30-09-2020, 05:54 PM
Please update komal ji
Adultery जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी
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06-10-2020, 08:01 PM
Waiting for your presence, komaalji
आरज़ूएं हज़ार रखते हैं
तो भी हम दिल को मार रखते हैं
13-10-2020, 05:11 PM
कोमल जी अपडेट दे दीजिए बहुत समय गुजर गया है अब तो
भूल गयी है क्या हम लोगों को
16-10-2020, 01:54 AM
(13-10-2020, 05:11 PM)@Kusum_Soni Wrote: कोमल जी अपडेट दे दीजिए बहुत समय गुजर गया है अब तो कोमल जी, निहारिका का प्यार भरा नमस्कार कैसी है आप ... कोमल जी न जाने कहाँ व्यस्त है ... जो भी हो सब ठीक ही हो . आपने मेरा मेसेज देखा अपने इनबॉक्स मैं ... मैंने पूनम जी को भी किया था ..... इन्तजार रहेगा आपकी निहारिका इंतज़ार मैं। ........ आपकी निहारिका सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें - लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका
16-10-2020, 10:41 PM
(16-10-2020, 01:54 AM)Niharikasaree Wrote: कोमल जी, कोमलजी, आती तो है और अपने बनाये महल को देख कर , पता नहीं कयो, चुपचाप चली जाती हैं. उम्मीद है कि सब कुछ ठीक है
आरज़ूएं हज़ार रखते हैं
तो भी हम दिल को मार रखते हैं
10-12-2020, 08:56 AM
कोमल जी कहाँ हो ?
कहानी के साथ लौट आओ ना तरस गयी है आंखे
25-12-2020, 01:27 PM
Merry Xmas Didi.
When we can expect new update in this thread?
27-12-2020, 08:38 PM
It may take sometime i am updating Mohe Rang de please do read and share your comments there
28-12-2020, 01:03 AM
I just don't want to spam there so didn't commented there.
Just read recent few updates of your story Mohe Rang de Correct me if I am wrong this story looks like extended universe of your previous stories likes of SSAH, Nanad Ne kheli Holi,Pehali Holi Sasural Main,Lalla fir khelane aayo hori.So I felt I read those stories somewhere. Are you thinking about writing new erotica story something very different??
11-01-2021, 02:18 PM
ब्रेक के बाद जल्द ही शुरू होगी ये कहानी भी ,
बस थोड़ा सा , इन्तजार ,
11-01-2021, 08:38 PM
(This post was last modified: 12-09-2021, 11:16 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मेरी छुटकी ननदिया - गुड्डी
पर घंटी घनघना उठी। एक दो बार नहीं लगातार , ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, और उन्होंने खुद गुड्डी का ब्लाइंडफोल्ड खोल दिया और माफ़ी के अंदाज में उससे वो बोले , " मैं भी न एकदम बेवकूफ हूँ , वो स्साला गांडू वर्मा होगा , मैंने उसे तीन बजे के लिए बोल रखा था ,लेकिन बस अभी गया अभी आया। " " अरे टरका दो न उसे ये आयी है ,... " मैंने उन्हें समझाया , पर गुड्डी हिम्मत बंधाते हुए बोली , " अरे भैय्या आप आराम से जाइये आराम से आइये , मैं कहीं भागी नहीं जा रही , अभी ५२ मिनट तो भाभी का कर्ज चुकाना है उसके बाद भी एक घंटे इसी कमरे में रहूंगी। शाम की चाय वाय पी के आराम से जाउंगी , जाइये मैं वेट करुँगी आपका। " उनके जाते ही मैंने दरवाजा बंद किया और गुड्डी को बाँहों में बांधते हुए बोली , गर्ली टाइम और अपनी ननद के टॉप ब्रा उतार के फर्श पे / एकदम भाभी वो बोली और मेरा ब्लाउज और मेरी ब्रा ,मेरी ननद के टॉप और ब्रा के साथ फर्श पर। वो गोरे गोरे मखमली टीन बूब्स , सच में कुछ तो था उनमें जो सारे शहर के लौंडे उन पे दीवाने थे। और पहली बार वो खुल के बाहर , टेनिस बाल की साइज के खूब कड़े कड़े , ' लौंडों को क्या बोलूं , गुड्डी की कच्ची अमियों ने तो मेरी भी हालत खराब कर दी। मेरी जीभ ने पहले उस मस्त माल के जोबन के बेस पे हलके हलके ,खूब हलके हलके लिक किया। फिर छोटे छोटे किस उसकी छोटी छोटी चूँचियों पर , वो भी मस्त हो रही थी , सिसक रही थी ,तड़प रही थी , पर मेरे हाथों ने सँड़सी की तरह उस किशोरी की नरम नरम कलाइयों को दबोच रखा था। उफ्फ्फ , उसके निप्स,सीना उठाये खड़े ,कड़े ,हलके हलके शहद के रंग के, छोटे छोटे मिल्क टिट्स , मुश्किल से आधे इंच के , लेकिन क्या जानमारु और मेरी प्यासी जुबान से नहीं रहा गया ,उसके जोबन के शिखर ,लिक लिक ,सपड़ सपड़ ,उन निप्स के बेस से ऊपर तक बार बार और उनकी छुटकी बहिनिया की हालत खराब थी ,नहीं भाभी नहीं ओह्ह उफ़ आअह्ह्ह , वो सिसक रही रही , तड़प रही थी। लेकिन उस स्साली ने तो मुझे भी तड़पाया था , बिचारे मेर वो भी तो जब से उसके जोबन आये थे ,तड़प रहे थे , तो मैं क्यों ,... कचकचा कर मैंने ,.... कुतर लिया। "उईईई ,ओह्ह्ह्ह नाहीईइ उईईईईई ,... वो चीखी " यही चीख सुनने के लिए तो मेरे कान तरस रहे थे ,छिनार। और अबकी मैंने और कस के उसके निप्स कुतर लिए। " उय्य्यी , नही आह्ह्ह्ह उईईईईईई " वो पहले से भी जोर से चीखी। और अबकी बाज की तरह मेरे होंठों ने उसके निप्स को झपट कर कैद कर लिया , पहले हलके हलके फिर जोर जोर से चूसने लगी। मेरे एक हाथ ने खींच कर उसके हाथ मेरे उभारों पर रख लिया , और अब वो भी , ... इस खेल की नयी खिलाड़न थी वो लेकिन सीखती बहुत जल्दी थी , कुछ देर में उसके हाथ भी मेरे बूब्स को दबा रहे थे सहला रहे थे ,मसल रहे थे। और मैंने तिहरा हमला बोल दिया , मेरा एक हाथ गुड्डी की चूँची रगड़ मसल रहा था , दूसरी चूँची मेरे होंठों के हवाले और मेरा दूसरा हाथ अब गुड्डी की स्कर्ट के अंदर घुसा ,उसकी गुलाबो का हाल चाल पूछ रहा था। दो इंच की थांग क्या बचाती उसको। कुछ देर तो मैंने लेसी थांग के ऊपर से चुनमुनिया को गदोरी से रगड़ा मसाला , फिर वो छोटा सा थांग का परदा सरका के मेरी उँगलियाँ , उफ़्फ़ , क्या रसीली फांके थीं , स्साली की। एकदम कसी लेकिन रस छलक रहा था गुड्डी के लेबिया से। नयी नयी ,बस खिली गुलाब की रसीली पंखुड़ियों की तरह , मखमली मुलायम। उंगलियों की टिप उन्हें सहलाती रही ,बहुत धीरे से ,हलके से ,और फिर दोनों भगोष्ठों के बीच , लेकिन वो बहुत कसी थी , ऊँगली की टिप भी घुसना मुश्किल ( और उसमे ,उसके भैय्या का बियर कैन साइज का मोटा बांस मैं घुसवाने वाली थी , हचाक ) मेरी उँगलियाँ वो जादुई बटन ढूंढने में लगी तो तो एकदम साध्वी को भी छिनार बना दे। मिल गयी वो ,उसकी क्लिट,एकदम ढंकी बंद , लेकिन थोड़ी देर की रगड़ घिस ने उसे भी मुंह खोलने पर मजबूर कर दिया। गुड्डी की जाँघे अपने आप फ़ैल चुकी थी ,योनि से हल्का हलका रस निकल रहा था और छोटे मटर के दाने के तरह उसकी क्लिट एकदम कड़ी उह्ह्ह उह्ह्ह ओह्ह्ह हाननं नाहीईईईई ,..... वो सिसक रही थी ,मुझसे चिपकी और उसके हाथ भी अब खुल के मेरे बड़े बड़े उभारों का रस ले रहे थे , अगर मैं दो चार और मिनट ऐसे करती तो मेरी छुटकी ननदिया झड़ने के कगार पर आ जाती लेकिन मैं उसको इत्ती जल्दी झाड़ने के चक्कर में नहीं थी। मैंने गियर चेंज किया , " सुन मेरी प्यारी प्यारी मीठी मीठी ननद रानी , चल एक सेल्फी लेते हैं न। ' उसके शहद से गाल चूमते मैं बोली।
11-01-2021, 08:45 PM
(This post was last modified: 12-09-2021, 01:12 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
सेल्फी
" सुन मेरी प्यारी प्यारी मीठी मीठी ननद रानी , चल एक सेल्फी लेते हैं न। ' उसके शहद से गाल चूमते मैं बोली। " ऐसे भाभी " एक पल के लिए वो घबड़ायी। " तो क्या हुआ ,हमी तुम तो है ,फिर तेरे फोन से लेंगे न ,तू ही लेना। चाहे तो बाद में डिलीट कर देना , तेरा नया आई फोन इनॉग्रेशन हो जाएगा। " मेरी एक चुम्मी और उसके रसीले होंठों पर , और वो मान गयी। आज कल की कौन लड़की एक सेल्फी पे रुकती है जो वो रुकती , फिर उसके भैय्या की गिफ्ट ,नया नया आई फोन। दर्जन भर से ऊपर , हम दोनों की कुछ में सिर्फ बूब्स के क्लोज अप्स, उससे फोन लेते हुए डिलीट करने के पहले मैने उसे चढ़ाया , अभी करेगी डिलीट या घर जा के कर लेना ,हिडेन फोल्डर में है ,किसी को ,... दिखेगा थोड़ी। " हाँ भाभी सही कह रही हो आप ,घर जाके डिलीट कर दूंगी " और उसने मुझसे फोन ले लिया , लेकिन उतना समय काफी था मेरे पास उन सारी फोटुओं को ८-१० जगह फारवर्ड करने के लिए ,और फिर क्रॉप कर के मेरी फोटो उन में से काट के हटाने का काम तो मेरेलिए मिनट भर का भी नहीं था। और कोई ट्रेस भी करेगा तो खींची भी उसके ही फोन से और फारवर्ड भी उसी के फोन से , लेकिन असली चीज तो बची थी " तेरे भैय्या एकदम बुधु हैं इत्ती मस्त लड़की इत्ते दिनों से उनके पास है और अबतक कोरी बची है ,कब की वो जवान हो गए ,पूरे शहर मोहल्ले को पता चल गया लेकिन ,... " खुद लाड़ से मुझे चिपकाती वो सुनयना बोली , " भाभी आप एकदम सही कहती हैं ,इस बारे में मेरी और आपकी राय एकदम है। " फिर वो खिलखिलाने लगी। मैंने उसका हाथ खींच के अपने बूब्स पे रख लिया और अपने हाथ से गुड्डी के हाथ से प्रेस करवाने लगी। " बिचारे तुझसे खुल के मांग भी नहीं पा रहे थे ,... " हँसते हुए ,उसके कच्चे टिकोरे दबाते मैं बोली। "एकदम भाभी " मेरे निपल अपने अंगूठे और तर्जनी के बीच में रोल करते हुए वो खिलखिलाते हुए बोली। " कभी इसको खिलाती विलाती ,प्यार दुलार करती हो न " अब मेरा हाथ उस किशोरी की खुली जाँघों के बीच था और उसकी चुनमुनिया मैं हलके हलके छेड़ रही थी। " ऊँगली वुगली , फिंगरिंग तो करती होगी अपने भैय्या का नाम ले के " मैंने उसकी लेबिया को दबोचते पूछा। " नहीं भाभी सच्ची ,नहीं " वो शर्मीली शरमाते शरमाते बोली। " झूठी " कचकचा के मैंने कच्चे टिकोरों पे अपने दांत गड़ा दिए। " ओके बहुत कम ,बस कभी ,जस्ट टच बहुत मन किया तो ,... " उसने कबूला। और मेरे हाथों ने उसकी थांग खोल के ऐसा फेंका की सीधे दरवाजे की सिटकनी पर वो टंग गयी। मेरे मन में कुछ और प्लान बन रहा था ,आज मैं उसके तन के साथ मन को भी खोल देना चाहती थी ,४२ मिनट अभी भी बचे मेरी ननद की गुलामी के। और मैंने उसके कान में कुछ फुसफुसाया। मुश्किल से वो मानी। " नो पिक्चर विक्चर भाभी " " एकदम " मैं मान गयी। मेरे उनके गुड्डी के सब के मोबाइल गुड्डी ने खुद ड्राअर में बंद कर दिया , मैं दूर हट गयी , अगले दस मिनट तक ,... सिर्फ मन की बात। तन की बात ,किशोर उँगलियाँ ,किशोर देह।
11-01-2021, 09:54 PM
Welcome again to this thread Didi.
Just one question are you going to modifying this story or it will be same as previous one?
12-01-2021, 08:31 AM
(11-01-2021, 08:45 PM)komaalrani Wrote: सेल्फी और मैंने उसके कान में कुछ फुसफुसाया। मुश्किल से वो मानी। उफ्फ ! कोमल जी इस अंदाज पे कुसुम कुर्बान है Love u मन की मुराद पूरी हो जाएगी अगला अपडेट सिर्फ भाभी,नणंद का होगा छै......! No भेद Waiting komal ji
13-01-2021, 08:14 AM
13-01-2021, 08:15 AM
13-01-2021, 08:16 AM
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