22-12-2020, 10:13 AM
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Adultery रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड
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22-12-2020, 10:13 AM
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22-12-2020, 11:22 AM
सुपर मार्केट पहुंचकर पहले एक केक ऑर्डर किया जिस पर हैप्पी बर्थ डे सुनिलं लिखने को दी और फिर पास में मॉल में जाकर उसी ब्रा पेंटी सेक्शन में पहुंची जहां पर संयोग से एक ही कस्टमर था और वो लड़का खाली था ।
मेने लड़के को दूसरे काउंटर पर बुलाया और उसको अपने ब्लाउज का बटन खोलकर चूची के ऊपरी हिस्से के दर्शन करवाये । लड़का ,--अरे आप तो वही है जिसने उस दिन डिल्डो खरीदा था । में ,--तुम्हारी याददाश्त कमजोर है उस दिन टॉयलेट में तुम्हारी मुठ मारी थी । लड़का ,--अरे भाभी उस दिन के बाद से रोज इंतजार रहता है आपका ।पर उस दिन तो आप बिलकुल अलग दिख रही थी । में ,--तो क्या हुआ, तुझे आज भी मुठ मरवानी है क्या । लड़का ,--भाभी आज तो आप उस दिन से बिलकुल मूड में लग रही है ।बोलिये आज क्या सेवा करूँ । में ,--मुझे फीमेल वियाग्रा टेबलेट चाहिए । लड़का ,--देता हूँ पर आज आप गलत समय पर आई हैं इस समय ग्राहक रहते हैं । में ,--ठीक है मुझे पांच देबलेट दे दो कभी दिन में आकर तुमको एन्जॉय करवा दूँगी । लड़का ,--पर ये बहुत महंगी है फॉरेन से आती है । में,--अरे तुमको में इसकी कीमत से ज्यादा मज़ा करवा दूँगी । इसके साथ ही मेने ब्लाउज को पूरा नीचे करके उसको अपनी निप्पल दिखाई तो लड़के ने सामने की तरफ देखा कि कोई देख तो नही रहा फिर चुपके से मुझे पांच टैबलेट पकड़ाई जिसे मेने अपने ब्लाउज में छुपाया और इधर उधर सेल्फ में रखे सामान को देखते हुए बाहर आ गयी । फिर सुपर मार्केट से केक लिया और मेडिकल स्टोर से नींद की टेबलेट लेकर जल्दी से फ्लेट पहुंची और फ्लेट का ताला खोलकर केक को फ्रिज में रखा और खाना बनाने में लग गयी । थॉडी देर में अमित आया तो दोनों ने एक साथ बेठकर खाना खाया और फिर अमित रूम में जाकर कंप्यूटर में वही कुकहोल्ड वाला स्टोरी पढ़ने बैठ गया और में किचन में बर्तन बगैरह धोकर दूध में टेबलेट मिलाकर लायी तो अमित पेंट को नीचे करके लण्ड को मुठिया रहा था मेने देखा तो उसको कहा ,--आज तो खुद ही चालू हो गए ऐसा क्या पढ़ रहे हो । अमित ,--यार गजब की कहानी है इसमें पति अपनी बीबी को डेट पर लेकर जाता है और फिर डेट पर लेजाकर खुद अपनी बीबी को उसके बॉयफ्रेंड से चुदने के लिए तैयार करता है । में ,--और तू कुक इसे पढ़कर अपना हिला रहा है । अमित ,--आह...मज़ा आ गया । इसके साथ ही अमित के लण्ड से वीर्य की धार निकली और वो ठंडा हो गया । मेने उसको दूध की ग्लास पकड़ाया और बोली ,--लो दूध पियो फिर वापस एनर्जी आएगी । अमित ने दूध का गिलास लिया तो मेंने बाहर आकर सीमा के फ्लैट की चाबी ली और नीचे आकर उसका फ्लेट खोला फिर सीमा का बेड पर नई बेडशीट बिछा कर फ्लेट का गेट खुला छोड़कर वापस ऊपर आयी तो देखा अमित सो चुका था । मेने घड़ी देखी तो साढ़े दस बज चुके थे इसलिए जल्दी से कपड़े खोले और नंगी होकर नहाने चली गयी । बाथरूम में अच्छे से स्नान किया अपने सारे अंगो को अच्छे से साफ किया और बाहर आकर एक सेक्सी सा ब्रा पेंटी पहना और साड़ी पहनकर खुद को तैयार किया और फिर चौड़ी सी मांग भरी ताकि ससुर जी को लगे कि में उनकी संस्कारी बहू हूँ मुझे तैयार होने में आधा घंटा लग चुका था । तभी मेरा फोन बजा तो देखा सरजू देवी थी उसने बताया कि वो नीचे आ चुकि है मेने उनको फोन से पूरे फ्लेट में कहा क्या है वो बताया औऱ एक बार फिर से ना आने की नोटँकी की जिसपर सरजू ने फिर ऊंच नीच समझा कर मुझे समझाया तो मेने दस मिनट बाद आने का बोलकर फोन रख दिया । फिर दस मिनट बाद फ्रिज से केक निकाला और फ्लेट को लॉक करके नीचे आयी और सीमा के फ्लैट का गेट खोलकर अंदर आयी तो सरजू देवी हाल में बैठी मेरा इंतजार कर रही थी ।मेने केक टेबल पर रखा औऱ सरजू देवी के पैरों में झुककर प्रणाम किया । सरजू देवी ने पहले पुत्रवति होने का आशीर्वाद दिया और मेरे ललाट पर किश करके अपने पास सोफ़े पर बिठा लिया। मैं ,--मम्मी मुझे अभी भी ये सब अच्छा नही लग रहा । सरजू ,--एक बार तुझे सुनिलं ने मसल दिया ना तो फिर देखना तू तो खुद मुझे कहेगी । में ,-अभी दिन में आप को देखा था कितना चिल्ला रही थी मुझे तो डर लग रहा है । सरजू ,--पागल वो ही मज़ा था जब मर्द रगड़ कर चीखें निकलवा दे उसी में औरत को चुदाई का असली मज़ा आता है ,आज दिन में बहुत दिनों के बाद ऐसा मज़ा मिला है वो भी तेरी वजह से । में ,--मेरी वजह से कैसे । सरजू ,--सुनिलं चोद मुझे रहा था पर उसकी कल्पना में तुम थी इसलिए वो तुमको सोचकर मेरी मार रहा था । मैं ,--पर आपको दर्द नही हुआ उसके बाद । सरजू ,--नही रे बस हल्का दर्द है जो सुबह तक ठीक हो जाएगा । में ,--रुकिए में आपको टेबलेट देती हूँ किचन में रखती है सीमा । फिर में किचन में गयी और ब्लाउज में रखी एक फीमेल वियाग्रा खुद खाई और दुसरीं का रैपर डस्टबिन में डालकर पानी का गिलास लेकर सरजु के पास आई और उसके मुंह मे टेबलेट रखकर पानी पिला दिया । सरजू ,--बहु तुझे एक बोलू क्या अगर तू माने तो । में ,--आप मेरी सासु मां है फिर मम्मी भी तो आपकी बात क्यों नही मानूँगी। सरजू ,--फिलहाल तो तू मुझे सहेली या दीदी समझ कर ही बात मान ले । मैं ,--पर आप बोलेंगी तब ना । सरजू ,--आज दिन में मुझे बहुत अच्छा लगा था जब तुमने मुझे सुनिलं के कहने पर गन्दी गालियों दी थी । में ,--पर मेने तो सोचा था आप नाराज हो जाएगी । सरजू ,--मुझे चुदवाते समय गाली सुनकर मज़ा आता है और गाली देने में भी । में ,--पर आप ने दी तो नही । सरजू ,--मुझे डर था तुम पढ़ी लिखी हो कहीं नाराज नही हो जाओ पर में अब चाहती हूं कि जैसे तुमने मुझे गाली दी थी वैसे ही में भी तुमको चुदबाटे समय गन्दी गाली दूं। में ,--पर दीदी आप को पता है उन गलियों का मतलब क्या होता है। सरजू,--रेखा तू आज रात मुझे सरजू बोल कर ही बुला और सब गालियों का मतलब मुझे पता है पर चुदने के समय सब अच्छा लगता है । मैं ,--पर आप मुझे रण्डी बोलेगी तो आपको क्या अच्छा लगेगा । सरजू ,--यही की मेरी बहु भी मेरे जैसी रण्डी बन गयी जो मेरी तरह अपने पति से संतुष्ट नही है ओर अपनी प्यास बुझाने के लिए किसी पराए मर्द का बिस्तर गर्म कर रही है और जो औरत अपने मर्द के अलावा किसी और से चुत मरवाये वो रण्डी से कम नही होती । मैं ,--और बाकी गाली । सरजू ,--अब मान भी जा ना । में ,--ठीक है रजु , तू भी क्या याद करेगी । सरजू मुझे गले लगाकर ,--तूने इतनी चौड़ी मांग क्यों भरी है आज । मैं ,--ताकि तेरे यार को लगे कि वो अपनी ब्याहता बहु के साथ हमबिस्तर हो रहा है । सरजू ,--तुझे भी इन चीजों का बहुत ध्यान रहता है अब तुझे इसका दूसरा मतलब बताती हूँ कुछ जगह चुत को मांग भी बोलते हैं और तेरी ऊपर की चौड़ी मांग का मतलब है कि ऊपर की तरह नीचे की मांग भी चौड़ी कर दो । में ,--अब आप ने ठान ली है चौड़ी करवाने की तो में क्या कर सकती हूँ। सरजू ,---तो फिर तू तैयार है मेरे कहे अनुसार करने को। में सरजू के कान में ,--हां सरजू मेरी रण्डी सासु तेरी बहु भी आज से तेरे जैसे बेशरम और बाज़ारू औरत बन कर तेरी तरह जियेगी । सरजू ,--तो फिर चलें तेरे आशिक के पास। में ,--नही बारह बजने वाले है पहले तेरे यार का बर्थडे मनाते है उसके लिए केक लायी हूँ वो कटवा लेते हैं यही हॉल में । सरजू ,--आज से सुनिलं तेरा भी यार है और तू उसको जब तक हम तीनों के अलावा कोई पास ना हो सुनिलं ही बुलाना। मेने डिब्बे में से केक बाहर निकाला और उसे टेबल पर रख दिया ।सरजू केक देखकर बहुत खुश हुई और सुनिलं अंकल को आवाज लगाई । अंदर से सुनिलं बाहर आया उसने पेंट शर्त पहन रखी थी और बहुत ही हैंडसम लग रहे थे ।में आगे बढ़कर उनके पैरों में झुकी तो सरजू भी मेरे साथ सुनिलं अंकल के पैरों में झुक गयी । सुनिलं अंकल ने दोनों के सर पर हाथ रखा और बोले ,--खुश रहो मेरी राण्डों । औऱ दोनों को अपनी दोनों बाजुओं मेभरकर बारी बारी से गाल पर किश किया । में ,--अंकल केक काटिये । सरजू ,--रेखा आज रात ये भड़वा तेरा अंकल नही तेरा ग्राहक है और ग्राहक को उसके नामसे बुलाते है क्यों बे भोसडी वाले । सुनिलं ,--रेखा तुम जैसा रजु बोलती है वही करो मुझे अच्छा लगेगा । में मनमे सोचने लगी कि अपने बाप से भी बड़ी उम्र के आदमी को उसके नाम से कैसे बुलाऊँ पर फिर सोचा इन दोनों को जवान बने रहना है शायद, पर मुझे क्या । मैं ,--सु...नील चल बारह बज गए अब केक काटकर हमारा मुँह मिठा करवा दे । सुनिलं टेबल के पास चलकर आया और चाकू ढूंढने लगा । सुनिलं ,--चाकू कहा है चाकू तो लाओ । में ,--चाकू तेरी पेंट में है सुनिलं पेंट खोलकर निकाल लो। सरजू ने जब ये सुना तो वो समझ गयी में कोन से चाकू की बात कर रही हूं इसलिए वो सुनिल के सामने गयी और उसकी पेंट की बेल्ट खोलकर उसके पेंट को नीचे सरका दिया औऱ फिर उसकी लंगोट को भी खोल कर पैरों में से निकाल दिया । अंकल का लण्ड पूरा अकड़ा हुआ था और टेबल से थोड़ा नीचे था तो मेने पास में पड़ा लकड़ी का पीढ़ा रख दिया जिस पर अंकल खड़े होगये और मेने केक को टेबल के बीच से अंकल के लण्ड के नीचे कर दिया ।जिससे केक के ठीक नीचे केक था । रजु ,--सुनिलं अब अपने इस बड़े चाकू से काट दो । अंकल ने अपना लण्ड हाथ से पकड़कर नीचे किया तो हम दोनों ने हैप्पी बर्थ डे सुनिलं बोला और अंकल ने अपना लण्ड केक में घुसा कर निकाल लिया उनके लण्ड पर पूरा केक लग चुका था जिसे वो घूमकर सरजू की तरफ हो गए । सरजू ने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे भी अपने साथ झुका लिया और लण्ड से केक चाटने का इशारा किया । दोनों सास बहू ने एक साथ जीभ निकाली और सुनिलं अंकल के लण्ड पर लगे केक को दोनों तरफ से चाटने लगी ।दोनों ने पूरा केक चाट लिया तो सुनिलं अंकल ने एक बार फिर से लण्ड को केक मे घुसाया और दोनों को केक खिलाया। दोनों ने पूरा लण्ड चाट चाट कर साफकर दिया जिसमे सुनिलं अंकल का प्रीकम भी मिक्स हो गया और सुनिलं अंकल के लण्ड को लोहे की तरह शख्त बना दिया। सुनिलं ,--अब मुझे भी केक खाना है । मैं ,--अरे राजा तुझे भी खिलाएंगे पर हाथ से नही दूध मिक्स करके और तुमको भी सीधे मुंह से खाना पड़ेगा क्यों रजु रानी ।पहले आप खिलाओ फिर में क्यों । इसके साथ ही मेने सरजू की साड़ी पिन खोली और उसके ब्लाउज को निकालकर फेंक दिया और ब्रा को खोलकर टॉपलेस कर दिया और सरजू के बूब्स को केक पर झुका कर उसके बूब्स को केक लगा दिया । में ,--सुनिलं तेरी रानी आज तुझे बर्थडे पर अपने बूब्स से केक खिलाएगी ले राजा खा लो । सुनिलं सरजू के बूब्स पर झुक गया और अपनी जीभ से दोनों चूची को चाटने लगा । सरजू लंबी सिसकियां लेते हुए एक हाथ चुत मसलते हुए ,--आह ....खा ले राजा मेरी पढ़ी लिखी बहु ने क्या गजब का बर्थडे मनाया है तेरा राजा मज़ा आ गया । सुनिलं अंकल ने ये सुनते ही मेरे हाथों को चूम कर ,--आखिर बहु किसकी है जैसी सास वैसी बहु । सुनिलं ने पूरा केक चाट लिया तो सरजू बोली ,--रेखा तू भी अपने यार को केक खिला दे । में ,--क्यों नही आखिर अंकल का बर्थडे स्पेशल जो बनाना है । और फिर मेने अपनी साड़ी और ब्लाउज ब्रा को खोलकर अपनी पूरी छाती को केक पर रखकर केक लगाया और सुनिलं अंकल के सामने खड़ी हो गयी ।सुनिलं अंकल ने बड़े ही सेंसिटिव तरीके से केक को चाटना शुरू कर दिया जिससे मेरी सिसकी रोकना मुश्किल हो गया। जारी रहेगी..............
26-12-2020, 07:55 AM
सुनिलं अंकल ने मेरी पूरी छाती पर लगे केक को चाट लिया था और में अपनी सास के साथ टॉपलेस खड़ी होकर सुनिलं अंकल से अपनी निप्पल चुसवा रही थी इधर सुनिलं अंकल भी आधे नंगे थे उनका पेंट और लंगोट गायब थे शर्ट पहने थे ।उनका विशाल लण्ड पूरा खड़ा था जो सख्त होकर शर्ट को ऊपर उठाएं हुआ था।और वो पूरी मेहनत से मेरी नंगी छाती को चाट रहे थे।
सरजू जो मुझे सुनिलं अंकल से मुझे बूब्स चटवाते देख रही थी अपनी चुत को साड़ी के ऊपर से मसल रही थी उसको वियाग्रा खाये काफी देर हो चुकी थी उसके जैसी गर्म औरत जो चुदने के लिए अपने यार के साथ मुंबई आ गयी थी निश्चित ही पहली बार वियाग्रा से हालत खराब होनी ही थी । में जानबूझकर सुनिलं को अपने से चिपकाए खड़ी थी ताकि सरजू थोड़ा सा तड़पे ।पर सरजू से बर्दाश्त नही हुआ और वो बोली । सरजू ,--सुनिलं अब तो केक खत्म हो गया अब बहु को छोड़ दो । सुनिलं ,-रजु आज बहुत दिन बाद संतरे चुसने को मिले हैं आम चूस चूस कर मुंह का स्वाद कुछ अलग टेस्ट को तरस गया है । सरजू ,--तो अंदर चलकर आराम से पियो ना । मैं ,--आह ....सुनिलं पी लो सारा रस इन संतरों का इसके बेटे में दम नही संतरे का जूस पीने का ,आज इनमें एक भी बूंद रस कि मत छोड़ना । सरजू ,--सुनिलं अब मुझसे बर्दास्त नही हो रहा प्लीज । मैं ,--अरे रजु रानी तुझे चुदवाने की कितनी जल्दी हो रही है पहले सुनील का बर्थडे तो ठीक मना लेने दो । और फिर में सुनिलं से अलग हुई और सरजू की साड़ी और पेटोकोट को खोलकर रख दिया और उसको डाइनिंग टेबल पर सुला दिया और केक को मुठी मैं भरके उसकी चिकनी चुत पर मल दिया और सुनिलं को बोली ,--राजा लो अब केक को मलाई के साथ खाओ । सुनिलं सरजू की चुत पर झुक गया और सरयू को चुत पर लगे केक के साथ चुत चाटने लगा जिससे सरजू की आहें पूरे हॉल में गूंजने लगी । मैं टेबल के दूसरे सिरे जिधर सरजू का सर था उधर गयी और अपने होठों को सरजू के होंठ पर रखकर चुसने लगे और अपने दोनों हाथों से सरजू के बड़े बड़े बूब्स को मसलने लगी ।सरजू की सिसकियां मेरे मुंह मे दबकर रह गई और वो कसमसाने लगी । सुनिलं अंकल ने चुत के ऊपर से पूरा केक चाट लिया तो अपनी जीभ को नुकीली करके सरजू की चुत में घुसा दिया और सरजू की चुत से निकलने वाले पानी को स्वाद लेकर खा रहे थे जिससे सरजू पूरी मदहोश होकर अपने हाथ इधर उधर पटक रही थी ।उसने अपना मुंह मेरे होठों से अलग करके सुनिलं से कहा। सरजू ,--साले अब अपना लण्ड डालकर चोद दे मुझसे अब बर्दाश्त नही हो रही है। मैं सरजू के कान में मुंह लगाकर ,--रानी सुनिलं तुझे तभी चोदेगा जब तू मेरी बात मानेगी । सरजू ,--बोल मुझे तेरी सब बातें मंजूर है । में ,--तू सुनिलं से चुदवाकर चुपचाप दूसरे कमरे में जाकर सो जाना में वापस जाने के समय तुझे तेरे यार के हवाले कर दूंगी । सरजू ,--ठीक है पर अब मुझसे तुझे क्या शरम । में ,--मुझे भी तेरे यार के साथ एन्जॉय करना है और तेरे सामने में पूरा खुल कर बोल नही पाऊंगी । सरजू ,--ठीक है मे खुद ही दूसरे कमरे में चली जाऊंगी वैसे भी दिन भर से थकी हुई हूँ । में ,--सुनिलं अंकल अब आप रजु की चुत से जीभ निकाल लीजिए और ऐसे ही खड़े खड़े अपना हथियार इसकी चुत में डालकर पेलिये । सुनिलं ने इतना सुनते ही खड़े होकर अपना लवड़ा सरजू की चुत पर लगाया और सरजू के पैरों को हाथ से पकड़कर धीरे धीरे से सरजू की चुत में लण्ड डालकर चोदने लगे । मेने भी अपने हाथ सरजू की विशाल चुचियों पर तेजी से चलाने शुरू किए और उसकी निप्पल को पकड़कर जोर जोर से खींचने लगी जिससे सरजू की चीखें निकलने लगी । सरजू ,--उफ......बहु मेरी निपल उखाड़ेगी क्या सुनिलं पेलो कसकर में ज्यादा देर नही टिक पाऊंगी । मैं ,--ससुर जी जोर से चोदिए मेरी सासू मां को आज आपकी बहु आप से अपनी सासु की चुदाई की भीख मांग रही है । सुनिलं ,--आह ह ह ...…...ले रजु रण्डी तेरी चुत को चोदते हुए तीस साल होगये पर तेरी चुत आज भी उतनी ही गर्म है ले रानी अब झेल मेरे लण्ड को । सुनिलं ने अपनी स्पीड बढाई और राजधानी एक्सप्रेस की तरह सरजू को पेलना शुरू कर दिया ।लगभग दस बारह मिनट में सरजू की चुत ने पानी बहा दिया और वो मुझे हाथ से दूर कर दी । सुनिलं भी समझ गया और वो अपना लण्ड जिस पर रजु की चुत का सफेद पानी लग गया था उसको बाहर निकाल लिया । सरजू टेबल से उठकर खड़ी हुई और बोली ,--सुनिलं में दूसरे रूम में सोने जा रही हूँ तुम बहु को आराम से करना और सारा पानी मेरी बहु की चुत में गिराना । उसके बाद सरजू दूसरे रूम में नंगी ही जाकर बेड पर गिर गयी तो मेने बाहर से गेट को लॉक कर दिया । सुनिलं मेरे पास आया और मेरी साड़ी को खींचकर शरीर से अलग किया और मुझे गोद मे उठाकर लाया और मुझे बेड पर बिठा दिया ।फिर अपना शर्ट खोलने लगा । मैं ,--राजा ऐसी भी क्या जल्दी है अभी पूरी रात बाकी है आराम से मज़े करेंगे । सुनिलं ने शर्ट के बटन वैसे ही छोड़ दिये और मेरे पास आकर बैठ गया । सुनिलं ,--रेखा एक बात तो पक्की है तू सरजू से कम खिलाड़ी नही है । मैं ,--खिलाड़ी क्या होती है जो बोलना है खुलकर बोलो अब जब तुमने देख लिया तो शब्दों का सही इस्तेमाल करो । सुनिलं ,--तुमभी रजु से कम चुड़कड नही हो । में ,--अच्छा ऐसा क्या देखा जो ये उपाधि दे रहे हो । सुनिलं ,--आज दिनमे तुमने रजु को चोदते समय अपनी चूची और चुत दिखाई उसी समय मुझे लग गया कि तुम भी ऊंची खिलाड़ी हो । में ,--उसे खिलाड़ी बोलते हैं क्या रजऊ । सुनिलं ,--बोलते तो उसे रण्डी है पर ये बात मुझे अच्छी नही लग रही तुम जैसी घरेलू औरत के लिए । में ,--तो सरजू घरेलू औरत नही है । सुनिलं ,--वो तो रण्डी है उसका पेट मेरे अकेले से नही भरता । में ,--फिर । सुनिलं ,--उसको नए नए लण्ड चाहिए जिसके कारण मुझे उसको कई दोस्तो के पास भेजा है । मैं ,--ओह तो ये बात है । सुनिलं ,--सिर्फ यही नही उसने मुझे भी खुश रखने के लिए कई लड़कियां फ़साई है मेरे लिए । मैं ,--जैसे मुझे । सुनिलं ,--देख मेने ये अपनी झांट के बाल ऐसे ही सफेद नही किये ।में अमित की शादी अपने दोस्त की सुशील कन्या से करवाना चाहता था पर अमित ने उसको इसलिए रिजेक्ट कर दिया क्योंकि उसका किसी के साथ अफेयर नही था ।अमित को एक चालू लड़की से शादी करनी थी ।जो तुम से पहली बार मिलते ही समझ मे आ गयी । मैं ,--क्या समझ आयी मुझे भी समझाइए । सुनिलं ,--अमित की मम्मी को में शादी से पहले से चोद रहा हूँ अब उसकी बदकिस्मती कहो कि गलती से उसकी बच्चेदानी में मेरी जगह तेरे असली ससुर का वीर्य चला गया और वो अपने बाप की तरह गांडू बन गया । मैं ,--और फिर रीता । सुनिलं ,--रीता को रजु ने एक चिड़िया की तरह पिंजरे में रखा है उसको समझदार होते ही होस्टल में रख दिया और अब उसको घर में कैद किया हुआ है । में ,--अगर उसको खुला छोड़ दे तो । सुनिलं ,--अगर उसमे हम दोनोमे से किसी के भी अनुवांशिक गुण आये तो पक्का वो गर्म लड़की होगी । में ,--पर मम्मी बोल रही थी अमित के जन्म के बाद तो उसने ससुर जी से चुद वाया ही नही । सुनिलं ,--हां, पर मेरे जैसे कई यार रहे हैं उसके पता नही किसका बीज है । मैं ,--मतलब अगर आपको रीता मिले तो उसको भी । सुनिलं ,--तो साफ साफ सुन सरजू मेरी नज़र में एक रांड से ज्यादा कुछ नही जो अपनी प्यास बुझाने के लिए मुझसे पूरी की मत वसूल करती है । मैं ,--वो कैसे । सुनिलं ,--उसके दोनों बच्चे मेरे ही पैसों से पढ़े है उसके खुद के खर्चे मेरे दिए पैसों से चलते है । में ,--और आप को जो नए नए आइटम दिलवाती है उसका क्या । सुनील ,--उसने सिर्फ एक ही अच्छी लड़की मुझे दिलवाई है तुम्हारे सिवॉय । मैं ,--जब इतना बता दिया तो वो भो बता दीजिए । सुनिलं ,--पर तुम सरजू को नही बोलोगी ना । में ,--सोच लीजिये अगर रीता की फ्रेश चुत चाहिए तो बता दीजिए । सुनिलं ,--मुझे नही लगता सरजू ऐसा करने देगी । मेने अपना मोबाइल उठाया और उसमे सीक्रेट फोल्डर खोलकर रीता की नंगी फोटो दिखाई जिसे देखकर सुनिलं कि आँखो में चमक आ गयी । सुनिलं ,--तुम्हारे पास ये फ़ोटो कैसे आई । में ,--रण्डी की बेटी रण्डी ही होगी ना ये तो फड़फड़ा रही है अपनी नथ उतरवाने को और मेरे पास आते ही इसको आज़ाद कर दूंगी । सुनिलं ,--पर तुमको फायदा । में ,--जिस घर मे ससुर गांडू सास रण्डी और पति हिजड़ा हो तो ननद को रण्डी बनते ही मुझे ऐश करने से कोन रोकेगा । सुनिलं ,--तुम बहुत समझदार हो अगर रीता को मेरे नीचे ले आओ तो तुमको मुंह मांगी कीमत दूंगा । में ,--ऐसी क्या खास बात है रीता में ।सिवॉय सुंदर चेहरे के । सुनिलं ,--उसने मेरे बेटे को बिगाड़ दिया पर में कुछ कर नही सका । मैं ,--ठीक है पर नथ नही उतरवा सकती क्योंकि कोई भी लड़की पहली बार किसी हम उम्र लड़के के साथ ही सोना पसन्द करेगी ।उसको पहली बार मे कोई जवान आदमी ही पसन्द आएगा । सुनिलं ,--ठीक है पर बाद में तो हो सकता है । मैं ,--पक्का ,पर उसको अभी ट्रेंड करना पड़ेगा इसकी छाती को मसाज करके बड़ा करना होगा उसमे समय और ख़र्चा लगेगा । सुनिलं ,-ठीक है तुमको जो खर्च लगे वो में दूंगा मुझे बस एक बार रीता को करना है । मैं ,--डन, पर अब तो बता दो सरजू ने किस किस को चुदवाया तुमसे । सुनिलं ,--फ्रेश माल तो सरिता ही थी । मैं ,--सरिता भुआ जी । सुनिलं ,--हां उसको मेने ही जवान किया था पहली बार और रश्मि भी मेरी ही देन है । मैं ,--तुम तो पक्के जिगरी दोस्त निकले अपने दोस्त के परिवार में उसकी बहन बीबी के अलावा आज दोस्त की बहू को चोद कर दोस्ती निभा रहे हो। सुनिलं ,--मत भूल की तेरी सास एक रण्डी है । में ,--ओर में । सुनिलं ,--तुम कोनसी रण्डी से कम हो । मैं ,--ठीक है फिर में जा रही हूँ । सुनिलं ,--क्यों ,क्या हुआ । मैं ,--ये रण्डी अब बिना पैसे कुछ नही करेगी । सुनिलं ने अपनी सोने की चैन गले से निकाली और मुझे पहना कर बोला ये इनाम आज दिनमे मुझे एन्जॉय कराने का और फिर जेब से नोटों की गड्डी पकड़ा कर बोला ,--ये तेरी आज रात की कीमत अब बोल । मैं नोटों की गड्डी को साइड में रखकर ,--तो फिर कर ले अपनी कीमत वसूल । सुनिलं ने अपनी शर्ट के बटन खोले और फिर बनियान निकाल कर बोला ,--रण्डी अब नंगी होकर मुझे मज़ा दे। मेने एक झटके में अपना पेटीकोट का नाडा खोला और बोली ,-ले राजा तेरी रानी तैयार है । सुनिलं मेरे को पास खींचकर ,--पक्की वेश्या है तू जो बिना पेंटी के ही इतनी देर से मेरे पास बैठी हैं । जारी रहेगी...........
26-12-2020, 01:53 PM
Wah. Maja Aaya par subeh Hote hi Sunil aur sarju ko viday kro. aur Ritu ko bulao. RAjesh kam se kam 20 lakh to dega hi ritu ki natha utarneka aur rekhake liye dinukaka tadap rhe he. aur vo chudai samany nhi honi chahiye. thodi dominent mar mar ke rula rula ke honi chahiye.Bad me Amit ke Boss ke sath videsh yatra aur vha foring Boss ko khush kerke krodo ka fayda hone pe Boss amit ko partner Bnata he.
27-12-2020, 05:17 AM
Super update... Ban gayi randi aaj ..
28-12-2020, 03:43 PM
mast likho ho bhai....mast rand bahu aur us ki saas k yaar ki chudai dhamakedaar likhna...
29-12-2020, 12:12 PM
Agla update kab aa raha h??
29-12-2020, 01:26 PM
Update bhai
29-12-2020, 07:26 PM
सुनिलं का लण्ड जो काफी देर से खड़ा था उसने मुझे बिस्तर पर गिराया और धीरे धीरे मेरी चुत में घुसने लगा ।हालांकि ये पहली बार नही था पर सुनिलं को ये दिखाने के लिए जरूरी था कि जो वो सोच रहा है वैसे ही उसको कीमत सही लगे ।
पर जैसे जैसे उसने अपना लण्ड मेरी चुत में डाला मुझे एहसास हो गया कि उसका लण्ड एक बार फिर से मेरी चुत को फाड़ रहा हो । तभी मुझे उस बूढ़े हीरा लाल की बात याद आई जिसने कहा था कि मेरी चुत ही ऐसी है जो जितनी बार चुदती है उतनी ही बार वापस पैक हो जाती है और चुत पर बना तिल इस बात का गवाह है । सुनिलं पूरा लण्ड पेलकर ,--क्यों रानी कैसा है मेरा हथियार । में दर्द भरी आवाज में ,--बहुत सॉलिड है राजा पर अब जब घुस गया तो झेलना ही पड़ेगा आह..... सुनिलं धीरे धीरे से चोदते हुए ,--अरे इसलिए तो धीरे धीरे चोद रहा हूँ मुझे पता है तुमने ऐसा सॉलिड हथियार नही लिया होगा । मैं ,--आह थेंक्स राजा तुझे पता है नई चुत कैसे फाड़ी जाती है आखिर तूने पैसे देकर भी मेरी चुत का खयाल रखा हुआ है । सुनिलं ,--पैसे तो में वसूल करूंगा ही अभी तेरी चुत को अपने लण्ड के हिसाब से एडजस्ट होने दो । मैं ,--यही तो फायदा होता है अनुभव का आखिर तुमने बहुत सील खोली होगी ।मेरी तो फिर भी खुली हुई है । सुनिलं ,--हां , पर नई लौंडिया से तो चुदी चुदाई औरत ही ज्यादा मज़े करवाती है । सुनिलं अब धीरे धीरे स्पीड बढ़ा रहा था उसको अब बाकी के राज उगलवाने का समय आ गया था इसलिए मेने उसकी गाँड पर हाथ फिराते हुये पुछा। में, --आह ...राजा चोद मुझे भी सरिता जैसे गर्भवती कर दे आज । सुनिलं ,--तू पागल है क्या उस रण्डी की बातों में मत आना अभी तो तेरे खाने पीने के दिन है नए लण्ड खा और उनका ताजा पानी पी । मैं ,--पर ये गांव नही है जो किसी की पास भी सेट हो जाओ और मज़े कर लो । सुनिलं ,--तो उसके लिए मैं हूँ ना मेरे गांव नेता है यहां तू बोले तो उसको बोल देता हुँ तुझे रोज ऐश करवॉएगा और पैसे भी दिलवा देगा । मैं ,--मतलब रण्डी बाज़ी करूँ । सुनिलं ,--तो अभी कोनसी कम है तूने मुझसे अपनी कीमत तो ले ही ली । में ,--तुमको सब रण्डी ही लगती है क्या । सुनिलं ,--सब तो नही पर मेने जिसको भी अपने नीचे सुलाया है वो सब धंधा ही करने लग जाती है । मैं ,--तो सुनीता भुआ भी । सुनिलं ,--वही नही उसकी बेटी रश्मि भी बड़ी रण्डी बन चुकी है । मैं ,--इसका मतलब आप ने रश्मि दीदी की भी नथ उतारी थी । सुनिलं ,--मेने सुनीता को औरत बनाया था और शादी के दिन भी उसने फेरे लेने से पहले रजु की मदद से चोदा था जहां तक मेरा मानना है रश्मि भी मेरे ही लण्ड की पैदाइश है पर रश्मि को मेने नही उसको सोलहवें साल में ही चंदा ने किसी से चुदवा दिया था । मैं ,--आह ....तो फिर आपने नही भोगा उसको । सुनिलं ,--भोगा पर सरजू को नही पता इस बात का । मैं ,--वो कैसे संभव है । सुनिलं ,--उसको तो मेने सुनीता के घर पर सुनीता को पैसे देकर चोदा है । मैं ,---आह ...बड़ा चोदू है तू जो मां बेटी और सास बहू सबको एक ही लण्ड के नीचे सुला लिया । सुनिलं ,--अरे रानी ये लण्ड ही ऐसा है कभी मानता ही नही।इसको सिर्फ चुत दिखती है चाहे वो किसी की भी हो । सुनिलं को चोदते हुए आधा घंटा हो गया था इससे पहले वो सरजू को ठंडा कर चुका था इसलिए उसका पानी छूटने के कगार पर था और वो फुल स्पीड में लगा हुआ था पर मे वियाग्रा की वजह से अभी झड़ने वाली नही थी। सुनिलं ने तेज गति से धक्के लगाए और वो मेरे ऊपर ढेर हो गया तो मेने उसके बालों को सहलाते हुए कहा । मैं ,--तू तो अभी बड़ी बड़ी डींगें हांक रहा था इतना जल्दी खल्लास हो गया अब में क्या अंगुली करूँ । सुनिलं ने मुझे घूर कर देखा और फिर मेरी चूची पर किस करके बोला ,--रण्डी अभी तो एक ही राउंड हुआ है रात कहा बीत गयी ।पर तु भी चुड़कड रांड है जो इतनी देर तक मुझे झेल ली वरना अभी तक तो तीन चार बार झड़ कर पड़ी होती । मैं ,--अब तुझे कितनी देर लगेगी तैयार होने में मुझे ठंडा करो । सुनिलं ,--बस एक बार बाथरूम से होकर आता हूं फिर बताता हूँ। सुनिलं उठकर बाथरूम चला गया और मेने घड़ी में देखा तो रात के ढाई बजे थे यानी अभी भी बहुत टाइम था । तभी सुनिलं बाहर आया और बोला ,--रेखा तू रीता के बारे में कुछ बोल तो मेरा हथियार अभी खड़ा हो जाएगा। मैं ,--तुम कहो तो उसके मुंह से कुछ सुनवा दूं । सुनिलं ,--अरे तब तो मज़ा आ जायेगा । मैं ,--ठीक है पर तुम एकदम चुप रहना । उसके बाद मेने अपना फोन उठाया और रीता को डायल करके फोन को स्पीकर मोड़ पर डाल दिता। रीता ने लास्ट रिंग में फोन उठाया और बोली । रीता ,--भाभी इतना रात में कैसे फोन किया । में ,--अरे तेरे भैया आज नासिक गए उनकी याद आ रही थी उन्होंने फोन नही उठाया तो सोचा ननद को तंग करूँ। रीता ,--पर भैया के पास जो सामान है वो मेरे पास थॉडी ही है । मैं ,--सामान को खुलकर नही बोल सकती क्या कुतिया। रीता ,--अरे भाभी मेरे पास भी आपके जैसी चुत ही है भैया जैसे लण्ड थोड़े ही है । जब सुनिलं ने रीता के मुंह से लण्ड सुना तो उसके लण्ड में करंट लगा ओर वो सर उठाने लगा । मैं ,--लगता है तेरी चुत भी लण्ड मांगने लगी है अब । रीता ,--भाभी अब आप से क्या छुपाना अब अंगुली कर कर के थक गई आप ही कुछ करो । सुनिलं का लोडा पूरा टाइट हो गया था वो मुझे पकड़कर मेरे पैरों को चौड़ा करने लगा । में ,--रीता में तुमको सुबह फोन करूँगी ,तेरे भैया का फोन आ रहा है। रीता ,--बाय भाभी अब मेरी जगह भैया आपको अंगुली करने में मदद करेंगे। फोन काटकर मेने साइड में रखा तो सुनिलं फिर से मेरे ऊपर चढ़ गया और मेरी चुत की कुटाई करते हुए बोला ,--रेखा तू इसको मेरे नीचे ला सकती है तुझे क्या चाहिए बोल । मैं ,--तुम पहले सरजू को तैयार करो इस कली को मुंबई भेजने के लिए फिर में इसकी किसी हैंडसम लौंडे से नथ उतरवाऊंगी ।जब वो लौंडा इसको एक बार मसल कर चला जायेगा तब इसको दूसरे लण्ड से चुदने को तैयार करूँगी तभी ये तुमको मिल सकती है । सुनिलं चुदाई रोककर मेरे होठो पर किस करते हुए ,--शाबास मेरी रानी प्लान तेरा अच्छा है ये समझ ले बहुत जल्द ये तेरे पास होगी । मैं ,--जिस दिन मेरे पास आ गयी उसी दिन से में इसको तैयार करना शुरू कर दूंगी इसके संतरे जैसे बूब्स को नथ उतरने से पहले बड़े बड़े आम बनवा दूँगी और इसको मुजरा सिखाऊंगी जिससे तेरे जैसे भड़वे खड़े खड़े झड़ जाएंगे । सुनिलं ,--बना इसको टॉप क्लास तवायफ तभी सरजू को पता चलेगा कि दूसरों की औलाद को बिगाड़ने का क्या नतीजा होता है । मैं ,--लगता है सरजू ने तुम्हारा कुछ ज्यादा ही बिगाड़ दिया है । सुनिलं ,--उसने मेरे बेटे को कमसिन उम्र में ही जवान बना दिया और बिगाड़ दिया । मैं ,--तो उसको भी ऐश करने दो । सुनिलं ,--वो पढ़ाई लिखाई छोड़कर गांव में चंदा जैसी बिगड़ैल औरतों के पीछे घूमता है । मैं ,--तो उसे फिरने दो तुमको क्या फर्क पड़ता है । सुनिल,--अब वो मेरी जासूसी करता है और मुझे ब्लैकमेल करता है ।इसलिए मुझे रीता को सरजू से भी भी ज्यादा चुड़कड बनाना है । मैं ,--अरे तो राजा तेरी ये रानी है ना उस रीता को ऐसी टॉप की रण्डी बनाउंगी की रंडियाँ भी शर्मा जाएगी बस तू मुझे उसपर लगने वाले खर्चे के पैसे भेज देना । सुनिलं ,--अरे उसकी चिंता मत कर में वैसे भी महीने में एक बार तो मुम्बई आता ही हूँ आगे जब भी आऊंगा तुझे बुला लूंगा तू बस अपने साथ एक आध लड़की के जुगाड़ कर ले ।फिर तुझे नेताजी के साथ मज़ा करवाऊंगा और खर्च भी दे जाऊंगा। मैं ,--हो जाएगा राजा मेरे पास औरतों की कमी थॉडी ही है मेरी जान पहचान की कई घरेलू औरतें यही धंधा करती है उसको बुला लुंगी बस एक दो दिन पहले बोल देना । दोनों बातें करते जा रहे थे और सुनिलं मेरी चुत भी मारे जा रहा था अब में भी झड़ने के कगार पर थी इसलिए सुनिलं को दो चार लंबे शॉट लगाने को कहा और झड़ कर हांपने लगी । सुनिलं ने कहा कि उसका काम नही हुआ तो उसको हटाकर घोडी बन गयी और उसको गाँड मारने का बोलकर पानी गाँड में गिराने को कहा। सुनिलं लगभग दस बारह मिनट मेरी गाँड मारकर अपने वीर्य से गाँड को भर दिया और दोनो एक दूसरे की बाहों में समा गए । जारी है ............
29-12-2020, 10:22 PM
Superb.
29-12-2020, 11:05 PM
Kahani bhi aage badhai bhai..
29-12-2020, 11:16 PM
bahut khoob
30-12-2020, 02:30 AM
Rita ko jaldi se mumbai bulao.. or usko Randi bnao..
31-12-2020, 01:16 AM
Mast update..
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