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Misc. Erotica पाँच सहेलियाँ
#21
अब आप लोगो को सुनाते है नेहा की कहानी। नेहा गर्मियों की छुट्टियों में अपने मामा के यहा गयी थी, वहा उसकी कजिन सिस्टर मीना थी जो उस से 4 साल बड़ी थी। दोनों साथ मे रहती थी। एक रात मीना ने नेहा से कहा तुम सो जाओ, मुझे कॉलेज का प्रोजेक्ट बनाना है। उस रात नेहा जल्दी सो गई और मीना आपने बॉयफ्रेंड से बाते करने लगी। थोड़ी देर कॉल पर बात करने के बाद दोनों चैटिंग करने लगे। चैटिंग करते करते मीना को नींद लग गयी। रात 2 बजे नेहा की नींद खुली, उसने देखा मीना मोबाइल हाथ मे रख कर ही सो गई है। उसने धीरे से उसके हाथ से मोबाइल लिया और साइड में रखने लगी, तभी उसकी नजर मोबाइल की स्क्रीन पर गयी। नेहा ने वो मैसेज पड़े,

1st Message
Aree, kidhar chali gayi

2nd Message
Reply kyun nahi kar rahi

3rd Message
Kuch to bolo jaanu

4th Message
 पति: — आज रोटी कुछ मोटी नहीं बनी है ? 

भड़की हुई पत्नी -: बोबे के लिए इतना बड़ा मुँह खोल लोगे लेकिन रोटी पतली चाहिए ?

5th Message
*स्वप्न* यानि 

*तेरे बिना..*

तुझसे मिलना ?











*स्वप्नदोष* यानि 

*तेरे बिना..* ?

*तुझपे चढ़ना!* ?
????

6th Message
*दूसरे नंबर का बेटा*...

मम्मी मेरे पैदा होने के लिए आपने क्या मांगा था ?
बेटा या बेटी?

मम्मी - अरे, कुछ नहीं मांगा था
*मैं नहाने गई, तौलिया ले जाना भूल गयी थी, तेरे पापा से तौलिया मांगा था*

7th Message
 ??

गर्लफ्रेंड (मुंह मेंं लेते हुए) - 

*"बाबु मेरे अलावा तुम्हारी*
*कोई और गर्लफ्रेंड तो नही है ना ?"*



बॉयफ्रेंड -
*"बेबी suck करो.. शक नही!"*

???????

8th Message
Lagta hai tum so gayi ho, koi baat nahi kar baat karte hai..
Love You Sexy..

नेहा ये मैसेज पड़ कर समझ गयी कि मीना किसी से बात कर रही थी और बात करते करते सो गई। उसने वो पहले के मैसेज डिलीट कर दिए है। नेहा ने भी वो सारे मैसेज डिलीट किये और मोबाइल मीना के पास रख कर सो गई।
अगले दिन नेहा, मीना के उठने के बाद ही उठी, जिस से उसे कुछ भी शक न हो। दिन में दोनों बैठ कर बाते कर रहे थे। बातों बातों में नेहा ने मीना से पूछा कि कॉलेज में कोई लड़का पसंद आया या नही। मीना ने भी सहज जवाब दे दिया कि अभी तक तो कोई नही।
नेहा ने फिर पूछा, किसी ने तो तुम्हे प्रोपोज़ किया होगा। नही यार, मीना ने कहा। और फिर नेहा ने बात घुमा दी। नेहा मन ही मन हँस रही थी और सोच रही थी कि मीना को आज रात रंगे हाथों पकड़ेगी। नेहा रात में जल्दी सोने का नाटक करने लगी। थोड़ी देर बाद मीना भी सो गयी | नेहा इंतज़ार ही करती रह गयी और सो गयी। रात 3 बजे मीना का मोबाइल बजा और उसने कॉल डिसकनेक्ट कर दिया। नेहा कॉल की आवाज से उठ गयी और मीना को बोली कर लो बात वरना आपके आशिक़ को नींद नही आएगी। ये तो टाइम पास है, मीना ने कहा।
नेहा- देखना, टाइम पास में कही तुम उसके साथ कुछ कर मत लेना।
मीना- सब कुछ कर लेने के बाद ही तो टाइम पास शुरू हुआ है।
नेहा- मतलब..!
मीना- ये लड़का कॉलेज में मेरा सीनियर था। उस दिन फेयर वेल पार्टी थी। मेरे हाथ से ड्रिंक का ग्लास इसके ऊपर गिर गया था। उसने मुझे सॉरी कहा और आगे बढ़ गया। मैं कुछ ज्यादा ही नशे में थी, मैं भी उसके पीछे गयी और उसे रोक कर कहा, आपने सॉरी क्यूँ कहा, गलती तो मेरी थी। उस लड़के ने मुझसे कहा, जी वो आपको अपनी बाँहो में ले ना पाया इसलिए। मैंने नशे में बोल दिया कि अब ले लो। उसके बाद हम दोनों थोड़ी देर साथ मे नाचे, मुझे नशा ज्यादा था तो वो मुझे होटल लेकर गया, क्योंकि ऐसी हालत में मुझे होस्टल ले जाता तो प्रॉब्लम हो जाती। मुझे उल्टी हो रही थी, उसने वहा रह कर मेरी मदद की। जब वो जाने लगा तो मैंने उसे गले लगा कर थैंक यू कहा और उसके गाल पर किस कर दिया। मैं तो नशे में थी, उसे किस करते ही, उसने मुझे अपने करीब कर लिया और फिर वो सब हो गया जो नही होना चाहिए था।
उस रात के बाद से हम दोनों कभी नही मिले, बस कभी कभी बाते कर लेते है। कभी नार्मल तो कभी गंदी बात। इसके बाद मीना और नेहा दोनों सो गए। अगले दिन नेहा बस यही सोच रही थी कि कोई लड़की किसी अनजान के साथ कैसे सेक्स कर सकती है। अगर नशे में भी किया तो, अभी भी बात क्यूँ कर रही है। ये सही है या गलत। ये सोचते सोचते रात के 9 बज गए। उधर मीना सुबह से कॉलेज के असाइनमेंट में लगी थी। रात 9 बजते बजते वो बहुत थक गई थी। मीना जल्दी ही सो गई। नेहा भी सोने की कोशिश कर रही थी पर उसे नींद नही आ रही थी। उसने सोचा एक बार मीना का मोबाइल चेक कर लेती हूं। उसने देखा आज उस लड़के ने दिन में मीना को कोई बहुत बड़ा सा मैसेज किया था पर मीना ने कोई जवाब न दिया था और न ही उस लड़के ने बाद में कुछ कहा। वो एक सेक्स स्टोरी थी.. नेहा उस स्टोरी को पढ़ना शुरू करती है। वो स्टोरी ऐसी है-
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रोहन है और ये मेरा पहला सेक्स अनुभव कविता भाभी के साथ हुआ. अब में कहानी शुरू करता हूँ, में दिल्ली का रहने वाला हूँ और कॉलेज में पढ़ रहा हूँ. ये बात 2 साल पहले की है, जब मेरे 12वीं क्लास के बोर्ड एग्जाम ख़त्म हुए थे तो में बिल्कुल फ्री था. मेरे पड़ोस में एक फेमिली रहती है, उनसे हमारा अच्छा रिश्ता है. उनके 2 बेटे है एक की शादी हो चुकी थी और एक बेटा है, उनकी पत्नी का नाम कविता है. जब मैंने उन्हें पहली बार देखा था तो में उन्हें देखकर पागल हो गया था और हमेशा उसे चोदने के बारे में सोचा करता था.

हमारे घर पास पास थे, तो वो रोज सुबह बालकनी पर कपड़े सुखाने आती थी तो में भी बालकनी पर पहुँच जाता और बातें भी करता रहता था और में उनकी बालकनी से उनकी पेंटी चुरा लेता और उनकी पेंटी को चाटता और मुठ मारता. एक दिन उनके परिवार वाले गावं जाने वाले थे और सिर्फ़ मेरा कज़िन और भाभी ही घर पर थे तो भैया ने मुझसे कहा कि वो आज उनके घर रुक जाए और भैया ऑफिस चले गये. भाई के जाने के बाद में उनके घर गया तो भाभी ने गेट खोला उन्होंने पिंक कलर की साड़ी पहनी थी. वो क्या मस्त लग रही थी? और हम अंदर आ गये. फिर, वो मेरे लिए नाश्ता लेने गई और फिर हम दोनों ने नाश्ता किया. फिर उन्होंने कहा कि में कपड़े धोने जा रही हूँ तुम बैठो, तो में उनके बेटे के साथ खेलने लगा, फिर थोड़ी देर बाद वो सो गया तो मैंने उसे बेड पर लेटा दिया.

फिर मैंने सोचा भाभी के साथ बात कर लेता हूँ, वो बाथरूम में कपड़े धो रही थी. फिर में बाथरूम के पास गया तो गेट खुला था और जैसे ही मैंने देखा तो वो टायलेट कर रही थी और मुझे देखकर अचानक से उठी जिससे उनकी साड़ी गंदी हो गयी और कहा कि जाओ यहाँ से और में पीछे हट गया और फिर वो गुस्से से बाहर आई और मुझे गुस्से से देख रही थी. फिर मैंने भाभी से कहा मुझे पता नहीं था. फिर उन्होंने पूछा तुम यहाँ क्यों आए थे? फिर मैंने कहा भाभी मुन्ना सो गया था इसीलिए मैंने सोचा आपके साथ बात कर लेते है.


फिर उन्होंने कहा ठीक है, लेकिन फिर ऐसा मत करना और फिर वो कपड़े धोने लगी और में उनके कमरे में कंप्यूटर पर बैठा था और इंटरनेट पर पोर्न साईट खोलकर वीडियो देखने लगा. फिर भाभी छत पर कपड़े सुखाकर आई और मुझे आवाज़ दी उनकी आवाज़ सुनते ही मैंने नेट बंद कर दिया. फिर उन्होंने कहा तुमने मेरे सारे कपड़े गंदे कर दिए में नहाने जा रही हूँ और में फिर से वीडियो देखने लगा और भाभी के बारे में सोचने लगा.

फिर में बाथरूम के होल में से भाभी को देखने लगा, वाह्ह्ह क्या गोरा बदन था? और उन्हें देखकर मुठ मारने लगा तो अचानक से मेरा बैलेन्स बिगड़ गया और में गेट से टकरा गया, शायद उन्होंने गेट लॉक नहीं किया था और में अन्दर गिर पड़ा. मुझे देखकर वो ज़ोर से चिल्लाई और कहा कि तुम यहाँ क्या कर रहे हो? और जल्दी से टावल से खुद को ढक लिया. में तो फटी आँखो से उन्हें देखता ही रह गया और वो कहने लगी ये क्या बतमीजी है? फिर मैंने उनको पकड़ लिया और भाभी से कहने लगा मुझे माफ़ कर दो.

फिर मैंने उनको बताया कि में उन्हें बहुत पसंद करता हूँ और मैंने भाभी से कहा कि भाभी प्लीज़ मुझे माफ़ कर दो, आप जो कहोगे में करूँगा, लेकिन मुझे माफ़ कर दो. तो उन्होंने कहा में जो कहूँगी करोंगे, तो मैंने कहा हाँ करूँगा, फिर उन्होंने दुबारा पूछा सच जो कहूँगी करोंगे, तो मैंने कहा हाँ करूँगा और मेरे हाँ कहते ही उन्होंने अपना टावल फेंक दिया और मुझे अपनी और खींचा और कहा कि चोदो मुझे, ऐसा कहते ही में तो हैरान रह गया.

फिर मैंने कहा क्या? तो उन्होंने कहा में जानती हूँ कि तुम मेरी पेंटी चुरा लेते हो और अभी भी कंप्यूटर पर सेक्स वीडियो देख रहे थे. में भी काफ़ी समय से तुमसे चुदवाना चाहती हूँ और उनके ये कहते ही में उन पर टूट पड़ा और किस करने लगा. हम बाथरूम में थे इसीलिए मैंने अपने कपड़े उतार दिए और पेंट भी ऊतार दी थी. फिर भाभी ने कहा, वाह्ह्ह रोहन तुम्हारा क्या लंड है? इतना बड़ा तो मेरे पति का भी नहीं है और हम किस करने लगे और ऊपर शॉवर चल रहा था.

फिर में उनके बूब्स चूसने लगा और वो, आह्ह्हह्ह कर रही थी. कई बार में उनके बूब्स को काट लेता और वो चिल्लाती रही. फिर हम दोनों ने खुद को पोछा और फिर मैंने उन्हें गोद में उठाया और बेडरूम में लेकर आया, मुन्ना अभी भी सो रहा था तो मैंने उसे उठा कर अलग सोफे पर लेटा दिया और भाभी को सोफे पर लेटाकर उनके पैरों के पास बैठ गया. मैंने एक वीडियो में बॉडी को चाटना देखा था, तो मैंने सोचा कि वैसा ही करता हूँ और उनके पैरो की उंगलियों को चाटने लगा.

फिर उनके दोनों पैरो को चाटने के बाद मैंने उसके पूरे पैर को उनकी जांघ तक चाटा और उनकी गोरी चूत तक जा पहुंचा, उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था. फिर मैंने उनकी चूत चाटनी शुरू की और फिर मैंने उनकी चूत पर जीभ लगाते ही, वो ज़ोर से उछली और सिसकारियां लेने लगी. उनकी चूत को चाटने में मुझे जन्नत का मज़ा आया और फिर में कुत्तो की तरह चूत चाटने लगा.

करीब 15 मिनट तक चूत चाटने के बाद उनकी चूत में से पानी निकला और मैंने सारा पानी पी लिया. क्या मस्त पानी था? फिर मैंने उन्हें उल्टा करके उनकी गांड पर 6-7 थप्पड़ मारे और उनकी गांड को भी चाटने लगा. फिर मैंने उनको मेरा लंड चूसने को कहा और वो मेरा लंड चूसने लगी, वाह्ह्ह्ह क्या मज़ा आ रहा था? और फिर 10 मिनट तक मेरा लंड चूसने के बाद मेरा लंड पूरा रोड की तरह सख्त हो गया.

फिर मैंने उनकी टाँगे खोलकर अपना लंड उनकी चूत से लगाते ही वो सिसकी और मैंने एक झटका मारा और मेरा आधा लंड उनकी चूत में चला गया और वो ज़ोर से चिल्लाई. फिर में उन्हें किस करने लगा और बूब्स दबाने लगा, फिर मैंने अचानक से एक और तगड़ा झटका मारा और इस बार मेरा पूरा लंड उनकी चूत के अंदर चला गया था, वो चिल्लाना चाहती थी, लेकिन उनकी चीख मेरे मुँह में ही रह गई. मैंने फिर से लंड अंदर बाहर करना शुरू किया और वो आआआहह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह्हह्ह की सेक्सी आवाज करने लगी और जिससे मेरी स्पीड और तेज हो गयी. वो कहने लगी हाँ चोदो मुझे, हहहाहा और तेज और तेज और में बहुत तेज-तेज चोद रहा था और करीब आधे घंटे के बाद में झड़ने वाला था तो उन्होंने कहा कि मेरी चूत में ही झाड़ दो और मैंने सारा वीर्य अंदर झाड़ दिया और उनके ऊपर लेट गया और धीरे धीरे किस करता रहा.

फिर मैंने अचानक देखा कि मुन्ना जाग गया है और हम दोनों को देख रहा था. फिर में अचानक दूर हुआ तो भाभी ने कहा क्या हुआ? अरे ये तो अभी एक साल का ही है क्यों डर रहे हो? फिर में दुबारा बेड पर आया और उन्हें क़िस करने लगा.

फिर मैंने भाभी से उनकी गांड मारने को कहा तो उन्होंने कहा रुके क्यों हो? तो मैंने उन्हें डॉगी स्टाइल में करके उनकी गांड पर लंड रखा, लेकिन उनकी गांड बहुत टाईट थी. तो फिर में ऑयल लेकर आया और भाभी की गांड की मालिश करने लगा और अपने लंड पर भी ऑयल लगाया और एक ज़ोर के झटके में लंड अंदर डाला, लेकिन उनकी गांड बहुत टाईट थी. मेरा लंड थोड़ा ही गांड में गया था, शायद उन्होंने कभी गांड नहीं मरवाई थी.

फिर मैंने एक और ज़ोर का झटका मारा और पूरा लंड अंदर डाल दिया और वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई थी, फिर में घपाघप उनकी गांड मारता रहा और थोड़ी देर के बाद में झड़ गया. फिर उस दिन हमने कई बार सेक्स किया और जब तक उनके घरवाले गावं से नहीं आए हम रोज पूरा दिन सेक्स करते थे.

सेक्स स्टोरी पड़ने के बाद नेहा की चूत गीली हो गयी थी, नेहा ने अपने आप को साफ किया और सो गई।
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#22
अगले दिन नेहा जब उठी तो उसके दिमाग मे वही रात की सेक्स कहानी चल रही थी, मीना और नेहा आज दिन से ही मार्केट गए हुए थे, शाम को घर पर आए। आज घर पर दोनों अकेले ही थे। पर उनकी लाइन वाले घरों को लाइट गयी हुए थी। जो सुबह वापस आने वाली थी। दोनों घर के बाहर खड़े हो कर बाते कर रही थी। तभी सामने वाले अंकल ने कहा, आज तुम्हारे इधर लाइट नही है, तुम सब घर वाले मेरे यहाँ आ आजो। आज मैं घर पर अकेला ही हूँ। मीना ने बताया कि आज घर पर कोई नही है, सिर्फ हम दोनों है। अंकल ने कहा, पूरी रात गर्मी में कैसै रहोगे, मेरे यहाँ आ जाओ। मीना और नेहा के पास और कोई चारा भी नही था, वो अंकल के यहाँ चले गए। अंकल ने उनका बढ़िया स्वागत किया। सब लोगो ने थोड़ी देर बात की। अंकल ने पूछा- क्या आप लोग बियर पीना पसंद करोगे। आज गर्मी बहुत है। अच्छा लगेगा। मीना ने कहा- अंकल जी हम पीते नही है।
अंकल- कोई बात नही मीना, तुम नही पीना चाहते कोई बात नही। अगर टेस्ट नही की हो तो एक बार टेस्ट कर के देख लो। एक मे से दोनों कर लो। मीना और नेहा ने 2-3 घूँट ही पी उन्हें कड़वी लगी तो नही पी। बाकी बची हुई अंकल पी गए। अंकल ने उन्हें बढ़िया खाना खिलाया, और उन्हें सोने के लिए रूम दिया। मीना को नींद लग गयी थी, पर नेहा को नींद नही आ रही थी। वो उठ कर रूम से बाहर आयी, अंकल अभी हॉल में ही है और म्यूजिक सुन रहे है, नेहा भी हॉल में आकर बैठ जाती है। नेहा और अंकल बाते करते है, नेहा बताती है कि उसे नाचना अच्छा लगता है। अरे वाह मुझे भी नाचने का शोक है, अंकल ने कहा। उन्होंने म्यूजिक चेंज किया और नेहा का हाथ पकड़ कर उसे उठाया और उससे थोड़ी दूरी बना कर नाचने लगे। नेहा भी साथ देने लगी। 15 मिनट नाचने के बाद दोनों पूरी तरह से पसीने में नहा लिए थे। अंकल ने कहा, मैं शावर लेकर आता हूँ और अगर तुम्हे भी शावर लेना हो तो मेरे रूम में बाद में ले लेना, क्योंकि तुम्हारे रूम का शावर ठीक नही है। नही अंकल जी, अब मैं सोने जा रही। अंकल अपने रूम में चले जाते है और नेहा दूसरे रूम में। अंकल ने सोचा ये दोनों तो रूम में सो रही है अभी कोई हॉल में नही है तो वो सिर्फ शार्ट पहन कर हाल में बैठ जाते है और आँखे बंद करके गाने सुनते है। उधर नेहा का बदन भी पसीने से भीग गया था। और पसीने की गंध भी आ रही थी। उसने सोचा शावर ले लिया जाए। उसकी नजर अंकल के खुले जिस्म पर गयी, अंकल की फिट बॉडी देख कर नेहा शावर लेने जाती है, उसके दिमाग मे अंकल का जिस्म घूमने लगता है और वो गेट लॉक करना भूल जाती है। नंगी होकर शावर लेने लग जाती है। अंकल शावर लेते टाइम अपना मोबाइल वही भूल गए थे। वो अपना मोबाइल लेने जाते है, अंदर जाते ही नेहा के नंगे जिस्म पर नजर जाती है, नेहा भी घबरा जाती है और टॉवल की तरफ भागती है और उसका बैलेंस बिगड़ने लगता है। अंकल फुर्ती से उसको संभालते है और नेहा उनसे चिपक जाती है। दोनों के बदन पर पानी की बौछार वासना की आग का काम कर रही है। नेहा ने किसी मर्द के नंगे बदन का एहसास पहली बार किया था और इधर जवान लड़की के बदन का स्पर्श अंकल को दीवाना कर देता है। नेहा को कस के गले लगाते है, नेहा थोड़ी देर तो अपने आप को छुड़ाने की कोशिश करती है पर कुछ बोल नही पाती। अंकल उसके बदन को सहलाते है और उसके बदन को चूमने लगते है। नेहा पर वासना का नशा होने लगता है। थोड़ी देर तक नेहा के बदन को चूमने और उसकी चुचियो से खेलने के बाद उसे रूम में लेकर आते है। अंकल समझ जाते है नेहा शर्मा रही है, उसकी शर्म को दूर करने के लिए एक गाना गाते है:
"चूची तेरी नरम नरम 
निप्पलों पे छाई जवानी है
गदराये चूतड़ तेरे
गांड तेरी मस्तानी है
झांटे तेरी घुंघराली
चूत से टपके चिप चिप पानी है
चूसो इसको चाटो इसको
कह रही मेरी रानी है
लंड मेरा तन्नाया है
पाकर गंध तेरी सुहानी
आजा चोदूं तुझे रगड़ रगड़ कर मैं
साथ मे नहला दू लंड के पानी मे।"

ये गाना सुनकर नेहा और भी ज्यादा गर्म हो जाती है और वो अंकल को नंगा कर देती है। अंकल को भी इसी पल का इंतजार था। नेहा की चूत को थोड़ा सा प्यार करने के बाद अपना लंड उसकी चूत ने डालते है। पहली बार नेहा की चूत में लंड गया है, नेहा चीखती है। अंकल धीरे धीरे लंड अंदर बाहर करते है। फिर लन्ड बाहर निकाल कर चूत में उँगली करते है। अब एक बार फिर से लंड चूत में डालते है इस बार दर्द कम होता है और चुदाई शुरू करते है। नेहा भी साथ देती है और नेहा की चूत का उदघाटन हो जाता है। चूत में दर्द लेकर नेहा मीना के पास सोने चली जाती है।
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#23
दिया का जन्मदिवस बना चुदाई दिवस..
रितेश ने दिया को उसके जन्मदिन का सरप्राइज देने के लिए अपने फार्म हाउस पर डेकोरेशन किया था और उसके लिए गिफ्ट भी रखा था। रितेश ने रानू, आशा, नेहा और ईशा से भी बात थी। रानू के जीजु अपने ससुराल आये हुए थे, रानू ने घर पर कहा कि उसे दिया कि सरप्राइज पार्टी में जाना है पर रात का समय है अगर जीजु साथ चले तो मैं और ईशा जा सकती हूं। घर वालो ने हॉं बोल दिया। रात को बारह बजे रितेश और दिया फार्म हॉउस पहुचते है। वहाँ पर  पार्टी का अरेंजमेंट रानू, ईशा और जीजु करते है। दिया डेकोरेशन देख कर खुश हो जाती है। केक कटिंग करने के बाद रानू, जीजु और ईशा रूम से बाहर आ जाते है। रानू जीजु को जोर से गले लगाती है, जीजु उसे लेकर पास वाले रूम में जाते है। रितेश और दिया रूम में है, रितेश उसे गिफ्ट में एक गोल्ड की रिंग देता है। दिया उसे देख कर खुशी से उछलने लगती है। उसके उछलते बूब्स देख कर रितेश का लंड खड़ा होने लगता है। आज रितेश वियाग्रा खा कर आया है उसने पूरी रात चोदने का जो सोचा है। इधर रानू भी चुदाई के मूड से आई है। रितेश दिया को अपनी बाँहो में लेकर उसके साथ मस्ती करता है और उसके होंठों पर किस करता है। दिया भी साथ देती है। आज तो रितेश वाइल्ड मूड में ही था, उसने स्मूच भी वाइल्ड किया और दिया के कपड़े उतारने शुरू किए। दिया को नंगा करने के बाद, सबसे पहले उसके बूब्स को चूसना शुरू किया, फिर उसकी गांड पर मस्त हाथ से मारते हुए गांड मसलने लगा। फिर उसे जमीन पर लेटा कर उसकी चूत में उँगली करने लगा। चूत को मसलते हुए उसके बूब्स भी चूसने लगा। आज दिया उसे रोक नही रही थी, वो बहुत खुश थी। रितेश को पता था कि वियाग्रा खाई है तो मैं जल्दी झड़ने वाला नही, इसलिए आराम से कभी चूत तो कभी बूब्स का मजा लेता, दिया एक बार की झड़ चुकी थी। आज कंडोम चॉकलेट फ्लेवर का था। रितेश ने अब उसकी चूत में लंड डाला, और अंदर बाहर करने लगा। धीरे धीरे कर के स्पीड बड़ाई, फिर लंड निकाल कर उसके मुँह के पास लाया। दिया समझ गयी कि रितेश मुँह में लेने का बोल रहा है और रितेश भी समझ गया कि दिया अभी नही लेगी। फिर से उसने लंड को चूत में डाला और जोरो से चोदने लगा। जोर के झटकों के साथ दिया कि आवाज भी तेज हो जाती। दिया कि सांसे उसे बस में नही थी पर मजा बहुत आ रहा था। आज दिया के लिए पहला मौका था जब रितेश उसे इस तरह चोद रहा था। दिया झड़ गयी थी और रितेश जोर के झटके के साथ झड़ा। दोनों बहुत बुरी तरह थक गए थे। जीजु भी रानू के साथ पूरे मजे लेना चाहते थे। रानू और जीजु ने एक दूसरे के कपड़े उतारे और नंगे बदन को चूमने लगे। ईशा खिड़की में से देखने की कोशिश कर रही थी पर उसे कुछ दिखा नही। दोनों कमरो से आवाज सुनने की कोशिश करने लगी। जीजु तो रानू के बूब्स के दीवने हो गए थे और आज बड़े दिनों बाद रानू के बूब्स मिले थे, जीजु कोई कसर नही छोड़ना चाहते थे और रानू भी दर्द से बेपरवाह पूरे मजे लेना चाहती थी। जीजु बड़े प्यार से बूब्स मसल रहे थे और रानू जीजु को चुम रही थी। जीजु ने रानू के बूब्स को चूसना शुरू किया। बीच मे एक बार हल्के से काटा भी, जीजु ने अपना लंड पकड़ा और रानू की चूत पर रखा और एक ही धक्के में अंदर कर दिया। फिर शुरू ही रानू की चुदाई। रानू भी बड़े मजे से चुदवा रही थी। जीजु रानू को ऐसे चोद रहे थे जैसे बरसो से प्यासे हो। जोरदार चुदाई के बाद दोनों सो गए। उधर बाहर ईशा की चूत गीली होने लगी थी। उसने खुद को नंगा किया और अपने बूब्स से खेलने लगी, दोनों कमरो में हो रही चुदाई को सोच अपनी चूत में उँगली करने लगी। चूत ने बहुत सारा पानी छोड़ तो दिया था, पर चूत को शांति नही मिली थी। रात के 3 बज चुके थे। रितेश और दिया दोनों नंगे ही सो गए। सुबह 8 बजे रितेश की नींद खुली तो उसने अपने पास लेटी नंगी दिया को हग किया और किस करने लगा। रात की चुदाई याद कर के रितेश का लंड खड़ा होने लगा। रितेश अपना लंड दिया कि गांड के बीच रगड़ने लगा। रितेश का मूड तो था कि दिया कि गांड भी मार ले। दिया अभी भी नींद में ही थी, ओर जब दिया ने अपनी गांड पर रितेश का लंड महसूस किया तो वो पलट कर रितेश की तरफ घूमी। रितेश ने उसके बूब्स मुँह में ले लिए और चूसने लगा। एक हाथ से चूत को मसलने भी लगा। दिया के दिमाग मे भी रात की चुदाई थी और दिया कि चूत भी गीली होने लगी। दिया रितेश के ऊपर चढ़ गई। कल रात को तो बहुत ही जोश में थे, दिया ने रितेश से कहा और अपनी चूत लंड के पास ले गयी। रितेश ने लंड पर कंडोम लगाया और उसकी चूत के अंदर डाल दिया। दिया लंड की सवारी करने लगी। दिया लंड पर उछलने लगी। रितेश उसके उछलते बूब्स मसलने लगा। दिया और रितेश दोनों चुदाई का आनंद ले रहे थे। लव यू दिया... रितेश ने कहा, आहaaaahhhhh aaaa aaaaaahhh दिया का उछलना कम हुआ तो रितेश ने झटके देना शुरू किए। दिया भी साथ देने लगी। गीली चूत में लंड की पुच्च पुच्च पूरे फार्म हाउस में सुनाई दे रही थी। ये आवाज सिर्फ ईशा सुन रही थी क्योंकि रानू और जीजु तो सुबह 7 बजे ही निकल गए थे। ईशा की चूत में आग लग रही थी, पर वो कर कुछ नही सकती थी। रितेश और दिया दोनों का पानी निकल गया। दोनों थोड़ी देर लेटे रहे और बात करते रहे। थोड़ी देर आराम करने के बाद दोनों साथ मे बाथरूम में गये। एक दूसरे को नहलाने लगे। वहां भी स्मूच और किस का दौर चलने लगा। रितेश का लंड एक दम तो खड़ा नही हो पाया ब्स थोड़ा सा कड़क हुआ था। उसने दिया के बदन के साथ मस्ती की और दोनों नहा कर बाहर आ गए। 1 बज गया था। अब भूख भी बहुत जोरो से लग रही थी। ईशा ने खाना तैयार कर लिया था सब ने खाना खाया और रितेश ने मूवी की टिकट बुक कर रखी थी, ईशा को रास्ते मे ड्राप किया और दोनों मूवी देखने पहुँचे। उनकी आगे वाली सीट पर जो कपल बैठा था, वो स्मूच करने लगा। रितेश ने दिया को इशारा किया। दिया ने साफ बोल की वो यहां नही करेगी। लड़की की आह उह ओह की आवाज  दिया को साफ सुनाई दे रही थी। रितेश ने धीरे से अपना हाथ दिया के बूब्स पर रख दिया और दिया को स्मूच करने लगा। दिया ने थोड़ी देर रितेश का साथ दिया फिर उसे अपने से अलग कर दिया। इंटरवल के बाद वो कपल वापस आया ही नही। मूवी खत्म होने के बाद दिया ने देखा कि उस कपल की सीट के नीचे एक यूज़ किया हुआ कंडोम है। वो समझ गयी कि लड़की ने लड़के को ब्लो जॉब दिया है। ईशा ने घर पहुच कर सबसे पहले अपनी चूत की आग को शांत करने के लिए एक बैंगन लिया और बाथरूम में जा कर उसे अपनी चूत में डाला और चूत को शांत करने लगी, ईशा झड़ तो गयी थी, पर मन को शांति नही मिली, मिलती भी कैसे, लंड का सुख तो लंड का ही है। रितेश और दिया साथ मे थे शाम के 6 बज चुके थे। दिया ने कहा कि अब वो घर जाएगी। रितेश ने कहा चलो फार्म हाउस चलते है एक बार और चुदाई हो जाये। देखो अब मुझमे हिम्मत नही है यार, बहुत चुदाई कर ली है कल रात से। आज तुम्हारा बर्थडे है, एक बार और हो जाये, रितेश ने कहा। नही, मतलब नही, अब घर चलो, दिया ने कहा। रितेश को लगा अब कुछ नही होने वाला, फिर भी उसने सोचा एक बार और कोशिश करता हूँ। उसने दिया से कहा, मैं तुम्हे एक और गिफ्ट देना चाहता हूं, तुम मना तो नही करोगी। दिया ने कहा, मैंने बोला न अब कोई सेक्स नही। रितेश का मूड ऑफ हो गया और चेहरा लटक गया, उसने उदास होकर कहा, सेक्स नही तो कोई बात नही, ब्लो जॉब ही दे दो। दिया ने उसे घूरा और रितेश ने चेहरा नीचे झुका लिया। रितेश पहले भी उसे ब्लो जॉब के लिए बहुत बार बोल चुका है, दिया ने कहा मैं मुँह में नही लुंगी, सिर्फ हाथ से करूँगी। तुम्हे कंडोम भी लगाना पड़ेगा। रितेश सुन कर खुश हो गया, वो अपनी कार में बैठे। और दिया से बोला बेबी कंडोम प्लीज तुम पहना दो। दिया ने उसके लंड पर जोर से चिमटी भरी। रितेश की चीख निकल गयी। दिया ने कहा जल्दी पहनो कंडोम। रितेश ने कंडोम लगाया और दिया उसके लंड को अपने हाथ मे लेकर हिलाने लगी। दिया जोरो से रितेश का लंड हिला रही है। पर रितेश झड़ा नही। दिया ने सोचा रितेश के साथ कुछ गंदी बाते करना पड़ेगी, तब इसकी मलाई निकलेगी। रितेश अगर मैं तुम्हे मूवी में ब्लो जॉब देती तो कैसा लगता, दिया ने कहा।
रितेश- मजा ही आ जाता।
दिया- उस कपल से भी ज्यादा
रितेश- हाँ बेबी
दिया- अगर मुँह से देती तो?
रितेश ये सुनकर बहुत उत्तेजित हो गया, दिया ने भी हाथ की स्पीड बड़ा दी।
दिया- बोलो भी, अगर मुँह में लेती तो क्या करते।
रितेश- तुम्हारे मुँह में अपने लंड से झटके मारता
दिया- और
रितेश- तुम्हे अपना लंड चूसवाता, तुम्हारा मुँह मलाई से भर देता। तुम मेरे लंड को चाटती।
रितेश ये सोचते सोचते झड़ गया।
दिया- अब तो खुश हो, ब्लो जॉब मिल गया।
रितेश- थैंक यू, लव यू।
उसके बाद रितेश ने दिया को घर छोड़ा।
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#24
Super sir
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#25
(19-03-2021, 06:46 AM)Eswar P Wrote: Super sir
Thanks Namaskar
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#26
पाँच सहेलियाँ में से आपकी पसंदीदा लड़की कौन है?
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#27
रानू
आशा 
नेहा
दिया
ईशा
किसकी चुदाई में सबसे ज्यादा मजा आया। कमेंट जरूर करे।
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#28
(16-03-2021, 06:16 PM)Gpoint Wrote: Thanks for appreciation. Ese hi aap logo ka pyar milta rahe

Interesting.
Behanchod means sister-fucker.
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#29
(21-03-2021, 06:51 AM)behanchod Wrote: Interesting.

Thanks Namaskar
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#30
आशा और नेहा भी फार्म हाउस जाना चाहती थी, पर इतनी रात को घर वालो ने जाने से मना कर दिया। आशा और नेहा दोनों साथ मे थे, जब ईशा ने उन्हें कॉल कर के बताया कि रितेश और दिया कि चुदाई के अलावा एक और कपल चुदाई कर रहा है, वो है रानू और उसके जीजु। ये सुनकर आशा और नेहा आश्चर्यचकित हो गयी और साथ मे वासना भी जागने लगी। नेहा ने एक पोर्न वीडियो लगाया, जैसे ही प्ले किया एक लिंक ओपन हुई 'Live Video Sex Chat' नेहा ने वीडियो बंद कर उस लिंक पर गयी। स्क्रीन पर एक सोफा दिख रहा था। उनकी स्क्रीन का वीडियो ऑफ था तो सामने वाला उन्हें नही देख सकता था। एक आदमी और औरत जिन्होंने ने अपना चेहरा पूरी तरह से छुपा रखा था, वो सोफे पर बैठे, औरत ब्रा पैंटी में थी और आदमी अंडरवेअर में।उस औरत ने कहा आप भी अपना वीडियो शेयरिंग कर लीजिए। साथ मे मजे लेंगें। नेहा और आशा ने एक दूसरे को देखा, आशा ने इशारे से मना कर दिया।  उस औरत ने आदमी को चूमना शुरू किया। आदमी ने औरत के ब्रा का हुक खोल दिया। ब्रा आधी लटकी हुई थी। आदमी ने दोनों हाथों को बूब्स पर रखा और औरत ने ब्रा को निकाल दिया। इन्होंने ने वीडियो शेयरिंग ऑन नही की थी तो वीडियो बंद हो गया। आशा और नेहा गर्म हो चुकी थी। पोर्न वीडियो लगा दिया। पोर्न देखते देखते आशा की नजर नेहा के टॉप पर पड़ी, नेहा की चुचिया टॉप पर से अलग ही दिख रही थी। आशा ने नेहा की चुचियो को छूते हुए कहा, बड़ा मजा ले रही हो। आशा ने तो टॉप के ऊपर से छूआ था, पर नेहा के बदन में उस से भी हलचल हो गयी। नेहा ने आशा के बूब्स को मसल कर कहा, तुझे मजा नही आ रहा क्या! आशा नेहा के बूब्स पकड़ने गयी, नेहा हट गई। आशा ने फिर कोशिश की और नेहा के ऊपर गिर गयी उसका हाथ नेहा की पीठ पर था, उसने टॉप के ऊपर से ही नेहा की ब्रा का हुक खोल दिया। नेहा और आशा की मस्ती बढ़ने लगी। मस्ती मस्ती में नेहा मुँह आशा की चूत तक आ गया। उसकी चूत की गंध और गर्मी, नेहा के लिए बहुत ही अलग एहसास था। नेहा ये सब सोच ही रही थी कि आशा ने नेहा का टॉप निकाल दिया, ब्रा का हुक खुला हुआ ही था तो ब्रा में से बूब्स बाहर आ चुके थे। नेहा आशा के टॉप के लिए आगे बढ़ी। आशा और नेहा एक दूसरे से चिपक चुके थे। आशा नेहा के नंगे बदन को महसूस कर रही थी। नेहा ने आशा का लोवर खिंच दिया, इतनी जोर से खीचा की पैंटी के साथ नीचे हो गया, नेहा ऊपर से नंगी थी और आशा नीचे से। लोवर नीचे करने में नेहा भी थोड़ा नीचे हो गयी। एक बार फिर उसका मुँह आशा की चूत तक आ गया था। आशा की गीली चूत नेहा के सामने थी। नेहा का हाथ आशा के बूब्स पर था, नेहा ने अनजाने में ही जोर से मसलना शुरू कर दिया। पहले तो आशा ने उसका हाथ हटाने की कोशिश की पर आशा को अच्छा लगने लगा था, उसकी कोशिश कमजोर होती गयी और उसने खुद का टॉप निकाल कर नंगा कर लिया फिर नेहा का हाथ पकड़ कर सजे हाथ को अपने बूब्स पर रख दिया, जैसे आशा ये कहना चाहती हो कि मेरे बूब्स को ऐसे ही मसलती रहो जैसे पहले मसल रही थी। आशा और नेहा कब एक दूसरे को स्मूच करने लगे पता ही नही चला, आशा ने नेहा को पूरा नंगा कर दिया। अब दोनों एक दूसरे के जिस्मो से खेलने लगी। आशा ने नेहा से कहा, तेरी चुचिया तो सच मे कमाल है। चुचिया चूसने लगी। नेहा अपना हाथ आशा की गाण्ड पर लेकर गयी और उसकी गांण्ड सहलाने लगी। तेरी गाण्ड तो गजब है यार। दोनों की चूत में वासना की ऐसी आग लगी जैसे कोई ज्वालामुखी हो, दोनों एक दूसरे को ऐसे प्यार कर रही जैसे बहुत पुराने प्रेमी हो और आज मिले है।
अब नेहा में हिम्मत करते हुए अपनी एक उँगली आशा की चूके डाली। आशा पूरी तरह से हिल गयी, नेहा ने अपनी उँगली निकाल ली। आशा चाहती तो थी कि नेहा फिर से उँगली डाले, उसने इस बार नेहा की चूत में उँगली डाल दी, और अपनी उंगली अंदर बाहर करने लगी। नेहा भी आशा को चूत से खेलने लगी। दोनों की चूत में जो ज्वालामुखी जल रहा था, उसने बहुत सारा लावा निकाला, तब जाकर चूत को शांति मिली। आशा और नेहा की आँखे एक दूसरे से मिली और एक बार फिर स्मूच किया। आज दोनों बहुत खुश थी और ये स्मूच शायद इसी खुशी का इजहार था।
जैसा कि आप पहले पड़ चुके है कि ईशा ने बैंगन से अपनी चूत को शांत करना चाहा, पर शांति मिली नही। ईशा का मन तो हो रहा था कि वो आशा और नेहा के पास जाए और चुदाई की पूरी कहानी उनको सुनाए। ये सोच कर वो आशा और नेहा से मिलने निकल जाती है। रास्ते मे सोचती है कि इस कहानी को सुनाने के बाद अगर उसकी चूत की आग फिर से भड़क गई तो वो क्या करेगी,  ये सोच कर वो एक गार्डन के पास रुक जाती है और सोचने लगती है क्या करे। उसकी नजर एक लड़के और लड़की पर जाती है, जो गार्डन के अंदर जाते है। लड़के को वो पहचान जाती है, अरे ये तो हमारे रिश्तेदार का बेटा है, अपनी गर्ल फ्रेंड के साथ आया है, उसके सामने जाकर उसके मजे लेती हूं। ये सोचकर वो गार्डन में जाती है। उन्हें देखने की कोशिश करती है, गार्डन लगभग खाली है, एक दो कपल ही है पर वो कही नही दिखते, उसे लगता है कि किसी कोने में किस कर रहे है। एक कोने में बहुत बड़े पेड़ था, ईशा ने सोचा वो दोनों वही होंगे, ईशा अपने मोबाइल में वीडियो रेकॉर्डिंग ऑन कर के पेड़ के पीछे चली जाती है। उसने तो ये सोचा था कि वो थोड़ा सा परेशान कर के वीडियो डिलीट कर देगी, पर ईशा जैसे ही पेड़ के पीछे जाट है उसकी आँखे फटी रह जाती है, वो देखती है, एक लड़का मूठ मार रहा है और वीडियो रिकॉर्ड कर रहा है। उसके हाथ से मोबाइल नीचे गिर जाता है, वो लड़का भी मूठ मारते मारते रुक जाता है, अपनी पैंट ऊपर नही करता अभी अभी उसका लंड बाहर ही है। ईशा मोबाइल उठा कर जाने लगती है तभी लड़का ईशा को अपनी और खींच लेता है और पूछता है, तुम कौन हो और यहाँ मेरा वीडियो रिकॉर्ड करने क्यों आयी हो। तभी ईशा की नजर आते हुए कपल पर पड़ती है, ये वही है जिनके ईशा मजे लेना चाहती थी।  ईशा सोचती है कि इसने मेरा चेहरा देख लिया तो समस्या हो जाएगी। ईशा अपने आप को बचाने के लिए उस लड़के से चिपक जाती है और धीरे से बोलती है, I'm sorry.  प्लीज तुम हिलना मत, जब तक तुम्हरा पीछे वाला कपल जाए नही। वो लड़का ईशा को कस के हग कर लेता है। ईशा उसके लंड को महसूस कर सकती थी। जैसे ही वो कपल उन्हें देखते है वापस चले जाते है। ईशा धीरे से उस लड़के से पूछती है, क्या वो लोग गए? लड़का झूठ बोल देता है कि अभी भी हमे ही देख रहे है और अपना हाथ ईशा की कमर पर रख लेता है। धीरे से हाथों को ईशा के बूब्स पर ले जाता है और उन्हें दबाना शुरु करता है। लड़का जानता था कि जो भी करना है जल्दी से करना है अगर इस लड़की ने देख लिया कि वो लोग गए तो ये भी चली जायेगी। वो लड़का एक हाथ से उसके कपड़ो के ऊपर से ही चूत मसलने लगता है। बंद करो ये सब, ईशा ने उस से चिपके हुए ही कहा, गुस्सा बहुत आ रहा था उसको, पर कर क्या सकती थी। लड़के ने कहा, तुम जल्दी से मेरा लंड पकड़ के हिला दो, मैं तुम्हे बिल्कुल भी टच नही करूँगा, प्रॉमिस।
ईशा ने सोचा अगर इसे अभी नही रोका तो उनके जाने के बाद भी मैं इसे रोक नही पाऊँगी। ईशा उस लड़के का लंड पकड़ कर हिलाने लग जाती है। लड़का उसके बूब्स और चूत से हाथ हटा लेता है। ईशा बहुत ही रिलैक्स फील करती है। तभी वो लड़का बोलता है, अच्छे से हिलाओ, नही तो मैं फिर से शुरू हो जाऊँगा। दोनों हाथों से हिलाओ। ईशा करती भी क्या, जैसा बोला वैसा करने लगी। ईशा ने पूछा, वो अभी तक नही गए क्या। लड़का बोला, कब से चले गए। ईशा उस से दूर हो जाती है। उस लड़के का लंड हाथ मे लेने के बाद, ईशा की चूत काफी ज्यादा गीली हो गयी थी। उस लड़के ने कहा, एक बार लंड अपनी चूत में डाल कर तो देखो। नही मजा आये तो मत निकाल लेना। ईशा का मन तो बहुत हो रहा था, पर किसी अजनबी से चुदने में डर भी लग रहा था। ईशा ने कहा, जो भी हुआ उसके लिए सॉरी। ईशा जाने वाली थी कि, लड़का बोला, कोई बात नही वीडियो में आपको देख के मूठ मार लूँगा। तुम जो वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे, उसमे मैं आ गयी क्या? लड़के ने मुस्कुराते हुए आँख मारी। ईशा उसके हाथ से मोबाइल लेने की कोशिश करने लगी, पर ले नही पायी। ईशा उस से बोली प्लीज वीडियो डिलीट कर दो। लड़के ने कहा- उसके लिए तुम्हे सिर्फ एक बार मेरा लंड अपनी चूत में लेना है फिर मैं वीडियो डिलीट कर दूँगा। ईशा ने कहा- मैं तुम्हारे साथ सेक्स नही कर सकती, जो भी हुआ उसके लिए मैं हाथ जोड़कर माँफी मांग रही हूँ। अरे हम चुदाई नही करेंगें। सिर्फ एक बार लंड चूत में डालूँगा और निकाल लूँगा। वो भी कंडोम लगा के। ईशा ने कहा ठीक है, पर मैं सलवार थोड़ी सी ही नीचे करूँगी और पैंटी नही उतारूंगी, बस पैंटी को चूत पर से थोड़ा सा साइड में करूँगी। लड़के ने कंडोम निकाला और लंड पर चढ़ा दिया। ईशा ने हल्का सा सलवार नीचे किया, चूत पर से पैंटी को साइड में किया और आँखे बंद कर के बोली, जल्दी करो। उस लड़के ने सबसे पहले ईशा की चूत पर उँगली घुमाई, फिर थोड़ा सा मसला। ईशा बोली ये क्या कर रहे हो। लड़के ने कहा तुम्हारी चूत का छेद देख रहा, कहाँ लंड डालना है।  अगर तुम्हें जल्दी हो तो तुम खुद मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत में डाल लो। फिर उस लड़के ने ईशा की चूत पर अपना लंड रगड़ा और हल्का सा चूत के अंदर डाला। ईशा ने कहा हो गया क्या? कितना टाइम लगा रहे हो? बस अब मेरा लंड तुम्हारी चूत में जाने वाला है, तुम्हारी चूत टाइट है ना, इसलिए टाइम लग रहा। मुझे एक दो झटके देना पड़ेंगे तब लंड पूरा अंदर जाएगा। ईशा के लिए एक एक पल निकालना मुश्किल हो रहा था। उस लड़के ने धीरे धीरे 3-4 झटके दिर, फिर एक जोरदार धक्का और लंड पूरा ईशा की चूत में। ईशा अपनी कमर हिला कर उसके लंड को अपनी चूत में अच्छे से महसूस करना चाहती थी। लड़के ने अपना लंड निकाला और ईशा की चूत में उँगली की। ईशा की चूत में जब लंड अंदर तक गया, तो ईशा काफी ज्यादा उत्तेजित हो गयी थी। लड़के के उँगली डालने के थोड़ी सी देर में ही ईशा झड़ गयी। ईशा ने लड़के से पूछा जब तुम मुझे चोद सकते थे, तो चोदा क्यों नही।
उस लड़के ने कहा, मैंने तुम्हे प्रॉमिस किया था इसलिए। उसके बाद ईशा ने उस लड़के को एक स्मूच किया और वहा से निकल गयी।
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#31
Mast update bhai dhanyavaad
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#32
(22-03-2021, 01:06 PM)Eswar P Wrote: Mast update bhai dhanyavaad

Bahut bahut dhanywaad
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#33
अब तक कि कहानी में कौन सी चुदाई सबसे अच्छी थी?
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#34
"चुदाई का मजा गाँव के खुले खेत में"
आइये देखते है कौन और कैसे मजा लेता है खुले में चुदाई का।
रानू को दो दिन के लिए अपने गाँव जाना था, वो अकेले बोर हो जाती इसलिए उसने अपने साथ मे नेहा को चलने के लिए राजी कर लिया था। नेहा ने कहा बाकी से भी पूछ लेते है, उसने अपनी सहेलियों से पूछा और सभी ने गाँव के लिए हाँ बोल दिया। रानू के अलावा और किसी को भी गाँव मे रहने का अनुभव नही था। सबने अपनी तैयारी की और रानू के साथ गाँव पहुँचे। गाँव के बाहर कुछ लोगो की भीड़ लगी हुई थी, दिया ने देखा दो लोग wwe जैसे लड़ रहे है। उसने रानू से पूछा- ये गाँव की wwe है क्या?
रानू- इसको कुश्ती कहते है।
दिया- इनकी अंडरवियर बड़ी अजीब है।
रानू- वो लंगोट है।
दिया- ये क्या होता है।
रानू- पहलवान इसको पहन कर कसरत करते है, कुश्ती लड़ते है।
दिया- बहुत बढ़िया।
रानू- ये ऐसे खुले बदन रहते है, इसलिए गाँव के बाहर होता है, गाँव की औरतों से दूर।
दिया- ये पहलावन, रात को अपनी औरतों की जान ले लेते होंगें।
ईशा- ये तो तुम्हे कर के ही पता चलेगा।
ईशा की बात सुन कर सब हँसते है। गाँव पहुच कर सब तैयार हो जाते है। रानू के परिवार का एक खेत भी है जिसकी देखरेख गोलू और भोला करते है, ये दोनों वही है जो गाँव के बाहर कुश्ती कर रहे थे। खेत जो है गाँव से 1 किमी दूर है। सभी लड़कियां गोलू और भोला के साथ खेत देखने जाते है। वहाँ पहुच कर गोलू भोला से कहता है, यार नदी किनारे खेत से मीठे फल ले आ। आज सबको शुद्ध देशी फल खिलाते है। दिया ने भोला से पूछा कितनी दूर है नदी। भोला ने कहा 10 मिनट लगेंगें पैदल जाने में। दिया ने नेहा से पूछा चले क्या, नदी देख कर आते है। वैसे भी खेत मे करेंगें क्या। नेहा और दिया भोला के पीछे पीछे चलने लगते है। रानू आशा और ईशा को खेत के बारे में बताती है। गोलू ने रानू से कहा, मैं पीछे वाले खेत से पानी लाता हूँ। वहाँ ठंडा पानी मिलेगा। ईशा गोलू से कहती है, मैं भी चलती हूँ, खेत घूम लुंगी। गोलू से खेती के बारे में जानकारी लेती हुई उसके साथ चलती है। वहाँ खाद के बोरो का एक ढेर लगा हुआ था। गोलू कहता है आप इस पर चढ़ कर खेतो के चारो तरफ देखो, आपको बहुत ही खुबसूरत नज़ारा लगेगा। गोलू उसे ऊपर चढ़ने में मदद करता है। ईशा चारो तरफ हरियाली देखती है और अपना मोबाईल निकलती है, पर उसका ध्यान नही रहता और पैर फिसल जाता है। गोलू फुर्ती से ईशा को पकड़ लेता है। ईशा गिरने से तो बच जाती है, पर गोलू की बाँहो में आ जाती है। ईशा गोलू के कसरती बदन को महसूस कर सकती थी। ईशा ने अपने आप को गोलू से अलग करने के लिए खुद को पीछे की और जोर से धकेला, उधर गोलू ने भी उसी समय अपनी पकड़ ढीली कर दी थी इस कारण ईशा का बैलैंस बिगड़ा और वो गिरने लगी। उसने अपने आप को बचाने के लिए खुद को गोलू की तरफ झुकाया, गोलू की धोती पकड़ कर उसके ऊपर गिर गयी, गोलू भी नीचे गिर पड़ा। ईशा ने अपनी आँखें बंद कर रखी थी। उसका दुप्पटा उसके बदन से अलग हो चुका था।  उसके झुक जाने के कारण से गोलू उसके बूब्स देख पा रहा था। उसका लंड खड़ा होने लगा था। ईशा के बूब्स उसके लंड को ही छू रहे थे, ईशा जल्दी से गोलू के ऊपर से उठने लगी। मिट्टी में पैर फिसलने से ईशा फिर से गोलू के ऊपर और उसका हाथ गोलू के लंड पर चला गया। रानू के खेत पर थोड़ा ऊँचा चबुतरा था। आशा ने उस चबूतरे से ईशा को गिरते हुए देख लिया था। आशा रानू को साथ लेकर मदद के लिए उधर जाने लगी। इधर जैसे ही गोलू के लंड पर ईशा का हाथ आया, गोलू ईशा को उठाने लगा। गोलू का हाथ ईशा के बूब्स से टकरा गया। ईशा ने एक लंबा और मोटा लंड छुआ था। ईशा जब तक उसके लंड को अपने दिमाग से निकालती उसके पहले ही गोलू ने उसके बूब्स को जोर से दबाया और मसलने लगा। ईशा नही चाहती थी कि बात आगे बड़े। गोलू ने ईशा को जोर से अपनी बाँहो में पकड़ा और ईशा के पलट के नीचे कर दिया। खुद ईशा के ऊपर आ गया। ईशा की चूत गोलू के लंड को महसूस कर सकती थी। आशा और रानू ने दूर झाड़ियों से देख लिया था कि गोलू ईशा के ऊपर है। आशा और रानू वही रुक कर एक दूसरे को देखने लगे। गोलू ने ईशा के कपड़ो के ऊपर से ही चूत पर अपना लंड 2-3 बार लगड़ा। ईशा की चूत में गर्मी बढ़ने लगी, उसने गोलू की इस हरकत का कोई विरोध नही किया। गोलू ने हिम्मत बढ़ाते हुए ईशा के बूब्स दबाये। फिर उसके कुर्ते में हाथ डाल कर ईशा के बूब्स को सहलाया। मर्द के हाथों ने उसके बूब्स मसले तो उस पर अपना कोई नियंत्रण नही रहा। ईशा ने गोलू के बदन को चूमा। आशा और रानू जैसे ही ये देखा कि ईशा ने गोलू को चूमा, उनके समझ ही नही आया कि उन्हें जा कर रोके या जो कर रहे है करने दे। गोलू ने उसके बाद ईशा की कुर्ती और ब्रा निकाल दी। उसके बूब्स को चूमने लगा। गोलू का लंड बार बार ईशा की चूत से टकरा रहा था। ईशा की सलवार भी उतार दी गोलू ने। अब ईशा सिर्फ पैंटी में थी, उसकी गीली पैंटी साफ बता रही थी कि ईशा की चूत को लंड चाहिए है। गोलू ने उसकी गीली पैंटी देख कर कहा, आज तो चुदाई का पूरा मजा आएगा। गोलू ने खुद को नंगा कर लिया। ईशा ने गोलू से कहा प्लीज नीचे कुछ मत करना। गोलू ने ईशा के हाथ मे अपना लंड दे दिया। आशा और रानू ने मोटा लंबा लंड देखा तो उनकी चूत ने भी पानी छोड़ दिया था। रानू कपड़ो के ऊपर से ही अपने बूब्स मसल रही थी। आशा अपनी चूत को दबा कर शांत रहने का कह रही थी। ईशा के हाथ मे जब लंड आया, उसे कुछ समझ ही नही आ रहा था, इतना प्यार लंड है, चूत को तो अब वो लंड चाहिए ही था। ईशा के एक हाथ मे लंड था और दूसरा हाथ अपने आप चूत मसलने लगा। गोलू ने फुर्ती के साथ उसकी पैंटी उतार दी और चूत को मसलने लगा। ईशा पूरी तरफ से गोलू से चुदने के लिए तैयार हो चुकी थी। गोलू ने सीधा अपना लंड उसकी चूत पर रखा और अंदर कर दिया। आशा और रानू भी अब चुदाई के मूड में आ गयी थी। आशा ने रानू के बूब्स मसल दिए और उसकी कुर्ती को निकाल दिया। आशा ने रानू के बूब्स को चूमा। रानू के लिए अब अपने आप को नंगा किया फिर आशा को नंगा किया। दोनों एक दूसरे को चूमने लगे। गोलू और ईशा की चुदाई देखते देखते एक दूसरे के बदन से खेलते। इधर ईशा पहलवान की चुदाई का भरपूर आनंद लेते हुए झड़ रही थी। गोलू अभी भी ईशा को लगातार चोद रहा था। आशा और रानू कब एक दूसरे की चूत से खेलने लगी उनको पता ही नही चला। रानू ने अपनी चूत आशा की चूत से रगड़ना शुरू किया। आशा को भी मजा आ रहा था। फिर दोनों गोलू और ईशा की चुदाई देखते हुए एक दूसरे की चूत में उँगली करने लगे। ईशा की मस्त चुदाई करते करते गोलू ने अपना लंड बाहर निकाला क्योंकि वो अब झड़ने वाला था। कंडोम लगाया नही था तो वो चूत के अंदर नही झड़ा। उसने ईशा के ऊपर अपना माल निकाला। ईशा ने बोला अरे मुझे क्यों गंदा कर दिया। यहां साफ  कैसे करूँगी मैं अपने आप को। गोलू ने बोला रुको मैं  पानी लेकर आता हूँ। उसने जल्दी से कपड़े पहने और पानी लेने चला गया। जब गोलू अपना माल ईशा के ऊपर गिरा रहा था,  रानू और आशा ये देख कर बहुत ही उत्तेजित हो गयी थी। दोनों ने एक दूसरे को अच्छे से चूमा, स्मूच किया। फिर जोर से एक दूसरे को उँगली करने लगी। इस दौरान दोनों ने अपनी आँखें बंद कर ली थी। ईशा की नजर इन दोनों नंगी लड़कियों पर जाती है जो एक दूसरे की चूत से खेल रही है वो समझ जाती है कि आशा और रानू ने पूरी चुदाई देख ली है। वो अपनी नजर उन से हटा लेती है, आशा और रानू भी झड़ने के बाद अपने कपड़े उठा कर वहां से निकल जाते है।
दिया और नेहा भोला के पीछे पीछे चलते हुए नदी तक पहुँच जाते है, नदी किनारे भोला फल इक्कठे करता है, इतना दूर पैदल चल कर आने और फल तोड़ने से भोला पसीने में हो जाता है। वो दिया और नेहा से बोलता है कि 5मिनट रुको वो नदी में नहा कर आता है। उसने अपने कपड़े उतार दिए और सिर्फ लंगोट में नहाने लगा। दिया ने नेहा से कहा, यार  मेरा रितेश भी ऐसा पहलवान होता तो... दिया बोलकर चुप हो गयी। नेहा ने कहा तो क्या.. दिया ने कहा कुछ नही। दिया ने भोला को आवाज दी.. नेहा को भी नदी में आना है, तुम इसे लेकर जाओ, इसे डर लग रहा है, नेहा कुछ बोलती उस से पहले दिया ने उसके मुँह पर हाथ रख कर मुँह बंद कर दिया। भोला आया तो दिया ने नेहा को भोला की तरफ धक्का दे दिया। नेहा भोला से चिपक गयी। उसे भोला ने संभाला और हाथ पकड़ के नदी में ले जाने लगा। नेहा  ने भोला को धीरे से कहा, दिया को भी ले चलते है पानी मे। दोनों ने फुर्ती से दिया को पकड़ा और पानी मे ले गए। दिया को तैरना आता था, पर नेहा को नही। नेहा भोला को पकड़े खड़ी रही। भोला ने उसे अपने साथ पानी की सैर कराई। दिया नेहा के पास आई और उसका ब्रा का हुक खोल दिया। दिया बाहर चली गयी और नेहा को चिढ़ाने लगी। नेहा ने भोला से कहा मुझे भी बाहर जाना है। दिया नेहा को लेकर फिर से पानी मे जाती है। भोला पानी से बाहर निकल जाता है। नेहा की नजर अब भी भोला के बदन पर थी। नेहा की चुचिया कड़क हो जाती है, जो उसके गीले कपड़ो से साफ दिख रही थी। दिया जानबुझ कर अपने बूब्स भोला को दिखाती है, भोला का लंड खड़ा होने लगता है। दिया भोला को फिर से पानी मे बुला लेती है। भोला की नजरों से बच कर दिया नेहा के बूब्स जोर से मसल देती है और भोला की तरफ चली जाती है। नेहा दिया को पकड़ने की कोशिश करती है और भोला से टकरा कर उसकी बाँहो में आ जाती है। भोला नेहा की चुचियो को महसूस कर सकता था। दिया पानी से बाहर निकल जाती है। दिया बोलती है कि मैं उस पेड़ के पीछे अपने कपड़े निकाल कर निचो रही हूँ, भोला तब तक तुम पानी मे रहना। दिया पेड़ के पीछे चली जाती है। भोला का हाथ नेहा की पीठ से धीरे धीरे नीचे होते हुए कमर तक आ जाता है। एक बार जोर से नेहा को अपनी और खिंचता है। अपना हाथ नेहा की गाण्ड पर फेरने के बाद बोलता है। चलो हम उधर खेत मे चलते है। नेहा को अपनी गोद मे उठा कर खेत मे ले जाता है। दिया पेड़ के ऊपर चढ़ कर देखती है कि ये दोनों खेत मे जा रहे है। खेत मे पहुच कर नेहा और भोला एक दूसरे को चूमने लगते है। नेहा को पता था कि जो भी हुआ है और हो रहा है वो बहुत गलत है, ओर वो अपने आप को रोक नही पा रही थी। जब पहलवन के हाथों ने नेहा के बूब्स को मसला तो नेहा ने सोचना बंद कर दिया, अब सिर्फ दिल और दिमाग दोनों में वासना हो थी, उसने खुद अपने हाथ से अपनी कुर्ती निकली, ब्रा का हुक खुला होने के कारण कुर्ती के साथ ब्रा भी बाहर आ गयी। भोला ने नेहा की चुचिया देख कर रहा, आपकी चुचिया बहुत मस्त है। नेहा अपनी चुचियो की तारीफ सुनकर बहुत खुश हुई। उसने भोला के बदन को चूमा। भोला ने अपने आप को नंगा किया। नेहा से कहा एक बार आप मेरे लंड को किस कर दो, फिर में आपकी चुदाई करूँगा। नेहा ने मना कर दिया। भोला ने कहा ठीक है, अगर आपको नही करना तो अपने कपड़े पहन कर चलते है। नेहा का मन तो था कि ये एक बार चोदे अगर ये गया तो फिर क्या? एक किस ही तो करना है कर देती हूं। नेहा ने लंड के साइड में किस कर दिया। भोला ने बोला, ऐसे नही, जैसे होंठो पर करते है, वैसे करो। नही तो कोई बात नही। नेहा ने लंड के ऊपर होंठ रखे और हटा लिए। भोला ने कहा ठीक है में भी चूत के ऊपर लंड टच करके हटा देता हूँ। नेहा ने 3 सेकंड का किस भोला के लंड पर किया। ये 3 सेकंड उसके लिए बहुत लंबे थे। भोला भी पूरे जोश में आ गया। दिया कि चूत ने ये देख के पानी छोड़ दिया कि नेहा बार बार भोला के लंड को मुँह में ले रही है। दिया को इतनी दूर से तो यही लग रहा था कि नेहा लंड चूस रही है। भोला ने नेहा को नंगा किया और उसकी चूत को छूने के बाद, लंड उसकी चूत पर रख दिया। भोला ने नेहा से कहा- इसे अपने हाथों से अपनी चूत में डालो। नेहा की चूत को लंड की जरूरत थी। उसने उसका लंड पकड़ के जैसे ही चूत के अंदर किया। चूत अपने आप झटके मार के उसे अंदर बाहर करने लगी। भोला को भी भरपूर मजा आ रहा था। उसने नेहा की चुदाई शुरू कर दी। इधर दिया कि हालत बहुत ही बुरी हो रही थी। उसे ऐसा लग रहा था कि वो नेहा की जगह जाए और चुदवाए। दिया ने खुद के बूब्स मसले और चूत में भी उँगली की, पर उसे तो पता था कि लंड का मजा क्या होता है। उसकी चूत को शांति सिर्फ लंड से ही मिल सकती थी। वो ये सोचकर रुक गयी कि रितेश को धोखा नही देना है।भोला नेहा की चूत में अपना लंड अंदर बाहर करे जा रहा था। भोला ने अपनी पोजीशन बदली और नेहा को साइड से चोदने लगा। फिर नेहा के ऊपर चढ़ कर चोदने लगा। नेहा की चूत से बहुत सारा पानी निकल चुका था। नेहा अभी भी झड़ना बाकी थी, नेहा का मन ऐसे ही चुदते रहने का हो रहा था। वो झड़ने के करीब थी। भोला ने उस से पूछा मलाई चूत के अंदर या बाहर। नेहा बोली- मेरी चुचियो पर। नेहा के झड़ने के बाद भोला ने अपना लंड उसकी चूत से निकाला और नेहा की चुचियो से लन्ड को टच करने लगा। फिर अपना लन्ड हिला कर अपनी मलाई नेहा की चुचियो पर लगाई। नेहा और भोला दोनों नंगे नदी में नहाने जाते है। दिया ब्रा पैंटी में उनके साथ नहाती है।
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#35
Very nice bro
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#36
(28-03-2021, 05:15 PM)Eswar P Wrote: Very nice
Thanks
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#37
कैसी लग रही है आप लोगो को गाँव की चुदाई!
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#38
रात को सोने के लिए सब छत पर आते है। ईशा अपनी आज की गोलू के साथ चुदाई की कहानी सबको बताती है। दिया नेहा और भोला के चुदाई के बारे में सबको बताती है, तो नेहा को अभी अपनी कहानी सबको बताना पड़ती है। रानू और आशा एक दूसरे को देख रहे होते है तभी ईशा बोलती है तुम भी सुना दो। रानू कहती है हमने थोड़ी किसी से चुदवाया है। ईशा बोलती है आपस मे तो चुदाई के मजे लिए है। आशा और रानू फिर सबको बताते है कि ईशा और गोलू के कारण हम उत्तेजित हुए थे। दिया के अंदर चुदाई की तड़प जाग उठी थी, अब उसे रितेश का कुछ ध्यान नही था, चुदने का मन हो रहा था। सब सो जाते है।

दिया सुबह 5 बजे उठती है, उसकी पैंटी गिली है, क्योंकि उसने चुदाई का सपना देखा था। नींद तो उड़ चुकी थी। वो नीचे जाती है और देखती है गोलू उठ चुका है और कही जाने की तैयारी कर रहा है। दिया उस से पूछती है, इतनी सुबह कहा जा रहे।
गोलू- खेत पर
दिया- क्यों?
गोलू- थोड़ी देर कसरत करूँगा, फिर खेत मे पानी देने के बाद वापस आ जाऊँगा।
गोलू- तुम क्यों जल्दी उठ गई?
दिया- नींद खुल गयी, अब आ भी नही रही।
गोलू- चलो मेरे साथ, ताजी हवा में घूम लो।
दिया सोचती है, वैसे भी इन लड़कियों को उठने में अभी समय है, घूम आती हूँ। गोलू और दिया खेत पहुँचते है। गोलू कसरत करता है, दिया उसे देखती है। गोलू सिर्फ लंगोट पहनकर कसरत कर रहा है। दिया को नेहा की चुदाई और रात को लड़कियों की बाते याद आती है, मन मे चुदाई को लेकर ख्याल आते है। गोलू कसरत करने के बाद खेतो में पानी देने की तैयारी करता है। सबसे पहले वो खुद नहाता है और गीले बदन से ही खेत मे पानी देने लगता है। दिया बोलती है, एक बार मैं भी पानी डालूँगी। वो पाइप हाथ मे लेती है, पर पानी का प्रेशर ज्यादा होने के कारण पाइप उसके हाथ से गोलू की तरफ हो जाता है। गोलू को लगता है दिया उसके साथ मस्ती कर रही है। गोलू दिया को पीछे से पकड़ लेता है। गोलू के गीले बदन से चिपकने के कारण दिया भी गीली हो जाती है। गोलू का बदन उसके बदन से चिपका हुआ है। दिया गोलू की पकड़ से बाहर आने की कोशिश करती है, और पलट जाती है। गोलू उसे और जोर से अपने पास दबा लेता है। दिया का हाथ गोलू के बदन पर रहता है, दिया भी पूरी तरह से भीग जाती है। दोनों की नजर मिलती है। गोलू अपना हाथ कमर तक लस जाता है। दिया और गोलू एक दूसरे के होंठों को चूमते है। दिया गोलू के बदन को चूमते हुए उसकी लंगोट तक आ जाती है। गोलू दिया के कपड़े उतार देता है। दिया को नंगा करने के बाद, खुद भी नंगा हो जाता है। दिया गोलू को नंगा देख कर पलट जाती है। गोलू उसे पीछे से हग करता है। गोलू का कड़क लंड दिया कि गांड से चिपका हुआ है। गोलू पीछे से ही उसके बूब्स मसल रहा है और दिया को चूम रहा है। दिया कि चूत की आग और बढ़ जाती है। गोलू अच्छे से उसकी चूत के मसलता है। दिया को खेत मे लेटा कर उसकी चूत पर अपना लन्ड रखता है। दिया का तो कल से ही मन था कि खुले खेत मे तगड़ा लन्ड उसकी चूत को चोदे। दिया ने गोलू से कहा, अब और न इंतजार करवाओ, अपना लन्ड मेरी चूत में डालो। गोलू भी ये सुनकर जोश में आ गया और दिया को चोदने लगा। दिया भी गोलू का पूरा साथ दे रही थी। ये पहला मौका जब दिया ने बिना कंडोम के लन्ड अपनी चूत में डलवाया था। गोलू के झटकों के साथ वो भी पूरा साथ दे रही थी।
इधर गोलू और दिया के निकलने के थोड़ी देर बाद रानू की भी नींद खुल गयी थी। उसने देखा कि दिया और गोलू दोनों नही है। भोला से पूछा, उसने नींद में ही बोल दिया, शायद खेत गए है। रानू भी ये सोच कर खेत की तरफ चली गयी कि, क्या पता आज भी चुदाई देखने को मिल जाये। उसने सोचा अगर गोलू और दिया ने उसे आते हुए देख लिया तो शायद उसे चुदाई देखने को ना मिले। इसलिए वो पास वाले खेत मे गयी, उस खेत मे बने छोटे से कमरे में घुस गई, उसे लग रहा था कि वो यहां से सब देख लेगी। दिया और गोलू की चुदाई तो खेत के दूसरी तरफ चल रही थी, इसलिये वहाँ से कुछ नही दिख सकता था। उस कमरे में अंधेरा भी बहुत था, उसने सोचा चलो अपने ही खेत मे चला जाये। तभी एक लड़का रूम में आया और उसने अंधेरे में खड़ी रानू को गले लगाया और बोला मुझे पता था तुम जरूर आओगी। उसके होंठो को चूमने लगा। रानू ने उसे धक्का दे कर अलग किया और रूम से बाहर आई। लड़का भी बाहर आ गया। लड़का रानु को देख कर चोक गया और पूछा तुम कौन हो।
रानू- तुम कौन हो, मेरे साथ ऐसा क्यों किया!?
उस लड़के ने कहा- मैं तो अपनी पड़ोसन में रहने वाली लड़की का इंतज़ार कर रहा था। मैंने उसे यहाँ बुलाया था। उसने तुम्हे क्यों भेज दिया।
रानू- मुझे किसी ने नही भेजा, मैं तो अपने खेत मे आयी थी।
लड़का- क्या ये खेत तुम्हारा है?
रानू- पास वाला है।
लड़का- यहाँ क्यों आयी? (गुस्से में)
तभी उन्हें दूर से एक लड़का और लड़की आते हुए दिखाई देते है, लड़का रानू का हाथ पकड़ के झाड़ियों के पीछे ले जाता है और रानू से कहता है, यही वो लड़की है, पर उसका भाई भी साथ है। हमे थोड़ी देर यही चुपचाप बैठे रहना होगा, नही तो उसका भाई मुझे मारेगा। उस लड़की का भाई धीरे से रूम में जाता है और बाहर आ जाता है। अपनी बहन को गुस्से में बोलता है, यही आने वाला था ना वो। लड़की अपने भाई से बोलती है आपको गलतफमी हुए है कोई नही आने वाला है। उधर रानू के खेत से दिया और गोलू दूसरी तरफ निकलते है। लड़की अपने भाई से बोलती है, देखो भाई वो लड़का लड़की जा रहे। आपको किसी ने मेरे बारे में गलत कहा है। भाई ने चेन की सांस ली और अपनी बहन से माफी मांगी और दोनों चल दिये।
इधर रानू इतनी देर से झाड़ियों में उस लड़के के साथ थी, जगह कम होने से दोनों बहुत पास थे। रानू के बूब्स कई बार उस लड़के के बदन से टकरा चुके थे। उस लड़के को दो तीन काँटे पीठ में चुभ चुके थे। उसने झाड़ियों से बाहर आकर अपना कुर्ता निकाला और रानू से बोला जल्दी से मेरी पीठ से कांटा निकाल दो, दर्द हो रहा है। लड़का वही बैठ गया। रानू ने उसकी पीठ से काँटा निकाला। उस लड़के ने रानू से पूछा तुम्हारे खेत मे पानी है, पीठ साफ करनी है। रानू उसे अपने खेत मे ले जाती है। खेत मे पानी देने के कारण मिट्टी गीली थी। रानू यही सोच रही थी कि वो दिया और गोलू की चुदाई नही देख पायी। उसने ध्यान ही नही दिया कि मिट्टी गीली है और वो वहां फिसल गई। पीछे से लड़के ने उसे संभाला पर रानू संभल नही पायी और लड़के की लुंगी पकड़ के नीचे गिर गयी। लड़के की लुंगी निकल गयी। लड़का भी नीचे गिर गया। रानू की आँखों के सामने लड़के का लन्ड था। गलती उसकी थी इसलिए लड़के पर गुस्सा भी नही हो सकती थी। लड़के को रानू के बूब्स के दर्शन होते है, लड़के के लन्ड मर हलचल होना शुरू हो जाती है। रानू देखती है कि लड़के का लन्ड अब खड़ा हो गया है। रानू कुछ बोलती उस से पहले ही लड़का बोल देता है कि तुम्हारे बूब्स है ही इतने सेक्सी तो मैं क्या करूँ। उस लड़के की पड़ोसन और भाई फिर से आते हुए दिखते है। रानू और लड़का खेत के अंदर जा कर छुप जाते है। उस लड़की का भाई अपना मोबाइल उस रूम में भूल गया था, लेकर वापस निकल जाते है। रानू और लड़का दोनों खेत से बाहर आते है। लड़के का लन्ड अभी भी खड़ा है। रानू की नज़र अभी भी लन्ड पर है। लड़का रानू को गले लगा कर चूमता है और थैंक यू बोलता है। लड़के के हाथ रानू के बूब्स पर है और हल्के हाथ से दबा रहा है। रानू उसे रोकती नही है। लड़का रानू के कपड़ो में हाथ डाल के बूब्स छुता है। रानू मना तो करती है पर लड़का रुकता नही है। रानू की चूत पर लन्ड का एहसास, रानू की वासना जागता है। वो रानू के कपड़े उतार देता है। रानू सोचती है जब ईशा, नेहा और दिया चुदाई के मजे ले चुकी है तो मैं क्यों नही। वो अब लड़के को चूमने लग जाती है। लड़का भी उसके बूब्स को प्यार करता है। लड़के का लन्ड रानू की चूत में जाता है और रानू की आह निकल जाती है। लड़का रानू के मुँह पर हाथ रख कर चुदाई जारी रखता है। उसके बाद लन्ड बाहर निकाल के रानू की गांड में डालने की कोशिश करता है। रानू उससे दूर होकर बोलती है जो भी करना है आगे करो, पीछे नही। लड़का फिर से अपना लन्ड चूत में डाल कर चुदाई करने लगता है। रानू अपने ही खेत मे चुद रही है। चुदाई खत्म कर रानू खेत से निकलती है।
रानू के घर से निकलने के थोड़ी देर बाद आशा की नींद भी खुलती है, वो नीचे आती है। भोला घर के पीछे खुले में नहा रहा होता है। आशा उसे नहाते हुए देख रही है, उसने अपने आप को दरवाजे के पीछे छुपा रखा है। उसे अभी भोला की सिर्फ पीठ दिख रही है। भोला नहा कर वही पूरा नंगा होकर बदन पोछने लगता है और पलट जाता है। आशा उसके लम्बे मोटे लन्ड को देख रही है। भोला अब आगे बढ़ रहा है। आशा की धड़कन भी बढ़ रही है। भोला रूम में आ जाता है। दरवाजे के दूसरी तरफ काँच के सामने खड़े होकर अपना लन्ड हिलाने लगता है। आशा ये सब देख रही है। कल तो नेहा की चुदाई में मजा ही आ गया, काश आज मोटी गाँड़ वाली मिल जाये तो मजा ही आ जाये। आशा समझ रही थी कि भोला उसी की बात कर रहा है, क्योंकि वो पहले भी अपनी गाँड़ को तारीफ सुन चुकी है। आशा के लिए खुद की साँसों पर कंट्रोल कर पाना लगभग नामुमकिन है। भोला अपने आप से कहता है कि चलो बाहर जा कर मूठ मार लेता हूँ, नही तो ये लन्ड शांत नही होने वाला। आशा अपनी आँखें बंद कर दरवाजे के पीछे खड़ी रहती है। उसे लगता है कि भोला उसे देख लेगा। उसे दरवाजा बंद होने की आवाज आती है, उसे लगता है भोला गया उसने देखा नही। भोला तो आशा के सामने ही था, जैसे ही आशा आँख खोलती है, भोला उसके होंठों को चूमने लगता है। आशा उसे दूर करने की कोशिश करती है। भोला को पकड़ इतनी जोर की रहती है कि वो कुछ नही कर पाती। भोला उसके मुँह पर हाथ रख कर आशा के बूब्स मसलने लगता है। अब वो कपड़ो के अंदर हाथ डाल कर बूब्स मसल रहा है। आशा को लगता है कि भोला से बच पाना अब मुश्किल है और उसकी चूत की गर्मी की शांति भी जरूरी है। वो भोला का साथ देने लगती है। भोला आशा को नंगा कर देता है। उसके बदन को चूमता है। आशा के हाथ मे अपना लन्ड देता है। आशा उसके लन्ड से खेलती है। भोला को पता था कि जल्दी से चुदाई करनी पड़ेगी, अगर कोई और लड़की उठ गई तो समस्या हो जाएगी। भोला अपना लन्ड आशा की चूत में डालता है और चुदाई शुरु करता है। आशा की सिसकारियां बढ़ने लगती है। भोला आशा के मुँह पर हाथ रख कर चुदाई चालू रखता है। आशा चुदाई के बाद नहा कर तैयार हो जाती है।
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#39
भोला ये सोच कर जल्दी चुदाई खत्म करता है कि कोई लड़की देख ना ले, उसे क्या पता ईशा ने भोला और आशा को चुदाई करते हुए देख लिया है। ईशा वापस छत पर आ जाती है। ईशा को सुबह सुबह ही चुदाई देखने को मिली थी, पर उसने देखी नही क्योंकि वहाँ रहती तो पाने आप पर कंट्रोल नही रख पाती और वो भी चुद जाती। दिन में सभी लड़कियां गाँव के पास बने पुराने किले पर जाती है। किला खंडहर हो गया है, उसे देखने कोई नही जाता। सभी लड़कियां किले के आखरी हिस्से में पहुँचती है। किले के पीछे उन्हें एक औरत और दो आदमी नजर आते है।  एक आदमी किले के पास आकर रुक जाता है और अपने बैग में से चादर निकाल कर जमीन पर बिछा देता है। औरत और दोनों आदमी वहाँ बैठ कर दारू पीते है। एक आदमी पुड़िया में से पाउडर निकाल कर सूँघता है, फिर दूसरा आदमी और औरत भी सूंघते है।  लडकियाँ समझ जाती है कि ये लोग यहा नशा करने आये है। एक आदमी अपने कपड़े उतारता है, चड्डी पहनी हुई है बाकी कपड़े उतार चुका है। अब वो उस औरत को अपनी बाँहो में लेता है और  चूमने लग जाता है। औरत भी साथ देने लगती है दोनों एक दूसरे को चूम रहे है। दूसरा आदमी औरत के कपड़े उतारना शुरू करता है और उसे पूरी नंगी कर देता है। औरत भी उन दोनों आदमी को नंगा कर देती है। लडकिया इस नजारे को देख हैरान हो जाती है। कोई भी वहाँ से हिलती नही है। देखने मे लगी हुई है कि आगे क्या होता है। दोनों आदमी उस औरत के बूब्स चूसने लग जाते है। एक आदमी एक तरफ का बूब्स चूस रहा होता है और दूसरा आदमी दूसरी तरफ का बूब्स। वो औरत उन दोनों के लन्ड को अपने हाथ मे लेती है और लन्ड से खेलने लगती है। वो औरत नीचे झुक कर उन दोनों लन्ड को बारी बारी से चूमती है। ये देख कर सभी लड़कियो की चूत गीली हो जाती है। अब तक थ्रीसम मोबाइल में देखा था, आज लाइव देखने वाली थी। एक आदमी औरत को नीचे लेटा देता है और उसकी चूत को चाटने लगता है, दूसरा आदमी अपना लन्ड उसके मुँह में डाल देता है। ये देखकर कब ईशा का हाथ अपनी चूत पर चला गया, पता ही नही लगा। दिया ने उसका हाथ उसकी चूत पर से हटा के अपनी चूत पर रख दिया और ईशा की चूत पर अपना हाथ रख दिया। सबकी चूत में आग लगी हुई थी। ईशा ने दिया के कपड़े उतारने शुरू कर दिये। दिया ने कोई विरोध नही किया, उसे तो चूत की आग शांत करना थी। दिया को नंगा देख नेहा ने ईशा को भी नंगा कर दिया। दिया और ईशा ने मिलकर नेहा को नंगा किया। तीनो एक दूसरे के बूब्स से खलती, उनकी चूत में ऊँगली करती। उधर वो आदमी इस तरह से औरत के मुँह में लन्ड के धक्के मार रहा है जैसे चूत चोद रहा हो। औरत भी मुँह चुदाई के मजे ले रही है। दूसरा आदमी औरत की जगह लेट गया और औरत को अपने ऊपर बिठा कर चुदाई करने लगा, पहला आदमी उस औरत  पीछे आया और उसकी गांड में अपना लन्ड डालने लगा। अब वो औरत चुद भी रही थी और गान्ड भी मरवा रही थी। दोनों एक साथ लगे हुए थे। ये देख कर रानू और आशा भी अपने आप को नंगा कर लड़कियों की चुदाई में शामिल हो गयी। कोई किसी की चूत में ऊँगली कर रहा, कोई किसी के बूब्स मसल रहा, कोई गान्ड से खेल रहा। ये एक नया ही अनुभव था सबके लिए। सामूहिक चुदाई में बस लन्ड की ही कमी थी। उस औरत ने फिर से दोनों का लंड अपने हाथ मे लिया।

औरत- मजा आ गया, लंबे मोटे लन्ड को चूस कर, उनसे चुद कर।
पहला आदमी- हमने भी आज तक ऐसी चुदक्कड़ औरत नही देखी।
दूसरा आदमी- पहली बार चूत और गान्ड एक साथ मारी है।
पहला आदमी उस औरत के बूब्स मसलने लग जाता है। दूसरा आदमी उसकी गान्ड को चाटता है और गान्ड पर हाथ से मारता है। औरत फिर से जोश में आ जाती है फिर औरत ने पहले आदमी का लन्ड मुँह में ले लिया और दूसरा उसकी चूत में लंड डालने लगा। एक बार फिर से उस औरत की चुदाई शुरू हो गयी, मुँह और चूत की चुदाई।
ये देख कर लडकिया भी एक दूसरे से गंदी बाते करने लगी और साथ मे जिस्म से खेलना भी जारी है।
ईशा- आशा, सुबह तो खूब मस्ती से चुदवा रही थी, अभी क्यों शर्मा रही है।
दिया- (आशा की गान्ड पर मारते हुए) इसकी तो गान्ड मारने में बड़ा मजा आया होगा उसको।
रानू- (दिया कि चूत में ऊँगली करते हुए) हा दिया, जैसे सुबह तुझे चुदवा के मजा आया।
नेहा- (रानू के बूब्स दबाते हुए) रानू तेरे बूब्स सुबह सुबह ही चुदाई का मजा ले चुके है। हम भी तो मजा ले।
नेहा- (ईशा का हाथ अपनी चूत पर रखते हुए) ईशा इस चूत की गर्मी निकाल दे।
ईशा- इसके लिए तो तुझे लंड डलवाना पड़ेगा।
उधर उस औरत की चुदाई चल रही है। दोनों अपनी पोजीशन भी बदल लेते है। नशे में तीनों बहुत मस्त चुदाई का मजा लेते है और गान्ड मारने का भी। दोनों आदमी कहते है कि हम झड़ने वाले है। वो औरत कहती है मेरे मुँह में डालो अपनी मलाई। वो दोनों उस औरत के मुँह के सामने अपना लंड लाते है और पिचकारी छोड़ते है। उस औरत के मुँह वीर्य आ जाता है। वो उसे अपने हाथों में लेकर चाटती है। फिर एक बार दोनों का लन्ड चूस कर साफ करती है।
ये सब देख कर उन लड़कियों का पानी भी निकल जाता है। बुरी तरफ से थक जाती है और थोड़ी देर वही नंगी बैठी रहती है। कपड़े पहने के बाद वहां से निकल जाती है। उस रात वापस सब अपने घर पहुँच जाती है। रात को सोने से समय सबको दो दिन की चुदाई याद आती है। सभी को अपनी चूत में ऊँगली करके शांत करना पड़ता है। पर ये शांति लन्ड के बिना कहा मिलने वाली थी। 
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#40
Good story nice update thanks bro
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