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Adultery रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड
में पीयूष की गोद मे बैठी हुई अपने ब्रा के ऊपर से खुले बूब्स का ऊपरी हिस्सा जिनको पीयूष अपने होठों से गुलाबी कर चुका था ।

सामने हरि चाचा जो डाइरेक्टर बने हुए थे अपने हबलबी लोडे को धोती से साइड करके खींच रहे थे जैसे। कि वो अपने नो इंच के लण्ड को और बड़ा करना चाहते हों ।

अमित जो अपनी बीबी यानी मुझे एक नए कमसिन लड़के के साथ किर्याकलाप को मोबाइल में अपना लण्ड रगड़ते हुए फ़ोटो के रूप में रिकॉर्ड कर रहा था ।

हॉल में कुल सात मर्द और एक औरत मेरे शरीर की चूमा चाटी को देखकर आहें भर रहे थे तभी चाचा बोला।

चाचा ,--पीयूष बाबू अब आप इसकी कांखों को अपनी जीभ से चाटिए इसकी कांख का पसीना जीभ से चाट लीजिये तभी ये हसीना पूरी मस्ति में आएगी और बेटी तुम अपनी दोनों कांखे पीयूष बाबू को चाटने के लिए अपनी बाहें ऊपर उठा लो ।

मेने अपनी गोरी बाहें ऊपर कर दी जिससे सब मेरी चिकनी बाहों को देखने लगे पीयूष कुत्ते की तरह जीभ निकाल कर मेरे पसीने को चाटने लगा जिससे रूम में फिर से सिसकियों की आवाज आने लगी ।

पीयूष मस्ती में मेरी कांखे चाटे जा रहा था तभी बूढ़ा बोला ,--सभी मर्द अपनी चड्डी छोड़कर बाकी के कपड़े खोल ले । जिसे सुनकर पीयूष भी मुझे गोद से उतारकर खड़ा किया और खुद भी खड़ा हुआ और पेंट शर्ट खोलकर खड़े खड़े मेरी आर्मपिट को चाटने लगा ।
जिसे देखकर बूढा बोला।

बूढा ,--पीयूष बाबू अब इसकी चुन्नी को खोल दीजिये और इसकी नाभि और इस के पेट को जीभ से चाटिए।

पीयूष का लण्ड उसकी अंडरवेअर को पूरा ताने हुए खड़ा था जो काफी बड़ा दिख रहा था जब मेरा ध्यान सामने गया तो अनिल अपने लण्ड को अंडरवेअर के होल से बाहर कर चुका था उसका लण्ड काफी मोटा लग रहा था जिसे देखकर मेरी चुत पनिया गयी तभी अनिल ने मुझे आँख मारकर अश्लील इशारा किया ।

पीयूष नीचे बैठकर मेरी नवल को चूम चाट रहा था मेरी नवल में लगी रिंग को अपने होठों से पकड़कर खींच रहा था जिससे मेरी सिसकियों की आवाज सबको सुनाई देने लगी ।

तभी रोनक ने अमित को पास बुलाया और कुछ कान में समझाया जिसे समझकर अमित ने मोबाइल बहादुर को दे दिया । अब बहादुर मेरी फोटो लेने लगा और अमित सोफा के पास आकर मेरे पीछे खड़ा हो गया इधर हरि चाचा के कान में रोनक कुछ समझाने लगा ।जिसे सुनकर हरि चाचा के चेहरे पर रोनक आ गयी ।और वो बोला ।

हरि चाचा ,--अब आगे बढ़ने से पहले अमित बाबू आप को कुछ कहना चाहते है अमित बाबू बोलिये ।

इतना सुनते ही पीयूष सोफ़े पर बैठ गया पर में चुपचाप खड़ी रही तो अमित बोला।

अमित ,--मेरा नाम अमित है और आज हम लोग पीयूष सर का बर्थडे सेलिब्रेट करने आये है इसलिए हम सब का परिचय आपस मे होना चाहिए ताकि सब एक दूसरे को पहचान सकें । जैसे कि मैने अपना नाम अमित बताया है में एक एजेंट हूँ जो रेखा मेम के साथ उनको सिक्युरिटी के लिए साथलेकर जाता हूँ ।

रोनक ,---अमित हरि चाचा और बहादुर अंग्रेजी नही समझ पाते इसलिए हिंदी शब्द काम मे लो । इतना बोलकर रोनक ने मुझे आंख मारी ।

में चुपचाप खड़ी सुन रही थी जब रोनक ने हिंदी में बोलने को कहा तो मुझे समझ मे आ गया कि रोनक ने अमित के कान में क्या खुशर पुसर की थी और क्यो हरि काका को बीच मे चुप कराया गया है रोनक अमित को लाइव शो दिखाने के बदले उसको पूरा हुमिलेट करने वाला है ।

अमित ,--सॉरी सर , मेंरा नाम अमित है और में एक दलाल हूँ जो रेखा जी के साथ उनको औऱ उनके ग्राहकों को सेवा देता हूँ ।

फिर वो मेरी तरफ देखकर बोला ,-- ये है रेखा जी जो सत्ताईस साल की है वैसे तो इनकी शादी हो चुकी है छह महीने पहले पर ये अपने पति से संतुष्ट नही हो पाती इसलिए काल गर्ल ....सॉरी रण्डी बाज़ी का धंधा करती है ।वैसे तो ये घरेलू महिला है लेकिन इनको नए नए काम मे मज़ा आता है । आज पीयूष सर के बर्थडे आप लोगो के लिए इन्होंने जो तैयारी की है वो आपको बताता हूँ ।

तभी अनिल बोला ,--साले जल्दी जल्दी बोल ना कब से लण्ड पकड़े बैठे है एक बार पीयूष इसको चोद ले तो साली को रण्डी बाज़ी भुला दूंगा ।

रोनक ,--अबे साले तू बीच मे टांग नही अडात्ता तो अभी तक अमित का परिचय हो चुका होता अमित तुम बोलो।

अमित ,--जी सर , रेखा जी ने पीयूष सर के बर्थडे को खास बनाने के लिए सर से पांव तक तैयारी की है इन्होंने सर पर से अपनी मांग को खाली रखा है उसके नीचे बूब्स पर मेहंदी लगाई है और फिर मेरी चोली का धागा खोलकर बूब्स को नंगा करके बोला ,--इन चौतीस साइज के बूब्स पर मेहंदी के अलावा निप्पल में रिंग पहनी है जो पीयूष सर को रेखा जी का दूध पीने में सुविधा रहे ।

सब लोग मेरे उन्नत उभारों को देखकर ताली बजाने लगे और सब के मुंह से गर्म आह निकल गयी ।

अमित मेरी नवल दिखाते हुए ,--रेखा जी ने पीयूष सर के लिए अपनी नवल में ये रिंग पहनी है ताकि पीयूष सर बर्थडे एन्जॉय कर सके ।फिर अमित ने मुझे घुमा दिया जिससे मेरा मुंह अमित के सामने हो गया मेने उसे आंख के इशारे से आगे बोलने की हिम्मत दी ।

अमित मेरे घाघरे को पीछे से ऊपर उठाने लगा और जब पूरा उठ गया तो सबको मेरी गोरी गाँड दिखने लगी जिसे दिखाते हुए अमित बोला ,--देखिये रेखा जी ने पीयूष सर के बर्थडे का मैसेज अपनी गोरी गाँड पर लिखवाया है । ताकि पीयूष सर रेखा जी की गोरी गाँड को चूमकर अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर सके।

सब लोग मेरी गाँड को पीछे से घूर रहे थे इधर अमित का लण्ड उसकी अंडरवेअर ने तन कर प्रीकम छोड़ रहा था जिससे उसके अंडरवेअर का आगे का हिस्सा पूरा भीगा हुआ था उसका लण्ड मेरा चुत के बिल्कुल पास ही था मेने उसके कान में धीरे से कहा ।

में ,-मज़ा आ रहा है ना मेरे गांडू राजा अपनी बीबी की नुमाइश करते हुए ।

अमित भी मेरे कान में धीरे से ,--सच कहूं तो बहुत मज़ा आ रहा है तुम अपना रण्डी पना खुल कर दिखाओ ।

में फिर से ,--ये लोगतुझे बहुत जलील करेंगे बर्दास्त कर लोगे ना ।

अमित ,--यस बेबी मुझे जलील होने में मज़ा आएगा देखो लण्ड इस बात का गवाह है ।

में ,--फिर देखो तुम्हारी बीबी का नया रूप ।

इधर मेरे मोबाइल की फलेश लाइट लगातार चमक रही थी मतलब मनीषा अपनी चुत में अंगुली करते हुए फोटो खींचे जा रही थी ।

अमित ने मुझे वापस घुमाया और मेरे हाथ दिखाते हुए बोला ,--देखिये रेखा जी ने पीयूष सर का नाम अपने हाथों में मेहंदी से लिखवाया है साथ ही पीयूष सर के दोस्त जो पीयूष सर के साथ एन्जॉय करने वाले है उनके नाम भी रेखा जी ने अपने हाथों में लिखवाया है ।

फिर अमित मेरे पैरों को हाथ लगाकर मेहंदी दिखाया और बोला ,--अब में आप लोगो को रेखा जी का सबसे कीमती खजाना जिसमे पीयूष सर अपना चाकू यानी लण्ड डालकर बर्थडे मनाएंगे वो केक दिखाता हूँ आप लोग अपने अपने चाकू पकड़ लीजिये ।

इसके साथ ही अमित ने मेरे लहंगे का डोरी खींच दिया जिससे मेरा लहंगा खुलकर जमीन पर गिर पड़ा और सब ताली बजाने लगे । अमित मेरे सामने आकर मेरी चुत के पास हाथ ले जाकर बोला ,--सर ये है पीयूष सर के लिए पाव रोटी की तरह फूली हुई रेखा जी की टाइट चुत जिसमे पीयूष सर अपना लण्ड डालकर बर्थडे एन्जॉय करेंगे ।

अमित सामने बैठे सात लोगों को मेरी चुत के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहा जैसे मेरी चुत नही कोई कीमती खजाना हो । सब लोग मेरी फूली हुई चुत को जो कामरस से सराबोर थी खा जाने वाली नजरो से घूर रहे थे तभी अमित ने मेरी चुत के निचले हिस्से पर लगी हुई रस की बूंद को अंगुली पर लगाकर सबको दिखाते हुए कहा ।

अमित ,--देखिये रेखा जी की रसीली चुत का ये पानी गवाह है कि रेखा जी पीयूष सर के लण्ड से अपनी चुत का केक कटवाने को तैयार है और फिर अमित मेरी चुत के रस लगी अंगुली चाटकर उठ गया तो रोनक ने कुछ इशारा किया ।

मेरी हालत बहुत खराब हो रही थी अगर ग्रुप की सीमाओं में नही बंधी होती तो अब तक सामने बैठे लोगों में से किसी के भी लण्ड पर बैठ जाती क्योंकि अमित ने मेरे पूरे कामुक बदन की तारीफ करके मुझे जल बिन मछली बना दिया था।

रोनक के इसारे पर अमित मेरे पीछे आया और अपने दोनों हाथों को मेरी दोनों जांघो से होते हुए मेरी चुत को चौड़ा करके बोला ,--पीयूष सर देखिये , रेखा जी की चुत पूरी कसी हुई है और काम रस से भरी है इनकी चुत अंदर से गुलाबी है जो लण्ड के लिए तड़प रही है ।

अमित ने जब ये किया तो उसका सख्त लोडा मेरी नंगी गाँड पर चुभ गया जिससे मेरी जोर की सिसकी निकल गयी जिसे सामने बैठे सभी लोगों ने सुना और उनके भी मुंह से कामुक आह निकल गयी ।

अमित ने सबको मेरे शरीर का जलवा दिखा दिया तो बूढा बोला ,--अमित बाबू अब आप अपना कैमरा संभालिये मुझे पीयूष बाबू को आज उनके बर्थडे पर काम कला का ज्ञान तोहफे में देना है । उसके बाद उसने पीयूष को मेरे पास खड़ा होने को कहा ।

अमित मेरे पीछे से हटकर सामने चला गया सामने मनीषा बॉटम लेस होकर ब्लाउज़ पहने अपनी चुत को अंगुली करते हुए फोटो ले रही थी । उसने अमित को कैमरा पकड़ाया तो रोनक ने उसे अपने पास बुलाकर कुछ समझाना शुरू कर दिया ।

इधर पीयूष खड़ा हो गया तो हरि चाचा ने उसको मेरे पीछे खड़ा किया और गले पर किस करने को कहा पीयूष ने किस करना शुरू कर दिया जिससे मेरी गर्म भाप मुंह से आहों के रूप में निकलने लगी । पीयूष पूरे गले को दोनों तरफ से चूमने चाटने लगा उसका फौलादी लण्ड अंडरवेअर में खड़ा था जो मेरी नंगी गाँड की दरार में अंडरवेअर सहित घुसने को तैयार था ।

अमित लगातार फोटो लिए जा रहा था तभी रोनक बोला ,--रेखा अपनी गाँड मत हिलाओ और पीयूष तुम भी अपनी अंडरवेअर कोरेखा की गाँड के पीछे कर लो जिससे फोटो में लगे कि तुम नंगे हो ओर रेखा की गाँड में लण्ड डालकर उसकी गाँड मार रहे हों । रेखा तुम चेहरे का एक्सप्रेशन ऐसा बनाओ जैसे तुम्हारी गाँड में पीयूष का लण्ड घुसा हुआ है ।

में रोनक के कहे अनुसार चेहरे का एक्सप्रेसन बनाया तो अमित ने लण्ड मसलते हुए दस पंद्रह फोटो ले लिए ।

उसके बाद हरि चाचा ने पीयूष को सामने आने को कहा और एक साइड में खड़ा होकर अपनी जीभ की नोक से मेरी निप्पल छूने को कहा अमित अपने काम मे ग
लगा था ।

पीयूष ने बहुत हल्के से मेरी शख्त हो चुकी निपल को अपनी जीभ की नोक से छुआ जिससे मेरे पूरे शरीर मे करंट दौड़ गया और शरीर के बाल खड़े हो गए नीचे चुत से पानी किबूँद फर्श पर गिर गयी जिसे देखकर बूढा बोला ।

बूढा ,--शाबास पीयूष बाबू आप ने अपनी जीभ से इस रण्डी की चुत से पानी निकलवा दिया काम कला में ये बहुत मायने रखती है और इस रण्डी ने पानी बहाकर साबित कर दिया कि ये बहुत चुड़कड रांड है ।

अमित ने जब ये सुना तो उसके चेहरे पर गर्व वाली फिलिंग दिखाई दी उसका हाथ तेजी से लण्ड पर चला । मुझे बड़ा अजीब लगा कि अमित एक बूढ़े जो अमित के पापा की उम्र का अमित के नोकर लायक भी नही था उसके द्वारा मुझे चुड़कड रांड कहने पर अमित गर्व महसूस कर रहा था ।

मुझे अमित का इस बात पर लण्ड मसलना बहुत चुभा और मेने मनमे सोच लिया कि इस मादर चोद को आज इतना जलील करूंगी की ये भी याद रखेगा ।

बूढा आगे हाथ बढाकर जमीन पर गिरी मेरी सफेद पानी की बूंद को अंगुली से चाट कर बोला ,--रोनक बाबू मेरा अनुभव कहता है कि इस्की चुत से निकला काम रस बहुत स्वादिष्ट है जो इस बात का सबूत है कि ये बहुत बड़ी रांड है और हम सब को आराम से झेल लेगी मोनिका बेबी की तरह ।

बूढ़े ने जिस तरह से मेरी तुलना मोनिका से की थी इसका मतलब रोनक की बहन भी बहुत बड़ी चुड़कड लड़की है और वो हरि चाचा से चुदवा चुकी है पर रोनक के मुंह पर बूढ़े का उसकी बहन का नाम लेकर बुलाना वो भी इतने लोगों के सामने मुझे बहुत अखरा । पर रोनक ने जो जवाब दिया उसे सुनकर मेरा सारा भरम दूर हो गया ।

रोनक ,--चाचा आप ही वजह से तो मोनिका इतनी ओपन माइंडेड हुई है आज हम लोग खुलकर ऐसी रंडिया तभी तो मज़े से चोदते हैं आप ने मम्मी के कहने पर दीदी को जबर्दस्ती एक सप्ताह चोद कर पूरी ट्रेंड कर दिया ।

हरि चाचा ,--बेटा वो थी ही मालकिन की तरह गरम्, बस मेने तो उसकी शर्म को इस फार्म हाउस पर लाकर भगा दिया जिसमें आप के मोम डेड ने पूरा साथ दिया था ।

मेरे सवाल का जवाब मिलचुका था ये बड़े घर के लोग एन्जॉय करने के लिए कुछ भी कर सकते है बाप इस नेपाली लड़की को खरीद कर प्रेग्नेंट कर चुका मम्मी अभी दिन में ड्राइवर से बेटे की मौजूदगी में चुदवा रही थी । इधर बेटा अपनी सेक्रेटरी को उसके फ्लेट पर बीबी बना कर चोदता हैतो बेटी भी कहीं ना कहीं खुल कर चुद्वती होगी ।

तभी हरि चाचा ने सब्जेक्ट बदल दिया ओर बोला ,--पीयूष बाबू अब आप इस लड़की के पास घुटनों के बल बैठ जाइये ।

पीयूष घुटना मोड़कर नीचे मेरी चुत की बराबरी पर बैठ गया ।

जारी है...….....
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फ्रेंड्स,

वैसे तो कहानी लगभग को एक लाख लोगों द्वारा देखी और पढ़ी जा चुकी है और पसंद भी आ रही है पर सुझाव बहुत कम आ रहे है।

प्लीज अपने सुझाव जरूर दें 

धन्यवाद 
संजू
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(17-03-2021, 09:39 AM)Sanju 69 Wrote: फ्रेंड्स,

वैसे तो कहानी लगभग को एक लाख लोगों द्वारा देखी और पढ़ी जा चुकी है और पसंद भी आ रही है पर सुझाव बहुत कम आ रहे है।

प्लीज अपने सुझाव जरूर दें 

धन्यवाद 
संजू
BAhot hi mast kahani jmayi he. Khali ek bat mja nhi AAyi Photo's nikalne ki. Photo se Blackmail ka Bhay Rhta he. Baki Isi samy (khanime Monika ko Frme House par laite Us Budhdhe se Berhmise chudvaeye. Kyo ki weekly Rutine he, Fir Monika ko amit chode ya amit ko monika. ya fir dono Ekdusrelo(phele amit ki gand badme amit dwara monika ki gand)
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Your updates are as always really good....
You have already planned.. Aage ki kahani -
1. jaise ihape charo dosto se rekha gang bang hogi.
2. Iske baad amit ka Behen aayega, usko rekha mast chodi se besharam raand banayegi taki uski lund ki maze lene pe koi rukayat na aaye...
3. Iske baad rekha apni purani/paheli office join karegi jahape uski boss rekha ko pura maja denge...
4. Flat me dinu kaka se bhi abhi rekha ki sex hogi.. Zabardast..


Aapke yeh further plan regarding the story bilkul thik hain...
Keep writing and enjoying us...
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पूरा हॉल गर्म सिसकियों से भरा था सब मर्द सिर्फ अंडरवेअर में थे जिनमें से सबके लण्ड तने हुए थे और सब मेरे नंगे शरीर के साथ बूढ़े द्वारा बताए तरीके से पीयूष की छेड़खानी का आनंद ले रहे थे ।

हाल में मौजूद एक मात्र महिला मनीषा बेशर्मी से बॉटम लेस खड़ी होकर अपनी चुत में अंगुली कर रही थी पर किसी ने भी उसको पकड़ने की कोशिश नही की थी ।जो मेरे लिए सोचने वाली बात थी ।

पीयूष घुटने के बल मेरी रशिली चुत के पास बैठ चुका तो हरि चाचा ने अगला आदेश दिया जिसे सुनकर पीयूष ने मेरे पैरों को फैलाया और अपनी जीभ की नोक से मेरी चुत के होठों पर चारों तरफ घुमाया और फिर चुत के दाने को जीभ की नोक से टच किया ।

पीयूष ने इतने सेंसेटिव तरीके से चुत को छुआ की मेरी बर्दास्त करने की क्षमता जवाब दे गई क्योंकि जिस तरीके से में अपने पति के सामने नंगी खड़ी होकर एक नोजवान छोकरे से अपनी चुत को चटवा रही थी मेरे अंदर एक अजीब सा रोमांच हो रहा था कि में एक अच्छे परिवार की संस्कारी बहु आज रण्डी से भी गिरी हुई हरकते इतने लोगों के बीच कर रही थी ।

मेरी जगह कोई कोठे के रण्डी भी होती तो इस तरह से आठ लोगो के सामने अपनी चुत को नही दिखाती यही सोचते सोचते मेरी चुत ने सब्र छोड़ दिया और भरभरा कर झड़ गयी ।जिसे सब लोग मेरी चुत से निकलते रस को पीयूष के मुंह मे जाते हुए देखने लगे ।

हाल में तालियों की गड़गड़ाहट गूंजने लगी और हरी चाचा बोले ,--शाबास पीयूष बाबू आप ने इस रण्डी को झड़ने पर मजबूर कर दिया ।आप कामकला के पहले अध्याय में पास हुए ।

मुझे झड़ता देखकर अमित भी अपने लण्ड को जोर जोर से झटके लगा रहा था पर उसे पता नही था कि रोनक ने बियर में पुड़िया मिलाकर पिलाई हुई है इसलिए बिचारा झूठी मेहनत कर रहा है ।

पीयूष मेरी चुत का रस चाट गया तो रोनक बोला ,--अब रेखा पीयूष के शरीर को चूमेगी ओर कुछ कामुक तस्वीरें खिचवायेगी क्यो अमित ।

अमित ,--यस सर ।

रोनक ,--यस सर नही पोज़ तुमको बताने है कि रेखा को क्या करना है ।

अमित ,--जी सर ।

उसके बाद अमित मुझे गाइड करने लगा वो मुझे रेखा जी या मेडम बोलकर पोज़ बता रहा था सबसे पहले उसने होठों पर किश करते हुए पोज़ लिए फिर पीयूष की छाती और निप्पल चूमते हुए फ़ोटो ली ।

उसके बाद उसने पीयूष को मेरी छाती यानी बूब्स को निप्पल दिखाते हुए पोज़ लिए में आराम से पोज़ दे रही थी कि अमित ने प्रोफेशनल फोटोग्राफर को तरह आदेश दिया ।

अमित ,--रेखा जी आप मेरी तरफ देखिये पीयूष सर आप की बूब्स को पकड़े तो आप मस्ती भरे अंदाज में आंख मारिये ।

ये सुनकर पीयूष ने मेरे बूब्स पकड़ लिए तो मैने मोबाइल की तरफ देखकर आंख मारी पर अमित संतुष्ट नही हुआ लगभग दस पन्द्रह बार आंख मारने के बाद अमित संतुष्ट हुआ और अंगूठे से ओ के का इशारा किया ।

अगला शॉट अमित ने पीयूष के लण्ड का टोपा मुंह मे लेने के बाद खींचा तभी मनीषा दौड़कर आयी और अपनी निप्पल से पीयूष के लण्ड के टोपे पर दूध की फुहार मारी तो मनीषा की चूची का दूध टोपे से नीचे गिरने लगा जिसे देखकर अमित ने मुझे लण्ड के नीचे जीभ लगाने को कहा और फिर पांच सात फ़ोटो लिए ।

तभी हरि चाचा बोले ,--पीयूष सर अब केक काटिये तो रोनक ने मुझे अपना एक पैर सोफ़े पर रखने को कहा जिससे मेरी चुत का मुंह खुल गया जिसमें पीयूष अपना लण्ड डालने लगा तो रोनक ने सिर्फ सुपाड़ा घुसाकर फोटो खिंचवाने का बोला ।

रोनक मेरे पास आया और अपने फौलादी लण्ड का सुपाड़ा मेरी चुत में घुसा दिए जिसे देखकर सब ताली बजाते हुए हैप्पी बर्थडे पीयूष बोलकर पीयूष को विश करने लगे और अमित कई एंगल से मेरी फोटो लेने लगा।

फोटो होने के बाद रोनक ग्रुप फोटो के लिए सबको बोला तो सारे मर्द अमित को छोड़कर मेरे पास आ गए पहले सब ने अंडरवेअर में नॉर्मल फोटो खिंचवाई फिर सब ने अपने अपने लण्ड आज़ाद कर दिए और पहला फोटो में अनिल और शानू दोनों पीछे से मेरे गले पर होठ रखकर खड़े हो गए रोनक और पीयूष मेरी चूची के दोनों तरफ होठ रखकर खड़े हो गए ।

पोज़ ऐसा था जैसे चारों मेरी जवानी को चूस रहें हों चार चार होंठ मेरे जिस्म से लगने से मेरेचेहरे पर नेचुरल कामुकता आ गयी जिसे अमित ने काफी देर तक कई एंगल से शूट किया ।

मेने पास खड़े रोनक के कान में धीरे से कुछ कहा तो रोनक मुस्करा कर डन बोला और सबको सोफ़े पर बैठने को कहा ।

रोनक ,--फ्रेंड्स अब पीयूष ने केक काट दिया है इसलिए पीयूष इस हसीना के साथ सबसे पहले चुदाई करेगा जब तक पीयूष इसको चोदेगा । हमसब खाना खाते हुए इनकी लाइव चुदाई देखेंगे । एक बार पीयूष के डाउन होने के बाद पीयूष मनीषा चाची के साथ दूसरे रूम में चला जायेगा और हम सब इस माल को रात भर खाएंगे लेकिन उससे पहले ये हसीना पीयूष को बर्थ डे विश करेगी और हम सब को अपनी तारीफ में दो शब्द बोलेगी ।

रोनक को मेने ही कहा था कि मुझे कुछ बोलना है में अमित को जलील करना चाहती थी इसलिए बोलना शुरू किया ।

में ,--सबसे पहले तो पीयूष सर को हैप्पी बर्थ डे । मेरी आज के रात के मालिकों में आज रात आप सब की रण्डी हूँ आप सब को मेरे इस शरीर को अपनी मर्जी से भोगने का पूरा हक है । मेरा नाम रेखा सिंह है में एक शादी सुदा औरत हूँ मेरे पति जिनसे मेरी शादी को एक साल भी नही हुआ है पेशे से इंजीनियर है ।

अमित ने इतना सुनते ही मेरी तरफ घूर कर देखा कि कहीं में उसकी हकीकत ना बता दूं । पर मैने आगे बोलना शुरू किया।

मैं ,--मेरा पति एक गांडू है जो अपनी नूनी से मुझे संतुष्ट नही कर पाता क्योंकि वो एक रण्डी की औलाद है जी हां मेरी सास एक रण्डी है जो अपने जिस्म की प्यास पता नही किस के साथ मिटा रही तो की उसकी कोख में मेरे पति का बीज रह गया ।

आप सब का धन्यवाद जो आज आप इस रण्डी को अपने लण्ड पर बिठाने वाले है में कोशिश करूंगी की पीयूष सर के बर्थडे को आप मेरी जवानी से खेलकर एन्जॉय कीजिये । धन्यवाद

मेरी स्पीच सुनकर सब ने तालियां बजाई उसके बाद मनीषा सब के लिए खाना लेने चली गयी और पीयूष के अलावा बाकी लोग सोफ़े पर बैठ गए ।

पीयूष ने मेरा हाथ पकड़ा और सामने लगे बेड की तरफ ले आया और मुझे बिस्तर पर गिरा दिया। तो हरि चाचा ने एक बार से पास आकर पीयूष से कहा ।

हरि चाचा ,--पीयूष बाबू आप इस लड़की के तीनों छेदों को एक एक करके चोदिए पहले मुंह को फिर इसकी गाँड और जब आपको लगे को आपका होने वाला है इसकी चुत में डाल कर छोड़ दीजिए।

पीयूष मेरे सर को पकड़कर अपना मोटा लिंग मुंह मे डालकर मुंह चोदते हिये ,--जी चाचा आप खाना खाइए आज में आपके द्रारा दिए गए ज्ञान से काफी कुछ सीख गया हूँ ।

पीयूष ने पूरा लण्ड जो लगभग आठ इंच का था एक झटके में मेरे गले मे घुसा दिया वो तो कमला ने मुझे डिल्डो से प्रैक्टिस करवा दी थी इसलिए बर्दास्त कर लिया नही तो पीयूष मुझे बहुत तड़पाने वाला था । मेरे गले तक उसका मोटा लण्ड पहुंच चुका था इसलिए मुंह से सिर्फ गूं गूं की आवाज आ रही थी ।

सोफ़े पर सब लोग नंगे खाना खाने बैठ चुके थे जब सब का खाना लग गया तो रोनक ने मनीषा को अपनी गोद मे बिठा लिया और उसकी चूची को मुंह मे लेकर उसका दूध पीते हुए मनिषा के हाथ से खाना खाने लगा ।

सब खाना खा रहे थे पर सबकी नजरें मेरी तरफ ही थीऔर सबके लण्ड खाने के साथ साथ बड़े होते जा रहे थे तभी पीयूष ने अपना लण्ड मुंह से निकाला और मुझे घोडी बना दिया फिर एक ही झटके में मेरी गाँड में पूरा लण्ड घुसा दिया जिससे मेरे मुंह से एक जोरदार चीख निकली जो हाल से बाहर तक सुनी जा सकती थी ।


मैं ,--आह .... ..........मम्मी मर गयी सर मेरी गाँड फट गई ।प्लीज धीरे ..

में चीख रही थी पर मेरी चीख तालियों की गड़गड़ाहट में दब गई जब मेने दर्द से चीखते सोफ़े की तरफ देखा तो सब लोग खड़े होकर तालियां बजा रहे थे और पीयूष को चियर्स कर रहे थे जिससे पीयूष जोश में आकर और भी तेजी से शॉट लगाने लगा ।

तभी रोनक की आवाज आई ,--पीयूष फाड़ दे इस कुतिया की गाँड रण्डी को इतना चोद की इसका हिजड़ा पति अपनी नूनी घुसाए तो इसकी गाँड में कहीं टच ही नही हो ।

रोनक ने बीस पच्चीस करारे शॉट मारे फिर मेरे कूल्हों को पीटते हुए आराम से गाँड चोदने लगा।मुझे इतना दर्द नही हो रहा था जितना दिखा रही थी वो तो फार्म हाउस था इसलिए में भी गले फाड़कर चिल्लाई थी क्योंकि इतने लोगों के सामने गाँड मरवाने में अलग ही आनंद आ रहा था इससे पहले मेने पीयूष से बड़ा लण्ड अपनी गाँड में लिया था ।

पीयूष हालांकि चौबीस साल का ही था और हाल में मौजूद अमित को छोड़कर सबके लण्ड बड़े और मोटे थर शायद वो लोग लण्ड का विशेष ध्यान रखते थे और मेरे अंदाज से सब लण्ड बढ़ाने वाले पम्प या मेडिसीन लेते होंगे तभी इस उम्र में इतने बड़े लोडे थे सबके ।

पीयूष से गाँड मरवाने में मुझे बहुत आनन्द आ रहा था इसलिए में भो माहौल को रंगीन बनाने के लिए खुल कर चीख रही थी । पांच सात मिनट तक गाँड मारने के बाद पीयूष ने अपना लण्ड बाहर निकाला और मुझे बिस्तर पर लेटा दिया और मेरे पैरों को अपने कंधे पर रख लिया जिससे मेरी चुत पूरी खुल गयी।

तभी पीयूष ने अपना लोडा मेरी चुत पर सेट किया और मेरी उम्मीद के मुताबिक एक करारे शॉट के साथ पूरा लण्ड मेरी बच्चे दानी तक पहुंचा दिया जिससे मेरी चीख फिर से सबको सुनाई दी ।

चीख सुनते ही फिर तालियां बजी इस बार हरि चाचा की आवाज आई ,--शाबास पीयूष बाबू आप रण्डी चोदने में पूरे माहिर हो चुके है आप बड़ी से बड़ी रण्डी को उसकी औकात बता सकते है । आप को दी हुए शिक्षा को आप ने अच्छे से सीखा है ।

पीयूष मेरे पैरों को कंधे पर रखकर करारे शॉट मेरी चुत में कर रहा था जिससे मेरी चीखे अब कामुक सिसकियों में बदल चूकीथी जो लगातार आधे घण्टे जारी रही औऱ आधे घण्टे बाद पीयूष ने मेरे कंधे छोड़े आए अपना वीर्य मेरे ऊपर गिरकर मेरी चुत में भरने लगा।

जारी है .........
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bahut ki zabardast update
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Bht mst bhai
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पीयूष ने अपना बर्थडे मेरे तीनो छेदो में लण्ड डालकर मना लिया था थॉडी देर मेरे ऊपर पड़ा रहने के बाद वो खड़ा हुआ और खाने की टेबल पर पहुंच गया तो रोनक ने मुझे भी खाने के लिए बुलाया ।

में अभी झड़ी नही थी क्योंकि मनीषा की झड़ी बुटी ने अपना असर दिखा दिया था इसलिए में चाहती थी कि कोई आकर मेरी चुत को चोद दे ।

पर रोनक के बुलाने पर में सोफ़े पर बैठी तो सब लोग खाना खा चुके थे इसलिए में ओर पीयूष ही बचे थे ।

रोनक ,--अब सब लोग रेखा को एक बाईट अपने हाथ से खाना खिलाएंगे औऱ अमित रेखा की चुत से पियूष के बहते वीर्य साफ करेगा ।

रोनक ने जब ये कहा तो जैसे मेरे को लगा कि ये रोनक ने बहुत बढ़िया सोचा है इतनी देर में में खा भी लुंगी और चुत भी साफ हो जाएगी । सबसे बढ़िया बात ये थी कि अमित जो मेरी चीखों पर तालिया पिट रहा था अब सबके सामने पीयूष का वीर्य चाटेगा तो मुझे इस रण्डी की औलाद को औकात दिखाने का मौका मिलेगा ।

में सोफ़े पर पैर चौड़े कर के बैठ गयी तो सब एक एक करके मुझे खिलाने लगे लेकिन अमित अभी मोबाइल ही पकड़े था तो ।

में ,--ओय मादरचोद रण्डी की औलाद तेरे को सुनाई नही दिया मालिक ने क्या कहा ।

अमित ,-- जी मेडम ।

में ,--हराम के मुत , क्या मेडम मेडम कर रहा है दिखता नही मालिक लोग खाना खिला रहे हैं खाना खिलाने के बाद ये लोग ऐसी भीगी चुत को कैसे चोदेगे ।चल इसको अपनी जीभ से साफ कर ।

रोनक मेरे मुंह से गाली देते देखकर बहुत खुश हुआ और मेरे कान में बोला ,--हम लोग भी तुम्हारे पति को ऐसे ही गन्दी गालियां देने वाले है देखना रात में।

अमित बेचारा इतनी गन्दी गाली सुनकर जल्दी से मेरे पैरों के बीच बैठ गया और अपनी जीभ से पीयूष का वीर्य चाटने लगा । जिसे देखकर सब लोग उस पर हंसने लगें ।

में खाने में लगी थी पर अमित के चाटने से मेरी प्यासी चुत की प्यास और बढ़ गयी इसलिए में जल्दी जल्दी खाने लगी क्योंकि मुझे अब लण्ड की सख्त तलब हो रही थी ।

खाना निपटाकर पीयूष खड़ा हुआ तो रोनक ने मनीषा को पीयूष के साथ दूसरे कमरे में ले जाकर उसकी मसाज करने को कहा और फिर उसको एन्जॉय कराने का बोलकर दूसरे कमरे में भेज दिया ।

पीयूष के जाते ही अनिल मेरे पर टूट पढ़ा और मेरे को गोद मे उठा लिया तो हरि चाचा बोले ।

हरी चाचा ,--अनिल बाबू , जल्दबाजी ठीक नही है अभी रात के ग्यारह बजे हैं इस रण्डी को हम लोग मज़े लेकर चोदेंगे आप जल्दबाजी कर रहें है ।

अनिल ने ये सुना तो मुझे नीचे उतार दिया और बोला ,--सॉरी चाचा , कब से इसकी जवानी को पीने को तरस रहा हूँ ।

हरि चाचा ,--बेटा अभी आपका जैसे ही पानी निकला और तो फिर सारा जोश खत्म हो जाएगा इसलिए जोश बनाकर रखिये । में इस रण्डी को थोड़ा तड़पाउंगा फिर देखना ये लण्ड की भीख मांगेगी ।

उसके बाद हरि चाचा ने मुझे खड़ा होने को बोला और रोनक के कान में कुछ कहा जिसे सुनकर रोनक के चेहरे पर एक रहस्यमयी मुस्कान आ गयी ।

रोनक एक कमरे में गया और बाहर आया तो उसके हाथ मे एक कंडोम था जिसे उसने अपने लण्ड पर चढ़ा लिया । हरि चाचा ने लण्ड पर चढ़े कंडोम पर एक पुड़िया से कुछ पाउडर जैसा लगाया और रोनक को इशारा किया ।

रोनक ने मुझे झुकाया और पीछे से मेरी चुत में पावडर लगा लण्ड मेरी चुत में धीरे से घुसाया और एक दो धक्के लगाकर बाहर निकाल लिया ।

उसके बाद सब लोग किंग साइज के बेड पर आ गए फिर मेरे को सुलाकर अमित को छोड़कर सब मेरे शरीर के चारों तरफ अपने अपने लण्ड पकड़े बैठ गए ।

अनिल मेरे मुंह के पास अपना लण्ड पकड़े बैठा था शानू और रोनक मेरी छाती के पास बैठे थे बहादुर गाँड के पास तो हरि चाचा मेरे घुटनो के पास बैठ चुका था ।

तभी हरि चाचा ने पास पड़े एक डिल्डो टाइप का प्लास्टिक का डंडा उठाया और उसे बहादुर को देकर बोला ,--बहादुर इस डंडे को उस दिन की तरह इस रण्डी की चुत में डालकर हिला जैसे बड़े मालिक के सामने मेने मनीषा की चुत में हिलाया था ।

बहादुर ने वो पाइप मेरी चुत में डाला और हिलाने लगा दो चार बार आगे पीछे करते ही मेरी चुत में तेज खुजली होने लगी जैसे किसी ने लाल मिर्ची डाल दी हो जबकि रोनक ने कंडोम पर जो पाउडर लगाया वो सफेद था ।

में खुजली से छटपटाने लगी तो बहादुर ने पाइप निकाल लिया और हंसने लगा । में अपना हाथ चुत पर लेजाकर खुजाने वाली थी पर रोनक ने हाथ पकड़ लिया तो हरि चाचा बोले।

हरि चाचा ,--देखा अनिल बाबू अब ये अपनी चुत की खुजली मिटाने के लिए लण्ड की भीख मांगेगी।

रोनक ,-चाचा आप सेक्स के मामले में गुरु है आप के पास आने के बाद ही हम लोग सेक्स का असली मतलब समझे है वरना हम लोग तो चुत में लण्ड डालकर हिलाने को ही सेक्स मानते थे पिछले तीन घंटे से मुझे तो बिना कुछ किये ही चुदाई से ज्यादा मज़ा आ गया ।

हरि चाचा ,--रोनक बाबू आप को अभी पता ही नही बड़े मालिक और मालकिन यहां आकर क्या क्या कारनामे करते है एक बार तो मालकिन को लण्ड की इतनी प्यासी बना दिया था कि हम लोग तीन मर्द भी उनको ठंडा कर पाए थे ।

दोनों बातें कर रहे थे मेरी चुत की खुजली बढ़ती जा रही थी इसलिए मेने रोनक को कहा ,--सर अब मत तड़पाइये प्लीज् मेरी खुजली मिटाइये ।

बूढा हंसते हुए ,--देखा अनिल बाबू मेने कहा था ना इस रांड को में इतना मजबूर कर दूंगा की ये लण्ड के लिए भीख मांगेगी ।

अनिल ,--चाचा मान गए आपको आप हम सब के गुरु हैं आप का दिया ज्ञान हमे बहुत काम आएगा ।अब आगे आदेश दीजिये ।

हरि चाचा मुझसे ,--चल बे कुतिया अगर तुझे लण्ड चाहिए तो बोल तेरे परिवार में तेरे अलावा और कौन कौन रंडियां हैं ।और तू रण्डी कैसे बनी।

में बूढ़े की बात सुनकर मन मे सोचने लगी कि अगर में नही बोली तो खुजली से मर जाऊंगी और बता दिया तो जो बात अमित को नही पता वो आज बतानी पड़ेगी फिर सोचा अमित को तो बाद में बोल दूंगी झूठी कहानी सुनाई थी इसलिए बोली ।

में खुजली से तड़पते हुए ,--चाचाजी मेरे परिवार में मेरे अलावा मेरी बहन सुलेखा मेरी तरह रण्डी है वो घर मे अपने यारों को बुलाती थी और फिर उसी की चुदाई देखकर मेने अपने बॉस को फसाया तो मेरे बॉस ने मुझे अपने दोस्तों के साथ मिलकर रण्डी बना दिया । प्लीज चाचा अब मुझे चुदवा दीजिये ।

हरि चाचा ,--ठीक है तू चुदते समय खुद को गालियां देगी और हम को भी गंदी गालियाँ देगी जैसी तूने अभी अपने दल्ले अमित को दी थी ।

में ,--जी चाचा जी मुझ कुतिया को अपने इन लौंडों से बोलकर रण्डी बना दीजिये ।

उसके बाद हरि चाचा ने अनिल को सीधा लेटने को कहा और मुझे उस के लण्ड पर चुत डालकर ऊपर से चोदने को कहा । में अनिल के ऊपर जाकर उसके लण्ड पर चढ़ गई और अनिल को चोदने लगी ।

तभी पीछे से मेरी गाँड को पकड़कर दबाया और जब तक मे कुछ समझती मेरी गाँड में किसी का लण्ड घुस चुका था। मेरे दो छेदो में लण्ड फंसे थे तभी शानू मेरे मुंह के पास आया और झुककर अपना लण्ड मेरे मुंह को घुमाकर मुंह मे ठूंस दिया ।

एक साथ तीन लण्ड मेरे तीनों छेदो में घुस चुके थे में कुछ बोल भी नही सकती थी बस चुत की खुजली को मिटाने के लिए खुद ही ऊपर नीची हो रही थी कि तभी मेरी निप्पल की रिंग को पकड़कर किसी ने जोर से खींचा ।जिससे मेरी चीख मुंह मे घूट कर रह गयी।

मेरी एक चीख मुंह मे ही घुटी थी कि तभी दुसरीं तरफ से दुसरीं रिंग को भी किसी ने जोर से पकड़कर खींचा जैसे मेरी निप्पल को उखाड़ लेगा । में दर्द से चीखना चाहती थी पर में पूरी तरह उन पांचों मर्दों के चंगुल में फंसी थी जो मेरे शरीर के हर हिस्से की मां चोद रहे थे ।

मेरी आँखें दर्द से खुली तो देखा अमित मोबाइल से घूम घूम कर लण्ड मुठियाते हुए फोटो ले रहा था मुझे इतना गुस्सा आ रहा था कि मादर चोद मेरे को पाँच सांडों से मसलवाते देखकर एन्जॉय कर रहा था । मेने भी मन मे सोच लिया कि साले बहुत जल्द तेरी बहन भी ऐसे ही रण्डी की तरह चुदेगी फिर देखती हूँ तू कूकहोल्ड है या हरामी ।

पांचों मेरे अंग अंग को नोच खसोट और लूट रहे थे जो दस पन्द्ह मिंनट चला उसके बाद पोजीसन बदल गयी अब बहादुर के लण्ड पर मुझे बिठाया जो गाँड में था फिर उसी पोजिशन में सुलाकर शानू ने मेरी चुत में अपना लोडा पेल दिया।जिससे मेरी हल्की सी चीख निकली । बहादुर चुपचाप लण्ड डाले पड़ा था और शानू अपनी मर्दानगी मेरी चुत पर दिखा रहा था ।

में मस्ती में डूबी थी कि एक साथ दो हाथ अनिल और रोनक के मेरे बूब्स पर आए और मेरी निप्पल को रिंग सहित खींचने लगे जिससे मेरी जोरदार चीख निकली जो पूरे फार्म हाउस पर सुनी जा सकती थी । चीख के साथ मेरे मुंह से गाली निकली ,--बहन को लोडों मेरी चूची उखाड़ोगे हरामजादों ।

तभी पीयूष और मनिषा दौड़ते हुए आये और मुझे इस हालत में देखकर पीयूष बोला ,--रण्डी साली इतना क्यों चीख रही है ।

तभी हरि चाचा बोला ,--सॉरी पीयूष बाबू आपको डिस्टर्ब किया इस भोसडी वाली के मुंह मे लण्ड घुसाने से पहले ही रोनक बाबू ने इसकी चूची मसल दी आप लोग जाइये एन्जॉय कीजिये और इधर की परवाह मत कीजिये ये अभी रात भर ऐसे ही चिल्लाने वाली है ।

हरि चाचा मेरे मुंह के पास आये और अपने मुंह से मेरे मुंह में थूंक गिरा दिया जो दर्द से खुला हुआ था तभी रोनक अमित से बोला ।

रोनक ,--ओए बहन के लोडे उधर खड़ा होकर क्या अपनी माँ चुदवा रहा है अभी चाचा जी ने जो किया उसको फोटो ली क्या ।

अमित ,--कौनसी सर में पीछे से फोटो ले रहा था ।

रोनक ,--हराम के पिल्ले तूने कहा था चुदाई देखनी है तो देख पर मैने कहा था उसका भी ध्यान रख । देख चाचा जी इस रांड के मुंह मे थूंक रहें है उसको फोटो ले क्या मस्त सीन था ।

अमित मोबाइल लेकर मेरे मुंह की तरफ आ गया तो रोनक ने हरी चाचा को फिर से मेरे मुंह मे थूंकने को कहा । हरि चाचा मुंह मे थूंक इक्कठा करने लगे । मेरा मुंह जो दर्द से खुला था बन्द हो चुका था ।

पीयूष ने एक बार फिर से मेरी निप्पल में लगी रिंग को कस के उमेठ दिया जो दर्द जे मेरी चीख निकली और मुंह खुल गया । उसी समय हरि चाचा ने अपने मुंह मे जमा थूंक धीरे धीरे मेरे मुंह मे डालना शुरू कर दिया जिसे अमित मोबाइल में कैद करने लगा।

जारी है.......
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zabardast ab to spitting aur bdsm bhi le aaye
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मेरी चुत की खुजली कम होने के बजाय बढ़ती जा रही थी इसलिए मुझे होश नही था कि एक माली साठ साल का बूढा मेरे जैसी अच्छे घर की संस्कारी औरत के मुंह मे अपना थूंक गिरा रहा था और में मज़े से पिये जा रही थी जिसे मेरा पति लण्ड मसलते हुए देख भी रहा था और फ़ोटो भी ले रहा था ।

रोनक मेरी निप्पल को जोर जोर से उमेठ रहा था और हरी चाचा को थम्स अप भो कर रहा था बोला ।

रोनक ,--क्यों अमित अच्छी फोटो आ रही है ना तेरी कुतिया मालकिन रांड की ।

अमित ,--जी सर ।

रोनक ,--मां के लोडे तेरी मां चुद रही है क्या जो बोलने में शर्म आ रही है तू अगले पांच घंटे के लिए भूल जा की ये तेरी मालकिन है तू इसे एक कोठे की रांड समझ कर बोल की इस कुतिया को कैसे जलील करना है ।

अमित ,--पर सर , मालकिम ........

रोनक मेरी रिंग को जोर से खींच लिया जिससे मेरी जोरदार चीख पूरे फार्म हाउस ने सुनी फिर बोला ,--रण्डी बोल इसको ये तुझे गाली दे और जलील करने के तरीके बताए ।

में दर्द दे चिल्लाते हुए ,--मादरचोद सरजू की नाजायज औलाद तुझे समझ नही आ रहा क्या तेरा मालकिन अभी सर की गुलाम है ओर सर हम दोनों के मालिक है इसलिए सर ने तुझे मेरा नोकर नही अपना दोस्त समझ कर आदेश दिया है तू सर की फरमाइश पूरा कर जैसे सर चाहते हैं भोसडी वाले ।

अमित ,--ठीक है मालकिन अब आज की रात में आपको रण्डी की तरह ही ट्रीट करूंगा रोनक सर थैंक्स आप ने मुझे इस वेश्या की गुलामी से मुक्त किया है आप का ये सेवक इस रण्डी की औलाद को कैसे जलील करना है वो बताउंगा ।

रोनक ,--शाबास मेरे शेर अब तू इस भोसडी वाली से डर मत और खुल कर बोल ।

उसके बाद रोनक ने सब को अमित को अपने गुलान की तरह ट्रीट करने को कहा और मुझे खड़ा होने बोला तो शानू मेरे ऊपर से हट गया में भी बहादुर के लण्ड को गाँड में से निकालकर खड़ी हुई तो रोनक बोला ।

रोनक ,--बहादुर तुम मोबाइल पकड़ो और अमित इधर आओ ।

मुझे पलंग से नीचे खड़े करके अमित को रोनक ने पास बुलाया और उसके कान में कुछ कहा ।जिसे सुनकर अमित ने इकरार में सिर हिलाया और बोला ।

अमित , --थैंक्स रोनक सर ......

अमित आगे बोलता उससे पहले रोनक बोला ,--साले हरामी मुझे नाम लेकर नही मालिक बोलकर बुलाओ भोसडी वाले तेरी मालकिन को मेने चौबीस घण्टे के लिए पैसे देकर खरीदा है ।

अमित ,--सॉरी मालिक गलती हो गयी आगे से ध्यान रखूंगा , आप ने मुझे इस हरामजादी के चंगुल से रात भर के लिए आज़ाद किया उसके लिए । मुझे इस रण्डी ने बहुत जलील किया है लोगों के सामने अब देखिए में कैसे इससे बदला लेता हूँ ।

उसके बाद अमित ने मुझे सब के पैरों के तलवे चाटकर प्रणाम करने को कहा । मुझे अमित का अंदाज पसंद आया और में भी यही चाहती थी कि आज की रात हम दोनों पति पत्नी के बीच एक रण्डी और भड़वे जैसे संबंध बन जाये इसलिए घोडी बनकर सबके तलवे चाटने लगी जब सब के पैरों को अपनी जीभ से चाट लिया तो अमित ने मेरे कूल्हे पर एक करारा शॉट मारकर कहा ।

अमित ,--साली हरामजादी मेरे पैर क्या तेरी मां चाटेगी चल मुझे भी प्रणाम कर ।

मेने अमित को जो मेरा पति था सबके सामने नंगी घोडी बनकर प्रणाम किया तो अमित ने मेरे नंगी गाँड पर हाथ फेरकर दुनिया की सबसे गिरी हुई औरत बनने का आशीर्वाद दिया ।

उसके बाद वो रोनक को बोला ,--मालिक इस रण्डी को चुदवाते समय अपनी गाँड पर मार खाना अच्छा लगता है तो रोनक ने मुझे घोडी बनने को कहा और अनिल को सवारी करने का आदेश दिया ।

में बिस्तर पर घोडी बन गयी तो अनिल ने अपना लोडा मेरी चुत में डाल दिया इधर हरि चाचा और बहादुर मेरी गाँड के पास बैठ गए और मेरी गोरी गाँड को पीटना चालू कर दिए जबकि शानू और रोनक मेरी एक एक चूची की रिंग को पकड़कर निचे खींचने लगे ।

मुझे चुत में हो रही खुजली में थोड़ा आराम मिल रहा था पर दोनों नोकर माली और चौकीदार अपने मजबूत हाथों से करारे शॉट लगा रहे थे उधर रोनक और शानू मेरी निप्पल को इतना जोर से खींच रहे थे कि मेरी सिसकियों की जगह चीखे निकल रही थी जो पूरे हाल के साथ पीयूष को भी सुनाई दे रही होगी ।

मेरी चीखों के साथ आंखों से पानी बह रहा था जिसे देखकर रोनक बोला ,--क्यों अमित मज़ा आ रहा है ना ।

अमित अपने लण्ड को मुठियाते हुए ,--जी मालिक ऐसे ही और जोर से मसलिये इसकी निप्पल रांड को छोड़िएगा नही बहुत हिम्मत है कुतिया में ।

लगभग आधे घण्टे ऐसे ही मेरी चीखे गूंजती रही पर मेरे ऊपर चढ़ा घोड़ा यानी अनिल हार गया और वो झड़कर हांपने लगा तो रोनक ने उसको दूसरे रूम में भेज दिया और शानू को सवारी करने को कहा ।

शानू अपने लण्ड को मेरी गाँड में डाल कर मेरी गाँड मारने लगा जिसके साथ ही अगले दस बारह मिंट तक मेरी चीखे फिर से चालू रही । शानू भी झड़कर दूसरे रूममे सोने चला गया तो हॉल में हम सिर्फ चार लोग रह गए तो रोनक एक रेड लेबल की बोतल उठा लाया और फिर उस बोतल को सब बिना सोडे के पीने लगे ।

रोनक ने मुझे भी पिला दी और फिर रोनक ने हरी चाचा और बहादुर को कहा ,--चाचा आप को एक बात बताता हूँ ये दोनों पति पत्नी है ।

जिसे सुनकर हम दोनों एक दूसरे की तरफ देखने लगे तो रोनक बोला ,--रिलेक्स गायज ये दोनों से कुछ भी नही छुपा है ये दोनों मेरो मोम और दीदी दोनों को रण्डी की तरह काम मे लेते है ।अब आज में आप दोनों की फैंटेसी को पूरा करवाता हूँ ।तुम दोनों एक दूसरे को एन्जॉय कराना चाहते हो उसके लिए तुम कितने भी नीचे गिर सकते हो । पर तुम दोनों आपस मे प्यार भी बहुत करते हो ।

इसलिए आज में तुम दोनों से वो काम करवाऊंगा जो तुम करना तो चाहते हो पर कर नही पाए ।

रोनक ,--हरि चाचा आप तो अनुभवी आदमी है कुछ टिप्स दीजिये ।ताकि इनको भी मज़ा आये और हमे भी।

हरि चाचा कुछ सोचते हुए ,--लड़की तुम अपने पति से क्या चाहती हो ।

में ,--इस हरामजादे को जलील करवाना है मुझे ।

हरि चाचा ,--और तुमको अमित बाबू ।

अमित ,--मुझे इस को रण्डी से भी ज्यादा नीचे गिराकर इसकी चुदाई देखनी है ।

हरि चाचा ,--अमित जी पहले आप बहादुर के लण्ड कोचुसिये जो रेखा की गाँड में डालकर रखा था फिर आगे बताता हूँ ।

अमित बहादुर के लण्ड को जो मेरी गाँड में काफी देर रहा था उसे जीभ से चाटने लगा ।जिसे देखकर रोनक ने मुझे बाहों में भर लिया ।

जब लण्ड चिकना हो गया तो हरि चाचा बोला ,--रेखा तुम अब बहादुर की गाँड चाट कर अमित के काम का जवाब दो ।

मुझे तो जो कहा जाएगा वो करना ही था क्योंकि मुझे चौबीस घंटे के लिए पैसे मीले हुए थे इसलिए बहादुर घोडी बन गया तो में उसके गाँड के छेद को चाटने लगी और तब तक चाटती रही जब रोनक ने मुझे अगला आदेश नही दिया ।

रोनक ,--रेखा अब तुमको हरि चाचा की काली गाँड चाट कर दिखाना है कि तुम रण्डी से गिरी हुई औरत हो।

में बूढ़े को काली गाँड को चाटने लगी तो मुझे रोनक और अमित की खुशर पुसर की आवाज सुनाई दी इसलिए गाँड चाट कर खड़ी हुई और रोनक से कहा अब मेरा टास्क ।

रोनक ,--हां बोलो ।

में ,--मुझे अमित के मुंह से ऐसी बात सुनना है वो भी उसकी कुंवारी बहन के बारे में आगे क्या करेगी जो मजेदार होना चाहिए और तब तक सुनाना है कि मेरी चुत में बहादुर झड़ नही जाए ।

उसके बाद बहादुर मेरे ऊपर चढ़ गया उसका लण्ड छह इंच के आस पास होगा इसलिए में उसे भी झड़वा कर साइड करना चाहती है ।

बहादुर मेरी चुत को चोदने लगा इधर अमित ने बोलना शुरू किया ।

अमित ,--रोनक सर मेरी बहन का नाम रीता है वो तेईस साल की कमसिन कली है जो अब फूल बनने को तैयार है रेखा मेरी बहन को अपने जैसी रण्डी बनाएगी उसे वो पूरा ट्रेंड करेगी फिर उसकी नथ रेखा जिससे चाहे उसे उतरवा कर बेशर्म और बेहया औरत बनाएगी । रीता की जवानी अब लूटने के लायक हो चुकी है उसके बूब्स जो बतीस के होंगे बहुत जल्द बड़े बड़े करवाने है उसको ऐसी चुड़कड औरत बनाऊंगा की बड़ी बड़ी रंडियां भी शर्मा जाए । उसकी गाँड को बड़ी करने के लिए उसे शादी से पहले ही गर्भवती करवाकर बच्चा पैदा करवाऊंगा जिससे उसकी गाँड मस्त दिखने लगेगी ।उसे घर मे नंगी रखेंगे जिससे घर पर कोई भी आये तो रीता को चोद कर अपना पानी रीता की चुत में डाल कर जाए ।

अमित कहानी अभी सुना ही रहा था कि बहादुर झड़ गया और मुझे प्यासी छोड़ दिया तो रोनक ने उसे भी सोने भेज दिया और फिर बोला चलो अब नीचे चलते हैं इन सब को सोने दो।

हम सब नीचे फार्म हाउस के बेसमेंट में आ गए जो पूरा रंगीन था एक हाल जिसमे नंगी फोटो दीवारों पर लगी थी औरते काम कला में लीन थी और कई आसन में चुद रही थी।

वही पास में एक बैडरूम और ओपन बाथरूम था रोनक ने नीचे आकर कहा ,--अमित तुम रेखा को स्नान करवा दो बाथरूम में लेजाकर फ्रेश हो जाएगी । तब तक हम लोग सिगरेट पीते है चलो चाचा ।

में रेखा को लेकर बाथरूम में आया तो रेखा मुझसे लिपट गयी और बोली ,--तुमको बुरा तो नही लगा ।

अमित ,--सच कहूं तो बेबी बहुत मज़ा आ रहा है तुम्हे इस रूप में देखकर प्लीज् तुम मेरी चिंता छोड़ो और एन्जॉय करो ।

मैं ,--लव यू जान , मुझे पता था तुम्हे मज़ा आएगा पर तुमको ये लोग गाली दे रहे थे इसलिए पूछा मेरा भोला बालम , अपनी गाँड मरवाओगे ।

अमित ,--तुम रियल में मुझे अच्छे से समझने लगी हो हरि चाचा का लण्ड मस्त उसको बोलना ।

उसके बाद अमित ने मुझे जल्दी से नहलाया और दोनों नेंगे ही बाहर आये ।

जारी है ........
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Sanju bhai, baht baht sukriya itna zabardast update dene ke liye...

Reps added....
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Ronak ki Bhen Monika ko Bulavo Kyo ki hrikaka ne Use sptah bhr Chod ke vhi kh ke chhoda tha ki vo sptah me ek din yha aayegi aur hrikaka use chodege. is bar Uski gand Berhmise marvao Udhr rekh ka gang beng aur idhr Monika ka bang hrikaka aur watchmen dwra. badme Monika amit ki gand mare.
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Bht mst bhai mazaarha h
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Maza aa gaya.. dhansu update...
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नहाकर जब में बाहर आई अमित शायद खुद नहाने लगा था मेने अपने भीगे बदन को रोनक की गोद मे ढीला छोड़ दी और उसके कान में कहा कि अब अमित को भी उसकी गाँड हरि चाचा से मरवाकर उसको फ्री कर दो । फिर अभी रात के दो बजे है अगले तीन चार घण्टे मुझे लगातार चोद कर मेरी चुत को प्यास को मिटा दो ।बहुत आग लगी है चुत में प्लीज

अमित मेरे भीगे बदन पर हाथ फेरते हुए ,--ठीक है बुलबुल तेरे को पता नही है हरि चाचा का स्टेमिना वो उस नेपालन की जडी बूटी का लगातार सेवन करके इतना बढ़ गया है कि इतना चोदते है की औरतें रहम की भीख मांगने लगती है ।और जब तक वो नही चाहते वो खुद डाउन नही होते।

तभी अमित बाथरूम से बाहर आया तो वो भी आते ही अमित से बोला ,--सर मुझे अब नींद आ रही है बस एक बार मेरा काम कर दीजिये ।

रोनक ,--बोलो क्या काम है ।

अमित कुछ बोलता उससे पहले ही में बोली ,--सर ये गांडू है इसकी गाँड को हरी चाचा के मूसल से मरवा दीजिये ।

रोनक ,-तो ये बात ये खुद भी तो बोल सकता है चलो कौई नही हरि चाचा इसकी इच्छा भी पूरी कर दीजिए।

अमित ,--सर आप रेखा को प्यार करिए उसे देखकर में जल्दी ही डाउन हो जाऊंगा ।

रोनक उठकर पलंग पर आ गया और मुझे अपने सामने बैठा लिया सामने पलंग पर अमित घोड़ा बन गया तो हरि चाचा ने अपने विशाल कोबरा को पीछे से घुसाना शुरू किया ।

में ,--चाचा जी एक बार इस गांडू की चीख निकलवाये मज़ा आएगा मुझे ।

हरि चाचा ने एक जोरदार शॉट मारा तो अमित की चीख पूरे बेसमेंट में गूंज कर रह गयी उसके बाद अगले दस बारह मिनट तक उसकी चीखें गूंजती रही । पर मुझे पता था कि अमित कैसे झडेगा इसलिए पास में पड़ी आलमारी से कुछ चीजें निकाली और रोनक को देते हुए बोली ।

में ,--रोनक सर मुझ रण्डी को आप अब अपनी सुहागन बना दीजिये । मेरे सुहाग के सामने मुझे पतिव्रता नारी बना ये।

अमित को अब दर्द नही हो रहा था क्योंकि वो बड़े बड़े लण्ड से अपनी गाँड मरवा चुका था पर गाँड मरवा ने से उसका लण्ड पूरा तन चुका था ।

रोनक ने अमित को दिखाते हुए सबसे पहले मेरी सुनी मांग को चूमा और उसमे सिंदूर भर दिया फिर ललाट को चूमकर एक बिंदी लगाई फिर मेरे होठों की चूमकर उन पर लिपस्टिक लगाया ।

मेने अमित का रिएक्शन देखा तो वो झड़ने के कगार पर था तभी रोनक ने मुझे खड़ा किया और लिपस्टिक से मेरिचुत के ऊपर रांड लिख दिया ।जिसे मेने घूमकर अमित को दिखाया और बेठकर रोनक की आंखों में देखकर बोली ।

में ,--रोनक सर इस सुहागन औरत को आप अपनी रखेल बना लीजिये में आप के लण्ड की दासी बनकर रहूंगी और आप के सब दोस्तो को एंटरटेन करूंगी ।

इतना बोलते ही अमित की जोर की सिसकी निकली और वो झड़ने लगा उसके लण्ड ने बहुत सारा पानी छोड़ा जो बहुत देर तक बिस्तर पर गिरते रहा थ जैसे वो झडा नही मुत रहा हो । उसके झड़ते ही हरि चाचा ने अपना लण्ड उसकी गाँड से निकाल लिया ।

अमित रोनक के पैरों को छु कर ,--थैंक्स मालिक मज़ा आ गया अब आप लोग रेखा को भोगिये और उसको इतना रगडिये की वो भी मेरी तरह खुश हो जाये ।

अमित के वीर्य से पूरी बेडशीट भीग गयी थी जिसे हरि चाचा ने उठाकर साइड में फेक दिया । अमित लड़खड़ाते हुए बाहर चला गया तो हरि चाचा ने गेट बंद कर दिया ।

अमित के जाते ही रोनक ने मुझे कहा ,--रेखा मुझे तुम्हारे फोन से खींची हुई फोटो चाहिए ।

मेँ ,--सर आप तो जानते है में शादीशुदा औरत हूँ ।

रोनक ,--उसकी चिंता मत करो हम लोग भी दुनिया की नजर में इज्जतदार लोग है हमे भी अपनी इज्जत का डर है मुझे पीयूष की गर्लफ्रैंड को पीयूष की वो फोटोज दिखानी है बडी सेक्सी लड़की है बीस साल की उसको एक बार चोद ना है ।और तूम मुझे अब रोनक ही बुलाओ वैसे भी तुम उम्र में मुझसे बड़ी हो ।

मैं ,--ठीक है ले लीजिए पर उस बिचारि से क्या दुश्मनी है ।

रोनक ,--दुश्मनी कुछ नही है बस पीयूष बोलता है वो बहुत अच्छी लड़की है इसलिए नही चुदआएगी साला खुद अनिल की गर्लफ्रैंड मेरी सेक्रेटरी दीदी और मोम के अलावा शानू की भाभी को चोद चुका पर अपनी गर्लफ्रैंड को चुदवाने के नाम पर मना कर देता है ।

मैं ,--तब तो ये लीजिये मोबाइल आपको जो जो पिक चाहिए ले लीजिए ।

रोनक ,--थैंक्स रेखा ये ग्रुप की मर्यादा के खिलाफ है पर इसके लिए और अमित की गाँड मरवाने और उसको मेरा गुलाम बनाने के बदले में तुमको एक्स्ट्रा रिवॉर्ड सुबह दूंगा और तुम्हारी प्रोफ़ाइल में फाइव स्टार के अलावा टॉप कमेंट्स दूंगा जो शायद ग्रुप में किसी भी मेंबर को नही मिला होगा ।

में रोनक को चूमकर ,--थैंक्स सर ।

पीयूष ,--हरि चाचा में अगले सप्ताह किसी ट्रिक से पीयूष की गर्लफ्रैंड को यहां बुलवाता हूँ आप उस को इस तरह से जड़ी खिलाइए की वो बिना चुदे नही जाए पीयूष से उसके प्यार का भूत तो ये फोटो उतार देगी।

मैं ,--बेचारी एक बार यहां आ गयी तो फिर यहां से पूरी ट्रेंड होकर ही निकलेगी ।

रोनक हँसते हुए ,--हमने अपनी माँ बहन को नही छोड़ा तो वो क्या चीज है वैसे भी हर औरत को रण्डी ही होना चाहिए जिससे वो खुल कर जिंदगी जी सके और मर्द भी अपनी जवानी में अलग अलग औरतों को भोग सके।
अब हरि चाचा को ही देख लो इनके बेटे की बहू को इन्होंने खुद के अलावा पापा और बहुत लोगों से मसलवा कर पूरी बिगड़ैल बना रखा है और जब भी गांव की गोरी को चोदने की इच्छा हो तो उसे बुलवा देते हैं ।

तभी हरि चाचा ने मुझे पास बुलाया और फलेश लाइट जलाई जो मेरे शरीर पर गिरते हो मेरे रोम रोम को चमका दिया फिर हरि चाचा मेरी चुत को छूकर बोले ,--देखिये रोनक बाबू इसकी चुत पर ये तिल का निशान इसका मतलब समझते हैं ।

चाचा के सेंसेटिव तरीके से मेरिचुत को छूने से मेरा रोम रोम झनझना उठा और अमित बोला ।

अमित ,--चाचा आप भी कैसी बात कर रहे है मुझे इतनी समझ कहाँ।

हरि चाचा रोनक को चुत का तिल अंगुली से दिखाते हुए ,--ये तिल चुत के होंठ पर बायीं तरफ बना है जिसका मतलब है कि ऐसा तिल जिस औरत की चुत पर होता है वो बहुत खास होती है खास इसलिए कि एसी चुत कितने भी बड़े लोडे से चुद जाए वापस किसी कमसिन कली की तरह पैक हो जाती है और वो औरत एक मर्द से संतुष्ट नही हो सकती ।

अमित ,--चाचा ऐसा भी होता है ।

चाचा ,--अब इसमें इसी बात से समझ लो कि रेखा जवान होते ही इसकी चुत लण्ड को मचलने लगी होगी और इसके पति का लण्ड खराब भी नही की इसको यहां चुदवाने आना पड़े । पर इसकी चुत की प्यास इसे पतिव्रता नारी नही बनने देती वो तो अमित गांडू है वरना इनका अब तक तलाक हो चुका होता क्यों रेखा ।

मैं ,--जी चाचा जी मुझे भी आज समझ मे आया कि में जितना चुदती हूँ मेरी प्यास ज्यादा बढ़ जाती है और चुत बड़े बड़े लण्ड से चुदने के बाद भी हर बार दर्द करती है जैसे अन्चुदी हो ।

चाचा खुश होते हुए ,--देखना ये औरत से जितनी लड़कियों और औरतों इसके संपर्क में आएगी उनको भी बेशर्म और रण्डी बना देगी ।

चाचा ने फिर मुझे गोद मे गुड़िया की तरह दोनों पैरों को चौड़ा करके उठाया और अपने हबलबी लण्ड को चुत में घुसाकर रोनक की इशारा किया तो रोनक भी पीछे से मेरी खुली गाँड में लण्ड डाल दिया ।

हरि चाचा ,--रोनक बाबू हम ने बहुत रंडियां और घरेलू औरते भोगी है पर रेखा जिस तरह से साथ दे रही है वो किसी ने नही दिया जबकि इसको हम ने इतना टॉर्चर की आँखों से पानी आ गया ।

रोनक मेरी गाँड मारते हुए ,--हांपते हुए अहह ..... चाचा मस्त घोडी है सब को झड़ने पर मजबूर कर दिया पर देखिये अभी भी पूरी तरह से तैयार है ।

हरि चाचा ,--वाकई मस्त रांड है रोनक बाबू में इसको पकड़े खड़ा हूँ आप ऐसे ही इसकी गाँड मारिये इस आसन में औरत की गाँड पूरी खुल जाती है और उसे और गाँड मारने वाले को बहुत मज़ा आता है ।क्यो रेखा बेटी ।

में मस्ती में ,--जी चाचा जी आप सेक्स गुरु है आप को हर आसन और मस्ती के बारे में पता है आप ने मुझ जैसी कामुक औरत को जडी बूटी खिलाकर और भी ज्यादा लण्डखोर औरत बना दिया है अब आप भी मुझे अपने लण्ड से चोदिए । मेरी चुत की प्यास बुझा मेरे चोदू अंकल ।

हरि चाचा ,--अरे मेरी रण्डी बेटी तुझे में प्यासी नही रहने दूंगा ।पहले रोनक बाबू को मज़ा कर लेने दे क्योंकि इस पोजीशन में तुम्हारी गाँड लटकी हुई है जो रोनक बाबू के विशेष मज़ा देगी क्यो रोनक बाबू ।

रोनक हांपते हुए ,---ओह्ह चाचा मज़ा आ रहा बस कुछ देर ऐसे ही पकड़े रखिये मुझे पता है आप को तकलीफ हो रही है ।

बूढा बहुत दम वाला था उसने पन्द्रह मिनट तक अपने मालिक से मेरी गाँड को मरवाने के बाद नीचे उतारा और फिर मेरी एक टांग को जितनी ऊपर उठ सकती थी उठाकर चुत को फैला दिया फिर रोनक को बोला ।

बूढा ,--रोनक बाबू अब आप इसको खड़े खड़े चुत मारिये मेने इसकी चुत को पूरा फैला दिया आप का लण्ड इसकी बच्चे दानी को छूकर मज़ा देगा ।

रोनक मेरे पास आया और मेरी चुत में करारा प्रहार किया उसका लण्ड मेरी चुत चौड़ी होने की वजह से बच्चे दानी को टच हो गया था जिससे मेरी कामुक चीख निकली ।

में ,--आह .....मादरचोद चाचा मेरी बच्चे दानी में पानी डलवाएगा क्या सीधे इसका लण्ड बच्चेदानी में घुस गया ।

हरि चाचा ,--साली कुतिया हम लोग लड़की को गर्भवती नही करते अगर कोई गर्भावस्था में लड़की चुदने आ जाये तो उसका गर्भ अपने लण्ड से गिरा देते हैं रोनक बाबू कस के पेलिये हरामन को ।

रोनक चाचा का जैसे पक्का भतीजा हो वैसे ही चाचा की बात सुनकर मेरी बच्चे दानी को जोर जोर से अपने लण्ड से ठोकने लगा जिससे मेरी कामुक सिसकियां नशीली चीखों में बदल गयी ।जिसे सुनकर हरि चाचा बोला ।

हरि चाचा ,--शाबाश रोनक बाबू फाड़िये साली की चुत को इसे पता चलना चाहिए कि इसका पाला किससे पड़ा है ।

में ,--चोद बहनचोद अपनी बहन समझकर रहम मत कर मुझे कोठे की रण्डी समझ कर चोद हरामी ।

रोनक ,--ले चुद भोसडी वाली तुझे मर्द को किस तरह उकसाया जाता है सब मालूम है ऐसे ही गन्दी गालियाँ दे मुझे हराम की जनी ।

में ,--मादरचोद तू है हराम का बीज जो अपनी मम्मी की चुत जिससे तुनिकला है उसको भी नही छोड़ा और अपनी बहन को चुड़कड रांड बनवा दिया ।

रोनक को में जितनी गालियां दे रही थी वो उतने तेज धक्के मेरी चुत में मार रहा था जो मेरी चुत को ठंडक दे रहा था और में जन्नत की सैर जमीन पर ही कर रही थी लगभग आधे घण्टे तक मेरी चुत को भोसड़ा बना कर उसने कहा ।

चाचा में झड़ने वाला हूँ तो हरि चाचा ने मेरा पैर छोड़कर मुझे जमीन पर बिठा दिया और रोनक ने अपना लण्ड मेरे मुंह मे डाल दिया जिस पर जीभ लगते ही उसके लण्ड ने पिचकारी छोड़ना शुरू कर दिया ।

पहली पिचकारी सीधे गले मे चली गयी पर बाद में उसने मुझे पेट भर कर एनर्जी ड्रिंक पिलाया जो मेरे लिए आगे चुदने के लिए भरपूर टॉनिक था।


रोनक मुझे चोदने के बाद हरि चाचा को गूढनाइट बोलकर चला गया और मुझे बूढ़े के हवाले कर गया ।

जारी है ........
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ufff...gazaab update....maza hi aa gaya....
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Monika ko hrikakane chodatha vo flaceback me post kariye.
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रोनक मुझे बूढ़े के हवाले छोड़कर चला गया था।

उसके जाने के बाद हरि चाचा ने गेट बंद किया और मुझे बाहों में भरकर बाथरूम में लाये और फिर बोले ,--आ मेरी बुलबुल तुझे अब नई दुनिया दिखाता हूँ ।

उसने शॉवर का बटन दबाया तो पूरी छत से बारिश की तरह पानी गिरने लगा जैसे रिमझिम बारिश हो रही हो ।
और फिर खुद फर्श पर लेट गया और मुझे अपने लण्ड पर बैठने को बोला ।

में बूढ़े के विशाल लोडे पर बैठ गयी तो बूढा बोला अब कर ले अपनी चुत को शांत साली पैसे वाली औरत देखता हूँ कितना दम है तेरे में ।

में बारिश नुमा माहौल में दस पन्द्रह मिंनट कूदकर झड़ गयी तो बूढा बोला ,--निकल गयी तेरी गर्मी छिनाल या बाकी है तुम बड़े घर के औरते कितनी गर्म होती हो । तुम्हारे मर्द तुमको ठीक से चोद तो सकते नही फिर हम जैसे गरीब लोगों को अपने लण्ड से ठंडा करना पड़ता है ।

में ,--बूढ़े वो तो में शाम से चुद रही हूँ और कितने जने अपने लण्ड हिला कर चले गए इसलिए तुम इतनी बात बोल रहे हो । और मैने अभी ये नही कहा कि में थक गई बस झड़ी हूँ तुम फिर से गर्म कर दो।

बूढा उठा और शावर बन्द करके मुझे गोद मे उठाया और फिर बेसमेंट के नीचे बने एक मात्र रूम में ले गया जहां बहुत सा सामान रखा था उसने मुझे गोद से उतारकर कुर्सी पर बिठाया और एक अल्बम लेकर उसमे फोटो दिखाने लगा ।

पहले ही पेज पर एलबम में एक बड़ी सी न्यूड फोटो थी जिसे दिखाते हुए बोला ,--ये बड़ी मालकिन है और उनके साथ बड़े मालिक के दोस्त है दोनों नंगे थे और किसी पहाड़ी के नीचे हाथ मे पेग लिए थे ।

बूढा ,--ये पीछे पहाड़ी का फोटो है जहां बड़े मालिक ने मालकिन की फोटो खींची थी ।

फिर बूढा मुझे आगे के पन्ने खोलकर दिखाने लगा जिसमे वही औरत अलग अलग मर्दों के साथ कामक्रीडा में लगी थी ।जिसमे बूढा भी था ।

अगले पेज पर एक कमसिन कली जो देखने मे बूढ़े की पोती जैसी लग रही थी बूढा उसको लण्ड चुसवा रहा था में कुछु पूछती उससे पहले ही बूढा बोला ।

बूढा ,--ये रोनक बाबू की बहन है जिसकी नथ उतारकर मेने इसको औरत बनाया है ।

मैं ,--पर ये छोटी नही है क्या उम्र में ।

बूढा ,-- नही ये तब की फोटो है जब इसका अठारहवा बर्थडे था रात में इसको औरत बनाया और सुबह इसको कुल्फी खिलाई तब बड़ी मालकिन ने फोटो खींची थी ।

में हैरत से बूढ़े का मुंह देखने लगी तो बूढा मुस्कराया और बोला ,--तुम को ये फोटो नही दिखाता तो तुम यकीन नही करती । इसलिए दिखाया कि तुमको नही लगे में झूठ बोल रहा हूँ ।

में ,--बड़ी मालकिन ऐसा कैसे कर सकती है अपनी कमसिन बेटी को आप के साथ ।

बूढा ,--इस परिवार में सबसे ज्यादा गर्म औरत वही है उसको सेक्स में नयापन चाहिए । उसके लिए वो कुछ भी कर सकती है अपनी बेटी को उसने इसलिए ट्रेंड करवाया की उसकी ऐयासी खुल कर चलती रहे ।

मैं ,--पर आप को ऐसा करने के लिए बड़े मालिक की क्या मजबूरी थी ।

बूढा ,--बड़े मालिक के साथ सौदा हुआ था बेटी के बदले बेटी ।

में,--पर आप दोनों की बीबियों ने विरोध नही किया ।

बूढा ,--बड़ी मालकिन की मर्जी शामिल थी पर मेरी बीबी को आज तक नही पता ।

मैं ,--पर आप ने ऐसा क्यों किया अपनी ही बेटी को ।

बूढा ,--बड़े मालिक एक बार गांव गए थे तो उनको मेरी बेटी पसन्द आ गयी और फिर उन्होंने मुझे पैसों के साथ अपनी बेटी आफर की ।

में ,--पर वो खुद अपनी ही बेटी को आप से मतलब किसी और से भी तो ।

बूढा ,--ये बड़े लोगों की बातें है बड़ी मालकिन ने बताया कि उनकी बेटी उनकी सेक्स पार्टियों में बाधा थी इसलिए उसको मेरे पास लाकर ट्रेंड करवा दिया और फिर अपनी पार्टी में उसको शामिल करने लगे ।फिर मेरे साथ उनको कोई रिस्क नही लगा होगा ।

बूढ़े ने अगले पेज पर एक गांव की गोरी को बड़े मालिक से चुदवाते दिखाया और बोला ये मेरी बहु है जिसको बड़े मालिक ने खरीद कर कुछ महोने पढ़ाई के नाम पर यहां रखा फिर उससे मन भर गया तो मेरे बेटे से शादी करवा दी ।

मैं ,--आप ने बहु को भी सौंप दिया ।

बूढा ,--मेरी बहु कहा थी वो तो बाद में बनी ।क्योंकि बड़े मालिक ने उसकी कीमत चुकाई थी फिर मुझे भी उसकी कमसिन जवानी का मज़ा लेना था ।

में ,--मतलब तुम भी कम हरामी नही हो ।

बूढा ,--भोसडी वाली मेरे को मालकिन ने अपनी बेटी और बहू चोदने को दी तो बदले में मेने उनको दी । अब देख तुझे सबसे अच्छी चीज दिखाता हूँ अगले पेज पर एक लड़की पांच छह बुढो के बीच नंगी खड़ी थी और सब उसको चूम रहे थे ।जिसे देखकर मेरी चुत फड़कने लगी ।

बूढा ,--ये देख ये मालकिन की छोटी बहन है जिसको मालिक और उनके दोस्त बहुत बार चोद चुके हैं ।

में इतनी हॉट फोटो देखकर गर्मा चुकी थी और चुत फिर से लण्ड मांगने लगि तो मैने बूढ़े को कहा ।

मैं ,--मादरचोद अब इनको ही दिखयेगा या मुझे भी चोदेगा सुबह होने वाली है ।

बूढ़े को मेरो गाली बहुत चुभी उसने मुझे वही जमीन पर पटका और मुझे गाली देते हुए मेरी चुत को भोसडी में बदलने वाले अंदाज में ठोकने लगा ।

में ,--साले लगा अपना दम और चोद अपनी बेटी को बेटिचोद हरामी भड़वे ।

बूढा पूरे गुस्से से भर गया और मेरी चुत की धज्जियां उड़ाते हुए ,--हा अ..... बहन को लोडी , छिनाल तेरी मा को चोदू साली तुझमे बहुत गर्मी है ना कुतिया देख अब मेरे लोडे का धमाल ।

उसके बाद बूढा नॉनस्टॉप चुदाई में लग गया और मुझे सुबह छह बजे तक चोदने के बाद ठंडा हुआ और हम दोनों वहीं पसरकर नंगे सो गए ।
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bahut sahi...ye ronak ki kahani ka thoda detail do
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सुबह अमित ने मुझे उठाया और चाय देते हुए बोला की चाय पी लेना मुझे देर हो रही है मेने आंखे खोलकर देखा में अपने घर पर थी ।

अमित चला गया तो मुझे याद आया कि कल सुबह फार्म हाउस से आने के बाद से में लगातार बीस घण्टे सोती रही थी । रात में अमित ने मुझे जबरदस्ती जूस पिलाया था।

कल दिन भर मेरी आँखें खुल ही नह पा रही थी क्योंकि चौबीस घण्टे के अलावा उससे पिछली रात भी मेरी नींद पूरी नही हो पाई थी । इसलिये आते ही सो गई थी जो अब तक सोती रही । चाय पीने के बाद मुझे याद आया कि रोनक ने कल् एक बैग दिया था जिसे में लेकर आई थी और रख दिया था साथ ही मेरा फोन भी बन्द पड़ा है ।

मेने फोन को चार्ज में लगाया और बेग खोला। जो शायद अमित ने छुआ भी नही था कहीं उसको डर होगा कि में नाराज नही हो जाऊं ।

बेग खोला तो सबसे ऊपर मेरी ड्रेसेज थी जो रोनक ने मेरे लिए सिलवाई थी फिर अंदर पहला पैकेट निकला जिसपर रोनक का नाम लिखा था खोला तो उसमे नोटों की गड्डी के अलावा एक सोने की रिंग थी जो नवल या नाक में पहन ने की थी । साथ ही एक कार्ड था जिसमे लिखा धन्यवाद रात रंगीन करने के लिए ।

दूसरा पैकेट खोला तो उस पर हरि चाचा का नाम लिखा था उसमे कुछ पुड़िया थी और साथ मे एक पत्र था जिस में लिखा था कि नेपाली जड़ी बूटी है जो तुरन्त असर दिखाती है दो घण्टे पहले लेकर कितने भी लोगों से चुद वा लो थकान नही होगी और रात भर गर्म रहोगी। मुझे ये गिफ्ट पसंद आया और शायद यही मुझे मनीषा ने खिलाई होगी तभी में रात भर सबको झेल भी ली और इतने टॉर्चर के बाद भी शरीर मे दर्द नही हुआ ।

तीसरा पैकेट पीयूष के नाम का था जिसमे एक सात पीस वाला नाईट ड्रेस था जो पूरा पहन लो तो औरत संस्कारी यानी अच्छे घर की लगे और एक एक कर खोलने लगे तो सामने वाला बिना चोदे नही छोड़े ।

अगला गिफ्ट अनिल का था उसने एक इम्पोर्टेड ब्रा पेंटी दी थी जो शायद इंडिया के बाहर से मंगवाई होगी ।

लास्ट गिफ्ट शानू ने दिया था उसको खोलकर देखा तो उसमे एक सेट फीमेल सेक्स का किट था जिसमे एक वाइब्रेशन वाला डिल्डो निप्पल को लगाने की वाइब्रेशन वाली क्लिप स्पीटलेस डिल्डो फीमेल कंडोम और नायलॉन की रस्सियां थी ।

मुझे सब के गिफ्ट पसंद आये और अफसॉस हुआ कि में सब को थेंक्स नही बोल पाई नींद की वजह से ।

में नहाकर नंगी ही बाहर आई क्योंकि मुझे अब कपड़े पहनने की जरूरत नही थी अमित जैसे चूतिये पति की बीबी पूरे शहर में नंगी घूमे तो उसे कोई फर्क नही पड़ने वाला था ।

ड्रेसिंग के सामने बैठकर हल्का मेकअप किया फिर बाल बनाकर निपल की रिंग को खोल दिया और देखा मेरे बूब्स बड़े लगने लगे है शायद अलग अलग लोगों के हाथों का कमाल था ।

में घूमकर अपनी गाँड को चेक की उस पे लिखा हुआ मिट चुका था और गाँड भी पहले से बड़ी लगी तो सोचा चेक कर ही लेती हूँ मेरा भरम मिट जाएगा ।

सिलाई मशीन में से इंच टेप निकाली और बूब्स को नाप कर देखा तो साढ़े पैतीस के हो चुके थे फिर गाँड का नाप लिया तो छत्तीस निकली । मुझे खुद पर गर्व हुआ कि बिना बच्चा पैदा किये ही मेरी गाँड शादी के बाद बहुत तेजी से फेल रही है । और आईने में देखकर खुद ही बड़बड़ाने लगी ।

"रेखा तू तो बहुत निखरती जा रही है तेरे आगे तो पोर्नस्टार भी फीकी दिखेगी क्या मस्त कुड़ी हो गयी है ''

में अपनी सुंदरता को निहार रही थी कि मुझे याद आया कि मेरा फोन तो बन्द पड़ा है सिर्फ चार्ज में ही लगा है तो मेने फोन को ऑन किया और एक झीना सा गाउन पहनकर नाश्ता करने लगी ।

फोन ऑन होते ही वाट्सएप और मैसेज टोन के लगातार आवाज करबे लगे मेने नास्ता करके फोन लिया और वाट्सएप देखने लगी ।

रीता , सरजू देवी ,सीमा प्रिया, रोनक और मेरे पुराने बॉस सबके वाट्सअप आये हुए थे मेने सबसे पहले सरजू का मैसेज देखा वो फोन बंद होने और रीता को भेजने का पूछ रही थी कि उसको कैसे भेजे ।

फिर उसने लिखा था कि इस सप्ताह उसका पीरियड का समय है इसलिए सोमवार तक भेजेगी । अभी मेसेज पूरा भी नही हुआ कि डोरबेल बजी ।

मेने सोचा कि कोन हो सकता है ऐसे ही गेट खोलूं या फिर अंदर कुछ पहने क्योंकि गाउन में से सब कुछ दिख रहा है फिर सोचा जो होगा देखा जाएगा वैसे भी अब किसको फर्क पड़ता है जिसको फर्क पड़ने वाला है वो तो खुद मुझे नंगी करना चाहता है ।

मेने जाकर गेट खोला जो सामने दीनू काका थे जो हाथ मे बेग लिए खड़े थे मेने उनको अंदर आने को कहा । तो दीनू काका अंदर आये और बेग रखकर मेरी मादक बदन को आंखों से चोदने लगे ।

में ,--काका क्या है बेग में ।

काका मेरी चुत को घूरते हुए ,--वो बेटी सीमा बेटी अपना फ्लेट खाली करके चली गयी उसकी सास अब नही रही इसलिए तुम्हारा सामान मुझे देकर गयी है ।

में ,--ओह में कल् नही थी तभी आयी होगी ।मुझे याद आया कि सरजू को लेकर आयी थी तब सीमा के फ्लैट में बर्तन वगेरह में निचे लेकर गयी थी तब से सीमा के फ्लैट में पड़े हुए थे।

दीनू काका ,--हां बेटी कल उसने फ्लेट हमेशा के लिए छोड़कर अपने शहर में शिफ्ट हो गयी और उसके जाने के बाद में भी दिन में खाली रहता हूँ अगर झाड़ू पोंछा करवाना हो तो जब तक कमला नही आती में कर दूंगा ।

में ,--पर काका में अकेली जवान औरत अकेली घर मे रहती हूँ आप कोई गलत हरकत तो नही करोगे ना ।

दीनू काका ,--अरे बेटी तुम घर मे नंगी भी रहोगी तो में कुछ नही करूंगा जब तक अमित बाबू नही कहेंगें ।

मैं ,--तो क्या सीमा भाभी को भैया से पूछकर करते थे।

दीनू काका ,--हां बेटी सुशील बाबू ने सीमा बेटी के सामने मुझे कहा था कि जब भी सीमा बेटी का मन हो उसके साथ कर लेना ।

मैं ,--ओह्ह पर आप का मन किया और आप ने पकड़ लियाँ तो में अमित को क्या मुंह दिखाउंगी ।

दीनू काका ,--वैसे तो बेटी अमित बाबू ने मेरे को बहुत कुछ बोला था वो खुद मुझे तुमको पकड़ने को बोले थे पर में लंगोट का कच्चा नही हूँ और जबरन किया गया काम मुझे पसंद नही है ।

में ,--ठीक है काका आप इतना विस्वास दिला रहे हो तो फिर आज से ही शुरू कर दीजिए पर घर की बात बाहर नही जानी चाहिए ।

दीनू काका ,--बेफिक्र रहो बेटी कोई बाप अपनी बेटी की बात बाहर थॉडी करेगा ।

मैं ,--जानती हूँ काका आप कैसे बाप हो जो सीमा को बेटी बनाकर उसके खसम बने हुए थे ।

दीनू काका ,--बेटी तुम गलत समझ रही हो सीमा बेटी मुझे खुद बुलाकर खसम वाला काम करवाती थी और फिर बेटी की खुशी के लिए बाप को तो करना ही पड़ता है तुमने तो अपनी आंखों से देखा है सीमा मेरे साथ कितने मज़े करती थी ।

मैं ,--तो सीमा ने आपको बता ही दिया ।

दीनू काका ,--अरे वो तो उसी दिन बोल दी थी जब कमला का पति तुमको बीबी बनाकर बेशर्म बनाया था पर तुम चिंता मत करो में किसी को कुछ नही बोलने वाला । पर एक रिकवेस्ट करूँ बेटी ।

में ,--जब बेटी बोल रहे हो तो खुल के बोलो ।

दीनू काका ,--में देख रहा हूँ कि तुम इन दिनों बहुत निखर गयी हो । सुंदरता में तुम सीमा से बहुत आगे हो और मेने जितनी औरतो को देखा है उनमें सब से सुंदर तुम ही हो ।

में ,--इसमें रिकवेस्ट की क्या बात है ।

दीनू काका ,--बेटी अपने काका को ये सुंदरता देखकर अगर मूड हो जाये तो मना मत करना । बस ।वैसे ये नाभि में लगी रिंग बहुत सेक्सी लग रही है ।

मैं ,--आप क्या कहना चाहते है में समझी नही अभी तो आप मुझे छूने से भी मना कर रहे थे ।

दीनू काका ,--बेटी में तुम जैसी मस्त जवानी की मालकिन को देख कर बिना मूठ मारे नही रह पाऊंगा अगर मन हुआ तो तुमको बिना छुए मूठ मार सकता हूँ ।

में ,--बस इतनी सी बात लो में ये गाउन खोल देती हूँ आप मुझे बिना छुए कुछ भी कर सकते है ।

उसके बाद मेने अपना गाउन खोलकर रख दिया और बूढ़े के सामने मादरजात नंगी होकर बैठ गई । मेरे कामुक बदन को देखकर बूढ़े ने धोती पर से लण्ड मसला और बोला ।

बूढा ,--थैंक्स बेटी तुम्हारा बदन देखकर में धन्य हो गया बस आखरी बात अपने काका की मांन लेना अगर मुझसे गलती से कोई बात बुल जाए तो मुझे माफ़ कर देना ।

मैं ,--आप निश्चित रहिए काका आप मुझे बिना छुए कुछ भी करने को आज़ाद है अगर आपको लगे कि आप का वीर्य मुझे कुछ बोलने या गाली देने से निकले तो आप बेझझक दे सकते हैं ।

उसके बाद चाचा मेरी गदराई जवानी को देखकर लण्ड मसलते हुए बोले ,--माफ करना बेटी तुम्हारी भी चुत के बाएं होंठ पर तिल है ।

में ,--जी काका और ऊपर के होंठ पर भी ।

दीनू काका ,--तब तो बेटी तुमको अमित बाबू क्या दो चार और भी पति सन्तुष्ट नही कर सकते तुमको महीने में कम से कम एक रात जम कर चुद वाना पड़ेगा ।

में ,--क्या काका कुछ भी बोलते हो ।

दीनू काका ,--बेटी में सच बोल रहा हूँ तुम्हारी चुत पर बना ये तिल तुमको असाधारण औरत बना देता है और तुम कितना भी चुद लो तुम्हारी योनि वापस सील पैक की तरह हो जाएगी। अब मानो या ना मानो तुम्हारी मर्जी।

में बूढ़े की बात से पूरा इतेफाक रखती थी ये बात मुझे चौथे आदमी ने बोली थी इसलिए मुस्करा कर अपनी चुत पर बने तिल को छूकर एक मादक अंगड़ाई ली । जिससे दीनू काका हिल गया और बोला ।

दीनू काका ,--बेटी एक बात बोलूं तुम्हारे यहां आने के बाद तुम्हारा हर अंग निखर गया है बस बूब्स एक इंच और बढ़ जाये तो फिर पूरी .....

दीनू काका ने आगे का शब्द छोड़ दिया जो मुझे अच्छा नही लगा क्योंकि कोई भी औरत अपनी तारीफ़ की भूखी होती है और मेरे जैसी चुड़कड औरत को तो और क्या चाहिए मज़ा आना चाहिए चाहे कैसे भी आये ।

मैं ,--दीनू काका या बोला मत करो और अगर बोलो तो पूरी बात बोला करो ऐसे आधी बात बोलोगे तो फिर काका बनकर रहो

दीनू काका ,--पर बेटी आगे का शब्द तुमको अच्छा नही लगता इसलिए छोड़ दिया ।

में ,--भड़वे बेटी की चुत का तिल देखना अच्छा लग रहा है उसे देखकर अपना लण्ड मसलना अच्छा लग रहा है पर बोलने में मुझे बुरा कैसे लगेगा फिर ।तुमको बोला ना तुम मुझे गाली भी दोगे तो कोई बात नही । में आप से तुम तड़ाक पर आ गयी तो।

दीनू काका मेरी गाली सुनकर मुस्कुरा या और बोला ,--सॉरी बेटा आगे से गलती नहीहोगी।

मैं ,--अब बोलो क्या बोल रहे थे ।

दीनू काका ,--बेटी में बोल रहा था कि अगर चूची एक इंच और बड़ी होती तो तुम्हारे आगे सन्नी लियुनि भी फैल होती और तुम्हारा बदन किसी भी रण्डी के आगे इक्कीस होता ।

तभी मेन गेट खुला और प्रिया अंदर आयी तो दीनू काका किचन में चले गए इससे पहले की प्रिया कुछ बोलती मेने गाउन पहना और प्रिया का हाथ पकड़कर बैडरूम में ले आयी ।

जारी है .......
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