठाया जो आप पिछला स्टोरी में पढ़ सकते हैं।
काजल- काजल सीमा की बेटी है उसकी उम्र करीब 21 साल होगा देखने में बहुत ही मस्त हाइट करीब 5 फीट 6 इंच। गोरी चिट्टी दूध जैसी बिल्कुल अपनी मां की जैसी सुंदर और सेक्सी है। अभी अभी जवान हुई सीमा की फिगर तो मस्त होगा ही। बदन उसका पतला है लेकिन उसकी बूब्स अपनी मां की जैसी ही पड़े पड़े हैं। जो उसके बदन को बहुत ही सेक्सी लुक देता है। काजल बीकॉम फाइनल ईयर में पढ़ती है। काजल अपनी मां के ऑपोजिट खुलकर लाइफ जीना पसंद करती है। अपनी मां की जैसी वह सती सावित्री विचारों में विश्वास नहीं करती। काजल अब तक कुंवारी है और और उसके अंदर एक आग है जो बाहर निकलने को बेताब है। काजल बिल्कुल मॉडर्न लाइव जीती है और खूब इंजॉय करना चाहती है।
अजय वर्मा- सीमा का हस्बैंड है जिसका उम्र करीब 50 साल हो चुका है और वह अब एक बहुत ही बड़े कंपनी में जनरल मैनेजर है और ज्यादातर टाइम अपने काम में व्यस्त ही रहता है। शादी के बाद शुरू शुरू में अपनी खूबसूरत बीवी के लिए टाइम निकाला था बट अब काम का टेंशन की वजह से उसके लिए टाइम निकालना बहुत डिफिकल्ट हो गया है।
रवि- यह सीमा और अजय का बेटा है जो करीब 20 साल का है यह प्रकाश का दोस्त है। प्रकाश ने उसे अच्छा तरह से चुटिया बनाया।
प्रकाश- दोस्तों यह कहानी का मेन हीरो प्रकाश रवि के कॉलेज में पढ़ता था बहुत ही लफंगा रवारा टाइप का लड़का है इसका काम ही है लड़कियो को फंसाना।
तो दोस्तों कहानी को मैं आगे बढ़ाता हूं दोस्तों इस स्टोरी में आपको भोला नहीं मिलेगा उसे प्रकाश ने गांव भेज दिया है।
दोस्तो कहानी का सुरूवत मैं रवि की जुबानी करना चाहता हूं। तो फिर सुरु करते हैं।
मैं रवि सुबह के 7 बज रहे थे। मेरे बगल में माधरचोद प्रकाश सो रहा था। भोला आज सुबह सुबह ही निकल गया पता नही प्रकाश और भोला में क्या बात हुई। भोला सुबह का बस पकड़ कर निकल गया। फिर मुझे नींद आई और मैं सो गया तो मेरी नींद अब खुली।
मैं उठा और फिर उठ कर नीचे चला गया। मां किचन में खाना बना रही थी।
अजय : अरे सीमा आज तुम सुबह से इतने काम कर रही हो। क्या बात है भोला कहां गया।
सीमा: भोला नही है। उसका घर से फोन आया था उसकी बीवी का तबियत खराब है तो वो अपने गांव चला गया है।
अजय: अच्छा !
सीमा: आप सो रहे थे तो मैंने आपको उठाना ठीक नही समझा मैने आपके पर्स से उसे 20000 रुपया निकाल कर दिए। उसे जरूरत था। ठीक किए न मैंने।
अजय: वो तो ठीक है लेकिन उसे यहां काम किए ज्यादा दिन भी तो नहीं हो रहे थे और तुमने उसे २०००० दे दिए।
सीमा_ उसने बोला है वो गांव से आकर रुपए चुका देगा।
अजय_ ठीक है कोई बात नही इंसान मुसीबत में हो तो उसका मदद करना चाहिए।
सीमा_ वो आपके लिए नाश्ता लगा दूं।
अजय _ हां लगा दो मुझे आज जल्दी ऑफिस जाना पड़ेगा।
सीमा_ बेटी काजल तुम भी आ जाओ और नाश्ता कर लो।
काजल_ हां मां मैं आती हूं।
मैं वहीं डाइनिंग टेबल पर ही बैठा हुआ था। मां ने मुझे भी नाश्ता दिया लेकिन मुझे खाने का मन नहीं कर रहा था। मां पर मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था। क्योंकि जिसका सपना मैने देखा वो किसी और से चुद रही और मैं लंड मुठ मरता रह गया।
अजय- क्या बात है बेटे रवि तुम आजकल कुछ खोए खोए से रहते हो।
मैं चुप रहता हूं कुछ नहीं बोलता हूं।
मां यह देखकर बहुत घबरा जाती है
अजय- रवि मैं तुमसे कुछ पूछ रहा हूं
रवि- कुछ नहीं बस ऐसे ही
फिर मैं नाश्ता आधा अधूरा छोड़ कर उठ जाता हूं।
सीमा- अरे यह क्या यह क्या कर रहे हो नाश्ता तो कर लो
रवि- मुझे मन नहीं है मुझे नहीं करना
अजय- अरे बेटा नाश्ता कर लो सुबह का नाश्ता करना जरूरी है
लेकिन मैं अपने बाप का बातों को नजरअंदाज करते हुए उठ कर जाने लगता हूं।
अजय- सीमा क्या हुआ इसे इस तरह क्यों बिहेव कर रहा है।
सीमा-( काफी डरी हुई सी )मुझे नहीं पता यह ऐसा क्यों बिहेव कर रहा है। लगता है उसका तबीयत ठीक नहीं होगा। आप ऑफिस से यह मैं उससे बात करती हूं।
काजल- कुछ तो गड़बड़ है
सीमा- तू चुपचाप नाश्ता कर और कॉलेज जा
थोड़ी देर बाद मां मेरे कमरे में जाती है।
सी सीमा- बेटा रवि हुआ क्या तुमने नाश्ता इस तरह बीच में छोड़कर क्यों चले आए।
रवि _तुम जाओ यहां से मुझे तुमसे कोई बात नहीं करनी।
सीमा- बेटा तुम इस तरह बिहेव क्यों कर रहे हो।
रवि- तुम्हें अच्छी तरह से पता है एक रंडी के साथ कैसे बात किया जाता है यह मुझे अच्छी तरह से पता है।
सीमा रोने लगती है और मेरे कमरे से रोते-रोते निकलती है। प्रकाश उसे देखता है मगर उस वक्त कुछ नहीं कहता।
मेरा वहां से भागने का कारण यह नही था की मुझे खाने का मन नहीं था बल्कि यह की सुबह सुबह मां को देख कर मेरा लुंड खड़ा हो गया था। और हो भी क्यों न इतना मस्त और सेक्सी जो लग रही थी मेरी रण्डी मां। सुबह सुबह मस्त सलवार कमीज जो पहन कर आई थी। मां देखने में सुंदर तो थी ही लेकिन आज कुछ अलग ही लग रही थी। मां ने दुपट्टा नही लगाई थी। जिस से उसकी बूब्स कमीज के अंदर कसमसा रही थी। मां की बूब्स का शेप साफ पता चल रहा था ऐसा लग रहा था जैसे बहुत मुस्किल से बूब्स कमीज के अंदर फसी हुई हो। बलून जैसा फूला हुआ बूब्स कमीज के अंदर दिख रहा था। और क्योंकि मां दुपट्टा नही लगाई थी जिसके चलते उसकी गर्दन से लेकर छाती तक गोरा गोरा सेक्सी लग रहा था। मां की क्लीवेज भी दिख रही थी। हालाकि मां कभी ऐसा सेक्सी ड्रेस नही पहनती लेकिन माधरचोद प्रकाश को रिझाने के लिए पहनी होगी। मां जब पीछे मुड़ी तो उसकी गांड़ क्या मस्त और सेक्सी लग रहीं थी। आह देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था। मां जब नाश्ता देने के लिए आई और पिताजी को नाश्ता देने के लिए झुकी तो ऐसा लगा जैसे मां की बूब्स बिलकुल बाहर ही आ जायेगी। जिसे देख कर मैं बहुत एक्साइटेड हो गया। और यही सोच रहा था की मैं मां को कैसे चोदू। की मेरा चुटिया बाप मुझे सवाल करने लग गया। मेरा ध्यान पूरा मां के ऊपर था और मेरा लंड खड़ा हो गया था। इसलिए मैं अच्छे से बात किए बिना वहां से भाग आया। मां को लगा शायद मैं नाराज हूं। मां को इस तरह तड़पते देख कर मुझे बहुत मजा आया मां को लग रहा की मैं उदास हूं। अब मैं मां को ऐसे ही तड़पाऊंगा। मेरा बस चले तो मैं मां को ब्लैकमेल कर चोद सकता हूं लेकिन प्रकाश माधरचोद की औलाद बीच में आ जायेगा।
थोड़ी देर के बाद मेरा बाप और दीदी चले जाते हैं। मेरी मां और प्रकाश डाइनिंग टेबल पर बैठ कर नाश्ता कर रहे थे।
सीमा- अच्छा रवि कुछ बोल रहा था क्या।
प्रकाश- आप उसकी चिंता मत करो वह कुछ नहीं बोलेगा।
सीमा- मुझे उसे लेकर बहुत डर लग रहा है।
प्रकाश- आप को डरने की जरूरत नहीं है वह पूरी तरह मेरे कंट्रोल में है।
सीमा -पता नहीं वो मेरे बारे में क्या सोच रहा होगा। पता है आज डाइनिंग टेबल पर अजय के सामने उठ कर चला गया। मेरा दिल बहुत जोर जोर से धड़क रहा था।
प्रकाश_ मैने बोला ना आंटी वो किसी को कुछ भी नही बताएगा।
सीमा_ हां लेकिन तुम यह बात इतने दावे से कैसे कह सकते हो।
प्रकाश_ कल रात किसने भेजा आपको मेरे कमरे में।
सीमा_ हां लेकिन मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा। आखिर तुमसे लोग इतने डरते क्यों हैं तुमने एक बार भोला को जाने के लिए कहा वो बिना कुछ बोले तुम्हारा बात मान लिया और चला गया।
प्रकाश_ वो उसकी चिंता आप मत कीजिए आप बस मजे लीजिए।
दोनो डाइनिंग टेबल पर बैठे हुए थे। प्रकाश मां का हाथ पकड़ लेता है। मेरी मां सीमा इधर उधर देखती है कोई देख तो नहीं रहा। मैं अपने कमरे में था जिसके चलते वो मुझे नही देख पा रही थी।
सीमा _ यह क्या कर रहे हो कोई अगर देख लिया तो।
प्रकाश_ आपकी पति और बेटी तो बाहर गए हैं फिर कौन है इस घर में।
सीमा प्रकाश से अपना हाथ छुड़ाते हुए
सीमा_हाट बदमाश भूल गए रवि है।
प्रकाश अपने मन ही मन सोच रहा होगा। उसके रहने से क्या। वो तो मेरा गुलाम है उसे मैं जैसा कहूंगा वो वैसे ही करेगा। मां उठकर किचन चली जाती है। लेकिन मुझे पता था ये साला माधरचोद जरूर मां के पीछे पीछे रसोईघर के तरफ जाएगा और ठीक यही हुआ। प्रकाश मां के पीछे पीछे रसोईघर के अंदर चला गया। मां अंदर बर्तन धो रही थी। प्रकाश अंदर जाति है और फिर सीमा को पीछे से गले लगा लेता है। सीमा हड़बड़ा जाति है।
सीमा_ अरे तुम यहां क्या कर रहे हो। और इस तरह छोड़ो मुझे किसी ने देख लिया तो।
प्रकाश_ कोई नही देखेगा आह कितना मजा आ रहा है आपसे लिपट कर।
प्रकाश मां को पीछे से पकड़ कर मां की कमर में अपना हाथ लपेट लेता है और फिर मां के साथ चेरखानी करने लगती है। मां उसे समझाते हुए उसका हाथ अपने कमर से हटा देती है। और उस से थोड़ा दूर खड़ी हो जाति है।
सीमा_ प्रकाश रवि कभी भी रसोईघर की और आ सकता है।
और फिर मां किचन में काम करने लगती है।
प्रकश - आंटी आपको उसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है। आप अपना काम कीजिए मैं अपना काम करता हूं। और फिर सीमा बर्तन धोने लगती है तो फिर प्रकाश मां को पीछे से पकड़ लेता है।
सीमा - बदमाश तुम नही मानोगे।
प्रकाश - अगर नही मानूंगा तो क्या करोगे।
सीमा - देखो प्रकाश रवि नाराज है ऐसे में ये सब करना ठीक नहीं है।
सीमा खड़ी थी और प्रकाश सीमा को पीछे से पकड़ कर उसकी पीठ को चूम रहा था। मां की गोरी सेक्सी पीठ जहां कुर्ता में कटिंग करके न्यूड छोड़ा जाता है वो हिस्सा को प्रकाश अपने मुंह से चूम रहा था। मैं देख पा रहा था प्रकाश अपने दांत गड़ाए जा रहा था और चूस रहा था। पता नही प्रकाश को मेरी मां की पीठ चूसने में कितना मजा आ रहा होगा। ये देख कर मेरा मन भी कर रहा था। प्रकाश मां की पीठ को चूस रहा था और इधर मां की बूब्स को अपने दोनो हाथो से दबा रहा था। मां भी एक्साइटेड हो रही थी। फिर जो प्रकाश ने किया देख कर मुझे बहुत जलन हुआ। मां की गांड़ को दबाने लगता है।
सीमा - आह …...आह ……….आह आह प्रकाश अभी नहीं
और मां उस से थोड़ा दूर हाट जाति है।
प्रकाश - ओह थोड़ा तो मजे लेने दो।
सीमा - अभी नहीं फिर कभी।
मैं ये सब देख कर बहुत एक्साइटेड फील करता हूं। अपना लंड पेट से बाहर निकाल कर मुठ मरने लगता हूं।
मैं देख रहा था वो दोनो किचन में ही थे। बीच बीच में प्रकाश सीमा के साथ इसी तरह छेड़ खानी करता मगर मां उसे अपने ऊपर हावी नहीं होने दे रही थी।