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Thriller कामुक अर्धांगनी
मस्त अपडेट
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(05-09-2020, 12:08 AM)bhavna Wrote: मस्त अपडेट

Thanks  Namaskar
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शानदार
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(05-09-2020, 06:58 AM)ajinohase Wrote: शानदार

Thanks  Namaskar
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गुड स्टोरी
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कालू की बातें सुन मधु मदमस्त हो चुकी थी और कालू से बोली बहुत चुत चोदे हो इस लौड़े से आज मैं भी देखना चाहती हूँ क्या क्या सिखाया तुझे तेरी मालिक ने कुत्ते और वो हँसने लगी और कालू मधु के तलवों को उठा कर चाटने लगा और मधु आहे भर्ती मचलने लगी ।


कालू बोला मालकिन आप बहुत करारी माल हो आपको चोदने मे बहुत मज़ा आएगा आप जैसी गदरायी औरतें मुझे बहुत पसंद है और वो मधु के अंघुटे को चुसने लगा और विरजु से बोला साहब को छोर इधर आ पहले मालकिन की सेवा करते है ,विरजु झट से मधु के पास जा बैठा और कालू के कहने पर मधु के नाभि मे जीभ डाल चुसने लगा और बोला मालकिन हाथों को ऊपर रखिये समझई बंधी हुई है तभी हम दोनों आपको दिल खोल के मज़ा दे पाएंगे ,मधु बोली कुत्तों बांध ही दे ना ,कालू एकदम से चमकती आँखों से बोला जी मालकिन और मुझे देख बोला साहब एक गमछा दीजेए न और मैं कुत्ते के लिए गमछा लाया और विरजु ने कस के मधु के दोनों हाथों को पलग पर बांध कर बोला कालू भाई मेमसाहब बड़ी करारी है इनको इतनी आसानी से नहीं करेंगे इनको तड़पाने से और मज़ा आएगा ,कालू पैरों को चाटते बोला है विरजु इनको वैसे ही करेंगे की मालकिन भूले नहीं हम्हे कभी और दोनों मिल के मधु की एक एक टांग चाटने लगे और उँगली चूस मधु के चिकने पैरों को सहलाने लगे ,वो तेल मलते बस मधु के इठलाते बदन को देख मस्त था ।



उनकी उंगलिया ताल से ताल मिलाती मधु के जिस्म पर फिरती जिससे मधु सिहर जाती और उफ्फ्फ करती कमुक हो जाती और आंनद पूर्वक मज़ा लेती । यू तोह दोनों मधु जैसी प्यासी औरतों को चोद ही जवान हुए थे ऐसे मे उनका अनुभव कमाल का था ।


मधु की टांग बिल्कुल खुली दोनों के होंठो के पास थी और वो तेल ऊपर डालते जो धीरे धीरे बहती मधु के जीन्स के पास पहुँच गायब हो जाती मानो प्यासी चुत मधु की तेल पिये जा रही हो ।


तेल की धार मधु को गुदगुदी देती रोमांचित भी करती और वो कमर डोलाने लगती और हाथो को झटकती जिसे देख वो हँसते और आनंदित होते बोलते मेमसाहब आपने हम्हे ख़ुद ही जवानी सौपी है अब खुद ही लड़ रहीं और मधु अजीब कमुक आवाज़ मैं बोलती जवानी सोपी हु तोह चोद कुत्ते तड़पता क्या है और वो बोलते मालकिन हम कुत्ते है हम्हे बस कुतिया चोदनी है ,जब तलक आपको कुतिया न बना दे तब तक आप तड़पोगी और मधु हल्का गुसा करती बोलती कुतिया नहीं तेरी मालकिन हुँ कुत्ते और वो बोलता हाँ आप मालकिन ही है पर हम दोनों आपको कुतिया बना ही देंगे और मधु घमंड मे बोली मादरचोद हिमंत है तोह बना देखती हूँ तुम दोनों की औकाद ।


यू लग रहा था कि मधु खुद उनको उकसा रही थी कि वो मधु को नए अनोखे तरीके से मज़ा दे और ये बातें उनके बीच काफी उतेजना डाल रही थी , कालू उठ बाहर निकला और मधु बोली हिलाने चला क्या कुत्ते ,वो बिना जबाब दिए थोड़ी देर मे सरसों तेल की बोतल ला वापस बैठ पैरों से खेलने लगा और विरजु नाज़ुक उँगलियों से मधु के तलवों को मसाज करने लगा ,अब यू तलवे दबाये जाए तोह बदन सुख ही भोगे और मधु आँखे बंद वहीं सुख बटोरे इठलाती रही और कालू ने बड़े आराम से सरसों तेल को मधु के टॉप पर डाला और हाथों से सहलाते बोला मालकिन बड़ी गर्मी होती है इस तेल मे अब आप सुखी अच्छी नहीं लगती और मधु की टॉप तेल से पूरी तरह तरबतर हो गई और उसकी ब्रा तेल को सोखने लगी ,कालू ने अच्छे से टॉप के हर कोने को भिगोया और वापस आ बैठ मधु के पैरों को दबाने लगा ,मधु एक अजीब सुरसुरी मेहसूस करती खुद के जिस्म को छूने को तड़पने लगी और तेल ब्रा से होते अब उसके चिकने जिस्म पर फैलने लगा और मधु की कसमसाहट देख कालू बोला मालकिन जितना तड़पोगी उतना आनंद है ये जो हल्की हल्की सनसनाहट और खुजली तेल की बूंदे आपको देने लगी है यही आपको कुतिया बनायेगी और मधु बोली कुत्तों तुम दोनों चाहे जो कर लो कुतिया नहीं बना पाओगे पर मैं तुम दोनों की गाँड लाल ज़रूर करूँगी ।


कालू हँसते बोला मालकिन लाल कर दीजेएगा आपके खुशी के लिए कालू अपनी गाँड लाल करवा लेगा ,कालू ने मधु के चपचप टॉप को आईस्ते सहलाया और मधु के कड़क निप्पलों को उँगलियों से धीरे धीरे मसलने लगा वो मधु सर उठा कर सिसकी मारने लगी जिसे देख विरजु ने मधु के नाभी पर तेल डाल उँगली से दबाया और मधु बिल्कुल कामुक्ता बस बोली कालू ओह मेरे विरजु चोद न और कालू बड़े शान्त मन बोला मालकिन अभी नहीं और मधु कस्मसाती तड़पती रही और दोनों मधु के जज़्बात से ऐसे खेल मे ढालने लगा कि मुझे आभाष हो गया कि मधु खुद को कुतिया बना ही देगी इन कुत्तों के लिए ।
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शानदार स्टोरी

सेशन तो पूरा कर दिया करो मित्र
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मधु की बेबसी देख कालू ने बड़े आराम से थप थप करते मधु के चुचियों को थपथपाया ओर मधु गाँड उठा कर करहाने लगी मानो वो अत्यंत कामवासना मे डूबी हुई हो ये देख कालू बड़े हरामी अंदाज़ मे विरजु से बोला देख भाई मालकिन बोली कुतिया नहीं बनेगी ओर तेज़ हँसने लगा पर मधु सिसकी लेती कालू को पलट जबाब न दे कर बस उस अनुपम एहसास को बटोरे कस्मसाती रही और कालू ने तेल की बोतल को उठा ढकन खोल मधु के जीन्स के मुहाने रख कर खड़ा कर दिया और सरसों की बोतल थोड़े पल मे खाली हो गई और वो मधु को निहारते बोला विरजु लगता है अभी तेल मालकिन के प्यासे गुफा तक नहीं पहुँची ज़रा भी चीख नहीं रही ,विरजु बोला भाई ज़रा सरसो तेल की गर्मी मालकिन के गर्म छेद से टकराने तोह दे फिर देख कैसे उछाल मारेगी ।



कुछ मिनटों मे मधु गाँड उठा उछलने लगी और कालू ने विरजु से बोला कस के पकड़ मालकिन के पैरों को नही तोह तेल नीचे बह जाएगी और दोनों ने मिल के मधु के पैरों को बिस्तर पर दबा के जकड़ लिया और सरसों तेल की गर्माहट से मधु कमर उठा के चीखते बोली कालू मादरचोद उतार के साफ कर जलन हो रहीं और कालू हँसते बोला मालकिन प्यासी चुत को थोड़ा गर्म तेल पीने दे बड़ी मस्त हो जाओगी जब हम कुतिया बना के तुझे चोदेगे, मधु तेज़ करहाती आवाज़ मैं बोली कुत्ते रगड़ तोह दे बड़ी तेज़ जलन हो रहीं और वो गाँड उठा कर पटकने लगी पर कालू ने कमर पर हाथ लगा मधु को निढ़ाल करते बोला मालकिन कुतिया बनोगी , मधु बोली तेरी गाँड मार दूँगी वो हँसते मधु के कमर पर हाथ फेरने लगा और मधु गर्दन उठा कर एक प्यासी रांड की तरह चीख़ती रही और मधु का जीन्स अब तेल की उपस्थिति दर्ज करता गीला होने लगा और विरजु उँगली फेर मधु के चुत की उभार दबा कर नई कलाकृति बनाने मे मग्न हो गया ।

सरसो तेल ने अपना जलवा दिखा मधु के संपूर्ण जीन्स को गीला कर दिया और विरजु के उँगली से मधु रोमांचित होती बड़े कामुक्ता बस बोली कालू ओर विरजु अब चोद न मुझे अजीब नशा चढ़ गया रे फाड़ दे मेरी चुत खोल दे मेरी गाँड ,कालू हँसते बोला मालकिन आप हम दोनों की कुतिया हो न ,मधु आँखे लाल करती बोली चुप साले मादरचोद तू मेरा कुत्ता है और कालू ने कमर पर दबाब बनते अपने हाथों से सहलाया और मधु के निप्पलों को अपने दाँत से हल्के हल्के काटने लगा और मधु एक कैदी की तरह बस विवश तड़पती रही कि कालू ने मधु के पैरों को मोड़ कर उठा दिया और चुत पर हाथ दाब तेल को मधु के तड़पते चुत का रास्ता दिखा वो पैरों को जकड़ बैठ गया ।



मधु अब भी हिमंत से डटी रही और बिना हार माने खुद को तड़पाती रही और मचलती रही ।


मधु को नहीं तोड़ पाने से कालू थोड़ा उतेजित हो गया और विरजु से बोला बड़ी ज़िद्दी है मालकिन और वो मधु के चुचियों के बीच हाथ फ़सा टॉप को ज़ोर से खिंचा ,मधु का शरीर उठ कर विरजु के चेहरे तक पहुँच गया पर टॉप के धागे कमज़ोर पड़ गए और कालू ने वापस मधु को बिस्तर पर पटक फिर खिंचा और बंधे हाथों से मधु दर्द से करहाती एक मजबूर बेसहाये की तरह चीख़ती रही पर यू चार पाँच बार टॉप को खींचने से वो चर करती फट गई और कालू ने मधु के उभारों पर हाथ फेरते बोलने लगा मालकिन तोह ताज़ा ताज़ा किसी हरामी से ठुकवाई है और मधु ये सुन शर्माती झेप गई ओर कालू बड़े आराम से चुचियों को मसलते तेल मिलाने लगा और उँगलियों को निपल्लों पर घिस कर पूछा मालकिन क्या इस मर्द ने बस काटा नोचा है कुतिया बना पेला नहीं ,मधु मुँह फेर चुप चाप लेटी रही ।
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Kya chooth-fad kahani likhte ho yaar! Kaushik ki is thread ne is mature couple ke lund fuddi mein ekdum hulchul macha dee
Jis thareh Madhu aur writer har samay ek dusre ke prati pyaar jatate hai, ek dam manmohak hai bhai!
Par ek baat: chudai kreeda ke beech beech kuch aur maadak baatein aur story-line bhi daalo, taaki kahani ek chudai se direct doosri chudai may na jaye.
Story ka strong point: Yahan husband ke POV (point of view) se likha narration ek sacche cuck ke mind ko darshata hai.
pylode
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(07-09-2020, 12:33 AM)pylode Wrote: Kya chooth-fad kahani likhte ho yaar! Kaushik ki is thread ne is mature couple ke lund fuddi mein ekdum hulchul macha dee
  Jis thareh Madhu aur writer har samay ek dusre ke prati pyaar jatate hai, ek dam manmohak hai bhai!                  
      Par ek baat: chudai kreeda ke beech beech kuch aur maadak baatein aur story-line bhi daalo, taaki kahani ek chudai se direct doosri chudai may na jaye.                  
  Story ka strong point: Yahan husband ke POV (point of view) se likha narration ek sacche cuck ke mind ko darshata hai.                  
           pylode

Namaskar thanks
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मधु पूरी तरह लज्जित हो मुँह फेर लेटी रही पर कालू ने निप्पलों को खेंच मधु को उतेजित करते बोला मालकिन हमसे कैसी शर्म हम तोह वैसे भी आपकी बजाने आए है और मधु के गोरे गालों पर शर्म की लाली कौंध गयी और वो आँखे बंद मुँह फेरे लेटी रही और कालू के बेरहम हाथों से अपनी निप्पलों को खिंचते सहती रही तभी विरजु ने मधु के टाँगों को खोल थापक कर चुत पर चाँटा मार बोला मालकिन बड़ी लजाती है लगता है इनको बेशरम बनाए कुतिया बनाना संभव नहीं और वो दोनों हँसते मधु के जिस्म पर अनोखे ढंग से आग लगाने लगे और मधु तपती मोन पड़ी रही ।


विरजु ने बोला साहब एक कैची दीजेए न ,मैंने संदेहास्पद ढंग से विरजु की और देखने लगा और वो इसारे से बोला ,मधु के जीन्स को काटने के लिए मांग रहा अब मैं तोह मनोरंजन देखने को उत्सुख था तो फौरन कैची विरजु को दे दिया और वो आराम से हौले हौले मधु के झाघो पर फेरते जीन्स को काटने लगा और उसने नीचे से जीन्स यू काटी की आधी उठ कमर के ऊपर चली गई आधी गाँड के नीचे दबी रही और विरजु अपने हाथ को मधु के पैंटी पर फेरते कालू से बोला भाई मालकिन की चुत तोह बहुते गरम है क्या बोलता है पेल दे का और कालू बोला नहीं बे अभी मालकिन को और नशा चढ़ा की खुद मालकिन कुतिया बन के हम दोनों का लेगी तभी न अच्छे से पेलेंगे देखता नहीं लजाई मुँह छुपा रही है बताती है नहीं किस मर्दवा से पेलवा के बैठी है और विरजु पैंटी के ऊपर से है मधु के तड़पते चुत को सहलाने लगा और हल्के थपेड़े मार गरमाने लगा कि कालू ने मधु के चुचियों पर अपने छाती को रख रगड़ते बोला मालकिन अपने कुत्तों से क्या शर्मा रही देखिये न इधर कुत्ते बावले हुए पड़े है कि मालकिन कुतिया बन लुंड चुत मे फ़सा ले ।


मधु बड़े सब्र से खुद को चुप रखे हुए थी पर कालू ने जैसे ही मधु के काँखों को सहलाना शुरू किया और तेल की गर्माहट ने जो आग लगाया मधु न चाहते हुए करहाने लगी और कालू जीभ लगा चाटने लगा और विरजु बोला भाई ये तोह मेमसाहब की तरह गंदी जगह चटवा के गर्म होती है तू चाट देख मुतेंगी मालकिन ,कालू हँसते बोला मुतेंगी तोह मुतवा देता हूँ और मधु हाथों को झटकने लगी और चीखते बोली मत कर मादरचोद बस कर उफ्फ्फ ,कालू ने मधु की तड़प को ओर बढ़ाते चाटता रहा और विरजु थप थप करते मधु के मचलते चुत को उकसाता रहा और मधु तेज़ स्वर मे इठलाती रही ।



कालू ने मधु को आखिर तोड़ दिया और वो मूतने लगी और विरजु थाप मरता मधु के मुत को चारों और छिटकाने लगा और मधु पूर्ण कमुक होती बोली चोद मादरचोदों मैं तुम दोनों की कुतिया हुँ ।


कालू बिना जबाब दिए लगा रहा और विरजु आँखों मे चमक लिए बड़े मजे से मधु के चुत पर थपड़ मार आनंद लेता रहा और मधु एक स्वर मे न जाने कितनी बार खुद को दोनों की कुतिया बता कसकती रही और निढ़ाल हो हाँफने लगी ,मेरी बीवी ने खुद को दोनों के सामने झुका के अपना चर्मसुख भोगा और कालू उठ कर मधु के होंठो को चुसने लगा और हाथों से चुचियों को मसलते बड़े हक से बोला मालकिन हम तोह जानते है आप कुतिया हो तभी हम दो कुत्ते आये है वरना साहब के रहते आप जैसी मालकिन को हम जैसों की क्या ज़रूरत ।


मधु लड़ के लिए तड़पती बोली कालू चोद अपनी कुतिया फाड़ दे मेरी चुत ,बड़ी आग लगी है बुझा दे ,कालू हँसते बोला मालकिन अभी तोह ये आग कुछ नहीं ज़रा और तड़पाने दे मुझे आपके योवन को फिर जो जोश बनेगी आपके जिस्म पर वहीं जोश ठंडा करूँगा ये तोह बस ऊपरी आग है इसे चोद के क्या फायदा ।


मधु बोली अब देख जैसा कहती कर पर कालू ने एक न सुनी और ब्रा को बीच से खींच के वापस मधु के जिस्म पर छोड़ दिया और चटाक कर मधु के जिस्म से ब्रा टकराई और वो रूवासी हो चीख़ने लगी और उधर विरजु ने पैंटी को ऊपर खीच मधु की चुत पर वार किया और मधु चिलाते बोली मादरचोदों तुम दोनों की माँ चोद दूँगी सालों और चीख़ती रही ,विरजु ने जैसे पैंटी ऊपर की और खिंची मधु की चुत के बीच पैंटी फ़स के उसके चुत के होठ फूल कर उभर आए और विरजु बड़े मजे से उभारों को खींच खेलने लगा और कालू ब्रा खिंच मधु के चुचियों को लाल करने लगा और मधु आंखों मैं आँसू लिए उन दोनों के खेल मे बस एक बेबस खिलौना बन मचलती रही ।



कालू ने इतना खिंचावा दिया कि ब्रा की डोरिया तनाव से बिखर गई पर बिखरने से पहले मधु से टकरा कर उसके कंधे पर अपने निसान बनाना न भूली और मधु खुद को छूने के लिए अपने हाथों को पूरी ताकत से खिंचने लगी पर विफल हो कालू से बोली अब तोह चोद, खेल लिया न और कालु ने बड़े आराम से चुचियों को मसाज करते बोला मालकिन न जाने कितनी औरतें मेरे नीचे चुदवा के जन्नत देख चुकी है पर न जाने क्यों मेरा दिल आपको इतनी आसानी से पाने को मचल नही रहा ,मेरा दिल आपको और तड़पाने को बोल रहा ओर अब दिल का कहा सुनुँगा तोह न मालकिन आपको मज़ा दे पाऊँगा कहते वो मधु के दोनों चुचियो को रगड़ के तेल मिलाते खेलने लगा और विरजु मधु के चुत के बगल नाक लगा के सुरसुरी करते मधु के हिलते कमर पर इठलाने लगा और बोला मालकिन मेरी नाक इधर है उधर नहीं और मधु हवस मैं अंधी विरजु के नाक को चुत पर लेने के लिए विरजु के खेल को खेलने लगी ।
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bahut zabardast update bhai...kya tadapaya h
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Suparb. Story. Bhai Ab Madhu ke patidev Ki Gand ka Udghtan Karvao.
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विरजु ने मधु के हिलते कमर पर बखूबी नशा चढ़ाते अपने नाक की नोंक को बड़े देर तक चुत के मुहाने आने नहीं दिया ओर इधर कालू ने चुचियों को अपने मज़दूर हाथों से रगड़ मसल लाल कर सारे तेल को मधु के जवानी पर सूखा दिया और एक एक निप्पलों को खींच उँगलियों से मसलते मधु को ऐसे काबू मे कर लिया कि उसकी हर आह बस कालू विरजु के गीत गाती रही और वो मधु के तपते तड़पते जवानी को देख उत्साहित होता रहा ।


जब मधु की चुचियों पर तेल सुख बिल्कुल चमकदार हो गया और एक अजीब लालिमा छटा बिखेरने लगी तो कालू ने मधु को कमर से पकड़ झटके से पलट दिया और उसके जिस्म से चिपके टॉप ब्रा के टुकड़े से तेल ग़ार कर फर्श पर फेख पूरे योवन को सख्त हाथों से रगड़ते विरजु से बोला यार देख मालकिन की ये गदराई सिलवटों वाली जवानी कैसे हम्हे बुला रही नोच खाने को और विरजु मधु के गाँड की दरार पर नाक लगा तेज़ स्वास खिंच बोला यार कालू मालकिन की गाँड भी चुदासी लग रहीं ,कालू हँसते बोला तुझे तोह गाँड का शौक है फाड़ दे वैसे भी मालकिन कुतिया बन के फड़वायेगी अपनी ये सख्त कमुक गाँड और जिसने तेरे तगड़े लौड़े से गाँड मरवाई वो महीने भर मे ऐसी गाँड वाली हो जाती है कि बाजार मे देख मर्द अपने अपने लड़ सहला लेते है ।



कालू गर्दन से कमर तक मधु के पीठ को अच्छी तरह मलता रहा था और विरजु गाँड पर नाक लगा चुतरो को खींच मधु की बेचैनी को और बढ़ता पागल करने लगा था ।

मधु के बदन की आग चर्म पर थी और कालू ने अपने कथन अनुसार मधु को बेहद गर्म कर तड़पने दिया था । विरजु ने खिंच के मधु की गाँड खोल दी और थूकने लगा ,वो अपने जीभ की नोंक से मधु के गाँड की छेद को चाट बोला भाई मालकिन की गाँड की छेद मेरे लौड़े को बुला रहीं है जीभ से तोह बस उप्पर नीचे खुल बंद हो रही अब ऐसे गाँड को देख रहा नहीं जाता बोले तोह एक है झटके मे फाड़ देता हूँ कुतिया की करारी गाँड और चोद भोसड़ा बना देता हूँ ।


कालू हँसते बोला अरे विरजु मालकिन को नज़ाकत से चोदना है कि हफ्ते हफ्ते बुलाती रहें कहीं एक बार मे ही निकाल फेंकेगी तोह ऐसी कसी जवानी फिर कहा मिलेगी तुझे ,विरजु ने कालू की बातें सुनते बोला क्या करूँ कालू मालकिन को देख शहर वाली चुदासी रंडिया याद आ गईं जिसकों मैंने चोद चोद पागल कर दिया था और वो महीने दिन मे चौड़ी गाँड लिए आ के खुद कुतिया बन लड़ चुस्ती थी और विरजु गाँड मे डाल कहती घोड़ी बन जाती थी ।


मधु ने अपनी गाँड उठा कर विरजु के जीभ पर दबाया और विरजु बोला मालकिन अहह ऐसे ही उकसाया करो तेरा ये विरजु गाँड की नस नस लौड़े से खोल जो मज़ा देगा कि तेरी गाँड मुझे पल पल याद करेगी और मधु करहाती पैरों को मोड़ घोड़ी बन बैठी और कालू ने मधु के गर्दन को दबा कर एक ढलान बनाई और मधु के पीठ को दबाता बोला मालकिन आपकी हालात देख लग रहा कि आपकी जवानी ने ताज़ा ताज़ा सुख भोगा है ।


मधु दबे आवाज़ करहाती बोली हाँ कालू कल ही तेरे मलिक ने मेरी चुत चुदवाई है और शालिनि दीदी ने आज तुम दोनों को मेरे लिए बुलाया है ,कालू हँसते बोला उफ्फ शालिनि मालकिन तोह हम दोनों के बिना हफ़्ते नहीं रुक पाती जहाँ काम करने जाऊ आ जाती है ,वहाँ अगर कोई न हो तोह खड़े खड़े चुदवा लेती है उनकी चुत तो हर पल लौड़े के लिए मचलती है ।


मधु के टैंगो के बीच विरजु कुत्ता बन गाँड का सुख भोगे ऐसा लग रहा था कि कोई कुत्ता मिलन के लिए कुतिया को चाट रहा हो और ये देख मेरा उत्साह चर्म पर पहुँच चुका था । मधु अश्लील अभिनेत्री की भांति अपने जिस्म को मोड़े थी मानो फ़िल्म की पटकथा का चिट्वाहन कर रही हो ।


जैसे ही विरजु ने मधु के सूखे गाँड पर उंगली धकेल दिया मधु चीख़ती काँपने लगी और कालू ने हँसते बोला मालकिन क्या हुआ एक पतली उँगली से यू चीख रहीं विरजु का लड़ देख लोगी तोह क्या होगा आपका और विरजु ने पूरी उँगली डाल खुश भाव बोला यार मालकिन की गाँड तोह गु से भरी है मज़ा आ जायेगा इनको चोदने मैं ।


कालू ने मधु को पूर्ण घोड़ी की तरह बिस्तर पर उठा दिया ओर खुद अपने आप को मधु के लटकते चुचियों के नीचे लेट दूध चुसने लगा और मधु कामुक्ता मे बड़ी तेज़ साँसे भर्ती इठलाती दोनों को बोली अब तोह चोद दो और क्या बाकी रहा पर कालू ने हँसते बोला मालकिन अभी मेरा दिल नही बोला न , अब दिल बोलेगा तोह कालू के तगड़े लड़ से सेवा शूरू कर दूँगा फिर अंजाम तो आप जानती ही हो कैसे पल पल आप अकड़ झड़ती रहोगी और कैसे लड़ झटके मारता आपको पेलता रहेगा ।


कालू ने अपने हाथ से मधु के चुत को सहलाया और दूध चुसता रहा मधु पूरी तरह गीली और चुदासी थी और कालू के तीन उँगलियों को बड़े आराम से चुत की गहराईयों मे महसूस करती कमुक सिशकिया भरने लगी ,दो मर्दो के यू अपने जिस्म पर महसूस करती मधु जन्नत के मुहाने खड़ी दरवाज़े के खुलने की राह ताकती चीख़ती करहाती खुद के बदन को इठलाती बंधे हाथों से मिनते कर रही थीं ।
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So hot, ohh. Very nicely written.
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[Image: IMG-20200909-064739-331.jpg] madhu with her hubby
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Super
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तहे दिल से धन्यवाद सभी पढकों का ,आपके प्यार और स्नेह से प्रेरणा मिलती है ,आप सबको नमन ।

Namaskar
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what a update bus ab intezar hi madhu apne pati ko unke kaale mast singapuri kele ka swad chakaye
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Wah Yar Mja aa Gya. yar Madhu ko rula Rula ke Chudao. Pure Ghrme Bhga Bhga ke .Kapti Dhurjti Pasine se Lathpath. apne Pti ko "muje Bchlo" Muje Bchalo" Boti Doda doda ke chudvao Kalu se Chhitkke Bhage dusri rum me to Birju Birju se Bch ke Bhage to Kalu Pakdle. (Dono ka vada he ki ek Bed rum me rhega aur ek Drowing room me)
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