05-03-2019, 06:22 PM
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Adultery पूजा की लाइफ स्टोरी by Pooja89
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05-03-2019, 06:23 PM
हेलौ दोस्तों, मेरा नाम पूजा है । मै 26 साल की लडकी हू । मै UP की रहने वाली हू । मेरी अभी तक शादी नही हुयी है । मैने पढाई पूरी कर ली है । मै अब घर पे ही रहती हू । मेरे पापा दुबई मे नौकरी करते है, मॉ टीचर है । मेरी एक दीदी भी है, जिनकी अब शादी हो चुकी है ।
मै अपने जिंदगी की दास्ताँ बताने जा रही हू। मेरा परिचय मेरा नाम पूजा है । मै 26 साल की हू । मेरा कद 5 फीट 10 ई्ंच है । मेरा वजन 47 किलो है। मेरा फिगर 34B 30 34 है। , यानि की मैं एक गदरायी -बदन वाली मस्त लौंडिया हु , जिसके आगे -पीछे बचचे से लेके बुड़्हे लोग तक घूमते रहते हैं . मेरे केश के बाल कंधे तक आते हैं & मेरा रंग गोरा है . कुल मिला के कह सकते हैं की मैं एक मॉडल सी दिखती हु . मेरा बचपन मैं एक छोटे से गांव में पैदा हुई. बचपन मेरा बहुत खुसी ख़ुशी बीता जवानी की दहलीज पे कदम रखते ही मेरा बदन का विकास होनेए लगा . कॉलेज टाइम मैं ही मेरी चूचियां B-कप्स की हो गईi थी . सौभाग्यवश , मेरे दोनों निप्पल्स भी ज्यादा बडे हैं , जिनपे मुझे बहुत गर्व है . मेरी चूत का भी विकास बहुत अछि तरह से हुआ . मेरी बुर की फांकें एकदम सटी हुई थी , और मेरी क्लीट काफी बड़ी थी . मेने काफी बार ये नोटिस किआ था कि - जब मैं अपनी टांगें फैलाती थी , तो मेरी बुर की दोनों फांकें एकदम सटी हुई होती थी , जबकि मेरी दीदी और कजिन की बुर की फांकें अलग -अलग दिखती थी . बचपन मैं मेरी पक्की सहेली मेरी दीदी ही थी . माँ का भी व्यहवार हम लोगो से दोस्ताना ही था परंतु दीदी मेरे एकदम करीब रहती . हम दोनों साथ साथ ही सोते , खाते पीते , कॉलेज जाते ..,वगेरा वगेरा . डैड तो साल मैं 1 या 2 बार ही घर आ पाते , वो भी कुछ दिनों के लिए . मेरी माँ बहुत धार्मिक महिला थी , उन्होंने हम दोनों बेटियों को बहुत प्यार से पाला . हम दोनों बहनों को उन्हूने गर्ल्स कॉलेज & कॉलेज मैं पढ़ाया . जब मैं थोड़ी बड़ी हुई , तो सही उम्र आने पे दीदी ने मुझे पैड्स यूज़ करना , फ़िंगेरिंग करना etc सिखाया . दीदी का कोई बॉयफ्रेंड नहीं था परंतु वो काफी हॉट थी & हर रात को वो 3-4 बार फ़िंगेरिंग किया ही करती थी . वो हमारी एक कजिन & अपनी एक सहेली से लेस्बियन भी किया करती थी . जब भी वो कजिन / उनकी सहेली घर आती , मुझे दूसरे रूम मे सोना पड़ता & वो सब रात भर लेस्बियन करके अपनी हवस शांत करती . माँ को ये सब पता चल गया परंतु उन्होंने किसी से कुछ भी नही कहा . BA मे दीदी के फेल होने के बाद माँ ने दीदी की शादी एक इंजीनियर से करदी . अब दीदी , जीजा & अपने बच्चों के साथ विदेश मे सेटल्ड है . दीदी की शादी के बाद मेने एक गर्ल्स कॉलेज से BA किया & पूरा ध्यान स्टडीज मे लगाया , जिसकी वजह से मेरा एडमिशन देलही मे एक बहुत बढ़िया कॉलेज मे MA मे हो गया . मेरे कॉलेज के दिंन मैं डेल्ही आकर बहुत खुश थी . एक तो इतना बढ़िया कॉलेज था & उसपर से डेल्ही का ओपन - अत्मोस्फेर . हॉस्टल आल्लोट हो गया . मेरी रूममेट साक्षी नाम की एक लड़की बानी . वो भी UP के ही एक छोटे से शहर की थी , और बहुत खूबसूरत थी , मेरे से भी ज्यादा सुन्दर थी वो & उसका बदन मेरे से भी ज्यादा गदराया हुआ था . कुछ ही दिनों मैं हम दोनों बहुत ही पक्की सहेलियां बन गयी . कॉलेज स्टार्ट हो गए थे & हम दोनों ने अपना पूरा ध्यान अपनी स्टडीज मे लगा दिया था . कुछ महीने बाद साक्षी की भाभी हॉस्टल मे साक्षी से मिलने आयी . साक्षी ने मेरे परिचय अपनी भाभी से करवाया , भाभी का नाम नीलू था , भाभी तोह साक्षी से भी ज्यादा बला की खूबसूरत थी . मैं तोह भाभी को देखती रह गयी . फिर मैं भाभी को नमस्ते की & डेली के कामो मे व्यस्त हो गयी . शाम को भाभी के साथ चाय हुए , हमने ताश खेलने का प्लान बनाया . मुझे ताश खेलना नही आता था , इसलिए मैं मना करने लगी परंतु थोड़ी ही देर मैं भाभी और साक्षी के बार बार कहने पे मैं मान गयी . भाभी और साक्षी ने मुझे थोड़ा थोड़ा ताश खेलना सिखाया , फिर मैं उनके साथ खेलने लगी . खेलते खेलते भाभी ने हम लोगो से " स्ट्रिप पोकर " खेलने को कहा ? मुझे नही मालूम था , इसमें क्या होता है , तोह साक्षी ने बताया कि - इसमें जो हारता है , उसको एक एक करके कपड़े उतारने पड़ती है . मैं मना करने लगी , क्योंकि मुझे ठीक से ये गेम खेलना नही आता था , तो साक्षी & भाभी ने मुझे जिद्द करके मना लिया . पता नही क्या कारन था , कि मैं भाभी कि बातुंन मे आ गयी . मुझे साक्षी के सामने नंगी होने मे को i प्रॉब्लम नही थी , क्योंकि मे उसके सामने कई बार कपड़े बदलते हुए नंगी हो जाती थी & उसको भी मेरे सामने नंगी होने मे कोई प्रॉब्लम नहीं थी . धीरे धीरे गेम शुरू हुआ . मुझे गेम ठीक से आता नही था , सो मे १स्त राउंड मे हारी . मुझे अपनी समीज उतारनी पड़ी . मुझे भाभी से शर्म आ रही थी . 2nd राउंड मे शाक्षी ने मेरी हेल्प क़ी, भाभी ने उसको मेरी हेल्प करने दी . इस बार साक्षी जान भूझकर हारी . हारते ही वो अपनी समीज उतार के फेंक दी . नेक्स्ट राउंड मे फिर साक्षी ने मेरी हेल्प क़ी & वो जान बूझकर हारी . इस बार उसने अपनी शलवार उतार के साइड मे रख दिया . अब साक्षी सिर्फ ब्रा और पैंटीज़ मे थी & मैं टॉपलेस थी . नेक्स्ट राउंड्स मे साक्षी ने मेरी हेल्प नही क़ी और मैं क्रमसः नंगी होती चली गयी . कुछ ही राउंड्स के गेम मे, मैं पूरी नंगी हो चुकी थी और साक्षी सिर्फ ब्रा & पैंटीज मे थी , और भाभी क़ी बॉडी से एक भी कपड़ा नही उतर था , यानि वो एक भी राउंड नही हारी थी .
05-03-2019, 06:24 PM
भाभी मेरे से बोली - चूँकि हम दोनों मिल के भी मेरे को एक भी राउंड नही हरा पाए थे , सो तुम दोनों को मेरी "स्लेव " बनके रात भर रहना पड़ेगा . मैं मना करने वाली थी , कि साक्षी ने भाभी को " हाँ " करदी . मैं आँखों से शाक्षी को मना करने लगी , तो वो बोली - डर गई ? आखिर मैं ये बात कैसे एक्सेप्ट कर सकती थी ? मैं भी भाभी को ' हाँ ' करदी . भाभी हम दोनों को बोली कि हम दोनों को उनकी हर बात सुबह तक माननी पड़ेगी , अगर ये हमे मंजूर हो , तो वो गेम आगे बढ़ाएंगी , नहीं तोह कार से वापस चली जाएँगी . हम दोनों भाभी की मॉर्निंग तक स्लेव बनने रहने को " एक्सेप्ट " कर लिया.
भाभी हम दोनों को " शार्ट स्कर्ट & टॉप " पहनने को बोली . मैं ब्लू ब्रा , ब्लू पैंटीज़ & ब्लू जीन्स टॉप & जीन्स स्कर्ट पहनी , जो मेरी घुटनोंओ तक की थी . साक्षी ने भी वैसे ही कपड़े पहने . भाभी बाथरूम गयी & नहा के अपनी साड़ी चेंज करके ब्लू सलवार समीज मे बहार निकली. फिर वो बहार जाने को रेडी हुई & हम तीनो नीचे उतरे , और कार से रेस्टोरेंट की तरफ निकल पडे . हम तीनो एक अच्छे से रेस्टोरेंट पहुचे , वह हम तीनो ने भर पेट खाना खाया .फिर भाभी ने आइसक्रीम का आर्डर किया . इसी बीच, खाना खाने के बाद मुझे जोरो की पेशाब लगी . मैं बाथरूम जाने के लिए खड़ी हुई , तो भाभी ने पूछा - क्या हुआ ? मैं बोली - सुसु लगी है , जोरो की ! भाभी बोली - चलो पूजा ! तुमको सुसु करा दूँ मैं अब , नही तोह तुम यहॉ चेयर पे ही सुसु कर दोगी ! भाभी इतनी जोर के बोली की रेस्टोरेंट के सभी लोग हमारी तरफ देखने लगे . भाभी बगल मे खाना खा रही महिला से बोली - बेचारी , इस लड़की को किडनी मे पथरी ( stones ) हो गयी है . ये ब्लैडर कण्ट्रोल नही कर पाती है . इसको जल्दी ले जाती हूँ , नही तोह ये यही सुसु करने लगेगी . मैं तोह शर्म से पानी -पानी हो गयी थी , इतने लोगो के बीच मेँ खड़े होके, भाभी की बातों को सुंन के . इधर साक्षी भाभी की चाल समझ गयी थी & वो मंद मंद मुस्कुरा रही थी . भाभी ने मेरे हाथ पकडे & मुझे लेके बाथरूम मेँ घुस गयी . इत्तफाक से बाथरूम मेँ बस हम दोनों ही थे . भाभी ने मेरे से मेरी चड्डी मांगी . मैं मना करने लगी , तोह भाभी ने क्रोध भरी ऑंखें दिखाई . मैं धीरे धीरे अपनी चड्डी उतारते हुए भाभी को देदी . मुझे बहुत शर्म आ रही थी & मुझे उससे ज्यादा उतनी ही जोरो से पेशाब भी लगी थी . मैं बाथरूम के स्टाल्स की तरफ जाने लगी , तो भाभी ने मुझे रोक दिया & मुझे बोली - देखो पूजा ! अगर पेशाब करना है , तोह यही स्टाल के बहार करलो , अंदर स्टाल्स मेँ नही करने को मिलेगा . मैं भाभी से रिक्वेस्ट करने लगी - भाभी जाने दो न ! बहुत जोर की मूत लगी है ! प्लीज !...... परंतु भाभी नही मानी . वो बोली - अगर पेशाब करना है - तो यही बहार करना पड़ेगा , नही तोह चलो , अब तुमको हॉस्टल ले चलती हूँ ? मुझे इतने जोरो की पेशाब लगी थी , की मैं झुंझुला उठी , और भाभी की आँखों मैं देखते हुए अपनी स्कर्ट अपने दोनों हाथों से पकड़ी , और भाभी की आंखों मेँ देखते हुए अपनी चड्डी को धीरे धीरे नीचे सरकाया . मेरी बुर अब मेरी झांटों के पीछे छुपी हुई एकदम भाभी की नज़रो के सामने थी , भाभी मंद मंद मुस्कुरा रही थी . मैं भी भाभी की आँखों मेँ देखते हुए , थोड़ी मुस्कुराई , और अपनी आंखें बंद कर ली . मेरी चड्डी अब मेरे घुटनोंओ पे थी. मैं अब अपनी स्कर्ट को अपने दोनों हाथों से कमर तक उठाये हुए , आँख बंद किये हुए , मैं इंडियन स्टाइल मेँ नीचे बैठते चली गयी . आह ! धीरे धीरे मेरी बुर भाभी के सामने आती गयी . जब मैं पूरा नीचे इंडियन स्टाइल मेँ बैठ गयी , तो मेरी बुर की दोनों फांकी खुल के भाभी के सामने थी . भाभी मंद मंद मुस्कुराते हुए मेरी बुर & मेरे चेहरा को देख रही थी . मेने एक गहरी सांस ली और अपना मूत्र -द्धार खोल दिया . मूत्र -द्धार खुलते ही , पेशाब बहार निकलने लगा और ऑंखें बंद रखते हुए ही मैं पेशाब करने लगी . मुझे ऐसा लगा की मैं बस स्वर्ग मैं ही पहुच गयी हूँ . मुझे इस तरह पेशाब करते हुए बहुत ही मज़ा आ रहा था. मुझे इस कंडीशन मेँ पेशाब करते हुए " निर्वाण " मिल चूका था . मैं हवा मेँ तैर रही थी . इधर मैं स्वर्ग मेँ थी , उधर बाथरूम का दरवाजा खुला , और 3 औरतें बाथरूम मेँ दाखिल हुई . मुझे इस तरह स्टाल्स के बहार ही पेशाब करते हुए देख के वो तीनो आश्चर्यचकित रह गयी . भाभी ने तीनो को धीमे से बताया - बेचारी की किंडनी मेँ प्रॉब्लम है ! सुसु मेँ बहुत दिक्कत होती है , बेचारी को , सुसु के बाद इसको बहुत आराम मिलता है . तीनो औरतों ने मेरे से हमदर्दी जताई . इधर धीरे धीरे मेरे पेशाब ख़तम होने लगा . धीरे धीरे मेँ स्वर्ग से धरती पे आने लगी . अपने सामने उन् तीनो औरोतों को देख के मेँ पत्थर -की तरह वही बैठी रह गयी . मुझे समझ ही नही आ रहा था की मेँ करू क्या ? मेरी बुर से अभी भी हल्का हल्का पेशाब निकल रह था . धीरे धीरे पेहसाब पूरा ख़तम हो गया . मैं अभी भी अपनी स्कर्ट कमर तक किये हुए इंडियन स्टाइल मेँ अपनी झांटों भरी बुर खोल के भाभी और उन् तीनो औरतो के सामने बैठी हुई थी. 2 मिनट्स तक जब मैं इसी तरह बैठी रही , तो भाभी आगे बढ़ी , और मेरी चड्डी निकलने लगी ,. मेने भी एक एक पावँ उठा के भाभी को अपनी चड्डी उतारने मैं मदद की . भाभी ने मेरी चड्डी उतार के मेरी ही चड्डी से मेरी बुर को साफ़ किया , और मुझे खड़ा किया . फिर उन्होंने मेरी स्कर्ट नीचे की . फिर मुझे बाथरूम के बहार लेके जाने लगी . मैं एकदम मशीन की तरह हो गयी थी , मेरा दिमाग ने काम करना ही बंद कर दिया था . भाभी जैसा मेरे से करवा रही थी , मैं वैसा ही कर रही थी . भाभी के साथ मैं आ के टेबल पे साक्षी के साथ बैठ गयी . मेरा दिमाग सुंन पड़ चूका था . तभी वेटर आइसक्रीम का आर्डर लेके आ गया . जब वो आइसक्रीम टेबल पे रख चूका था , तो भाभी ने उसकी प्लेट मेँ मेरी पेशाब से भीगी नीली चड्डी डाल दी & उसको बहार फेंकने को कहा . वेटर मेरी गन्दी चड्डी , मुझे और भाभी को देखता ही रह गया , फिर मेरी चड्डी सबको दिखाते हुए लेके चला गया . मैं तोह शर्म के दलदल मेँ पूरी डूब चुकी थी . मेरी आँखों से आंसू बह रहे थे . मेने अपना चेहरा पूरा टेबल के नीचे तक झुका लिया था . साक्षी ने मेरी झंगहूँ पे हाथ रखके मुझे दिलासा दिया , धीरे धीरे मैं खुद पे कण्ट्रोल पाने लगी . थोड़ी देर मेँ, मैं काफी हद्द तक नार्मल हो चुकी थी . तब तक आइसक्रीम भी ख़तम हो गयी थी … ( …… क्रमशः )
05-03-2019, 06:24 PM
आइसक्रीम खाने के बाद भाभी ने हम सबके खाने के बिल का पेमेंट किया. फिर हम तीनो रेस्टोरेंट से बहार निकले. जैसे ही में बहार निकली , रात की हवा का ठंडा झोंका मेरी स्कर्ट में घुस कर मेरी बुर को ठंडा करने लगा. चलते चलते मुझे ठंडी हवा अपनी स्कर्ट के अंदर गरम बुर पे स्पर्श होने लगी. मुझे बहुत अच्छा लगने लगा. हम तीनो कार पार्किंग में गए, भाबी ने कार का डोर खोला , और भाबी ने ड्राइविंग सीट पकरि, मैं फ्रंट सीट पे भाभी के साथ बैठी. साक्षी पीछे वाली सीट पे बैठी. भाभी जब कार पार्किंग से कार ड्राइव करके सड़क पे कार ले आयी, तो मुझे मेरी स्कर्ट फिर से उन्होंने कमर तक करने को कहा. मैं मना करने लगी . फिर भाबी के डांटने पे मेने अपने चूतड उठा के अपनी स्कर्ट दोनों हाथों से कमर तक करली . फिर सीट पे बैठ गयी. जैसे ही मैं बैठी, मेरी नंगी चूतड , गीली बुर समेत कार की चमडे की सीट से टकराई. मुझे झटका सा लगा . धीरे धीरे कार ने रफ़्तार पकड़ ली, मुझे अच्छा लगने लगा . मैं आंख बंद करने रात की ड्राइविंग का मज़ा लेने लेगी. रास्ते मेँ एक शराब की शॉप पड़ी. भाभी ने कार रोकी, हमे कार मेँ ही रहने दिया. फिर वो कार से उतरीं, और शराब की बोतल्स खरीद के ५-७ मिनट मेँ ही जल्दी से लौट आयी. उन्होंने कार फिर से स्टार्ट की & इस बार उन्होंने कार तेजी से ड्राइव की और हम जल्दी ही हॉस्टल पहुच आये. मैं कार से उतरीं, अपनी स्कर्ट ठीक की & मैं , साक्षी & उसकी भाभी जल्दी ही अपने रूम मेँ आ गए.
रूम मेँ आने के बाद भाभी ने हमे फ्रेश होने को बोला. पहले मैं बाथरूम जाके हलकी हुई , फिर साक्षी बाथरूम जाके फ्रेश हुई. जब तक हम दोनों फ्रेश हो रही थी, भाभी ने साक्षी के लैपटॉप पे पोर्न मूवी लगा दी. फिर हमे बेड पे बुलाया. हम दोनों को ड्रिंक दी & पोर्न मूवी देखने को उन्होंने कहा. फिर वो भी बाथरूम मेँ फ्रेश होने घुस गयी. मैं साक्षी के साथ बेड पे बैठ के धीरे धीरे ड्रिंक सिप करते हुए लैपटॉप पे वो लेस्बियन ग्रुप सेक्स वाली पोर्न मूवी देख के गरम हो रही थी. भाभी जब तक बाथरूम से निकली , मैं पूरी गरम हो चुकी थी, मैं बार बार अपनी टाँगे खुद ही भींच रही थी. अब भाभी & साक्षी के सामने मैं अपनी बुर चियार के फ़िंगेरिंग थोड़ी ना करने लगती. भाभी हम दोनों की हालात देख के मुस्कुरायी , साक्षी की हालात तोह मेरे से भी ख़राब थी. उसकी ऑंखें पूरी लाल हो चुकी थी, चेहरा पूरा लाल पद चूका था, मुह खोल के वो सांस ले पा रही. मूवी लगभग १ घंटे चली. १ घंटे मैं हम तीनो की हालात एकदम ख़राब हो चुकी थी. मेरी चूत का पानी मेरी टांगों तक आ चूका था. जीन्स पे भी पीछे से काफी बुर का रस लगा हुआ था. साक्षी की हालात तो बहुत ही ख़राब हो चुकी थी. वो मेरे सामने ही बुर को स्कर्ट के ऊपर से ही मींजने लगी. भाभी ने देखा तो, साक्षी का हाथ जबरजस्ती पकड़ के हटाया & साक्षी को खुद पे कण्ट्रोल करने को कहा. फिर भाभी ने हमे १५ मिनट्स तक आराम करने की सलाह दी. हम दोनों बेड पे लेट गयी & गहरी सांसें लेती हुई आंख बंद करके आराम करने लगी. लगभग आधा घंटे आराम करने के बाद भाभी ने हम दोनों को उठाया और हमे स्ट्रिप डांस करने को बोली. मैं बेड से उठी, मेरा सर चकरा रहा था. मुझपे शराब का नाश पूरी तरह हावी हो चूका था. किसी तरह मेने जमीन के पैर रखी. साक्षी शराब पीती थी, सो उसको शराब का उतना ज्यादा नशा नहीं था . वो काफी हद तक खुद के कण्ट्रोल मेँ थी. भाभी ने बस १ पेग ही शराब पि थी, सो वो सब चीज़ का डायरेक्शन कर रही थी. भाभी ने लैपटॉप पे पहला सांग लगाया - निम्बोड़ा निम्बोड़ा ( हम दिल दे चुके सनम ) मैं साक्षी के साथ भाभी के सामने इस सांग पे डांस करने लगी. जैसे ही सांग मेँ ' निम्बोड़ा ' बोला जाता, साक्षी मेरी चुचिया दबा दबा के अपनी भाभी को दिखाती.इस सांग के ख़तम होते होते साक्षी ने अपनी टॉप & मेरी टॉप धीरे धीरे उतार के जमीन पे डाल दी. मेरा सर चकरा रहा था. मेँ बस थोड़ा थोड़ा कमर मटकाते हुए , गोल गोल घूम के किसी तरह से डांस कर पा रही थी. कहा क्या हो रहा था, कौन क्या कर रहा था, इन् सबका मुझे जरा भी होश नहीं था. भाभी मेरी कंडीशन को समझ गए. वो अपनी मोबाइल से मेरे को टॉपलेस गोल गोल नाचते हुए और कमर मटकाते हुए मेरी विडियो बना रही थी. सांग ख़तम होने के बाद भाभी ने हम दोनों को बेड पे बैठने को बोला, फिर हम दोनों को १-१ पेग शराब पिने को दी. मैं १ ही सांस मेँ पूरा पेग पि गयी. भाभी ने फिर से मुझे १ पेग बना के दिया. मैं उसको भी पीती चली गयी. जब तक साक्षी बस १ पेग पीती, मैं ३ पेग शराब गले के नीचे उतार चुकी थी. भाबी से फिर से हमे डांस को खड़ा होने को बोला. इस बार भाभी ने सांग लगाया - चोली के पीछे ( खलनायक ) मैं साक्षी के साथ डांस करने लगी. धीरे धीरे इस सांग के ख़तम होते होते साक्षी ने खुद की & मेरी स्कर्ट उतार के जमीन पे साइड मेँ रख दी . मुझे तो कुछ भी होश नहीं था. भाभी और साक्षी जो जो मेरे से करवा रही थी, मैं बिना कुछ सोचे समझे करती जा रही थी. इधर भाभी मेरी स्ट्रिप डांस की विडियो & पिक्चर्स भी अपनी मोबाइल मेँ लेती जा रही रही थी. अब अगले सांग्स भाभी ने भोजपुरी अश्लील सांग्स लगाए. मैं और साक्षी नंगी होती चली गयी. अंततः मैं और साक्षी कुछ ही मिनट्स मेँ भाभी के सामने पूरी नंगी खडी होके कमर मटका रही रही थी. भाभी अब मेरे पास आयी और मुझे बेड पे लेटा दिया. फिर भाभी ने साक्षी से रस्सी मांगी . साक्षी रस्सी लेके आयी, फिर साक्षी और उसकी भाभी ने मेरे दोनों पाव बेड के दोनों तरफ से बाँध दिए & मेरे दोनों हाथ बेडपोस्ट से बांध दिए. अब भाभी मेरे चेहरे के पास आके बैठ गयी , और उधर साक्षी मेरी दोनों टांगों के बीच आके बैठ गयी & मेरी बुर को निहारने लगी. भाभी ने मेरा मूँह खोला & मेरी मूँह मेँ अपना थूक डाल दिया. मुझे भाभी पे बहुत प्यार आ रहा था. मुझे उनसे अब प्यार होता जा रहा था, मैं भाभी की आँखों मेँ १ मिनट तक बिना पालक झपकाए देखती रही, मुझे उनपे इतना प्यार आ रहा था जिसका वर्णन शब्दोन मेँ नहीं किया जा सकता. १ मिनट तक मेँ भाभी का थूक अपने मूँह मेँ ही लिए रही & भाबी की आंखों मेँ देखती रही. फिर मेने भाभी की प्रेम के आगे खुद को समर्पण कर दिया. मैं भाभी की आंखों मेँ देखते हुए, उनका थूक गले के निचे गटक लिया. मुझे थूक गटकता देख भाभी बहुत खुश हो उठी, उनका चेहरा पूरा चमक उठा, उनकी ऑंखें चमक उठी. इधर साक्षी मेरी टांगों के बीच बैठ के मेरा और भाभी का खेल देख रही थी, और मेरी बुर के बालो को सहला रही थी. भाभी का पहला थूक मुझे अमृत सा लगा. पहला थूक गटक जाने के बाद मेने फिर थूक के लिए मूँह खोल. भाभी ने फिर मेरे मूँह मेँ अपने मुंह से थूक डाला . इस बार मैं तुरंत ही भाभी का थूक गटक गयी. फिर मेने मूँह खोल के थूक की डिमांड की . भाभी ने इस बार मेरे मूँह मेँ कई बार थूका और मेरा मुंह पूरा अपने मीठी थूक से भर दिया. थूक इतना था की मैं इस बार उसे पिने के लिए मूँह ही नहीं बंद कर सकती थी. मेने इस बाद खुद ही अपना सर पीछे किया & गला ऊँचा किया & अपना गला अंदर से खोल दिया , धीरे धीरे भाभी का अमृत -थूक मेरे गले से होते हुए मेरे पेट मैं जाने लगा. मुझे भाभी का थूक गटकते हुए अमृत पिने जैसा आनंद आ रहा था. फिर फिर इसी तरह भाभी ने कई बार अपना थूक पिलाया और मैं बहुत प्यार से उनका थूक पीती चली गयी. इधर साक्षी बहुत ही आश्चर्य से मुझे देख रही थी . मेँ तोह अपना सब कुछ भाभी को समर्पण कर चुकी थी, मगर भाभी के दिमाग मेँ कुछ और ही चल रहा था.... (….क्रमशः )
05-03-2019, 06:25 PM
Dheere dheere samay beetta reha. MA k baad meri shaadi gharwalo ne ek engineer se kardi , jinka naam Rahul hai . Vo ek average person hain . Shaadi k 1 saal me hi mujhe ek Beta hua . Ghar me sabhi log bahut khush hue . Bete hone k turant baad pati ko US me ek badhiya job mila , so vo waha pe kamane chale gaye , aur mene delhi me ek apna apartment kharid liya.
Idhar Sakshi MA k baad ghar se bhag gyi . Uska kuch pata nhi chala. Uske gharwalo ne usey khojne ki bahut koshish ki , but kuch pata nhi chala . Me bhi Delhi me akele apne bete k sath rehne lagi. TV dekhte dekhte bore ho jati thi . Raat bhar bur ki aag mujhe bechain karti rehti thi... (.... to be continued )
05-03-2019, 06:25 PM
Present Day -
Samay aise hi beetta jaa reha tha . Ek din mere pados me kiraye p ek '. pariwar rehne aya. '. pariwar - Aslam - age 45 year ( inki pass hi auto ka ek garaga tha , joki mujhe baad me pata chala ) Shabana - age 40 year ( Aslam ki pehli biwi ) Jabbar - age 25 year ( Aslam ka beta ) Saika ( age 20 saal , Aslam ki beti ) & Aslam ki family me ek khas skash bhi thi , jisko dekh k me chaunk gayi & usne mere ko dekha , toh uske chehre ka rang hi udd gaya ... Vo meri college ki ex roommate " Sakshi " thi . Aslam Sakshi ko bhaga le gaya tha & usey apne hi ghar me " rakhail " bana k " rakh " liya tha .. Sakshi ne mujhe dekh k apna chehra dusri aur fer liya , so mene bhi uss waqt ussey baat karna munasib nahi samjha ..
05-03-2019, 06:26 PM
Kuch hi dinn yunhi beette rehe . Mene Aslam ya uski family me kisi se baatchit nhi ki , aur nahi unhone mere se baatchit karne ki koshish ki. Kuch hi dino me Aslam ki beta aur beti hostel me shift ho gaye kyunki hostel me padhne ka mahool mil jata hai . Ab Aslam k ghar pe Aslam , uski biwi Shabana aur rakheil Sakshi thi. Sakshi ne shayad kisi dinn Aslam ko mere bare me bata diya tha , kyunki kuch dinn baad hi Aslam ko meri taraf dekhne ka nazariya badal gaya tha ( auratein nazar ko bhaamp jati hain . Ye unme jamnjaat gunn hota h ). Vo dheere dheere mere ko hawas bhari nazaron se ghoorne laga tha. Mene use nazarndaaz kiya & dinn isi tarah beetne lage ...
Fir ek din .. Ek din raat me 11 baje kisi n mera door knock kiya. Me adhi neend me thi. Jese hi mene darwaja khola , kuch hathon ne mujhe pakad liya & mere munh pe rumaal rakh di . Dheere dheere meri ankhoon k saamne andhera hota gya , aur me poori behosh ho gayi ( uss roomaal me chloroform tha ) . Kuch hi ghanto baad mujhe hosh aya , to mene paya , mere hath-paon bed ke charoon konon se rassiyoon se bandhey hue hain , aur me apne ghar me nhi hoon. Mene cheekhne ki koshish ki but mere munh p medical tape chipka hua tha . Mene hath paon marne ki koshish ki but kameeno ne itna kass k hath paon bandha hua tha , ki me hill bhi nahi sakti thi . Tabhi room me ek admi aya , usko mene kabhi nahi dekha tha. Vo bahar gaya aur apne sath do aur admi le aya . Mene dekha , usme se ek Aslam tha . Me jor jor se cheekhne lagi aur apne apko chudane ki koshish karne lagi , magar unn rassiyon ko tod pana mere bass me nhi tha. Ab mere dimaag ne kaam karna shuru kiya, mene total admiyon ko ginne ki koshish ki , 3 toh room me hi the & bahar se 2 aur admiyon ki awazein aa rehi thi . Badar se TV ki awaaz bhi aa rehi thi & mere bete k roone ki bhi awaaz aa rehi thi
05-03-2019, 06:27 PM
Mujhe hosh me aaya dekhkar Aslam bed pe mere kareeb aaya. Mene Aslam ko pehli baar dhyaan se dekha. Aslam 6.6 feet ka lagbhar 100 kilo ka bahut hi majboot mard tha . Uske chehre se after shave lotion ki smell aa rehi thi.
Aslam bed pe mere kareeb aya aur bola - Hello Pooja ! Hum log tumhe yeha kuch samay tak rakhenge . Tumhe hum sabko khush karna hoga. Mujhe poori asha hai ki tum hum sabko poore dil-o-jaan se khush karogi , nhi toh tumko aur tumhare bete ko hum jaan se maar k kahi jameen me gaad ayenge aur kisi ko pata bhi nahi chalega . Soch lo thik se ? Tum kya chahti ho - hum logo ki kuch dino ki randi banna YA khud ki aur apne bete ki jaan marwana ?? Me Aslam ki ankhon me dekhti rahi , mujhe poora yekeen tha ki Aslam n jo bola , vo karr bhi sakta hai... Aslam apna chehra mere chehre ki aur lake mujhe kiss karne ki koshish karne laga. Mene apna chehra dusri aur ghuma liya. Aslam ko ab ghussa aya . Usne gheench k meri nighty faad daali . Fir usne jabarjasti meri bra faad k utaar fenki . Panties mene pehni nhi thi kyuni raat me me panties nhi pehenti hu . Ab meri hahakari 34B chonchiyaan aur jhantoon bhari bur poora khul k Aslam aur uske dono dosto k saamne parosi jaa chuki thi. 2 minutes tak sab mere jism ka netra se chodan karte rehe, fir sabse pehle Aslam ko hosh aya . Vo mere chehre k pass ake munh p bandha medical tape jhatke se utara, fir teji se mere dono gaaloon pe 2-2 tappad rassed diye . Meri ankhoon k saamne andhera chaa gaya. 5 minute baad mujhe halka halka hosh ane laga, to Aslam ne meri jhantein nochtey hue meri ankhoon me dekhte hue pucha - " tu jinda rehna chahti hai YA nahi ? " . Mene " haan " me Sirr hilaya toh usne meri jhantoon ko chor diya . Mujhe thoda sukoon mila .. Mene Aslam se pucha - " tum mere sath aisa kyun kar rahe ho ? " .Ye sunkar Aslam ko firse gussa aa gya , usne firse mere ko 2-2 tamache maare , aur bola - " arey bhosadiwali randi ! Hum yeha KBC nhi khel khel rehe hn . Tera aur tere bete ka jinda rehna hum sabko " khush karne " pe nirbhar karta hai . Agar tune hum sabko khush kiya , toh hum tujhe aur tere bete ko jaane denge , warna ....... tu toh jaanti hi hai ... " ... mere ye dono dost criminals hain ...murder charge laga hua hai inpar . Abhi jail se bail p chutey hue hain ..do aur murder karna inke liye koi badi baat nhi hogi . Samjhi ? . Mene " haan " me Sirr hilaya. Me jaan gayi thi ki , ye sab harami manmani kiye bina nhi chorenge..
05-03-2019, 06:28 PM
Aslam ne apne ek friend ko ishara kiya . Vo mere pass ake bed pe baith gaya aur meri poori body pe hath ferne laga, vo bahut expert tha , usne itni kushalta se meri poori body pe hath fera ki meri poori body k rongate khade ho gaye aur me ye bhi bhool gayi ki mujhe yeha meri icha k virudh lagaya gya hai aur mera bang ho raha hai . Mere dono nipples poore khade ho gaye , breasts poore tann gaye . Nipples itne kathoor ho gaye the ki unme dard hone laga tha aur unme se khud hi halka halka doodh nikalna shuru ho gaya tha . Abhi tak toh Aslam k uss dost Saif ne nahi mere boobs ko touch kiya tha aur nahi meri bhos ko chuwa tha, khali pet , nabhi , legs pe hi hath firaya tha aur me itni garam ho chuki thi ki , meri nipples se khud hi doodh nikalne laga tha aur meri bur ekdum geeli ho chuki thi . Me khud hi hawa me apni kamar upar niche karne lagi , ye dekh se sab hass pade...
Me sabko hanstey hue dekh sharam se pani pani ho gyi . Saif ne meri ankhoon me dekhtey hue kaha - " Tu jaanti hai Pooja ? Me bahut pehle Randikhana chalata tha aur mujhe gharelu ladkiyon aur auratoon ko poori madar-randi banane me bahut maza ata hai . Tu jaanti hai , madar-randi kisey boltey hain ? ". Mene ' na ' me Sirr hilaya , toh Saif bola - ' Madar-randi usey boltey hain , jo apne baap-bete-bhai sabse chudwa ke randi bane . Aisi randi poori besharam hoti hai aur kisi se bhi kahi bhi chudwa sakti hain . Inko jara bhi sharam aur laaz nhi hoti hai . Tum dekhna poja , kese me tumhari ' laaz dheere dheere loot ' k " madar randi " banaunga , fir tum khud hi apni khusi se beech chaurahe pe nangi hoke chudwa logi ... " . Mene Saif ki ye baat suni , to meri Rooh tak kaamp gayi aur me bahut chintit ho uthi ... Me bistar ke chaaroon konso par rassi se nangi bandhi hui thi . Bahar mera beta doodh k liye roo reha tha . Aslam bahar gaya aur mere bete ko le aya aur meri chaati p pet k bal lita ke , mere bete k munh me mera nipple de diya . Mera beta doodh khushi khushi choosne laga. Idhar Saif meri taangoon k bich me aake baith gaya aur meri bhos ki ghani jhaantoon me ungliyaan firane laga. Me dheere dheere firse madhosh hone lagi , Saif k kushal hath meri jhanghoon , jhanghoon ki jaad , pedu aur bur ki faankoon ko dheere dheere sehlatey jaa rehe the , mera josh badhta hi jaa reha tha . Fir thodi der baad Sair ne meri bur ko khol k usme jhaanka aur bur itni geeli ho chuki thi , ki uska rass niche gand k ched tak aur ussey niche tak chala gaya tha ... Saif ne ye sabko dikhaya .. sab firse hans pade . Aslam bola - ye sahi me madar-randi banegi . Dekh lena tum log ! Thodi hi der me mere bete ka pet bhar gaya , to Aslam ne use uthaya aur bahar le jake kisi ko de kar wapas room me aa gaya . Ab Saif bed se utar k meri tangoon k bich palang k pass khada ho gya . Aslam meri right boob k pass bed k niche khada hua & Aslam ka teesra dost Jaggu meri left boob k pass bed k niche khada hua . Fir teeno ne apni apni leather belt utar li aur usko dohra kiya . Mujhe unn sabke iraade samjh aa gaye aur me darr gayi . Me unn sabse chorne aur naa maarne ki bheekh maangne lagi ...
05-03-2019, 06:29 PM
Magar unn teeno ne meri ek baat bhi nahi suni . Sabse pehle Saif ne apni poori takat se meri bhos p belt se mara , meri dimaag me turant current utar gaya ! Me jor se cheekhi aur meri gand khud hi hawa me 1 feet bistar se uth gayi. Jab kuch hi seconds me gand wapas bed pe giri , to Aslam ne poori takat se apni belt se mere right boob k bichoon bich mere right nipple pe mara , me jibah hoti bakri ki mafik cheekhi , tabhi mere left boob pe Jaggu ne apni poori takat se belt se mara , meri ankhoon me rangeen sitare nachne lagey, mera sharir dhanush ki akar me bed pe tann gaya tha. Mujhe laga ki aj se sab mujhe jaan se maar hi denge....
Fir unn sabse mujhe 1 minute ka relax hone ka samay diya , me apni saansein durust kari , fir jese hi meri ukhdi saansein durust hui , me unn sabse naa-maarne ki bheekh maange lagi but me toh shaitaanoo k bich fansi hui thi ... Sabse pehle Saif n firse meri taangoon k bich belt se maara , me punah cheekhi ... bina jyada time ka gap diya , Aslam meri right boob p belt se mara ...isssey pehle ki meri cheekh poori nikalti , meri left boob p Jaggu ne mara.. fir punah Saif ne bina samay ganwaye meri bhos pe belt s maara, meri ankhon k samne andhera chaane laga ... turant hi Aslam ne right boob p belt se mara ,.... bina samay ganwaye Jaggu n left boob p mara ... fir Sair ne bhos pe poori takat se mara ... isi kram me ab toh " belts se maarne ki barsaat " shuru ho gayi ... me cheekhti rehi aur vo sab mujhe belts se peette rehe .. dheere dheere meri ankhoon k saamne andhera chaane laga .. ab mujhe belts se maarne ka ehsaas ' bas ek laal chinti kaatne ' jitna hone laga .. mera cheekhna chillanna kamm hota gaya aur me behosi ki halat me " Nirvana " me chali gayi , mere ankhon aur chehre pe uss samay " sukoon k bhaw " the ... Samay beetta reha , dheere dheere 3 hour beet gaya , ab mujhe dheere dheere hosh aney laga, mene dheere dheere ankh kholi , room me koi nhi tha. Mere poore shareer me bhayanak dard ho reha tha. Dono boobs belts se maar kha kha ke ekdum kaaley padd chuke the. Udhar bhos me itna dar tha ki jab me hili toh aisa laga ki kisi ne bur me garam sariya hi ghused diya ho. Thori der me mene khud ko jitna ho sakta tha , sambhala. Mujhe bahut jor se peshab ka ehsaas hua. Me cheekhi - koi hai ? . Baar baar cheekhne p Aslam aya aur bola - " kya hai randi-pooja ?" . Me boli - " mujhe bathroom jana hai " Aslam bola - " kisliye randi ?" Me boli - " peshaab laga hai " Aslam bola -" To karle bistar p hi peshab . Madar-randi toh peshab me bhi sooti h " Me rone lagi aur boli - " mene tumhara kya bigada hai ? Tum mere sath aisa kyu kar rehe ho ? " Aslam hansa aur bola -" Randi ! Hum log tere se KBC nhi khel rehe hain, lagta hai tune abhi tak sabak nahi liya , ruk bhosadi , abhi sabko bulata hun " Me Aslam se maafi maangne lagi aur Aslam ko rokne lagi but Aslam bahar se apne dono dosto Saif aur Jaggu ko bula kar le aaya ...
05-03-2019, 06:30 PM
Fir unn teeno ne apna apna belt utaara aur meri bhos aur dono boobs pe poori takat se belts barsaane shuru kar diye ..me gala faad faad k cheekhti rehi aur iss baar 10minutes me hi behosh ho gayi. Behosh hone se pehle mera submission Aslam aur uske gang k prati poora ho chuka h.. unn logon ne " meri will " ko " poora break " kar liya tha..
Iss baar mujhe jaldi hi 1 hour me hi hosh aa gaya . Aslam aur uske dono dost room me hi the . Mene dheere dheere ankh kholi . Poora shareer dard se fata jaa raha tha. Mera bladder peshab se poora bhara hua tha. Me Aslam se boli - Sir , aap jahan izazat denge , waha me peshaab karlu ? Aslam bola - agar izazat nhi dunga , to peshab nhi karegi tu ? Mene " naa " me sirr hilaya , to Aslam bada khush hua . Aslam bola - " Dekh ab tu madar-randi hai . Tere jeevan ka bas ek hi aim hoga " - chudwana " . Tu pehle jobhi kuch thi, vo sab ab bhul ja kyunki tu ab meri randi hai aur tujhe poori life meri hi randi banke rehna hai . Samjhi ? Ya firse belt se samjhaun ?? " Aslam k hath me firse belt dekhke me darr gayi aur me Aslam se boli - " Mujhe madar-randi banao , me poori jindagi tumhari randi banke rahungi " Aslam ye sunke bahut khush hua , fir bahar jake kisi ko ander ishare se bulaya ... Ander ane wale sakhs ko dekh k meri ankhoon k aangey andhera chaa gaya , ander ane wali shaks meri college ki ex roommate Sakshi thi , jisko Aslam bhaga le aya tha aur apni rakheil bana liya tha. Sakshi poori nangi thi , uski goad me mera beta khel raha tha. Vo mere ko dekh k muskurayi , me samajh gayi ki mere ko iss jaal me isi kutiya ne fansaya hai . Me mann hi mann bistarvp bandhey hue sakshi ko khoob gaali dene lagi. Aslam ne Sakshi ko btaya ki mujhe jor ki peshaab lagi hai , ye suntey hi sakshi ne meri bur ki fankein dono hathoon se khol k mere mutra k ched p apne hoth laga k suck karne lagi . Aslam meri ankhon me dekhte hue bola - " muut le madar-randi " . Itna suntey hi mera muut chut gaya aur mera muut sakshi k munh me jaane laga , sakshi dheere dheere mere muut ko peene lagi , dheere dheere mera moot tez hone laga, toh sakshi tezi se mera moot peene lagi , fir moot slow hota gaya aur sakshi mera poora moot peetey gayi . Fir mera moot peene k baad sakshi uthi, to uski ankhoon me chamak aur chehre p khushi k bhaw the
05-03-2019, 06:31 PM
Fir Aslam ne Sakshi ko mere ko " taiyar " karne ko kaha . Sakshi ne mere bete ko mere pet p litaya aur bete k munh me mera nipple de diya . Mera betavmera dudh chusne laga , idhar sakshi bed p meri tangoon k bich me aa gayi aur meri poori bhos apni garam jeebh se chaatne lagi . Dard kar rahi bhos p jab sakshi ki garam jeebh padi , to bhos ko bahut acha feel hua , vo firse garam hone lagi . Sakshi kisi expert kutiya ki tarah meri bhos upar niche jeebh chalane lagi , jab meri bhos poori garam ho gyi to sakshi ne meri bur ki faankoon ko khola aur meri bur me apni garam jeebh daal k ander bahar karne lagi , meri bur ekdum khaul uthi , usme se lava behne laga jise sakshi peene lagi . Me apni kamar utha utha k sakshi k munh p maarne lagi , ye dekh k sab hansne lage . Aslam ne mujhe poora garam hotey hue dekh k mere dono paon khulwa diye magar abhi bhi dono hath bed post p rassi se bandhey rehne dia . Idhar mere bete n poora pet bhar doodh pi lia tha , ye dekh k Aslam n use apni goad me utha lia . Sakshi ne ab mere dono ghutne mere boobs se sata k mujhe dohra kar dia aur firse meri khuli bur me apni jeebh daal k meri bur ka chodan karni lagi . Mere poore shareer me vaasna ki aag ab dhadhak uthi thi , mujhe itna belt s peete jaane k baad bhi vaasana ki aag m doobne k baad dard ka ehsaas nhi ho reha tha , ab meri teevr icha thi ki - bas mujhe koi chod daaley ...
Sakshi ne meri bhos aur boobs chat chat k mujhe vaasana ki aag me poora ubaal dala tha. Isi bich Aslam , Saif aur Jaggu teeno ne apne kapre utar k apne apne lodey khade karke mujhe chodne k liye taiyyar kar liye the. Sabse pehle Aslam meri taangon k bich me bed p chad k aya. Sakshi n Aslam ka loda munh m leke usey thook k poora gila kia , fir sakshi n meri bur k munh ko khol k bur ko ander s poora thook se bhar diya . Fir Sakshi ne meri bur k munh ko khol k Aslam ka 8 inch ka loda meri bur k munh p tika diya, meri saans hi ruk gyi. Aslam meri ankhon m dekhta hua bola - " randi , jab me tujhe chodun , to meri ankhon me dekhti rehna , warna teri ankh hi phood dalunga , ye baat thik se samjh le madar-randi " . Mene " haan " me sirr hilaya aur saans rok k Aslam k lodey ki apne bur me waar ki pratiksha karne lagi . Sair aur Jaggu ne meri taangoon ko ghutne se pakad k dono vipreet disha me chiyaar diya tha. Idhar Sakshi n meri bur ko dono hathoon ki ungliyon s pakad k chiyyar rakha tha. Aslam ka loda meri bur se sata hua tha aur me lodey k hamle ko sehne k liye apne aap ko mansik roop s taiyyar kar chuki thi... Aslam n jor ka dhakka mara , uska loda meri bur me 4 inch sama chuka tha , meri dard bhari halki cheekh nikli, me aslam s nazar milaye rakhi aur apne hath kholne ko boli , Saif aur Jaggu n meri taange chiyyare hue hi apne dusre hathon se meri dono hath khole. Hath khulte hi mene aslam ki peeth p ane hath kass diye aur aslam ko khud me samane k liye aslam ko apni aur kheencha aur apna munh khol diya, me aslam ki katil ankhoon me dekhti rehi. Aslam ne Saif aur Jaggu ko mera pair chodne ko kaha . Apne pair chuttte hi mene apne dono paon ki kainchi banatey hue aslam ki kamar me lapet liya. Aslam 1 min ruka , fir usne apni gand ko piche kiya , fir poori takat se apne lodey se prahaar meri bur me kiya , loda 7 inch meri bur me chala gaya tha , mera munh poora khul gaya tha, ankhein bahar ko aa gyi thi, magar mene apni nazarein aslam ki ankhon se nhi hatayi. Aslam mere poore khule munh me apna thook poora bhar diya. Me aslam ki ankhoon me dekhtey hue usko thook ko poora pi gayi . Fir thook k liye mene munh khola , Aslam n firse mere munh me poora thook daal k bhar dia, firse me uss thook ko pii gayi. Isi tarah aslam mujhe apna thook pilata raha. Lagbhag 15 min thook pilane k baad aslam n meri chudayi shuru ki.
05-03-2019, 06:31 PM
Aslam ne apna loda dheere se bahar nikala , fir dheere se hi meri bur me ghusa diya ... dheere dheere usne loda nikalne aur ghusane ki gati teez ki .. meri bur toh ekdum chuu rahi thi . Bur ki chudayi se " faacch faacchhh .." , hawa me paon me bandhe payal ki " chan chann ..." aur hath ki chuiyoon ki " khann khaann " ki awaz, poore mahool ko ekdum hi kamuk bana rehi thi . Ye mahol aur romance wohi samjh sakta hai jisne poori shiddat se kisi aurat se pyaar bhara sex kiya ho aur aurat ne bhi poori shiddat se apni poori kala k sath uss mard se sex kiya ho . Me Aslam ko apni baahoon me bhare hue use munh me apni jeebh daale hue apni gand tezi se upar niche karte hue apni bur aslam k 8 inch k lodey se chudwa rehi thi. Humari chudayi Saif , Jaggu aur Sakshi ekdum mantramugdha hoke dekh rehe the. Ab me chudtey hue hawa me udd rahi thi. Mujhe aisa nhi lagg raha tha ki mera bang ho reha ho ya kidnap kiya gaya ho ya belt se itna peeta gaya ho . Me poori shiddat se Aslam se chudwa rehi thi. Uss waqt jobhi humari chudayi dekhta , vo dekhta hi reh jata...
Lagataar 30min ki ghamsaan chudayi k baad Aslam ki chodne ki raftaar bahut tez ho gayi . Me samajh gayi ki wo ab jhadne wala hai. Hum dono paseene s lathpath ho chuke the. Aslam tezi se mujhe chodte hue mere upar gir gaya aur uska veerya uske lode se hotey hue meri bur me girne laga. Mujhe aisa laga kisi n khaulta lawa meri bur me daal diya h . Isi k sath me bhi teezi se jhadi aur mene aur aslam ne ek dusre ko kass k bahupash me bhar liya. Aslam mere upar hi pada sustane laga. Mene bhi aslam ko apne upar araam karne ki mansik izazat de di aur aslam ko apne baahoon m jakade hue apni ankhein moond k anand k sagar me doob gayi.. Kuch der baad Aslam mere shareer se uth ke bed se utar gaya. Mene ankhein band kiye hue gehri gehri saansein leti hue aur apni dono tangein vipreet disha me failaye hue sabke samne bed pe nangi padi hui thi. Meri bur se Aslam ka gadha gadha veerya beh ke niche bed pe jaa reha tha. Abki baar Saif bed pe meri taangoon k bich bed pe aa gaya aur apna 9 inch ka loda ka aalu jesa mota supada meri bur pe ghisne laga. Uske ghisne ka andaaz itna madak tha ki aslam se itni bharpoor chudayi k bawjood bhi mujhe josh chadne laga. Kuch hi minute me mujhe chudayi ki itni chudaas chadd gayi ki me khud hi niche se gand utha utha k apni bur ko Saif k motey supadey pe ragadne lagi aur uske motey lode ko niche s dhakka maar k apni garam bur me lene ki koshish karne lagi ... Mene Saif se kaha - ab tadpao mat ... ghusa do apna , nahi to me marr jaungi ... Saif ne hanste hue kaha - kya ghusaun , thik se bol , randi ? Me niche se apni bur Saif k lodey p guistey hue boli - meri bur me apna loda daal do plz .. Saif meri bur k upar hi apna supada ragadtey hue bola - Tu meri randi banegi ? Mere liye dhandha karegi ? ?.... tabhi me teri raand-bur chodunga .. Me bistar pe nagin ki tarah tadapti hui boli - haan ! Me teri randi banungi aur tere liye dhandha bhi karungi ..tub bas meri raand-bur ko chod daal ... Itna suntey hi Saif ne apne done hathoon se meri chudi bur ko poora khola aur poori takat se apney lode ko meri bur k ched pe rakh ke dhakka mara. Saif ka loda ek hi baar me meri bur ko cheerta hua poora 9 inch ander sama gaya aur uske supade ne meri bachedaani me kass k chot maari , me cheekh padi , aisa laga kisi ne meri bachedaani me khanjaar daal diya ho ..
05-03-2019, 06:33 PM
Saif ab kuch second rukne k baad apna loda bahut pyar se meri bur me dheere dheere aagey pichey karne laga . Meri bur n kuch hi minutes me Saif k lodey ko poori jagah dedi aur meri bur chudayi ka anand uthane lagi. Dheere dheere Saif ne chudayi ki raftaar tez ki , me gand uchal uchal ke Saif ki chudayi ka maza lene lagi. Saif kabhi kabhi poora 9 inch loda poora bahar nikal deta tha aur fir turant hi poori takat apna loda meri bur me jadd tak 9 inch ander pel deta tha , uske har iss tarah k dhakke se uska loda ka supada meri komal bachedaani pe waar karta aur meri cheekh nikal jati . Bachedani p lodey k supadey waar se mujhe pain aur chudayi ka sukh dono ek sath prapt hotey the, meri bur toh issey lagatar nal ki tarah behti jaa rehi thi. Saif itni kushalta se mujhe chod raha tha ki me har 10 minute me jhadti jaa rahi thi , magar Saif ne mujhe saans lene ka time bhi nahi diya. Me ukhdi hui saans ki halat me hi saif se 30 minutes chudwati rehi.
30min k baad Saif ki mujhe chodne ki raftaar bahut tez ho gyi , me samjh gayi ki ab ye jhadne wala hai. Saif ab apna poora loda bahar nikalta aur apna poora 95 kilo ka wajan leke mere shareer p kood k meri bur me ek hi baar me jhadd tak loda ghusa daalta. Har baar meri bachedani pe tez waar hota aur har baar me cheekh uthi aur mujhe ' chudayi ka dard aur sukh ' dono hi ek sath miltey the. Meri halat aisi ho gayi thi ki jab bhi meri bachedaani p loda lagta , me " jharr " jati . Me iss chudayi me lagatar 5 minute jharti rahi aur Sauf se chudte hue hi jharte hue behoshi hi halat me chali gayi. Saif mujhe chodta raha aur kuch hi minute me meri bur me jharne k bad mere upar se utha gaya aur bed se niche utar gaya. Me ab bed pe ardh-behoshi ki halat me padhi thi . Aslam aur Sair se jabarjast chudayi ke baad mere me ab hilne ki bhi takat nahi bachi thi , magar abhi tak Jaggu ne mujhe choda nhi tha aur uska 7 inch ka loda poora khada tha. Jaggu ne mujhe hilane dulane ki koshish ki magar shareer me ab jaan jara bhi nahi bachi thi. Jaggu ne ye dekh k bed pe mujhe sirr ki taraf se bed ke kinare le gaya aur sirr bed se niche latka diya. Ab mera sirr bed ke niche hawa me jhul raha tha aur shareer ka dhadd bistar pe pada hua tha . Jaggu ne mera munh khulwaya aur jeebh bahar nikalwayi aur apna loda mere munh me ghusedne laga. Jaggu dheere dheere mera munh me loda aagey pichey karke chodne laga . Dheere dheere vo apna loda poora mere galey tak utaar diya aur mere munh ko hi bur samjh k chodne laga. Mujhe aisa laga ki jaggu ki iss chudayi se meri gardann hi tuut jayegi , tabhi Sakshi ne aakey mera sirr tham liya aur sirr ko pichey karke Jaggu ko meri munh ki chudayi ka adarsh angle de diya. Jaggu 20 minute tak mera munh chodne k baad apna veerya seedha mere galey k nichey giraya , jo apne aap hi mere pet me chala gaya. Jaggu ki chudayi ke baad me ardh-behoshi ki halat me usi pose me gehri neend me chali gayi... Lagbhag 3 hour tak me ardh-behoshi ki halat me bed pe soyi rehi , fir jab sharrer me thodi jaan ayi to meri ankhein dheere dheere khulne lagi . Mene dekha ki Sakshi abhi tak nangi thi aur mere hi bagal me baith kar bed pe mere bete ko goad me khila rahi thi. Mujhe hosh me ata dekh Sakshi muskurayi aur bahar Aslam ko awaz lagayi. Aslam daudta hua room me aya aur mujhe hosh me aya dekh muskuraya aur bed pe ake meri bagar me baith ke mere boobs pe hath rakhke unko masalne laga. Aslam ne Sakshi ko mere liye omlet aur doodh le ane ko bola. Sakshi uthi aur mere bache ko meri bagal me sula k nangi hi bahar chali gayi. Mene apne bache ko apne nange pait p litaya aur apna ek nipple uske munh me de diya . Idhar Aslam meri tangon k bich aa gaya aur meri bhos aur jhantoon ko sehlane laga. 15min me hi mere bache ne mere nipples me se apne pet bhar dhoodh pi liya aur isi bich Sakshi mere liye omlet aur 1 glass doodh leke ayi . Meri kisi tarah bed pe baithi , meri tangoon k bich bahut dard ho raha tha . Sakshi ne mujhe apne hathoon s omlet khilaya aur glass ka doodh pilaya , fir mujhe thodi der sustane ko boli aur mere bache ko leke bahar chali gayi . Idhar me bed pe pith k baal apni dono tangein dono vipreet dishayoon me chiyaar se nangi leti thi aur Aslam meri tangoon ke bich apna hath meri bhos pe rakh k dheere dheere sehla raha tha . Jese jese mere shareer me jaan aa rahi thi , vese vese meri bhos kisi nayi sulagti bhatti ki tarah dheere dheere garam hoti jaa rahi thi , bhos ne ab paani tapkana shuru bhi karr diya tha ...
05-03-2019, 06:36 PM
Quote:Originally Posted by microplus View Post Pooja89 Laptop nhi hai mere pass .. me gaon ki hun ..mene pehle hi bataya hai .. kisi tarah mobile se story type karke post karti hun
05-03-2019, 06:37 PM
Aslam ab meri tangoon k bich apne ghutnoon p khada hus aur apna loda ka supada meri bur k cheere pe ragadne laga , meri bhos supada se ragad khatey garam hoti gayi aur ekdum garam bhaati ki tarah dhadhakne lagi. Meri bur ne ab khud hi apna munh khol liya tha aur lode ko nigalne k liye ekdum taiyar ho gayi thi. Aslam meri bur k cheere pe apna loda ka supada ragad k ekdum mujhe ek pakki chudas randi ki tarah garam kar diya , fir usne apna loda meri bur k ched pe tikaya aur ek hi baar me apna poora wajan apna lode p daal ke mere shareer p gir pada. Aslam ka 8 inch loda meri bur ko cheera hua bur ki nalika se hota hua poora meri bhos me sama gaya aur uske lode k supade ne meri bachedaani me kass k chot maari . Pehli hi chot itni jabarjast thi ki abhi abhi jo mene Sakshi k hatho se doodh piya tha aur omlet khaya tha , vo mere pet se hotey hue mere gale , munh aur naak me chala aya . Aslam ne firse poora loda bahar nikala aur firse poora loda meri bur me thuss k meri komal ghayal bachedaani me jabarjast chot maari , meri ankhoon k saamne andhera chaa gaya, mene abhi abhi thodi der perhle jitna khaya tha, vo sab ka sab mere munh aur naak se hotey hue bahar chala aya.
Aslam ko meri halat dekhkar apni mardangi p bada garv hua aur ab usne meri dono tangoon ko mere dono boobs se sata ke mujhe dohri kar diya , issey meri bur ander se choti padd gayi . Ab Aslam ne firse apna loda poora bahar nikal k poori takat se apna loda meri bur me dhakel dala , iss baar meri ghayal bachedaani pe itni jorr ki chott lagi ki me ghighiyaa ke roone lagi aur meri munh aur naak me se pet ka bile ek pichkari ki tarah bahar nikla. Ab Aslam ek pagal saand ki tarah mujhe dohri karke meri bhos chodta hua meri ghayal bachedaani ko aur ghayal karta raha . Me ghighiyate hue rooti rahi , Aslam iss baar lagataar mera 25 minute tak bang karta raha aur fir uska veeryapaat meri bur me hi hone k baad mujhe dohri hi kiye , mere upar lete raha . Meri halat bahut buri ho chuki thi , mujhme hilne ki takat jara bhi nahi bachi thi, mere pedu se niche kamar tak ka hiss ekdumm sunnn ho gaya tha . Jab Aslam mere upar se hata , to mujhme itni bhi takat nhi bachi thi ki me apni tangein khud faila saku aur apni tangein band kar saku . Aslam se iss bhayankar chudayi k baad me ussi tarah dohri padi hui lete rahi aur behosh ho gayi... Sakshi ne mere nange behosh badan ko seedha kiya aur ek geela towel leke mere badan ko poncha . Fir mujhe salwaar kameej pehnayi aur Aslam aur Sakshi dono mujhe behoshi ki halat me hi apne garage se ek car me lita ke mujhe mere ghar laye. Ghar ane pe pata nhi kitne hours behosh rahi , udhar Aslam apne garage me chala gaya aur piche mere ghar me hum teeno , me sakshi aur mera bacha reh gaya . Kai hours baad mujhe hosh aya , to me uthne ki koshish karne lagi , magar pedu se niche itna dard tha ki me utha bhi nhi paa rahi thi . Ye dekh k Sakshi ne mujhe khandha deke uthaya aur bathroom le gayi . Jese hi mene Salwaar niche ki , apni bhos ki halat dekh k me ekdum chaunk gayi . Meri bhos ekdum kaali padd chuki thi , bur ka cheera ek fail chuka tha, bur k upar ka dana ekdum neela padd gaya tha aur usme se teess uth rahi thi . Kisi tarah mene Sakshi ka kandha pakde hue bathroom me peshaab kiya aur sakshi ne meri shalwar upar ki aur mujhe lee aake bed u lita di. Fir vo kitchen se mere liye 2 omlet aur 1 glass doodh leke ayi aur mujhe khud khilayi . Khane k baad mene apne soye bache ko uthaya aur usko apna stanpaan karaya. Fir Sakshi ne mujhe kuch dard kam karne ki medicines di , kuch hi der me mujhe gehri neend aa gayi... 4 hour k baad meri neend tuti , sakshi mere bagal me hi bed p soo rahi thi , sath me mera bacha bhi uske gale lag k soo raha tha . dard ki dawa lene se mera dard kaafi hadd tak kamm ho gaya tha , me thodi pareshani se apna dard peete hue khud hi bed se uth k bathroom gayi aur bathroom se peshab karke bistar pe ayi . Mere ane ki ahaat sunkar sakshi jaag gayi aur uth k bed p baith gayi. Sakshi ne bed se apni peeth tika di aur apni dono taangein faila di aur mujhe apni dono taangoon k bich me letne ka isara kiya , me sakshi ki tangoon k bich aake apni peeth sakshi ke boobs p tika k sakshi k upar let gayi , fir hum dono idhar udhar ki bbatein karne lage ... Sakshi - kesi ho pooja ? Me- thik hu me . Tu kesi hai ? Aur iss Aslam k saath ghar se bhaag gayi thi tu ? Tere ghar wale bahut pareshan the , pata bhi hai tujhe ?? Sakshi - Aslam k sath meri bahut lambi kahani hai , behen , aur me ab aslam k sath bahut khush hun . Tune ghar walo ko humare bare me nhi bataya na ? Me - Nahi batayi abhi tak ! Tujhse pooche baigair kese batati ?? Sakshi - batana bhi mat behen , nhi to merd ghar wale hum sabko marwa denge .. Me - Tune Aslam aur uski gang se mera bang kyu karwaya ? Jaanti hai mujhe kitna dard ho raha hai ? Sakshi - Aslam ne mere kehne p aisa kiya pooja kyunki me tujhse pyar karti hun aur tujhe mukammal taur p pana chahti thi , isliye mene aisa karwaya .. ab pooja , tu meri hai ♥
05-03-2019, 06:38 PM
Dinn aise hi beette rahe. Sakshi ab mere sath mere ghar pe hi rehne lagi . Humari colege ki hostel ki yaadein taaza ho gayi . Sakshi mera aur mere bache ka khoob khyal rakhti . Aslam aur uski biwi bhi mere ghar atey rehtey . Pati , jo ki job ki wajah se US me the, unse meri baatein roj hoti thi , unhone bataya ki vo ab 1.5 saal baad hi India aa payenge . Sakshi ko ye pata chala to vo bahut khush hui . Sakhsi ne ye baat Aslam aur uski biwi ko bataya to vo log bhi bahut khush hue .
1 week beet chuka tha. Meri body ab kafi hadd tak thik ho chuki thi . Sakshi ab mujhe hamesha ghar me nangi rakhti thi , usko mere ko nangi dekhna hi pasand tha , me bed se khali bathroom jaane ko hi utarti thi . Sakshi mere liye hamesha khane pine ka bandobast mere bed p hi karti thi . Sakshi hamesha mujhe apni dono taangein chiyaar k bur dikhane ko kehti . Me bed p apni dono taangein chiyaar k peeth k bal let k apni bhos Sakshi , Aslam aur Aslam ki biwi k saamne paros deti . Sakshi ko meri bhos aur choonchiyaan chatni pasand thi , Aslam ko mera nipple kass k pinch karna pasand tha , aur Aslam ki biwi meri bhos ki jhantoon me ungliyaan fira k unhe nochna jyada pasand karti thi .. dekhte dekhte 1 week beet gaya , aur ab meri body kafi hadd tak thik ho chuki thi .. .fir ek din.... Fir ek din ... evening 7 baje , Aslam ki biwi Shabana mere ghar ayi , uske sath ek aur aurat thi , Sakshi ne mujhe uss aurat se intro karwaya toh pata chala ki vo Saif ki biwi Ayesha hai. Ayesha 5.8feet lambi , 72 kilo ki , fig 38 34 40 , age 41 saal , mahila thi . Mere ko dekhte hi Ayesha ki ankhon me bhookhe bhediyo jesi chamak aa gayi , jisne apne shikaar ko dekh liya ho . Ayesha mere paas aake bed p baith gayi aur meri bhos pe hath firaya , fir usne mere boobs ko sehlaya aur unhe daba daba k uski size aur kathorta ko mapa. Ayesha k aise karne mere body me jhanjhanahat hone lagi , vo body ko touch karke garam karne me bahut badi expert thi . Jab me thodi garam ho gyi , to Ayesha ne mujhe kitchen me nange hi sabke liye khana banane ka order diya . Me Sakshi ki aur dekhi , to usne mujhe Ayesha k order follow karne ka ankhon se ishara kiya. Me uss dinn 1 week baad bed se niche utar k nangi hi kitchen me nangi hi sabke liye khana banane gayi . Me nangi hi khana banayi , fir sabko dinner karwayi , me paseene se poori lathpath ho chuki thi , poori garmi ka mausam tha , paseene se meri gori body poori chamak rahi thi , paseena behte hue mere boobs se hotey hue niche meri gehri naabhi , fir uske niche mere pedu , fir uske niche meri bur , fir uske niche meri tangoon tak beh ke jameen tak jaa raha tha . Yehi sab karte raat 10 baj gaye , mujhe joro ki bhookh lagi thi , mene khane ki permission maangi , to Ayesha ne mana kar diya aur boli .. Ayesha - Pooja .. tere pass knee length skirt hai , to usko leke aa ? Me - Nahi , mere pass koi skirt nhi hai .. Ayesha - To ek tight leggings aur ek shawl leke aa .. Me ander apne room se ek legging layi aur shawl lee aake Ayesha ko dedi ... Fir... Ayesha meri leggigns ki miyani ( jahan bur hoti hai ) wali jagah me apne lambe nakhun dhansa k 4 inch lamba cheer di , fir usne mujhe vo fati hui leggings de di aur mujhe vo pehenne ko boli . Me apni semi transparent laal fati hui leggigns pehni , fir Ayesha ne meri dono tangoon ko chauda karne ko kaha , me khadi khadi hi apni dono tangein chaudi ki , fati hui tight leggigns me meri bur apna munh chiyare sabse saamne thi . Sab meri phooli leggings me se jhankti hue bur dekh k hans pade , me toh sharam se pani pani ho gayi . Ayesha mujhe sharma dekh k hans padi aur boli - bahut sharmati hai , ye randi ! Iski poori sharam utarni padegi . Me isko 2 dinn k liye lee ja rahi hu , iski poori laaz aur sharam lootwa k wapas le aungi . Aslam ki biwi Shabana ne Ayesha ko iski izazat dedi . Mere se izazat lene ka koi prashn hi nhi tha. Ayesha ne mujhe shawl diya aur mujhe mera upari badan pe usko lapetne ko boli . Mene Ayesga se shawl leke apne upari badan p shawl daalke usko dhak liya . Ab mera upari badan nanga shawl me dhaka hua tha aur niche kamar se niche ka hissa meri fati leggigns me tha. Ab Ayesha mujhe apne sath apne ghar chale ko boli , me iss haal me chalne ki baat sunnke chintit ho uthi kyunki me lagbhag nangi hi thi , bas ek shawl me lipti hu aur niche ek semi transparent leggings me thi , joki fati hui thi . Meri hichkichahat dekh ke Shabana ne jabarjasti mera hath pakda aur mujhe gheench se mere darwaje tak le gayi , usko kholi aur mujhe jabarjasti mere hi ghar se mujhe bahar kar diya . Me bahut dar gayi ki koi mujhe iss halat me dekhega , to kya sochega ? Meri kya izzat reh jayegi ? .. me apne hi door se jabarjasti ander ane ki koshish karne lagi . Ye dekh k Ayesha ko gussa aya, usne door p hi meri sirr ko baaloon ko apne left hand me liya aur apne right hand se mere doono gaalon p kasske 1 1 tamacha raseed diya . 2 tamache kha k mera sirr ghoomne laga , mere upar ka shawl khul k niche jameen p girr gaya , me apne hi darwaje p adh-nangi ho gayi . Ye dekh k sakshi ayi aur jameen p gira shawl utha k usne mere upar firse lapeta . Abki baar Ayesha n meri ankhoon me dekhte hue kaha - Nangi hi le chalu yaha se ? Vese tujhe iski punishment jarur milegi .. Mene apni ankhoon se vinti ki .. aur boli ki me chalne ko taiyar hu Ayesha ne mera hath pakda aur mujhe leke sadak tak ayi . Usne ek auto rukwaya aur apna address autowale ko bataya , fir hum dono uss auto me baith ke Ayesha k ghar ki taraf chal diye...
05-03-2019, 06:39 PM
30 minute tak auto me travel karne k baad hum ek slum basti me pahunche . Ayesha ne auto ko basti k bahar hi rokwa diya , fir usko kiraya diya , auto wala apne pese leke chalta bana. Raat k poore 12 baj chuke the, sadak ekdum sunsaan thi , poori slum basti soyi hui thi . Ayesha ne mujhe khade khade hi apni dono tangein chaudi karne ko kaha , mene apni dono tangein chaudi ki . Ayesha ne meri miyani k pass fati leggings ko pakad k beech se aur jyada cheer dala , fir Ayesha mujhe sunnsaan sadak k bicho-bich le gayi aur mujhe isi halat me baith k peshaab karne ko kaha.
Me usi halat me sadak k bicho-bich baithi aur apni fati leggings ko miyani se cheerte hue apni bur sadak p poori nangi karke siti bajate hue Ayesha ke samne hi jor se peshab karne lagi . Ayesha meri bur se nikalte peshab aur nikalti siti ki awaaz ko sunkar jor jor se siti bajane lagi . Mujhe darr lagne laga ki Ayesha ki siti sunke koi aa naa jaye .. tabhi bhow bhow karte hue gali se 2 kutte aye aur mujhe sadak p peshab karte hue dekh k bhaunkne lage aur meri bur k pass apni naark le jake ussey uththi tez gandh ko soonghne lage aur peshab ko jeebh se chatne lage . Ye dekh k me darr gayi aur piche sadak p apne hi peshab me gir gayi . Ye dekh k Ayesha jaldi se kutton ko bhagayi aur mujhe road se uthayi , mera peshab poora ho chuka tha aur leggings mere hi peshab me poori bheeg chuki thi . Ayesha ne ye dekh k mujhe jor se tamacha mara aur jabarjasti meri leggings faad k nikal ke sadak p pade peshab me fenk daali . Me ab bas ek shawl me lipti hui thi aur niche se nangi thi , vo bhi sadak ke bicho-bich , raat ke 12 baje , Ayesha ke sath... Ayesha mujhe usi halat me , niche se nangi aur upar se ek shawl lapete hue , lekar apni slum basti me ghusi . Waha sabhi ghar jhopadpatti ki tarah h , bahut badboo aur gandagi har jahag faili hui thi..mera toh wahan k vatavaran me saans lena bhi doobhar ho gaya , kai kai gharon k bahar admi log jhopdi k bahar hi kachi sadak pe chatai bicha k jameen p soye hue the. Ayesha ne mera hath pakda aur kheenchte hue slum basti me apni jhopadi ki taraf le jaane lagi . Ayesha mera left hand pakad k kheenchtey hue basti me apni jhopadi ki taraf le jaa rahi thi aur me apna shawl apne right hand ki mutthhi se kass ke pakadi hui thi kyunki agar ye chuth jati , to me poori ki poori nangi hi ho jati aur fir kon jaane , Ayesha mujhe nangi hi basti me ghuma deti . Chalte chalte hum Ayesha k jhopadinuma ghar k kareeb pahuchte gaye , jese hi hum Ayesha k ghar k kareeb pahunche , Ayesha ke padosi ki neend tuut gayi , vo bahar hi soo rahe the . Ayesha ne unko Salam kiya , vo jameen p chaat se uthe aur humare kareeb aye. Ayesha ke uss padosi ka naam Jumman chacha tha , vo 55 saal ke 6 feet lambe bahut strong mard the . Unhone Ayesha se uska haal chaal pucha , uske pati Saif k bare me pucha joki bahar truck leke gaya tha , fir mere bare me pucha , to Ayesha ne bataya - Ye ek dukhiyari gareeb aurat h . Iska pati isko chorke chala gaya hai . Kuch paise kamane yaha pe ye kuch dino ke liye ayi h . Khud hi dekh lo Jumman chacha ! Naa iss bechari ne aj kuch khana khaya hai aur naahi iske pass pehenne ko kapde bhi hn . Dekhlo mere ghar k saamne adhi-nangi khadi hai aur bhukhi bhi hai .. jaa rahi hu kitchen me kuch omlet aur doodh bana ke isko pilane . Jumman chacha - Ayesha beti ! Bahut badhiya kiya tumne jo iss bechari ko le ayi . Yeha pe kuch na kuch kar hi legi bechari ! Ghar me leja aur kuch khila .. Jumman chacha 55 ke ho gaye the , raat me unko kumm dikhayi deta tha , isliye unhone mere nangepann ko nhi dekha , nhi toh wahi pe patak ke mera balatkaar kar daalte . Idhar Ayesha jhopadi khol k mujhe ander le ayi . Ander ate hi usne meri shawl utar di , me firse poori nangi ho gayi . Ayesha ne mujhe omlet bana k khilaya aur doodh pilaya ... Iske baad ...
05-03-2019, 06:40 PM
Iske baad Ayesha apne kapde utar ke poori nangi ho gayi , uski chuchiyaan 38 D thi , aur niche chuttad ka maap kam se kamm 42 inch ka hoga , Ayesha 41 saal ki ek poorey bharey hue badan ki thodi moti aurat thi . Ayesha jameen pe let gayi aur apni dono tangein mere saamne faila di . Ayesha ka poora nanga jism mere saamne niche jameen p tha , jhopadi me ek bahut purana bulb jal raha tha. Me Ayesha ke kareeb jake uski tangoon k bich me baith k sabse pehle uski bur ko dhyan se dekhne lagi .
Ayesha ki bur ke honth dono dishaoon me poore khule hue the , uski bur ka ched ekdum saaf nazar aa raha tha . Ayesha ki bur pe ek bhi baal nhi tha , shayad usne veet ka istamaal aj hi kiya tha. Ayesha ki bur ekdum paoroti ki tarah phooli hui thi . Mene apni life Ayesha ki bur jitni sundar kisi ki bur nhi dekhi thi , me itni sundar bur dekh k ekdum mantramugdh ho gayi . Ayesha ne thodi der baad meri tandra bhang karne ke liye halka sa khansa , to me uski bhos ki mantramugdh karne wali sundarta se bahar nikli aur ayesha se nazaren mila k muskurayi . Fir me Ayesha k boobs ki aur nazar daali , uske boobs ekdum taney hue the aur nipples ekdum bullets ki tarah khade the , Ayesha ki naabhi bhi bahut gehri aur ati-sundar thi . Ayesha ne apni bhos ki taraf mujhe ishara kiya , to me Ayesha ki bhos pe hath rakh ke usko sehlane lagi , ayesha ki gehri naabhi me apni ungli daal se usko mathne lagi , ayesha ki jaangh aur jaangh ki jadoon ko dono hathoon se sehlane lagi , bur ki puttiyoon ko hathoon aur unglion se sehlaane lagi . Dheere dheere Ayesha garam hoti gayi aur uski bhos se gadha gadha paani nikalne laga aur vo jameen p machli ki tarah tadapne lagi ... ..fir.. Ayesha chudas se ekdum pagal ho rahi thi . Ayesha ne meri ankhon me dekha aur boli - Pooja ! Mujhe aj ki raat thik se santust kar , nahi toh tujhe nangi hi sadak pe jhopde k bahar fenk dungi , fir tu yaha se nangi hi apne ghar jana , ya fir slum k kisi bhai n tujhko dekh liya , to uski rakhail banke poori basti se chudwate rehna .. Me Ayesha se kuch nhi boli , bas uski ankhoon me dekhte hue uski tangoon k bich ghutne k bal baithi aur jhuk k apna chehra uski naabhi k kareeb layi aur uski naabhi me apne jeebh kadi karke daal di aur uski uski naabhi jeebh se hi chodne lagi . Fir mene uski naabhi me thook daalke uski gehri naabhi thook se bhar di aur firse naabhi ko me apni jeebh kadi karke chodne lagi, meri iss ada se ayesha ki kamar khud hi upar-niche aur daye-baye hone lagi . Thodi der baad aisa karne k baad mene uski naabhi ko suck karke poora thook choos liye aur firse uski naabhi apne thook se bhar di . Ayesha mera aisa karne pe ekdum tadap uthi ...
05-03-2019, 06:41 PM
Fir me khud niche ki taraf jeebh se chatte hue badhi . Sabse pehle mene Ayesha ki jhantoon se paak " pedu " ( triangle ) ko apni jeebh se upar nich aagey piche se achi tarah se chat ke ekdum thook se geela kar kiya . Fir mene Ayesha ki dono tangoon ko vipreet disha me chiyaar k uski jaghon ki jado ko chaat k geela kiya , uski jaghoon ki jood bahut senstive the , jab bhi me jeebh lagati toh vo niche se uchal padti . Fir me ayesha ki bur ki puttiyon ko jeebh se chatne lagi , ayesha tadap uthi aur apne sirr k idhar udhar patakne lagi .
Ayesha ki bur ka munh poora khul gaya tha aur vo risiyate hue bur me koi moti cheez maang rahi thi . Ayesha se ab saha nhi jaa raha tha , vo jhatke se uthi aur apni tooti footi almari k pass jaake usme kuch dhundhne lagi . Jab vo wapas palti to mene dekha , uske hath me ek mota belan ( jisse roti belte h , kitchen me ) tha , jiska ek side se handle toota hua tha . Ayesha ne mujhe vo belan de diya aur ek katori me sarson ka tel leke ayi , use bhi mujhe de diya aur fir mere samne nangi jameen p apni tangein aur bur chiyaar ke let gayi . Ab baari meri thi Ayesha ke diye hue lakdi ke belan ko tel me dubo ke uski bhos chodne ki .... Mene uss lakdi k belan ka handle pakda ( jo toota hua nahi tha , dusri side se vo toota hua tha , joki ayesha ne hi toda hoga bur chodne k liye joki lagbhag 7 inch lamba tha aur 3 inch chauda tha ) , aur belan k upar sarso ka tel daalke usko poora sarsoo k nahla diya. Fir Ayesha ki dono tangein failayi aur uski bhos pe belan ko ragadne lagi, ayesha dheere dheere aur bhi garam honi lagi to me belan ko ayesha ki bur k chud se sata ke uski bur k ched k upar hi upar belan ko ghisne lagi , to ayesha ki bur ka munh khulta gaya . Jab Ayesha poori garam ho gayi to mene ayesha k dono paon k ghutno ko uske boobs se sata diya aur ayesha ko niche se apni dono tangoon ko pakad ke hawa me rakhne ko kaha ( isey diaper pose kehte hain , issey bur ki lambai ander se kamm ho jati h ) . Jab ayesha diaper pose me ayi , to mene belan ko uski bur se sata k ek hi baar me dhakka maarte hue belan ko poora burr me jadd tak thuss diya . Ayesha ki kass k cheekh nikhal gayi , ankhein halki bahar aa gayi , uske paon uski hathon se chut k jameen p girr gaye aur sharrer apne aap dhanush ki tarah tann gaya... belan uski bur cheerta hua seedha uski bachedani se takraya tha... |
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