Posts: 25
Threads: 0
Likes Received: 1 in 1 posts
Likes Given: 0
Joined: Jan 2019
Reputation:
0
18-03-2019, 06:01 PM
(This post was last modified: 18-03-2019, 06:02 PM by Sjeet72. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
(16-03-2019, 10:10 AM)komaalrani Wrote: मेरी कहानी फागुन के दिन चार , पी डी ऍफ़ में ,...लिंक नीचे है ,
कृपया गुमनाम जी को इस बड़े उपन्यास का लिंक पोस्ट करने के लिए धन्यवाद जरूर दें , क्योंकि बहुत लोगों ने इस की मांग की थी
https://xossipy.com/thread-4434-page-4.html Thanks
बुुर का दिवाना
•
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
(18-03-2019, 06:01 PM)Sjeet72 Wrote: Thanks
होली की शुभकामनायें और मेरी नयी कहानी मोहे रंग दे पढ़कर अपनी राय बताएं आपको वही पूर्वांचल की महक इसमें मिलेगी ,....
•
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
18-03-2019, 09:55 PM
(This post was last modified: 05-07-2020, 11:41 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मिसेज खन्ना
घंटे बाहर माँ बेटी संवाद चलता रहा ,और जैसे ही मैंने फोन रखा मैंने देखा , मिसेज खन्ना की मिस्ड काल थी , गनीमत थी सिर्फ पांच मिनट पहले की।
……………….
मुझे मालूम था की मिस्टर खन्ना आज अब्रॉड से कम्पनी के टूर से आये होंगे ,
इसलिए मिसेज खन्ना थोड़ी बिजी होंगी। पर उनके फोन का मतलब था मैं उन्हें तुरंत फोन लगाऊं।
मिसेज खन्ना बहुत खुश थीं और मुझसे ज्यादा इनसे।
लेकिन उसके पहले जो उन्होंने बात की उसे शेयर करना भी मुश्किल।
पहली बार ,मिसेज खन्ना ने मुझसे ज्यादा , 'उनके ' बारे में बात की।
मैंने बड़ी मुश्किल से अपनी मुस्कराहट दबायी। यही तो मैं चाहती थी।
एक बार मिसेज खन्ना ने उन्हें 'नोटिस' कर लिया तो मिस्टर खन्ना भी उन्हें नोटिस कर ही लेंगे।
मिस्टर खन्ना को अगर सच पूछिये किसी पर फेथ था तो वो मिसेज खन्ना पर। ये बात मैंने
वहां ज्वाइन करते ही नोटिस कर लिया था ,समझिये एकदम पक्के जोरू के गुलाम ,आफिस के मामले में भी।
लेकिन दो बाते जो उन्होंने बाते वो इतनी बड़ी खुशखबरी थी की ,
एक तो कुछ उनके आफिस के 'रिऑर्गनाइज़ेशन' के बारे में थी।
इन्ही से रिलेटेड और मुझसे मेरी ख़ुशी छिपाये नहीं छिप रही थी।
जैसे मिस्टर खन्ना ,मिसेज खन्ना की कोई बात टालने की सोच भी नहीं सकते थे उसी तरह मिसेज खन्ना भी सब बातें मिस्टर खन्ना से शेयर करती थी हीं ,उनकी ओपीनियन भी लेती थीं।
यहां तक की लेडीज क्लब की भी , और उन्हें मेरा वो सजेशन बहुत पसंद आया , लेडीज क्लब का,हसबेंड डे मनाने का।
बल्कि उन्होंने अगले हफ्ते दस दिन में ही हम लोग कर लें क्योंकि उन्होंने फिर कहीं बाहर जाना था।
मिसेज खन्ना बोलीं ,की जो मैंने कहा था की उस दिन सब हसबैंड फीमेल ड्रेस में आएं
उस पर मिस्टर खन्ना ने कहा की ये सुपर्ब आइडिया है ,
और जो मेल कम्प्लीट फिटिंग वाले ड्रेसेज में आएंगे
उनका एक कैट वाक् भी होगा। और फिर फेमिनिन स्किल गेम्स ,...
जो फर्स्ट आएगा उसके लिए एक सरप्राइज पैकज होगा।
सरप्राइज पॅकेज भी मिसेज खन्ना ने बता दिया ,
चार दिन पांच राते अंडमान में ,एक सेवन स्टार होटल में कंपनी के कास्ट पे ,कम्प्लीट पैकेज।
फ्लाइट ,होटल ,स्पा ,गिफ्ट वाउचर्स।
और उन्होंने ट्रिक भी बता दी ,मैं तो तेरे वाले पे दांव लगाउंगी। ड्रे
स परफेक्ट होनी चाहिए , मिस्टर खन्ना ही जज रहेंगे , और हाँ उसी दिन उन्होंने बोला है
उसी कम्प्टीशन के बाद लेडीज क्लब की सेक्रेटरी भी वो अनाउंस करेंगे।
मेरे लिए स्टेक अचानक बढ़ गए।
मेरे लेडीज क्लब की सेक्रेटरी और चार दिन की ट्रिप के साथ मुझे उनकी फिकर लग रही थी।
दो महीने के बाद एनुअल असेसमेंट का टाइम था।
और इनके यहाँ इंक्रीमेंट ,प्रमोशन सब कुछ उसी पे, उनके जीतने का मतलब ,
अगर मिस्टर खन्ना ने उन्हें नम्बर वन बनाया तो ,...
हर चीज में उनका फायदा था।
क्या पता मंगल क्लब का भी मेम्बर बना ले।
हर मंगल को ये चार पांच लोग बैठ के ,कंपनी का सब कुछ ,...
ज्यादातर कंपनी के डायरेकटर्स थे ,२५ साल से ऊपर की सर्विस वाले।
उन्होंने बोला की एक दो दिन में वो लेडीज क्लब की मीटिंग बुलाने वाली हैं ,
कुछ देर तक हम लोगों ने बिचिंग की और फिर उन्होंने फोन रख दिया।
मैं अपनी ख़ुशी सम्भालती ,बटोरती उसके पहले घंटी बज गयी। ये ही थे।
लंच में ये घर आते थे , लेकिन आज कुछ अलग ही बात थी , महाखुश।
उन्होंने बोला की खन्ना साहेब ने आज आने के बाद मीटिंग बुलाई हेड आफ डिपार्टमेंट्स की
( उन्हें इस पोस्ट पर पहुँचने में कम से कम १०-१५ साल लगते अभी )
,लेकिन मीटिंग में उन्हें भी बुलाया और रिपोर्टिंग सिस्टम में चेंज कर के अब कई बातों में वो सीधे अब वो मिस्टर खन्ना को रिपोर्ट करेंगे।
दूसरी सबसे बड़ी बात ये थी की उन्हें परचेज कमेटी का टेक्नीकल मेंबर बना दिया गया
( उस साली छिनार अणिमा के हसबैंड को हटा के जिसे इसी बात का बहुत घमंड था )
और उससे भी बड़ी बात ये थी की उन्हें सी इस आर ( कारपोरेट सोशल रिस्पॉनसबिलिटी ) के फंड का
इंचार्ज बना दिया गया है और अब वो प्रपोज करेंगे और मिस्टर खन्ना अप्रूव , बीच में और कोई नहीं।
करीब १२८ करोड़ का सी इस आर फंड था।
मैं समझ गयी ये सब मिसेज खन्ना का कमाल था।
और उसमें इनका भी हाथ था ,
आखिर कल खुल के मिसेज खन्ना को इम्प्रेस भी तो किया था इन्होने।
वह रोज जब लंच पे आते थे तो मेरे नीचे वाले होंठ उन्हें स्वीट डिश में मिलते थे
लेकिन आज तो इत्ती बड़ी खुशखबरी थी ,
( असल बात ये थी की मैं चाहती थी की उनके ऊपरी होंठों पे हमेशा मेरे निचले होंठों का स्वाद और महक रहे )
इसलिए स्वीट डिश भी स्पेशल थी ,
•
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
18-03-2019, 10:32 PM
(This post was last modified: 05-07-2020, 11:47 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
स्वीट डिश स्पेशल
वह रोज जब लंच पे आते थे तो मेरे नीचे वाले होंठ उन्हें स्वीट डिश में मिलते थे
लेकिन आज तो इत्ती बड़ी खुशखबरी थी , ( असल बात ये थी की मैं चाहती थी की उनके ऊपरी होंठों पे हमेशा मेरे निचले होंठों का स्वाद और महक रहे ) इसलिए स्वीट डिश भी स्पेशल थी ,
उनके ' फेवरिट फ्रूट ' मैंगो की लम्बी लम्बी रसीली सुनहरी फांके
मैंने अपनी रसीली कोमल कोमल मखमली चूत की फांको के बीच बहुत देर से भींच रखी थी ,
और आज मेरी चूत , 'चूत रस' ( आम का एक नाम चूत भी तो है ) से लबालब भरी थी।
सुबह की तरह एक बार फिर मैं उनके ऊपर थी
और वो लबड़ लबड़ ,सपड़ सपड़ चाट रहे थे।
आफिस तो वो फार्मल ड्रेस में ही जाते थे , और वो पायल भी जो मैंने शरारत से उनको पहनाई थी ,उनकी बर्थडे के बाद , एक बहुत पतली सी सिल्वर एंकलेट में बदल गयी थी ,कोई घुंघरू नहीं सिर्फ एक पतली सी चेन ,
इनकी देह से चिपकी दुबकी रहती थी , इन्हें मेरा अहसास दिलाते।
आज वो इतने खुश थे की बस पूछो मत।
बिना फार्मल प्रमोशन के भी पावर इक्वेशन में अचानक उनकी इम्पार्टेन्स उनसे दस पंद्रह साल सीनियर्स से भी बढ़ गयी थी और अनरिटेन पर्क्स भी। और सबसे बड़ी बात ये थी की मिस्टर खन्ना ने सबके सामने इनकी तारीफ़ की
और दो बातों में उनकी राय मान के डिसीज़न लिया।
और जब वो आफिस लौटे तो उनके होंठों पे और जहाँ कभी उनकी मूंछे रहा करती थीं ,
मेरी चूत का रस साफ़ साफ़ चमक रहा था। जो दूर से पहचाना जा सकता था।
दरवाजा बंद करने के बाद भी मैं बस यही सोच रही थी की कैसे हसबेंड नाइट में ये फर्स्ट आएं।
तिहरा फायदा , शादी के बाद हम लोग इनकी मायकेवालियों के चक्कर में हनीमून पर भी नही गए।
मेरा ( और इनका भी )सारा सपना प्लान धरा रह गया तो बिलेटेड ही सही ,हनीमून हो जाएगा ,वो भी कंम्पनी के खर्चे पर।
दूसरे मेरा लेडीज क्लब की सेक्रेटरी बनना पक्का हो जाता
लेकिन सबसे बड़ी बात ये एकदम मिस्टर खन्ना की निगाह में चढ़ जाते ,फिर पता नहीं शायद सीधे मंगल क्लब की मेम्बरशिप यानी डिसीजन मेकिंग सर्किल में , ...
मुझे इनकी एबिलिटी में कोई शक नहीं था ,
बस अपने मायकेवालियों के चक्कर में थोड़े घुस्सू टाइप ,शर्मीले , वरना ,... लेकिन अब मैं थी न इनके साथ।
गनीमत थी मिसेज खन्ना ने मुझे कप्टीशन केबारे में बता दिया था और मिस्टर खन्ना की च्वॉयस के बारे में
ड्रेस में परफेक्शन , ...
यानी एकदम इनके नाप की सही फिटिंग की ड्रेस ,.. और कैटवाक थी तो कई ड्रेस ,...
लेकिन कैसे मैं इन्हें राजी करुँगी ,..
पर हर प्राब्लम की तरह मैंने इसका भी रास्ता ढूंढ लिया।
इनकी ख़ुशी में मेरी ख़ुशी थी और इनकी सक्सेस में मेरी सक्सेस ,...
….
आफिस में भी
और जब वो आफिस लौटे तो उनके होंठों पे और जहाँ कभी उनकी मूंछे रहा करती थीं ,
मेरी चूत का रस साफ़ साफ़ चमक रहा था। जो दूर से पहचाना जा सकता था।
और उनके आफिस पहुंचने के आधे घण्टे के अंदर ही मिसेज डि मेलो ,
उनकी गोवानीज सेक्रेटरी ( वही जो उम्र में ३० + थी और साइज में ३६ डी + ,
और अब उनकी ट्रेनिंग में मेरी सिर्फ राजदार थी बल्कि सहयोगी भी )
ने उनके होंठों पे लगे रस के बारे में हँसते हुए मुझे फोन किया।
वो एक मीटिंग में चले गए थे।
आज मिसेज डी मिलो भी बहुत बहुत खुश थीं ,एक तो उनके नए असाइनमेंट ,
बढ़ी हुयी फाइनेन्सनियल पावर से आखिर सारी फाइलें जाती भी तो मिसेज डी मेलो से होकर ,
फिर जोर सेक्रेटेरियल टोटेम पोल था , अब इनके डी फैक्टो हेड का काम मिलने से उनका भी दर्जा बढ़ गया था।
कुछ देर हम लोगों ने बातें की और फिर मैंने दो काम उन्हें पकड़ा दिए।
उनको असली सरप्राइज मिला , आफिस बंद होने के बस थोड़ी देर पहले।
मिसेज डी मेलो उनके केबिन में पहुंची ,...
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
•
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
•
Posts: 44
Threads: 0
Likes Received: 2 in 2 posts
Likes Given: 1
Joined: Jan 2019
Reputation:
0
Awesome
Waiting for More updates
•
Posts: 70
Threads: 0
Likes Received: 26 in 25 posts
Likes Given: 56
Joined: Feb 2019
Reputation:
1
Purane sathiyo ko ekttha hone me thoda samay lag sakta hai. aur jab wo laut ke aayenge to ek baar phir se bahaar chha jayegi.
aur isme koi do mat manhi hain ki aap kalam ki jaadugarani ho.
shabdo ki dhaara phut padti hai jisme sab koi doob jana chahe.
•
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
(22-03-2019, 11:11 PM)Amitraj39 Wrote: Awesome
Waiting for More updates
thanks so much ...encouragement like yours keep me going ....next post soon
•
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
(22-03-2019, 11:11 PM)Amitraj39 Wrote: Awesome
Waiting for More updates
Just today
•
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
28-03-2019, 05:41 PM
(This post was last modified: 05-07-2020, 12:05 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मिसेज डी मेलो
उनको असली सरप्राइज मिला , आफिस बंद होने के बस थोड़ी देर पहले।
मिसेज डी मेलो उनके केबिन में पहुंची ,हाथ में तीन फेमिनिन ड्रेसेज के कैटलॉग और उनकी टेबल पे रख दिए ,
" मैडम ने बोला है आपको देने के लिए , सर आप इसमें से एक चुन लें , फिर आप को बाबीज टेलर के पास जाना है मेजरमेंट देने के लिए , वही जो बेस्ट लेडीज ओनली टेलर है , मैं भी वही सिलवातीं हूँ , एकदम परफेक्ट फिटिंग आती है , टाइट।
मैंने उससे फोन पे बात कर के आप के लिए टाइम ले लिया है। "
वो बहुत अनकम्फर्टेबल फील कर रहे थे मिसेज डी मेलो के सामने।
यही तो मैं चाहती थी ,उनकी जो मेल अथॉरिटी फिगर है वो आफिस में भी शैटर करना ,
खास तौर पे उनकी लेडी सेक्रेटरी के आगे जिसके सामने उन्हें 'बॉस 'करने की आदत थी।
वो समझ नहीं पा रहे थे क्या बोलें ,
और जैसे उनकी आदत थी उन्होंने फाइलों और फोन में अपने को छुपाने की कोशिस की , लेकिन मिसेज डी मेलो से बचना आसान नहीं था ,
" सर ये फाइल्स अरजेंट नहीं और आप कैटलॉग देख लें ,बल्कि लेट मी सजेस्ट, "
और वो एकदम झुक के , उनकी गोल गोल गोलाइयाँ ,गहरा क्लीवेज सब उनके आँख के सामने ,
जो पन्ना मिसेज डी मेलो ने खोला था , वो एक ग्रीन गरारा था , एकदम फेमिनिन।
" बहुत जंचेगा , सर , आप जल्दी फाइनल कर लें और हाँ एक और काम था शायद आप की मदर इन ला ने भेजा है , दो स्टोरीज के लिंक , आप को टाइम न लगे इस लिए मैंने डाउन लोड करके आपके डेस्क टॉप पर डाल दी है।
उनका इंस्ट्रकशन बहुत क्लियर था , आप आफिस से निकलने से पहले दोनों स्टोरीज अच्छी तरह पढ़ लें शायद वो आप से इन स्टोरीज के बारे में बात करेंगी ,
मदर सन के रिलेशनशिप पे है , … आप १०- १५ मिनट में तो पढ़ ही लेंगें
मैंने आधे घंटे बाद का बाबीज के यहाँ टाइम लिया , ही इज वेरी पर्टिक्युलर सर। "
वह बिचारे शर्मा रहे थे कुछ घबड़ा रहे थे लेकिन मिसेज डी मेलो कौन छोड़ने वाली थीं आसानी से , वो उनकी साइड मुड़ने लगी और बोलीं सर मैं स्टोरीज खोल देती हूँ आप को टाइम लगेगा ढूंढने में।
और उन के मना करने से पहले उन्होंने स्टोरी खोल दी , माँ का प्यार।
मिसेज डी मेलो आप चलिए मैं देख लूंगा , वो परेशान हो रहे थे।
' सर इट इज बिटवीन अस ,डोंट वरी और मैंने रेड लाइट लगा दी है , मिस्टर खन्ना भी आज जल्दी घर चले गए हैं , इसलिए आप निकल सकते हैं। "
और अपने बड़े बड़े नितम्ब मटकाते वो बाहर निकल गयीं। [
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
28-03-2019, 05:54 PM
(This post was last modified: 08-07-2020, 10:45 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
शाम
जब वो शाम को आये तो एकदम अलफ़्फ़ , बोला तो कुछ नहीं ,
लेकिन उन्हें यह अच्छा नहीं लग रही थी की उनकी सेक्रेटरी भी ,…
और मुझे ये मालूम था , लेकिन उनकी आदतें ,पसंद नापसंद सुधारने की जिम्मेदारी तो अब मैंने ले ली।
उनका एटीट्यूड मैंने इग्नोर किया फिर कड़ी आवाज में पूछा ,
'नाप दे आये।'
अब वो डिफेंसिव हो गए , उनकी आवाज और अंदाज दोनों बदल गए ,
मुझे जैसे प्लीज करने के लिए बोल रहे हों ,बोले ,
" हाँ मैं एकदम टाइम पे पहुँच गया था। "
अब वह 'अच्छा बच्चा' बनने की कोशिश कर रहे थे।
" और मैंने कुछ चोली ,ब्लाउज के भी नाप लेने के लिए उसे बोला था , मॉम का फोन आया था , ये अंदाज से अच्छा नहीं लगता सही और टाइट फिटिंग होनी चाहिए। दे दिया न। "
अब मैंने पहली बार उनकी ओर देखा।
एक दम वो मुझे खुश करने के मूड में थे ,बहुत मीठी आवाज में बोले ,
" हाँ हाँ ,… वो भी दे दिया , अच्छा टेलर है। और कपडे भी बहुत अच्छे थे। "
मुझे खुश करने के चक्कर में उन्होंने ये भी ध्यान नहीं दिया की मैंने बोला है की मॉम का फोन आया था।
लेकिन मेरी आवाज का कड़ापन कम नहीं हुआ ,
" मैं चाय के लिए वेट कर रहीं ,प्लीज चेंज करो और चाय , थोड़ा जल्दी , … और हाँ साथ में पकौड़े भी। "
जैसे ही वो किचेन में घुसे मैं खुल के मुस्कराई।
ये आदमी लोग भी न इन्हे टाइट लीश पे रखना पड़ता है ,
कब रिवार्ड दिया जाए और कब सख्त हुआ जाय ,इग्नोर किया जाय इन्हे कंट्रोल में रखने के लिए समझना बहुत जरूरी है।
और आज मैं स्क्रूज थोड़ा टाइट करना चाहती थी ,जरा सी गलती मिले तो मैं , …
और वो मौका मिल गया ,जब ये ट्रे में चाय ले के निकले ,
वह अपनी फ्रिल वाली पिंक एप्रन पहने थे ,
जो मिसेज तनेजा के कूकरी क्लास में उन्हें बेस्ट स्टूडेंट के इनाम के तौर पे मिली थी।
लेकिन उसके नीचे वही पेंट जो वो आफिस से पहन के आये थे।
पैंट्स ,स्ट्रिकटली आफिस ड्रेस थी , घर में कोई अगर पेंट पहन सकता था तो वो मैं थी।
मैने सिर्फ उनके पैंट को घूरा और उन्हें अपनी गलती का अहसास हो गया।
" असल में मुझे लगा की मुझे , … देर हो गयी थी और चाय के लिए ,… लेट हो रहा होगा। "
मैंने कुछ नहीं बोला सिवाय इग्नोर करने के। कुछ भी बोलना मेरी शान के खिलाफ होता।
थोड़ी देर बाद जब वो चाय और पकौड़े ले के निकले तो एप्रन के नीचे पेटीकोट था।
और अब मैंने सोचा की बहुत हड़का लिया बिचारे को।
मैंने न सिर्फ बैठने के लिए कहा बल्कि , उन्हें एक पकौड़ा ऑफर भी किया और पकौड़े की तारीफ़ भी की।
उनकी तो बांछे खिल गयीं।
•
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
28-03-2019, 06:02 PM
(This post was last modified: 08-07-2020, 11:08 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
और जब मैंने उन्हें समझाया की ड्रेस सिलवाने की आइडिया मम्मी की थी ,और उन्होंने फोन कर के खास तौर से बोला था की तुम्हे आज ही ड्रेस सिलने देना है। उन्होंने कहा था की उनके आने के पहले ड्रेस सिल जानी चाहिए।
उनकी ख़ुशी छुप नहीं रही थी , बोले ,
" मम्मी का फोन आया था , कब आएँगी वो। "
फ़ोन पे खुद क्यों नहीं पूछ लेते। मैंने उकसाया।
उन्होंने फोन लगाया ,और मैंने स्पीकर फोन आन कर दिया।
" जरा उस मादरचोद, हरामके जाने ,रंडी ,छिनार के पूत को , की मुझे ठीक चार बजे फोन करे।
और याद रखे फोन के शुरू के और अंत में क्या कहना है , अगर मैंने नहीं सुना , तो बस मेरे आने का प्रोग्राम कैंसल। और हाँ जैसे कल कहानी भेजी थी न वैसी ही दो और कहानी ,मातृभूमि के प्यार के बारे अच्छी तरह पढ़ लेगा। मैं पूछूंगी सब डिटेल में , और अगर चार बजे से जरा भी देर हुआ न तो बस समझ लेगा वो ,.... "
" मम्मी यहीं है वो कहिये तो बात कराऊँ ," मैंने पूछा।
"नहीं नहीं , मैं आवाजे सुन रही थीं , अभी वो बिचारा जरूरी काम में बिजी है , ठीक चार बजे " खिलखिलाते उन्होंने फोन रख दिया।
लेकिन अच्छा चल बात कर ही लेती हूँ ,"
अब वो खुश पहली बात उन्होंने बोली ,
" मम्मी आप कब आइयेगा। "
" जब तेरी ड्रेसेज सिल के आ आजएंगी , और उन की परफेक्ट फिटिंग होगी , उस के सात दिन बाद , फोटो मुझे व्हाट्सअप कर देना। पर ख्याल रखना परफेक्ट फिटिंग। "
अब वो चालु हो गए ,
" एकदम मम्मी आज शाम को मेजरमेंट दिया है ,यहाँ की बेस्ट लेडीज टेलर है , बाबीज टेलर। परसों ही ट्रायल के लिए बुलाया है। "
" अच्छा बोल क्या क्या सिलवा रहा है। " मम्मी ने अगला सवाल दागा।
" गरारा ,हरे रंग का बहुत प्यारा है ,चार चोलियां अलग अलग डिजाइन की ,कुर्ती ,..."
उन्होंने पूरी लिस्ट सुना दी।
दस मिनट तक सास दामाद उनकी नयी बार्डरोब के बारे में बात करते रहे।
आज मैंने उन्हें किचेन से छुट्टी दे दी थी , मैं खाना बना रही थी उनकी फेवरिट चिकेन डिशेज और सोच रही थी मम्मी ने उनकी लेडीज ड्रेसेज की झिझक ख़तम नहीं तो आधी से ज्यादा तो दूर कर दी है।
खाने के साथ आज हम दोनों ने वाइन की बोतल भी खाली कर दी उनके इम्पार्टेंट असाइनमेंट मिलने की ख़ुशी में और रात में भी मैंने खूब ' मीठे मीठे' अवार्ड दिए।
सच में उनका खश चेहरा देख के मेरी ख़ुशी दस गुनी हो जाती थी।
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
28-03-2019, 06:49 PM
(This post was last modified: 08-07-2020, 11:09 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
और उनके आफिस जाते मैंने उन्हें एक काम और थमाया ,
बिचारे वैसे ही एम्ब्रॉस्ड लग रहे थे। उनका फोन उनकी सेक्रेटरी के थ्रू था मिसेज डी मेलों उनकी सारे बातें सुन सकती थीं।
और मम्मी की तो बात ही मादरचोद , रंडी के पूत , छिनाल के जने से शुरू होती थीं ,उनकी सारी गालियों का टारगेट उनकी समधन होती थीं , कुछ तो रिश्ता ऐसा और कुछ मेरी सास थीं भी भी थोड़ी हॉट सॉस।
लेकिन उससे बढ़कर मम्मी ने उनसे बोल रखा था की अब जब वो फोन करेंगे हेलो बाद में करेंगे पहले अर्जी लगाएंगे , " मम्मी ,प्लीज ,प्लीज मुझे मादरचोद बना दीजिये। " वो भी दो बार बात शुरू होने के पहले और अंत में। बस उन्हें डर था की कही मिसेज डी मेलो , उनकी ये बातें सुन न ले , कल वैसे ही वो मादरचोद वाली कहानी उन्होंने ही डाउनलोड कर के उनके कंप्यूटर पे डाली थी।
लेकिन मुझे इसी में तो मजा आ रहा था। मैं उन्हें उनका काम याद दिलाया।
" सुन यार , आज भूलना मत , तेरी आज ट्रायल की डेट है बॉबी टेलर्स के यहाँ। "
" हाँ मुझे डेट भी याद है , और टाइम भी चला जाऊँगा। " जिस सर्टेनटी से वो बोले , मुझे लगा कुछ बोल दूँ।
लेकिन मुझे लगा की ये अकेले नहीं है ,सारे मर्द , इशूज़ को इस तरह से प्री जज़ करते है , बिना पूरी बात सुने , जैसे उन्हें सब बातें मालूम हो।
कुछ और मौका होता तो मैं उन्हें सुना देती लेकिन बिचारे ने इतना मस्त चूसा था अभी , दो बार झड़ी थी मैं कस कस के , इसलिए मैंने जाने दिया और अपनी बात बोली ,
" पहले सुन तो लो , ये तुम्हारी सास की बात है।
ट्रायल जो तुम्हे देना है उसमें कई चोली और ब्लाउज हैं ,वो भी अलग अलग स्टाइल के। मॉम ने मुझे बोला था और तुझे भी न की फिटिंग परफेक्ट होनी चाहिए एकदम। तुम तो जानते ही हो उनका ड्रेस सेन्स ,और अब कुछ दिन में अपने दामाद से खुश हो गयीं तो आ भी जाएंगी तो अगर कहीं ढीली ढाली फिटिंग हुयी तो बस उनका मूड ,… "
जहाँ मॉम की बात आई तुरंत वो एकदम से आल अटेंशन हो जाते थे , और कोई गडबड करने की सोच भी नहीं सकते थे। मेरी बात अब वो ध्यान से सुन रहे थे।
" तो बात ये है की हर तरह की चोली और ब्लाउज के लिए मैचिंग ब्रा होती है जैसे तुम्हारे स्ट्रैप्लेस और नूडल स्ट्रिंग ब्लाउज के लिए स्ट्रैप्लेस ब्रा लेनी पड़ेगी।
तो बॉबी टेलर चोली और ब्लाउज का ट्रायल ब्रा के साथ ही लेगा , जिससे फिटिंग परफेक्ट आये। तो तुझे ,बॉबी टेलर्स के पास जाने के पहले , जितने ब्लाउज और चोली हैं उनके लिए ब्रा लेनी पड़ेगी , और ये मुझे मत बोलना की तुझे याद नहीं है कितनी और किस तरह की चोली और ब्लाउज सिलवानी है। "
" नहीं नहीं , मुझे अच्छी तरह से याद है। " घबड़ा के वो बोले।
" प्राबलम है तेरी साइज। मेरी साइज तो ३४ सी है और उस साइज के लिंगरी की दुकाने तो मैं जानती हूँ जहाँ से मैं अपनी लेती हूँ , और तुझे रिकमेंड भी कर सकती हूँ , लेकिन तुम्हारी साइज क्वीन साइज या जिसे प्लस साइज बोलते हैं , वो है। तो उस तरह की ब्रा रखने वाली अच्छी दुकाने कम होंगी और तुम्हे हाई क्वालिटी की लेनी है , कुछ पैडेड होंगी तो क्लीवेज अच्छा निकलेगा , तो वही मैं सोच रही थी।
मॉम जब आएँगी और तुम उन्हें परफेक्ट फिटिंग के ड्रेसेज में दिखोगे तो सच में इम्प्रेस हो जाएंगी ,बहुत खुश होंगी लेकिन वही ब्रा के शाप का सवाल है। "
मैंने सवाल हवा में ही रहने दिया।
अब उन्हें मुद्दा समझ में आया और जैसे वो हरबार कोई मामला फंसने पे बोलते हैं उसी तरह से उन्होंने कुछ सोच के बोला ,
" तो ,… "
" वही तो सवाल है। अब हर किसी से तो तुम जाके पूछ नहीं सकते। " फिर कुछ रुक के ,गंभीर चेहरा बना के मैं बोली ,
" एक रास्ता है लेकिन तेरे लिए मुश्किल है ,जाने दो। "
अब तो वो ,…
" नहीं नहीं बोलो न मैं कर लूंगा , तुमने सही कहा ,मॉम को अच्छा लगेगा। "
और मैंने रास्ता बता दिया ,जो मुझे शुरू से मालूम था ,
•
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
29-03-2019, 05:20 PM
(This post was last modified: 08-07-2020, 11:19 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
और मैंने रास्ता बता दिया ,जो मुझे शुरू से मालूम था ,
" मिसेज डी मेलो , उनकी साइज + साइज है , शी हैज रिच लार्ज वेल इंडाउड , मैंने एक दो बार देखा भी है शी हैज परफेक्ट ड्रेस सेन्स , क्या साइज होगी उनकी ?
वो चुप। और अब मेरी हड़काने की बारी थी।
"कैसे बॉस हो ,अपने सेक्रेटरी की फिगर तक नहीं मालूम। तुम्हारे ९० % कुलीग तो अपने सेक्रेटरी के पैंटीज का रंग रोज का रोज बता देंगे। तू भी न यार , इसीलिए तेरी छिनार बहना बिना चुदे बच गयी। माना उम्र में तुझसे ८-१० साल बड़ी होंगी , तो क्या हुआ। आज उन्हें अपने केबिन में बुलाओ , प्यार से बैठाओ अपने सामने , और देर तक उनके +साइज मम्मे प्यार से देखों। फिर उनके ड्रेस की तारीफ़ करो। उसके बाद पूछ लेना शाप के बारे में।
सेक्रेटरी तो होती ही है पर्सनल उससे क्या छुपाना। कर लोगे न। देखो मुझे मिसेज खन्ना को काल करना था पांच मिनट पहले , और बहुत घबडा रहे हो तो एक बार तुझे शाप का नाम पता चल जाए न , तो मुझे बता देना मैं कोशिश करुँगी वहां पहुंचने के लिए , अपने मुन्ना के हेल्प के लिए। "
ये कह के प्यार से मैंने उनके बाल रफल कर दिए और उन्हें आफिस भेज के दरवाजा बंद कर दिया।
मुश्किल से मैंने हंसी रोकी।
लेकिन असल बात कुछ और थी।
जो मैंने मम्मी से भी पूरी तरह नहीं बताया था। लेकिन मिसेज खन्ना ने मुझे हिंट दे दिया था , बस अब एक दो दिन में ही लेडीज क्लब की मीटिंग होनी थी ,जिसमें ऐज सरप्राइज वो हसबैंड नाइट की बात बताने वाली थीं ,जिसमें हबीज को लेडीज की ड्रेस में , ... और प्राइज तो हस्बैंड्स नाइट के दिन ही मिस्टर खन्ना अनाउंस करते , ... परफेक्ट फिटिंग ,... ड्रेस तो मैंने एकदम इनके नाप की सिलवा दी थी ,इसलिए बाकी लोग इनसे काफी पीछे रहते ,लेकिन ये लेडीज ही जानती ही की अगर परफेक्ट कटाव उभार चाहिए हो न तो
परफेक्ट ब्रा भी और वो ड्रेस के साथ मैचिंग ,जैसे स्लीवलेस ड्रेस के साथ या बैकलेस के साथ रूटीन ब्रा तो नहीं चलेगी न। स्ट्रैप दिखेंगे पूरे। और कम से कम चार ड्रेस , ये मैं मिसेज खन्ना को बोल चुकी थी जिसमें एक ब्राइडल ,एक माडर्न और एक बैकलेस जरूर हो। मुझे मालुम था की ज्यादा से ज्यादा एक या दो ड्रेस में कोई इनसे कम्पटीट कर पायेगा ,चार में तो ये शर्तियां जीत जाएंगे।
लेडीज क्लब की बात इनसे नहीं शेयर कर सकती थी ,हसबेंड नाइट की बात तो एकदम नहीं।
और स्टेक पर बहुत कुछ था कंपनी के खर्चे पर हमारा हनीमून ,मिस्टर खन्ना की नज़रों में इनका चढ़ना, कंपनी में इनकी स्टेटस। और कौन रोज इन्हें साडी ब्लाउज मैं इन्हें पहनाने वाली थी ,सिर्फ एक रात की बात ,...और इनका नया रूप भी एस्टैब्लिश हो जाता।
लेकिन मैचिंग ब्रा इन सबका बहुत जरुरी हिस्सा था , वो भी बिना इन्हें बताये।
…………
•
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
29-03-2019, 05:23 PM
(This post was last modified: 15-07-2020, 10:27 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मिसेज डी मेलो
मिसेज डी मेलो को मैं पहले ही बता चुकी थी , उनकी ब्रा के शॉपिंग के बारे में भी और चार बजे मम्मी की काल के बारे में भी।
अब वह आलमोस्ट मेरे गैंग में थीं।
और ये सीमारेखा पार करना उनके लिए बड़ा मुश्किल था , लेकिन मेरी और मॉम यही तो चाहते थे की वो हर सीमा पार कर जाएँ।
उन्होंने मिसेज डी मेलो को अपने केबिन में बुलाया और बैठने को बोला , और पहली बार उन्होंने मिसेज डी मेलो के बड़े बड़े ,एकदम सख्त ,रसीले गुदाज उभारों को वैसे देखा , जैसे कोई मर्द हरदम देखता है , ड्रूलिंग ,ललचाते हुए , और कुछ देर तक उनकी नजरें उसे सहलाती रहीं।
वो भी बहुत खुश थीं और उन्होंने टाइट टॉप में उभरे , अपने उभारों को थोड़ा और खुल के उभार के पूछा ,
" सर आपने मुझे बुलाया ,कोई ख़ास काम। "
वो जानती थीं की उनके साथ इन्शिएटिव उन्हें ही लेना पड़ेगा।
" नहीं हाँ असल में , एक्चुअली थोड़ा पर्सनल काम था , मेरी समझ में नहीं आ रहा है ,… " वो थूक निगलते ,घबड़ाते बोले।
" तो मुझसे बोलिए न आखिर मैं आपकी पर्सनल सेक्रेटरी हूँ। " मुस्करा के वो बोलीं और थोड़ा टेबल पे झुकीं तो क्लीवेज साफ साफ़ दिखने लगा।
अब उनकी हालत और खराब लेकिन दूकान का पता तो पता ही करना था।
" प्लीज डोंट काल मी सर एस्पेशलि जब हम दोनों केबिन में हो , यू डोंट माइंड आई जस्ट वांट टू कॉम्प्लीमेंट यू , … यू वियर परफेक्ट फिटिंग ड्रेसेज। सो नाइस। "
" थैंक्स सर। " खुश होके वो बोलीं।
" यू नो , मुझे कुछ शॉपिंग करनी थी , वो वो , असल में , अंडर गारमेंट्स की , " मुश्किल से वो बोलपाये।
" नो प्राबलम सर , लेकिन मैम की साइज तो वो अभी इत्ती यंग है , और , मेरी तो , वो जो + साइज कहते हैं वो है , उनकी शॉप्स भी बहुत कम है तो आप को। "
और उन्होंने जान बूझ के बात अधूरी छोड़ दी /
" असल में नहीं मैडम के लिए नहीं , वो तो अपनी शॉपिंग खुद करती हैं , बस आप गिफ्ट समझ लीजिये , वो , प्लस साइज वाली ,और आप इत्ती परफेक्ट ड्रेसेज पहनती हैं तो मैंने सोचा की , आई होप आपने बुरा नहीं माना। "
" नहीं सर ,इसमें बुरा मानने की क्या बात ,, मैं जानती हूँ एक शाप बेस्ट शाप है यहाँ की लेकिन आप थोड़ा जल्दी पहुंच जाइए पांच बजे के पहले तो ठीक रहेगा ,वैसे भी छ बजे बॉबी टेलर्स में भी आपका अप्वाइंटमेंट है , और आज आॅफ़िस में भी कुछ ख़ास काम नहीं है। एक सेल्सगर्ल रीमा मेरी फ्रेंड है मैं उसे बोल दूंगी , वोआपको पर्सनली अटेंड करेगी ,और मैं अड्रेस आपको टेक्स्ट कर देती हूँ। और नंबर भी। "
और अबकी जब वो जाने के लिए खड़ी हुयी , तो वो भी खड़े हुए और बहुत धन्यवाद दिया।
आफ कोर्स चार बजे उन्होंने मम्मी को फोन लगाया और बात की शुरुआत की , मम्मी प्लीज मुझे मादरचोद बना दीजिये न।
एंड ऑफ कोर्स मिसेज डी मेलो ने एक्सटेन्सन पे एक एक बात सुनी , सास -दामाद की।
पांच बजे वह शाप पर पहुँच गए।
मैं भी थोड़ी देर में वहीँ थी।
रीमा उनका वहां वेट कर रही थी , दुबली पतली तन्वंगी ,सिवाय उभारों के। जो एकदम जबरदस्त थे। कटाव भी ,उभार भी।
पहली चीज उसने जो पूछी वो उसी में सकपका गए ,
" साइज "
अब वो क्या बताएं , लेकिन रीमा भी आखिर मिसेज डी मेलो की सहेली थी , तुरंत उसने हालत संभाल ली और पूछा ,
" अंदाज से कुछ , "
घबड़ाते हुए वो बोले ," बस ऐसे समझ लीजिये ,की , अब ,,,, "
मुस्कराते वो बोली , " अरे परेशान होने की बात नहीं , अब देखिये ये प्लस साइज की एक्सक्ल्यूसिव बूटीक है। तो मेरी साइज से बड़ी ही होगी न। "
अब उनके बोल फूटे , " हाँ एकदम।
रीमा के हाथ में एक सफेद लेसी ब्रा थी , उसने फिर पूछा , चलिए अंदाज से ये बता दीजिये मान लीजिये , अगर उनकी साइज आप के बराबर हो , …
खुश होके वो बोले , " हाँ यही समझ लीजिये ,"
बस बिना रुके रीमा ने जो ब्रा उसके हाथ में उनके सीने पे करके नापना शुरू कर दिया , कप साइज ठीक है न उसने पूछा भी।
लेकिन उन्हें ब्लश करने से फुरसत मिले तब न।
उसने कुछ जोड़ घटा के बताया , एक नंबर और बड़ी चलेगी ,कप साइज डी होगी। वैसे देखने में तो दो नंबर ज्यादा लगती है लेकिन ड्रेस के अंदर , एक नंबर बड़ी होने से चल जाएगा। और फिर उसने एक उनके मेजरिंग ब्रा निकाली और अबकी ठीक से डिटेल नापा।
वो खूब ब्लश कर रहे थे , लेकिन रीमा पे कोई फर्क नहीं पड़ रहा था।
और एक बात ये भी थी की उन्हें लगा शायद इस समय बूटीक में कम भीड़ होगी , लेकिन उन्हें अंदाज नहीं था की आफटरनून में ही ज्यादातर औरतें शॉपिंग केलिए निकलती हैं।
ज्यादातर ३५ + वाली थी लेकिन कुछ कमसिन भी।
देख हर तरह की उनकी तरफ थीं। वो अकेले मर्द थे शाप में।
उनकी निगाह जमींन में गड़ी थी।
और उसी समय मैं पहुँच गयी ,कुछ देर तक मैं दूर से उन्हें देखती रही। रीमा ने फिर मोर्चा सम्हाल लिया था और उनसे ब्लाउज और चोली की स्टाइल पूछ रही थी। अब वो कुछ नार्मल महसूस कर रहे थे। रीमा ने उन्हें स्टैपल्स ब्रा , पैडेड बारे , हाफ कप , शियर , सब निकाल के दिखाई।
और उसी समय मैं पहुँच गयी।
उनकी जान में जान आई लेकिन थोड़ी देर में मेरी और रीमा की पक्की दोस्ती हो गयी।
•
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
29-03-2019, 05:29 PM
(This post was last modified: 15-07-2020, 11:13 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
और उसी समय मैं पहुँच गयी।
उनकी जान में जान आई लेकिन थोड़ी देर में मेरी और रीमा की पक्की दोस्ती हो गयी।
कुल ७ ब्रा और ५ पैंटीज सेलेक्ट हुयी , उन्होंने क्या मैंने और रीमा ने मिल के कर दी ,लेकिन अभी एक बात बाकी थी , मैंने उनसे कहा की ट्रायल रूम में जा के चेक करलें। रीमा ने भी उनकी हिम्मत बढ़ाई ,
" देखिये अगर एकदम आप ऐसी साइज के लिए ले रहे हैं न , तो कपडे उतार के पहन के चेक करना जरूरी है ,सभी लोग करते हैं।
थोड़ी देर के लिए दूकान में भीड़ कम थी , एक ट्रायल रूम जो थोड़ा कोने में था रीमा उनको उधर ले गयी और साथ में ब्रा के पैकेट।
वो बहुत टाइम लगा रहे थे , रीमा ने मुस्करा के बोला ,सारे मर्दों की यही हालत है हुक खोलने को कहो तो मिनट भर भी नहीं लगेगा और बंद करना हो तो ढूंढते रहेंगे। हम दोनों खिलखिला के हंसने लगे।
और जब २०-२५ मिनट के बाद वो बाहर निकले तो उनकी हालत ख़राब।
बाहर दो चार अधेड़ उम्र की औरते वेट कर रही थीं , और सब एकदम चकित , … ब्रा बूटीक के ट्रायल रूम से किसी आदमी का निकलना ,
और ऊपर से मैंने नमक छिड़का , ठीक है न सब की सब , एकदम सही फिटिंग हैं न।
शरमाते घबड़ाते उन्होंने हाँ में सर हिलाया , और रीमा को थैंक्स दिया।
मुझे जल्दी थी , मिसेज खन्ना के यहाँ एक किटी थी और उसमें क्लब का न्यू इयर का पूरा प्रोग्राम भी डिस्कस होना था। और उन्हें बाबीज टेलर्स के यहां जाने का भी टाइम हो रहा था।
मुझे मिसेज खन्ना के यहाँ ड्राप कर के वो बाबीज टेलर्स के यहाँ चल दिए , ब्रा के साथ फिटिंग देने।
हाँ मैंने उन्हें बोल दिया था की खाना बना लेंगे , और मेरा वेट करेंगे मुझे थोड़ा देर हो जाएगी और मम्मी को फोन कर लेंगे।
•
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
एक्जॉटिक ब्रा ,
मैंने रीमा ,सेल्स गर्ल से मुस्कराके नचा के पूछा
" आई नो यू स्पेशलाइज इन प्लस साइज बट डू यू हैव समथिंग फॉर मी आलसो ,... समथिंग नाटी। "
उसने मेरी ही तरह मुस्करा के ,फुसफुसा के आँखे नचा के झुक के मुझ से बोला ,
" यस एंड नो। नाट नाटी ,.... वी हैव समथिंग ,... वेरी नाटी ,वाइल्ड एंड एक्सक्ल्यूसिव। "
" वाओ ,यही तो मैं ढूंढ रही थी ,बट व्हेयर। " ख़ुशी मेरे चेहरे पर छलक रही थी।
और थोड़ी देर में हम तीनो बेसमेंट में थे , मैं आगे आगे ,वो और रीमा ,शाप असिस्टेंट पीछे पीछे।
एक से एक ,कुछ डिस्प्ले विंडो में ,कुछ मानेकवीन्स पर और बाकी हैंगर पे ,
मैंने मुड़ कर देखा, उनकी निगाहें तो बस उन सेक्सी ब्रा से एकदम चिपकी , जो थोड़ा बहुत उनका मूड उखडा था एकदम गायब।
और क्यों न हो जो उनकी मनपसन्द साइटस में दिखता था या बिस्तर में छुपी पॉर्न साहित्य में वो सब सचमुच का ,
शियर ब्रा - जिसमें सच में सब कुछ दिखता था।
क्वार्टर कप ब्रा , बस सिर्फ नीचे से सपोर्ट ,
और सबसे बढ़कर निपल्स आउट , पीक अ बू ब्रा ,
मेरे साथ शाप असिस्टेंट भी उन्हें ही देख रही थी।
ट्रायल रूम के नाम पर एक छोटा सा कोना था बस एक परदे से ढंका हुआ ,
और रीमा मेरा सवाल शायद पूछने से पहले ही समझ गयी ,बोली आप कहीं भी ट्रायल कर सकती हो ,पूरी प्राइवेसी। मैं भी ऊपर जा रही हूँ , १५ -२० मिनट में आउंगी। असल में ये कलेक्शन ,हम लोग सोच रहे थे कैसे पापुलराइज करें ,
और मेरे दिमाग में लेडीज क्लब चक्कर काट रहा था। मुझे तुरंत कुछ सूझा और मैंने बोल दिया ,
" नो इशूज ,मेरे ऊपर छोड़ दो , आई नो हाउ टू ,... "
" ग्रेट ,फिर मिलते हैं ब्रेक के बाद ,ऊपर भी आज कोई नहीं है। आप लोग तब तक सेलेक्ट कर लें। "
उसके जाते ही मैंने उनसे पूछा ले लूँ , थोड़ी ज्यादा वाइल्ड तो नहीं होजायेगी।
" नहीं एकदम नहीं मैं तो कहता हूँ सब ले लो "
खुश होके मैंने उन्हें बाहों में भर के चूम लिया। खुद बढ़ के उन्होंने एक मैनेक्विन से एक शियर ब्रा उतार के मुझे दे दी ,
" बहुत मस्त लगेगी तेरे ऊपर ".
" बाकी पब्लिक का फायदा हो जाएगा " उन्हें आँख मारते मैं बोलीं ,
" होने दे न ओनर्स प्राइड नेबर्स एनवी ,जलती है दुनिया जलती रहे ,माल तो मेरा है। "
वो भी अब मूड में आ गए।
और थोड़ी देर में शापिंग बॉक्स भर गया ,आधे दर्जन से ऊपर ,शियर आलमोस्ट ट्रांसपेरेंट विद मैचिंग आलमोस्ट शियर टॉप , एकदम सब कुछ दिखता है।
क्वार्टर कप ब्रा , निपल कट ब्रा जिसमें से निपल बाहर निकले रहते हैं और टॉप से रब होते रहते हैं। कुछ तो एकदम वाइल्ड ,
उनका बस चलता तो वहीँ मेरी टॉप उतार के मुझे पहना देते , और टॉप उतार भी दी उन्होंने लेकिन उनके लाख कहने पर भी ट्रायल के लिए मैं परदे के पीछे चली गयी ,
जगह इतनी छोटी भी नहीं थी और सबसे बड़ी बात ,एक आदमकद शीशा तीन ओर लगा था।
टॉप तो उनके पास ही रह गया था बस मैंने अपनी ब्रा उतार के वो निपल कट वाली सबसे पहले ट्राई की।
वाव एकदम परफेक्ट फिट ,मेरे बूब्स को हग करती हुयी ,हलके से प्रेस करती हुयी और नतीजा ये था की निपल्स एकदम इरेक्ट और उसमें बने छेद से बाहर।
इन्होंने स्किन कलर की सेलेक्ट की थी एकदम मेरे कलर से मैंचिग , और शियर भी थी।
शीशे में देखकर मुझसे रहा नहीं गया ,मैंने अपने निपल्स अंगूठे और तर्जनी के बीच रोल किये और फिर एक ऊँगली में थोड़ा सैलाइवा लगा के हलके हलके फ्लिक किया ,
एकदम टनाटन ,
मुझे एक शरारत सूझी।
मेरे निपल्स देख कर उनका क्या हाल होता था मुझसे ज्यादा कौन जानता था ,
अपने को परदे में लपेट के मैंने उन्हें अंदर आने का इशारा किया ,
वो बस लपकते हुए अंदर आये और , ... बस बेहोश नहीं हुए।
•
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
03-04-2019, 08:34 AM
(This post was last modified: 15-07-2020, 02:32 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
गुलाबी निपल
वो बस लपकते हुए अंदर आये और , ... बस बेहोश नहीं हुए।
मैंने जबरदस्त आँख मारी और ब्रा से बाहर झांकते अपने कड़क मांसल गुलाबी गुलाबी निपल उनकी ओर उचका दिए।
बस वही हुआ जो होना था।
सीधे उनके होंठों के बीच ,
वो चूसते रहे ,चुभलाते रहे और बीच बीच में उनके लालची दांत भी ,कभी हलके से ,... जीभ तो लगातार कभी सहलाती कभी फ्लिक करती।
बस दो मिनट में ही मैं पिघल रही थी ,
लेकिन मैं क्यों छोडती मौक़ा , उनका हाल चाल चाल जानने के लिए उनकी जीन्स के ऊपर जो मैंने हाथ रखा तो , ... एकदम पत्थर।
बस हलके हलके मैंने हथेली से जीन्स के ऊपर से दबाना मसलना रगड़ना शुरू किया और कुछ ही देर में उनकी हालत मुझसे भी ज्यादा खराब हो गयी।
मेरा एक निपल उनकी उँगलियों के बीच और दूसरा उनके मुंह के बीच , ...
एक हाथ खाली था। बस वो मेरी स्कर्ट के अंदर और थांग के ऊपर से ही चुनमुनिया को मसलने लगा।
मैं सिसक रही थी ,सिहर रही थी।
उनकी ऊँगली थांग को हटा के सीधे प्रेम गली के अंदर ,
अंगूठा क्लिंट पे।
मैं बस पागल नहीं हुयी और मैंने वही किया जो एक आदर्श पत्नी को करना चाहिए।
उनकी ज़िप मैंने खोल दी , मुस्टंडा बाहर ,
और फिर अंदर ,मेरे मुंह के।
मैं घुटने के बल बैठ गयी और सीधे लन्ड मेरे मुंह में ,...
मुझे उन्हें ब्लो जॉब करना बहुत अच्छा लगता था और उन्हें करवाना।
लेकिन पहली बार ,एक पब्लिक प्लेस में ऐसे दिन दहाड़े ,...
न मुझे परवाह थी न उन्हें।
ट्रायल रूम में दरवाजा तक नहीं था ,सिर्फ एक पर्दा , और हम दोनों ,...
लेकिन इश्क क्या जो सर चढ़ के न बोले।
कुछ देर तक मैं सिर्फ उनका मोटा सुपाड़ा चूसती चुभलाती रही ,
बीच बीच में जीभ की नोक ,उनके फूले मोटे मांसल सुपाड़े के छेद में ,पी होल में ,
वो गिनगिना रहे थे ,सिसक रहे थे।
और अब तंग करने की बारी मेरी थी ,मेरे कोमल कोमल हाथ भी मजा लेना जानते थे ,पहले हलके हलके फिर जोर जोर से मैंने मुठियाना शुरू किया।
उस ट्रायल रूम में मैं उनका चूस रही थी ,मुठिया रही थी और कभी कभी ,
मेरे लंबे नाख़ून उनके बॉल्स को भी सहला देते।
पर थोड़ी देर में कमान उन्होंने हाथ में ले ली और धक्के पे धक्का ,
क्या कोई चूत चोदेगा जिस तरह वो मुंह चोद रहे था।
सटासट सटासट ,गपागप गपागप ,
मेरा मखमली मुंह उनका मोटा लन्ड घोंट रहा था ,वो पेल रहे थे।
एकदम गले तक ,मैं गों गों कर रही थी लेकिन न मैंने चूसना छोड़ा और न उन्होंने ठेलना ,
हम दोनों ये भूल चुके थे की कहाँ है ,
हलकी सी पैरों की आहट सुनाई भी दी , लेकिन वो उस हालात में थे की ,..
और न मैं चाहती थी की वो रुकें ,
सफ़ेद गाढ़ी थक्केदार मलाई की धार , एक बार ,रुक कर फिर से।
और मेरे मुंह से बहते उस शियर ब्रा पर भी ,निपल पर भी।
तबतक बाहर से शाप अस्सीस्टेन्ट की आवाज सुनाई पड़ी और उन्होंने खूँटा जीन्स के अंदर बंद कर लिया।
मैंने अपने को जल्दी जल्दी ठीक किया और उनके साथ बाहर निकली।
हम लोगों ने जो सेलेक्ट किया था उसको स्कैन करके उसने बिल बना लिया था और उनके कार्ड पे चार्ज कर लिया था।
" ट्रायल कैसा रहा , " मुस्कारते हुए उसने पूछा।
बहुत अच्छा , कुर्सी पर पड़ा टॉप पहनते हुए मैंने पूछा और तभी मेरी निगाह वहां पड़ी , जहां वो देख रही थी।
ऊप्स ,मेरा एक निपल उनकी गाढ़ी थक्केदार मलाई से ढंका हुआ था।
लेकिन मैंने जल्दी से टॉप पहन लिया।
इस वाली का दाम ,...उन्होंने उस एक्सपोज्ड निपल वाले ब्रा के बारे में पूछा तो असिस्टेंट ने हंसते हुए कहा ,
इट इज आन द हाउस।
हम तीनो जब तक शाप के ऊपरी फ्लोर पे आये , मेरा मोबाइल अलार्म तेजी से बजने लगा।
और तब मुझे याद आया ,मिसेज खन्ना के यहां मीटिंग।
सिर्फ १० मिनट बचे थे।
Posts: 2,727
Threads: 13
Likes Received: 1,217 in 788 posts
Likes Given: 494
Joined: Jan 2019
Reputation:
47
03-04-2019, 09:14 AM
(This post was last modified: 29-07-2020, 05:37 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
किटी और नए साल की पार्टी
सिर्फ १० मिनट बचे थे।
" प्लीज मुझे जल्दी से रास्ते में मिसेज खन्ना के यहां ड्रॉप कर देना ".
और जब मैं उतरने लगी तो उन्हें याद आया ,
" तूने बोला था ,दो सरप्राइज ,... "
"एकदम लेकिन घर पहुँच के बताउंगी और मेरे अच्छे सोना को अवार्ड भी मिलेगा शापिंग का " उन्हें किस कर के मैं झट से मिसेज खन्ना के घर में घुस गयी ,
और वो हमारे घर की ओर।
........................................................
नया साल अभी बहुत दूर था।
लेकिन प्लानिंग तो कभी भी हो सकती थी।
और ये मौका मिसेज खन्ना , शायद मुझे आगे करने का देना चाहती थीं। जिससे सबको उनके बिना बताये पता चल जाए की लेडीज क्लब कैसे चलेगा ,वो क्या चाहती हैं। और कौन चलाएगा उसका भी हिंट लोगो को मिल जाए।
मिसेज खन्ना की किटी पार्टी कौन छोड़ता।सीनियर्स तो उसमें होती ही थी , लेकिन वो भी जिन्हे सीनियर्स 'बच्चा लोग 'कहके चिढ़ाती थीं ,वो भी थी , मेरी सहेलियां जिनके शादी के बस १-३ साल हुए थे।
सबसे नयी थी सुजाता ,मेरी सबसे फास्ट फ्रेंड जिसकी शादी हुए अभी ६-७ महीने ही हुए थे , उम्र भी भी १९-२० मुश्किल से होगी।
मुझे थोड़ा पहले पहुंचना था , मिसेज खन्ना को हेल्प करने के लिए।
किटी सुजाता ने जीती।
और उसके बाद पार्टी पे बात शुरू हुयी।
मिसेज खन्ना ने बोला की मिस्टर खन्ना ( जो कम्पनी के सीनियर वी पी होने के साथ साथ , क्लव के भी प्रेसिडेंट थे ) ने तय किया है की
पिछले साल की न्यू इयर पार्टी बहुत बोरिंग थीं ,
इसलिए अबकी लेडीज क्लब पार्टो का प्लान बनाएगा और आर्गनाइज करेगा।
बात मिस्टर खन्ना की एकदम सही थी।
हर फंक्शन में फ़न गायब रहता था। चाहे न्यू इयर पार्टी हो या कोई और ,
औरतें , आदमी अलग लाइनों में दायें बाएं ,
और लेडीज में भी वर्टिकल डिवाइड , सबसे आगे की रो में सीनियर वी पी ,वी पीज की पत्नियां , उसके बाद की रो में उनसे जूनियर और हम 'बच्चे लोग ' आखिर की दो तीन लाइनों में।
बात चीत में भी ये सोशल हायररकी मेंटेन होती थी।
यहाँ तक की डिनर की लाइन में भी।
हम सब ने मिसेज खन्ना की बात को सपोर्ट किया , हर साल वही कुछ लोग जिन्हे जबरन गाने का शौक है ,आगे बढ़ के गला फाड़ के गाने के लिए खड़े हो जाएंगे,
फिर तम्बोला , क्लब का राष्ट्रीय खेल , टू फैट लेडीज एट्टी एट ,
घिसे पिटे जोक्स के साथ , और सबसे अंत में एक टेस्टेल्सस इन्सिपिड सा डिनर।
हम लोगों का ग्रूप बहुत छोटा था , मुश्किल से २०-२५ कपल्स रहे होंगे , कुछ दो चार कुंवारे लड़के और बस , लेकिन इंटरैक्शन के नाम पर नमस्ते भाभी जी , और क्या हाल है ,बस।
और औरतों से ज्यादा मर्द शर्मीले थे। इतना झिझकते थे की , ....
तो इसलिए सुजाता ने सजेस्ट किया की पार्टी में सबसे पहले आइसब्रेकर वाले गेम होंगे ,
वो भी जेंट्स के साथ।
जैसे जेंट्स को एक फ़ार्म दिया जाएगा वो सारी लेडीज से मिल के उनका नाम , राशि , लिपस्टिक का रंग उस फ़ार्म में नोट करेंगे। और १२ मिनट में जो सबसे ज्यादा लेडीज को कांटैक्ट कर पाया , वो फर्स्ट।
उसी तरह लेडीज जेंट्स से पूछेंगी , आफ्टर शेव , नाम , राशि।
फर्स्ट फाइव सेकेण्ड राउंड में जाएंगे , जिसमें ब्रा की साइज के बारे में पूछना होगा।
और लेडीज जेंट्स से ब्रीफ के कलर के बारे में पूछेंगी।
जो फ़ाइनल विनर होंगे उन्हें अट्रैक्टिव प्राइजेज ,
लेडीज को इम्पोर्टेड अंडरगार्मेंट्स ,परफ्यूम
और जेंट्स को इम्पोर्टेड व्हिस्की ,
इम्पोर्टेड वियाग्रा और सब को फ्लेवर्ड कंडोम।
लेकिन अगर कोई आदमी जान बूझ के धीमे धीमे करे तो , किसी ने पूछा।
डेविल टेक द हाइंडमोस्ट , सुजाता बोली और मिसेज खन्ना का ड्राइंग रूम ठहाकों में डूब गया।
'यस्स्स्स ,सुजाता , वी मस्ट डू इट ऑन हाइंड पार्ट्स ऑफ दोज किलज्वायज ,एनी आइडियाज "
मिसेज खन्ना खुश होके बोलीं.
सब लोग सोचने में लग गए लेकिन दस सेकेण्ड के अंदर मैंने हाथ उठाया , जैसे किसी क्लास में हूँ
" यस मैम , आई हैव आईडिया। "
जोर से मैं बोली , जिस तरह से सीनियर्स ने मुझे देखा साफ लग रहा थी की उनकी झांटे सुलग रही हैं।
मिसेज खन्ना के चेहरे पे मुस्कान बिखर गयी , आखिर मैं उनकी ख़ास प्रोटीजी जो थी।
और मैंने अपना आईडिया पेश कर दिया।
" दे विल हैव टू एक्सपोज देयर हाइंड पार्ट्स , सिंपल।
जो लेडीज होंगी , लास्ट फाइव उनकी साडी उठाकर उनका पिछवाड़ा , आफ कोर्स पहले उन्हें ब्लाइंडफोल्ड और हाथ पीछे बांधने होंगे।
जो मेल्स फर्स्ट फाइव में आएंगे वो , साडी उठा के , बस टच ,और
जो एकदम लास्ट होगा , उसकी लाइट स्पैंकिंग।
सिमिलरली , मेल्स के भी पेंट नीचे करके , और ये काम
जो लेडीज फर्स्ट फाइव आएँगी वो करेंगी।
और इसके आलावा जो मेल और फीमेल लास्ट आएंगे उनके बम्स पे लिख दिया जायेगा , प्रोग्राम के बीच में दे विल हैव टू एक्सपोज देयर रियर , …
बस किसी की हिम्मत नहीं होगी किलज्वाय होने की। "
मिसेज खन्ना ने बस ताली नहीं बजाई लेकिन उनकी ख़ुशी देखते बनती थी। वो बोलीं ,
" यस्स ,यू हैव ब्रेन्स एंड ब्यूटी बोथ , अ रेयर कॉम्बिनेशन। विल बी अ रीयल असेट टू लेडीज क्लब। "
|