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Fantasy मम्मी की नमकीन चूत का शिकार // raviram69
#1
दोस्तों ! नमस्कार !
मैं कई कहानियां literotica dot com (किन्ही कारणों से ) अलग अलग नाम से पोस्ट की थी (जैसे की masterji1970, seksyseema, seemawithravi, raviram69 आदि), जो की मैं इस BIG PLATFORM पर पोस्ट करने जा रहा हूँ //

आपसे सहयोग की उम्मीद से ...

आपका

// सुनील पण्डित //
(suneeellpandit) [Image: horseride.gif] [Image: announce.gif]


मम्मी की नमकीन चूत का शिकार

By raviram69© द्वारा रविराम६९


Declaration : Adult Contents

All characters in this story are 18+. This story has adult and incest contents. Please do not read who are under 18 age or not like incest contents. This is a sex story in hindi font, adult story in hindi font, gandi kahani in hindi font, family sex stories

मेरा परिचय

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दोस्तो, मेरा नाम रविराम69 है, दोस्त मुझे 'लॅंडधारी' रवि के नाम से बुलाते हैं। कई औरतें मुझे मस्तराम कहते हैं. मेरा लंड 9 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है। जब मेरा लंड खड़ा (टाइट) होता है तो ऐसा लगता है जैसे किसी घोड़े का लंड या किसी गधे का लंड हो .. जिसकी भी चूत में जाता है उसकी चूत का पानी निकाल कर ही बाहर आता है, और वो लड़की या औरत मेरे इस लंबे, मोटे और पठानी भुसंड लंड की दीवानी हो जाती है । आज तक मैंने बहुत सी शादीशुदा और कुवांरियों की सील तोड़ी है। मैंने अपनी मम्मी को भी पटाकर चुदाई की है क्योंकि मेरे पापा काम के सिलसिले में ज़्यादातर बहार ही रहते हैं, में बचपन से ही देखता आया हूँ, की मम्मी की चूत कितनी प्यासी है, पापा के कहने पर ही मम्मी हमेशां अपनी चूत की झांटों को साफ़ कर के रखती है, मम्मी के मुम्मे बड़े भारी भारी और मोटे मोटे हैं ..और गांड बड़ी मस्त है .. अब तो मम्मी मेरे लम्बे मोटे पठानी लंड की बड़ी दीवानी है .. जब पापा घर पर नहीं होते तो हम दिन और रात में कई कई बार चुदाई कर लेते हैं .. बस या ट्रेन या रिक्शा मैं भी मम्मी मेरे लंड को (सबसे छुपाकर) हाथ में रखती है .. महसूस करती है और मेरे लंड को मुठी में करके आगे पीछे करती है. मम्मी को मेरे लंड की लम्बाई और मोटाई बहुत पसंद है ..मम्मी को मेरा लंड पूरा मूंह मैं ले कर चूसना और चूत में डालकर चुदवाना बहुत पसंद है ... मम्मी के बाद सीमा मेरे लंड की दीवानी है .. सीमा के मस्त मोटे मुम्मे.. पतली कमर और गोल गोल मस्त गांड देखकर सभी के मूंह में पानी आ जाता है .. बहुत मस्ती से सीमा मेरे पठानी लंड से चुद्वाती है ....

कहानी

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मेरा नाम रवि है मैं 2nd इयर में आगरा में स्टडी करता हू. मेरा घर मुंबई मैं है, मेरे पापा सॉफ्टवेर कंपनी में है ओर सिंगपुर मैं जॉब करते है मम्मी का अपना एक बुटीक है. पापा 6-7 महीनो मैं 2-3 दिन के लिए आते है. मम्मी मुंबई मैं अकेले रहती हैं ओर वो बहुत फ्रॅंक है. मेरी मम्मी का फिगर बहुत मस्त है बूब्स 40 कमर 30 ओर चूतर 42 है मम्मी की हाइट 5 फुट 6 इंच है ओर मम्मी का वेट 55 kg . है ओर मम्मी की उम्र अभी 38 साल है.

हम लोग हॉस्टिल मैं एक दिन एक ब्लू फिल्म की सीडी लाए ब्लू फिल्म का नाम "फॅमिली संबंद (family relations)" था ओर ये BF माँ बेटे के रीलेशन शिप पर थी ओर वो भी माँ बेटे की चुदाई . BF में एक मम्मी अपने बेटे ओर उसके फ्रेंड्स से चूत मरवाती है. हम सभी ये देख कर एक प्लान बनाने लगे की हम सब अपनी अपनी मम्मी को मिल कर इस सेमेस्टर ब्रेक में चोदेगे.

हम 7 दोस्त हैं जिन में से 4 आगरा के हैं ओर 2 जयपुर ओर 1 दिल्ली का है. हम सब ने पहले अपने आगरा वाले दोस्तो की मम्मी को मिलकर खूब चोदा . फिर मेरे दोस्तो ने मेरी मम्मी को चोदने का प्लान बनाया. मेरी मम्मी ओर सब की मम्मी से बहुत खूबसूरत है. मैं ये भी जनता था की मम्मी आसानी से चुदने के लिए मान जायेगी क्यूकि मम्मी की चुदाई 6-7 महीनो में 1-2 दिन होती इस लिए मम्मी की चूत प्यासी रहती होगी .फिर हम सब 7 दोस्त मुंबई में मेरे घर पर पहुच गये.

मैंने डोर बेल बजाई तो डोर नही खुला तो मेरे एक दोस्त अपने अंगूठे के पास वाली उंगली से डोर पर लगे कुंडे को खड़कने लगा ओर डोर ओपन हो गया ओर मेरे दोस्त की उंगली मेरी मम्मी की नाभि मैं घुस गई मम्मी के मुह से उई की आवाज़ निकल गयी क्यो की मम्मी की नेवेल पियर्स हो रही है ओर मम्मी की नेवेल में एक छोटी सी चीन लटक रही है ओर मेरे दोस्त नई शरमाते हुए मम्मी की टुंडी से उंगली निकल ली. मेरी मम्मी जायदातर साड़ी पहनती है ओर उनकी नेवेल हमेशा विज़िबल रहती है. फिर हम सब लोग मेरे रूम मैं आ गये तो मेरे दोस्त ने अपनी उंगली मुझे सुँघाई उस की उंगली से मम्मी की नाभि की महक आ रही थी. मेरे दोस्त बोल रहे थे क्या पटाका माल है क्यो रे रवि तूने कभी आंटी को नही चोदा . तो मैं बोला मन तो बहुत करता था पेर कभी मौका हाथ नही लगा.

फिर मम्मी हम सब के लिए कोल्ड ड्रिंक्स ले कर मेरे रूम में गई , कोई उन के गुलाबी होंटो को देख रहा था तो कोई उन की गोल ओर गहरी नाभि को तो कोई मम्मी की तनी हुई भरी भरी चुचियो को. फिर मैं ने अपने दोस्तो का इंट्रो मम्मी से कराया मैं अपने सभी दोस्तो के नाम मम्मी को बताए ( मैं बोला की ये बाबा, जीतू ,विपुल ,नितिन , नीतू , चेतन , अजय है ) फिर हम सब बातें करने लगे मम्मी ने पूछा तुम्हारे एग्ज़ॅम कैसे हुए तो मैं कहा की हर बार की तरह बहुत अच्छे हुए है ओर हम सब यहा पर अपनी हॉलिडे मानने आए है .

फिर बाबा ने कहा की आंटी आपकी बुटीक कैसी चल रही है तो मम्मी बोली इस बार कुछ सेल जयादा रही है . जीतू नई पूछा आंटी आप की बुटीक मैं क्या क्या आइटम है तो मम्मी बोली जयादातर विमन के आइटम है जैसे अंडर गारमेंट्स , ज्वलेरी,लॅडीस गारमेंट्स. फिर अगले दिन मुझे ओर मेरे 5 दोस्तो को एक कम से पुणे जाना था 3 दिन के लिए . बाबा ओर जीतू मम्मी के साथ घर पर रुक गये फिर वो तीनो हमे ट्रेन में छोड़ कर घर लॉट आए , जब वो घर जा रहे थे तो मैं कहा की जीतू चुदाई कर दे ना तो जीतू बोला फ़िक्र मत यार चूत को फाड़ देंगे.फिर तीसरे दिन मैं ओर मेरे 5 दोस्त पुणे से लौट आए पेर मम्मी अभी सो रही थी बाबा ओर जीतू ने बताया की इन 2 दिनों में हमने तेरी मम्मी की चूत को खूब जम के चोदा है ओर फिर उन्होने सारी कहानी हमे बता दी .

फिर वो लोग बोले उस दिन हम तुम सब को ट्रेन मैं छोड़ घर पर आ गए ,और मम्मी खाना बनाना लगी उस दिन बहुत गर्मी थी तो मम्मी ने अपनी सारी ज्वेलरी उतार दी मम्मी ने नेवेल ज्वेलरी को भी निकल दिया ओर किचन मैं खाना बनाना लगी. इधर मेरे दोस्त मम्मी की चुदाई का प्लान बना रहे था ओर मम्मी भी ये महसूस कर रही थी . मम्मी ने जीतू को आवाज़ लगाई की किचन में उप्पर रखे डिब्बे को उत्तर दे तो उस ने कोशिस की पर वो डब्बा नही उत्तरा तो उस ने मम्मी से कहा की वो उन को उप्पर उठता है ओर वो डब्बा उतार ले, मम्मी बोली ठीक है ओर फिर जीतू मैं मम्मी को पेट की तरफ से ऊपर उठा दिया इस से मम्मी की गहरी नाभि जीतू के मुह तक आ गई, मम्मी की नाभि की महक जीतू की नाक मैं घुस रही थी. मम्मी की नेवेल की महक जीतू को पागल कर रही थी तो जीतू ने मम्मी की टुंडी पर अपने होठ छुआ दिए तो ओर मम्मी की नाभि का चुंबन ले लिया ओर मम्मी ने भी अपनी नाभि को अंदर खिच लिया जिससे जीतू नई मम्मी की नाभि को चूस लिया.

और फिर जीतू ने मम्मी को नीचे उतार दिया तो मम्मी ने हॅसते हुए कहा की चल बदमाश अब खाना बनाना दे. जब खाना बन गया तब वो दोनो सेंटर टेबल पर आ गये ओर मम्मी खाना लगाने लगी मम्मी के दोनो हाथो में दो सब्जियो से भरे हुए कटोरे लगे हुए थे तब ही बाबा बोला आंटी आप नींबू नही लाई सलाद में डालने के लिए तो मम्मी हॅसते हुए बोली मेरी नेवेल में से निकल लो ,बाबा समझ नही पाया ओर उस ने देखा की मम्मी की नाभि में नींबू घुसा था तब मम्मी बोली मेरे दोनो हाथो में ये कटोरिया थी इस लिए मैंने ने ये नीबू अपनी नाभि में घुसा लिया प्लीज निकल लो तो बाबा मम्मी की नाभि में से नींबू निकल ने लगा पर वो नींबू और टाइट हो गया था , इस लिए बाबा की उंगलिया मम्मी की नाभि से नींबू नही निकल पाई , तो जीतू ने मम्मी से कहा की आंटी इधर आइए मैं ये चाकू आप की नाभि में घुसा कर नीबू निकल देता हूँ.

जीतू ने मम्मी की नाभि से नीबू निकल दिया .फिर वो तीनो खाना खाते हुए बात कर ने लगे ओर मम्मी बहुत ज्यादा ओपन हो गई ओर वो बाबा से बोली की क्यो आज तक किसी लड़की के जिस्म को भी नही छुआ तुमने तो बाबा हसने लगा ओर बोला नही आंटी ऐसी कोई बात नही तो मम्मी बोली की तो फिर मेरी नाभि को छूते टाइम तुम्हारे हाथ क्यो काप रहे थे. फिर वो तीनो हसने लगे.

रात को ओर गर्मी हो गई ओर मम्मी ने एसी चला दिया फिर भी गर्मी थी . तो वो जीतू ओर बाबा से बोली की बहुत गर्मी है मैं तो नहाने जा रही हो ओर वो नहाने चली गई . ओर मम्मी ने सारे कपड़े उतार दिए ओर मम्मी नंगी हो कर अपनी चूत के बाल सॉफ करने लगी. मेरे दोनो दोस्त keyhole में सब देख रहे थे उस के बाद मम्मी की निकालने से पहले वो दोनो नीचे आ गए .

फिर मम्मी अपने चेंजिंग रूम में गई ओर उन्होने कॉर्ड वाली ब्रा ओर पैंटी पहनी ओर फिर मम्मी ने अपनी नाभि में अपनी नेवेल चैन को पहन लिया ओर फिर अपनी मस्त जवानी को मिरर में देखने लगी फिर वो जैसे ही पलटी उनका पैर स्लिप हो गया चिल्लाने की आवाज़ सुन कर मेरे दोनो दोस्त ऊपर आ गये.

मम्मी को लेकेर नीचे ड्रॉयिंग रूम में आ गये फिर जीतू ने मम्मी की कमर पर मूव लगाई ओर मम्मी कुछ देर में सही हो गई ओर फिर मम्मी ने जीतू से फ्रिज में रखी बियर लाने को कहा ओर फिर जीतू 3 गिलासो में बियर ला रहा था तो तोड़ा सा मिस बॅलेन्स हो जाने से कुछ बियर मम्मी के गोरे पेट पर गिर गई ओर उस बियर ने मम्मी की नाभि को बियर से भर दिया तो मम्मी जीतू से बोली कि जाओ कपड़ा ले कर आओ वर्ना मेरी पैंटी में दाग पड़ जाएगा.

जीतू कपड़ा लेने चला गया लेकिन पास में लेटे बाबा ने मम्मी की नाभि में बियर को चुस लिया ओर वो मम्मी की नेवेल को चूस्ता रहा ओर फिर उसने मम्मी की नेवेल में पड़ी चैन को दांतो से खीचा तो मम्मी के मुह से हल्की सी सिसकी निकालने लगी ओर फिर जीतू आगया तो मम्मी बोली अब कपड़े की ज़रूरत नही है बाबा ने मेरी नाभि में भरी बियर को चूस लिया तो बाबा बोला देखा तू तो आंटी की नाभि को होंटो से चूस पाया मैंने तो इसे चूम भी लिया ओर चूस भी लिया . तो जीतू बोला बेटे हम भी तुम्हारे उस्ताद है हम तो आंटी की नेवेल को पहले ही किस कर लिया था ,ओर दोनो की बात सुन कर मम्मी हसने लगी तब ही लाइट चली गई .

जीतू ने कैंडल जला ली पर उसे कहा चिपकाए तो वो मम्मी से बोला की आंटी आप के यहाँ पर कैंडल स्टॅंड नही है तो बाबा बोला इतना अच्छा कैंडल स्टॅंड है तो जीतू ने पूछा कहा है तो वो बोला आंटी की नाभि में सीधा खड़ा कर दे तो मम्मी बोली नही मेरी नाभि में वॅक्स भर जाए गा तो जीतू बोला की आंटी हम सॉफ कर देंगे आप की नेवेल को ओर फिर जीतू ने मम्मी की नाभि में कॅंडल घुसेड दी. 20 मीं. बाद लाइट आ गई तो मम्मी ने अपनी नाभि में से कॅंडल निकल के देखा तो मम्मी की नेवेल वॅक्स से भर गई थी तो मम्मी ने जीतू से कहा की चलो क्लीन करो मेरी नेवेल तो जीतू किचन से एक चाकू लाया ओर उस ने वो चाकू मम्मी की नाभि में घुसा दिया ओर खुरछ खुरछ कर नाभि में से सारा वॅक्स निकल दिया .

बाबा में टीवी ऑन किया तो रें टीवी पर BF आ रही थी तो जिस में दो आदमी एक औरत को चोद रहे थे तो जीतू बोला आंटी हमे भी जन्नत का सुख देदो तो मम्मी बोली ले लो मेरे बच्चो मैं तो बहुत सालो सी प्यासी हू आज मेरी चूत को फाड़ दो ना . फिर बाबा मम्मी की ब्रा ओर पैंटी खोल दी मम्मी उन दोनो के सामने नंगी पड़ी थी फिर बाबा मम्मी की चुचियो को चूस ने लगा ओर जीतू मम्मी की चूत को. बाबा मम्मी की चुचियो की निप्पल को चुस रहा था ओर वो कभी कभी मम्मी की चुचियो की निप्पल को दांतो से खिचता मम्मी बस यही कह रही थी फाड़ दो मेरी चूत चीर दो इसे......

बाबा मम्मी की चुचियो को हाँतो से मसल रहा था ओर वो मम्मी की चुचियो की निप्पल को ज़ोर ज़ोर से मसल रहा था, उधर जीतू मम्मी की चूत चाट रहा था वो मम्मी की चूत की को दांतो से खिचता ओर मम्मी की चूत को चूस रहा था ओर फिर उसने मम्मी की चूत में दो उंगली डाल दी ओर ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगा. ओर फिर उस ने मम्मी की चूत में अपना लंड पेल दिया ओर मम्मी की ज़ोर दर चीख निकल गई . ओर फिर अपना लंड चूत में अंदर बाहर करने लगा. आआआहहाा आआआ अहहा हह हाहाह." मम्मी बोली " ओह येस चोदो मुमेह चोद आःह्ह " , हहाआह और डालो और ज़ोर से डीईई ईईप्पप प्पेर्र्ररर." एयाया उूउुआााअ प्लस्सस सस्स सस्स.धीरे. मैं मार गई.आआआआआ और तेज़ ईईए आआआमम्म्मममिईीईईईई मजा आ रहा है .मुझीईई आ हहा

चुदाई की रफ़्तार जीतू ने बढ़ा दी मम्मी बोली ऊऊऊहह आआहह अब मज़ा आ रहा है और चोद ज़ोर से चोद फाड़ दे इस हसीन चूत को ऊऊुउउइईई तुम ने मुझे जन्नत पंहुचा दिया मैं झड़ गाइिईई रे.फिर थोड़ी देर बाद बाबा बोला आंटी चलिए मम्मी बोली चल तू भी चोद तो बाबा बोला क्या खूबसूरत चूत के दर्शन कराए है आंटी आपने तो मम्मी बोली फ्रिज मैं कुछ राबड़ी रखी है जीतू राबड़ी लेआ ओर फिर बाबा ने राबड़ी में अपना लंड डुबो कर मम्मी की चूची पर राबड़ी लगाई ओर नाभि को भी राबड़ी से भर दिया ओर चूत पर भी राबड़ी लगा दी.

फिर बाबा मम्मी की मीठी चूत को चूसने लगा ओर जीतू मम्मी की चुचियो पर लगी राबड़ी चूस रहा था ओर फिर बाबा ने मम्मी की नाभि में भारी राबड़ी में अपनी एक उंगली घुसा दी ओर मम्मी की नेवेल को उंगली से कुरेदने ने लगा ओर फिर उस ने मम्मी की नेवेल को चूस लिया फिर चिकनी बुर को फिर से चाटा और किस के बहाने दाँत भी गाड़ा दिया, और वो ज़ोर से मचल उठती थी. अब उठ भी जा तो मम्मी ने बोला सारी राबड़ी ख़तम हो गयी चलो अब मैं जैसे बोलती हू वैसा करो मेरी बुर को शांत करो, नई मस्ती दो. बाबा उठा मम्मी को फिर चाटने लगा और उनकी बुर में उंगली डालने लगा.

आआआआअ उउंम कितना सताइएगा आआआआआ उूुुुुुउउ एमेम एम्म अरे आआआआ मुझे चोद . अब बाबा मम्मी के लेग्स अपने कंधो पर रखे और अपना उठा हुआ लंड निकल कर मम्मी के बुर पर फिरने लगा, वो बोली जल्दी अंदर कर बाबा लंड को बुर पे लगाया और ज़ोर से मम्मी को झटका दिया बाबा का लंड गप से फिसल कर अंदर तक घुस गया.

ऊऊआाआँियीईईईई मम्मीआ, मम्मीआअ. उई आ आआ, आआ म्म्म्मममममममममम मैईईईईईईईई आआआआअ उूुुउउ बहुत बड़ा है रे तेरा, ईइसस्स ज़ोर से झटके मार, बड़ा मज़ा आ रहा है आआआवउ. बाबा झटके और बढ़ने लगा और मम्मी और चिल्लाती रही म्म्म्मममम क्या बात अहैइ आह आहंमी ऊऊवई उः. अच्छा लग रहा है यय्ाआआआमम्म वो भी नीचे से अपनी कमर हिला कर बाबा का साथ दे रही थी एसस्स्स्स्स्स्स्स्स्साआआअ .बाबा बोला आज रबरी की चूत है ना तभी बाबा ने ज़ोर से झटका मारा वो मुह से आवाज़ निकल रही थी आआआआ उूउउंम म्म्मिईीईईईईईईई और बाबा भी जोरदार झटके मरने लगा हह आअहह उनह ऊओह ऊऊहह हाआआं मेरे राजा मर गई रे उईईईईईई मीईईरीईई मम्मीआअ, फ़ाआआअत गाआआईई रीईई. वो भी मज़्ज़ा ले रही थी आ क्या बात है आाश हह ओह और ज़ोर ज़ोर से लगाओ बहुत मज़ा आ रहा है, बाबा भी पूरी ताक़त से लंड को भीतर ठोकने लगा.

वो ज़ोर से चिल्लाई फट गयी रे मेरी चूत बाबा का माल निकालने वाला था मम्मी ने बोला की माल को अंदर ही टपका दे कुछ नही होगा उसने कस के पकड़ लिया ओर एक दम से स्पीड तेज कर दी ओर माल को रोकने की पूरी कोशिश की ओर फिर 5 मिनिट में एक दम से बहुत सारा माल निकल दिया मम्मी की चूत के अंदर .ओर फिर पूरी रात उन दोनो ने मेरी मम्मी की चुदाई की ओर सुबह 6 बजे वो सोये . बाबा ओर जीतू के कुछ जानने वाले मुंबई में ही रहेते थे .अगली दिन बाबा ओर जीतू ने प्लान बनाया की वो मम्मी को अपने जानने वालो से भी चुदवायेंगे.

जीतू बोला आंटी मेरे एक अंकल यहा अंधेरी में रहते है.तो मम्मी बोली की उनकी फॅमिली कहा है तो जीतू बोला की वो तो आगरा मैं है तो मम्मी बोली तो क्या वो अकेले रहते है तो जीतू बोला नही उन के 3 फ्रेंड भी है.ओर बाबा बोला मेरा भी एक कज़िन यहाँ पर अपने दोस्तो के साथ कंदीवाली में रहता है वो यहाँ से mba कर रहा है ,ओर फिर वो दोनो बोले की आंटी क्या आप हमे वाहा पे मिलवा लाएँगी तो मम्मी बोली की चलो आज कही एक जगह चलते है तो बाबा ओर जीतू मैं बहस होने लगी की मम्मी किस के साथ जाएँगी तो मम्मी बोली टॉस कर लो जो भी जीता उस के साथ जाउगी ओर टॉस जीतू ने जीत लिया . फिर मम्मी ने गुलाबी रंग की जाली दर साड़ी पहनी ओर जीतू के साथ चल दी बाबा बोला क्या माल लग रही हो आंटी.

हमेशा की तरह साड़ी मम्मी ने नाभि से नीचे बँधी थी ओर मम्मी की नेवेल में एक तोतई कलर का मोती घुसा था ओर फिर बाबा ने मम्मी के होंटो का ज़ोर दर चुंबन लिया ओर बोला आंटी जल्दी आना.मम्मी के जाते ही बाबा ने अपने कज़िन को कॉल किया की कल तेरे रूम पर एक माल को लाऊगा जितने दोस्तो को चूत चाहिए बता देना .कुछ देर बाद बाबा के कज़िन ने बताया की कुल 4 लोग है बाबा बोला ठीक है. उधर वो दोनो जीतू के अंकल के यहा शाम के 7 बजे पहुच गये जीतू ने भी अंकल को पहले ही बता दिया था की एक सेक्सी आंटी की चूत दिलवाएगा ओर आज सनडे होने की वजह से उनके सारे दोस्त घर पर ही थे जीतू ने मम्मी को सब से मिलवाया ( जीतू बोला की ये मेरे अंकल कमल है ओर ये उन के दोस्त अनिल,अभय ओर मोहित है).

फिर शाम को 7.30 बजे कुछ कोल्ड ड्रिंक ओर स्नैक से साथ जीतू ने मम्मी की कोल्ड ड्रिंक में हल्के नशे की गोली मिला रखी थी ओर कुछ देर बाद मम्मी को मदहोशी चढ़ने लगी तो उन्हे कुछ शक होने लगा वो वहाँ से उठ कर बालकोनी में आ गाई ओर पीछे पीछे जीतू भी आ गया तो मम्मी बोली की जीतू तुम ने मेरी कोल्ड ड्रिंक में कुछ मिलाया था ओर तुम मुझे यहाँ पर चुदवाने लाए हो क्या.तो जीतू हसने लगा ओर मम्मी भी ओर फिर मम्मी बोली मेरे राजा तुमको मेरी चूत का बहुत ख्याल है. ओर फिर मम्मी हस्ती हुई जीतू के संग अंदर आ गाई. उधर वो चारो मम्मी के जिस्म को घूर रहे थे लगता था महीनो से चूत नही मिली.

फिर मम्मी ड्रॉयिंग रूम में ज़मीन में पड़े बिस्तर पर लेट गई ओर वो 4 भी वहाँ पर आ गए ओर मम्मी के चारो तरफ बैठ गये उन में से एक ने मम्मी की सारी पेटीकोट ओर ब्लाउस उतार दिया अब मम्मी का जिस्म पेर केवल ब्रा ओर पैंटी थी तभी जीतू बोला अंकल मैंने कहा था ना बहुत मस्त माल है ओर फिर उन्होने मम्मी की ब्रा ओर पैंटी भी उतार दी ओर वो मम्मी की चुचियो ओर चूत से खेलने लगे. उनमे से दो तो मम्मी की चुचियो को मसल रहे थे ओर एक मम्मी की चूत को मसल रहा था जीतू बोला कमल अंकल आंटी की नाभि में से ये मोती निकल दो इनकी नाभि बहुत मस्त है ओर बहुत गहरी है चूसने में बहुत मज़ा आता है. ओर फिर कमल अंकल ने मम्मी की नाभि से मोती निकल दिया ओर फिर वो मम्मी की नेवेल को चूसने लगे.

जीतू ने मम्मी की नेवेल रूहफ्ज़ा से भर दिया ओर बोला की अब चूसो इस रांड की नाभि को. फिर अभय ने मम्मी की चूत को चूसना शुरू किया ओर फिर मम्मी की चूत पर अपना लंड सटा दिया मम्मी चिल्लाई ऊऊुुउउइईई अहह अभय ने एक ज़ोरदार झटके के साथ अपना 8 इंच का लौड़ा एक ही बार में मम्मी कि प्यासी बुर कि गहराई में उतार दिया और धक्के मरने शुरू किए. उनका पूरा लंड मम्मी की बुर मे घुस गया था और वो मम्मी की बुर के नीचे जाकर धक्के मार रहा था. मम्मी के मुह से उकुक्कककक ऊओउउइईई की आवाज़े निकल रही थी और उसने अपनी आखें बंद कर ली थी. अचानक वो बहुत ज़ोर ज़ोर से धक्के मरने लगे और थोड़ी देर मे उसने अपना पूरा गरम माल मम्मी के बुर मे छोड दिया.

~~~ समाप्त ~~~

दोस्तो, कैसे लगी ये कहानी आपको,

कहानी पड़ने के बाद अपना विचार ज़रुरू दीजिएगा ...

मेरी इ मे ल है रविराम६९ at रे डि फ़ मे ल डॉट कॉ म

आपके जवाब के इंतेज़ार में ...

आपका अपना

रविराम69 © "लॅंडधारी" (मस्तराम - मुसाफिर)

सुनील पण्डित
// सुनील पंडित // yourock
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
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