20-10-2020, 07:47 PM
(This post was last modified: 20-10-2020, 11:10 PM by Funeyboy. Edited 3 times in total. Edited 3 times in total.)
मम्मी का जन्मदिन
आज 23 जनवरी थी, मम्मी का जन्मदिन था, पापा ने घर पर एक छोटा सा सेलिब्रेशन रखा था सभी दोस्तों और भाभियो को बुलाया था, श्याम को 7 बजे तक सब घर आ गए मम्मी पापा भी तैयार हो गए थे, सभी ने एन्जॉय शुरू कर दिया , गाने ओर डांस चल रहा था मम्मी खूब संजी थी, राजू अंकल चुपके से मम्मी के कान में बोले रचना आज तुम अपने घर मे ही चुदोगी, मम्मी घबरा गई नही प्लीज् इन को पता चला तो जान से मार देंगे, जान कुछ भी नही होगा तुमहारे पति को पता भी नही चलेगा की उस कि बीबी कब चुद गई 2 घंटे में निबटा देंगे, बोल कर उन्होंने पार्वती भाभी को इशारा किया और अंदर चले गए जहाँ सब ताश खेल रहे थे साथ मे पेग भी ले रहे थें, भाभी बोली आप इंजॉय करो हम किचन में खाना तैयार करते है 2 घंटे लग जाएंगे, हा भाभी सब रेडी हो जाये तो बता देना,अब सब भाभियां रसोई में चली गई मम्मी भी साथ मे काम करनी लगी तो वन्दना भाभी बोले रचना तुम रहने दो मेकअप खराब हो जाएगा पसीने से, आप मेरे साथ ऊपर चलो कमरे में,भाभी काम कर लेंगी ओर वो उर्वशी को आंख मार कर मम्मी को ले कर ऊपर चली गई, पीछे पीछे सभी भाभी भी आ गई, मम्मी बोले अरे आप सब भी आ गई खाना लेट हो जाएगा, भाभी बोली कोई बात नही पर पहले तुम्हारा केक कटेगा फिर कुछ होगा , पर वो तो में नीचे सब के सामने काटूंगी न मम्मी बोली, भाभी हंसने लगी अरे मेरी बन्नो तुम बाद में काट लेना पहले तुम्हरा केक तो कट जाए, बोल कर अचनाक से मम्मी के दोनों हाथ पकड़ लिए ओर पलँग के पीछे सिरहाने पर झुक दिया मम्मी कुछ समझ पाती इस से पहले पार्वती भाभी ने उन के हाथ सिरहाने बांध दिए अब मम्मी नीचे जमीन पर पलँग के सिरहाने पर झुकी हुई थी, अरे भाभी क्या कर रही हो छोड़ो न, छोड़ देंगे जान पहले सेलिब्रेट तो कर ले उर्वशी ने मम्मी की साड़ी पेटिकोट सहित उन के गोल मटोल चिकने कूल्हों पर पर से कमर तक उठा दी , वन्दना ने उन की गाँड़ में एक मोमबत्ती डाल कर जला दी आआह क्या कर रही हो, लग रही है पर भाभी हंसने लगी और हैप्पी बर्थडे बोलते हुए फुक मार कर मोमबत्ती बुझा दी सब धीरे धीरे बोल रही थी अब उन्होंने मोमबत्ती निकाल दी और नीचे जाने लगीं, अरे भाभी मुझे खोल तो दो मम्मी बोली, रुको बन्नो अभी तुम्हारा केक कटेगा तब तक हम खाना बनाती है, जाने से पहले उन्होने मम्मी के बलाउज के बटन खोल दिये और ब्रा का हुक खोल कर उतार दी सिर्फ खुले ब्लाऊज में उन के गोर ओर मोटे मोटे उभार लटक रहे थे,[img][/img] रचना हम जा रही है मुह खुला है तुम्हारा पर चिल्लाओगी तो नीच भइया को पता चल जाएगा इस लिए चुप रहो और अपना केक कटवा लो सब से, में एक एक कर सब को भेजूंगी सब शांति से होगा और वो नीचे चली गई, राजू को मिस काल कर दिया, राजू उठे बोले अभी बाथरूम जा कर आता हूं और सधे कदमो से ऊपर चले गए, रचना मेरी जान बोला था न तुम को तुम्हारे घर मे ही चोदेंगे अब शांति से अपनी चूत दे दो आज जल्दी निपटा देंगे, मम्मी शर्मा कर सिर झुकाए खड़ी थी , अंकल ने अपनी पैंट खोल कर 10 इंच का लड़ हाथ मे लिया ओर मम्मी के चूत पर रगड़ने लगे, मुह में नही देंगे लिपस्टिक खराब हो जॉयगी मेरी जान थोड़े पैर खोलो न, मम्मी ने दोनों टाँगे चौड़ी कर दी[img][/img] अब अंकल उन पर झुक गए और अपना लंड मम्मी की चूत में सरका दिया [img][/img]आआह रचना मेरी जान कितनी टाइट चूत है तुम्हारी , इतना चुदती हो पर टाइट ही रहती है , अंकल ने मम्मी की खुले बलाउज में लटकते उभार थाम लिए ओर जोर जोर से चोदना चालू कर दिया, [img][/img]आआह मेरी जान तेरे पति के घर मे तेरी चुदाई का सपना आज पूरा हो गया, तुम रिलैक्स रहो और चुप चाप हमे चोदने दो इस से अच्छा तोहफा तुम को कभी नही मिला होगा, मक्खन जैसी चूत में गर्म लोडा बहुत आनन्द दे रहा है मेरी जान आज ही के दिन तुम किसी चूत से निकली थी और आज तुम्हारी चूत चुद रही है, बातें करते हुए अंकल मम्मी को जबरदस्त चोद रहे थे,[img][/img] मम्मी चुप चाप अपने होठो को भिंचे अपने चूतड़ों पर अंकल की थाप झेल रही थी [img][/img]हर धक्के पर वो आगे उछलने को होती पर अंकल ने उन के दोनों उन्नत उभारो को कस रखा था जिस से वो हिल नही पा रही थी,[img][/img] उधर शैलेश अंकल बोले ये राजू कहाँ गया 20 मिनट हो गए में देख कर आता हूं, औऱ किचन में गये और इशारे से पूछा तो वन्दना ने हाथ से ऊपर इशारा कर दिया, अंकल ऊपर गए तो सीढ़ियों पर ठप ठप की आवाज सुनाई दी, अंदर का नजारा देख के बहुत रोमांचित हो गए, वाह राजू अकेले अकेले चुप चाप छमिया को भोग रहे हो, तब तक राजू अंकल ने अपना पानी मम्मी की चूत में छोड़ दिया था, हाँफते हुए बोले मेने तो केक काट लिया अब तू भी रचना को चोद ले में नीचे संभालता हु, उन के जाते ही शैलेश ने उन की जगह ले ली और मम्मी को उसी पोजीशन में चोदने लगे ,[img][/img] अब एक एक कर सब ऊपर जा के मम्मी की चुदाई कर रहे थे [img]<a href=[/img]" />जब एक ऊपर जाता तो बाकी सब पापा को उलझा कर रखते नशे में उन को शक नहीं हुआ क्यो की औरतें तो खाना बना रही थी, रात के 9.30 बज रहे थे, खाना भी बन चुका था पापा बोले वन्दना भाभी अब केक काटने का समय हो गया है बर्थडे गर्ल को तो बुलाओ, भाभी बोली अभी आती है रसोई में पसीना हो गया था ऊपर फ्रेश होने गई है बुलाती हु, ओर मन ही मन मुस्कुरा दी आप की बर्थडे गर्ल तो ऊपर चुद रही है[img][/img] केक तो कट भी चुका है और बंट भी चुका है, भाभी ऊपर गई और मम्मी को खोल दिया , चलो रचना 20- 20 हो गया पांचो बेटिंग कर चुके है तुम्हारी पिच पर अब जल्दी अपने को फ्रेश कर नीचे चलो, मम्मी ढाई घंटे से एक ही पोजीशन में झुकी खड़ी चुद रही थी, थकान से बेहाल हो गई थी और नीचे आ गई पापा ने उन का हाथ प्यार से पकड़ के अपने पास बिठा लिया, बेबी केक काटो मम्मी ने अब झुकी नजरो से केक काटा फिर सब ने बधाई दी और खाना खाया, सब मुस्कुराते हुए कनखियों से एक दूसरे को इशारे कर रहे थे मम्मी नजरें झुका कर बैठी थी पर नशे में पापा नोटिस नही कर पाए, अब सब जाने लगे पापा सोफे पर आंख मूंद कर पड़े थे मौका पाकर सब ने मम्मी को बाहर दरवाजे पर खीच लिया और बारी बारी से बाहों में ले कर उन को चूमते हुए बधाई दी और बोले रचना भाभी एक महीने बाद होली है तैयार रहना मुअपने उभार ओर गाँड़ थोडी औऱ फुला लेेंना रंंगने में मज़ा आयगा औऱ सब चले गए, इस तरह मम्मी अपने जन्मदिन पर अपने ही घर मे अपने पति के बेड रुम में चुद गई थी, पता नही उन का जन्मदिन बाकी सब के लिए खुशियां लाया था पर उन की चूत सूज गई थी
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आज 23 जनवरी थी, मम्मी का जन्मदिन था, पापा ने घर पर एक छोटा सा सेलिब्रेशन रखा था सभी दोस्तों और भाभियो को बुलाया था, श्याम को 7 बजे तक सब घर आ गए मम्मी पापा भी तैयार हो गए थे, सभी ने एन्जॉय शुरू कर दिया , गाने ओर डांस चल रहा था मम्मी खूब संजी थी, राजू अंकल चुपके से मम्मी के कान में बोले रचना आज तुम अपने घर मे ही चुदोगी, मम्मी घबरा गई नही प्लीज् इन को पता चला तो जान से मार देंगे, जान कुछ भी नही होगा तुमहारे पति को पता भी नही चलेगा की उस कि बीबी कब चुद गई 2 घंटे में निबटा देंगे, बोल कर उन्होंने पार्वती भाभी को इशारा किया और अंदर चले गए जहाँ सब ताश खेल रहे थे साथ मे पेग भी ले रहे थें, भाभी बोली आप इंजॉय करो हम किचन में खाना तैयार करते है 2 घंटे लग जाएंगे, हा भाभी सब रेडी हो जाये तो बता देना,अब सब भाभियां रसोई में चली गई मम्मी भी साथ मे काम करनी लगी तो वन्दना भाभी बोले रचना तुम रहने दो मेकअप खराब हो जाएगा पसीने से, आप मेरे साथ ऊपर चलो कमरे में,भाभी काम कर लेंगी ओर वो उर्वशी को आंख मार कर मम्मी को ले कर ऊपर चली गई, पीछे पीछे सभी भाभी भी आ गई, मम्मी बोले अरे आप सब भी आ गई खाना लेट हो जाएगा, भाभी बोली कोई बात नही पर पहले तुम्हारा केक कटेगा फिर कुछ होगा , पर वो तो में नीचे सब के सामने काटूंगी न मम्मी बोली, भाभी हंसने लगी अरे मेरी बन्नो तुम बाद में काट लेना पहले तुम्हरा केक तो कट जाए, बोल कर अचनाक से मम्मी के दोनों हाथ पकड़ लिए ओर पलँग के पीछे सिरहाने पर झुक दिया मम्मी कुछ समझ पाती इस से पहले पार्वती भाभी ने उन के हाथ सिरहाने बांध दिए अब मम्मी नीचे जमीन पर पलँग के सिरहाने पर झुकी हुई थी, अरे भाभी क्या कर रही हो छोड़ो न, छोड़ देंगे जान पहले सेलिब्रेट तो कर ले उर्वशी ने मम्मी की साड़ी पेटिकोट सहित उन के गोल मटोल चिकने कूल्हों पर पर से कमर तक उठा दी , वन्दना ने उन की गाँड़ में एक मोमबत्ती डाल कर जला दी आआह क्या कर रही हो, लग रही है पर भाभी हंसने लगी और हैप्पी बर्थडे बोलते हुए फुक मार कर मोमबत्ती बुझा दी सब धीरे धीरे बोल रही थी अब उन्होंने मोमबत्ती निकाल दी और नीचे जाने लगीं, अरे भाभी मुझे खोल तो दो मम्मी बोली, रुको बन्नो अभी तुम्हारा केक कटेगा तब तक हम खाना बनाती है, जाने से पहले उन्होने मम्मी के बलाउज के बटन खोल दिये और ब्रा का हुक खोल कर उतार दी सिर्फ खुले ब्लाऊज में उन के गोर ओर मोटे मोटे उभार लटक रहे थे,[img][/img] रचना हम जा रही है मुह खुला है तुम्हारा पर चिल्लाओगी तो नीच भइया को पता चल जाएगा इस लिए चुप रहो और अपना केक कटवा लो सब से, में एक एक कर सब को भेजूंगी सब शांति से होगा और वो नीचे चली गई, राजू को मिस काल कर दिया, राजू उठे बोले अभी बाथरूम जा कर आता हूं और सधे कदमो से ऊपर चले गए, रचना मेरी जान बोला था न तुम को तुम्हारे घर मे ही चोदेंगे अब शांति से अपनी चूत दे दो आज जल्दी निपटा देंगे, मम्मी शर्मा कर सिर झुकाए खड़ी थी , अंकल ने अपनी पैंट खोल कर 10 इंच का लड़ हाथ मे लिया ओर मम्मी के चूत पर रगड़ने लगे, मुह में नही देंगे लिपस्टिक खराब हो जॉयगी मेरी जान थोड़े पैर खोलो न, मम्मी ने दोनों टाँगे चौड़ी कर दी[img][/img] अब अंकल उन पर झुक गए और अपना लंड मम्मी की चूत में सरका दिया [img][/img]आआह रचना मेरी जान कितनी टाइट चूत है तुम्हारी , इतना चुदती हो पर टाइट ही रहती है , अंकल ने मम्मी की खुले बलाउज में लटकते उभार थाम लिए ओर जोर जोर से चोदना चालू कर दिया, [img][/img]आआह मेरी जान तेरे पति के घर मे तेरी चुदाई का सपना आज पूरा हो गया, तुम रिलैक्स रहो और चुप चाप हमे चोदने दो इस से अच्छा तोहफा तुम को कभी नही मिला होगा, मक्खन जैसी चूत में गर्म लोडा बहुत आनन्द दे रहा है मेरी जान आज ही के दिन तुम किसी चूत से निकली थी और आज तुम्हारी चूत चुद रही है, बातें करते हुए अंकल मम्मी को जबरदस्त चोद रहे थे,[img][/img] मम्मी चुप चाप अपने होठो को भिंचे अपने चूतड़ों पर अंकल की थाप झेल रही थी [img][/img]हर धक्के पर वो आगे उछलने को होती पर अंकल ने उन के दोनों उन्नत उभारो को कस रखा था जिस से वो हिल नही पा रही थी,[img][/img] उधर शैलेश अंकल बोले ये राजू कहाँ गया 20 मिनट हो गए में देख कर आता हूं, औऱ किचन में गये और इशारे से पूछा तो वन्दना ने हाथ से ऊपर इशारा कर दिया, अंकल ऊपर गए तो सीढ़ियों पर ठप ठप की आवाज सुनाई दी, अंदर का नजारा देख के बहुत रोमांचित हो गए, वाह राजू अकेले अकेले चुप चाप छमिया को भोग रहे हो, तब तक राजू अंकल ने अपना पानी मम्मी की चूत में छोड़ दिया था, हाँफते हुए बोले मेने तो केक काट लिया अब तू भी रचना को चोद ले में नीचे संभालता हु, उन के जाते ही शैलेश ने उन की जगह ले ली और मम्मी को उसी पोजीशन में चोदने लगे ,[img][/img] अब एक एक कर सब ऊपर जा के मम्मी की चुदाई कर रहे थे [img]<a href=[/img]" />जब एक ऊपर जाता तो बाकी सब पापा को उलझा कर रखते नशे में उन को शक नहीं हुआ क्यो की औरतें तो खाना बना रही थी, रात के 9.30 बज रहे थे, खाना भी बन चुका था पापा बोले वन्दना भाभी अब केक काटने का समय हो गया है बर्थडे गर्ल को तो बुलाओ, भाभी बोली अभी आती है रसोई में पसीना हो गया था ऊपर फ्रेश होने गई है बुलाती हु, ओर मन ही मन मुस्कुरा दी आप की बर्थडे गर्ल तो ऊपर चुद रही है[img][/img] केक तो कट भी चुका है और बंट भी चुका है, भाभी ऊपर गई और मम्मी को खोल दिया , चलो रचना 20- 20 हो गया पांचो बेटिंग कर चुके है तुम्हारी पिच पर अब जल्दी अपने को फ्रेश कर नीचे चलो, मम्मी ढाई घंटे से एक ही पोजीशन में झुकी खड़ी चुद रही थी, थकान से बेहाल हो गई थी और नीचे आ गई पापा ने उन का हाथ प्यार से पकड़ के अपने पास बिठा लिया, बेबी केक काटो मम्मी ने अब झुकी नजरो से केक काटा फिर सब ने बधाई दी और खाना खाया, सब मुस्कुराते हुए कनखियों से एक दूसरे को इशारे कर रहे थे मम्मी नजरें झुका कर बैठी थी पर नशे में पापा नोटिस नही कर पाए, अब सब जाने लगे पापा सोफे पर आंख मूंद कर पड़े थे मौका पाकर सब ने मम्मी को बाहर दरवाजे पर खीच लिया और बारी बारी से बाहों में ले कर उन को चूमते हुए बधाई दी और बोले रचना भाभी एक महीने बाद होली है तैयार रहना मुअपने उभार ओर गाँड़ थोडी औऱ फुला लेेंना रंंगने में मज़ा आयगा औऱ सब चले गए, इस तरह मम्मी अपने जन्मदिन पर अपने ही घर मे अपने पति के बेड रुम में चुद गई थी, पता नही उन का जन्मदिन बाकी सब के लिए खुशियां लाया था पर उन की चूत सूज गई थी
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