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Adultery Indian Housewife's Adventures by jpink2010
#21
(25-07-2020, 10:39 AM)jaipurpink007 Wrote: This story was written by me. Let this guy post the rest of it if it's with him otherwise I will post it in another thread. However, like my all other stories this story is also not complete or you can say I have kept it open for re start.

PLEASE START STORY
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#22
(25-07-2020, 10:39 AM)jaipurpink007 Wrote: This story was written by me. Let this guy post the rest of it if it's with him otherwise I will post it in another thread. However, like my all other stories this story is also not complete or you can say I have kept it open for re start.

PLZ restart this story ..
It was one of my fev story..
'Meri bekarar bivi aur main bechari pati'
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#23
Post rest of the story Asap
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#24
(28-07-2020, 01:51 PM)Leo2524 Wrote: PLZ restart this story ..
It was one of my fev story..
'Meri bekarar bivi aur main bechari pati'


मेरी बेकरार वीवी और मैं वेचारा पति


writer:- robinraj924

27th March 2014 


its a very big story with 1657 pages
 horseride  Cheeta    
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#25
“सुरभि कुछ कमाल ही करना होगा अब हम लोगों को जीतने के लिए.” मिसेज रहेजा ने सुरभि से कहा तो सुरभि सोचने लगी की अब तो बस नंगा नाचना ही रह गया है और वो मैं कर नहीं सकती. पर वो कुछ बोली नहीं. अभी दो डांस और चल रहे थे जिसमे वही मस्ती चालू थी पर वो सुष्मिता के स्टैण्डर्ड के नहीं थे. फिर आखिरी डांस में बारी आई मिसेज रहेजा और सुरभि की . धड़कते दिल से सुरभि उठी और मिसेज रहेजा के साथ स्टेज की ओर बड़ी उसने विजय को ढूँढने की कोशिश की पर भीड़ में वो उसे कहीं दिखाई नहीं दिया. भोजपुरी का एकदम चीप गाना “छेदा में लबेदा” चालू हो गया था और सुरभि और मिसेज रहेजा ने रिहर्सल के अनुसार वल्गर डांस करने चालू कर दिया था. खासकर छेदा में लबेदा के टाइम पर मिसेज रहेजा ऐसे एक्शन करती थी जैसे की सुरभि की चूत में कोई मोटा मुसल डाल रही हो. दोनों का डांस हाई क्लास था और सुरभि की थिरकती गांड और मचलती कमर उसकी नाभि से नीचे, काफी नीचे बंधी हुई साड़ी देख कर लोग फिर से मदमस्त होने लगे. विजय भी अपनी बीवी के इस सेक्सी मस्ताने रूप को देख कर खुश हो रहा था की उसने देखा की रहेजा उसे अपने पास बुला रहा है. 

“यार विजय तेरी सुरभि तो बहुत सेक्सी लग रही है.” अब रहेजा विजय को टेस्ट कर रहा था.
“ज ज जी सर बहुत अच्छी लग रही है सुरभि.”
“लेकिन सुष्मिता ने ज्यादा वल्गर कर दिया था इन लोगों को भी कुछ आगे बढना चाहिए. वाह क्या सेक्सी कमर हिला रही है.” कहते हुए उसने विजय के सामने ही सीटी बजायी. और लोग भी सुरभि की सेक्सी अदायों के कायल हो चुके थे. विजय अभी तक तो दूसरों की बीवियों के मजे ले रहा था पर अब अपनी बीवी की बात आई तो उसे बड़ा अजीब सा लग रहा था वो कसमसा भी रहा था पर ऐसी बाते सुन कर उसका लंड हरकते भी ले रहा था. तभी मिसेज रहेजा ने एक दर्शक के कहने पर सुरभि के बूब्स जोर से दबा दिए तो सभी तालियाँ बजाने लगे और उस दर्शक ने काफी सारे नोट उनके ऊपर उड़ा दिए. रहेजा ने फिर विजय को टेस्ट करते हुए सीटी बजायी. 


“लगता है तू तो अपनी बीवी को जीताना नहीं चाहता पर मैं अपनी बीवी को हारते हुए नहीं देख सकता.” कहते हुए रहेजा उठ गया और स्टेज की ओर बड चला. विजय धड़कते दिल से उसे बस देखता रहा कुछ बोल न सका. रहेजा को स्टेज की ओर बड़ते देख शोर सा मचने लगा और लोग सीटियाँ बजा कर उसका स्वागत करने लगे. सुष्मिता के ससुर मुख़र्जी ने विजय को रहेजा की खाली सीट पर बिठा लिया.
“अब ये रहेजा तेरी सुरभि की चड्डी भी उतार कर लायेगा. हे हे हे .” वो बड़ी ही बेशर्मी से हँसता हुआ बोला. विजय का खून उबल पड़ा पर वो कुछ नहीं बोला, वो कुछ बोल भी नहीं सकता था. यही तो थीम थी उस रात की. रहेजा को स्टेज पर आते देख मिसेज रहेजा को जोश आ गया पर सुरभि का दिल जोर से धड़कने लगा. मिसेज रहेजा ने सुरभि को दर्शको की ओर पूरा झुका दिया. उसकी साड़ी का पल्लू नीचे गिर गया और सबके सामने सुरभि के सेक्सी मजबूत गोर बूब्स उछल कर बहार आ गए. सुरभि नहीं जानती थी की वो बूब्स तीन चौथाई ब्लाउज से बाहर आने के बावजूद कैसे अभी तक टिके हुए है उन्हें तो ब्लाउज का साथ छोड़कर अब तक बाहर लटक जाना चाहिए था. सुरभि को आगे झुका कर मिसेज रहेजा उसकी पीछे से चुदाई का एक्शन करने लगी और छेदा में लबेदा के मतलब को साकार करने लगी. उनकी इस सूखी चुदाई को देख कर लोग जोर जोर से सीटियाँ मारने लगे और विजय ने देखा की मुख़र्जी अपने लंड को धीरे धीरे मसल रहा था, विजय उसको क्या बोलता वहां बैठे सभी मर्दों का लगभग वही हाल था. ख़ुद उसका लंड भी उसके कण्ट्रोल से बाहर था.


कुछ देर पीछे से धक्के मारने के बाद मिसेज रहेजा ने सुरभि को सीधा किया और फिर उसके होठों पर किस करके दोनों सेक्सी अंदाज में एक दुसरे के होठ चूसने लगी. सुरभि की चूत इस सब एक्शन से फड़कने लगी थी और उसे अब किसी की परवाह नहीं थी. रहेजा उनके बगल में ही नोटों की गड्डी हाथ में थामे नाच रहा था. जब उनका किस पूरा हुआ तो रहेजा ने अपनी बीवी को फिर से चुदाई वाला सीन करने को बोला पर दर्शको की तरफ मुह करके नहीं उसकी तरफ मुह करके. मिसेज रहेजा ने सुरभि को रहेजा की तरफ कमर तक झुका दिया और फिर से चुदाई की एक्टिंग करने लगी रहेजा देहाती अंदाज में कुरता पाजामा पहने हुए था उसने अपना कुरता उठाया जिससे उसके पजामे में बना टेंट साफ़ नजार आने लगा उसने पहले अपना टेंट सभी दर्शकों को दिखाया सब जोर जोर से हँसते हुए तालियाँ बजाने लगे फिर उसने अपने पजामे के अन्दर से दिख रहे लंड को झुकी हुई सुरभि के मुह पर लगा दिया और वो भी ऐसी एक्टिंग करने लगा जैसे वो सुरभि के मुह को अपने लंड से चोद रहा है. दूर दर्शकों को ये नहीं पता था की रहेजा ने पजामे के अन्दर अंडरवियर भी नहीं पहना है पर सुरभि को एक झीने से कपडे से उसके लंड का अपने होठो पर पूरा फील मिल रहा था. सुरभि ने सपने में भी नहीं सोचा था की वो ऐसे किसी पोर्न स्टार की तरह स्टेज पर चुदेगी. बस उसकी बॉडी के अन्दर लंड नहीं जा रहा था बाकी कोई कसर नहीं बाकी थी उसकी चुदाई में उसकी चूत में बाड़ आ चुकी थी उसका रोम रोम अब चुदाई की चाहत मांग रहा था रहेजा ने बड़े प्यार से उसके गाल पर हाथ फेरा और अपने लंड को उसके होठों के अन्दर ठेलने की कोशिश की सुरभि ने थोडा मुह खोला और उसके लंड को एक बार चूस कर छोड़ दिया. दर्शकों को ये सब न दिख सका पर रहेजा तो पागल हो गया और उसने सारे नोट उन दोनों के ऊपर उड़ा दिए. सुरभि फिर से खड़ी हो कर मिसेज रहेजा के साथ अपने सेक्सी स्टेप्स में नाचने लगी.
“विजय यू आर सो लकी मैन , इतनी सेक्सी माल तेरे घर में है.
 horseride  Cheeta    
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#26
साले रहेजा और मेरे जैसे बूढों का भी खड़ा कर दिया. हे हे हे. देख साला रहेजा को देख उसका मन तो ये कर रहा है की वहीँ स्टेज पर ही साली को आई मीन सॉरी मतलब आज रहेजा कुछ भी कर सकता है हे हे हे .” मुख़र्जी बोल रहा था और आसपास सभी उसकी बात सुन कर जोर जोर से हंस रहे थे. किसी को परवाह नहीं थी की विजय को कैसा लग रहा है. सभी ने देखा था विजय कैसे स्टेज पर चढ़ चढ़ कर दूसरों की बीवियों के ब्लाउज में नोट ठूंस रहा था.
“अरे रहेजा साहब नंगी करो साली को चोद डालो.” पीछे से आवाज आई तो सभी हँसे लगे . विजय ने गुस्से में पीछे देखा तो चुप रह गया ये तो सिक्युरिटी के आला अधिकारी कुलकर्णी थे. तभी एक और आवाज आई
“कुलकर्णी साहेब को चढ़ गयी है, लगता है.” सभी फिर जोर से हँसे. उधर रहेजा ने अपने कुर्ते की जेब से एक गड्डी और निकाली और दर्शकों को दिखाई ये आज की सबसे मोती गड्डी थी. उन्होंने अपनी मिसेज कानो में कुछ बोला और मिसेज रहेजा ने सुरभि के कानो में उसे दोहराया. सुरभि की आँखें फट गयी और वो न में सर हिलाने लगी. सभी मर्द इन्तजार में ताली बजाने लगे फिर एक ने बोलना शुरू किया
“पेंटी ... पेंटी ..” देखते ही देखते सभी मर्द और औरतें भी ताली बजाते हुए सुर में चिल्लाने लगे
“पेंटी पेंटी पेंटी पेंटी.” विजय असहाए सा अपनी बीवी का मान मर्दन होते हुए देख रहा था और सोच रहा था की कही इतनी बेईज्ज़ती के बाद सुरभि उससे रूठ कर न चली जाए या कही ख़ुदकुशी न कर ले ‘ ओह गॉड’ ये सोच कर उसके शरीर में झुरझुरी से दौड़ गयी. वो बेचारा क्या जानता है, की पिछले कुछ दिनों में उसकी इस भोली बीवी ने क्या क्या गुल खिलाये है.


रहेजा ने माइक हाथ में लेकर कहा
“अरे भाई नोटों की गड्डी का साइज़ तो देखो, सिर्फ पेंटी से काम नहीं चलेगा मुझे तो ब्लाउज भी चाहिए.”
तभी स्टेज पर दो और युवक आ गए ये दोनों वो ही थे जिनकी बीवियों के डांस के समय विजय ने उनके ब्लाउज में नोट ठूंसे थे और वो देखते रहे थे. ये बिलकुल जाहिर था की वो लोग विजय से हिसाब चुकता करने आये है. विजय ने जैसे ही उनको स्टेज पर चड़ते देखा वो टेंशन में आ गया. मुख़र्जी उसकी टेंशन कम करने के बजाय बडाये जा रहा था.
“विजय तूने इन दोनों की बीवियों के बोबे दबाये थे ना?”
“अरे नहीं अंकल मैंने तो बस उनको नोट दिए थे,”
“हा हा हा नोट दिए थे .. मैंने देखा था तूने कितने अन्दर तक हाथ घुसाया था. जब मैंने देखा था तो इन दोनों ने तो देखा ही होगा. हा हा हा. तेरे किये की सजा अब तेरी सेक्सी बीवी भुगतेगी लगता है.”
विजय क्या बोलता वो मुख़र्जी और दुसरे लोगों को उनके लंड मसलता हुआ देखता रहा अब तक लोगों ने काफी दारु पी ली थी और सब खुल कर बद्तमीजी पर आ चुके थे. विजय का लंड घबराहट के मारे बिलकुल मुरझा चुका था. वो चिंतित हो कर स्टेज की ओर देखने लगा.


दोनों युवकों को आता देख रहेजा ख़ुद ब ख़ुद थोडा पीछे हट गया और उनको सुरभि और मिसेज रहेजा के पास जाने दिया “छेदा में लबेदा” गाना लूप में चल रहा था इसलिए ख़तम होने का नाम नहीं ले रहा था. दोनों युवक सुरभि के आगे पीछे नाचने लगे सुरभि उन दोनों को इतना करीब देख कर घबरा गयी और रुकने लगी पर मिसेज रहेजा ने उसे कान में कहा रुकना नहीं है पूरा रंडी नाच दिखाना है. सुन कर सुरभि ने नाचना जारी रखा और जैसे लोग बरात में एक दुसरे से मुकाबला करते हुए नाचते है वैसे ही सुरभि भी उन लोगो से कंधे से कंधे मिला कर नाचने लगी. लोग भी गाने के rythm के साथ ताली बजाने लगे और स्टेज पर मस्त डांस का खुशनुमा माहौल हो गया. वो दोनों सुरभि के आगे और पीछे लगभग चिपके हुए नाच रहे थे पर अभी तक उन्होंने और कोई बदतमीजी नहीं की थी सुरभि भी मस्त हो कर नाच रही थी उसका पल्लू नीचे गिरा तो उसने उसे कमर में कस लिया जिससे उसका हुस्न और कातिलाना हो गया क्योंकि उसका सेक्सी ब्लाउज केवल एक चौथाई बूब्स को ही कवर कर पा रहा था तीन चौथाई दूधिया चूंची उन दोनों के सामने आते ही उनकी लार टपकने लगी और उनके डांस में गजब की स्फूर्ति आ गयी. रहेजा और मिसेज रहेजा पीछे की ओर हट कर इस मदमस्त नज़ारे को देखने लगे. तभी उनमे से एक से रहा न गया और उसने सुरभि की गांड पकड़ कर अपनी और पुश कर लिया और बिलकुल चिपक कर नाचने लगा. दुसरे वाले को ये ज्यादा अच्छा न लगा पर वो पीछे ही मटकता रहा और पहले वाले को बोला

“यार विजय ने हमारी बीवियों के ब्लाउज में हाथ डाला था अब हमारी बारी है.” सुरभि को ये बात पता थी इसलिए वो शर्मा गयी चिपके हुए युवक ने सुरभि को छोड़ा और अपने पजामे में से कुछ नोट निकाले और सुरभि के ब्लाउज में डालने लगा. पीछे वाले युवक को लगा की सुरभि फ्री हो गयी है इसलिए उसने सुरभि को अपनी ओर घुमाना चाह. जैसे ही पहले युवक का हाथ सुरभि के ब्लाउज में घुसा ठीक उसी वक़्त दुसरे यूवक ने सूरभि को घुमा दिया जिससे तड़क की आवाज के साथ सुरभि के दो चार हुक जो किसी तरह उसके भारी बूब्स का बोझ झेल रहे थे वो आखिर टूट गए. पहले युवक के नोट उसके हाथ में ही रह गए और जब सुरभि पीछे की ओर घूमी तो उस युवक की आँखे फटी रह गयी जब उसकी हिलती हुई गोरी चूचियां तीखे भूरे तने हुए निप्पल्स के साथ उसकी आँखों के सामने थी ब्लाउज के दोनों पल्ले असहाय रूप से दोनों ओर झूल रहे थे. वो ही सीन रहेजा और उसकी मिसेज के सामने भी था पर ये दर्शकों का दुर्भाग्य था की इस वक़्त सुरभि की पीठ उनके सामने थी. हालाँकि ये सबको पता चल चुका था की सुरभि के ब्लाउज के साथ कुछ हो चुका है. मिसेज रहेजा तुरंत आगे आई और उन्होंने इस हादसे को भी एक इवेंट की तरह ट्रीट किया, गाने की धुन के साथ थिरकते हुए उन्होंने सुरभि के ब्लाउज को उसके शरीर से अलग कर दिया पर उसकी साड़ी के पल्लू से उसे कवर भी कर दिया अब सुरभि आदिवासी युवतियों की तरह बिना ब्लाउज के थी जिसमे से उसकी गोरी पीठ और नंगी बाहें मस्त नजर आ रही थी .
 horseride  Cheeta    
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#27
उसकी बदकिस्मती ये थी की उसने आज netted पल्लू वाली साड़ी पहनी थी इसलिए उसके नंगे बूब्स बड़े ही सेक्सी अंदाज में झाँकने लगे. मिसेज रहेजा ने थोडा जोर देकर सुरभि को फिर से थिरकने पर मजबूर कर दिया और वो ब्लाउज दर्शकों की तरफ लहरा कर अपने पति रहेजा की ओर उछाल दिया सभी ने ये एक्ट देख कर जोर से ताली बजाई. दोनों युवकों को लगा की उनका बदला पूरा हो चुका है इसलिए वो लोग भी रहेजा के साथ नीचे उतर गए सुरभि के चेहरे पर मायूसी देख कर मिसेज रहेजा ने डीजे वाले को गाना ख़तम करने का इशारा कर दिया और इस तरह वो प्रोग्राम अचानक ही समाप्त हो गया. सुरभि ओर मिसेज रहेजा महिलाओं के ग्रुप के तरफ चल रही थी तब मिसेज रहेजा ने सुरभि से कहा.

“सुरभि तुम्हे मायूस होने की जरूरत नहीं तुमने बहुत अच्छा किया है. और ब्लाउज के फटने का गम न करो इस वक़्त बिना ब्लाउज के तुम ज्यादा चिक और सेक्सी लग रही हो बस अपना पल्लू मत हटाना नहीं तो एक दो बेहोश हो जायेंगे.”
सुरभि सुन कर शर्मा दी एक्चुअली मिसेज रहेजा ने उसे बड़े ही डिसेंट स्टाइल में कवर कर दिया था पर उसकी नंगी पीठ और झांकते बूब्स उसको और सेक्सी बना रहे थे.
“सॉरी शायद हम लोग जीत न पायें .” सुरभि बोली.
“अरे कोई बात नहीं, मिसेज मुख़र्जी से हमारा बरसो का चल रहा है कभी वो आगे तो कभी मैं. एक्चुअली सुबह तक तो मुझे कोई पार्टनर ही नहीं था पर विजय ने ही बोला की तुम बहुत अच्छा नाचती हो.”
“अच्छा विजय ने पर उसने मुझे तो कुछ नहीं कहा.” ये सुरभि के लिए न्यूज़ थी अगर विजय ने पहले बताया होता तो वो शायद थोडा prepare रहती. 


“वो मैंने ही मना किया था की कहीं तुम यहाँ आने से ही मना न कर दो.”
सब लेडीज ने उनका ताली बजा कर स्वागत किया वे लोग अपनी जगह पर बैठ गए. तभी रूचि ने रिजल्ट सुनाया और उसमें मिसेज मुख़र्जी की टीम प्रथम और मिसेज रहेजा की टीम द्वितीय घोषित हुई. सभी ने जोर से ताली बजायी और मिसेज रहेजा और सुरभि ने मिसेज मुख़र्जी और सुष्मिता को बधाई दी. रूचि ने सभी को खाने के लिए डाइनिंग हॉल में आमंत्रित किया. सुरभि ने एक बार फिर से मिसेज रहेजा को सॉरी बोला पर वो उसे एक कोने में ले गयी और बोली.
“देखो तुम टेंशन मत लो मैं आज के प्रोग्राम से बहुत खुश हूँ और कृति के पापा भी, पर उनकी एक हसरत अभी बाकी है इसलिए तुमसे रिक्वेस्ट है की..........”
“अरे मैडम रिक्वेस्ट कैसे आप आदेश कीजिये.” सुरभि उनके मृदु व्यवहार की इतनी कायल हो चुकी थी की वो तुरंत बोली.


“देखो बुरा मत मानना पर कृति के पापा ने तुम्हारी पेंटी और ब्लाउज के लिए नोट उडाये थे उन्हें ब्लाउज तो मिल गया पर वो पेंटी नहीं ले जा पाए. इसलिए अगर तुम अपनी पेंटी निकाल कर दे दो तो उनकी आज की शाम कम्पलीट हो जाये.” सुरभि की सुन कर आँखें फट गयी पर वो मिसेज रहेजा को कुछ न बोल सकी. मिसेज रहेजा फिर से बोली
“प्लीज...”
“अरे मैडम आप प्लीज न बोलिए मैं अभी आती हूँ.” सुरभि बोली और टॉयलेट के तरफ चल पड़ी. मिसेज रहेजा के चेहरे पर एक कुटिल मुस्कराहट आ गयी. वो चाहती तो सुरभि को हुक्म भी दे सकती थी पर लोगो को काबू में करने का उसका अपना तरीका था और वो उसमें कभी फेल नहीं हुई थी. थोड़ी ही देर में सुरभि उनके पास आई और चुपके से अपनी पर्पल पेंटी उनके हाथ में सरका दी. वो कुछ बोलती उससे पहले ही उनको अलग कोने में देख कर रहेजा वहां पहुँच गया और बोला
“अरे सुरभि ब्यूटीफुल.... इट्स पिटी की आज तुम जीत न सके .”
“कोई बात नहीं अंकल.”
“अंकल... गॉड फोर्बिड तुम मुझे सर बोलो भाई अंकल सुन कर बुढ़ापे का एहसास हो जायेगा वैसे तुम्हे तो पता चल गया होगा की अभी इतना भी......... यू नो .” रहेजा ने उसे आँख मारी . सुरभि के चेहरे पर लाली आ गयी जब उसे याद आया की स्टेज पर उसने रहेजा के लंड को पजामे के ऊपर से ही सही पर चूसा तो था.
“हनी सुरभि इस अ वैरी गुड गर्ल देखो ये तुम्हारे लिए क्या लायी है”. मिसेज रहेजा ने अपनी मुट्ठी खोली तो रहेजा की आँखें फट गयी.


उसने तुरंत वो पेंटी अपने हाथ में ली और बड़ी बेशर्मी से उसे सुरभि के सामने ही अपनी नाक से लगा लिया
“आह्ह सुरभि इट्स आ वंडरफुल गिफ्ट ऑफ़ tonite .” सुरभि तो जमीन में गड़े जा रही थी और वो इधर उधर भी देख रही थी की कहीं कोई देख तो नहीं रहा है. तभी उसे विजय उनकी ओर ही आता हुआ दिखा और उसके मुह से बस इतना ही निकल पड़ा,
“विजय..”
रहेजा ने बड़े आराम से उसकी चड्डी को अपने कुर्ते की जेब में रख दिया और जोर से बोला,
“अरे चलो तुम लोग भी डिनर कर लो किसका इन्तजार कर रहे हो. अरे आओ विजय आई मस्ट टेल यु की बहुत लकी हो तुम इतनी सुन्दर और टेलेंटेड वाइफ है तुम्हारी.”
“हे हे... थैंक यु सर..” विजय खींसे निपोरता हुआ बोला. उसे लग रहा था आज सुरभि उसे छोड़ने वाली नहीं है वो पहले ही घबराया हुआ था. वो सभी लोग डाइनिंग हॉल की तरफ बड चले.
 horseride  Cheeta    
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#28

ab aage........


रहेजा और मुखर्जी हमेशा खाने से पहले ड्रिंक्स लेते थे. मेहमानों का खाना चल रहा था. हॉल में मुख़र्जी फॅमिली भी उन लोगों का इन्तजार कर रही थी. डाइनिंग हाल में अभी काफी भीड़ थी इसलिए रहेजा ने अपने बार रूम में ख़ास ख़ास लोगों को आमंत्रित किया. रहेजा ने अपने सेकेट्री को बुला कर निर्देश दिए की वो मेहमानों के खाने का ध्यान रखे और खाने के बाद जिन मेहमानों का इंतजाम पास के होटल में रखा है उन्हें उनके रूम्स तक पहुचाने की जिम्मेदारी भी जिस शख्श को सौंपी थी उसे भी अलर्ट रहने के लिए कहा. विजय और सुरभि को तो उसने अपने ख़ास मेहमानों में शामिल कर लिया था जो की रात उसी के घर में गुजारेंगे. हालांकि सुरभि तो यह सोच कर आई थी की वो लोग डिनर करके घर आ जायेंगे और फिर शादी में अगले दिन फिर चले जायेंगे. पर यहाँ तो सब कुछ उल्टा ही हो रहा था. उसे तो समझ नहीं आ रहा था की वो तो कपडे भी नहीं लायी थी और अब तो उसने ब्रा पेंटी और ब्लाउज भी नहीं पहना था वो एक्सपेंसिव साड़ी और पेटीकोट में कैसे आज की रात गुजारेगी , सोचते सोचते वो लोग बार रूम में आ गए. वो रहेजा का उसके शानदार महल का सबसे पसंदीदा कक्ष था. सुरभि को अन्दर आते ही शराब की गंध ने होश में लाया. उसने देखा की वो रूम एक छोटे मोटे क्लब की फील दे रहा था जहाँ धीमी आवाज में पंकज उधास की शराब वाली गजलें चल रही थी. थोड़ी ही देर में रहेजा की बेटी कीर्ति उसकी दोस्त दृष्टि अपने मामा के साथ वहां आ गए. सुरभि को उन्हें देख कर उनका एक्ट ध्यान आया जब कीर्ति के मामा ने ही उसकी पेंटी में नोट घुसा दिए थे. कीर्ति अभी भी छोटी सी निकर और बनियान नुमा टी शर्ट में अपने बूब्स हिलाते हुए बिंदास घूम रही थी. मिसेज रहेजा ने कीर्ति से कहा
“बेटा यहाँ से जाओ तुम्हारी कल शादी है थोडा रेस्ट करो.. और यहाँ सब ड्रिंक्स लेंगे तुम कुछ नहीं लोगी ठीक है.”


“अरे माँ बस एक लास्ट वन और मैं भी आपके साथ एन्जॉय करुँगी आखिर मेरी लास्ट नाईट है इस घर में.” कीर्ति ने उसकी मम्मी को आँख मारते हुए कहा.
“ओके पर एक पेग से ज्यादा नहीं.” मिसेज रहेजा , रहेजा, सुरभि, मुखर्जी और उसकी वाइफ, उनकी बहु सुष्मिता विजय, कीर्ति, दृष्टि और कीर्ति के मामा इतने ही लोग उस रूम में थे ड्रिंक्स सर्व करने की जिम्मेदारी ख़ुद रहेजा ने संभाल ली थी. उसने सभी से चॉइस पूछ कर ड्रिंक्स सर्व करना जारी रखा. सुरभि और सुष्मिता को उसने अपनी मर्जी से लार्ज पेग दिया जिसमे शराब ज्यादा और सोडा कम था. विजय तो अभी भी अपनी ही पत्नी से दूरी बनाये हुए था क्योंकि उसे लग रहा था की इस पार्टी में सुरभि comfortable फील नही कर रही होगी. सुरभि ने इससे पहले विजय के कहने पर ही एक दो बार शराब चखी थी. विजय ने उससे कहा भी था की जब भी वो उसके ऑफिस की पार्टी में जाईगी तब उससे थोड़ी शराब लेनी पड़ सकती है इसलिए उसे थोड़ी प्रैक्टिस होनी चाहिए. सुरभि धीरे धीरे शराब चुसकने लगी और सुष्मिता से बातें करने लगी. सेक्सी सुष्मिता भी उससे काफी घुल मिल गयी थी बातें करते करते उन्होंने अपने अपने गिलास खाली कर दिए. तभी बार रूम में धीमी लाइटों के बीच धीमा रोमांटिक गाना बजने लगा और रहेजा की आवाज आई
“सभी लोगों को अपने पार्टनर्स के साथ डांस के लिए आमंत्रित करतो हूँ.


डांस करते हुए आप अपने पार्टनर्स अपनी मर्जी से बदल सकते है डांस के बाद ड्रिंक्स का एक और राउंड और उसके बाद हम लोग यहीं डिनर करेंगे.” सभी ने रहेजा की अनाउंसमेंट पर तालियाँ बजायी. रहेजा अपनी बीवी मिसेज रहेजा को ले कर डांस फ्लोर पर आ गया विजय ने सुरभि को हाथ पकड़ कर उठा लिया, मिस्टर एंड मिसेज मुखेर्जी ने भी एक दुसरे के साथ डांस स्टार्ट शुरू कर दिया. कीर्ति ने आ कर सुष्मिता को अपने साथ ले लिया और मामा ने ख़ुशी ख़ुशी कीर्ति की दोस्त दृष्टि को अपनी बाँहों में समेट लिया और वो सभी लोग उस स्लो सोंग पर डांस करने लगे.
“ आई ऍम सॉरी सुरभि मेरी वजह से तुम्हे इतनी परेशानी झेलनी पड़ी.” सुरभि ने सुना तो समझ गयी की विजय अपने आप को कसूरवार मान रहा है उसे बहुत रिलीफ हुआ और उसने इसका फायदा उठाते हुए कहा.
“अरे विजय अगर तुम मुझे पहले बता देते तो कम से कम मैं prepare तो रहती.”
“हाँ सुरभि मैं मानता हूँ वो मेरी गलती थी, और वो मेरे जो उन दोस्तों ने तुम्हारे साथ किया वो ...”
“वो जाने दो इस पार्टी की जब थीम ही थे तो क्या करें. वैसे भी वो लोग वोही कर रहे थे जो तुमने उनकी बिविओं के साथ किया था.”


“सॉरी एक्चुअली ड्रिंक्स की वजह से कण्ट्रोल नहीं हुआ.”
“अब तो मैंने भी ड्रिंक्स ले लिए है अब मैं क्या करुँगी.”
“सॉरी डार्लिंग... वैसे बहुत सेक्सी लग रही हो बिना ब्लाउज की साड़ी में.”
“बिना ब्लाउज और बिना पेंटी के.” सुरभि शरारत से मुस्कुराई. शायद शराब का सुरुर उस परछाने लगा था.
“क क क्या ?”
“हाँ मिसेज रहेजा ने वो पेंटी ले ली है क्योंकि मिस्टर रहेजा ने उसके लिए पैसे उड़ा दिए थे.”
“ओह मिसेज रहेजा ने...ओके ....डार्लिंग आज रात तुम मिसेज रहेजा से ही कुछ कपडे ले लेना सोने के लिए कल मोर्निंग में मैं तुम्हे घर ले चलूँगा थोड़ी देर के लिए वह से एक बैग रेडी करके ले आएंगे कल मैरिज के लिए.”
“मुझे समझ नहीं आता जब तुम्हे सब प्रोग्राम मालूम था तो तुमने पहले ही क्यों नहीं बताया.. कम से कम कपड़ों की भीख तो नहीं मांगनी पड़ी मुझको.” सुरभि ने झूठा गुस्सा दिखाते हुए कहा. जिसके जवाब में वो सिर्फ सॉरी ही बोल सका.
 horseride  Cheeta    
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#29
मामा ने दृष्टि को ऐसे बाँहों में भर लिया जैसे कोई बाज अपने शिकार को भरता है. दृष्टि कोई सीधी साधी बच्ची नहीं थी वो कीर्ति की बेस्ट फ्रेंड थी और बहुत सारी मस्ती वो लोग एक साथ और अपने कॉलेज के कई दोस्तों के साथ कर चुकें थे. ये पार्टी तो उन्हें बड़ी धार्मिक लग रही थी क्योंकि बहुत से सीक्रेट रेव पार्टियों में वो लोग शिरकत कर चुके थे और सेक्स का मजा कई बार ले चुके थे. मामा के लंड का दबाव दृष्टि अपनी चूत पर महसूस कर रही थी. उसने अपनी डांस ड्रेस चेंज कर ली थी और अब वो कीर्ति के एक इवनिंग गाउन में थी. मामा तो शाम से ड्रिंक ले रहा था पर था वो पूरा टंकी इसलिए अभी भी पुरे होश ओ हवास में था.
“बेबी फिगर तो मस्त है तेरी बिलकुल मेरी कीर्ति के जैसी.”
“मामाजी हम दोनों साथ में ही जिम जाती है.” दृष्टि गर्व से बोली.
“हम्म तभी... और क्या क्या करती हो साथ में.. बॉय फ्रेंड के साथ मस्ती भी करती होंगी.”
“अरे मामाजी वो सब तो नार्मल है आजकल.” दृष्टि उसे चिडाते हुए बोली. मामाजी ने उसकी गांड पर हाथ रख कर दबाते हुए कहा
“अच्छा तो एब्नार्मल में क्या क्या करती हो.” कहते हुए उन्होंने आँख मारी.
“अरे मामाजी आप तो बड़े नॉटी हो रहे हो. मामीजी को कहा छोड़ दिया है आपने.”
“अरे वो कल सुबह आएगी फिर तो मेरे ऊपर कैमरा लग जाएगा .. ऐसा करना आज तुम मेरे पास सोने आ जाना बातें करेंगे.” मामाजी ने फिर से उसकी गांड दबाई. दृष्टि जानती थी की ये मामा कीर्ति के साथ भी ऐसे ही करता है और उसे भी इससे कोई परहेज नहीं था.


“पता नहीं मामाजी कीर्ति आने नहीं देगी मुझे”
“अरे उसे भी ले आना या मुहे बुला लेना अपने रूम में. मामा ने अपने खड़े लंड का दबाब उसकी चूत पर देते हुए कहा. तभी मामाजी के कंधे पर किसी ने हाथ रखा वो विजय था मामाजी ने अनमने मन से दृष्टि को छोड़ा और इधर उधर देखने लगा. विजय फ्री हुआ था क्योंकि रहेजा ने आकर सुरभि को पकड़ा था उधर कीर्ति अब मिसेज मुखेर्जी के साथ नाच रही थी जबकि मिस्टर मुखर्जी ने अपनी बहु को बाँहों में ले लिया था. मामाजी के लिए अब कोई नहीं उनकी अपनी बहन मिसेज रहेजा बची थी. मामाजी ने मुस्कुरा कर उसे ही अपनी बाँहों में लिया और फिर से सब लोग एक दुसरे रोमांटिक गाने पर नाचने लगे. रहेजा ने सुरभि को बाँहों में भरते ही उसके पुरे शरीर पर सेक्सी अंदाज़ में बाहें फिराने लगा. सुरभि के शरीर पर एकदम से चीटियाँ रेंगने लगी. जबकि सुष्मिता के लिए ये पहला मौका था जब उसके ससुर ने उसको अपनी बाँहों में भरा था वो अभी भी अपनी डांस वाली ड्रेस घाघरा चोली में थी और इस बात से बहुत सकुचाई हुई थी की उसने पेंटी नहीं पहनी हुई थी. मुखर्जी भी ये जानता था और वो पेंटी अभी भी उसकी जेब में थी ये बात सुष्मिता को पता नहीं थी.
“खूब भालो नाची तुम सुशी..” सुष्मिता को सभी घर के लोग सुशी बुलाते थे.
“थैंक्स बाबा..” सुष्मिता अभी भी उनकी बाँहों में शर्मा रही थी.
मुखर्जी ने उसे थोडा और कस कर अपने नजदीक किया, क्योंकि वो जानते थे की ऐसा मौका शायद ही उन्हें दुबारा मिले. 


“क्या बेटी आज शर्माना छोड़ो आज की पार्टी की थीम में इसकी कोई जगह नहीं है.”
“हाँ बाबा वो तो फिर भी आज जो भी हुआ..”
“अरे बेटी जो भी हुआ मैंने बहुत एन्जॉय किया. बहुत नाइस और सेक्सी डांस था तुम्हारा.” मुखर्जी ने उसे और खोलने के लिए कहा.
“थैंक्स बाबा अच्छा हुआ ये आज नहीं थे नहीं तो मैं ये डांस नहीं कर पाती.”
“हाँ वो तो है .. बेटा हमारा थोडा नैरो माइंडेड है पर हम लोग नहीं है न ?”
“हाँ बाबा आप और मम्मा तो बहुत स्वीट है.”
मुखेर्जी ने अपना हाथ लहंगे के बंधे नादे के पास उसकी नंगी कमर पर फिराना शुरू किया
“बेटी तुम्हारा आज का डांस देख कर सब लोग जल रहे थे की मुखेर्जी का बहु कितना सेक्सी और सुन्दर है तुमने हमे बहुत प्राउड फील कराया आज. वेल डन .” कह कर उन्होंने सुह्मिता के माथे को चूम लिया और बड़ी ही चालाकी से अपना हाथ उसकी गांड के ऊपर खिसका दिया.
उधर सुरभि भी रहेजा की बाँहों में आते ही उसकी हरकतों से बड़ी असहज महसूस कर रही थी. उसके रोंगटे खडे हो गए थे और रहेजा उसकी बिना ब्लाउज की नंगी पीठ और बाँहों को सहला रहा था.
“सुरभि डार्लिंग आज तुमने पार्टी में आ कर दिल खुश कर दिया. होप की कीर्ति की शादी के बाद भी तुम आती रहोगी.”
“हाँ सर क्यों नहीं.”
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#30
“आज तुमको देख कर जवान मिसेज रहेजा याद आ गयी वो भी तुम्हारी तरह ही सेक्सी और एलिगेंट थी.”
“थैंक यू सर.” सुरभि ने शर्माते हुए कहा.
“रहेजा ने अपनी बाँहों का दायरा कसते हुए उसकी कानो पर अपने होठ लाते हुए कहा.”
“सुरभि डार्लिंग आइ वांट टू फ़क यू tonite.” सुरभि को तो अपने कानों पर विश्वास नहीं हुआ. आखिर ऐसे कैसे कोई एक शादीशुदा औरत को उसकी पति से कुछ दूर के फासले पर बोल सकता है जबकि उसकी ख़ुद की पत्नी भी वहां मौजूद है.
“आप क्या क्या कह रहे है सर.”
“सॉरी बेब अगर तुम्हे बुरा लगा हो तो पर दिस इज आ फैक्ट.” रहेजा ने अपने हाथ उसकी गांड पर रख दिए और उसके कुलहो को प्यार से सहलाते हुए बोला
“ आज रात अगर चांस मिला तो मैं तुम्हे जरूर चोदुंगा. और अगर आज नहीं मिला तो जब भी चांस मिलेगा तब चोदुंगा. सुरभि डार्लिंग यू आर ब्यूटीफुल और अब मेरा एक ही मकसद है और वो है टू फ़क यू... फ़क यू हार्ड.” बोलते बोलते रहेजा ने उसकी गांड को जोर से मसल दिया की सुरभि कराह उठी. उसकी समझ नहीं आ रहा था की वो कैसे रियेक्ट करे. क्या बोले या न बोले . उसने सपने में भी नहीं सोचा था की कोई उससे इस तरह भी बात कर सकता है. वो सोच ही रही थी की मुखर्जी ने रहेजा की जगह ले ली , सुष्मिता अब मामाजी के पास आ गयी थी और रहेजा के हिस्से में दृष्टि आई थी. कीर्ति और उसकी मम्मी साथ नाच रहे थे और विजय को मजबूरन मिसेज मुख़र्जी के साथ डांस करना पद रहा था.


“तुम्हारी वाइफ बहुत ब्यूटीफुल है मिस्टर विजय.”
“थैंक्स मिसज मुखेर्जी आपकी बहु भी शानदार है.” विजय ने भी लिबर्टी ली.
मामाजी सुष्मिता को चूमना चाहता था पर सुष्मिता को वो पसंद नहीं था इसलिए उसने सख्ती से उसे मना कर दिया. मामा कोई चांस नहीं लेना चाहता था इसलिए चुपचाप नाचता रहा. अगर औरत किसी को सख्ती दिखा दे तो उस इंसान की हिम्मत नहीं की कोई गलत हरकत कर सके. पर सुरभि आज के माहौल और शराब के सुरूर में अपनी वो सख्ती कही खो चुकी थी इसलिए तो रहेजा के बाद मुखर्जी के उसके शरीर पर घुमते हुए हाथों को भी उसने रोकने की कोशिश नहीं की बल्कि उनके इस स्पर्श को वो एन्जॉय करने लगी. मुखर्जी को सुरभि के मादक आलिंगन में बड़ा मजा आ रहा था.
“बेटी आज तो हमारी बहु और तुम दोनों को बिना पेंटी के रात गुजारनी पड़ेगी हे हे हे .” अपनी ही गन्दी बात पर वो जोर से हसने लगा. सुरभि चुपचाप उसकी बाँहों में नाचती रही तो वो फिर बोला
“तुमको पता है वो रहेजा तुम्हारी पेंटी जेब में ले कर घूम रहा है.” सुरभि ने बड़ी बड़ी आँखों से उसे देखा पर फिर शर्म से नजरे झुका ली
“हाँ पर शरमाओ मत, मालूम सुष्मिता की पेंटी मेरी जेब में है.. वो साला रहेजा ही हमको ला कर दिया.”
“ओह गॉड कैसी पार्टी है ये. सारे बुड्ढे मजे ले रहे है.” सुरभि ने खिसियाते हुए कहा. सुनकर मुखर्जी की हिम्मत बड़ी और उसने भी सुरभि की थिरकती गांड पर अपना हक़ जमा लिया.


मिसेज मुखेर्जी ने डांस करते हुए विजय के कान में कहा
“तुम्हारी बीवी की सेक्स अपील के सामने दोनों बुड्ढे पागल है देखो अभी थोड़ी देर पहले रहेजा सुरभि के बम दबा रहा था और अब हमारा लीचड़ हस्बैंड उसकी ass के पीछे पड़ा है.. देखो ख़ुद देखो.” विजय ने देखा पर क्या करता उसे तो अपनी सीधी साधी बीवी पर तरस आ रहा था जो इन ठरकी बूढों के बीच फंस गयी थी. उसने देखा की मुखर्जी सुरभि की गांड को धीरे धीरे मसल रहा है पर वो बेचारी इतने लोगों के सामने कुछ नहीं कर पा रही है. सुरभि को उसके हाथों से बचाने के लिए विजय मिसेज मुखर्जी को छोड़ कर उस ओर चल पड़ा पर रास्ते में कीर्ति ने उससे डांस के लिए रोक लिया और उसे मजबूरन उसनके साथ डांस करना पड़ा. रहेजा और मिसेज रहेजा अब साथ डांस कर रहे थे और रहेजा सीरियसली मिसेज रहेजा से कुछ डिस्कस कर रहा था. तभी म्यूजिक बंद हो गया और सब लोग फिर से बैठ गए . रहेजा ने तुरंत एक और राउंड ड्रिंक का चला दिया और फिर से उसने सुष्मिता और सुरभि की ड्रिंक्स अपने हिसाब से ही बनायी. थोड़ी देर बाद सभी लोग एक साथ डिनर ले रहे थे.


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#31
डिनर के बाद मिसेज रहेजा ने सबको सोने की जगह बताई. मामाजी और विजय को गेस्ट रूम में, मिस्टर एंड मिसेज मुख़र्जी को दुसरे गेस्ट रूम में. कीर्ति, दृष्टि, सुष्मिता और सुरभि इन चारों को कीर्ति के बेडरूम में क्योंकि उसमें काफी जगह थी क्योंकि कीर्ति अपनी कई फ्रेंड्स के साथ उसमे पार्टी करती रहती थी. इसके अलावा मिस्टर और मिसेज रहेजा अपने ही बेडरूम में सोने वाले थे.
“ये बुजुर्ग लोग बुढ़ापे में भी अलग नहीं सो सकते क्या.” सुरभि ने सुष्मिता के कान में कहा और दोनों जोर जोर से हसने लगी. जाहिर था दोनों को शराब का असर हो गया था. विजय ने आँख दिखा कर उसे चुप करने की कोशिश की पर सुरभि पर उसका कोई असर नहीं हुआ. वे सभी लोग अपने अपने रूम्स की तरफ जो की फर्स्ट फ्लोर पर थे चल पडे. दृष्टि, कीर्ति, सुष्मिता और सुरभि अपने रूम में आ गए सुरभि उस रूम को देख कर इम्प्रेस हो गयी जिसमें सभी तरह के आधुनिक गैजेट लगे हुए थे अटैच बाथरूम भी बेहद शानदार था.


कीर्ति और दृष्टि ने डबल बेड पर जगह बना ली सुष्मिता और सुरभि ने एक एक काउच पर जगह ले ली. सुरभि को अपनी साड़ी चेंज करनी थी. मिसेज रहेजा उसको अपना गाउन देने वाली थी पर शायद वो भूल गयी थी. उधर मामाजी और विजय अनमने मन से अपने रूम में गए. मामा ने रूम में जाते वक़्त भी दृष्टि को आँख मार कर इशारा किया था पर पता नहीं दृष्टि कुछ करेगी या नहीं. रूम पर पहुच कर उसने एक वाइन की बोतल अपनी जेब से निकाली. विजय को पहले ही काफी नशा था पर मामा ने उसे जबरदस्ती एक घूँट और मारने पर मजबूर कर दिया. नीट घूँट ने विजय के अन्दर हाहाकार मचा दिया और उसका पहले से नशे में चूर सर घूमने लगा. वो धीरे से बिस्तर पर लेटा और एक मिनट के अन्दर उसके खर्राटे से कमरा गूंजने लगा. मामा उसको देख कर मुस्कुराया क्योंकि अगर दृष्टि के साथ चांस मिलता है तो उसमे विजय का सोना बहुत जरूरी था.
मुखर्जी काफी देर में बाथरूम से निकल कर बेड पर आया तो मिसेज मुखर्जी ने पुछा
“इतनी देर कैसे लगा दी..”


“अरे वो whatsapp भी चेक कर रहा था सुबह से कोई मेसेज नहीं देखे थे.”
“वो तो बाहर आ कर भी देख सकते थे.
“अरे अन्दर एक मेसेज आ गया था, उसे चेक करते करते दुसरे भी चेक करने लगा बस.”
जबकि असलियत ये थी की वो अपनी बहु की पेंटी नाक से लगाये उसके साथ किये डांस को याद करते हुए मुठ मार कर आया था. अब इस उम्र में कोई काम जल्दी नहीं होता इसलिए उसे देर लगी थी.
उधर कीर्ति के रूम में इण्टरकॉम की घंटी बजी उसने उठाया और सुरभि को आवाज लगायी
“सुरभि दी ..मम्मी आपसे बात करना चाहती है.” सुरभि खुश हो गयी शायद मिसेज रहेजा को याद आ गया था की मुझे कपडे देने है.
“हेल्लो हाँ मैडम .. ओह पर मुझे ..रूम ... ओह अच्छा ठीक है ओके.” उसने फ़ोन रख दिया.
“क्या हुआ ?” कीर्ति ने पुछा
“मैडम ने अपने रूम में बुलाया है.”
“ओके इधर से लेफ्ट अगला रूम छोड़ कर उसके बाद वाला बेडरूम उनका है.” कीर्ति बोली
“ओके “ बोल कर सुरभि ने सुष्मिता की तरफ देखा जो की नशे की खुमारी में सो चुकी थी उसका घाघरा इसकी जांघ पर काफी ऊपर उठ चुका था बस एक इंच और ..और उसकी चूत के दर्शन हो जाते . मुस्कराती हुई वो बाहर निकल गयी. रहेजा कपल के बेडरूम के बाहर उसने नॉक किया तो अन्दर से मिसेज रहेजा की आवाज आई


“कम इन दरवाजा खुला है.” सुरभि ने पुश करके दरवाजा खोला और उस शानदार बेडरूम में दाखिल हो गयी. बेडरूम में काफी डिम लाइट जल रही थी पर एक किंग साइज़ बेड पर मिसेज रहेजा लिहाफ ओढे लेती थी. सुरभि को यह देख कर आश्चर्य हुआ की मिस्टर रहेजा बेड से अलग एक शानदार काउच पर सो रहा था उसने भी एक लिहाफ ओड़ा हुआ था जो की उसके पेट को कवर किये हुए था उसकी छाती से ऊपर का भाग बाहर था जिससे ये पता चल रहा था की उसने कोई टॉप वस्त्र नहीं पहना है उसकी छाती पर काफी घने बाल थे पर वो गहरी नींद में सो रहा था. शायद आज दिन भर की थकान ने उसे निढाल कर दिया था. मिसेज रहेजा के बेड के ऊपर एक लैंप जल रहा था जिस की रौशनी में वो डायरी में कुछ लिख रही थी.
“सुरभि गेट अन्दर से बंद कर दो प्लीज.” सुन कर सुरभि को अजीब लगा पर वो बिना कुछ बोले दरवाजा बंद करके उनके पास आ गयी. साइड टेबल पर एक गाउन पड़ा था. मिसेज रहेजा बोली
“सुरभि ये गाउन पहन लो और अपनी साड़ी और पेटीकोट बाथरूम में हैंग कर दो. सुरभि ने देखा की वहां सिर्फ एक गाउन था और कोई अंडर गारमेंट्स नहीं थे. पर उसकी हिम्मत नहीं थी की वो उनसे कुछ पूछ सके. उसने गाउन लिया और अटैच्ड बाथरूम में चली गयी.
 horseride  Cheeta    
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#32
बाथरूम इतना आलिशान था की उसकी आँखें फट गयी उसने ऐसे बाथ रूम इंग्लिश फिल्मो में ही देखे थे. उसका मन कर आया की वहां मौजूद टब में घुस कर एक दो घंटे पड़ी रहे पर वो ऐसा नहीं कर सकती थी उसने अपनी कीमती साड़ी उतारी और बड़े सलीके से तह कर के साइड में वार्डरोब में हेंगर में लटका दिया फिर उसने अपना पेटीकोट भी रख दिया. बाथरूम में एक साइड पूरी दिवार पर ग्लास था जिसमे अपनी पूरी नंगी इमेज देख कर सुरभि शर्मा गयी. उसने जब गाउन पहना तो वो एक स्लीवेलेस दो पतली सी डोरिओं के सहारे शोर्ट गाउन था जो की केवल उसकी जांघ तक ही आ रहा था कंधे पर केवल पतली सी डोरियाँ थी, उसका गला इतना बड़ा था की उसके बूब्स पूरी तरह से बाहर निकलने को बेताब हो रहे थे. उसके निप्पल्स गाउन के झीने कपडे से साफ़ नजर आ रहे थे. शराब का नशा और अपना ख़ुद का ये सेक्सी बदन उसने ख़ुद ही अपने को देखक कर हलकी सीटी बजायी और बोली
“wow सुरभि मस्त माल है तू तो .” वो मुस्कुरायी.
कुल मिलाकर वो नंगी होती तो इतनी सेक्सी नहीं लगती जितनी उस गाउन में लग रही थी. वो सोचने लगी की कैसे वो इस रूम से अपने रूम पर जाएगी और सुबह उठेगी तो वो भी सुष्मिता की तरह सबको अपनी चूत के दर्शन करवाएगी. खैर इस बात को मिसेज रहेज से पूछेगी ये सोच कर वो बाहर आई. उसे टेंशन ये थी की कही मिस्टर रहेजा जाग न जाए.


“मैडम ये तो बहुत छोटा गाउन है मैं कैसे अपने रूम में जाऊं.”
“हम्म सेक्सी लग रही हो. पता है मैं ये गाउन तभी पहनती हूँ जब मुझे सेक्स करने की इच्छा होती है.” मिसेज रहेजा ने आँख मारी
“मत मतलब.”
“मतलब क्या डार्लिंग .. इस गाउन में देख कर कोई भी मर्द रुक सकता है क्या. हे हे हे. और सुनो तुम्हे कही नहीं जाना इधर आ जाओ आज तुम मेरे साथ मेरे बेड पर सो जाओ.” मैं कीर्ति को बता देती हूँ. उसने कीर्ति को इण्टरकॉम पर कॉल किया और बात दिया.
कीर्ति ने जब दृष्टि को बताया तो वो भी खुश हो गयी.
“क्यों बड़ी खुश हो रही है मामाजी से ठुकवाने का मूड है लगता है.” उसने आँख मारी, वो लोग आपस ऐसे ही बातें करती थी
“अरे तुम्हारे मामाजी कबसे मेरी गांड के पीछे पडे है देखो whatsapp पर कितने मेसेज कर डाले कब आओगी वेटिंग एंड आल that .”


“तो बुला ले यहाँ .”
“अरे यहाँ बुलाया तो इस बिच के पीछे पड़ जायेंगे तुम्हारे मामा.” दृष्टि ने बेसुध सोयी सुष्मिता की ओर इशारा करते हुए कहा.
“हाँ वो तो है.. किसी डौगी से कम नहीं है मामा. ठीक है तू जाकर आ कुछ होगा तो मैं तुझे कॉल करुँगी.” दृष्टि ख़ुशी ख़ुशी निकली और बगल वाले रूम में जाकर नॉक करने ही वाली थी की दरवाजा खुला और मामाजी ने उसे अन्दर खींच लिया वो पूरी तरह नंगा और लंड खड़ा करके उसका वेट कर रहा था दोनों फ्रेंच किस करते हुए अन्दर गए और दरवाजा अन्दर से बंद कर लिया. विजय बेड के एक कोने पर सोया हुआ था दोनों बेसब्री से किस करते हुए काउच पर ही बैठ गए और मामाजी दृष्टि को नंगा करने लगे.
सुरभि मिसेज रहेजा की बगल में लेटी हुई थी. आज जिंदगी में पहली बार वो एक वाटर बेड पर लेती थी जिसका एहसास उसे मदमस्त कर रहा था. अपनी नग्नता को छिपाने के लिए उसने लिहाफ गले तक खींच रखा था. मिसेज रहेजा ने एक शर्ट नुमा टॉप पहने हुआ था और लिहाफ ओड़ रखा था. सुरभि के लेटने के बाद मिसेज रहेजा ने अपना काम बंद कर दिया और वो आपस में बातें करने लगी.


“सुरभि सच में तुम से मिलकर बहुत ख़ुशी हुई... एक्चुअली तुम मुझे अपनी जवानी की याद दिलाती हो.”
“सच में .. हाँ रहेजा सर भी कुछ ऐसे ही बोल रहे थे..”
“अच्छा और क्या बोले वो..” अब सुरभि क्या बताती उनको की रहेजा उसको चोदने की बात कर रहा था.
“बस वोही की मैं आपके जैसे सु सुन्दर दिखती हूँ.”
“हा हा .. मैं जानती हूँ उसको, वो कभी सुन्दर नहीं बोलता... बल्कि सेक्सी बोला होगा है न?”
सुरभि ने शर्मा कर हाँ में सर हिलाया.
“इधर पास आओ हनी .” मिसेज रहेजा ने उसे पास बुलाया. तो सुरभि धीरे से उनकी तरफ खिसक गयी. मिसेज रहेजा ने प्यार से उसके गाल पर हाथ रखा फिर उसकी नंगी बाँहों को सहलाने लगी ऐसा करने से उसका लिहाफ उसके गले से उतर कर उसके बूब्स के नीचे तक आ गया और उसके सेक्सी बूब्स के दर्शन मिसेज रहेजा को हो गए.
 horseride  Cheeta    
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#33
“सुरभि डार्लिंग मैं बिलकुल तुम्हारे जैसे थी सेक्सी, वाइल्ड और वल्नरेबल .. पर मुझे मेरे मैच का पति मिला.. रहेजा, जो की मुझसे भी ज्यादा वाइल्ड, बोल्ड और सेक्सी था. पर तुम्हारा पति आई ऍम सॉरी तुम्हारे मैच का नहीं है. वो तुम जैसी हॉट औरत को नहीं सम्भाल सकता मैं गारंटी देती हूँ.”
“नहीं मैडम विजय काफी...” मिसेज रहेजा ने उसे बीच में रोक कर उसके होठों पर ऊँगली रख दी,
“देखो मुझसे कुछ छिपाने की जरूरत नहीं विजय बहुत दिनों से हमारे टच में है ओर मैं उसे अच्छी तरह जानती हूँ. वो अच्छा आदमी है..अच्छा पति भी होगा... पर जो मैंने कहा की मुझ जैसी या तुम्हारे जैसी औरत के लिए पूरा नहीं है.” सुरभि क्या बोलती.. वो बिलकुल सच ही था.. मिसेज रहेजा को क्या पता की विजय के बेड पर ही उसके चाचाजी ने सुरभि को चोदा था और सुरभि ने कैसे मजे से उनसे चुदवाया था. याद करते ही उसके शरीर में झुरझुरी उठ आई और मिसेज रहेजा ने उसे अपने और पास खींचते हुए उसके होठों पर अपने होठ रख दिए. सुरभि के लिए ये बिलकुल अप्रत्याशित था. उसने होठ हटाने की कोशिश की पर मिसेज रहेजा ने उसके सर के पीछे हाथ रख कर उसे हिलने न दिया और जोर से उसके होठों का रस पीने लगी.


सुरभि के लिए इतना ही काफी था और उसके हाथ भी मिसेज रहेजा के पीछे आ गए और दोनों के बदन एक दुसरे से पूरी तरह चिपक गए, दोनों काफी देर तक एक दुसरे को किस करते रहे जब कभी बीच बीच में उनका किस टूटता था तो सुरभि की गहरी साँसे ये बताती थी की वो पूरी तरह से उत्तेजित हो चुकी है.
“तुम अपना लिहाफ फेंको और मेरे लिहाफ में आ जाओ .” सुरभि ने एक रोबोट की तरह उनके आदेश का पालन किया और उनके लिहाफ में घुस गयी अब दोनों के बदन दोनों की टाँगे एक दुसरे से लिपट गयी. जब सुरभि का हाथ मिसेज रहेजा की कमर के नीचे गया तो वो चौंक उठी क्योंकि मिसेज रहेजा ने शर्ट के अलावा कुछ भी नहीं पहना था शर्ट भी उनकी पेट के ऊपर चढ़ चुकी थी और नीचे वो भी पूरी तरह नंगी थी. उन्होंने सुरभि के गाउन को उसके हाथ ऊपर करते हुए शरीर से अलग कर दिया. सुरभि ने भी अपने कंपकंपाते हाथो से उनकी शोर्ट को उतर कर फेंक दिया अब दोनों के नंगे बदन एक दुसरे से ऐसे चिपके जैसे की बरसो बाद कोई प्रेमी एक दुसरे से मिले हों और दोनों एक दुसरे के बदन को बेतहाशा चूमने लगे. दोनों की ठोस चूचियां एक दुसरे को दबाते हुए एक दुसरे पर विजय हासिल करने की कोशिश कर रही थी. मिसेज रहेजा ने अपना एक हाथ उसकी गांड पर रख कर उसे सहलाने लगी और फिर धीरे से अपनी एक ऊँगली उसकी गांड के छेद पर दबा दी सुरभि उछल पड़ी.


“ओह मैडम अभी कुंवारी है उधर.” सुरभि मुस्कुरायी और बोली
“और आप.” सुरभि ने तुरंत पुछा
“अरे मुझे तो शादी के ६ महीने बाद ही ...”
“ओह काफी दर्द हुआ होगा.”
“हाँ पहली बार तो होता ही है पर बाद में मजा भी आता है.” कहते हुए उन्होंने सुरभि के बूब्स जोर से दबाते हुए उसके निप्पल पर अपने होठ रखते हुए चूसने लगी. सुरभि तो उत्तेजना के सातवे आसमान पर पहुच चुकी थी. जबकि मिसेज रहेजा उसे चूमते हुए नीचे की ओर जा रही थी. चूमते चूमते वो उसकी चूत तक पहुच गयी और जैसे ही उनकी जीभ ने उसकी क्लिट को चाटा सुरभि ने उनके सर को पकड़ लिया और अपनी गांड को ऊपर करके उनकी जीभ को अपने अन्दर लेने का प्रयास करने लगी. मिसेज रहेजा ने सुरभि की दोनों टांगों के बीच आते हुए उसकी गांड पकड़ कर उसे ऊपर किया और बड़ी ही तन्मयता से उसकी टपकती हुई चूत को चाटने लगी. सुरभि के मुह से जोर जोर से कराह निकलने लगी.


“ओह्ह अह्ह्ह्ह मैडम...अहह करिए बहुत अछ अच्छा लग रहा है आह्ह्ह ओह्ह्ह्हह.”
सुरभि की चूत मैडम की कलाकारी को ज्यादा देर न सह सकी और उसने पानी छोड़ दिया और जोर जोर से हांफने लगी. मिसेज रहेजा फिर चूमते चूमते ऊपर आई और उसकी बगल में लेट गयी. वो सुरभि को बोली,
“अब तुम्हारी बारी.”
सुरभि को बहुत आनंद आया था जिसका हिसाब चुकता का मौका उसे मिला था. आज तक उसने किसी औरत के साथ ऐसा नहीं किया था बचपन में भी नहीं. मिसेज रहेजा चित लेट चुकी थी अब सुरभि पहले उनके होठ चूसने लगी फिर उनके निप्पल्स और फिर धीरे धीरे वो भी उनका अनुसरण करती हुई उनकी चूत तक पहुची, उनकी चूत सुरभि जैसी कसी हुई नहीं थी पर फिर भी उन्होंने उसे बहुत संभल कर रखा था. उसमे से निकलती हुई महक सुरभि की नाक में घुसी तो उसे अजीब सा एहसास हुआ. उसे वो अलग तरह की गंध महसूस हुई और उसे लगा शायद वो उनकी चूत पर जीभ नहीं लगा पाएगी.


“क्या कर रही हो डार्लिंग जल्दी से चाटो इसे, बहुत तड़प रही है.” अब उसे मिसेज रहेजा के आदेश का पालन तो करना ही था. उसने धीरे से अपनी जीभ को नुकीला बनाते हुए उनकी चूत को एक बार टच किया.
“आह्ह्ह हां ऐसे ही... जल्दी जल्दी करो..” सुरभि ने फिर धीरे धीरे उनकी चूत को चाटना शुरू किया. उसने सोचा मिसेज रहेजा ने भी तो कितनी तन्मयता से उसकी चूत को चाटा था उसने वैसे ही जोर जोर से चाटना शुरू किया वो तेज गंध जो शुरू शुरू में उसे अजीब लग रही थी अब नार्मल लगने लगी. चूत के नमकीन रस का स्वाद अब उसे आने लगा था पर वो किसी बात की परवाह किये बिना चाटती रही और अपनी स्पीड बढाती गयी. मिसेज रहेजा ने उसके सर पर हाथ रख कर दबाव बना रखा था
“अह्ह्ह वाह! माय डार्लिंग बहुत जल्दी सीख गयी तुम.... अह्ह्ह वैरी गुड ऐसे ही ओह्ह ऐसे ही चाटो आह्ह्ह्ह.” सुरभि को तो अब अच्छा लगने लगा था वो उनकी चूत को किसी सोफ्टी की तरह स्लर्र्प करके ख़तम कर रही थी. मिसेज रहेजा के लिए यह पहला अवसर नहीं था इसलिए सुरभि को काफी देर मेहनत करनी पड़ी और जब मिसेज रहेजा का पानी छोड़ने का वक़्त आया उन्होंने दोनों जांघो के बीच सुरभि की गर्दन को जोर से जकड लिया 


“अह्ह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह सुरभि माय लव वैरी गुड ओह्ह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह.” कहते हुए उनका शरीर जोर जोर से झटके मारने लगा. सुरभि को बहुत अच्छा लगा की उसने मिसेज रहेजा का क़र्ज़ उतार दिया था. मिसेज रहेजा ने थोड़ी देर में अपनी जांघ की पकड़ से उसे आजाद किया तो उसने मुस्कुरा कर गर्दन उठा कर उनकी तरफ देखा. ऊपर देखते ही उसका चेहरा सफ़ेद पड़ गया क्योंकि मिसेज रहेजा के सर के पीछे मिस्टर रहेजा पुरे नंगे खड़े थे उनका लंड तनतना के खड़ा था और उनके हाथ में एक विडियो कैमरा था जिस पर वो अपनी बीवी की सुरभि द्वारा चूत चुसाई का पूरा विडियो शूट कर रहे थे.

Due to very busy last week i could not update, sorry for that.....
Keep posting your reactions on the updates please ........
 horseride  Cheeta    
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#34
मिसेज रहेजा को तो पहले से ही मालूम था बल्कि ये रहेजा का ही प्लान था जो उसने मिसेज रहेजा को बता दिया था.
“मैडम ये ये ...” सुरभि ने शर्मा कर, घबरा कर कहा
“रिलैक्स डार्लिंग ये मेरे हस्बैंड है और आज रात हम तीनो यहाँ मजे करेंगे.”
“डार्लिंग मैंने तो सुरभि बेबी को पहले ही बोल दिया था की आई विल फ़क हर tonite.”
“अच्छा अरे सुरभि तुमने मुझे बताया नहीं.”
“वो मैडम वो..” सुरभि उठने की कोशिश करने लगी पर मिसेज रहेजा ने उसका हाथ पकड़ कर अपने ऊपर लिटा लिया. अब उन दोनों के चेहरे के बिलकुल पास रहेजा का लंड लहरा रहा था. चूँकि सुरभि का चेहरा उसी तरफ था उसकी आँखें उसे देख देख कर झुक रही थी.
मिसेज रहेजा ने फिर अपने होठ सुरभि के होठों पर रख दिए और मदमस्त तरीके से चूसने लगी. सुरभि का पानी छुटे थोड़ी देर हो चुकी थी इसलिए मिसेज रहेजा की हरकत से और मिस्टर रहेजा के लहराते लंड को देख कर वो फिर से गर्म होने लगी.


“बेबी तुम लोग आपस में बहुत खेल ली अब कम से कम मेरे इस बावले को तो खुश करो.” रहेजा ने अपने लंड की ओर इशारा करते हुए कहा.
“हाँ हाँ भाई आज तुम्हे अपनी बीवी और अपनी बीवी की जवानी का रूप दोनों का एक साथ मजा लेने को मिलेगा.”
मिसेज रहेजा ने कहा तो मिस्टर रहेजा ने अपने हाथ में पकड़ा विडियो कैमरा उनके बेड के बेक रेस्ट पर बनी जगह पर रख दिया. लेकिन शातिर रहेजा ने उसकी रिकॉर्डिंग बंद नहीं की .
“मैडम मैं अपने रूम में जाती हूँ आप लोग पति पत्नी मजे कीजिये.” सुरभि ने सकुचाते हुए कहा और डरते हुए उसने गर्दन घुमाते हुए रहेजा को उसके पीछे से बेड पर चड़ते हुए देखा तो वो उठ कर बैठ गयी. मिसेज रहेजा भी कुशन पीछे लगा कर बैठ गयी.
“डार्लिंग ये बताओ तुमको अभी तक मजा नहीं आया क्या.”
“आया था पर अब सर के आने के बाद मुझे आई मीन .. मुझे शर्म आ रही है.”
“अरे सुरभि तुम भी नंगी, मैं भी नंगा और तुम्हारी मैडम भी नंगी .. अब शर्माना किसको? किस से ?”
“अरे सुरभि तुम्हारे नंगे जिस्म को देख कर जब मुझे काबू नहीं रहा तो इनको कैसे रहेगा बताओ तुम?”
रहेजा ने उसकी नंगी पीठ पर हाथ फेहराया तो उसका रोम रोम खड़ा हो गया. उसने अपनी बाहें शर्म से सिकोड़ ली.


“बेबी सच आ ब्यूटीफुल बॉडी, सच आ ब्यूटीफुल गांड, मस्त बूब्स.. अगर कल बेटी की शादी न होती तो सारी रात चोदता तुम्हे, पर चूँकि हमें सोना भी है इसलिए जल्दी जल्दी काम ख़तम करेंगे.” रहेजा ऐसे बोल रहा था जैसे कोई सामान पैक करने का काम था जबकि उसका इरादा तो पैक सामान को खोलने का था. मिसेज रहेजा ने फिर एक वार किया जिससे सुरभि पूरी तरह धाराशाई हो गयी. वो बोली
“वैसे सुरभि आज डांस करते वक़्त तुम बड़ी नॉटी हो गयी थी तुमने रहेजा के डिक को lollypop समझ कर चूसा था क्या?” सुरभि को ऐसे लगा जैसे उसकी चोरी पकड़ी गयी. उसे ध्यान आया की सारी ऑडियंस तो दूर थी पर मिसेज रहेजा तो उसकी बगल में ही थी स्टेज पर. उसने शर्म से सर झुकाया पर तभी उसके मुह से सिसकी निकल गयी जब एक जोरदार थप्पड़ उसकी गांड पर पड़ा. उसने कराह कर पीछे देखा तो रहेजा बोला
“डार्लिंग तुमने इससे बताया नहीं की इतना पेशेंस नहीं है मुझमे अगर ये ज्यादा नाटक करेगी तो इसकी चूत से पहले गांड मार दूंगा इसकी, वो भी बिना वेसलीन लगाये.” रहेजा की आवाज में गुस्सा साफ़ झलक रहा था. सुरभि की तो जैसे साँसे ही रुक गयी ये सुन कर.


“ओह डार्लिंग शी इज नाइस गर्ल बस थोडा शर्मा रही थी अब नहीं शर्माएगी. वैसे भी उसने कभी ass में नहीं लिया है ना दर्द से मर जाएगी बिचारी. कम ओन सुरभि बी आ गुड गर्ल. इसने पहली बार मेरी गांड भी गुस्से में मारी थी. बहुत दर्द होता है अगर वेसलीन न लगी हो तो.” मिसेज रहेजा ने उसे और डराया.
“आओ डार्लिंग मेरे पास लेट जाओ और देखो कैसे हमारी बिच हम दोनों को एक साथ खुश करेगी.” मिसेज रहेजा ने अपने पति को अपने पास लिटा लिया सुरभि उन दोनों की जांघों के बीच फंस सी गयी थी. उसे अब दोनों से थोडा डर लगने लगा था. रहेजा ने उसे थप्पड़ मार कर गांड मारने की धमकी दी थी और मिसेज रहेजा उसे डार्लिंग, हनी कहते कहते अब बिच बोलने लगी थी.
“चलो बिच शुरू हो जाओ हम दोनों को खुश करो .. हम दोनों के फोरहेड से शुरू करो और नीचे जाओ और नीचे मेरी नहीं रहेजा की lollypop चुसना.... एकदम क्लियर?” क्लियर बोलते बोलते मिसेज रहेजा का स्वर इतना कठोर हो गया था की किसी प्राइमरी कॉलेज की स्टूडेंट की तरह सुरभि ने जल्दी से हाँ में सर हिला दिया.
 horseride  Cheeta    
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#35
“स्टार्ट नाउ व्हाट आर यू वाटिंग फॉर?” रहेजा दहाडा तो सुरभि फ़ौरन उनके ऊपर झुक गयी और पहले उसने मिसेज रहेजा के माथे को चूमा फिर धीरे से मिस्टर रहेजा के माथे को चूमा उसकी घबराहट, उत्तेजना और न जाने किस किस फीलिंग के कारण कंपकपी छूट रही थी उसने धीरे से रहेजा के होठ पर अपने होठ रखे और होठ हटाने ही वाली थी की रहेजा ने उसके सर के पीछे हाथ रख कर उसके होठों को कस कर चूसना शुरू कर दिया. मिसेज रहेजा ने हाथ बड़ा कर उसके लटक रहे भारी बूब्स के साथ खेलना शुरू कर दिया. वो उसके निप्पल को भी अपनी उँगलियों के बीच दबा दबा कर उसे और एक्साइट कर रही थी. इस दोहरे अटैक से सुरभि की पुसी में सुरसुरी होने लगी थी और उसने भी रहेजा के होठों को चूसना शुरू कर दिया. उसको चूसता देख रहेजा आनंद से भर गया और उसने उसके सर के पीछे से अपना हाथ हटा दिया. अब उसकी जरूरत भी नहीं थी क्योंकि सुरभि अब पूरी तरह से गरम हो चुकी थी रहेजा के होठ चूसने के बाद उसने मिसेज रहेजा के साथ भी फ्रेंच किस्सिंग की. पर उसमे उसे और भी मजा आया क्योंकि इस बार उसके बूब्स से खेलने की बारी रहेजा की थी. और उसके मर्दाने हाथों ने उसके बूब्स को कसकर मसला, ऐसा मसला की कई बार उसकी मदभरी आह निकल पड़ी और उसने मिसेज रहेजा के होठ भी काट लिए.

सुरभि धीरे धीरे नीचे झुकते हुए अब मिसेज रहेजा के बूब्स को किस करने लगी उसके निप्पल्स को बारी बारी से चूसने लगी थी, अब मिसेज रहेजा के आनंद में डूबने की बारी थी. वो इतनी एक्साइट हो गयी की उन्होंने रहेजा के सर को घुमा कर अपने पास कर लिया और दोनों पति पत्नी उत्तेजित हो कर एक दुसरे को किस करने लगे जबकि सुरभि को अब किसी गाइडेंस की जरूरत नहीं थी. उसे अब इस प्रभावशाली अमीर कपल को अपनी वजह से उत्तेजित देख कर गर्व महसूस होने लगा था. सुरभि और नीचे हुई और मिसेज रहेजा की सेक्सी गहरी नाभि को चूमने लगी पर उसका एक हाथ रहेजा की छाती के घने बालों को भी सहला रहा था. उसे रहेजा के घने बालों पर हाथ फिराना बहुत अच्छा लग रहा था रहेजा अब अपनी बीवी के बूब्स से खेल रहा था और दोनों एक दुसरे को किस किये जा रहे थे. तभी दोनों का किस टुटा और दोनों के मुह से एक साथ एक मादक करह निकल पड़ी. दोनों ने नीचे सुरभि की ओर देखा जिसने बड़ी बेशर्मी से अपने एक हाथ में रहेजा का लंड पकड़ रखा था जबकि दूसरी ओर अपनी जीभ से वो मिसेज रहेजा की चूत चाटने लगी थी. मिसेज रहेजा ने एक बार और अपने पति को किस किया फिर वो सुरभि को बोली.
“बहुत अच्छा सुरभि हम खुश हुए. अब तुम ऐसा करो कि मुझे छोड़ो और मेरे प्यारे हस्बैंड को खुश करो. मैं तुम दोनों को लव करते हुए देखना चाहती हूँ.” 


सुरभि के चेहरे पर फिर लाली आ गयी. कैसे एक पत्नी अपने सामने ही अपने पति को दूसरी औरत से प्यार करते हुए देख सकती है. मिसेज रहेजा पीछे हो कर बैठ गयी तो सुरभि को ध्यान आया की रहेजा का लंड अभी भी उसके हाथ में है. उसका अगल स्टेप क्या होना चाहिए ये वह तीनों को पता था. रहेजा का लंड चाचाजी के मुकाबले बड़ा नहीं था पर फिर भी काफी तगड़ा था. अजीब बात ये थी की उसकी झांट बिलकुल साफ़ थी. उसकी बॉल्स पर भी कोई बाल नहीं था . सुरभि ने हाथ फिराया तो उसे बॉल्स बड़ी ही चिकनी लगी.
“कमऑन बिच सारी रात नहीं है मेरे पास चूस इसे जल्दी. आह.” रहेजा के स्वर में कठोरता सुनते ही सुरभि ने लपक कर उसके सुपाडे को अपने मुह में भरा और अपना मुह ऊपर नीचे करते हुए चूसने लगी.
“आह्ह यू beautiful whore ऐसे ही सक कर... हाँ बिच और अन्दर ले .... अह्ह्ह साली जब से देखा है पागल कर दिया इसने...... मजा आ गया साली बिलकुल रंडियों की तरह चूसती है. आह..... ऐसे ही ऐसे ही बॉल्स के साथ खेल हाँ....... अह्ह्ह्ह साली बिच गांड पर हाथ फिरा रही है आह्ह्ह...... हाँ छेद में आह ऊँगली..... साली रंडी है तू तो गांड में ऊँगली करती है आह्ह्ह्ह साली तुझे नौकरी पर रख लूँगा आह्ह साले विजय के सामने चोदुंगा तुझे ओह्ह्ह गॉड अह्ह्ह्हह ....और चूस साली जल्दी जल्दी खुश कर दे इस लौड़े को क्योंकि फिर ये तुझे खुश करने वाला है...चूस ले चूस ले .... आह्ह साली की कलाकारी ने बहुत जल्दी खलास कर दिया मुझे.. देखना मेरा रस बहार न टपके अगर बाहर आया तो तेरी खैर नहीं यू रंडी साली aahhhhhhhhhhhh अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह.”


बडबडाते हुए रहेजा ने झटके लेते हुए पानी छोड़ना शरू कर दिया. रहेजा की वार्निंग सुनकर सुरभि ने अपने गले तक उसके लंड को फिट कर लिया था जब उसका लंड झटके ले रहा था तो अपना माल छोड़ने लगा जो की सुरभि को अपने गले पर गरम गरम टपकता महसूस हुआ लंड इतना डीप था की रहेजा का माल उसकी जीभ से टकराए बिना ही उसके गले के रास्ते पेट में प्रवेश कर रहा था. इतना डर था उसको रहेजा की वार्निंग का की उसने एक बूँद भी अपने मुह से बाहर टपकने नहीं दी और बहुत देर तक जब लंड ने झटके लेना भी बंद कर दिया तब भी उसने उसके लंड को अपने मुह से नहीं निकाला. जब रहेजा पूरी तरह संतुष्ट हो गया तो बोला.
“साली रंडी छोड़ ही नहीं रही मेरा लंड.” दोनों पति पत्नी हसने लगे तो सुरभि ने धीरे से शर्माते हुए उसका लंड छोड़ दिया. मिसेज रहेजा जिनके हाथ में अब विडियो कैमरा था बोली
“इतनी हॉट मूवी बनी है की बता नहीं सकती. सुरभि यू आर माइंड ब्लोविंग.” सुरभि वहीँ उनकी जाँघों के पास बैठी रही और क्या बोलती. मिसेज रहेजा ने विडियो कैमरा वापस रखा और सुरभि की ओर हाथ बढ़ाते हुए बोली 


“कम ऑन हनी हमारे पास आओ.” सुरभि का हाथ पकड़ कर उन्होंने उसे अपने बीच में खींच लिया और दोनों उसको सैंडविच बना कर हलके हलके किस करने लगे. सुरभि ने अपनी करवट मिसेज रहेजा की तरफ कर ली थी इसलिए रहेजा का अभी मुरझाया हुआ लंड उसकी गांड के बीच में दब गया. अगर अभी अभी उसके लंड ने पानी नहीं छोड़ा होता तो रहेजा के लंड ने फुफकार मारते हुए पीछे से उसकी चूत में एंट्रेंस ले ली होती. पर अभी उसके लंड को तैयार होने में देर थी इसलिए वो भी इस मदमस्त पल को जीने लगा और तीनो एक दुसरे की बाँहों में मदमस्त होकर कब सो गए उन्हें ख़ुद पता न चला.
 horseride  Cheeta    
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#36
उधर मामाजी ने दृष्टि को दो बार चोद डाला था दृष्टि काउच पर पड़ी थी और उसकी चूत अभी भी उघडी पड़ी थी, जिस पर से मामा का वीर्य टपक रहा था. पर वो इतनी थक चुकी थी की उसने अपने गाउन को नीचे करने की कोशिश नहीं की थी. मामा कई दिनों से भूखा था वो कीर्ति के साथ मस्ती तो कर रहा था पर शादी से पहले कीर्ति ने उसे ज्यादा ढील नहीं दी थी. दृष्टि को भी अब तक अनाडी यंग लडको ने चोदा था पर पहली बार किसी अनुभवी मर्द से चुद कर उसे असीम आनंद प्राप्त हुआ था. दो बार चुदाई से उसे काफी थकान हो रही थी और उसे वापस कीर्ति के कमरे में भी जाना था. मामा फुल टंकी था दोनों राउंड के बाद उसने अपने फ्लास्क में से शराब के घूँट भरे थे और अभी भी वो टॉयलेट से आने के बाद फिर से फ्लास्क से शराब पी रहा था, वो पूरी तरह नंगा था और उसका लम्बा लेकिन मुरझाया हुआ लंड लटका हुआ था.
“बेबी इसे मुह में लेकर चुसो न प्लीज एक फाइनल राउंड और मारूंगा.
“नहीं मामा मेरी पूरी बजा दी आपने, अब नहीं, मैं थक गयी हूँ.”
“अरे बेबी चुसो न एक मिनट में खड़ा हो जाएगा.” मामा बेशर्मी से अपने ढीले लंड को मसलता हुआ बोला.
दृष्टि ने उसके ढीले लंड को देखा फिर बेड पर पडे बेसुध विजय को देखा और बोली
“मामा मैं तो थक गयी हूँ पर वो बिच जरूर तुम्हारा ले लेगी.”


“कौन बिच .”
“वोही सुष्मिता जिसने आपको बिलकुल भाव नहीं दिया... हा हा देखा था मैंने डांस के वक़्त.”
“वो..... हां साली रांड बहुत भाव खा रही थी. वो तुम्हारे रूम में है न.”
“हाँ ऐसे सो रही थी की कोई आसानी से डाल सकता था उसके अन्दर.”
“अच्छा तूने पहले क्यों नहीं बताया पहले उसकी ही चूत मारता.”
“इसलिए तो नहीं बताया.” दृष्टि मुस्कुरायी.
“ह्म्म्म बदमाश लेकिन अब मुझे अपने रूम में ले कर चल अभी तो एक राउंड और बाकी है.”
“अरे पर कीर्ति भी तो है वहाँ.”
“अरे रहने दे वो तो सो रही होगी.” दृष्टि उठ गयी और अपना गाउन नीचे कर लिया पर मामा के लंड जिसमे अब तनाव आना शुरू हो गया था हाथ से हिलाते हुए बोली अपनी धोती कुर्ता तो पहन लीजिये या ऐसे ही घूमेंगे .” मामा ने उसे अपनी बाँहों में लिया और उसकी गांड मसलता हुआ बोला. 


“जल्दी चल नहीं तो अगर ये रेडी हो गया तो इस बार तेरी गांड मार दूंगा यहीं.” दृष्टि उसके धीरे धीरे खड़े होते लंड को देख कर समझ गयी की मामा सच में यही कर सकता है. वो दरवाजे की तरफ बड चली.
दृष्टि जब रूम से निकली थी तो उसने रूम ऐसे ही बंद किया था इसलिए दरवाजा लॉक नहीं था वो लोग धीरे से दरवाजा खोल कर अन्दर दाखिल हुए. अन्दर केवल नाईट बल्ब की रौशनी थी. कीर्ति अपने बेड पर औंधे मुह सो रही थी उसने वोही शोर्ट पहनी हुई थी और उसका भी बटन शायद आगे से खोल लिया था इसलिए तो उसकी शोर्ट उसकी गांड से थोडा नीचे खिसक गयी थी जिसमें से उसकी दरार डिम लाइट में भी चमक रही थी. काउच पर लेटी सुष्मिता का हाल तो लाजवाब था. उसकी शानदार चूत अब पूरी तरह दर्शन दे रही थी क्योंकि उसका घाघरा कमर के ऊपर था. उसका एक हाथ उसकी चूत पर ही था. शायद सपने में वो अपनी चूत से खेल रही थी. मामा ये द्रश्य देखते ही पागल सा हो गया और उसने तुरंत अपनी धोती उतर कर फेंक दी. इससे पहले की दृष्टि कुछ बोलती उसने अपना कुर्ता भी उतार फेंका और मादरजात नंगा हो गया.
“अगर जाग गयी तो हंगामा कर देगी.”
“हम्म वो तो है...ऐसा कर लाइट्स ऑन कर दे सारी , देखते है कितनी गहरी नींद है दोनों की.”
“और आप आप ऐसे ही नंगे रहेंगे?” दृष्टि उनके लंड को देख कर मुस्कुराई जो की पूरी तरह तनतना चुका था.
“हाँ देखने दे साली रंडी को”


“.... और जो उस दुल्हनिया ने देख लिया.”
“उसे भी देखने दे शादी के बाद ही सही उसे भी एक न एक दिन ये लंड लेना ही है.”
“कीर्ति सही बोलती है की उसका मामा बहनचोद है .”
“चल लाइट जला जल्दी.” दृष्टि ने कमरे की सारी लाइट जला दी. पूरा कमरा जगमगा गया था परन्तु दोनों ही बेसुध सोती रही. देख कर मामा खुश हो गया उसने नीचे पडे अपने कुर्ते की जेब से मोबाइल निकला और चूत उघाड़े पड़ी सुष्मिता की विडियो बनाने लगा अच्छी तरह से विडियो बनाने के बाद उसने दृष्टि को बाँहों में भर कर अच्छे से किस किया. अब तो दृष्टि का भी मन एक और राउंड चुदाई के लिए करने लगा था. पर मामा ने अपना अगला आदेश दिया.
“देख इसके साथ ज्यादा रिस्क लेना खतरनाक है इसलिए तू इसकी खुली चूत चाट कर इसे मदमस्त कर दे फिर मैं मौका मिला तो इसे ठोकूंगा .” 
 horseride  Cheeta    
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#37
दृष्टि ने एक बार उसकी देखा और गहरी सांस ले कर सुष्मिता के फैली टांगों के बीच घुटनों के बाल बैठ गयी और धीरे धीरे उसने उसकी गुलाबी चूत को चाटना शुरू किया. जैसे ही उसका पहला स्पर्श हुआ सुष्मिता की टांगों ने हलकी सी हरकत की . दृष्टि थोडा रुक गयी और मामा भी अलर्ट हो गया पर फिर जब वो फिर से स्थिर हो गयी तो दृष्टि ने फिर चाटना शुरू कर दिया सुष्मिता की जांघ पर पड़ा हाथ अपने आप दृष्टि के सर पर आ गया मानो कह रहा हो ‘ और चाटो ,,,, और चाटो .’
मामा ने फिर से विडियो लेना शुरू कर दिया. सुष्मिता नींद में ही आनंद के गोते लगाने लगी और अपनी गांड उठा कर दृष्टि की जीब को अपने अन्दर लेने की कोशिश करने लगी
“आह्ह्ह फक्क मी ...अह्ह्ह फ़क मी प्लीज ...... मामा ने बड़े क्लोज में उसकी ये बात रिकॉर्ड की और जब उसने देखा की वो पूरी तरह गरमा चुकी है उसने बाल पकड़ कर दृष्टि को वह से उठाया और ख़ुद सुष्मिता की टांगों के बीच आ गया. उसकी चूत पूरी तरह से गीली थी.


अभी फोर प्ले का वक़्त नहीं था इसलिए मामा ने तुरंत अपने लंड का सुपाडा उसकी चूत पर सटाया और फिर आगे की ओर झुक कर एक ही शॉट में अपना लंड घुसाने की कोशिश की. पर उसकी चूत तो दृष्टि से भी ज्यादा टाइट थी इस लिए उसका लंड थोडा ही अन्दर जा पाया और सुष्मिता की आँख खुल गयी. इससे पहले की वो कुछ रियेक्ट करती या चिल्लाती मामा ने अपने होठ से उसके होठों को सील कर दिया. लेकिन सुष्मिता को अब ज्ञात हो चुका था की उसकी चूत में घुसता हुआ लंड मामाजी का है. इस लिए वो अपने चेहरे को इधर उधर करना की चेष्टा करने लगी और हाथ पैर मारने लगी मामाजी का साइड में पड़ा मोबाइल दृष्टि ने उठा लिया और अभी थोड़ी देर पहले रिकॉर्ड किया गया विडियो ऑन करके दृष्टि सुष्मिता के पास बैठ गयी और उसने वो विडियो उसकी आँखों के सामने कर दिया. सुष्मिता ने देखा वीडियो में वो ‘फ़क मी फ़क मी बोल रही है’, वो अवाक सी विडियो को देख ही रही थी की मामाजी ने अपना पूरा लंड उसकी चूत में पेल दिया. उन्होंने उसके होठों से अपने होठ भी हटा लिए थे इसलिए उसके मुह से एक कराह निकल पड़ी
“आःह...”
“दीदी आपकी हालत अंकल से देखि नहीं गयी इसलिए मैंने इन्हें बुलाया .”


सुष्मिता की हालत बहुत अजीब थी , चूत में लंड पूरा प्रवेश कर चुका था खलबली मच चुकी थी बस वो आदमी जो लंड घुसाए उसके ऊपर पड़ा था वो उसे पसंद नहीं था. पर उसकी चूत को तो वो लंड भा गया था इसलिए तो वो ऐसी फुदक रही थी की उसने सुष्मिता को भी मजबूर कर दिया की उसने एक बार अपनी गांड उसे और अन्दर लेने के लिए उठा ही दी. सुष्मिता ये भी असंमंजस में थी की ये दृष्टि कैसे बेशर्मी से उसके सामने खड़ी थी. पर उसके ख्यालों की श्रृंखला टूट गयी जब उसे लंड बाहर की तरफ जाता महसूस हुआ.
‘ओह माय गॉड कितना बड़ा है ये तो... अब इसे ये बाहर क्यों निकल रहे है.” वो सोच ही रही थी की फिर से
”आह्ह्ह्हह्ह “ उसके मुह से निकल गयी जब मामा ने पुरे जोर से एक ही बार में उसके गर्भाशय तक अपना लौड़ा ठूंस दिया. मामा को नीचे से उठती हुई गांड से ये आभास हो गया की अब उन्हें उसके विरोध का कोई खतरा नहीं है. फिर भी उन्होंने एहतियात बरतते हुए उसे प्यार से चोदना शुरू किया. उन्हें तब और मजा आने लगा जब उन्हें सुष्मिता उनकी ताल से ताल मिलाती हुई महसूस हुई.


उन्होंने फिर से उसके होठों पर अपने होठ रख दिए और अपनी जीभ उसके मुह के अन्दर ठूंस दी. सुष्मिता को चुदाई में मजा आने लगा था पर मामाजी के एहतियात के कारण उसे चुदाई बहुत धीमी लग रही थी. उसने उत्तेजना में उनकी जीभ को अपने होठों से कस लिया और जोर जोर से चूसने लगी. उसकी ये वाइल्ड हरकत देखकर कर ख़ुद बा ख़ुद मामाजी की चुदाई की स्पीड बड गयी और वो द्रुत गति से उसे चोदने लगे. दृष्टि को उनकी चुदाई देख कर मजा आने लगा वो भी अपनी चूत पर ऊँगली फिराने लगी. चूँकि मामाजी दो बार पहले चुदाई कर चुके थे इसलिए उनका प्रोग्राम जल्दी ख़तम होने वाला नहीं था. दृष्टि सोच रही थी की इस लम्बी चुदाई की हकदार तो वो थी पर इसका मौका ख़ुद उसने अपने हाथों से इस रंडी के हवाले कर दिया था. सुष्मिता के एक बार ओर्गास्म हो चुका था पर मामा की स्पीड चुदाई से वो अपने दुसरे ओर्गास्म को पाने की तयारी कर रही थी. उसकी गांड उछल उछल कर मामाजी के लंड को लील रही थी. जो आदमी कुछ घंटे पहले उसको बिलकुल पसंद नहीं आ रहा था वो उससे बड़े मजे से चुदवा रही थी. मामाजी ने उसके कुर्ते को भी पूरा गर्दन तक चड़ा दिया था और बीच बीच में उसके टाइट बूब्स पर दांत गडा रहा था. वो अपनी किस्मत पर आज बहुत इतरा रहा था की उसे एक अविवाहित लड़की और एक जस्ट शादी शुदा युवती एक ही रात में चोदने को मिल गयी. वो हैरान इस बात से था की शादीशुदा होते हुए भी उसकी चूत द्रष्टि से ज्यादा टाइट और मजेदार थी.

“आह्ह्ह्ह सुष्मिता बहुत मजेदार है तुम्हारी चूत आनंद आ गया अह्ह्ह्हह क्या टाइट चूत है... अह्ह्ह्हह्ह्हह्ह्ह्हह ले ले आह्ह्ह्ह “ मामा अब अपने चरम पर पहुच रहा था, सुष्मिता भी एक ही बार में अपने दुसरे ओर्गास्म को प्राप्त करने वाली थी जो की उसके लिए पहला अनुभव था. इस चुदाई से उसकी मामा के प्रति सारी नफरत ख़तम हो चुकी थी और वो उससे फ्यूचर में भी चुदाई के प्लान सोचने लगी थी.
“आःह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह “ करते हुए मामाजी ने अपना द्रव्य उसकी योनी में छोड़ना शुरु कर दिया. सुष्मिता की बॉडी भी झटके लेने लगी इससे मामा को पता चल गया की वो भी झड रही है दोनों चुदाई पूरी होने के बाद काफी देर तक साँसे थमने का इन्तजार करते रही और नार्मल होने के बात ही उन लोगो का ध्यान दृष्टि की तरफ गया जिसने की अपनी ऊँगली से ही उस रात का अपना तीसरा ओर्गास्म प्राप्त कर लिया था.
 horseride  Cheeta    
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#38
सुबह जब विजय की नींद खुली तो वो हडबडा कर उठा. ‘अरे उसे तो सुरभि को घर ले कर जाना था ताकि वो फ्रेश हो कर अपने कपडे ला सके आज की शादी के लिए.’
“ओह गॉड सुरभि फिर नाराज हो जाएगी सुबह के ८ बज चुके है.” उसने देखा की उसकी बगल में मामाजी बड़ी आराम से सो रहे है. वो धीरे से उठा और रूम से बाहर आ गया. उसे पता था की सुरभि, सुष्मिता के साथ कीर्ति और दृष्टि के साथ सोई थी. पर लेडीज रूम होने के कारण वो अन्दर नहीं जा सकता था इसलिए उसने धीरे से कीर्ति के रूम को नॉक किया.
“कमाल है आज घर में शादी है और सब सो रहे है. हाँ काम करने के लिए हम जैसे मुलाजिम जो है. बड़े लोगों की बड़ी बातें.” उसने फिर से नॉक किया पर किसी ने दरवाजा नहीं खोला. तभी उसके पीछे किसी ने हाथ रखा. उसने मुड कर देखा वो मिसेज रहेजा थी.
“क्या हुआ विजय लेडीज को क्यों डिस्टर्ब कर रहे हो . बेचारी थक कर सोई है सब रात को.”
“वो वो वो .”
“अरे हकला क्यों रहे हो ठीक से बोलो.”


“वो मैडम मैं सुरभि को घर ले जाने के लिए बुला रहा था. मैं उसके मोबाइल पर तीन चार रिंग कर चुका हूँ पर वो उठा नहीं रही है.”
“अरे पर ये सुरभि के घर जाने की बात कहा से आ गयी.”
“वो मैडम सुरभि कोई कपडे नहीं लायी थी इसलिए.”
“तो क्या हुआ... ऐसा करो तुम घर जाओ और सुरभि के कपडे ले कर आ जाना.”
“पर मैडम सुरभि के कौन से कपडे लाने है वो तो वोही बता सकेगी न.”
“अरे तुम उससे फ़ोन पर बात कर लेना इनमे से कोई भी उठ गया तो मैं उसे बता दूंगी. पर सुरभि घर नहीं जायेगी. आज कीर्ति और दृष्टि के साथ सुरभि और सुष्मिता को भी रहना है उसे अच्छे से तैयार करने की जिम्मेदारी भी उसकी है और दिन में हल्दी वाले फंक्शन में भी ये दोनों लेडीज मुझे चाहिए.”
“ओह ठीक है मैडम मैं घर जा कर आता हूँ. अगर सुरभि उठ जाए तो उसे बोल दीजियेगा की मुझे कॉल कर ले.”
“हाँ ठीक है .. और सुनो तुम भी जल्दी आ जाना तुम्हे भी अपने सारे काम कोआर्डिनेट करने है.”
“यस मैडम sure .” विजय असमंजस सी स्थिति में वहां से अपनी गाडी में घर की ओर निकल गया. वो लोग कल ही आये थे पर उसे ऐसा लग रहा था की वो न जाने कितने दिनों से सुरभि से नहीं मिला था. उसे बार बार सुरभि की नाराजगी की फिकर हो रही थी. कैसे उसने सुरभि को
अजनबी लोगों के बीच अकेला छोड़ दिया था. 


“उसे जब पता चलेगा की मैं अकेला घर आ गया हूँ तो और गुस्सा हो जाएगी , वो घर आ जाती तो रेस्ट कर लेती और फिर आराम से फ्रेश हो कर तैयार हो कर सीधे शाम को शादी में आती. पर अब उसे मिसेज रहेजा के अंडर में ही रहना पड़ेगा. अरे में उनका एम्प्लोयी हूँ सुरभि थोड़ी है. क्या करूँ एक बार और कॉल करके देखता हूँ.” विजय को सुरभि की बहुत चिंता हो रही थी इसलिए वो गाडी चलाते हुए ही एक बार और सुरभि के मोबाइल पर कॉल लगा देता है.

विजय का रिंग एक बार और देख कर सुरभि का चेहरा फिर सफ़ेद पड़ जाता है. पर तभी वो देखती है की मिसेज रहेजा सामने आती है और उसे फ़ोन उठाने का इशारा करती है.
“हेल्लो..”
“अरे सुरभि कहा हो तुम मैं तुम्हे कब से ढूँढ रहा था.”
“अच्छा आप कहाँ हो.?” सुरभि ने पुछा
“अरे सुरभि आई ऍम सॉरी, वो मिसेज रहेजा ने मुझे जबरदस्ती घर भेज दिया मैं हमारे कपडे लेने घर जा रहा हूँ.
“ओह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह .” सुरभि कराही
“क्या हुआ?”
“कुछ नहीं अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह.” फिर से उसके मुह से आह निकल पड़ी
“सुरभि क्या हुआ ठीक तो हो.”
“म्मम्म हां अआप आःह्ह घर पहुच कर फ़ोन करना अह्ह्ह्ह मेरे पैर में दर्द हो रहा है अह्ह्ह्ह.”
“वो तो होगा ही न कितना डांस किया था तुमने कल.. कोई लोशन लगा लेना ठीक हो जायेगा मैं घर पहुच कर कॉल करता हूँ.”
“ओके..अह्ह्ह्हह्ह.” सुरभि ने कॉल जल्दी से बंद किया क्योंकि वो मिस्टर एंड मिसेज रहेजा के बेड पर नंगी पड़ी हुई थी और रहेजा पीछे से उसकी चूत को चाट रहा था. बीचबीच में वो अपनी ऊँगली से उसकी वर्जिन गांड में घुसने की भी कोशिश कर रहा था जिससे उसके मुह से मादक कराह निकल रही थी.
 horseride  Cheeta    
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#39
सच तो ये था की विजय ने जब पहली बार सुरभि को कॉल किया था तभी वो तीनों हडबडा के उठे थे और सुरभि ने जब फ़ोन पर विजय का नाम देखा तो वो एकदम घबरा गयी थी क्योंकि वो उस वक़्त दोनों नंगे पति पत्नी के बीच नंगी पड़ी हुई थी, और अगर विजय ने उसे कीर्ति के रूम में न पाया तो पता नहीं क्या सोचेगा.
उसकी हालत देख कर मिसेज रहेजा ने प्यार से उसके होठों पर गुड मोर्निंग किस किया और फुर्ती से उठ कर उन्होंने अपना गाउन पहन लिया तभी विजय का एक बार और कॉल आ गया.
“डार्लिंग जा कर देखो न क्या प्रॉब्लम है इस गांडू की ... साले को निपटाओ जल्दी से हमारी सुरभि डार्लिंग को परेशान कर रहा है.” रहेजा ने अपने सख्त हो चुके लंड को सुरभि की गांड की दरार में सेट करते हुए उसके बूब्स के साथ खेलते हुए कहा. सुरभि को रहेजा का विजय को इस तरह से गांडू बोलना अच्छा नहीं लगा पर वो क्या बोलती. मिसेज रहेजा लेकिन तुरंत बाहर निकल गयी थी विजय को ‘निपटाने’.


जैसे ही मिसेज रहेजा बाहर गयी , रहेजा ने सुरभि को अपनी टांगों के नीचे दबोच लिया और पीछे से उसके बूब्स के साथ खेलने लगा. सुरभि को टॉयलेट आ रहा था पर रहेजा के खड़े लंड का उसकी गांड पर एहसास और उसका सुबह सुबह उसके बूब्स को मसलना उसे अच्छा लगने लगा इसलिए वो ऐसे ही पड़ी रही. थोड़ी देर ऐसे ही खेलने के बाद रहेजा ने उसे अपनी ओर घुमा लिया. सुरभि ने सर नीचे करते हुए उसकी घनी छाती में छुपा लिया. रहेजा ने उसकी गांड पर पहले हाथ फिराया फिर उसकी गांड पर प्रेशर डालते हुए उसे अपने आप से पूरी तरह सटा लिया. अब सुरभि को उसका खड़े लंड का एहसास अपनी चूत से नाभि तक होने लगा. रहेजा ने उसकी ठोड़ी पकड़ कर उसका सर उठाया और बोले
“सुरभि डार्लिंग इधर देखो मेरी तरफ.” सुरभि ने सर ऊपर किया और कातर नज़रों से डरते डरते रहेजा की आँखों में देखा. एक्चुअली उसकी हिम्मत ही नहीं हो रही थी रहेजा से आँखें मिलाने की. पर रहेजा के जोर देने पर उसे उनकी आँखों में आँखें डालनी ही पड़ी.


“देखो डार्लिंग मैं और आपकी मिसेज रहेजा ने बहुत ऐश की लाइफ गुजारी है और जिसे हम प्यार करते हैं उसे हम बहुत प्यार करते है. तुम हम दोनों को बहुत पसंद आई हो, इसलिए अब तुम्हे किसी से डरने की ज़रुरत नहीं है. तुम्हे तुम्हारी मर्जी के बगेर कोई टच भी नहीं कर सकता. विजय भी नहीं.”
“लेकिन सर मैं विजय से प्यार करती हूँ.”
“वो ठीक है वो तुम्हारा हस्बैंड है.. पर तुम्हारी मर्जी के बगेर वो कुछ नहीं करेगा. तुम अब मिस्टर एंड मिसेज रहेजा की प्रॉपर्टी हो.” कहते हुए मिस्टर रहेजा ने उसके होठों को चूसना शुरू कर दिया. थोड़ी देर शिथिल पडे रहने और अपने होठों को बेदर्दी से चुस्वाने के बाद सुरभि भी उत्तेजित होने लगी और उस मोर्निंग किस में वो भी पूरी तरह रहेजा का साथ देने लगी. वो भी अपनी तरफ से रहेजा को होठों को चूसने लगी उसकी जीभ रहेजा की जीभ से कुश्ती लड़ने लगी दोनों के हाथ बेतहाशा एक दुसरे के शरीर पर फिरने लगे और दोनों अपनी अपनी गांड एक दुसरे की तरफ प्रेस करते हुए सूखी चुदाई सी करने लगे. काफी देर बाद जब रहेजा ने उसके होठों को छोड़ा तब वो बड़ी मुश्किल से बोल पायी
“मुझे वाशरूम जाना है.”
“ओके डार्लिंग मैं ले कर चालू.” रहेजा ने आँख मार कर पुछा .


“नो थैंक्स.” सुरभि मुस्कुरा कर बोली तो रहेजा ने मस्त हो कर उसकी गांड को दबोच दिया और फिर हलकी थपकी दे कर बोला,
“ जाओ और जल्दी आओ .. फिर मैं बिजी हो जाऊंगा.” सुरभि नंगी ही टॉयलेट की तरफ चली गयी, अब छुपाने के लिए था ही क्या?
जब टॉयलेट से आई तो उसने देखा की रहेजा बिस्तर पर सीधा लेटा हुआ है और उसका लंड छत की तरफ मुह करके सीधा खड़ा है और वो बड़े प्यार से उसे सहला रहा है. सुरभि को समझ नहीं आया की वो साइड टेबल पर पड़ा अपना गाउन पहने या नंगी बिस्तर पर रहेजा की बगल में लेटे . रहेजा ने उसका असमंजस दूर कर दिया जब वो बोला.
“अरे सुरभि देर क्यों कर रही हो यार ये तुम्हारा ही वेट कर रहा है चलो चूसो इसे जल्दी से फिर तुम्हारी चुदाई भी करनी है रात को साली कब नींद आ गयी पता ही नहीं चला.” अब सुरभि धीरे से बिस्तर पर चडी और रहेजा की कमर के पास बैठ कर उसके लंड से खेलने लगी. उसे लगा की जल्दी से इससे मुह में नहीं लिया तो कही रहेजा सर गुस्सा न हो जाए .. ये ध्यान में आते ही उसने उनके सुपाडे को अपने होठों के बीच लिया और चूसने लगी. 
 horseride  Cheeta    
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#40
“अह्ह्ह माय डार्लिंग सुरभि यू आर टू गुड .” सुरभि को अपनी तारीफ अच्छी लगी और वो अपनी कलाकारी दिखाने के लिए उसके लंड को मस्त हो कर चूसने लगी और उसकी बाल्स से खेलने लगी. रहेजा को लगा की उसकी इस शानदार कलाकारी से उसका पानी जल्दी ही छूट जायेगा और सुरभि फिर उससे चुदने से बच जाएगी. उसने सुरभि के कंधे पर हाथ रख कर रोक दिया. सुरभि उसकी तरफ देखने लगी तो वो बोला. अब तुम इधर लेटो मैं तुम्हारी चूत के दर्शन करता हूँ कह कर उसने सुरभि को उल्टा लेटा दिया और पीछे से उसकी गांड को मसलता हुआ उसकी चूत चाटने लगा.

ये वो ही पल था जब विजय का लास्ट कॉल आया था और मिसेज रहेजा ने भी उसी वक़्त रूम में प्रवेश किया था और सुरभि को फ़ोन उठाने का इशारा किया था.

सुरभि ने विजय का कॉल जल्दी से बंद किया क्योंकि वो मिस्टर एंड मिसेज रहेजा के बेड पर नंगी पड़ी हुई थी और रहेजा पीछे से उसकी चूत को चाट रहा था. बीचबीच में वो अपनी ऊँगली से उसकी वर्जिन गांड में घुसने की भी कोशिश कर रहा था जिससे उसके मुह से मादक कराह निकल रही थी.

मिसेज रहेजा बोली

“अब तुम लोग जल्दी काम ख़तम कर लो क्योंकि फिर सब लोग बिजी होने वाले है.” सुरभि को बड़ी शर्म आ रही थी की वो मिसेज रहेजा के सामने ही उनके पति से अपनी चूत चटवा रही थी और मिसेज रहेजा भी इसको ऐसे लाइटली ले रही थी. मिसेज रहेजा अपने कपडे ले कर बाथरूम में चली गयी, वो जानती थी की उनके सामने सुरभि मस्त हो कर नहीं चुदवा पायेगी. पर अपने पति और सुरभि की चुदाई को वो बाद में देखना चाहती थी इसलिए उसने बाथरूम जाते जाते चुपचाप बेड के सिरहाने पर पड़ा कैमरा ऑन कर दिया जिससे की रिकॉर्डिंग शुरू हो गयी और रहेजा या सुरभि को उसकी खबर भी नहीं लगी. सुरभि अभी भी औंधी पड़ी थी. रहेजा ने उसकी चूत चाट कर उसे मदमस्त कर दिया था और अब वो वाकई में चुदने के लिए तैयार थी. रहेजा ने अब उसे चाटना छोड़ कर उसके पीछे उसके ऊपर आ गया और अपना लंड उसकी गांड में गडाता हुआ अपने दांतों से उसके कान को चुभलाता हुआ बोला.
“डार्लिंग... रेडी फॉर आ नाइस टाइट फ़क ?” सुरभि का मुह रहेजा की विपरीत दिशा में था पर उसने जल्दी से अपना सर हाँ में हिलाया.
“क्या मैंने सुना नहीं.”


“हाँ.” सुरभि जल्दी से बोली.. उसकी चूत की खुजली बड जो चुकी थी.
“क्या हाँ बेबी?” रहेजा उसके निप्पल्स को फड़काता हुआ, उसे छेड़ता हुआ बोला.
“ आई नीड आ नाइस टाइट फ़क...... प्लीज फ़क मी.” सुरभि उत्तेजना से आतुर हो कर लगभग चीख पड़ी .
“ओह माय लवली अभी लो” , और रहेजा ने उसके चूतड ऊपर करते हुए उसे घुटने मोड़ने के लिए कहा. अब उसकी गांड ऊपर हो गयी थी पर सर अभी भी तकिये पर था. यानी वो पूरी तरह से कुतिया नहीं बनी थी पर रहेजा उसकी चूत में पीछे से ही डालना चाहता था. रहेजा ने लास्ट बार उसकी चूत पर हाथ फिरा कर मुआयना किया तो उसका हाथ गीला हो गया. उसे सुरभि की टाइट चूत चोदने के लिए किसी तेल या वसलीन की जरूरत नहीं थी. उसने अपने लंड को उसकी चूत के मुहाने पर सेट करके सटाक से एक बार में ही पूरा ठेल दिया. उसका प्रेशर इतन तेज था की सुरभि की उठी हुई गांड नीचे फ्लैट हो गयी और सुरभि फिर से औंधे मुह लेट गयी. पर उसकी इस पोजीशन में भी रहेजा का लंड उसकी चूत के अन्दर ही था. रहेजा ने उसकी गांड को थोडा फैला कर चेक किया की उसके लंड की पोजीशन ठीक है की नहीं और फिर जब वो संतुष्ट हो गया तो उसने उसकी पीठ के ऊपर पूरा लेट कर अपनी चुदाई शुरू कर दी. सुरभी को इस तरह उलटे लेट कर चुदाई करने में मजा आने लगा. उसके मुह से सिस्कारिया निकलने लगी.


“अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह आह्ह्ह आह्ह्हह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह/” रहेजा के हर झटके पर उसके मुह से मादक सिसकारी निकल रही थी. रहेजा का शरीर उसकी गांड से टकरा टकरा कर थप थप की मधुर आवाज निकाल रहा था. रहेजा ने पीछे से दोनों हाथ आगे ला कर उसके बूब्स को मसलने का प्रोग्राम भी जारी रखा था. कुल मिलाकर कर सुरभि की उत्तेजना और आनंद की कोई सीमा नहीं थी उसको इस चुदाई में हर प्रकार का आनंद मिल रहा था. जब रहेजा का काम ख़तम होने वाला था तो उसने अपने स्पीड बड़ा दी और जोर जोर से सुरभि को चोदने लगा सुरभि भी पूरी तरह से तैयार थी उसने भी अपनी आहों को धीमे करने का प्रयास नहीं किया बल्कि वो इतनी जोर से आह्ह्ह अह्ह्ह्ह कर रही थी की बाथरूम में मिसेज रहेजा को भी सुनाई दे रहा था. फिर थोड़ी देर में सुरभि को अपनी चूत में रहेजा का गर्म गर्म माल टपकता महसूस होने लगा पर रहेजा को पता चल चुका था की अभी सुरभि का काम नहीं हुआ है इसलियें ejaculate होते होते भी उसने तीन चार एक्स्ट्रा धक्के लगाये और सुरभि का झरना भी बहने लगा उसका शरीर कंपकपाने लगा, झटके लेने लगा , उसकी आँखें बंद हो गयी और उसके मुह से मादक सिसकारी निकलने लगी, जिससे रहेजा को पता चल गया की वो सुरभि की पहली चुदाई में सफल रहा है. वो दोनों एसी बेडरूम में भी पसीने से लथपथ हो गए थे. वो थोड़ी देर ऐसे ही पडे रहे, थोड़ी देर बाद मिसेज रहेजा बाथरूम से निकल कर बोली.
“चलो जल्दी से फ्रेश हो कर तैयार हो जाईये मैं कीर्ति को देखती हूँ.


Thanks for your comments bhailog...

keep posting and motivate me to keep extending the adventures of surbhi...
 horseride  Cheeta    
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