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Adultery रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड
#41
Suprb bro
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#42
Mast story hai..
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#43
(27-07-2020, 11:23 PM)Medha_069 Wrote: Mast story hai..

बस अभी तो शुुुरुुआत है
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#44
अमित वापस बाथरूम से आया तो उसका लण्ड अभी भी खड़ा था पर मेरे को शराब की वजह से नींद आ रही थी इसलिए जब वो मुझे किश करने लगा तो मैने कहा सुबह कर लेना मुझे नींद आ रही है कल संडे है ।
तो वो भी सो गया ।
सुबह फिर से नींद नो बजे बेल की आवाज से टूटी तो मैने अमित को उठाया और गेट खोलने को बोला अमित बरमूडा पहन कर गेट खोलने चला गया उसके बरमुड़े में लंड टेन्ट बनाया हुआ था पर उसको पता था गेट पर कमला होगी इसलिए उसने जान बूझकर ऊपर कुछ नही पहना
उसके जाते ही में भी फटाफट गाउन पहनी और गेट के पास जाकर चुपके से देखने लगी
अमित ने गेट खोलते ही कमला अंदर आयी और बरमूडा की ओर देखते हुए बोली ,-अमित भैया आज भाभी नही उठी क्या
अमित ,--उठ गई होती तो गेट में थॉडी खोलता

कमला ,--हां ,वो तो है आप दोनों ही उठे है और बरमुड़े कि तरफ देखकर हँसने लगी

अमित ,--कल जो तुमने बोला रेखा को शामिल करने के लिए बोला उसके बारे में कल दिन भर सोचता रहा कुछ समझ मे नही आ रहा ,कैसे करूँ
कमला ,-ओहो अमित भैया इतना क्या सोचना है इसमें उसको किसी मर्द से मसाज दिलवानी पड़ेगी
अमित ,- मर्द से
कमला ,--देखिये आप अगर मेरे साथ मज़ा लोगे तो भाभी के मन मे ये विचार आएगा कि ये तो एक औरत के हाथ से मज़े ले रहा है और वो हमेशा आपको उसके लिए टोंट मारेगी ,ओर फिर भगवान ने हम इंसानों को इस तरह से बनाया है कि औरत को मर्द के मजबूत हाथ से मालिश का मज़ा आता है इसलिए भाभी को भी किसी मर्द से मालिश करवाइये ऐसा करने से उनको भी मज़ा आएगा और आप भी खुलकर एन्जॉय कर सकते हैं
अमित ,--पर उसके लिए ऐसा आदमी ढूंढना पड़ेगा जो विस्वास करने योग्य हो और फुल मसाज़ भी आती हो

कमला,--उसके लिए ये कमला कब काम आएगी एक बार बोलकर तो देखिए

अमित ,- तो बताओ कोन है में अभी बात करता हूँ पर रेखा तैयार हो जायेगी
कमला,-उसके लिए भाभी को नही आपको तैयार होना पड़ेगा
अमित ,-मतलब
कमला,--देखिये कोई पराया मर्द अगर आपकी पत्नी को हाथ लगाएगा तो आप को बर्दाश्त करने की क्षमता होनी पड़ेगी
अमित ,--पर वो तो सिर्फ मसाज करेगा ना

कमला,-देखिये रेखा भाभी बहुत सुंदर है और कोई भी मर्द उसको ब्रा ,पेंटी में मसाज करेगा तो उसके हाथ चूची पर भी लगेंगे और गाण्ड पर भी तो उस समय आप को गुस्सा आएगा
अमित ,--पर मसाज में तो ये नार्मल चीजें है
कमला,-- है तो नार्मल अगर आप तैयार है तो फिर भाभी को तैयार करो फिर देखो आपके हथियार की ऐसी मालिश करूँगी की आप सोच भी नही सकते
अमित ,--पर पहले मसाज करने वाला भी तो ढूंढना पड़ेगा

कमला ,--वो तो समझिए मिला हुआ है आप उसको जितना कहोगे उस से एक इंच भी नही बढ़ेगा
अमित ,- कहाँ रहता है
कमला,-अरे अपना सिक्युरिटी गार्ड दीनू काका
अमित ,--उनको आती है
कमला,--आती भी है और सीमा भाभी की वही करता भी है ,नोकरी के डर से वो कभी अपनी लिमिट नही भूलेगा ,और मसाज ऐसी करता है कि रेखा भाभी की चीखें निकलवा देगा ,चूची की मसाज में ओर अगर आप ने उसको अपने सामने चुद वा दिया तो समझो आप की चारों अंगुलियां घी में होगी आप आराम से किसी को भी घर मे लाकर चोद सकते हैं
अमित ,--ठीक है में रेखा को तैयार करता हूँ
कमला,-करिये फिर में आपकी गांण्ड को कल जैसे मस्त मसाज दूँगी ,आप ने देखा ना कल कैसे आह निकलवा दी थी
ये सुनते ही अमित बरमुड़े पर हाथ रख कर अपने लण्ड को मसलने लगा जिसे देखकर कमला मुस्कुरा ने लगी
तभी मैंने आवाज लगाई ,--अमित कोन आया है
और अपने कदम की अंदर से जोरदार आहट करके बाहर आई ।
बाहर आते ही अमित को देखकर ताना मारने के अंदाज में बोली ,---कुछ तो शर्म करो कैसे अधनंगे होकर खड़े हो फिर कमला को बोली ,--और तू क्या खड़ी है बेशरम ,जा किचन में और चाय बना ,सर भारी हो रहा हैं

कमला किचन में चली गयी और अमित मेरे पास आकर प्यार से बोला ,--क्या हुआ बेबी सर को
में ,--होना क्या था तुमने पिलाई थी ना रात को उसी की वजह से भारी है चाय पीते ही ठीक हो जाएगा
अमित ,--रात को पता है तुमने क्या किया
में ,-बस इतना याद है तुमने खूब मजा करवाया
अमित ,--और कितनी गंदी गालियां दे रही थी वो याद नही
में,-मुझे पीने के बाद कुछ होश नही रहता और तुमने पिलाई भी तो गिलास भर कर
जिसे सुनकर अमित हँसने लगा और बोला तुमने एक पेग की हां की लेकिन मैंने चार पेग जितना दारू पिला दिया एक बार मे
ये सुनते ही में उसकी छाती में घूंसा मारने को दौड़ी और वो भाग कर सोफे पर बैठ गया ।

तभी कमला चाय लेकर बाहर आ गयी और अमित को भागते देखकर बोली ,--अरे भाभी छोड़ना नही भैया को ये बहूत बिगड़ गए है अभी में आपको बताने ही वाली थी इनकी सुबह की हरकत
में ,--क्या किया बोलो फिर देखो में आज इसकी सारी बदमाशी निकाल ती हूँ
कमला ,--आप इन्ही से पूछो
में ,--बोलो अमित क्या किया
अमित ,--मैने कुछ नही किया
में ,-कमला अगर तुमने नही बताया ना तो अब तू भी पिटेगी अमित के साथ
कमला,--भाभी गलती आप की है आप को सुबह सुबह एक बार कुश्ती खेल लेनी चाहिए अब अमित भैया का हथियार सुबह सुबह खड़ा रहता है उसी को मसल रहे थे मुझे देखकर
में ,--ठीक है जाने दो कमला को में तुम्हारी सारी बदमाशी निकालती हूँ

फिर दोनों चाय पीने लगे और चाय पीने के बाद अमित नहाने चला गया
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#45
अमित के बाथरूम में घुसते ही कमला मेरे पास आई और बोली ,--भाभी आज करवा दूं क्या दिनु काका से मसाज
में ,-- कैसे
कमला,--मेने अमित भैया से बात कर ली
में ,--वो तो सब मेने सुनी है
कमला,--तो आप झूट मुठ में पैर में मोच आने का नाटक करना बस
में ,--उससे क्या होगा
कमला ,--उस से ये होगा में दिनु काका को बुलाने को बोलूंगी और अमित भैया उसको समझा कर लाएंगे और फिर उनके सामने आपकी मसाज हो जाएगी
में ,पर अमित क्यों बोलेगा
कमला ,–आप अभी नहाने जाएंगी तो में अमित भैया को समझा दूँगी की यही मौका है फायदा उठाने का
मै,--तू कमला बहुत चली आइटम है इससे तुझे भी मौका मिल जाएगा ना
कमल,--अरे भाभी में दिनु काका के आते ही कोई बहाना बना कर निकल जाउंगी
उसकी बात सुनकर मुझे लगा कि ये सही समय होगा ये देखने का की अमित कुकहोल्ड है या नही अगर वो दूर से देख कर मुठ मारता है इसका मतलब कन्फर्म है बाकी इन्सेन्ट का इसकी बहन के नाम बोलकर देख ही लिया अब वो भी एक दो दिन में पता चल जाएगा
में ,-ये दिनु काका का तुम इतना नाम लेती हो उसके पीछे क्या चक्कर है
कमला ,--कुछ नही भाभी
में,--साली तू समझती है भाभी बेवकूफ है और तू ही सयानी है बोल नही तो ऐसा कुछ नही होगा
कमला ,--वो भाभी उसका हथियार बहूत सॉलिड है और उसको नया नया माल चाहिये नही तो वो टाइम नही देता
में ,--तो तूने कितने माल दिलवाए
कमला ,-बस एक सीमा भाभी इसलिए वो बोलता है कि और दिलवा
मैं ,--,ऐसा क्या है उसमें जो तू इतनी पागल हुए जा रही है हथियार तो बहुत लोगों का बड़ा होता है
कमला,--उसकी करने की स्टाइल एक बार मे वो किसी भी औरत को कम से कम दो बार नही झड़वा दे तब तक खुद नही झड़ता ,सेक्स में वो किसी चीज को गंदा नही समझता औऱ जब मूड में हो तो चार पांच बार औरत को रगड़ देता है
में ,हम्म अच्छा देखते है अमित लगता है नहा चुका ,अब में नहाने जा रही हूं तेरे पास एक घंटे का समय है आराम से समझा लेना ,ठीक है
और फिर में नहाने चली गयी
थॉडी देर में अमित किचन में गया और कमला को पीछे से पकड़ लिया कमला को उम्मीद नही थी कि अमित इस करेगा इसलिए वो बोली,-/
छोड़ो अमित भैया आप मुझे नोकरी से निकलवावोगे
जब तक रेखा भाभी का लूज़ पॉइंट आपके और मेरे पास नही हो आपको ऐसा नही करना चाहिए
अमित ने कमला को छोड़ दिया और उसके सामने किचन में खड़ा होकर बोला,--
लूज़ पॉइंट से मतलब
कमला,--लूज़ पॉइंट से मतलब भाभी को आप रंगे हाथों पकड़िए या फिर ऐसा माहौल बनाइये की वो मजबूर हो जाये कुछ ऐसा करने को जिस से आप कभी पकड़े जाए तो वो कुछ बोल नही पाये

अमित ,- बात तो तुम्हारी सही है अभी तक तो वो ही मुझ पर हावी रहती है
कमला ,--उसके लिए आपको दिनु काका से पहले बात करनी पड़ेगी उसको कुछ पैसे देकर बोलना पड़ेगा कि वो भाभी के अंगों से छेड़छाड़ करे अगर भाभी गरम हो जाएगी तो आप को ज्यादा कुछ करना नही पड़ेगा
अमित ,--पर वो बाद में उसको अकेले में बुलाकर पीठ पीछे से चालू हो गयी तो

कमला,--अमित भैया, औरत को चोदन और भोजन अगर घर मे भर पेट मिले तो समझो वो कहीं नही जा सकती,अब आप सोचिए अगर आप भाभी से संतुष्ट नही है या आप को सेक्स में कुछ नया चाहिए
अमित ,-देखो संतुष्ट तो दोनों है ही पर कुछ नयापन नही होगा तो जिंदगी बोरिंग हो जाएगी
कमला,--तो आप को दिनु काका से अकेले में मिलकर उसको शीशे में उतारना पड़ेगा उसके अलावा अभी तो मेरे को दूसरा उपाय नजर नही आता
अमित ,--तुमको क्या लगता है रेखा मान जाएगी
कमला,--अगर आप उसको पूरा ठंडा कर देते होंगे तो नही मानेगी
अमित ,-मतलब
कमला ,--अगर आप का पेट भरा हो तो आप लजीज खाना भी ये बोल कर छोड़ दोगे की स्वाद नही है और भूख लगी हो तो बासी खाना में भी टेस्ट ढूंढ लेंगे।यही बात इस जगह भी फिट बैठती है अगर भाभी को ठीक से ठंडा कर देते हो तो वो दिनु काका क्या फिल्मी हीरो को भी मना कर देगी
अमित ,-तुम्हारा लॉजिक तो एक दम सही है पर इसका मतलब ये भी हुआ कि मुझे रेखा संतुष्ट नही करती
कमला,--अलग अलग आदमी की अलग अलग सोच होती है कुछ लोग जितना मिल जाये उसी में संतुष्ट हो जाते है पर कुछ को कभी संतुष्टि नही मिलती और वो सोचते है जितना मिल रहा है उससे ज्यादा मिलता तब ठीक होता
अमित ,--तुम मेरी मदद करो रेखा को तैयार करने में
कमला ,-मेरे करने से कुछ नही होगा करना आप को ही पड़ेगा बस में इतना जानती हूं परसो उनको मसाज दी थी तो वो मसाज कराते समय झड़ गयी थी
अब आप बाहर जाइये नही तो भाभी आ जायेगी फिर वो सुबह के जैसे आपको मारने दौड़ेगी
में नहा कर बाहर आई और अमित को आवाज लगाई ,जब अमित आया तो मैंने कहा ये ब्लाउज का बट्न लगा दो बीच वाला लग नही रहा पीछे पूरा हाथ नही पहुंचता
अमित पीछे आकर गरदन पर किस करके बटन लगाता
है में ड्रेसिंग के सामने साड़ी को ठीक करके मैकअप कर रही थी तभी अमित बोलता है ,--यार घर पर साड़ी पहन ना जरूरी हैं क्या ,कुछ मॉडर्न पहना करो
मैं ,-तुम क्या समझते हो मेने अपने बारे में सब कुछ बता दिया इसका मतलब मे अपनी संस्कृति और संस्कार भी छोड़ दूं, तुम इसकी उम्मीद मत रखना
अमित ,--तो क्या शादी के पहले मॉडर्न कपड़े नही पहने जो अब संस्कार हीन हो जाओगी
में ,--देखो शादी के पहले की बात दूसरी थी और उसके लिए मुझे कोई खर्च करने की भी जरूरत नही थी उसके लिये तो राजेश ने पूरी आलमीरा भर दी थी हर बार एक नई ड्रेस दिलवाता था उस समय मे किसी की बीबी नही थी जो मुझे कुछ बोलता ।
अमित ,-साली सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज करने तब तेरे परिवार की इज्जत नही थी क्या
में ,--पर घर मे मैं पूरे कपड़े ही पहनती थी और मॉडर्न ड्रेस पहनकर जाना होता तो उसके ऊपर साल या जैकेट पहन कर निकलती थी समझे
अमित ,--ठीक है मेरी माँ ,में तेरे को समझाने से कोई फायदा नही है पर ये साड़ी में भी सेक्सी दिख सकती हो या उसमे भी संस्कार आड़े आते है
में ,-तो अभी घर मे किसको दिखानी है सेक्सी साड़ी,
अमित चुप हो जाता है में भी मैकअप करके उसको बोलती हूँ ,--चलो अब कुछ खाना नही क्या
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#46
दोनों खाना खाने बैठे तो कमला भी नीचे बैठ गयी और वो भी खाने लगी तभी मुझे शरारत सृझी मेने कमला को कहा,--क्यू री तूने कल मसाज अच्छी तरह से नही की क्या जो आज अमित जल्दी नहा लिया
कमला ,--अरे भाभी रोज रोज मेरी जैसी मसाज बहुत भारी पड़ेगी आपको
मैं ,--कैसे
कमला,--एक बार अगर अमित भैया को मेरी आदत लग गयी तो वो सबको भूल जाएंगे
में , मसाज में क्या आदत लगेगीं वो कोई नशा थॉडी ही है
कमला,--वो तो आप अमित भैया से पूछे
अमित चुपचाप खाना खा रहा था उसने कुछ नही बोला तो में भी चुपचाप खाकर बरतन किचन में ले गयी और फिर सिंक में जोरदार तरोके से बरतन फेंके और फर्श पर बैठकर चिल्लाने लगी ।
तभी अमित दौड़कर आया ओर पूछा ,क्या हुआ
में रोते हुए ,-मेरा पैर फिसल गया और घुटने में दर्द हो रहा है
उसने उठाने के लिए हाथ बढाया पर में थोड़ा सा उठकर चिलाते हुए वापस बैठ गयी तभी कमला भी आ गयी और मुझ से पूछने लगी कि क्या हुआ
तो मैने फिसलने का वजह बताया ,तभी अमित ने मुझे अपनी गोद में उठाया और बाहर की ओर ले जाने लगा में जोर से चिललाने लगी और कमला की और देख कर आंख मार दी, कमला मुस्करा में लगी और वापस आँख मारकर लगें रहो का इशारा किया
अमित ने मुझे बाहर सोफे पर बिठाया और जैसे ही पैर पर हाथ लगाया फिर से चिल्लाते हुए दूर कर दिया तभी कमला मेरे पास आयी और मेरी साड़ी को घुटनों तक उठा कर देखा फिर बोली ,--अमित भैया चोट नही है मुझे लगता है मोच आ गयी है मालिश करने से मोच निकल जायेगी
वो अमित को देखकर बोली ,--अमित भैया ,आप जल्दी से दिनु काका को बुला लीजिये ,
अमित जल्दी से उठा और गेट की तरफ जाने लगा तो मेने उसको दर्द से कराहते हुए कहा कि,- उसका नंबर मेरे फ़ोन में है फोन कर लो
पर अमित बोला कि फोन की जगह में उसको पकड़ कर साथ ही ले आता हूँ और लिफ्ट में घुस गया

उसके जाते ही कमला बोली वो उसको तैयार करके लाएगा की मोच के साथ ही मसाज भी कर दे ,जिसे सुनकर में हंसने लगी और उसको गेट बंद करने को कहा जिससे उनके आने से पहले हम लोग सतर्क हो जाएं

कमला गेट बंद करके ,--भाभी गज़ब की एक्टिंग की है आपने ,आप को तो फिल्मों में काम करना चाहिए सब हीरोइनों को फेल कर दोगी

हम लोग लगभग 15 मिनट तक बातें करते रहे और इस दौरान बाम वगैराह भी पास में रख लिए जिससे उनको लगे की कमला ने अपनी तरफ से कोई कोर कसर नही छोड़ी है

तभी बेल बजी औऱ कमला ने गेट खोला अमित जल्दी से अंदर आया और मेरे पास बैठ कर पूछा अब कैसा है कुछ राहत मिली कि नही तो मैने हल्का सा कराहते हुए कहा ,--कमला ने बाम लगाई है इसलिए थॉडी राहत है
तभी दिनु काका मेरे पैरों के पास आकर फर्श पर बैठ गए और पूछा किस पैर में दर्द है तो कमला बोली बांये पर में और दिनु काका को कुछ इशारा किया

तो दीनू काका बोले ,--बेटा में तुम्हारे पैर पर हाथ रखता हूँ तुम बताना ज्यादा दर्द किस जगह पर है और फिर साड़ी के ऊपर से हाथ रखकर दबाने लगे फिर एक जगह हाथ लगते ही में जोर से चिल्लाने लगी तो बोले ,--अरे ये तो पिंडली में है बेटी तुम चिंता मत करो अभी दस मिनट में चला जायेगा
फिर कमला को बोले ,-कमला जा रसोई में जाकर एक कटोरी में सरसों का तेल गरम करके ला और अमित को बोले ,--अमित बाबू आप मेमसाहब को नीचे चटाई पर सुला दीजिये में अभी तेल की मालिश कर के दर्द को ठीक कर देता हूँ

अमित उठकर चटाई बिछाया औऱ फिर मुझे बाहों में उठा कर नीचे सुला दिया में एक बार फिर हल्का कराहने की एक्टिंग की और चटाई पर सो गई
तभी कमला रसोई से एक कटोरी में तेल लेकर आई और चटाई के पास रखकर बोली ,--अमित भैया में नीचे सीमा भाभी के यहां जा रही हूं अगर कोई काम हो तो मुझे फोन कर के बोल देना में आ जाऊंगी,और वो गेट खोलकर चली गयी
अमित ने उठकर गेट बंद किया और मेरे सामने वाले सोफे पर बैठ गया जो पैरों की तरफ था और बोला ,--दिनु काका करिये ना मसाज रेखा को दर्द हो रहा है
दिनु काका उठकर मेरे पैरों के पास आकर बैठते हुए बोले ,--बस अमित बाबू एक बार हाथ लगने की देरी है आप देखिए कैसे दर्द ठीक करता हूँ ,मेरे पास तो मोच निकलवाने के लिए आस पास की कॉलोनियों से बहुत सारे लोग आते है जो डॉक्टरों के दवा से परेशान हो जाते है
फिर दिनु काका मेरे पैरों के पास बैठ जाते है और साड़ी को ऊपर करने की कोशिश करते है पर में पैर को दूर कर लेती हूं ये देखकर दिनु काका बोलते है ,-बेटा दूर जाने से कैसे होगी मालिस और मालिश नही होगी तो मोच नही निकलेगी

तभी अमित बोलता है ,--यार क्यों दूर हो रही हो दिनु काका की उम्र तुम्हारे पापा से भी ज्यादा है और में पास में बैठा हूँ डरो मत

फिर दिनु काका थोड़ा खिसक कर पास आते है और साड़ी को ऊपर करके बोलते है ,--अरे बेटी तुम तो मेरी बेटी की उम्र की हो अगर इस तरह करोगी तो दर्द किसे ठीक होगा ।
फिर दिनु काका ने तेल लेकर पैर में लगाना शुरू किया पहले थोड़ा एड़ी में लगाया ओर धीरे धीरे ऊपर की तरफ बढ़ने लगे साड़ी जो घुटने तक थी उनके हाथ ऊपर की तरफ बढ़ने के साथ ऊपर होती जा रही थी और मेरी चीखें भी उनकी मालिश के साथ कम होती जा रही थी ,
दिनु काका तो साइड में बैठे थे इसलिए घुटने से ऊपर उनको कुछ नही दिख रहा था पर अमित जहां बैठा था उसको जरूर मेरी थॉडी बहूत जांघे दिख रही होगी जिसका असर उसके पेंट पर दिख रहा था वो मन मे सोच रहा होगा कि थॉडी साड़ी और ऊपर हो जाती तो पेंटी दिख जाती उसका पेंट फूलना चालू हो गया था जिससे लग रहा था कि लण्ड ने सर उठाना चालू कर दिया है तभी अमित मेरी आँखों मे देखते हुए अपना हाथ अपने पेंट पर ले गया और मुझे दिखाते हुए पेंट के ऊपर से लण्ड को मसलने लगा

तभी दिनु काका बोले ,--बेटी अब आराम मिल रहा है या नही
में,- थोड़ा ठीक लग रहा है
मेने सोचा था कि एक साथ पूरा ठीक होने का बोलूंगी तो कही शक हो जाएगा लेकिन मुझे ये नही पता था कि ये बोलना मेरे लिए मुसीबत लेने जैसा था ,दिनु काका बहुत अनुभवी आदमी था जो लगभग 65 साल की उम्र होने के बाद भी उसके हाथों में बहुत दम था उसने धोती कुर्ता पहना था उसने जब एड़ी से मसाज चालू की थीं तो हाथ लगाते ही मेरे शरीर मे इस अजीब सेंसेशन चालू हो गया था और जैसे ही घुटने तक पहुंचा उसके हाथों से तो मेरी हालत खराब हो गई थी
उसको पता था कि किस इस को छूने से सीधा असर चुत पर पड़ने वाला है इसलिए मुझे लग रहा था कि ये मुझे पैरों की मसाज में ही झडा देगा फिर सामने अमित के सामने होने से मुझे एक अजीब अनुभूति हो रही थी कि मेरा पति सामने बैठा है और अपनी ब्याहता बीबी को एक बूढ़े के हाथों छूते देखकर वो लण्ड को मसल रहा है

मेरी चुत रस छोड़ने की दूसरी वजह थी अमित के बारे में सोचकर कि ये अगर एक बूढ़े से अपनी बीबी की नंगी टांगो को मसलते देखकर ये हालात है तो जब में उसके सामने अपने यारों को बुलाकर चुदआऊंगी तब तो ये साला उनके लण्ड भी चूसकर खड़ा करेगा कि मेरी बीबी को मेरे सामने चोदो

दिनु काका को ये पता चल चुका था कि ये मोच का दर्द नही बल्कि मजे में ली जाने वाली कामुक आहें है इसलिये वो अब खुलकर मेरे पैर से खेल रहा था और हाथ को और सेंसिटिव तरीके से ऊपर की और ले जा रहा था ।
दूसरा मुझे पूरा विस्वास था कि अमित ने दिनु काका को लाने में जो समय लगाया था उस समय दिनु काका को पूरा समझा कर लाया होगा कि खुलकर मसाज करें इसलिए वो निडर होकर हाथ को ऊपर की और ले जा रहा था

दिनु काका,- बेटी तब तो तुम्हारी पूरी नस को देखना पड़ेगा और उन्होंने अपना हाथ मेरे घुटने से ऊपर ले जाकर मसलना चालू कर दिया, में हाथ से साड़ी नीचे करने नही दी ,तो दिनु काका ने हाथ को साड़ी के अंदर घुसा दिया और जांघ पर हाथ फिराने लगे,
मेरी हालत खराब हो चुकी थी और कामुक सिसकारियां जिनको में चीखों में बदल कर दिखा रही थी अब ऐसा करना मुश्किल हो गया और चीखो को जगह अब कामुक आहें निकलने लगी जिसे अमित और दिनु काका दोनों समझ चुके थे मेरी पेंटी चुत रस से भीग चुकी थी ।
हाथ ऊपर ले जाने से मुझे डर था कि अमित को मेरी भीगी हुई पेंटी नही दिख जाए इसलिए साड़ी को नीचे करने की बार बार कोशिश कर रही थी
दिनु काका पूरे अनुभव को काम मे ले रहे थे और धीरे धिरे अपना हाथ जांघो पर फिरा रहे थे अब उनका हाथ जांघो से ऊपर मेरे पैरों के जोड़ तक पहुँच चुका था तभी दिनु काका का हाथ मेरी पेंटी के ऊपर से मेरी चुत से टकरा गया और मुझे करंट जैसा महसूस हुआ
और मैने दिनु काका का हाथ हटाया और उनको धक्का दिया और फिर उठकर अंदर चली आयी।
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#47
Hot..
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#48
erotic.........
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#49
जैसे ही मैं अंदर की ओर आयी अमित ने दिनु काका को रुकने का इशारा किया और रूम में आकर बोला
,-क्या हुआ तुम इसे काका को धक्का मारकर क्यो आ गयी
में,--तुम उसको अभी का अभी घर से बाहर निकालो

अमित ,-क्यो उसने तुम्हारी मोच निकाल दी और बिचारे बुड्ढे आदमी को धक्का मार दिया और अब बाहर निकाल ने को बोल रही हो उल्टा तुमको तो उसको थैंक्स बोलना चाहिए

में ,--तुम देख नही रहे थे कि उसका हाथ कहाँ था
अमित ,--कहाँ था हाथ से ही तो तुम्हारा दर्द ठीक किया है बिना हाथ लगाए कैसे होता वो कोई जादूगर थोडे ही है
मैं ,--तुम आदमी हो या घनचक्कर उसने हाथ कहाँ तक डाला था वो नही देखा
अमित ,--तुम पागल हो क्या उसने बोला था ना की पूरा दर्द मिटाने के लिए पूरे पैर की नस की बिठाना पड़ेगा अब मुझे क्या पता पैर की नस कहाँ तक होती है और साड़ी में कहां तक छुआ है

में,--ओफ्फो अब में कैसे बोलू ,उसका हाथ पैरों तक तो समझ मे आता है पर उसने ..मेरी ....उसको भी टच किया था
अमित ,--फिर वही बात उसने बोला ना कि पूरा दर्द मिटाने के लिए जो जरूरी था वही तो किया देखो तुम अब आराम से चल के आ गयी नही तो खड़ा भी नही हुआ जा रहा था

में धीरे से ,--उसने मेरी पेंटी के ऊपर चुत पर हाथ फिराया है
अमित ,--यार इतनी सी बात गलती से लग गया होगा इसमे इतना परेशानी वाली क्या बात हो गयी जो उसको धक्का देना पड़ा ।तुम तो ऐसे बोल रही हो जैसे मेरे अलावा किसी ने तुम्हारी चुत को छुआ ही नही।

में ,--उसने गलती से नही जान बूझकर किया है
अमित ,--तो तुम उसको आराम से भी बोल सकती थी ऐसा बिहेव करना जरूरी था अभी दर्द से छटपटा रही थी डॉक्टर के पास जाते तो वो पेन किल्लर टेबलेट देता और फीस भी लेता और आने जाने और लाइन में लगना पड़ता तो कितनी परेशानी होती और फिर उसकी दवा से तुमको थॉडी देर के लिए राहत मिलती लेकिन मोच तो दवा से ठीक नही होती ना

में ,-और उसने तुम्हारी बीबी की चुत के ऊपर हाथ फिराया उसका कुछ नही

अमित ,--यार उसकी उम्र देखो तुमको बेटी बोल रहा था और तुम्हारे जैसी बला की सुंदरी की पहले मालिश नही की होगी तो अगर जानबूझकर छू लिया तो ऐसी क्या आफत आ गयी कि घर आये हुए आदमी के साथ इस तरह का व्यवहार किया जाय

में ,--तुम आदमी हो कि क्या हो, वो तुम्हारी की चुत को छू लिया और तुम बोल रहे हों कि कोई आफत नही आई तो फिर आफत कब आएगी

अमित ,--आफत तब मानी जाती जब वो मेरी अनुपस्थिति में आया होता और तुम्हारे साथ जबरदस्ती कुछ किया होता ,उसको अपनी जान प्यारी नही है क्या जो मेरे होते तुम को कुछ करता
में ,--तो बाकी क्या रह गया
अमित ,--बाकी कुछ की छोड़ो में इतना बेवकूफ भी नही, तुम्हारा दर्द बहुत पहले चला गया था और तुम जानबूझ कर उसको उसी समय नही बोली कि अब दर्द नही है छोड़ दो , तुम खुद उसके हाथों से एन्जॉय कर रही थी और वो भी उम्र दराज है उसको भी समझ मे आ गया कि ये दर्द की आहें भर रही है या कामुक सिसकिया ले रही है।

में ,--ये तुम कैसे बोल सकते हो की दर्द बहूत पहले ठीक हो चुका था
अमित ,--में उसका सबूत भी दे सकता हूँ
में ,--क्या सबूत है तुम्हारे पास
अमित ,-- अगर सबूत दे दिया तो फिर उससे माफी मांग लोगी ना काका से
में सोच में पड़ गयी कि ये क्या सबूत देने की बोल रहा है कही मोबाइल में रिकॉर्ड तो नही किया कुछ लेकिन रिकॉर्डिंग से कैसे प्रूफ होगा

अमित फिर बोला,--क्या हुआ अब चुप क्यों हो अगर तुम्हारा ये ही रवैया रहा तो कोई घर आएगा क्या अपने दुबारा

में ,--ठीक है तुम प्रूफ दो अगर तुम सही हो तो में तुम जैसे कहोगे वैसे माफी मांगने को तैयार हूं
अमित ,--ओके अपने हाथ ऊपर करो
में फिर सोच में पड़ गयी की हाथ ऊपर करने से क्या होगा
अमित ,--ठीक है तुमको ऐसा ही व्यवहार करना है में काका के पैर पकड़कर माफी मांग लेता हूँ लेकिन आगे से मुझे भी सोचना पड़ेगा कि में तुम को जैसी समझता था वैसी तुम हो नही और वो मुड़ने लगा तो मैने उसका हाथ पकड़कर रोका और बोली ,--ठीक है ये लो कर दिये हाथ ऊपर

मेरे हाथ ऊपर करते ही वो मेरे कदमो में बैठ गया और साड़ी को पैरों से उठाकर अपने हाथ मेरी साड़ी में घुसाए और जब तक मे कुछ समझ पाती उसने मेरी पेंटी को नीचे खींच कर पैरों तक लाया और दोनों पैरों को एक एक करके उठाया और खड़ा होकर मेरे चेहरे के सामने पेंटी लहराकर बोला ,----ये रहा सबूत अगर इस पेंटी को निचोड़ लिया जाए तो इसमें से पानी निकल सकता है ,जब तक तुम को मज़ा आ रहा था तुम काका को कुछ नही बोली और जब झड़ गयी तो उनको धक्का मारकर आ गयी।
मुझे समझ मे नही आ रहा था कि में कैसे इस मामले को हैंडल करू हालांकि में झड़ी नही थी पर काका के पहले छुवन से ही मेरी चुत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया था और जितना देर वो मालिस करते रहे मेरी चुत लगातार पानी छोड़ती रही थी
अमित ,--अब बोलो की ये तो दर्द की वजह से मूत निकल गया इसलिए भीग गयी फिर उसने पेंटी को उल्टा कर के चुत के सामने के हिस्से को नाक पर लगाकर सूंघने लगा और जैसे ही चाटने को हुआ मेने झपट कर पेंटी छीन ली
में ,--अब यार कोई पराया पुरुष इस तरह से छुयेगा तो ये तो होगा ही

अमित ,--रेखा मुझे अब ये बताओ कि तुम माफी मांग रही हो या में जाऊं
मैं, -ठीक है चलो में सॉरी बोल देती हुँ
अमित ,--अब खाली सॉरी से काम नही चलेगा
मै,---तो
अमित ,-- तुमको काका को खुश करना पड़ेगा
में ,--मतलब
अमित ,--मतलब जिस तरह का व्यवहार तुमने किया है उसके लिए तुमको कुछ इस प्रकार से माफी मांगनी पड़ेगी की काका को दुबारा बुलाने से दौड़कर आये
में ,-में समझी नही
अमित ,--सीधी सी बात है काका को अगर लगेगा कि तूने जितनी बड़ी गलती की है उस से ज्यादा तुम शर्मिंदा हो और साथ मे जिस चीज को छूने से उसको मज़ा आ रहा था उसका मज़ा तुमने खराब कर दिया और वो मज़ा उनको वापस मिल जाएगा इसलिए अब ऐसा कुछ करो कि वो पुरानी बातें भूलकर नई उम्मीद से यहां आने की सोचे
में ,--लेकिन ऐसा क्या कर सकती हूं में
अमित ,--तुम उसको बोलो की थोड़े हाथ की भी मसाज कर दे
में ,--तुम पागल हो क्या अगर उसने हाथ के साथ किसी और जगह पर छुआ तो
अमित ,--तो क्या हो जाएगा क्या मेंरे अलावा तुमको किसी ने छुआ नही क्या
में ,--मेने कब कहा नही छुआ पर इस से तुमको बुरा नही लगेगा
अमित ,--क्यों कल कमला मेरी मसाज कर रही थी तब तुमको बुरा लगा था क्या
में ,--पर वो औरत थी अब तुम मुझे किसी पुरुष को छूने की बोल रहे हो और कमला तुम्हारी मसाज कर रही थी तो तुम को अच्छा महसूस हो रहा था
अमित ,-पहली बात तो तुम गलत बोल रही हो कि सिर्फ मुझे ही अच्छा लग रहा था तुम भी मसाज देखकर पूरी गरम हो चुकी थी तभी तुम्हारी चुत पूरी तैयार थी और सिर्फ कुछ टाइम में चुद के झड़ गयी थी इसका मतलब तुम उस समय सोफे पर बैठकर जरूर अंगुली कर रही थी दूसरी बात जो तुम बोल रही हो कमला औरत थी और काका मर्द है तो में तुम को क्लियर कर देना चाहता हूँ कि मज़ा लेने का ठेका सिर्फ मर्द का ही नही औरत का भी होना चाहिए
अगर मर्द का हाथ तुमको लगने से पेंटी गीली हुई है तो इसका मतलब तुम्हे भी मज़ा आ रहा था इसलिए ये बेकार के तर्क देना बंद करो
मैं,--पर....
अमित ,--अब ये पर छोड़ो और चल के माफी मांग लो और उस बिचारे गरीब को थोड़ा सा मज़ा ले लेने दो।
फिर वो मेरा हाथ पकड़कर हॉल में ले जाने लगा तो में बोली तुम चलो में मुतकर आती हूँ
अमित ने सुना तो उसके चेहरे पर मुस्कान आ गयी और मेरे गाल पा किस करके बोला ,--I love You
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#50
में बाथरूम में आई और गेट बंद करके साड़ी को ऊपर करके कमोड पर बैठ गयी मूतने और सोचने लगी कि ऐसा क्या करूँ जो मुझे मज़ा भी आये और अमित को लगे कि मेने उसके दबाव में आकर किया है तभी दिमाग मे एक आईडिया आया और उस पर काम कैसे करना है सोचने लगी ,
जब सारी चीज सोच ली तो मूतकर चुत को पानी से धोया और कमरे में आकर एक नई पेंटी पहन कर बाहर आई।
बाहर आकर देखा कि अमित दिनु काका से बात कर रहा है जैसे ही मेने बाहर कदम रखा वो चुप हो गया औऱ नीचे से उठकर सोफे पर बेठ गया
मैं बाहर पहुंचते ही दिनु काका के पास गई और उनको सॉरी बोला ,
पर ये क्या दिनु काका तो उल्टा मुझे ही सॉरी बोलकर उठने लगे।
तभी अमित बोला ,-अरे काका क्या हुआ
दिनु काका ,--बस हो गया अमित बाबू, मेमसाहब को दर्द ठीक हो गया अब ये आप लोगों का बड़प्पन है कि मुझे सिर्फ धक्का ही खाने को मिला वरना आप लोग लात से मारकर भी सॉरी बोल देते
अमित ,--पर दिनु काका आप ने कहा कि रेखा आप की बेटी जैसी है
दिनु काका ,-- अरे बाबू हम गरीब लोग की क्या औकात की हम अपनी उम्र की लड़की को बेटी बोलें आप बड़े लोगों की बात अलग है आप लोगों की नजर में उम्र कोई मायने रखती है
तभी में आगे बढ़ी ओर उनके पैरों में झुक कर सॉरी बोला ,झुकने से मेरा पल्लू नीचे गिर गया जिससे मेरे ब्लाउज में से बूब्स बाहर निकलने को हो गए ।जब काका की नजर मेरे उन्नत उभारों पर गयी तो वो कुछ देर निहारने के बाद अपने दोनों हाथ मेरी आर्मपिट के नीचे रखकर मुझे खड़ा किया
और बोले ,--बेटी में इस लायक नही की तुम इस तरह से मेरे सामने झुको ,हम गरीब लोग तो तो बस अगर प्यार से दो शब्द बोल दो वही काफी है

में ,--काका में बहुत शर्मिंदा हूँ अपने किये पर,
मुझे तो आप को धन्यवाद कहना चाहिये था उल्टा धक्का मार दिया ,आप को मालिस के पैसे अमित दे देगा।
दिनु काका,-- हां बेटी ,लगा दो हमारी कीमत आखिर गरीब लोग तो हमेशा ही बिकते रहते हैं
तभी अमित बीच मे बोल पड़ता है ,--अरे काका आप भी कैसी बातें करने लगे भला आप को ऐसा क्यों लगा
दिनु ,--तो और क्या बोलू बाबू मेने आज तक किसी से मोच निकाल कर पैसे नही लिए आज बहुरानी मुझे पैसे दे रही है
अमित ,--उसकी तरफ से में माफी मांग लेता हूँ प्लीज् आप उसकी बात का बुरा मत मानिए बैठिए आप को चाय पीकर जाना पड़ेगा
अमित के बोलते ही में किचन की और जाने लगी तो अमित ने दिनु काका को सोफे पर बैठने की लिए कहा पर वो नीचे ही बैठ गए अमित किचन में आया और बोला कि तुम उनको सॉरी बोलने गयी थी या उनको चिढ़ाने ।
में ,--पर में क्या करूँ मेने सोचा था कि कुछ पैसे मिलेंगे तो वो खुश हो जाएंगे
अमित ,--उनको पैसे की जरूरत नही तुम्हारे जैसी मस्त आइटम के शरीर को देखने और महसूस करने की जरूरत है।
में ,--अगर इसी में तुम दोनों को मज़ा मिलता है तो बोलो नंगी होकर चाय ले आऊं
अमित ,--ऐसा कुछ नही करना में उनको मसाज के लिए बोलूंगा तुम नखरे मत करना बस वो खुश हो जाएगा देखना
ये बोलकर वो बाहर चला गया फिर मेने भी अपने ब्लाउज का ऊपर का बटन खोला और चाय ट्रे में लेकर हॉल में आ गयी इस बार उनके नीचे बैठने से मुझे ज्यादा झुकना पड़ा और साड़ी का पल्लू बिना गिरे ही उनको मेरी छातियों का भरपूर दर्शन करवाया फिर में भी अमित के साथ बैठकर चाय पीने लगी
तभी अमित बोला ,--दिनु काका आप अब भी नाराज है क्या हम से
दिनु ,--नही अमित बाबू बस थॉडी देर के लिए बुरा लगा था अब मेमसाहब ने माफी मांग ली और अपने हाथों से बनाकर इस गरीब आदमी को चाय पिला दी तो अब किस बात की नाराजगी।
अमित ,--काका मेने सुना है आप मसाज बहुत अच्छी करते है क्या आप रेखा की मसाज कर देंगे
दीनु ,--आप मेमसाहब से पूछ लीजिये पिछली बार धक्का दिया था कही इस बार लात मारकर ना भगा दे और वो हंसने लगे
अमित ,--अरे उसको गलतफहमी हो गया था अब ऐसा कुछ नही होगा क्यों रेखा
में ,--हम्म वो में समझ नही पाई और फिर जब समझ मे आया तो माफी भी मांग ली
अमित ,--तुमको मसाज करवानी है क्या
में ,--पर मुझे शरम आएगी अगर काका आंखों पर पट्टी बांधकर मसाज कर सकते है तो करवा लुंगी
अमित ,--आंखों पर पट्टी बांधकर कैसे होगी क्यो दिनु काका
दिनु ,-- हो जाएगी पर बिना तेल से करनी होगी अगर बिना तेल करवानी है तो बोलिये।
अमित ,--एक बार देख लो मसाज से पूरा शरीर खुल जाता है तुमको अच्छा लगे तो दुबारा करवा लेना नही तो कम से कम दिनु काका के बारे में जो लोग बोलते है वो कितना सही है वो भी पता चल जाएगा
फिर तीनो ने चाय पिया और अमित बोला ,--काका कहां करेंगे मसाज तो दिनु काका बोला पहले में हाथ और पीठ की कर देता हूँ तो मेमसाहब साहब को एक कुर्सी पर बिठा दीजिये अगर उसके बाद मेमसाहब को अच्छा लगा तो पैरों और बाकी जगह सुलाकर करनी पड़ेगी ।
मुझे तो ये सुनकर बहुत रोमांच महसूस हो रहा था कि अमित के सामने उसकी बीबी किसी बूढ़े से अपना कमसिन बदन मसलवायेगी और पहली बार जिंदगी में किसी पुरुष का हाथ से इस शरीर की मसाज होगी ।इसलिए मेरी धड़कन बढ़ चुकी थी ।तभी में अमित को बोली कि मेरा दुपटटा लेकर काका की आंखों पर बांध दो नही तो वो साड़ी के ऊपर से ही मसाज कर दे
दिनु काका ,--अरे बहुरानी साड़ी के ऊपर से मसाज कैसे होगी आपको ब्लाउज और पेटीकोट भी उतारना पड़ेगा नही तो में मसाज नही कर पाऊंगा फिर अमित बाबू और आप बोलेंगी की दिनु अपने मुंह मिठू मियां बनकर घूमते है आप को मेरे सामने अगर ब्रा पेंटी में शर्म आती है तो मेरी आँखों पर पट्टी बंधी रहेगी।
अमित जो हमारी बातें सुन रहा था अपने पेंट के ऊपर से लण्ड को एडजस्ट करता है और बोलता है ,--अरे काका आप को बेस्ट मसाज देनी है कि रेखा सारे स्पा भूल जाये , में अभी रेखा का कोई दुपट्टा लेकर आता हूँ
और फिर वो उठकर बेडरूम में चला जाता है और दिनु काका पास में पड़ी स्टूल लेकर आता है और बोलता है बहुरानी आप इस पर बैठ जाइए। में सोफे से उठकर अपनी गांड टिकाकर बैठ जाती हूँ
अमित मेरे रूम से दुपट्टा लेकर आता है और दिनु काका की आंखों पर बांध देता है फिर वो मेरी साड़ी खोलने को बोलता है तो दिनु काका मना कर देता है की पहले हाथ की मालिश कर देता हूँ फिर जब जैसे जरूरत होगी तो वो बता देगा।
अमित सामने जाकर सोफे पर बैठ जाता है और अपनी पेंट को उतारकर घुटनो तक ले आता है फिर अंडर वियर को भी नीचे खींच लेता है उसका लण्ड स्प्रिंग की तरह झटके से बाहर टकराता है और वो अपने हाथ से लण्ड पकड़कर मुझे आंख मारकर इशारा करता है कि एन्जॉय करो।
उसकी इस हरकत से में हैरान हो जाती हूँ कि कैसा बेशर्म मर्द है जिसकी बीबी एक बूढ़े को मसलने को थमा कर वो लण्ड पकड़ कर बैठा है पर मेरा खुद का दिल जोर से धड़क रहा था कि में अपने पति के सामने थॉडी देर में नंगी होने वाली हूँ और मेरे पापा की उम्र का आदमी मेरे नाजुक शरीर को मसलने वाला है

मेरा उतेजना से बुरा हाल था और में इंतजार कर रही थी कि कब बूढा मेरी जवानी का लुफ्त उठाना चालू करेगा और किस तरह से मेरे नाजुक अंगों से खेलेगा
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#51
Super Hot. Dinu Kaka Se Hi Murhat Karvao Sasural me.
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#52
(30-07-2020, 01:07 PM)Bhikhumumbai Wrote: Super Hot. Dinu Kaka Se Hi Murhat Karvao Sasural me
Thanks ,wahin se cook hold ki suruwat hogi
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#53
You are great, mast hai
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#54
Yar Hinglish version man likho
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#55
hi bro..
aap ne rekha or amit ko apni fantasy poora karna tha par kam se kam deenu kaka ko to use khulkar baat nahi karne chahiye thi ki tum meri meri wife ko massage ke sath chhed chhad karo...

next update lagta hai 
bahut mast hoga..

shayad readers ka pani hi nikal jaye.... 

long update with pics and fast bro....

Ab aag lagne wali hai... bas..
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#56
[Image: 3be85b58d8aee5698f8d1231a5a3663a.jpg]
[Image: 639a08a088c994ae7496ee9a8bef1079.jpg]
[Image: Actress-celebrety.jpg]
Deenu Kaka or Amit or Rekha....
[Image: download-11.jpg]
[Image: download-15.jpg]
[Image: kiriya-adwani.jpg]
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#57
(30-07-2020, 05:13 PM)exbiixossip2 Wrote: hi bro..
aap ne rekha or amit ko apni fantasy poora karna tha par kam se kam deenu kaka ko to use khulkar baat nahi karne chahiye thi ki tum meri meri wife ko massage ke sath chhed chhad karo...

next update lagta hai 
bahut mast hoga..

shayad readers ka pani hi nikal jaye.... 

long update with pics and fast bro....

Ab aag lagne wali hai... bas..

Thanks bro, mere ko abhi tak is kahani ke uper jyada likes aur comments nahi mile the isliye maine likhna chhod diya tha  but ab continue karunga  bahut si chijen dimag me nahi aayi jo bina comment pata nahi chalti aap ka sujhav diya uske liye dhanyawad
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#58
(30-07-2020, 04:32 PM)Rizzi1198 Wrote: Yar Hinglish version man likho

Koshish karunga but hinglish version me  bahut mistake ho rahi thi isliye uski jagah hindi me likhna pada
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#59
तभी दिनु काका मेरे पास आकर खड़ा हो गया और बोला बहुरानी में आपको जो बोलू वो आप करती जाना क्योकि मेरी आँखों पर पट्टी बंधी है नही तो मेरा हाथ इधर उधर गलत जगह पर लग जायेगा।
आप मुझे अपना एक हाथ इधर दीजिये और फिर वो घुटने के बल बैठ जाता है और मेरे हाथ को अपने कंधे पर रख लेता हैं और जहाँ से ब्लाउज खत्म होता उसके आगे से हथेली की तरफ दबाने लगता है कुछ देर दबाकर मेरी कोहनी को मोड़कर अपनी अंगुली को बीच में रखकर दबाता है जिससे कोहनी से आवाज आती है तो वो संतुष्ट होकर हाथ की अंगुलियों को एक एक करके खिंचता है जब तक कि एक एक अंगुली से चटकने की आवाज नही आती वो उस अंगुली को छोड़ता नही है जब सब अंगुलियों से चटकने की आवाज निकल जाती है तो

वो संतुष्ट होकर मेरे नाजुक हथेली को एक हाथ से पकड़ता है ओर बड़े ही सेंसिटिव अंदाज में दूसरे हाथ की अंगुलियों को फिराता है जिस से मुझे गुदगुदी के होती है और साथ ही उसका असर चुत पर भी होता है जिसके साथ मेरा दूसरा हाथ अपने आप चुत पर चला जाता है

अमित जब देखता है कि मेरा हाथ चुत पर है तो वो खड़ा होता है और अपनी पेंट और फ्रेंची दोनों निकल कर नंगा हो जाता है और मेरे पास आकर मेरे होटों को एक किश करता है और बैडरूम में चला जाता है

मेरी तो ये देखकर हालात खराब हो जाती है कि एक तरफ मेरी उम्र से दोगुनी उम्र का आदमी मेरी हथेलियों को सेक्सी तरीके से पकड़ रखा है और दूसरी तरफ मेरा पति जिसके साथ मेने अग्नि के समक्ष सात फेरे लिए है वो नीचे से नंगा होकर मेरे होठो को चूम रहा है

जिसका लण्ड पूरा तना हुआ है जब वो मुझे किस कर रहा था तो मेरा दूसरा हाथ उसके लण्ड से टच हो जाता है जिससे उसके लण्ड से एक बूँद बाहर निकल कर मेरे हाथ मे लग जाती है जब वो अंदर चला जाता हैं तो में उस बूंद को मुँह में लेकर चाट जाती हूँ ।
तभी बूढा बोलता है ,- बहुरानी आपके हाथ बहुत नाजुक है ऐसा लग रहा है जैसे नाजुक फूल है जो थोड़ा सा मोड़ते ही टूट जाएंगे
बूढा जब से मेरी मसाज का अमित से सुना तब से एक बार भी मुझे बेटी नही बोला था बल्कि बहुरानी या मेमसाहब ही बुला रहा है तो मुझे भी उसकी नियत का पता चल चुका था कि ये भी कुछ दिन बाद मेरी चुत का पराग पीने वालों की लिस्ट में शामिल होने वाला है।

तभी अमित रूम से वापस आया और आकर वापस सोफे पर बेठ गया वो एक तौलिया और मोमबत्ती लेकर आया था और नीचे से अभी नंगा ही था उसने दोनों पैर टी टेबल पर फैला दिए और तोलिये और मोमबत्ती को साइड में रख दिया मोमबत्ती की मोटाई किसी लण्ड से कम नही थी तौलिया शायद इसलिए लाया था कि जरूरत पड़ने पर तुरंत अपने आप को ढक ले तभी मेरी नजर उसकी गांड पर गयी जो पूरी खुली हुई थी और काफी बड़ी लग रही थी ।

तभी दिनु काका ने कहा ,--बहुरानी मुझे दूसरा हाथ पकड़ाइये ।तो मैने सोचा कि अगर दूसरा हाथ पकड़ा दिया तो अमित को लाइव शो देखने मे दिक्कत होगी इसलिए बोली ,--काका आप इस तरफ आ जाये में आप को पकड़ कर बैठा देती हूं,

फिर मेने दिनु काका का हाथ पकड़कर दूसरी तरफ ले जाने लगी तभी अमित ने मुझे कुछ इशारा किया जब मैने इशारे का मतलब समझकर नीचे देखा तो मेरे होश उड़ गए बूढे की धोती में टेंट बना हुआ था उसका लण्ड बहुत बड़ा लग रहा था

अमित मुझे इशारे से बोला कि इसको चुत में डलवा लो तो मैने भी इशारे से कहा कि अपनी गांड में मोमबत्ती की जगह ये डलवा लो और दोनों मुस्कराने लगे ।तब तक बूढा मेरा हाथ अपने कंधे पर रख चुका था और पहले हाथ की तरह मालिश करने लगा

जब उसने दूसरे हाथ की मालिश खत्म कर ली तो वो बोला ,-- बहुरानी अब आप साड़ी खोल दीजिये में आपके सिर और गले की मालिश कर देता हूँ
मेने कहा ,--ठीक है काका और उठकर अमित के पास आई और उसके कान में फुसफुसाकर कहा ,--लो गांडू अपनी ब्याहता बीबी को एक बूढ़े के हाथों से खेलने के लिए साड़ी उतार दो और फिर देखकर मुठ मारो ।
अमित ने जब ये सुना तो उसके लण्ड से प्री कम की बूंद बाहर आ गयी और वो खड़ा होकर पहले मेरी कंधे से पिन निकाला फिर नीचे से पिन निकाल कर मेरी साड़ी खोल दिया अब में ब्लाउज पेटिकोट में जाकर स्टूल पर बैठ गयी
तभी दिनु काका बोला ,--बहुरानी अगर साड़ी खुल गयी तो मुझे अपने पीछे खड़ा कर दो मेने अमित को कहा,-- प्लीज अमित काका को बता दो कहाँ खड़ा होना है और मेरा सिर कहाँ है
अमित तौलिया लपेट कर खडा हुआ और काका का हाथ पकड़कर खड़ा किया और मेरे सिर हाथ रखवाकर बोला ,--काका ये है रेखा का सिर
दिनु काका ,--थैंक यू अमित बाबू ,बहुरानी की शर्म की वजह से आपको तकलीफ उठानी पड़ रही है।और फिर अमित वापस तौलिया खोलकर सोफे पर बैठ गया ।
दिनु काका ने पुर माथे पर हाथ फिराया फिर मेरे ललाट को पीछे से पकड़कर दोनों हाथों की दो दो अंगुलियों दे चुटकी में अलग अलग जगह से पकड़कर खींच खींच कर छोड़ने लगा जिससे मेरी त्वचा में हल्का दर्द होने लगा फिर वैसा ही कान के पास किया तो सिर में हल्कापन मुझे महसूस हुआ जिस तरीके से उन्होंने मेरे सिर को पीछे झुकाकर पकड़ा था अगर उनकी आंख पर पट्टी नही होती तो वो मेरे पूरे पहाड़ी क्ष्रेत्र का निरीक्षण कर लेता पर पट्टी की वजह से ऐसा नही कर पाया

फिर उसने मुझे आँखें बंद करने को बोला और मेरी पुतलियों को भो वैसे ही चुटकी से मसाज किया तब उसने मेरे सिर को छोड़ दिया और दोनों हाथों को कंधे पर रख दिया और उनको दबाने लगा थॉडी देर दबाने के बाद वो अपना हाथ मेरी क्लीवेज पर लाया और मेरे क्लीवेज से ब्लाउज के बीच का एरिया पर अपना खुरदरा हाथ फिराया
जिससे मेरी कामुक सिसकारी निकल गयी सामने देखा तो अमित भी अपने एक हाथ से लंड मुठिया रहा था और दूसरे हाथ की अंगुली को अपने गांड के छेद पर ले गया और मोमबत्ती घुसाने के लिए ढीला करने लगा तो मैने इशारे से मोमबत्ती डालने को बोला तो वो इशारे में बोला कि तुम्हारा ब्लाउज उतार के घुसाउगा
मेरे मन मे आया कि साला ये अपनी पत्नी के बोबे एक बूढ़े से मसलवा ते देख कर ये अपनी गांड में मोमबत्ती डालेगा और अपनी गांड खुद ही मारेगा ,इस गांडू को तो बहुत जल्द में अपने यारों के लण्ड चुसवा कर इसके सामने चुत मरवाऊंगी और ये साला मेरी चुदाई देखकर मुठ मारेगा
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#60
दिनु काका मेरी क्लीवेज पर अपने हाथ फिरा रहे थे और चुटकी से पकड़ पकड कर बोबे के ऊपर जहाँ से बूब्स उठने चालू होते है खींच रहे थे ऐसा लग रहा था जैसे वो मेरी बूब्स की चौड़ाई बढ़ाना चाहते हो जिससे मेरे मुहं से गरम भाप निकल रही थी और नीचे से गरम पानी बह रहा था मेरी सिसकिया रुकने का नाम ही नही ले रही थी ।
तभी दिनु काका ने बोले ,--अमित बाबू अब आप अपनी धर्मपत्नी का ब्लाउज खोल दीजिये जिससे इनकी ऊपर की मसाज कर सकूं

जब दिनु काका ने ये कहा तो मुझे बहुत अजीब लगा कि बूढा बहुत चालू चीज है जो उसने जान बूझकर अमित को मुझे नंगा करने को बुलाया है जिससे वो बाद में उसको ये कहने का मौका मिल जाये कि उसने कुछ नही किया नंगा तो आप ही ने किया था, मेरी भी यही इच्छा थी कि मेरे सर पर कोई दोष ना आये इसलिए मैंने अमित को गरदन हिलाकर मना किया कि वो ब्लाउज नही खोले पर मुझे पता था कि वो मुझे नंगा करने के लिए मरा जा रहा होगा कि कब वो मुझे नंगी देखकर गांड में मोम बत्ती डाले

पर अमित कहाँ मेरी मानने वाला था वो तुरंत उठा और मेरे सामने आकर बैठ गया और मेरे ब्लाउज के बटन खोलने लगा सारे बटन खोलकर ब्लाउज को मेरी बाहों से बाहर निकाल दिया फिर बोला,---
काका में ब्रा भी निकाल देता हूँ नही तो आप फिर से बुलॉएँगे इसलिए ,
फिर उसने पीछे हाथ ले जाकर ब्रा का हुक खोल दिया में विरोध करती रही पर उसने कहा,--
देखो काका की आंख पर पट्टी बंधी है वो कुछ देख नही सकते इसलिए अच्छे से मसाज करने दो उनको

फिर दिनु काका को बोला,--काका मुझे कंप्यूटर में थोड़ा काम करना है इसलिये बैडरूम में जा रहा हूँ जब रेखा की चूचियों की अच्छे से मसाज हो जाये तो आप मुझे आवाज लगा लेना में पेटीकोट और कच्छी निकलने आ जाऊंगा

दिनु काका ,--ठीक है अमित बाबू आप लगता है आप अपनी पत्नी को बहुत प्यार करते है तभी आप ने ब्रा निकाल दी और अंदर जा रहे है ताकि इनको किसी तरह की शर्म नही आये पर आप चिंता मत करें में इनकी दोनों चुचियों की मसाज कर दूंगा ।

फिर अमित ने बैडरूम को बाहर से बंद किया जिससे दिनु काका को लगा की अमित ने अंदर जाकर दरवाजा बंद कर लिया और वो दबे पांव आकर सोफे पर बैठ गया

मेरी तो हंसी छूट गयी जिसे देखकर अमित अपने होठों पर अंगुली रखकर चुप रहने रिकवेस्ट करने लगा,में भी उसको इशारे से आस्वासन दिया कि ठीक है

तभी दिनु काका बोला ,--रेखा देखो अमित बाबू कितने समझदार है और कितना प्यार करते हैं तुमको की अन्दर जाकर रूम बन्द कर लिया कि तुम खुल के चुचियों की मसाज करवा सको अब तुमको देखने वाला कोई नही है ,
तुम चुपचाप बैठी रहना मेरे कड़क हाथ से तुम्हारी चुचियों को पूरा खोल कर उन्हें ऐसा बना देंगे कि ये कुछ दिन में पूरी विकसित हो जाएगी और बड़ी दिखने लगेगी जिससे अमित बाबू का मूड चूची देखते ही चोदने का हो जायेगा ।

हर मर्द की ये कमजोरी होती है कि वो बड़ी चूची वाली औरत को देखते ही कामुक हो जाता है ,
अगर तुम पूरा साथ दोगी तो देखना तुमको में इतना मज़ा दूंगा की तुम को लगेगा की तुम जन्नत में हो ,बस थोड़ा दर्द होगा जिससे तुम्हारी चीख निकल सकती है लेकिन ध्यान रखना आवाज अंदर कमरे में नही पहुंचे क्योकि मसाज से तुमको मीठा दर्द महसूस होगा और मज़ा भी आएगा

मुझे तो विस्वास नही हो रहा था कि ये बूढा इतनी जल्दी मुझे मेरे नाम से बुलाने लगेगा और खुलकर चुदाई और चूची जैसे शब्द यूज़ करने लगेगा ।अमित भी उसकी बात सुनकर लण्ड हिला रहा था ।में मन में सोच रही थी कि ये साला गांडू इसीलिए तो सामने बैठा है कि मेरी कामुक चीखे और बूब्स की मालिश देखकर गांड में मोमबत्ती करे

मेने कुछ जवाब नही दिया तो बूढा दुबारा बोला ,--क्या हुआ रेखा तुम कुछ बोली नही अगर ऐसे चुप रहोगी तो मुझे कैसे पता चलेगा कि तुम मेरी बात से सहमत हो या नही, देखो नीचे वाली सीमा मेरी मसाज के लिए तरसती रहती है पर उसको मौका नही मिलता,मुझे फुल बॉडी मसाज में कम से कम दो से तीन घंटे लग जाते है और उसका बच्चा अभी छोटा है इसलिए जब रमेश बाबू घर पर होते है तो वो उस दिन अपने बच्चे को रमेश बाबू को सौंप कर मुझे बुलाती है।

मेने कहा ,--ठीक है काका ,पर आप तो मुझे बेटी बोल रहे थे अब सीधे नाम से बुलाने लगे
दिनु ,--अरे बहुरानी कोई बाप अपने बेटी के सामने ऐसी बातें करता है क्या फिर तुम्हारी चुचियों को मसाज भी करूंगा तो मैने सोचा नाम से ही बुलाउ क्योकि चूची की मसाज के साथ उनको स्पेशल ट्रीटमेंट के लिए मुंह भी लगाना पड़ेगा ओर फिर तुम भी मेरे को काका ही समझने लगोगी तो मसाज का पूरा मजा नही उठा सकोगी ।
सामने बैठे अमित ने जब ये सुना तो उसका लण्ड पूरा अकड़ गया ,मेरी भी चुत ने दो बूंद पानी बहा दी थी और उतेजना चरम पर थी कि एक सुहागिन औरत अपने सुहाग के सामने नंगी चूची लेकर बैठी थी और उसका पति सामने नंगा होकर अपना लण्ड मुठिया रहा था और एक बूढ़ा उस्की ब्याहता बीबी की चूची को मुँह से चूसने को बोल रहा है

में ,--पर काका आप मुझे अमित के सामने बेटी ही बोलना नही तो वो मुझे गलत समझेगा और में नही चाहती कि में भी सीमा की तरह बद्नाम हो जाऊं क्योकि अमित थोड़ा शक्की है मेरी गृहस्थ जीवन पर इसका बुरा असर पड़ सकता है

अमित ने जब ये सुना तो वो मुझे हाथ दिखाकर कर मारने के अंदाज में इशारा किया और थम्स अप किया कि लगी रहो

दिनु काका,-- अरे रेखा रानी आप चिंता मत करो में तुमको बदनाम नही होने दूंगा अगर आप घर से बाहर मिलोगी तो पहचान ने से भी इंकार कर दूंगा बस आप अभी जो बातें हो रही है वो अमित बाबू को मत बताना।

मेने मन मे सोचा साला बूढा पूरा हरामी है जो मुझे रानी बनाना चाहता है पर उसे मालूम नही की इस रानी का रजिस्टर्ड राजा तो सामने मुठ मार रहा है और कई राजा बनने के सपने देख कर रह गए पर ये रानी तो राजेश की रखैल रह चुकी है जिसे उसने हरमीत को परोस दिया था

मेने फिर दिनु काका को टोका ,--दिनु काका आप तो मुझे रानी बोल ने लगे पर मेरा राजा तो अमित ही रहेगा ।
दिनु ,--अरे रेखा रानी मुझे तो अपना गुलाम बना लो जब तुम पहली बार अमित के साथ यहाँ रहने आयी थी उस दिन पहली बार देखा तो मेरा होश उड़ गए कि ये परी अब इस कॉलोनी में रहेगी तुम्हारा शरीर को भगवान ने फुरसत से घड़ा होगा हर चीज लाजवाब है मेने तो सपने में भी नही सोचा था कि तुम को कभी छू कर महसूस करुँगा , तुम्हारा दिल भी बहुत बडा है, कैसे आज एक गरीब के कदमो में झुक कर माफी मांग रही थी ।
मेरे जैसी खेली खाई औरत को बूढा बेवकूफ समझ रहा था उसकी झूठी तारीफों से मुझे कोई फर्क नही पड़ने वाला था पर में भी उसको ये दिखाना चाहती थी कि जैसे उसकी तारीफ से में बहुत खुश हूं।

में ,--काका आप कुछ भी बनो पर में बीबी तो अमित की ही रहूंगी वो मुझे बहुत प्यार करता है अभी भी आप उन्ही की वजह से मेरे को छू रहे हैं लेकिन ये ख्वाब आप मत पाल लेना कि में अमित के अलावा किसी को कुछ करने दूँगी ये शरीर पर सिर्फ अमित का हक है और इस जन्म में वही मेरा मालिक रहेगा।
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