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09-03-2021, 10:36 PM
नमस्कार, आप लोगो के बीच मैं पहली बार कहानी लेकर आ रहा हूँ।
आप लोगो को पसंद आये और आपका प्यार मिले।
इस कहानी में कई किरदार है, कई किस्से है। मिलते है पांच मुख्य किरदार से:
1 रानू (Ranu): रंग गोरा, बदन भरा हुुआ, बड़े बड़े बूब्स
2 आशा (Asha): छोटी हाइट, पतली कमर, मोटी गांड।
3 नेहा (Neha): साँवली काया, लंबे बाल, मस्त चुचीया।
4 दिया (Diya): मखमली बदन, चिकनी चूत।
5 ईशा (Isha): शर्मीला स्वभाव, अब तक कुंवारी।
गुरुवार की सुबह 4 बजे पाँचों सहेलिया अपनी शिखा मेडम के साथ सेमिनार के लिए निकलती है। 8 बजे तक होटल पहुचती हैै, ब्रेक फ़ास्ट कर सभी तैयार होते हैं। 11बजे सेमिनार शुरू होता है। शाम 7 बजे सेमिनार से फ़्री होकर होटल आते है। होटल में 1 रूम में चार लडकिया है और दूसरे रूम में शिखा मेडम और ईशा। सभी लोग खाना खाकर सोने जाते है। कल सेमिनार सुुुबह 8 बजे। इसलिए सभी जल्दी सो गये।
शाम को 4 बजे सेमिनार से वापस आ कर सभी ने आराम किया।
5.30 बजे शिखा मैडम रूम में आती है और बोलती है एक घंटे बाद हम रूम में पार्टी करेंगे। मेरे वापस वोडका है, कौन कौन पीना चाहता है। ईशा को छोड़कर सब हाँ बोल देती है,
शिखा मेडम ने सभी को कहा, अपने घर पर बात कर लो, पीने के बाद बात नही कर पाओगी। तभी आशा ने दिया को बोला अपने आशिक़ से भी बात कर ले।
दिया गुस्से से आशा को देखने लगी। शिखा मैडम में माहोल को संभाला और कहा मैं ड्रेस चेंज करके आती हूँ। नाईट ड्रेस पहूँगी तुम लोग भी पहन लेना।
शिखा मस्त टाइट से पजामा और शार्ट टीशर्ट पहन कर आती है। सभी लड़कियां उसको देख कर हैरान है। टीशर्ट में से बूब्स की लाइन भी दिख रही थी और टाइट पजामा में चूत भी.. ऐसे क्या देख रहे हो, शिखा ने सबसे पूछा। दिया ने जवाब में कहा- आप मस्त सेक्सी लग रही हो। और मैडम मुस्कुरा दी
ईशा को मेडम अपने साथ लेकर आई थी कि तुम भले पीना मत पर हमारे साथ बैठो तो। वो मैडम को मना नही कर पायी और सभी लोग एक रूम में आ गए।
ये शाम और पार्टी इन लड़कियों की जिंदगी बदलने वाली थी। एक एक पेग पीते हुए सबने सेमिनार की बात की, जब सबके दूसरे पेग बन रहे थे तो मेडम ने कहा अब सेमिनार की कोई बात नही करेगा। और उन्होंने ने दिया कि तरफ देखते हुए कहा.. क्या मैं तुमसे कुछ पूछ सकती हूं, दिया ने कहा- पूछिये
तुम्हारे आशिक़ का नाम क्या है?
जी रितेश, दिया ने कहा
कब से साथ हो? मैडम ने पूछा
जी 5 साल से, दिया बोली
इन पांच सालों में कुछ किया या अभी कुँवारी ही हो..
ये सवाल सुनकर सभी लड़कियां हैरान हो गयी और दिया कि और देखने लगी।
दिया ने एक बड़ा सा घूंट वोडका का पिया और बोली-
मेडम जी 2 साल पहले ही सेक्स कर लिया है।
मेडम ने मुस्कुराते हुए उसको गले लगाया और गाल पर किस कर दिया।
दिया ने एक दम से मेडम से पूछ लिया, आपने पहली बार सेक्स कब किया था। सब जानते थे कि दिया एक दम खुले विचारों वाली लड़की है, पर मैडम से ऐसा पूछेगी, किसी ने सोचा भी नही था। सोचा तो खुद दिया ने भी नही था, पर शायद वोडका का असर था, जो वो पूछ बैठी।
सभी लड़किया हैरानी से मैडम को देखने लगी।
मैडम ने लंबी सांस ली और कहा-
मैंने पहली बार चुदाई का मजा शादी से पहले लिया था अपने मंगेतर के साथ।
चुदाई शब्द सुनते ही लड़कियों को थोड़ा अजीब लगा,
रानू ने मैडम से पूछ लिया, शादी से पहले आपको वो करने में डर नही लगा।
तभी मैडम बोली, रानू तुम भी ना, उसे वो नही, चुदाई कहते है। और ये कहते ही वो हस दी।
शिखा ने अपनी कहानी सुनानी शुरू कर दी।
सगाई होने के कुछ दिन बाद मैं और आदि (शिखा का मंगेतर, जो अब पति है) घूमने गए। सुबह से निकल गए थे और शाम तक वापस आने का प्लान था। क्योंकि घर वाले सब गए हुए थे और घर पर सिर्फ भाभी थी।
हम थोड़ा दूर गए ही थे कि बारिश होना शुरू हो गयी। आदि ने बाइक साइड में लगाई और वहा एक होटल था, उसके रिसेप्शन पर रुक गए। वहा पर एक कपल बैठा हुआ था, उन्हें कही घूमने जाना था, पर बारिश की वजह से वो भी वही रुक गए। आदि और मैं दोनों उस कपल को देख रहे थे, वो आपस में ही बाते कर रहे थे। उन्हें आस पास से कोई मतलब नही था। थोड़ी देर में बारिश रुकी और हम अपनी बाइक से जाने लगे। तभी उस कपल ने हमको आवाज लगाई और पूछा कि यहा पास में अच्छा गार्डन कौन सा है। आदि ने बोल दिया हम वही जा रहे है, आप भी चलो। और वो हमारे पीछे अपनी बाइक से आने लगे। थोड़ी देर में हम गार्डन पहुच गए। उस कपल ने हमे थैंक्स कहा और वो गार्डन के दूसरी तरफ चले गए। दिन का समय था ज्यादा भीड़ भी नही थी। और हम दूसरी तरफ.. घूमते घूमते हम दोनों को किसी कपल के बात करने की आवाज आयी। हमने अपने कदम धीमे धीमे आगे बढ़ाए। ये आवाज एक बहुत बड़े झाड़ियों के झुंड से आ रही थी। दिख कुछ भी नही रहा था। हम वही उनकी बातें सुनने लगे।
लड़का: जानू, प्लीज ना..
लकड़ी: तुम समझते क्यों नही हो
लड़का: तुम नही समझ रही हो
लड़की: मुझे तुमसे बात नही करना, तुम यहाँ से चलो
लड़का: देखो, मैं कही नही जा रहा
थोड़ी देर शांति रही,
तब लड़की की आवाज आयी: तुम्हे जो करना है वो करो, पर बिना कपड़े उतारे।
ये सुनते है हम दोनों एक दूसरे को देखने लगे। मैंने ईशारे से आदि को कहा, चलो यहा से चलते है
तभी लड़की की जोर से आवाज आई..
Aaaaaauchh... इतनी जोर से कौन करता है।
लड़का बोला- मैं जानू
तभी लड़के की आवाज आई.. aaahhhhh
और लड़की बोली अब पता चला दर्द क्या होता है।
और बहुत जोरो से एक दूसरे को चूमने की आवाजें आने लगी।
मैंने गुस्से से आदि को देखा और चलने को कहा। आदि भी समझ गया कि अब चलना पड़ेगा। हम दोनों धीरे से उठ कर जाने ही वाले थे कि उस लड़के ने लड़की से कहा: जानु आज तो गार्डन में नंगे हो कर चुदाई करेंगें।
लड़की बोली: अब तो मुझसे भी रहा नही जा रहा।
हम दोनों वहा से निकल गए। गार्डन से बाहर आये।
दोनों एक दूसरे से कुछ नही बोल पा रहे थे। हम दोनों के लिए यह पहला मौका था जब किसी कपल को ऐसे बात करते सुना हो।
उस गार्डन के पास में एक रेस्टॉरेंट था। हम वहा चले गए। उस रेस्टॉरेंट के पीछे छोटा सा मंदिर था। मैंने अपने दिमाग से वोह सब बातें निकालने के लिए आदि से कहा चलो जब तक हमारा आर्डर आएगा तब तक दर्शन करके आते है।
मंदिर के दर्शन करके बाहर निकले ही थे कि हम दोनों की नजर पास के एक झोपड़े पर गयी, उसकी खिड़की खुली थी। और हमने देखा कि लड़का लड़की नंगे है और एक दूसरे को किस कर रहे है। मुझे अपनी आंखों पर विश्वास नही हो रहा था कि मैं ये सब देख रही हूं। हम दोनों की नजर अभी भी उस खुली खिड़की पर ही थी। ये दोनों तो वही थे जो हमे होटल में मिले थे और हमारे साथ यही गार्डन आये थे। मैं आगे बढ़ गयी पर आदि वही था। आदि का हाथ उसकी पैंट की ज़िप पर था, मैंने आदि का हाथ पकड़ा और उसे लेकर सीधे रेस्टॉरेंट में आ गयी। और बहुत ही गुस्से में उस से बोली तुम्हे शर्म आनी चाहिए
अपनी होने वाली बीवी के साथ हो, कुछ शर्म हया है कि नही। आदि चुप चाप मेरी बात सुन रहा था। हमारा आर्डर आया, आदि मुझे मनाने की कोशिश कर रहा था, पर में बहुत गुस्से में थी और बोला मैं यहां कोई झगड़ा नही करना चाहती। चुप चाप खाओ और घर चलो। बहुत हो गया घूमना।
मैं 1 बजे घर पहुँची और मूड मेरा ऑफ था ही, भाभी ने मुझे देखा और घबराकर पूछा क्या हुआ। मैंने भाभी को सब बात बताई, भाभी हल्के से मुस्कुराई और कहा मैं तो तुम्हारी हालात देख कर डर ही गयी थी। भाभी ने कहा, जाओ कपड़े बदल लो, मैं तुम्हारे लिए जूस बना कर लाती हूँ। घर पर कोई नही था तो मैंने शॉर्ट और स्लीवलेस टॉप पहन लिया।
थोड़ी देर में भाभी ने जूस दिया। टेस्ट में थोड़ा अजीब था।
भाभी ने कहा इसे पिलो तुम्हारी थकान उतर जाएगी।
पर भाभी... मैं कुछ बोलती उस से पहले उन्होंने ग्लास मेरे होंठो के करीब ला दिया और बोली एक घूंट में पी जाओ। मैं भी बिना सोचे समझे वो पी गयी।
और वो मुझे समझाने लगी को आज जो हुआ उसमे तुम्हे ऐसे रियेक्ट नही करना चाहिए था। तुम आदि के साथ नही घुलोगी तो शादी का आनन्द कैसे उठाओगी। भाभी ने मेरे बूब्स पर हाथ रखा और कहा अभी जवानी के मजे ले लो, ससुराल में जाने के बाद तरसोगी।
मैं कुछ समझी नही.. और भाभी ने तभी आदि को आवाज लगाई और वो रूम में आ गया।
आदि तुम यहां कैसे..
भाभी बोली मैंने बुलाया है, तुम आदि को सॉरी बोलो और गुस्सा थूक दो।
मुझे बाजार से कुछ सामान लाना है, तुम दोनों बैठ कर बाते करो। और भाभी ये बोल कर निकल गयी।
मैं बहुत ही छोटे कपड़ो में आदि के सामने पहलीबार आयी थी, मुझे शर्म आ रही थी। मैंने आदि से कहा तुम हाल में बैठो, मैं चेंज कर के आती हूँ।
आदि ने कहा तुम बहुत खूबसूरत लग रही हो, ऐसे ही रहो। मुझे भी तारीफ सुनकर अच्छा लगा।
आदि मेरी तारीफ के साथ ही अपने कान पकड़ कर माफ़ी मांगने लगा। हम दोनों वही पलंग पर बैठ कर बाते करने लगे। उसकी नजर बार बार मेरे बूब्स पर जा रही थी। मैंने उसे टोकते हुए कहा, ऐसे क्या देख रहे हो। अपनी होने वाली बीवी की खुबसूरती, आदि ने कहा। मेरी नजर आदि की पैंट पर गयी और शर्मा गयी। आदि मेरे पास आया और गाल पर किस किया, मुझे कुछ समझ आता इस से पहले उसने अपने होंठ मेरे होंठ पर रख दिये। जूस में भाभी ने वोडका मिक्स किया था, जिसका सुरूर मुझे होने लगा था। मैं भी स्मूच में अब आदि का साथ देने लगी। 5मिनट तक स्मूच करने के बाद मेरे अंदर अजीब सा अहसास हो रहा था। उसने मुझे पलंग पर लिटाया और मेरे पैरों को किस करने लगा। किस करते करते वो पेट तक आ गया। मुझे अपनी चूत में बहुत अजीब लग रहा था। निप्पल बहुत हार्ड हो गए थे। उसने मेरे बूब्स को हल्का सा दबाया, मैंने कोई विरोध नही किया.. उसने मेरा टॉप निकाल दिया और मेरी ब्रा को चूमने लगा.. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। उसने ब्रा भी उतार दी और अब मेरे बूब्स उसके सामने थे, दोनों हाथों से बूब्स मसलने लगा, चुचियो को चूसने लगा.. हम दोनों कुछ नही बोल रहे थे, वो सिर्फ प्यार कर रहा था.. तभी मैंने आदि को पकड़ा और कहा मुझे आज के लिए माफ कर दो और जोरदार स्मूच कर दिया। अब उसने मेरे शॉर्ट्स भी उतार दिये। मैं सिर्फ पैंटी में थी, वो मेरी पैंटी पर किस करने लगा.. मेरी चूत बहुत गीली हो गयी थी। आदि नीचे गिला है, तुम वहा मत किस करो.. आदि ने बोला.. तुम्हारी चूत की खुशबू बहुत मस्त है, मैं तुम्हारी चूत देखना चाहता हूँ। मैंने आदि को रोका, आदि शादी से पहले सेक्स नही। आदि ने कहा घबराओ मत जान मैं चुदाई नही करूँगा। बस तुम्हारी चूत को थोड़ा सा प्यार दूंगा। ये बोलते ही उसने मेरी पैंटी भी उतार दी। अब मैं पूरी नंगी हो चुकी थी। आदि मेरी चूत को किस करने लगा.. मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गयी और झड़ गयी। मेरी उत्तेजना देख कर आदि भी पैंट में झड़ गया।
हम दोनों बहुत थक गए थे.. दोनों बिस्तर पर लेटे हुए थे, मैं बिल्कुल नंगी और आदि कपड़ो में। आदि से बाते कर रही थी। थोड़ी देर बाद आदि ने कहा चलो अब तो गार्डन में कपल की बात पूरी सुनोगी ना और झोपड़ी की चुदाई भी देखोगी ना.. सारी बाते दिमाग मे घूमने लगी और वासना का नशा चढ़ने लगा। आदि अभी मेरे बूब्स से खेल रहा था और मुझे अच्छा लग रहा था। तभी आदि ने कहा तुम मेरा लंड देखोगी।
ये बोलते ही उसने लंड बाहर निकाल दिया और बोला इसे एक बार छू कर देखो.. मैंने आदि को कहा नहीं, मुझे नहीं छूना, तभी आदि ने उसका लंड मेरे बूब्स पर टच कर दिया। मैंने अपनी दोनों हथेलियों से उसका लंड छुपा लिया। अब उसके लंड को मैं अपने हाथों में महसूस कर सकती थी। मैंने आँखे बंद की और उसका लंड अपनी मुठी में ले लिया और झट से छोर दिया। अब वो पूरा नंगा होकर मेरे ऊपर लेट गया। उसका लंड मेरी चूत से टकरा रहा था। मैं बस आंखे बंद कर के लेटी रही। वोडका और वासना दोनों का नशा हो गया था। तभी मुझे एहसास हुआ कि मेरी चूत के अंदर कुछ जा रहा है। मैं आदि को रोकती तब तक उसने जोर का झटका मारा और मेरी चीख निकल गयी। आदि इसे बाहर निकालो दर्द हो रहा है..
पर आदि ने झटके देना शुरू कर दिए। 4-5 झटको के बाद मुझे जोर का दर्द हुआ और मैंने आदि को जोर से धक्का दिया। मेरी चूत से खून आने लगा।
आदि ये देख के बहुत घबरा गया। मैं जल्दी से वाशरूम गयी और अपने आप को साफ किया। आदि पर मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था। मैंने आदि को घर भेज दिया। थोड़ी देर में भाभी आयी और उन्होंने पूछा आदि कहा है, मैंने कहा वो तो गया।
भाभी मेरी चाल देख कर समझ गयी और बोली कैसी रही चुदाई.. और मैं शर्मा के बोली, बहुत दर्द हो रहा है।
ये कहानी सुनते सुनते लड़कियों के 3-3 पेग हो जाते हैं।
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शिखा मैडम की चुदाई की कहानी सुन कर सबकी चूत गीली हो गयी थी। ईशा की हालत बहुत अजीब थी, उसे इस तरह की बाते पसंद नही थी।
दिया तुम भी सुना दो चुदाई का एक किस्सा.. शिखा मेडम ने दिया से कहा। दिया पिछले 2 साल में 10-12 बार चुद चुकी थी रितेश के साथ। दिया ने कहा ठीक है मैडम जी आप बोलती हो तो सुना देती हूँ।
लड़कियों को भी मजा आने लगा था। दिया अपनी कहानी शुरू करती उसके पहले ईशा ने कहा, यार मुझे नही सुनना ये कुछ भी और वो दूसरे रूम में चली गयी। आज पहली बार ईशा को अपनी चूत में इतना गीला पन महसूस हो रहा था।
दिया ने अपनी कहानी शुरू की-
रितेश के फार्म हाउस पर, रितेश के मम्मी पापा की शादी की सालगिरह की पार्टी थी। दिन में बढ़िया पार्टी रही और शाम तक सब लोग जा चुके थे। मैं और रितेश ही थे फार्महाउस पर.. मैं रितेश से थोड़ा गुस्सा थी क्योंकि रितेश के पापा की दोस्त की बेटी रितेश से कुछ ज्यादा ही चिपक रही थी। रितेश को पता चल गया था कि मुझे जलन हो रही है, इसलिये वो भी थोड़ा उसके पास चला गया। शाम को रितेश ने मुझे जोर से गले लगाया और बोला यार तुम बहुत ही प्यारी हो। और प्यार से गर्दन पर किस किया और कहा, आप मुझे जो सजा देना चाहे दे सकती हो। मैंने आपका दिल दुखाया है। उसकी बात सुनकर मैं मुस्कुरा दी, और उसने धीरे से मेरे होंठो पर किस कर दिया। मैंने कहा तुम्हारी सजा है कि तुम मुझे एक वाइल्ड स्मूच करो.. उसने मुझे सबसे पहले एक वाइल्ड स्मूच किया.. उस स्मूच ने मेरे अंदर आग लगा दी थी.. फिर भी मैंने कहा मजा नही आया यार स्मूच में, ये भी कोई स्मूच है क्या.. उसने अपना कुर्ता निकला और मुझे उठा कर पलंग पर लेटा दिया, अब वो मेरे ऊपर आ गया और फिर से वाइल्ड स्मूच करने लगा और स्मूच करते करते मेरे बूब्स पकड़ लिए। उन्हें दबाने लगा, फिर उसने कपड़ो के अंदर से बूब्स मसले। मुझसे अब रहा नही जा रहा था। मैं बहुत ही जोश में आ गयी और अपने कपड़े उतार दिए, मैं सिर्फ पैंटी में थी। रितेश मेरे एक बूब्स को मसल रहा था और एक बूब्स को चूस रहा था। मैंने रितेश को नंगा किया और उसके लंड को हाथ मे लेकर हिलाने लगी। उसने मेरी पैंटी निकाल दी। और मुझे देखने लगा, मैं अपने बस में नही थी, मेरी चूत ने मुझे पागल कर दिया था। रितेश मुझे चोदो, मेरी चूत में अपना लंड डालो, मेरी चूत की प्यास भुझा दो। मेरी बातों से रितेश भी बहुत जोश में आया और लंड पर कांडोम लगा कर मेरी चूत में डाला और एक जोर का झटका मारा। मेरी चीख निकल गयी, उसने धीरे धीरे झटके मारने शुरू किए, ये मेरी जलन ही थी जो मुझे अपनी चूत में उसके लंड का अलग ही मजा दे रही थी। मेरी साँसे बहुत तेज हो गयी थी, रितेश और जोर से चोदो.. मुझे रंडी के जैसे चोदो। रितेश ने सुनते ही तेजी से चुदाई शुरू कर दी। ये ले मेरी रंडी रानी और बोलते ही बूब्स मसल दिए। मेरे हाथ उसकी पीठ पर नोच रहे थे। मैंने उसकी पूरी पीठ नोच दी थी। अब मैं उसकी गाँड़ मसल रही थी और रितेश तेजी से चोद रहा था। ohhhhhh yaaaaaaa.... I'm coming baby.... रितेश रुको... तुम अपनी मलाई मेरे बूब्स पर गिराओ, उसने जल्दी से लंड निकाला, कंडोम हटाया और मेरे बूब्स पर माल गिराया। इसी के साथ मैं भी डिस्चार्ज हो गयी। रितेश ने अपनी उँगली मेरी चूत से गिला किया और चाट लिया।
रूम का माहौल बहुत ही गरम हो चुका था। 4-4 पेग का नशा भी सबको हो गया था। सबकी पैंटी गीली हो गयी थी। चुचिया भी कड़क हो गयी थी।
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Excelent sir nice story please continue
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इधर ईशा की भी हालत ठीक नही थी, वो उस रूम से निकल कर आ तो गयी, पर दिमाग अभी भी वही था। उसने सोचा नहा कर सो जाती हूँ, दिमाग को शांति मिलेगी। शावर के नीचे खड़े होकर नहाने लगी। आज पानी जैसे ही उसके बदन पर गिरने लगा उसके अंदर वासना को जगाने लगा। दिमाग मे पूरी तरह से शिखा मैडम की चुदाई घूमने लगी। आज पहली बार उसके हाथ उसके निप्पल पर पहुँचे और चूत में उँगली करने का पहला मौका था। आँखे बंद कर शिखा मेडम की चुदाई देखने लगी और अपने हाथ और उँगलियों से मजे लेने लगी। थोड़ी देर में वो झड़ गयी। नहा कर बाहर आयी। कपड़े पहने और सो गई।
उधर दूसरे रूम में दो चुदाई की कहानी सुनने के बाद सभी की हालत ऐसी थी कि अगर उस रूम में कोई मर्द होता तो वो अपनी प्यास बुझा लेती। एक दूसरे से शर्म के कारण कोई भी कुछ नही कर पा रहा था। बहुत ही मुश्किल से लड़कियों और मेडम ने अपने आप को कंट्रोल कर रखा था। आशा ने सोचा, मैं ईशा के रूम में चली जाती हूँ। वहां जाकर वॉशरूम में अपनी चूत की आग ठंडी कर के आती हूँ। उसने सोचा वहा जाने के लिए कुछ बहाना बनाना पड़ेगा।
उसने कहा यार ईशा को गए बहुत देर हो गयी है। मैं उसके लिए चिप्स ले जाती हूँ, शायद उसे भूख लगी हो। वो चिप्स लेकर जाने लगी... वोडका और वासना ने शिखा को पूरी तरह से अपने वश में कर लिया। उसे अब कुछ समझ नही आ रहा था तभी शिखा मेडम ने पास से जाती हुई आशा की गाँड़ पर एक जोरदार हाथ मारा.. जैसे ही आशा मुड़ी, शिखा मैडम ने कहा- इतनी सेक्सी तरह से अपनी गाँड़ मत मतकाओ, नही तो होटल के वेटर तुम्हे देख कर मुठ मारेंगें। आशा ने अपने आप को कंट्रोल कर रखा था। पर उसकी गाँड़ पर पड़ी मार और गाँड़ की तारीफ ने उसे बोलने पर मजबूर कर दिया, मैडम मेरी गाँड़ देख कर अगर वो मुठ मारने लगे तो आप उन्हें ब्लो जॉब दे देना। ये सुनते ही शिखा मैडम ने जोर से आशा की गाँड़ दबा दी। अब आशा ने हिम्मत की और मैडम के बूब्स दबा दिए और आशा पास वाले रूम में चली गयी। जाते ही वाशरूम में चली गयी और अपनी पहली चुदाई के बारे में सोचने लगी। इधर आशा के जाते ही रानू में थोड़ी सी वोडका अपने कपड़ों पर गिरा दी और बोली मैं नहा कर आई। और वॉशरूम चली गयी, वहां नंगी हो गयी और मस्त चूत में उँगली करने लगी। नेहा ने कहा मुझे टॉयलेट जाना है, रानू को नहाने में टाइम लगेगा, मैं ईशा के रूम से आती हूँ। नेहा जैसे ही ईशा के रूम के वॉशरूम के पास जाती है, उसकी आँखें फटी रह जाती है, आशा अंदर नंगी है और आंखे बंद कर अपने जिस्म से खेल रही है, ये देख नेहा वही रूम में नंगी हो जाती है और अपने बूब्स और चूत से खेलने लगती है। शिखा मैडम पलंग पर लेट जाती है और चादर से अपना बदन ढ़क लेती है। पास में दिया भी लेती हुई है। फिर चादर के अंदर से अपना लोअर और पैंटी निकाल कर चूत में उँगली करने लग जाती है। दिया एक दम हैरान, शिखा उसे देखते ही कहती है, आ जा तेरी चूत को भी प्यार कर देती हूँ और उसकी चूत पर एक हाथ रख देती है। दिया अपने आप को रोक नही पाती और मैडम की चादर में ही अपने आप को ले जाती है। दोनों कमरो में वासना ही वासना है। ईशा को सपने में भी वासना ने परेशान कर रखा है।
शिखा और दिया बहुत हु जल्द झड़ जाते है और कपड़े पहन कर सो जाते है। इधर नेहा ईशा के पास ही लेटकर उँगली कर रही है। आशा भी झड़ कर जल्दी से निकल कर पास वाले रूम में चली जाती है और वहा सो जाती है। आशा ने ध्यान ही नही दिया कि नेहा उस रूम में थी। और रानू भी मस्त हल्की हो कर आती है और सो जाती है। नेहा भी थक कर सो जाती है, उसे ध्यान ही नही रहता कि उसने सिर्फ लोअर पहना है, पैंटी वही पड़ी है।
शनिवार की सुबह ईशा के लिए बहुत ही अलग रहने वाली है। जुड़े रहिये आगे की कहानी के लिए...
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(10-03-2021, 01:28 PM)Gpoint Wrote: इधर ईशा की भी हालत ठीक नही थी, वो उस रूम से निकल कर आ तो गयी, पर दिमाग अभी भी वही था। उसने सोचा नहा कर सो जाती हूँ, दिमाग को शांति मिलेगी। शावर के नीचे खड़े होकर नहाने लगी। आज पानी जैसे ही उसके बदन पर गिरने लगा उसके अंदर वासना को जगाने लगा। दिमाग मे पूरी तरह से शिखा मैडम की चुदाई घूमने लगी। आज पहली बार उसके हाथ उसके निप्पल पर पहुँचे और चूत में उँगली करने का पहला मौका था। आँखे बंद कर शिखा मेडम की चुदाई देखने लगी और अपने हाथ और उँगलियों से मजे लेने लगी। थोड़ी देर में वो झड़ गयी। नहा कर बाहर आयी। कपड़े पहने और सो गई।
उधर दूसरे रूम में दो चुदाई की कहानी सुनने के बाद सभी की हालत ऐसी थी कि अगर उस रूम में कोई मर्द होता तो वो अपनी प्यास बुझा लेती। एक दूसरे से शर्म के कारण कोई भी कुछ नही कर पा रहा था। बहुत ही मुश्किल से लड़कियों और मेडम ने अपने आप को कंट्रोल कर रखा था। आशा ने सोचा, मैं ईशा के रूम में चली जाती हूँ। वहां जाकर वॉशरूम में अपनी चूत की आग ठंडी कर के आती हूँ। उसने सोचा वहा जाने के लिए कुछ बहाना बनाना पड़ेगा।
उसने कहा यार ईशा को गए बहुत देर हो गयी है। मैं उसके लिए चिप्स ले जाती हूँ, शायद उसे भूख लगी हो। वो चिप्स लेकर जाने लगी... वोडका और वासना ने शिखा को पूरी तरह से अपने वश में कर लिया। उसे अब कुछ समझ नही आ रहा था तभी शिखा मेडम ने पास से जाती हुई आशा की गाँड़ पर एक जोरदार हाथ मारा.. जैसे ही आशा मुड़ी, शिखा मैडम ने कहा- इतनी सेक्सी तरह से अपनी गाँड़ मत मतकाओ, नही तो होटल के वेटर तुम्हे देख कर मुठ मारेंगें। आशा ने अपने आप को कंट्रोल कर रखा था। पर उसकी गाँड़ पर पड़ी मार और गाँड़ की तारीफ ने उसे बोलने पर मजबूर कर दिया, मैडम मेरी गाँड़ देख कर अगर वो मुठ मारने लगे तो आप उन्हें ब्लो जॉब दे देना। ये सुनते ही शिखा मैडम ने जोर से आशा की गाँड़ दबा दी। अब आशा ने हिम्मत की और मैडम के बूब्स दबा दिए और आशा पास वाले रूम में चली गयी। जाते ही वाशरूम में चली गयी और अपनी पहली चुदाई के बारे में सोचने लगी। इधर आशा के जाते ही रानू में थोड़ी सी वोडका अपने कपड़ों पर गिरा दी और बोली मैं नहा कर आई। और वॉशरूम चली गयी, वहां नंगी हो गयी और मस्त चूत में उँगली करने लगी। नेहा ने कहा मुझे टॉयलेट जाना है, रानू को नहाने में टाइम लगेगा, मैं ईशा के रूम से आती हूँ। नेहा जैसे ही ईशा के रूम के वॉशरूम के पास जाती है, उसकी आँखें फटी रह जाती है, आशा अंदर नंगी है और आंखे बंद कर अपने जिस्म से खेल रही है, ये देख नेहा वही रूम में नंगी हो जाती है और अपने बूब्स और चूत से खेलने लगती है। शिखा मैडम पलंग पर लेट जाती है और चादर से अपना बदन ढ़क लेती है। पास में दिया भी लेती हुई है। फिर चादर के अंदर से अपना लोअर और पैंटी निकाल कर चूत में उँगली करने लग जाती है। दिया एक दम हैरान, शिखा उसे देखते ही कहती है, आ जा तेरी चूत को भी प्यार कर देती हूँ और उसकी चूत पर एक हाथ रख देती है। दिया अपने आप को रोक नही पाती और मैडम की चादर में ही अपने आप को ले जाती है। दोनों कमरो में वासना ही वासना है। ईशा को सपने में भी वासना ने परेशान कर रखा है।
शिखा और दिया बहुत हु जल्द झड़ जाते है और कपड़े पहन कर सो जाते है। इधर नेहा ईशा के पास ही लेटकर उँगली कर रही है। आशा भी झड़ कर जल्दी से निकल कर पास वाले रूम में चली जाती है और वहा सो जाती है। आशा ने ध्यान ही नही दिया कि नेहा उस रूम में थी। और रानू भी मस्त हल्की हो कर आती है और सो जाती है। नेहा भी थक कर सो जाती है, उसे ध्यान ही नही रहता कि उसने सिर्फ लोअर पहना है, पैंटी वही पड़ी है।
शनिवार की सुबह ईशा के लिए बहुत ही अलग रहने वाली है। जुड़े रहिये आगे की कहानी के लिए...
ईशा की नींद सुबह जल्दी खुल जाती है और वो पास में सोई हुई नेहा को देखती है। ईशा उठकर पलंग पर ही बैठ जाती है और उसका हाथ नेहा की पैंटी पर चला जाता है जो वो रात को पहनना भूल गयी थी, चूँकि रात में पैंटी काम रस से भीगी हुई थी और उसमें काम रस की महक अभी तक थी। पैंटी को हाथ मे लेकर नेहा देखती है और उसकी महक उसे आती है। फिर से दिमाग मे रात की बात याद आने लगती है और वो पैंटी वही रख देती है। सोचती है होटल में जीम है, वहा थोड़ी मेहनत करूँगी तो दिमाग मे ये बात नही आएगी। जब जीम में पहुचती है, वहा देखती है एक आदमी एक्सरसाइज कर रहा है। वो अपनी एक्सरसाइज में लग जाती है। वो एक दो बार उस आदमी को देखती है, कही वो आदमी उसे देख तो नही रहा। थोड़ी देर बाद ईशा और वो आदमी एक दूसरे को क्रॉस करते है, शायद उस आदमी को इस बात से मतलब ही नही की कोई लड़की वहा है। वो ईशा की तरफ देखता भी नही है। उसके कानों में हैडफ़ोन लगे हुए है। ईशा को थोड़ा अजीब जरूर लगा, उसने एक बार पलट के उस आदमी को देखा, उसके हाथ मे होटल रूम की चाबी थी, उस पर रूम नम्बर दिख रहा था। ईशा फिर से एक्सरसाइज में लग गयी। जब उसकी एक्सरसाइज हो गयी तो वो वापस रूम में जाने लगी, उसने उस आदमी को देखने की कोशिश की पर वो कही नही दिखा, उसका हेडफोन वही एक मशीन के पास रह गया था। ईशा ने वो हैडफ़ोन उठाया और उसके रूम में जा कर देने का सोचा, रूम नंबर उसने चाबी पर देख लिया था और वो उसे याद था। उस रूम की बेल बजाई, एक लड़की ने गेट खोला और ईशा ने हैडफ़ोन उसे दिखाते हुए पूछा- क्या ये हैडफ़ोन आपका है?
ओह ये जॉनी का होगा, उस लड़की ने कहा
जी लगता है जीम में भूल गए थे।
आप अंदर आइये ना.. ये बोलते ही उस लड़की ने ईशा का हाथ पकड़ के अंदर ले लिया।
हेलो, मैं प्रिया।
ईशा। हाथ मिलाते हुए ईशा ने कहा।
प्रिया ने पारदर्शी गाउन पहना था। उस गाउन के अंदर बहुत ही छोटी बिकनी जैसी ब्रा पैंटी।
ईशा उसके कपड़े देख कर प्रिया से नजर ही नही मिला पा रही थी। प्रिया को लगा ईशा जॉनी को ढूंढ रही है। प्रिया ने कहा जॉनी शावर ले रहा है। तुम बैठो।
उसने रूम में रखा फ़ोन उठाया और कॉफ़ी का आर्डर कर दिया। ईशा बोली - बस मैं ये हैडफोन देने आए थी।
प्रिया ने कहा- its okay.. इस बहाने से आपके साथ कॉफ़ी पीने का मौका मिल जायेगा। आप भी जीम की शौकीन है क्या जॉनी की तरह?
ईशा- नही जी, आज मूड हुआ तो कर लिया।
तभी वॉशरूम के दरवाजा खुला, प्रिया उस दरवाजे के पास गयी। जॉनी ने पूछा - तुम कब आयी। उसके कपड़े देख कर जॉनी के लंड में हल्की सी हलचल हुए। उसने सिर्फ एक शार्ट पहन रखा था।
तभी प्रिया बोली- देखो तुमसे मिलने कौन आया है।
ईशा की और इशारा करते हुए।
ईशा ने कहा- जी आप अपना हैडफ़ोन जीम में भूल गए थे। मैं बस ये देने आयी थी, ईशा बड़ी मुश्किल से ये बोल पायी थी क्योंकि जॉनी उसके सामने सिर्फ शॉर्ट्स में था और शॉर्ट्स में से हल्का सा उभार भी दिख रहा था।
ईशा बोली अब मैं चलती हूँ। प्रिया ने कहा अरे रुको कॉफ़ी आती ही होगी।
जॉनी ने भी कहा कि प्लीज कॉफ़ी पी कर जाना तो ईशा मना नही कर पायी।
थोड़ी देर बाद कॉफ़ी आयी, प्रिया और ईशा ने बाते की और फिर ईशा अपने रूम के लिए चल दी। जब तक ईशा वहा थी जॉनी शॉर्ट्स में ही था और अपने लैपटॉप पर कुछ काम कर रहा था। ईशा ने एक दो बार जॉनी की तरफ देखा, पर वो अपने काम मे ही व्यस्त था। जैसे उसे ईशा से उसे मतलब ही नहीं।
और प्रिया के कपड़े देख कर ईशा बड़ी हैरान थी।
रूम में कपल्स ऐसे कपड़े पहनते है, पर किसी और के सामने थोड़ा ध्यान रखना चाहिए, ईशा ये सोचते सोचते अपने रूम में आ गयी। नेहा अभी तक सो रही थी। कल का नशा उतरा नही था। ईशा शावर लेने वॉशरूम में गयी। उसके दिमाग से प्रिया और जॉनी का खुला बदन बाहर ही नही हो रहा था।
सभी लड़कियां और शिखा मैडम मार्केट गए, घूमे शॉपिंग की। शाम को वापस होटल आये।
आज रात को डिस्क जाने का प्लान था। सभी लड़कियों और शिखा मैडम ने वन पीस पहना था। सभी के कपड़े घुटनो के ऊपर थे। सिर्फ ईशा ने लांग स्कर्ट पहना था और टॉप जैकेट। सब लोग एक डिस्क पहुचे, ये पब & डिस्क था। आज लेडीज एंट्री फ्री थी और सबको वेलकम ड्रिंक में एक पेग भी फ्री था। ईशा को छोड़ सबने पेग पीया और नाचने लगे। ईशा भी साथ मे थी। उसकी नजर एक लड़की पर गयी, उसने हॉट पैंट और टॉप पहना था। ओह ये तो प्रिया है.. जो सुबह होटल में मिली थी। पर जिसके साथ ये नाच रही है, वो तो जॉनी नही है। ये किसके साथ नाच रही है। वो डांस सेक्शन से बाहर आयी तभी उसकी नजर जॉनी पर गयी। वो अपने आप को रोक नही पायी और जॉनी के पास जा कर कहा
हेलो...
जॉनी ने उसे बैठने को कहा। ईशा वहा बैठी। ईशा सोच रही थी कि वो कैसे पूछे कि प्रिया किसके साथ नाच रही है। तभी जॉनी ने कहा, मोहतरमा जी क्या सोच रही हो। ईशा ने कहा- जी वो प्रिया नही दिख रही।
जॉनी ने कहा- वो अपने पति सौरभ के साथ नाच रही है।
ईशा- पति...?? (आश्चर्य से)
जॉनी- इसमें इतना चौकने वाली क्या बात है
मुझे लगा आप और प्रिया..
तभी जॉनी ने हँसते हुए कहा, वो मेरी दोस्त है।
ईशा के कुछ समझ नही आ रहा था, सुबह जिस हालात में उन दोनों को देखा था। कौन कहेगा कि वो दोस्त है।
जॉनी उसकी स्थिति समझ गया और बोला मैं समझता हूं।
मैं, सौरभ और प्रिया एक ही कंपनी में थे। सौरभ प्रिया को बहुत पसंद करता था। उस से बहुत प्यार करता था। पर प्रिया मुझसे प्यार करती थी। सौरभ ने प्रिया को प्रपोज किया,
प्रिया ने साफ कह दिया- देख सौरभ मैं सिर्फ जॉनी से प्यार करती हूँ, और उसी से करूँगी।
सौरभ- पर जॉनी तुझसे प्यार कहा करता है।
प्रिया- पता है मुझे।
सौरभ- (गुस्से में) घर वाले जब तेरी शादी किसी और से कर देंगे टैब क्या करेगी।
प्रिया- मेरे मन मे तो सिर्फ जॉनी रहेगा। जिस से शादी होगी वो सिर्फ नाम के लिए पति होगा। मेरा पति तो जॉनी ही है। मैं तुझसे शादी कर लेती हूँ। पर तुझे प्यार नही करूँगी। बोल मंजूर है।
सौरभ चुप चाप वहा से चला जाता है।
अगले दिन बहुत सारे गिफ़्ट लेकर सौरभ आता है और प्रिया को थैंक्स बोलता है।
प्रिया- ये गिफ़्ट क्यों..?
सौरभ- तुम ने शादी के लिए हां कह दिया इसिलए
प्रिया- मैंने कब हाँ कहा, लगता है तूने दिन में ही पी ली है।
सौरभ- कल तुमने ही तो कहा था कि मैं शादी कर लूँगी पर प्यार नही। मेरे लिए तो तुमसे शादी करना ही बहुत है।
प्रिया- दिमाग से सोच समझ कर बात कर, पूरी जिंदगी प्यार को तरस जाएगा।
सौरभ- जैसे तुम्हारा हाल है वैसा ही मेरा भी, हम दोनों प्यार में पागल है पर अलग अलग के लिए। घर वाले हमारी शादी तो करवाएंगे और हम 4 घर बिगाड़े इस से अच्छा है आपस में शादी कर लेते है।
प्रिया- मेरे लिए पहले जॉनी रहेगा, फिर तुम।
सौरभ- मंजूर है।
प्रिया- एक और जरूरी बात, हमारे बीच कोई सेक्स नही होगा।
सौरभ- जैसा आपका हुक्म, महारानी जी।
इन दोनों की शादी हुए आज एक साल हो गया है।
आज सुबह प्रिया मेरे रूम में मुझसे एक किस लेने आयी थी, वो तो शुक्र है तुम आ गयी और तुमने मुझे बचा लिया।
प्रिया तो सौरभ के साथ ऐसे नाच रही है.. प्रिया कहते कहते रुक गयी।
इनकी सेक्स लाइफ भी शुरू हो गयी है, पर ये प्रिया का पागलपन खत्म ही नही हो रहा। जॉनी ने जवाब दिया।
तभी प्रिया और सौरभ आये। प्रिया ने जॉनी को कहा चलो डांस करेंगें।
जॉनी बोला- मैं ईशा के साथ आ जाऊंगा।
प्रिया धीरे से जॉनी के कान में बोली, ये सीधी साधी लड़की तुम्हे कुछ मजा नही देगी। प्रिया सौरभ के देखते हुए निकल गयी। सौरभ प्रिया के पीछे चला गया।
पर ये बात ईशा ने सुन ली थी।
ईशा ने टेबल पर रखे दो टकीला शॉट्स पिये और जॉनी को बोली, चलो डांस करते है और प्रिया के मजे लेते है।
जॉनी ने कहा- रुको, तुम्हे थोड़ा सेक्सी लुक देते है, उसने मेरा जैकेट उतरा और लांग स्कर्ट को हाफ फोल्ड कर शार्ट कर दिया। अब हम दोनों डांस करने लगे। प्रिया और सौरभ के पास में।
मैं कुछ ज्यादा ही पास आ गयी थी जॉनी के, ईशा खुद क्या कर रही थी उसे नही पता।
डांस करते हुए कई बार ईशा के बूब्स जॉनी से टकरा गए, जॉनी ने भी प्रिया को देखते हुए एक दो बार ईशा की गाँड़ पर हाथ फेर दिया। ईशा को आज ये सब कुछ भी बुरा नही लग रहा था, उसने एक कपल को स्मूच करते हुए भी देखा था, उसका मन भी स्मूच करने का हो रहा था। डांस करने के बाद सभी लोग वापस टेबल पर आ गए। शिखा मैडम ने ईशा को डांस करते हुए देख लिया था। शिखा ने ईशा को इशारे से बुलाया और पूछा ये कौन है। ईशा ने इतना ही बताया कि अपने ही होटल में रुका है, मैं इनके साथ वापस आ जाऊँगी। ईशा वापस आकर बैठ गयी। प्रिया उसे घूरे जा रही थी। ईशा मन ही मन खुश हो रही थी। और उसने वहा रखा एक और शॉट पी लिया। ये कुछ ज्यादा ही स्ट्रांग था। ईशा को कुछ समझ नही आ रहा था। ये सब लोग होटल वापस आ गए। सौरभ और प्रिया के रूम में उन्हें छोड़ा, प्रिया ने हग करते हुए जॉनी को गुड़ नाईट बोला।
ईशा जॉनी के साथ उसके रूम में आ गयी।
जॉनी- चलो मैं तुम्हे तुम्हारे रूम तक छोड़ देता हूँ।
ईशा- गुड नाईट हग तो करो (ईशा बहुत ज्यादा नशे में थी, उस शॉट्स का असर था)
जॉनी ने उसे जैसे ही हग किया, ईशा ने जॉनी के गालों को किस कर दिया। (प्रिया को जलाने के लिए, पर उसे ये ध्यान ही नही था कि प्रिया यहां नही है)
जॉनी ने कहा ये क्या कर रही हो, तुम नशे में हो।
प्रिया सही बोली थी, मेरे साथ तुम्हे कोई मजा नही आयेगा- जॉनी के गुस्सा करते ही ईशा बोल पड़ी और उसकी आँखों मे आँसू आ गए।
जॉनी को आँसू देख कर थोड़ा बुरा लगा,
उसने ईशा की आँखों पर किस कर के सॉरी कहा।
ईशा को डांस करने वाले कपल का स्मूच याद आया और उसने जॉनी के होंठों से अपने होंठ लगा दिए। जॉनी ने अपने आप को पीछे किया, तभी ईशा बोली, मुझे प्यार करना सिखाओ न जॉनी, प्लीज्..
उसने इस अंदाज से कहा कि जॉनी भी अपने आप को रोक न पाया और उसने अपने होंठ ईशा के होंठ से मिला लिए।
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(10-03-2021, 01:16 AM)Pandu1990 Wrote: Wonderful
Thanks
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(10-03-2021, 10:14 AM)Eswar P Wrote: Excelent sir nice story please continue
Sure, thanks for your love
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जॉनी और ईशा एक दूसरे के होंठों को प्यार करते हुए पलंग तक आ जाते है। जॉनी अब ईशा के बूब्स को दबाते हुए स्मूच कर रहा है। ईशा उसका साथ दे रही है। ईशा के बदन को चूमते हुए उसके बदन से कपड़े अलग करता है। ईशा अब ब्रा पैंटी में है और जॉनी उसको किस करते हुए रुक जाता है। प्लीज करते रहो, रुको मत ईशा बोलती है। जॉनी ईशा से पूछता है क्या तुम वो सब करोगी जो मैं कहूँगा। हा सब कुछ ईशा ने इतना सा कहा
जॉनी अपने आप को पूरा नंगा कर लेता है। फिर ईशा को नंगा करता है। ईशा को झांटो को देख कर कहता है, पहले मैं तेरी चूत को चिकना करता हूँ। और जॉनी उसकी चूत को एक दम चिकना कर देता है। ईशा की चूत पहली बार इतनी चिकनी हुई थी। ईशा के बूब्स बहुत अच्छे से मसलता है, फिर धीरे धीरे बूब्स को अपने दांतों से काटता है, ईशा की सिसकियां बढ़ती जाती है। पूरा कमरा गूंजने लगता है। ईशा महसूस करती है है कि उसकी चूत में कुछ हो रहा है। ये जॉनी का लंड था जो वो उसकी चूत पर रगड़ रहा था। ईशा की चूत अभी तक कुंवारी थी, जॉनी का लंड जैसे ही ईशा की चूत में गया, ईशा जोर से चिल्ला उठी। जॉनी समझ गया कि ये ईशा की पहली चुदाई है, उसने ईशा की चीख़ों की परवाह किये बीना उसे चोदना जारी रखा। अब तो ईशा की आँखों से आँसू आने लगे थे। क्योंकि चूत फट चुकी थी, खून भी आ रहा था। अब जॉनी ने उसे चोदना बंद किया। ईशा नशे और चुदाई के कारण बुरी तरह से थक चुकी थी। जॉनी ने ही उसकी चूत साफ की, उसे कपड़े पहनाये और सुला दिया|
अगले दिन रविवार को जॉनी ईशा को रूम तक छोड़ के आया, शिखा उसकी चाल और चेहरा देख के समझ गयी कि उसकी बहुत ही जोरदार चुदाई हुए है और पहली बार हुई है।
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Umm amazing plot waiting for more
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(11-03-2021, 01:24 AM)Bhavana_sonii Wrote: Umm amazing plot waiting for more
Love for your appreciation
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सेमिनार खत्म कर के सब वापस आ जाते है। ईशा के मन मे अलग ही विचार चल रहे हैं, मैंने सेक्स कर के सही किया या नही। उधर रानू, आशा और नेहा के मन मे सेक्स को लेकर नई उमंग जाग रही है। शुक्रवार को शिखा मेडम और दिया कि चुदाई की बाते सुन कर इन लोगो को अपनी पहली चुदाई याद आ गयी थी। पर शायद शर्म के मारे अपनी कहानी बोल नही पायी। आशा ईशा के वॉशरूम में अपनी चूत में उँगली कर रही थी, तब वो अपनी पहली चुदाई को याद कर रही थी। उस समय आशा 17 साल की थी। वो अपनी फ्रेंड के यहाँ पढ़ने जाती थी, उसकी फ्रेंड की बडी बहन भी थी जो 4 साल बड़ी थी और उसका बॉयफ्रेंड था, जिसका नाम विक्की था। उसकी बहन रोज़ विक्की से मिलती थी और वो अपने साथ बहन को या फ्रेंड को ले जाती थी जिससे घर वालो को शक न हो। विक्की दिखने में बहुत हैंडसम और अमीर परिवार से था। 4-5 दिन तक आशा भी विक्की से मिली। आशा उसे बिल्कुल भी पसंद नही करती थी क्योंकि वो दीदी के सामने ही उन दोनों के साथ फ़्लर्ट करता था। एक बार तो वो दीदी और हम दोनों के लिए गिफ़्ट लाया। हमने गिफ़्ट लेने से मना कर दिया। वो तीनो गिफ़्ट दीदी ने रखे। 2 दिन बाद दीदी का बर्थडे था। विक्की ने एक बहुत महँगे कैफ़े में दीदी को पार्टी के लिए बुलाया था, दीदी अकेली जा नही सकती थी तो हम दोनों को भी ले गयी। कैफ़े में डांस फ्लोर भी था, विक्की दीदी के साथ डांस कर रहा था। डांस करते करते वो दीदी से बहुत ही ज्यादा चिपक जाता था, तो कभी उनकी कमर के नीचे टच करता था। आशा सोच रही थी कि दीदी इसे रोक क्यों नही रही है। उसने दीदी से पूछा भी की आपने विक्की को रोका क्यों नही? दीदी ने कहा- जवानी के मजे अभी ले लूँ। Why should have boys all the fun.. शादी बाद तो पति और ससुराल वालों की सेवा करनी है। उस रात उसके दिमाग से विक्की और दीदी दिमाग से निकले ही नही। अगले दिन आशा को कॉलेज जाना था असाइनमेंट देने, वो बस स्टॉप पर खड़ी बस का इंतजार कर रही थी, तभी उसके पास एक कार आ कर रुकी, उस कार में विक्की था। उसने आशा स पूछा कहा जाना है, आशा ने पहली बार उस से मुस्कुराकर बात की थी, मैं कॉलेज जा रही हूँ, असाइनमेंट सबमिट करने। विक्की ने कहा चलो मैं छोड़ देता हूं और फिर मेरे साथ वापस आ जाना, तुम्हारा टाइम बच जाएगा। आशा उसके साथ कॉलेज जाती है और वापसी में विक्की उसे कॉफ़ी पिलाता है। आज विक्की फ़्लर्ट भी नही कर रहा था। विक्की ने अपना नंबर आशा को दे दिया, आशा का मन तो नही था वो विक्की से आगे बात करे, पर विक्की ने आज उसकी मदद की तो वो मना नही कर पायी। उसने रात को विक्की को Thank You लिख कर मैसेज भेज दिया। उसे उम्मीद थी कि विक्की मैसेज में फ़्लर्ट करेगा और वो विक्की को बोल देगी की उसे ये सब पसंद नही है। पर विक्की का कोई जवाब नही आया। सुबह आशा ने देखा अभी तक विक्की ने जवाब नही दिया। दिन तक जब कोई जवाब नही आया तो विक्की को कॉल किया, ये देखने के लिए की नंबर तो सही है।
आशा- हेलो, विक्की से बात कर सकती हूं।
विक्की- मैं विक्की, पर माफ कीजिये, आपको पहचाना नही। (विक्की जानता था कि ये आशा का कॉल है,पर वो अनजान बना रहा)
आशा- मैं आशा बोल रही हूँ।
विक्की- ओह आशा जी, अच्छा जल्दी से एक ऑप्शन सिलेक्ट कीजिये, येलो या ऑरेंज
आशा- पर क्यूँ
विक्की- प्लीज जल्दी से, टाइम नही है।
आशा- येलो
विक्की- थैंक्स, बाद में बात करता हूँ।
रात को विक्की का मैसेज आता है, जब आपका कॉल आया तब आपके बारे में ही सोच रहा था, आपके लिए गिफ़्ट ले रहा था, समझ नही आ रहा था कि कौनसा लूँ येलो या ऑरेंज। आपका कॉल आया और आपने मेरी प्रॉब्लम सॉल्व कर दी।
आशा- ये मैसेज पड़ते ही आशा गुस्सा हो गयी, उसने गुस्से में रिप्लाई कर दिया, तुम अपने आप को समझते क्या हो, मैं पहले भी तुम है कह चुकी हूँ मुझे गिफ़्ट पसंद नही है। मुझसे गलती हो गयी जो में तुम्हारे साथ कार में बैठ गयी।
विक्की ने कोई रिप्लाई नही किया
अगले दिन शाम को फ्रेंड के यहां विक्की और दीदी उसे मिले। विक्की ने ऐसे बात की जैसे कुछ हुआ ही नही हो। आशा को थोड़ा अजीब लगा, मेरे गुस्से के बाद भी नार्मल है। आशा ने रात को विक्की को कॉल किया, ये जानने के लिए की उसने गिफ़्ट क्यों खरीदा था। विक्की ने इतना सा कहा- आपके साथ बिताया हुआ समय बहुत अच्छा था, उसी को यादगार बनाने के लिए खरीदा था। और इतना कह कर कॉल एन्ड।
आशा से रहा नही गया, सच मे उसने कोई गिफ्ट खरीदा है या ऐसे ही बोल रहा है। फिर कॉल किया।
विक्की क्या तुम बता सकते हो गिफ़्ट क्या है?
विक्की- नहीं
आशा- पर क्यूँ
विक्की- आपको ये सब पसंद नही, इसलिए
कॉल एन्ड
आशा को गुस्सा आ गया कि, एक तो लड़की आगे से कॉल कर रही और ये बात भी नही कर रहा।
आशा ने फिर कॉल किया, पर इस बार विक्की ने मैसेज कर दिया- अभी बात नही कर सकता, काल सुबह 8 बजे बस स्टॉप पर मिलूँगा।
आशा के कॉल और मैसेज किसी का रिप्लाई नही।
आशा ने सोच लिया कि वो अब विक्की से नही मिलेगी।
सुबह 8 बजे आशा बस स्टॉप पर विक्की का इंतज़ार कर रही है, विक्की की कार आयी, विक्की ने बड़े प्यार से आशा को उसमे बिठाया।
आशा को समझ नही आ रहा था कि विक्की चाहता क्या है। विक्की ने गिफ़्ट आशा के हाथ मे दिया और कहा मुझे पता है तुम्हे पसंद नही, एक बार गिफ्ट देख लो। येलो कलर का इवनिंग गाउन था। बहुत ही सुंदर। क्या तुम ये पहनोगी। आशा मुस्कुरा दी। मैं तुम्हे अभी इस ड्रेस में देखना चाहता हूं। आशा ने कहा अभी कैसे। विक्की बोला- मेरे फॉर्म हाउस पर चल कर पहन लो। और उसने कार स्टार्ट की और चल दिया। आशा को समझ ही नही आ रहा था उसे कैसे रोके। ना तो उसे गुस्सा आया न ही उसने वहा जाने से मना किया।
फॉर्म हाउस पहुच कर, विक्की बोला तुम आराम से चेंज कर लो। आशा ने पूछा, यहां कोई कैमरा तो नही है। विक्की हँस दिया और बोला विक्की चोरी छुपे काम नही करता है। आशा ने बोला- कौन लड़की तुम्हे इस काम की परमिशन देगी। विक्की मुस्कुराया और बोला तुम बुरा ना मानो तो इसका जवाब दूँ। आशा ने सिर हिलाकर हाँ कहा। विक्की ने अपने मोबाइल में फ़ोटो दिखाया। आशा की आँखें खुली रह गयी। दीदी विक्की से चिपकी हुए है, दोनों टॉपलेस है और दीदी की नंगी पीठ दिख रही है और सबसे बड़ी बात ये सेल्फ़ी दीदी ने लिया है। अगला फ़ोटो जिसमे दीदी का फ्रंट न्यूड है, विक्की पीछे है और दीदी के बूब्स अपने हाथ से कवर कर रखे है। सिर्फ दीदी के साथ ही ऐसे फ़ोटो है या .... इतना कह कर आशा चुप हो गयी। विक्की ने कहा, एक और के साथ थे पर डिलीट कर दिए। आशा ड्रेस लेकर चेंज करने चली जाती है। ड्रेस थोड़ा सा टाइट है, उसमे पीछे की तरफ ज़िप है, जो आशा से नही लग रही, और वो मदद के लिए विक्की को बुलाती है। ( विक्की ने ऐसा ही ड्रेस लिया था जो उसे टाइट रहे) विक्की ज़िप लगाने के बहाने से उसकी पीठ पर हाथ फेरता है, पर वो इस तरह से हाथ लगता है कि आशा को उस पर शक न हो। दीदी के फोटो, मर्द का स्पर्श और विक्की की गर्म साँसे। साथ मे दीदी की बात याद आने लगी कि अभी जवानी के मजे के लूँ। उसके अंदर की उतेजना ने उसकी आँखें बंद करवा दी। विक्की इसी पल की तलाश में था और उसने आशा की गर्दन पर किस कर दिया। आशा अपने आप को संभाल पाती उस से पहले विक्की ने उसके होंठों पर उँगलियों फेर दी और अपने होंठ उसके होंठ से मिला दिए। आशा के लिए पहला अनुभव था ऐसे स्पर्श का। आंखें जो खुली थी फिर से बंद हो गयी। दोनों उस चुम्बन के आगोश में खो गए।विक्की ने उसका ड्रेस निकाल कर उसे सिर्फ अंदर के दो कपड़ो में कर दिया। और चुम्बनों की बरसात उसके बदन पर कर दी। विक्की मुझे नंगा कर दो, आशा ने कहा। साथ मे विक्की भी नंगा हो गया। आशा को चोदने के लिए उसकी चूत में उँगली करने लगा। पहले एक ऊँगली से शुरुवात की फिर थोड़ी देर में दूसरी ऊँगली भी डाल दी। विक्की को लगा, आशा अब तैयार है चूत में लंड लेने के लिए, उसी पल अपनी उँगली निकाल कर लंड घुसा दिया। आशा एक दम घबरा गई और कहने लगी निकालो इसे। विक्की ने कहा- घबराओ मत, लंड पर कंडोम लगा रखा है, चुदाई के मजे लो.. विक्की को पता था, थोड़ा सी गंदी बात और आशा की मस्त चुदाई। विक्की ने उसकी गाँड़ की तारीफ करना शुरू की.. और तारीफ के साथ धीरे धीरे धक्के भी.. तुम्हारी गाँड़ कितनी सेक्सी है, पता नही कितने लोगों के सपनो में आती होगी ये गाँड़। आशा जब से तेरी मस्त मटकती गाँड़ देखी है, मेरा तो मन किसी दूसरी गाँड़ को देखने मे लगता ही नही है। और बड़े प्यार से गाँड़ को सहलाता और कभी मसलता। खुद विक्की भी बहुत उत्तेजित हो चुका था, उसे लग रहा था कि अब वो झड़ने के करीब है आशा बोली तभी विक्की जोर से करो। विक्की के तेज झटकों ने आशा की सील तोड़ी और दोनों एक साथ झड़े। आशा को हल्का सा ही खून निकाला था। उसके बाद आशा विक्की से कभी नही मिली।
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(11-03-2021, 10:21 AM)Eswar P Wrote: Very nice bro
Thanks
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रानू की पहली चुदाई कुछ समय पहले ही हुई थी, अपने जीजा के साथ। रानू अपनी दीदी से मिलने उनके यहाँ गयी थी और 10 दिन उसका रुकने का प्लान था। रानू के दीदी और जीजा दोनों जॉब करते है, उनका अभी कोई बच्चा भी नही है। दीदी और जीजा चुदाई का मजा शुक्रवार, शनिवार और रविवार को लेते है। रानू अपनी दीदी के साथ उसके घर आती है और दीदी रानू से कहती है कि तू अभी मेरे रूम में नहा ले और रेडी हो जा, तेरे जीजाजी को आने में टाइम है। उनका घर 1bhk ही था और जो बाथरूम था उसमे दो दरवाजे थे, एक दीदी-जीजा के रूम में और एक हॉल में। उन्होंने ने बाथरूम में एक स्पीकर भी रख रखा था, दीदी उसे ऑन कर देती है, और हल्की आवाज में गाने बजते है। दीदी ने रानू से कहा मैं लॉक करके नीचे जा रही हूं, कुछ सामान लेने, जब तक तू रेडी होगी तब तक मैं आ जाऊंगी। दीदी लॉक करके लिफ्ट से नीचे जाती है, इधर जीजा जी सीढ़ियो से ऊपर आते है, उनके पास भी एक चाभी थी, वो घर के अंदर आ जाते है और बैडरूम में जाते है। रानू सिर्फ पैंटी पहनकर शावर ले रही थी। जीजा को लगता है कि उनकी पत्नी है जो नहा रही है, और आज शुक्रवार भी है तो क्यूँ नही शावर के नीचे ही चुदाई की जाये। ये सोच कर जीजा अपने कपड़े उतार देते है और अपनी चड्डी में कड़क लंड को लिए बाथरूम में जाते है। रानू और जीजा दोनों एक दूसरे को इस हालत में देख चौक जाते है। जीजा ने पहली बार अपनी साली के गोरे जिस्म और बड़े बूब्स पर नजर डाली थी। जीजा तेजी से बाथरूम से बाहर निकल जाते है। अपने कपड़े पहन लेते है। रानू भी नहाना बंद कर तैयार होकर बाहर आती है। दीदी और जीजा हॉल में है, और रानू चुप चाप नजरे झुकाए दीदी के पास बैठ जाती है। वो अपने जीजा से नजर ही नही मिला पाती है। रात को खाना का कर जीजा जल्दी से अपने रूम में चले जाते है और दीदी और रानू थोड़ी देर बाते करते है। रानू हॉल में सोती है और दीदी रूम में चली जाती है। उसे याद आता है कि उसने अपने पैंटी बाथरूम में ही सूखा रखी है, दीदी या जीजा ने देख ली तो अच्छा नही लगेगा, ये सोच कर वो बड़ी सावधानी से बाथरूम में जाती है। दीदी जीजा के रूम की तरफ बाथरूम का दरवाजा है, वो हल्का सा खुला है। उसे दीदी की आवाज आती है आज तो तुमने रानू को डरा ही दिया। बेचारी अभी तक घबराई हुई है। उसे समझ आ जाता है कि जीजा ने बाथरूम वाली बात दीदी को बता दी है, वो बाथरूम से बाहर निकलने का सोचती है, तभी दीदी की बात सुनाई देती है, तो कैसा लगा रानू का नंगा बदन। रानू को विश्वास ही नही हो रहा था कि ये दीदी ही बोल रही है। उसने दरवाजे की दरार से झाक के देखा, दीदी और जीजा बिस्तर पर लेटे हुए है, चूंकि बाथरूम में अंधेरा था, इसलिए वो दोनों रानू को नही देख सकते थे। जीजा ने दीदी की बात का जवाब देते हुए कहा, मैं तो एक दम से बाहर आ गया था, तभी दीदी ने शरारती अन्दाज में कहा, मेरा प्यारा सोना, उसने कुछ नही देखा.. तो फिर तुम्हारा लंड रानू का नाम सुनकर खड़ा क्यों हो गया। मैं ना होती तो तुम तो उसको चोद चुके होते। जीजा कुछ नही बोल पाये। दीदी ने उन्हें गले लगाया और किस करना शुरू कर दिया। रानू ने सोचा कि अब चलना चाहिए, तभी जीजा ने दीदी से कहा, मेरी साली है तो सेक्सी। उसने देखना बंद कर दिया था। रानू को समझ नही आ रहा था कि वो कैसे उन्हें उसके बारे में बात करने से रोके, ये सब बातें रानू को अच्छी नही लग रही थी।
उसे थोड़ा गुस्सा भी आ रहा था कि दीदी जीजा उसके बारे में ऐसे कैसे बात कर सकते है। उसे रूम से आवाज आना बंद हो गयी थी, उसे लगा दोनों सो गए है। उसने ये सोच कर दरार से नजर डाली की ये दोनों सो गये। दीदी जीजा इयरफोन लगा कर मोबाइल में कुछ देख सुन रहे थे। दोनों नंगे भी थे। रानू ने कोशिश की वो मोबाईल की स्क्रीन देख पाये। पर वो नही देख पायी। तभी दीदी ने इयरफोन निकाले और जीजा से कहा, मुझे चोदो ना रानू के जानू.. जीजा ने कहा मैं तो तेरी चूत का जानू हूँ। और ये बोलते ही वो दीदी की चूत चाटने लगे। रानू ने इतने गंदे शब्द पहली बार सुने थे और आज पहली बार किसी को सेक्स करते देख रही थी। रानू की जवानी उसे वहां से हटने नही दे रही थी। दीदी ने जीजा से बोला, मुझे तुम्हारा लंड चूसना है। और वो दोनों 69 पोजीशन में आ गए। अभी तक रानू ने सहेलियों से सुना था, उसे लगता था कि ये सब बकवास है, कौन इतना गन्दा काम करता होगा पर आज देख भी लिया। अब तो उसकी चूत भी गीली होना शुरू हो गयी। उसका पूरा ध्यान अपनी दीदी पर था, उसकी दीदी जीजा का लंड कैसे चूस रही है, कभी साइड से तो कभी पूरा लंड मुँह में ले लिया। दीदी जीजा के चूत को प्यार करने से उतेजीत हो जाती और फिर उसी उत्तेजना के साथ लंड चूसती। जब दीदी की साँस भर जाती, वो लंड अपने हाथ मे लेकर उसके साथ खेलने लगती। जीजा ने बोला, तुमने तो इस वीडियो को भी फेल कर दिया, आज मेरा मन तुम्हारे मुँह में झड़ने का है। तुम मेरी मलाई पी पाओगी क्या? दीदी कुछ न बोली और बस लंड को मुँह में ले लिया। अब जीजू ने चूत चाटना छोड़ कर धीरे धीरे मुँह में झटके देना शुरू किए। अब दीदी उठी बिस्तर से नीचे आ कर जमीन पर घुटनों पर बैठ गयी, जीजा समझ गए और वो दीदी के पास बिस्तर पर बैठ गए। दीदी फिर से लंड चूसने लगी थी। अपनी दीदी का ऐसा रूप उसने पहली बार देखा था। रानू तो झड़ चुकी थी। पर दीदी अभी भी जीजा का लंड चूस रही थी। जीजा ने दीदी का सर पकड़ा और अपने लंड की तरफ दबाव बनाया। ले मेरी जान पी ले मेरी मलाई। रानू जल्दी से बाथरूम से निकल गयी और हॉल अपनी जगह आ कर लेट गयी, उसे लगा था कि सेक्स करने के बाद अब वो शायद वाशरूम में आये। उसे पूरी रात नींद ही नही आयी। बार बार उसके दिमाग मे बस दीदी का लंड चूसना आ रहा था। रानू को सुबह 5 बजे नींद आयी। आज शनिवार था, दीदी जीजा की छुट्टी थी, 10 बज चुके थे। दीदी उठ कर आई और रानू को उठाया। दोनों किचन में काम कर रहे थे, तभी उसकी नजर दीदी पर जाती है और वो समझ जाती है कि दीदी ने ब्रा नही पहनी। जीजू वहा नही थे तो उसने पूछ लिया दीदी से, आपने ब्रा क्यों नही पहना, दीदी बोली तेरे जीजू ने आज मुझे ब्रा पैंटी पहने से मना किया है। इसा क्यों दीदी, रानू ने दीदी से पूछा। दीदी ने सेक्सी अंदाज में कहा, रोमांस के लिए। 11:30 बज चुके थे, जीजू अपने रूम से आये। रानू की नज़र जीजू के पजामे पर गयी और समझ गयी कि इन्होंने भी अंदर कुछ नही पहना है।
दिन में खाना खा कर सभी लोग आराम करने लगे। शाम को 5 बजे रानू और दीदी बाते कर रहे थे। जीजू ने सबके लिए मैगी और कॉफ़ी बनाई। उसके बाद सभी लोग साथ मे बाहर घूम कर आये और रात 9:30 घर आये। रानू का मन किया कि आज फिर देखे, दीदी जीजा क्या करते है। बाथरूम का गेट बंद था, रानू को लगता है आज कुछ देखने को नही मिलेगा, वो फिर से हॉल में आ जाती है। तभी जीजू फ़ोन पर बात करते हुए रूम से बाहर आते है, अंदर रूम में शायद नेटवर्क नही था। रानू उठती है और दीदी को रूम में गुड नाईट बोलने के बहाने से बाथरूम का दरवाजा हल्का सा खोल देती है। दीदी को पता नही लगता और रानू वापस आ जाती है। थोड़ी देर में जीजू भी रूम में चले जाते है। रानू बाथरूम में चली जाती है, और दरवाजे से देखने की कोशिश करती है
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(12-03-2021, 11:48 PM)Bhavana_sonii Wrote: Nice update
Thanks & Love a lot
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दीदी काँच के सामने अपने बाल बना रही है और जीजू पीछे से दीदी को पकड़ लेते है और जीजू का हाथ दीदी के पेट पर है। धीरे से हाथ बूब्स पर ले जाते है दोनों बूब्स हाथों से मसलते हुए जीजा। दीदी की नाइटी निकाल देते है। फिर से बूब्स को मसलना शुरू करते है। दीदी को पलटा कर ले बूब्स को चाटते है, एक बूब्स को चाटना और एक को हाथों से दबाना। दीदी आँखे बंद कर के मजे ले रही है। निपल्स को चूसने लगते है, दीदी की सिसकारियां बड़ जाती है, दीदी जीजू को नंगा कर उनके बदन को चूमती है। जीजू फिर से बूब्स को मसलना शुरू करते है। दीदी के बूब्स में दर्द होने लगता है, जीजू से बोलती है, मुझे दर्द हो रहा है। मजा नही आ रहा क्या, जीजु ने पूछा।
मजा तो बहुत आ रहा, दीदी बोली। जीजु ने दीदी को गले लगाया और अब उनकी गांण्ड मसलने लगे। बीच बीच मे गांण्ड पर जोर से मार भी देते। दीदी ने खुद जीजु के लंड पर कंडोम लगाया और जीजु ने खड़े खड़े ही दीदी की चूत में लंड डाल दिया। और दीदी से पूछा- धीरे चुदेगी या जोर से। धीरे कौन चोदता है बहनचोद। दीदी गाली भी बकती है रानू सुन कर हैरान हो जाती है। उसे क्या पता उसके जीजाजी दीदी से गाली सुनकर मस्त चुदाई करते है। दीदी को खड़े खड़े जोर के झटके देने के बाद, बिस्तर पर लेटा देते है। और दीदी के ऊपर चढ़ कर लंड चूत में डाल देते है और रुक जाते है। दीदी पूछती है क्या हुआ, जीजु कुछ नही बोलते बस मुस्कुरा देते है। दीदी बोली- अच्छा समझी। फिर बोलती है, मुझे रंडी जैसे चोदो मेरे राजा। मेरी चूत में तेरे लंड की मस्ती बरसा दे। जीजु सुनते है चोदना शूरु कर देते है, जोरो से चुदाई चल रही है। ऐ से ही चो.... दो... दीदी बड़ी मुश्किल से बोलती है। जीजु के झटके जारी है। दीदी जीजु को किस करते हुए साइड में लेता देती है। अब मैं तेरे लंड की सवारी करूँगी, ऐसा बोलते ही जीजु के ऊपर चढ़ जाती है और खुद जीजु का लंड अपनी चूत में डालती है और धीमे से ऊपर नीचे होकर लंड अपनी चूत में एडजस्ट करती है। जैसे जैसे दीदी उछलती है उनके बूब्स भी उछलते है। जीजु बूब्स को मसलते है तो कभी उनकी गांण्ड को सहलाते है। दीदी की साँसे उखड़ने सी लगी और जीजु का बदन भी अकड़ रहा था। अब दोनों एक साथ झड़ने वाले थे। रानू ऐसी चुदाई देख कर दो बार झड़ चुकी थी, फिर भी उसकी चूत की आग शांत नही हो रही थी। उसका मन तो कर रहा था कि जीजु के पास जाए और बोले चोदो अपनी कुँवारी साली को। रानू के दिमाग मे ऐसी बातें आ रही थी, रानू सोने चली गयी। रात को बार बार चुदाई की बाते याद आ रही थी, आज की रात सो पाना उसके लिए मुश्किल हो रहा था।
रविवार की सुबह 9 बजे दीदी ने रानू को उठाया, पर उसे बहुत थकान हो रही थी क्योंकि दो रातों से उसकी नींद पूरी नही हुई थी। उसका सिर भी दर्द कर रहा था। उसने दीदी को बोल दिया कि उसे बहुत थकान हो रही है और सिर दर्द कर रहा है। दीदी ने कहा- रुक तेरे जीजु को बोलती हूँ। वो बहुत मस्त सिर दबाते है, सारा दर्द ठीक हो जाएगा। रानू मना करती है कि दीदी रहने दो जीजु को मत परेशान करो। पर जीजु तो पहले ही वहा आ चुके थे और उनकी बात सुन भी ली थी। उन्होंने रानू को उठाया और हाथ पकड़ के बेडरूम में ले गए और कहा तुम यहाँ लेट जाओ, मैं तुम्हारी सिर की मालिश कर देता हूँ। रानू की सिर की मालिश के साथ थोड़ी बहुत बदन की मालिश भी हो जाती है। जीजु के स्पर्श ने रानू की वासना को थोड़ा सा जगा दिया था। अब वोह भी अपने जीजु के साथ थोड़ा और खुलना चाहती थी। मालिश से उसे नींद आने लगी थी। थोड़ी देर सोने के बाद रानू को अच्छा लग रहा था। उसे लगा जीजु ने तो सच मे जादू कर दिया। वो उठ कर बैडरूम से बाहर आने लगती है तभी उसे जीजु की आवाज सुनाई देती है। आज तुम्हारे बदन की मालिश कर देता हूँ। धीरे बोलो रानू सुन लेगी, दीदी ने कहा। वो तो सोई हुई है, जीजु ने कहा। रानू फिर से बिस्तर पर लेट कर सोने का नाटक करती है। रुको मैं देखती हूँ, ऐसा बोल कर दीदी रानू को देखने आती है, दीदी रानू को उठाते हुए रानू उठो, 1 बजने वाला है। रानू अंगड़ाई का नाटक करते हुए। हम्म उठती हूँ। दीदी रूम से निकल जाती है। रानू भी उठकर बैठ जाती है और सोचती है यार जीजु अभी दीदी की मालिश करेंगे, पर मैं अभी कैसे देखूँगी। फिर वो अपने मोबाइल में वीडियो रिकॉर्डिंग कर के मोबाइल रूम में छुपा देती है। रूम से बाहर आ जाती है। थोड़ी देर दीदी से बात करती है फिर दीदी और जीजु रूम में चले जाते है। वो बाथरूम में जाति है पर दरवाजा बंद रहता है। सोचती है कोई बात नही रात में मोबाइल में देख लूँगी। शाम को दीदी और जीजु रूम से बाहर आते है। रानू अपना मोबाइल लेकर आ जाती है। रात को भी उसे बाथरूम का दरवाजा बंद मिलत है। फिर मोबाइल में दिन की रिकॉर्डिंग प्ले करती है। दीदी बिस्तर पर नंगी लेटी हुए है और उल्टी लेती हुई है, जीजु क्रीम हाथ मे लेते है और दीदी के पैरों की मालिश शुरू करते है। जांघ की मालिश करते हुए कमर की मालिश करते है फिर गांण्ड पर भी थोड़ी मालिश करते है। फिर हाथों की मालिश करते है। फिर दीदी सीधी हो जाती है और जीजु पेट की भी मालिश करते है और बूब्स की भी। लगभग 20 मिनट तक मालिश होती है और जीजु अपने आप को नंगा कर लेते है। रानू को भी इंतजार था जीजु के नंगा होने का। उसे अपने जीजु का नंगा बदन अच्छा लगने लगा था। जीजु अब चूत के आस पास मालिश करने लगते है और दीदी चूत उठा कर झटके देती है। जीजु अपनी उँगली चूत में डाल देते है और अंदर बाहर करने लगते है। दीदी कहती है मैं तुम्हारे लंड की मालिश करती हूँ। दीदी और जीजु अपनी पोजीशन बदलते है। इतना ही वीडियो रिकॉर्ड हो पाया था और मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था। रानू अपनी चूत में ऊँगली करती है और झड़ने के बाद सो जाती है। सोमवार से वर्किंग डे शुरू हो जाते है, उसे भी लगता है कि अब चुदाई छुट्टी वाले दिन ही देखने को मिलेगी। बुधवार को जीजु सुबह 7 बजे आफिस चले जाते है, आज उनकी कोई बड़ी मीटिंग है। दीदी का ऑफिस टाइमिंग 1-8 है। पर आज दीदी की भी मीटिंग है शाम को 7 बजे तो आज उनका टाइमिंग 2-10 तक का है। जीजु 5 बजे ऑफिस से आते है, साथ मे एक व्हिस्की की बोतल और थोड़ा खाने का भी सामान लाते है।
रानू- आप ड्रिंक करते है जीजु।
जीजु- नहीं खास मौकों पर।
रानू- आज क्या खास है?
जीजु- मेरे बॉस ने गिफ्ट की है, मेरे काम से खुश हो कर।
जीजु- तुमने कभी पी है?
रानू- जी कभी नही
जीजु- अगर तुम्हारा मन हो तो तुम्हे आज पिलाते है।
रानू ने कुछ जवाब नही दिया। जीजु अपने ड्रेस चेंज कर के आये, वो टीशर्ट और लोवर पहन कर आये।
उन्होंने ने एक पेग बनाया और मूवी देखने लगे। रानू जीजु के पास आ गयी और बोली मूवी तो मुझे भी देखना पसंद है। जीजु ने रानू को कहा एक बार ड्रिंक टेस्ट तो करो। रानू ने टेस्ट किया उसे कड़वी लगी। उसने पीने से मना कर दिया। जीजु ने उसे कोल्ड ड्रिंक दी। मूवी देखते देखते जीजु का ध्यान न रहा और थोड़ा सा ठंडा पानी रानू पर गिर गया। रानू ने आइस का एक टुकड़ा उठा कर जीजु की टीशर्ट में डाल दिया। जीजु ने भी रानू का पकड़ने की कोशिश की और दोनों एक दूसरे से चिपक गए। जीजु का हाथ कब रानू के बूब्स तक पहुच गया पता ही नही चला। रानू की वासना फिर से जाग उठी थी। जीजु कि पकड़ ढीली हो गयी थी, तभी रानू में ठंडा पानी जीजु पर डाल दिया।जीजु ने अपनी टीशर्ट उतार दी, जीजु अब सिर्फ शॉर्ट्स में थे। और रानू को अपनी बाहों में जकड़ लिया था। अब कैसे बचोगी साली साहिबा, जीजु ने कहा। जीजु के खुले जिस्म से चिपकाना रानू के लिए अलग ही अनुभव था। उसने जीजु को धक्का दिया और जीजु के साथ खुद भी सोफे पर गिर गयी। जीजु के हाथ मे एक बूब पूरी तरह से पकड़ में आ गया था। साली साहिबा तुम्हारे बूब्स बहुत ही सेक्सी है। रानू शर्मा गयी। तभी जीजु ने उसे चूमना शुरू कर दिया। रानू ने भी साथ दिया। रानू की चूमते चूमते उसके कपड़ो में हाथ डाल दिया और ब्रा का हुक खोल दिया। रानू को बैडरूम में ले जाकर लिटा दिया और टॉपलेस कर दिया। जीजु ने रानू से कहा कि मैं बहुत खुशनसीब हूँ कि मुझे इतने सेक्सी बूब्स को प्यार करने का मौका मिला है। जीजु रानू के बूब्स को प्यार से सहलाने लगे, हल्के हाथों से मसलने लगे। रानू को भी पूरा आनन्द आ रहा था। ये उसके जीवन का प्रथम अनुभव था। जीजु कभी बूब्स चाटते तो कभी चुमने लगते। रानू ने देखा था कि जीजु कैसे दीदी के बूब्स के साथ खेलते है। पर जीजु तो उसके बूब्स को दीदी के बूब्स से भी ज्यादा अच्छे तरीके से प्यार कर रहे है। जीजु बहुत देर तक उसके बूब्स से खेलते रहे। रानू को नंगा करके उसकी चूत को भी प्यार किया। फिर अपने लंड को उसकी चूत में डाला। कुछ झटकों में ही रानू और जीजु झड़ गए। जीजु ने रानू से कहा कि मैं पहली बार इतनी जल्दी झड़ा हूँ। ये तुम्हारे बूब्स का ही कमाल है। उसे अब समझ आ रहा था कि दीदी चुदाई के समय गंदी बाते क्यूँ करती है। इसका मजा ही अलग है। उसने जीजु से पुछा- क्या आपने शादी के पहले चुदाई की थी। जीजु ने उसे बताया कि वो जब होस्टल में रहते थे तब होस्टल के सामने एक पान वाले कि दुकान थी। उस पान वाले से जीजु की अच्छी बात थी। पान वालो को बैंक से लोन लेना था और उसके लिए कुछ कागज पूरे करने थे। उसने जीजु को छुट्टी वाले दिन अपने घर बुलाया था। जीजु का मन तो नही था पर उन्हें जाना पड़ा। उस पान वाले कि बीवी भी पड़ी लिखी नही थी। जीजु ने उसके कागज देखे, फॉर्म भरा और कहा कल बैंक चलते है। बैंक से लोन होने के बाद, पान वाले ने जीजु को पार्टी दी, दोनों ने दारू पी। पान वाले ने कुछ ज्यादा ही पी रखी थी। जीजु उसे घर तक छोड़ने गये।
वहा पान वाला जमीन पर ही लेट गया। उसे नींद आ गयी। जीजु ने पान वाले कि बीवी से कहा कि उन्हें उठा कर पलंग पर सुला देते है। पान वाले कि बीवी जैसे ही उठाने के लिए नीचे झुकती है, उसका पल्लू सरक जाता है, और उसके आधे बूब्स जीजु को दिखने लगते है। ये देखते ही जीजु का लंड खड़ा होने लगता है। पान वाले कि बीवी जैसे ही देखती है कि जीजु उसके बूब्स को देख रहे है वो गुस्से में आ जाती है और जीजु को घर से बाहर धक्का देने लग जाती है। जीजु भी थे तो नशे में, वो पान वाले कि बीवी से बोल देते है कि आपके बूब्स बहुत सेक्सी है। और उसके बूब्स दबा देते है। पान वाले कि बीवी इस हमले के लिए तैयार नही थी। जीजु इस बात का फायदा उठा कर उसे चूमने लग जाते है। पान वाला अपनी बीवी के साथ कभी कभी ही चुदाई करता था। पहली बार इस तरह का चुम्बन किया था पान वाले कि बीवी को किसी ने। एक जवान लड़के के हाथों पान वाले कि बीवी फिसल गई और वो भी चूमने लगी। अब दोनों अपने आप को रोक नही पाये। जीजु ने पान वाले कि बीवी को नंगा कर दिया। पान वाले कि बीवी ने जब जीजु का लंड देखा तो जीजु से बोली तुम्हारा लंड तो मेरे पति से ज्यादा लंबा और मोटा है। आज पान वाले कि बीवी के लिए चुदाई का अनुभव बहुत अलग था। आज उसे पहली बार चुदाई का असली मजा आ रहा था। इस चुदाई ने उसकी चूत की प्यास और बढ़ा दी और वो जीजु से एक और बार चुदी। उस रात वो जीजु से दो बार चुदी तब उसे ठंडक मिली। जीजु की चुदाई की कहानी सुनते सुनते रानू फिर से उत्तेजित हो गयी। जीजु का भी लंड खड़ा होने लगा। जीजु एक बार फिर रानू के बूब्स पर टूट पड़े और रानू भी जीजु के लंड को हाथ मे खेलने लगी। जीजु रानू के बूब्स से फिर पागल हो रहे थे। रानू का मन अब चुदने का हो रहा था। जीजु को भी लगा कि इसके बूब्स फिर से मेरे लंड का पानी निकाल दे उसके पहले रानू को एक बार फिर से चोद दूँ। रानू और जीजु जल्दी झड़े। जीजु के लिए भी इतना सेक्सी अनुभव पहली बार था। रानू अगले ही दिन वापस चली गयी। उसे लगता था कि वो वहा ज्यादा रुकी तो दीदी जीजु का रिश्ता न बिगड जाए।
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(16-03-2021, 08:36 AM)Eswar P Wrote: Nice update bro shukriya
Thanks for appreciation. Ese hi aap logo ka pyar milta rahe
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