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मेरे जीवन के गहरे राज
#21
bahut khoob bhai
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#22
Update please
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#23
शुरुवात में तो मेने धीरे धीरे अपने कड़क नाथ को भाभी की मुलायम गुलाबी गुफा में घुसाया, भाभी के चेहरे के भाव ऐसे आ रहे थे मानो उन्हें दर्द के साथ मीठा मीठा मज़ा मिल रहा हो, उनकी आंखे नशीली होती जा रही थी, मेने भी मौका देखते ही अपनी रफ़्तार बढ़ा दी, और फिर कुछ ही पलो के बाद अपनी पूरी रफ़्तार पर आ गया, भाभी भी अभी कुछ समय पहले ही दो तिन बार मेरे जीभ से चाटने की वजह से खाली हुयी थी, इसलिए एस बार अब थोड़ा दम मार रही थी, उन्होंने भी पूरा साथ दिया, समय समय पर में अपनी रफ़्तार थोड़ी धीमी कर उनके बड़े बड़े चुचक चूसता रहता, जिससे की उनका ध्यान थोड़ा भटके और वो जल्दी समर्पण ना कर दे
 
में लगातार उनके नशीले होंठो को चूम रहा था, वो भी अपनी जीभ मेरे मुंह में दे रही थी, कभी में उनके कानो के पोरों को हलके से दांतों के बिच दबाता तो कभी उनकी चुचियो को दाँतों से काटता, उन्हें बड़ा मज़ा आ रहा था,
 
मेरा ये अंदाज़ उनको भा गया, वो बोली, दीदी यानी मेरी पत्नी, हमेशा कहती हे की मेरे पति का चुदाई का अंदाज़ निराला हे, जब तक में दो या तिन बार सन्तुष नहीं होती तब तक खुद चरम पर नहीं पहुचते, और बोली मेरा भी कितना ध्यान रख रहे हो, एक हमारे वो हे, की कब घुसे और कब निकले पता ही नहीं चलता,
 
लगभग पंद्रह बीस मिनट की मेहनत के बाद भाभी अपने चरम पर पहुचने लगी, उन्होंने मेरी पीठ पर अपने नाख़ून चुभोना शुरू कर दिए, आँखे चढने लगी, और अपना पूरा सहयोग देने लगी, और पांच मिनट बाद्द उनकी चीख निकल गयी, लेकिन में रुका नहीं, भाभी इतनी जोर से स्खलित हुयी की उनके झड़ने से मेरा लिंग योनी से बाहर आने लगा, लेकिन मेने अपनी रफ़्तार कम नहीं की, आखिर भाभी ही बोली प्लीज थोड़ी सांस लेने दो, और अब तुम भी जल्दी ही खाली हो जाओ,
 
लेकिन मुझे किसी तरह की जल्दी नहीं थी, में थोडा रुका और भाभी को सांस लेने का मौका दिया, वो थोड़ी रिलैक्स हुयी, जैसे ही वो फिर से नार्मल हुयी, मेने अपना लिंग फिर से उनकी मस्त फुगी हुयी चूत में पेल दिया, और एक झटके में उनको बाहों से पकड़ते हुवे, अपने ऊपर ले लिया, यानी अब में निचे और भाभी ऊपर थी, भाभी के लिए ये अप्रत्याशित था, वो चौक सी गयी,
 
अब भाभी के बड़े बड़े स्तन मेरी अआखो के सामने थे, मेरी सबसे बड़ी कमजोरी बस बड़े बोबे ही हे, और वो भी बिना झूले हुवे, मेरी नियत उनको खूब चूसने की थी, भाभी ने भी बिना देरी किये एक एक कर दोनों बोबे मेरे मुंह में दे दिए, करीब दस पंद्रह मिनट उनको चूसने के साथ मे अपने हाथ उनकी गांड पर फेरता रहां, तभी मेने अपनी एक उंगली उनकी गांड में घुसाने की कोशिश की, वो चौक गयी, और हस कर बोली कोई इरादा मत रखना गलत रास्ते जाने का, मेने कहा ना, ऐसा नहीं,
 
फिर में उनके बोबे चूसता रहा, गांड के छेड़ में अपनी बिच की उन्गली पलता रहा अस्मे भाभी को भी मज़ा आ रहा था थोड़ी देर में वो फिर चुदाई के लिए तय्यार हो गयी, मेरा लंड तो पहले से ही उनकी बुर में फसा था, बस में धक्के नहीं लगा रहा था,  खुद भाभी ही अब ऊपर सवारी करते करते मेरे लंड पर एडजस्ट करर्ने  लगी और फिर आहिस्ता आहिस्ता उस पर कूदते कूदते सवारी करने लगी,
 
भाभी को भी नया आसन अच्छा लगा, कोई दस मिनट बाद खुद ही अपनी चूत को सहलाने लगी क्योंकि नीची रहने पर लंड से उनकी चूत का अगला पॉइंट खुद ही दब जता हे लेकिन इस आसन में ऐसा नहीं था, खुद के हाथ से चूत रगड़ने के साथ साथ में उनके स्तन मिंज रहा था, गांड में उंगली कर रहा था, तभी उनका बदन अकडा और वो फिर जोर से झड गयी,
 
में निचे था, इसलिए उनके चूत के रस से मेरा लंड सराबोर हो गया, मेने बिना देर किये एक ही झटके में उनको कमर से उठा अपने चेहरे पर ले आया और उनके काम रस को पिने लगा, उनकी चूत का रस किसी अमृत से कम नहीं था, भाभी आश्चर्य चकित सी रह गयी, उनकी बुर के रस की अंतिम बूंद तक में चाट चुका था, अब उनकी हालत खराब हो चुकी थी, खुद ही बेड पर लेट गयी,
 
उनकी हालात देख मेने खुद ही अभी के लिए खाली होने की सोची, थोड़ी स्थिर होते ही भाभी ने खुद ही मुझे अप्पने ऊपर चढ़ा लिया बोली क्या करते हो मेरी बारह बजी पड़ी हे और तुम हो की अभी तक टिके हुवे हो, क्या खाते हो, व्याग्रा खाते हो क्या
 
 
एस बार मेने मानसिक रूप से खुद को स्खलित होने के लिए तय्यार किया और फिर अगला राउंड शुरू किया, कोई बारह पंद्रह मिनट के बाद भाभी फिर झड चुकी थी, एस बार मेने भी ज्याडा समय ना बिगाडा भाभी से पूछा क्या करू, बाहर निकाल लूँ तो बोली मेरी बुर भर दो तुम्हारे माल से मेने कॉपर टी लगवा रही हे, चिंता मत करो,
 
अब में निश्चिंत था, थोड़े और धक्को के बाद अपने चरम पर पंहुचा और फिर लगभग एक घंटे की मेहनत के बाद भाभी की बुर में अपना गरमा गरम लावा उड़ेल दिया, भाभी की आँखों में संतुष्टि का भाव देख मज़ा आ गया
 
अब थकान के बारे बुरा हाल था रत की ढाई बज रहे थे, भाभी के अन्दर सामान था, और एक दुसरे से चिपके चिपके दोनों सो गए,
 
सुबह करींब आठ बजे भाभी की नींद खुली उन्होंने आहिस्ता से मुझे साइड किया और बाथरूम में घुस गयी, उनके वापिस आने की आहत से मेरी भी आँख खुल गयी, भाभी ने नायती पहन ली थी
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#24
WOOOOOOOWWWWWWWWWW
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#25
Super update bro
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#26
Morning round bhi le lena
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#27
 
भाभी बोली चाय नाश्ता हो जाए, मेने कहा हां जरूर, मेने होटल काउंटर पर बोल दिया, जितनी देर में वेटर चाय नाश्ता लता ने फ्रेश होने बाथरूम में घुस गया, मेरे वापिस आने तक वेटर रूम सर्विस में लिनन चंगे कर गया, रूम साफ़ हो गया, और चाय के साथ ब्रेड विथ एक्स्ट्रा बटर रख गया, होटल वालो को मॉम हे में सुबह की चाय के साथ ब्रेड विथ एक्स्ट्रा बटर मांगता हूँ,
 
चाय पिने के साथ साथ में ब्रेड बटर खा रहा था, लेकिन भाभी केवल चाय पि रही थी, भाभी ने नाश्ता नहीं किया, पूछने पर भाभी बोली मुझे बटर पसंद नहीं तो मेने कहा मुझे तो बहुत पसंद हे, तभी भाभी ने बटर अपने होठो पर लगा लिया और बोली फिर खालो, में झटके से उठा और उनके रसीले होंठ चूसने लगा अब भाभी भी गरम होने लगी, में होंठ चूसने में व्यस्त था और भाभी ने अपनी नायती उतार फेकी और अब अपने स्तनों पर बटर चिपोड लिया, में उनके दोनों बड़े बड़े बोबो को चूसने लगा, तो कुछ देर बाद उन्होंने चुपचाप ढेर सारा बटर अपनी बुर पर लगा लिया, मेने देखते ही उनको चित लिटाया, और उनकी चिकनी गुलाबी चूत विथ बटर चाटने लगा, नमकीन मख्हन के साथ भाभी की रसीली बुर का नमकीन रस गज़ब स्वाद दे रहा था, भाभी से अब रहा नहीं जा रहा था, बचा हवा सारा मख्हन मेरे लंड पर पॉट क्र उसको अपने मुंह में भर लिया, अब हम दोनों वापिस 69 की पोजीशन में थे, में उनकी बुर चूस रहा था और वो मेरा लंड.
 
जब भाभी से सहा नहीं गया तो मेरे लंड पर बैठ गयी और कूदना शुरू हो गयी, वो इतनी गरम हो चुकी थी की पांच मिनट भी नहीं टिकी और झड गयी, लेकिन मेने अपने अनुभव से उसे तिन चार बार झाड दिया, वो खस्ताहाल हो गयी, बोली क्या गधे घोड़े या हाथी का लंड हे साला थकता ही नहीं, कोई एक घंटे बाद वो घिन्घियाने लगी की प्लीज खाली हो जाओ तो फिर में उनकी बुर में झड गया,
 
मेने होटल वाले से बोल कर रूम में ही खाना मंगवा लिया, पुरे दिन में में तिन बार अगली रात  और फिर अगले आधे दिन में करीब साथ बार जोर दार चुदाई के बाद भाभी बोली अब चलते हे घर.
 
बात सही थी चुदाई का तो अंत ही नहीं था, हम ने सामान पैक किया मेने कहा तुम घर फ़ोन लगा दो की आज में निकल रही हूँ रात को स्टेशन आ जाउंगी, लेने आ जाना, उसने ऐसा ही किया,
 
हम ट्रेन से निकल गए, भाभी ट्रेन में बोली की आप भी दीदी को बोल दो की आप भी घर पहुच रहे हो, तो मेने कहा की समय आने पर बोल दूंगा, और मेरी प्लानिंग सही बैठी , थोड़ी देर बाद मेने वाइफ का मेसेज आया, की आप कहा हो मेने कहा बस से आ रहा हूँ रात में पहुचुन्गा, तो उसने कहा की भाभी, रात वाली ट्रेन से आ रही हे, आप उनसे बात कर लो और उनको अपने घर ले जाओ, कल दोपहर में भी भैया के साथ आ जाउंगी, वो भाभी को वापिस शाम को ले जायेंगे,
 
मेरी प्लानिंग सफल हुयी, स्टेशन पर आने के बाद मेने वाइफ को फ़ोन लगा कर बोला की में आधे घंटे पहले बस से आ गया था, अब स्टेशन पर भाभी का इन्तजार कर रहा हूँ, वाइफ बोली थैंक यू, उसने भाभी को फ़ोन लगाया की में उनको लेने स्टेशन आ गया हूँ, बाहर खडा हूँ आप उनके साथ घर पहुच जाना कल दोपहर भैया मुझे छोड़ आप को ले जावेंगे.
 
भाभी बोली क्या प्लानिंग करी आपने भी, रास्ते में खाना पैक करा हम घर आये, और डिनर के बाद बेडरूम में घमासान चुदाई का प्रोग्राम पूरी रात चला,
 
अगले दिन दोहर तक दो राउंड और लग चुके थे, भाभी को पुरे घर में दौड़ा दौड़ा कर चोदा, घर का ऐसा एक भी कोना नहीं बचा जहा भाभी को नहीं पेला
शाम चार बजे बड़े साले साहेब पत्नी को लेकर घर आ गए और खा पीकर रात वाली गाडी से निकल गए, भाभी और में अपनी पत्नी के सामने ऐसे रहे मानो ज्यादा कुछ नहीं रहा हो, जाते समत ना वो  बोली ना में,
 
में अजीब धर्म संकट में था, इतनी चुदाई के बाद मेरी मेरी पत्नी को चोदने की ज़रा भी इच्छा नहीं थी, लेकिन वो इतने दिनों से भरी बेठी थी, भैया भाभी के जाते ही उसने जोरदार चुदाई की इच्छा जता दी, लेकिन जैसे ऊपर वाला मेरे साथ था, वो बाथरूम से वापिस आई तो उदास चेहरे के साथ आई और बोली जानू मुझे माफ़ कर दो, में अचानक पीरियड से हो गयी, सॉरी.....
 
रात में मेरे लंड को हिलाने लगी और बोली तुम्हारा तो बहुत मन होगाना, चलो में तुम्हे हाथ से या मुंह में लेकर शांत कर देती हूँ, लेकिन मेने कहा ना जानू, इतने दिन इंतजार किया तो चार छः दी और लूंगा तो तुम्हारी ही, पत्नी बड़ी खुस हो गयी,
 
अगले दिन भाभी ने बताया की उनके ससुराल आते ही उनके पति की नाईट शिफ्ट शुरू हो गयी हे, और अब वो मेरे लंड को याद कर ऊँगली चला रही हे........
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#28
Very nice jabardasth update bhai
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