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12-03-2020, 08:21 AM
(This post was last modified: 12-03-2020, 08:24 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
ब्रा के अंदर वाली चीज़
" हे तूने उसकी ब्रा कैसे ,... "
उन्होंने मुझे चूम कर पूछा ,
" अरे मेरे रज्जा , तुझे पसंद आयी न ,...देख अगली बार ब्रा के अंदर वाली चीज़ भी दिलवाऊंगी , ... और पैंटी के अंदर वाली भी , ... एकदम लेने लायक हो गयी है , मस्त माल , ... "
मैंने भी चूम के बोला।
कस के चूमते हुए उन्होंने मेरे दोनों जोबन एक साथ रगड़ते हुए बोला ,
" अभी तो उसकी भौजी का लूंगा ,... "
मैं बड़ीजोर से हंसी और उनके खूंटे को मुठियाती बोली ,
" चल यार कोई बात नहीं , अभी भौजी , कल उसकी ननद ,... और कल वो आएगी ,... तब मौका मत चूकना।
हाथों के साथ उनके होंठ भी मेरे उभार पर थे और मैं कस के मुठिया रही थी ,
,
वो कस कस के मसल रहे थे , चूस रहे थे
पर चूसने में अब मैं भी एक्सपर्ट हो गयी थी और थोड़ी देर में वो बित्ते भर की बांसुरी , मेरे मुंह में थी , और मैं कस के ,
मेरे हाथ भी कस के , कभी उनके बॉल्स और कभी पिछवाड़े ,...
जीभ मेरी सुपाड़े पर फिसल रही थी
और अबकी मैं एक बार उनके ऊपर थी ,
पिछली बार मैंने विपरीत रति ट्राई किया था , भले ही थोड़ी देर बाद थक कर चूर हो गयी थी
इस बार बहुत देर तक ,
फिर उनकी गोद में , ...
जल्दी किसे थी , ये तीसरी बार था ,
सोफे पर
उनकी बहन बन कर , और अब ,
कभी साइड ,
कभी डॉगी
और एक बार फिर से वो ऊपर थे
आधी रात से ज्यादा हो गयी थी ,
जब वो झड़े और मैं भी झड़ी , साथ साथ
रात रात भर , बस एक दूसरे की बाँहों में ,...
रात का आखिरी पहर रहा होगा , हम लोग देर से बात कर रहे थे तभी मुझे याद आया ,
दूध तो अभी तक आधे से ज्यादा बचा है , ...
और मैंने फिर सीधे ग्लास से इनके मुंह में ढुरक ढुरक ,..
लेकिन वो मुझे छोड़ता क्या लड़का ,
और मुझे भी बचा हुआ ,
सच में उस दूध में था कुछ
सारी थकान गायब , और उस से ज्यादा मस्ती , बदमाशी , ... मैं एकदम उनके पीछे पड़ गयी , ...
वही अपंनी छोटकी ननदिया , दर्जा आठ वाली का नाम लेकर ,
तन मन दोनों पे जबरदस्त असर पड़ रहा था , और जो मेरी ये हालत हो रही थी , तो उनकी तो और ,...
और मुझे आई फोन की याद आयी , ...
आई फोन मतलब जिसमें उनके उस ' बचपन के माल ' की मस्त मस्त , पिक्चर्स थीं , एकदम खुल्लम खुल्ला।
" हे तुझे एक मस्त चीज़ दिखानी है , लेकिन पहले आँख बंद कर अपनी , ... "
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Gajab
Let the images play.
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(17-03-2020, 07:19 AM)UDaykr Wrote: Gajab
Let the images play.
thanks
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19-03-2020, 01:59 PM
(This post was last modified: 19-03-2020, 02:01 PM by @Raviraaj. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
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(18-03-2020, 10:41 PM)komaalrani Wrote: so how do u like this post ?
मजा आ गया जी
सच मे बहुत शानदार अपडेट
अगली कड़ी का बेसब्री से इंतज़ार है
•
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बचपन का माल
सारी थकान गायब , और उस से ज्यादा मस्ती , बदमाशी , ...
मैं एकदम उनके पीछे पड़ गयी , ... वही अपंनी छोटकी ननदिया , दर्जा आठ वाली का नाम लेकर ,
तन मन दोनों पे जबरदस्त असर पड़ रहा था , और जो मेरी ये हालत हो रही थी , तो उनकी तो और ,...
और मुझे आई फोन की याद आयी , ...आई फोन मतलब
जिसमें उनके उस ' बचपन के माल ' की मस्त मस्त , पिक्चर्स थीं , एकदम खुल्लम खुल्ला।
" हे तुझे एक मस्त चीज़ दिखानी है , लेकिन पहले आँख बंद कर अपनी , ... "
उनकी गोद में बैठी , मैं इतराती बोली।
उनका मोटा थोड़ा सोया , ज्यादा जागा , मेरे पिछवाड़े मुंह उठाने की कोशिश कर रहा था ,
पर मैं अपने बड़े बड़े मांसल नितम्बों से उसे दबा दे रही थी , पर ,
जैसा सब जानते हैं , जोबन और बगावत जितना दबाओ , उतना और उभरते हैं ,
वही हालत खूंटे की भी होती है , ...
मुझे क्या फर्क पड़ता था , जितना वो कड़ा हो रहा था , खड़ा हो रहा था , उतना मैं अपने चूतड़ से उसे रगड़ रही थी ,
हो जाए खड़ा ,... अब मुझे डर वर नहीं लगता था , ...
,
" तू भी न स्साली , ... अरे बुद्धू ,... आँखे बंद कर लूंगा तो देखूंगा कैसे ,... "
उन्होंने कस के मेरे जोबन को मसलते कहा।
उनकी हथेली मेरी गुलाबो को मसल रही थी
.
" अरे यार तू बहुत बोलता है , ...अच्छा चल आंखे बंद कर , जब कहूँगी तो खोलना ,.... "
और चट्ट से उन्होंने आँखे बंद कर ली , और झट्ट से मैंने आई फोन में फोटो ढूंढ़नी शुरू कर दी ,
मिल गयी , ...
उनकी उस कच्ची कली की चुनमुनिया का क्लोज अप ,
सच में मस्त माल थी , देख के तो एक बार मेरा मन डोल जाता था , उसके भैया तो पक्के पागल हो जाएंगे ,
और उन्होंने मेरे कहने के पहले ही आँख खोल दी , सच में देखते ही , ...
खूंटा एकदम खड़ा ,
लग रहा था आज मेरे पिछवाड़े ही घुस के दम लेगा ,
( अब तक मेरा पिछवाड़ा बचा था हालांकि उनकी सलहज, रीतू भाभी रोज मुझे पूछती थीं , ...और मुझे पक्का था ,
जरूर उन्होंने अपने ननदोई को भी उकसाया होगा। मेरी जेठानी तो , जिस दिन सुबह वो टाँगे फैला के चलतीं , मैं उन्हें चिढ़ाना शुरू कर देती , ... क्यों दीदी आज कुदाल पीछे चली है न , ...
और व्वो मुस्करा के मेरे गाल पे चिकोटी काटते बोलतीं , ... जिस दिन तेरी पीछे वाली फटेगी उस दिन पूछूँगी , आगे वाले से दस गुना ज्यादा दर्द होता है , दो दिन बैठ नहीं पाओगी ठीक से ,...
पर मेरी अभी तक तो बची थी , ... जिस दिन लड़के की मर्जी होगी , फट जायेगी ,...
मन तो बेचारे का करता था , पर हिम्मत नहीं पड़ती थी , और ऊपर से ये ट्रेनिंग आ गयी थी )
उनकी आंखे एकदम चिपकी उस कच्ची कोरी चूत से ,
एकदम कोरी , गोरी गुलाबी , एकदम दोनों फांके चिपकी ,...
खूब फूली हुयी रसीली फांके ,... बीच का छेद एकदम नहीं दिख रहा था , सुनहली झांटे बस आयी आयी थीं , दो चार , ...
लेकिन गोरी गुलाबी गुलाबो के पास मुश्किल से दिखती थीं ,
और रसीली , ...
" है न लेने लायक ,... "
मैंने उनके कड़े खड़े खूंटे पर अपने मोटे मोटे रसीले चूतड़ रगड़ते पूछा , और होंठों पर एक चुम्मी भी ले ली।
" मस्त "
किसी तरह उनके बोल फूटे , उनकी आँखे एकदम उस कच्ची कली की फुद्दी से चिपकी थीं
उनका चेहरा एक उत्तेजना से चमक रहा था , जोश के मारे उनकी हालात खराब थी , खूंटा एकदम खड़ा , कड़ा ,
लग रहा था आज मेरी गांड मार के ही रहेगा , एकदम मेरे पिछवाड़े , जैसे छेद कर देगा , ... और मुझे भी उन्हें चिढ़ाने में बहुत मजा आ रहा था ,
अपने पीछे वाले छेद को अब कस कस के मैं उनके मोटे लंड पर रगड़ रहे थी ,
" मस्त , स्साली क्या चीज़ है , जिसको मिल जाए उसकी किस्मत ,... "
वो फिर बोले ,
" बोल स्साले लेगा इस स्साली की , बोल , फाड़ेगा , .... "
मैं बोली।
वैसे मैं गाली गाने के अलावा कम ही देती थी , ( ननदें अपवाद थीं ) पर उनके साथ , अकेले और वो भी थोड़ा बहुत ,
पर आज उस दूध में सच में कुछ था , और इस ननद के फटने के बारे में सोचकर ही , ...
" एकदम यार , स्साली , ... लेकिन लेकिन ,.... "
उनके मुंह से लार टपक रही थी
पर अभी मैंने ननद रानी की बिलिया का एक क्लोज अप दिखा दिया , मेरे पास दर्जनों फोटुएं थी उनकी बहिनिया की बिल की ,
" बड़ी टाइट है स्साली की घुसेगा कैसे , ... "
वो बोल पड़े , ...
सोच तो मैं भी यही रही थी , अभी वो आठ में पढ़ती थी ,
और इनका था भी एकदम मूसल , बियर कैन इतना चौड़ा तो रहा होगा , ... ज्यादा हो तो कोई शक नहीं , और वास्तव में उसकी बड़ी टाइट थी ,
( नापा मैंने नहीं था , लेकिन जिस दिन ये मेरे मायके पहुंचेंगे न पक्का , इंच टेपफांको से उनकी सलहजें खोल के नापेंगी जरूर ,...
मोटाई भी लम्बाई भी )
मैं उनकी गोद में बैठी थी , उनका खूंटा मेरे चूतड़ में जोर जोर से धंस रहा था और उनकी उँगलियाँ भी ,
दो उंगलिया मेरी सहेली के अंदर , उनके जोश का असर उन पर , जोर जोर से अंदर बाहर और साथ में अंगूठा मेरी क्लिट पर , मैं पिघल रही थी , सिसक रही थी ,
" अरे स्साले , उस स्साली के अंदर भी ऐसे ही घुसेगा , दो नहीं , सिर्फ एक ऊँगली , अगर नहीं घुस पाएगी तो बस दोनों फांको के बीच रगड़ रगड़ कर , गीली कर देना छिनार को ,
स्साली खुद ही टाँगे फैला देगी , बस पेल देना कचाक , हाँ चिल्लायेगी बहुत लेकिन क्या फरक पडेगा , चिल्लाने देना साली को , ... "
मैंने तरीका बता दिया और एक फोटो और , ....
जिसमें मैंने गुड्डी रानी की दोनों पुत्तियों को पूरी ताकत से फैला रखा था , और अंदर की प्रेम गली दिखा रही थी , खूब गीली , एकदम गुलाबी ,
मेरे हाथ तो वो कभी पहचान सकते थे , और अब वो समझ गए थे की कोई इंटरनेट वाली फोटुएं नहीं हैं , ...
" स्साली एक बार बस मिल जाए , सच्ची छोडूंगा नहीं बिना चोदे ,... "
बुदबुदाते हुए उनके मुंह से निकल गया , ...
यही तो मैं चाहती थी , वो खुद अपने मुंह से एक बार बोल दें ,
पीछे मुड़ कर मैंने उन्हें कस के चूम लिया , और बोली , ...
" स्साले भोंसड़ी के , एक बार अब तूने बोल दिया है न , तो बिना चोदे मत छोड़ना उस स्साली को , फाड़ के रख देना , एकदम जड़ तक मूसल पेलना , ... अब तुझे उसे चोदना ही पड़ेगा , ... "
वो सच में बेताब हो रहे थे , बोले , ...
" अरे स्साली मिले तो ,... लेकिन है कौन ये मस्त माल। "
" अरे यार तुझे इसके कच्चे टिकोरे कुतरने से मतलब है या , नाम जानने से , ... "
मैंने उनके गाल काटते हुए जवाब दिया।
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19-03-2020, 03:47 PM
(This post was last modified: 19-03-2020, 06:52 PM by komaalrani. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
मस्त माल
" अरे स्साली मिले तो ,... लेकिन है कौन ये मस्त माल। "
" अरे यार तुझे इसके कच्चे टिकोरे कुतरने से मतलब है या , नाम जानने से , ... "
मैंने उनके गाल काटते हुए जवाब दिया।
उनकी आँखे उस की कच्ची चूत पर टिकी थीं , मैंने मामला थोड़ा आगे बढ़ाया , ...
" अरे यार अभी दर्जा आठ में पढ़ती है , बगल वाले जी जी आई सी ( गवर्नमेंट गर्ल्स इंटर कालेज ) में , ... "
लेकिन अब इनके मन में एक शक उभरा , ... जिसे दूर करना जरुरी था ,
" ... छोटी नहीं है। "
वो हकलाते हुए , थूक घटक कर बोले , ...
" हाँ वो तो है , जाने दो मैं फोटो बंद कर देती हूँ , ... "
मैं गुस्से में फोन बंद करने की ऐक्टिंग करते हुए बोली ,
" अरे नहीं यार ,... दिखाओ न , मैं तो,... "
वो मुझे रोकने की कोशिश करते बोले , ...
मैं कौन बंद करने वाली थी , अभी तो गुड्डी रानी की बहुत सी फोटुएं उनके भइया को दिखानी थीं।
वैसे बात उनकी सही थी , किसी और की बात शायद , ... लेकिन इनका तो वैसे भी बीयर कैन से भी ज्यादा मोटा , स्साली चिल्लायेगी तो लेकिन , अब उसकी तो फटनी भइया से ही तो क्या कर सकता है कोई ,
मैंने प्यार से उनकी चुम्मी ली ,
उनके मोटे लंड को मुठियाते उन्हें उनकी ममेरी बहन , उस कच्ची कली की चूत का एक और क्लोज अप दिखाया और समझाया ,
" देख यार बात तेरी सही है , उसकी एकदम कसी कसी कच्ची है , लेकिन तभी तो मजा आएगा , घबड़ा मत मैं हूँ अपने सोना मोना की , ...कोमलिया , रहूंगी तेरे साथ न मैं , ... ऐसे थोड़ी ,...
अरे तेरी ससुराल के खेत की पीली सरसों का घर में पर कडुआ तेल , आराम से पहले इस खूंटे पर लगा के अच्छी तरह चिकना करुँगी , .. सरसों के तेल से चुपड़ कर , कोई जेली सेली मात ,... फिर सुपाड़ा खोल कर उसे एक कटोरी तेल पिलाऊंगी ,...
बस ऐसा चिकना हो जाएगा न , ... अपने हाथ से उस कच्ची कली की बिल फैला कर उस में सटाउंगी , बस ठोंक देना , ... "
एक पल रुक के मैंने बात आगे बढ़ायी ,
" मुझे मालूम है तू चिल्ला चिल्हट नहीं सुन सकते तो कोई बात नहीं , जैसे तू अपना मोटा लंड उस की कुँवारी चूत में पेलेगा न , ... वैसे ही मैं अपनी मोटी मोटी चूँची उस छिनार के मुंह में पेल देगी , खूब परपराएगी उसकी , बहुत चूतड़ पटकेगी , लेकिन उसके दोनों हाथ मेरी पकड़ में रहेंगे और मुंह में मेरी चूँची , ...सच्ची मेरी गारण्टी , ...
ज़रा भी आवाज़ बाहर नहीं निकलेगी ,...
हाँ एक बार उसकी झिल्ली फट गयी , खून खच्चर हो गया , तेरा ये मोटा सुपाड़ा अंदर तक घुस गया बस , ...
फिर मैं चूँची बाहर निकाल लूंगी अपनी , चिल्लाने देना स्साली को ,
एक बार तेरा सुपाड़ा घुस गया न वो लाख चूतड़ पटके ये मेरा प्यारा मोटा मूसल बाहर आने वाला नहीं ,
फिर तो धीरे धीरे चूँची दबाते सहलाते जड़ तक पेलना , सारी मलाई अंदर , ... "
मैं जैसे जैसे बोल रही थी , वो वैसे ही सोच रहे थे ,
मैं एक एक कर के अपनी ननद रानी की कच्ची चूत दिखा रही थी , हाँ चेहरा सब में क्रॉप था , ... शायद उन्हें कुछ अंदाज रहा हो पर उस समय बस उनका खूंटा बता रहा था वो क्या सोच रहे थे
तो बोल चोदेगा न इस कच्ची चूत को , ...
उस एलवल वाली की कच्ची चूत की एक कर पिक दिखाते मैंने उनसे पूछा
मैंने जोर से लंड को हिलाते पूछा और फिर वो कुछ बोलते एक और बात शुरू कर दी , कॉलेज के लौंडों की बात , लौंडेबाजी की बात
लेकिन अभी भी उनकी हिचक थोड़ी बाकी थी ,
मन तो उनका बहुत उसकी कच्ची चूत की फोटो देखने के बाद कर रहा था पर अभी भी,. १ % ,...
और मैंने गियर चेंज कर दिया
" स्साले तू ना एकदम नौटंकी बाज , जब मेरे मायके चलेगा न और तेरी सास , सलहज , तेरी सब यही बातें तेरी गांड में डालेंगी न तो सुधरेगा तू , स्साले भोंसड़ी वाले
( मैंने मम्मी की बाते जस की तस दुहरा दी , हाँ गालियां मैंने जोड़ी , मम्मी सिर्फ अपनी समधन को गालियां देती थी , इनकी माँ को ,... )
और फिर उनकी कही बातें ही उनके सामने दुहरा दी ,
" ... तू खुद बोलता था , जब तू आठवें में पढता था तो तेरे क्लास के आधे से ज्यादा लौंडो की गाँड़ मार ली गयी थी , कुछ सीनियर क्लास के लौण्डेबाजो ने , और कुछ तेरे क्लास के , यही डी ए वी कॉलेज में ,... या भूल गए ,.. "
उस बात को याद कर के वो मुस्कराने लगे , जैसे फ्लैश बैक में चले गए हों ,
" अरे यार एक बेचारा तो सातवें में पढता था , ... उसे मेरे कॉलेज के सामने , तूने तो देखा ही जो बाँध है उसके नीचे , वहीँ गन्ने के खेत में पकड़ के कॉलेज बंद होने के बाद ले गए , और दो लड़कों ने ,... ले ली स्साले की , खूब धोया , लेकिन पूरा पेल के ही ,... "
वो मुस्कराते हुए बोले
" तो अगले दिन क्या कॉलेज में उसने शिकायत की उन लड़को के खिलाफ जिसने उसकी फाड़ी थी , ... "
ये बात उन्होंने पहले नहीं बताई थी , उत्सुकता वश मैंने पूछी।
" एकदम नहीं , अगले दिन तो संडे था , लेकिन उसके अगले दिन तो वो खुद ,... उन्ही दोनों के साथ बाँध के नीचे , .... " वो बोले।
और मुझे मौका मिल गया ,
" तू भी न पक्का जेंडर डिस्क्रिमिनेशन वाला , अरे क्या लौंडो की टाट की होती है और लड़कियों की मलमल की , ...
स्साले तेरी नहीं ली गयी न इसलिए अब तक ,... ( कोहबर में उन्होंने कबूल किया था की उनका पिछवाड़ा कोरा है , ... पर उनकी सास और सलहजों ने लिख दी थी उनकी। जब भी वो पहली बार ससुराल जाएंगे , उसका भी अच्छी तरह इलाज कर दिया जाएगा ) ,...
अगर उस क्लास में लड़के मजे ले सकते हैं तो लड़कियां क्यों नहीं , ....
अरे यार उसकी दो पक्की सहेलियां दोनों की कब की फट गयी है , एक की तो उसका सगा भाई ,... पिछले छह महीने से लगातार , ... जब उसकी पांच दिन वाली छुट्टी भी चलती है न तो अपने भइया की चूस चूस के मलाई निकाल लेती है , ... "
मैंने उन्हें हड़काया , और वो हड़क गए , और मैंने अगली पिक्चर दिखाई ,
" देख स्साली पक्की छिनार है , खुद चुदवासी हो रही है , कातिक के कुतिया ऐसी गरमा रही है , खुद अपने को ,...देख कैसे मस्त गीली ,... "
और ये देख कर तो उनकी हालत खराब हो गयी , गुड्डी रानी की बिल एकदम गीली थी ,
और अपनी एक ऊँगली से एक मीठी चाशनी के तार को वहां से छू के ,... गीली उसे मैंने और रेनू ने किया था ,
और लीला ने हड़का कर , ये पोज़ खिंचवाया था ,
अब उनकी हालत एकदम ख़राब , ... खुद बोले ,
" सच यार , मिल जाये न तो मैं बिना चोदे न छोडूं चाहे जो भी हो , कितनी गरमा रही है , एकदम मस्त चुदवासी , ... "
" लौंडिया चुदवासी हो तो उसे न चोदना बहुत बड़ा पाप होता है "
मैंने उन्हें गुरु ज्ञान दिया और पक्का कर लिया।
" तो स्साले बोल , चोदेगा न उस स्साली को ,... अगर ये चूत मिल जाए तो , ... "
" एकदम पक्का " उन्होंने बोला।
मैंने तीन तिरबाचा उनसे भरवाया और पूछा , लॉक किया जाये ,
" एकदम लॉक कर दीजिये , " वो हॉट सीट पर जैसे बैठे हो वो बोले ,
" चल यार चल तुझे इस माल के दोनों चूजे भी दिखा देती हूँ ,... " मैं बोली और एक नया फोल्डर खोल दिया और उनकी हालत और खराब ,
चूज़े एकदम मस्त ,
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चूजे
" चल यार चल तुझे इस माल के दोनों चूजे भी दिखा देती हूँ ,... "
मैं बोली और एक नया फोल्डर खोल दिया और उनकी हालत और खराब ,
चूज़े एकदम मस्त ,
कुछ तो मैंने अपनी ननद के बूब्स के लिए थे , क्लोज अप और कुछ में उसकी टॉपलेस ,
लेकिन क्रॉप कर के फेस गायब कर दिया था ,
सच में इन कच्चे टिकोरों को देख के किसी लड़के की हालत ख़राब हो जाए ,
और इस बिचारे की तो उस की कुँवारी कच्ची चुनमुनिया को देख देख के पहले ही हालत खराब ख़राब थी ,
छोटे छोटे , अभी बस उभरते हुए , उठते हुए ,
२८ सी
निप्स भी ,
सुबह के सूरज की ललाई लिए ,... मटर के बस नए नए दाने जैसे छिमी में आते हैं न एकदम छोटे छोटे , मुलायम भी कड़े भी ,
उनकी निगाहें एकदम अपने माल के टीन बूब्स पर चिपकी थीं ,
लार टपक रही थी ,
" मस्त हैं न कच्चे टिकोरे "
मैंने और उकसाया ,
" एकदम ,... " वो बोले
" अरे यार तो इस जोबन के जरा एक चुम्मी ले ले , "
और बिना उनके कुछ कहे , मैंने उनके होंठ से मोबाइल चिपका दिया , और क्या जबरदस्त चुम्मी ली उन्होंने ,... होंठ जैसे चिपक गए हों ,
और मैंने दूसरे मोबाईल से चुपके से फ़ोटू खींच ली ,
साफ साफ उस बूब की भी फोटू आ रही थी और उनके चेहरे की भी , चूमते हुए ,...
बस अब थोड़ी देर में गुड मॉर्निंग के साथ उस कच्चे टिकोरे वाली के पास ये फोटो व्हाट्सएप पहुँच जाने वाली थी , एलवल वाली के पास ,...
और उस के बाद आधी दर्जन उस के बूब्स की फोटों
" बस एक बार मिल जाए , यार ,.. सच्च में , कचकचा के काटूंगा इन अमियों को , बोल न यार कौन है ,... "
उनकी हालत ख़राब थी
" क्ल्यू तो दिया था , आठ में पढ़ती है , जी जी आई सी में ,... "
मैं मुस्कराते हुए बोली और राज खोल दिया ,
वही बूब्स ,
लेकिन अबकी क्रॉप्ड नहीं चेहरे के साथ
और उसकी गुलाबो भी , एक में कम्प्लीट न्यूड ,...
' गुड्डी ' उनके मुंह से निकला लेकिन जोश ज़रा भी डाउन नहीं हुआ था।
मैं ध्यान से उन्हें देख रही थी , अभी उनकी आँखे उस कच्ची कली की गुलाबो से चिपकी थीं ,
एकदम टाइट , कसी , दोनों फांके चिपकी ,... किसी फाड़ने वाले का इन्तजार करती ,
" है न मस्त माल , लेने लायक , ... "
" सच्च में "
और अब एक बार मेरे हाथ से आई फोन लेकर एक बार फिर से उस की बूब्स की ,
चुनमुनिया की फोटो देखने लगे ,
और मैंने कुछ जोड़ा , थोड़ा सही , थोड़ा बनाया हुआ ( पर ननद की फड़वानी हो तो थोड़ा क्या ज्यादा भी झूठ चलता है , अगर वो भी उसके सीधे साधे भैया से तब तो सफ़ेद झूठ भी चलता है )
"तू क्या सोचता है मैंने जबरदस्ती उसकी टॉपलेस , न्यूड फोटुएं खींची होंगी , अरे यार उसने खुद खिंचवाई , और मैंने उसे साफ़ साफ़ बोला की देख मैं तेरे भैया से कुछ छिपाती नहीं हूँ , वो भी देखंगे तो बोली , तो दिखा दीजियेगा , और फिर जब मैंने कहा , मान ले तेरी ये मस्त सहेली और चूजे देख कर उनका मन करने लगे ,.. "
इतना बोल के मैं चुप हो गयी , मैं उनका रिएक्शन देख रही थी , वो बोल पड़े ,
" बोल न क्या बोली वो "
मैं फिर भी चुप रही और उनकी बेताबी देख रही थी , ... वो फिर से बोले
" बोल न यार , क्या बोली वो , ... गुड्डी क्या बोली। "
मैं जोर से मुस्करायी , उन्हें चूमते हुए बोली , और बता दिया
" अरे वही बोली , जो एक छिनार , चुदवासी बोलती है , बड़ी अदा से आँख नचा के बोली , ... भाभी , भैया हैं मेरे , ... कर लेंगे , जो उनका मन करेंगे , मैं मना नहीं करुँगी , तो मैने साफ़ साफ़ पूछा , बोल जो वो मेरे साथ करते हैं रात भर , अगर वो उनका मन करे तेरे साथ तो छिनार बोली , ... तो कर लें , अरे रोज आपके साथ करते हैं कभी मेरे साथ भी कर लें , मैं मना नहीं करुँगी ,... लेकिन वो करें तो सही "
खूंटा एकदम कड़ा हो गया था , वो एकदम बेताब उनकी निगाह अपनी बहन की खुली चूत से चिपकी , ...
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बहुत सुन्दर प्रस्तुति
आरज़ूएं हज़ार रखते हैं
तो भी हम दिल को मार रखते हैं
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मेरी ननद
उनकी बहन , गुड्डी
खूंटा एकदम कड़ा हो गया था , वो एकदम बेताब उनकी निगाह अपनी बहन की खुली चूत से चिपकी , ...
' यार बात तो वो सही कहती थी , स्साली का मन तो बहुत करता है , स्साले लेकिन लड़का है तू पहल तो तुझे ही करना पडेगा न , तो ले ले , वो मना नहीं करेगी , तू अभी कह रहा था न चोदेगा इस चूत को तो चूत वाली को कोई ऐतराज नहीं है , हाँ तुझे ही ,...
हाँ एक बात और ,...
मैंने उससे पूछा कैसे तेरे भैया को चलेगा की तेरी हाँ है , तो वो हंस के बोली ,
भाभी अगर सन्डे को जब भैया ऊपर कमरे में रहते हैं न उसी समय आऊं और सीधे उनके पास आऊँ तो समझ लीजिये मेरी हाँ , ...
और जवाब में उसके चूजे दबाती हुयी मैं बोली ,
अगर तेरे भैया तुझे चूम लें और इन चूजों को दबा दे तो समझ ले की उनका भी मन कर रहा है , फिर तू बच नहीं सकती बिना चुदे , तो जानते हो क्या बोली ,
" क्या बोली , "
वो सच में बेताब थे।
" बोली , बचना कौन चाहती है भाभी , ... मेरी दोनों सहेलियों की चिड़िया कब से उड़ रही है , मेरी बुलबुल भी उड़ने लगेगी और क्या , घोंट लेगी चारा ,... देखिये फटने वाली चीज है तो फटेगी ही , चुद जाउंगी तो चुद जाउंगी
और आज कल तो इतनी पिल्स आ रही हैं , इस्तेमाल के अगले दिन भी ले लुंगी तो कुछ नहीं होने वाला , और आपकी टेस्टेड एंड ट्राइड चीज है ,... "
एकदम उनकी हालत ख़राब।
" तो सोच ले यार अगर कल वो तेरा माल आया , और सीधे ऊपर कमरे में , तो इसका मलतब उसकी हाँ , और आगे अगर तूने इन कबूतरों को सहला दुलरा दिया तो बस तेरी भी हाँ , ... "
मैंने आगे का प्लान बताया , उस समय उसके चूजों की ही फोटो वो देख रहे थे ,
" सोच स्साले , तू उसकी ब्रा से इतना मस्त हो रहा था , अगर ब्रा के अंदर वाला मिले तो ,... "
मैंने फिर जोड़ा ,
" सच्च में टिकोरे बहुत मस्त हैं उसके , ... "
उन्होंने हामी भरी और मैंने साफ़ साफ़ पूछ लिया और अबकी पहली बार उन्होंने साफ़ साफ़ जवाब भी दे दिया
" हे बोल चोदेगा न मेरी ननद को , बोल न साफ़ साफ़ ,... "
" हाँ एकदम , अगर वो कल आयी मतलब उसने हाँ का , ... लेकिन अभी तो तेरी ननद की भाभी की लेनी है ,... "
और उनके कहे बिना मैंने निहुर कर उनकी फेवरिट पोज़ , डॉगी पोज़ में आ गयी और क्या हचक के चोदा उन्होंने।
सुबह हो रही थी लेकिन न मुझे फरक पड़ रहा था न उन्हें।
जनवरी के आखिरी दिन थे , ठंडक अभी भी चरम सीमा पर थी , हम लोगों ने परदे नहीं लगाए थे।
कुहासे की एक मोटी परत खिड़कियों के शीशे पर आड़ बन कर मौजूद थी।
बाहर बूँद बूँद ओस चू रही थी , अंदर नाइट लैम्प की रौशनी हलकी हलकी , बस बिस्तर पर धुंधली पड़ रही थी।
और उसी बिस्तर पर मैं , निहुरी , चेहरा मेरे तकिये में धंसा लेकिन चूतड़ पूरी तरह उठे , टाँगे एकदम फैली और हाथ से खींचकर मैंने एक दो तकिये पेट के नीचे लगा लिए।
अब उस मोटे की बारी थी जिसे मैं अपने नितम्बों के नीचे अब तक दबा दबा कर , मसल कर रगड़ कर तंग का रही थी , लेकिन मेरे नितम्बों से ज्यादा वो गरमाया था ,
अपनी ममेरी बहन की कुँवारी चूत और छोटी छोटी चूँची देखकर ,
मैं जानती थी मेरी ऐसी की तैसी होने वाली है , एक तो वो दूध , ....
रात भर की थकान कपूर की तरह उड़ गयी थी और एक अलग तरह की मस्ती मेरे अंदर भी और मुझसे ज्यादा उनके अंदर भी ,
फिर मेरी कच्ची उमर की ननद की वो सेक्सी फोटुएं , ...
एकदम उनकी हालत खराब थी ,
और उन्होंने मेरी हालत खराब कर दी ,
पहले धक्के में ही मेरी चीख निकल गयी , ... उईईईईईई ओह्ह्ह्ह नहीं नहीं
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(19-03-2020, 07:24 PM)Black Horse Wrote: धीमी आंच पर किसी की भावनाओं को पकाना, कोई आप से सीखें।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
Thanks aage bhi hai
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Komal ji Holi ka prasang kb aayega
Aap ki story bhut achhhi hai
Title to Holi ka hai na story me v to Holi honi chahiye
Plzzz replay
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Kya baat hai
Bahut hi hot update
Keep it up
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(20-03-2020, 09:12 AM)Ppkohli Wrote: Komal ji Holi ka prasang kb aayega
Aap ki story bhut achhhi hai
Title to Holi ka hai na story me v to Holi honi chahiye
Plzzz replay
आपने कहानी शायद शुरू से नहीं पढ़ी , या कुछ मिस कर दिया , ... ये तन के रंग के साथ , बल्कि उससे ज्यादा मन के रंग की कहानी है। इरोटिका जितनी देह की होती है उससे ज्यादा मन की होती है , और यह कहानी , जो एक नव विवाहिता पति पत्नी के बीच की है , हाँ होली के कुछ प्रसंग आएंगे लेकिन कुछ पोस्ट्स के बाद ,
मेरा अनुरोध है की हमें हर पोस्ट का रस लेना चाहिए , .... हर पोस्ट में कुछ ख़ास होता है ,
साथ देने के लिए धन्यवाद
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(20-03-2020, 09:17 AM)UDaykr Wrote: Kya baat hai
Bahut hi hot update
Keep it up
thanks so much
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Mai aapki bhut sari story read ki hai mujhe bhut pasand ata hai
Aap ke jaise koi v story nhi likhta
Holi par aap aur v story likhne wale the
Mai wait kr RHA ki Holi ki koi new story aap likho
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(13-04-2019, 06:40 PM)komaalrani Wrote: बेसबरा
मैं सिहर रही थी , सिसक रही थी ,...
और कुछ देर बाद , जब वो बौराया मूसलचंद मेरी गुलाबों के होठों को फैलाकर सटा
कर ,
सच , एक बार फिर मन में डर छाने लगा , ..
कल और सुबह की ,...
अभी तक जाँघे फट रही थीं , ज़रा सा चलती थी तो 'वहां' चिलख उठती थी , खूब जोर से , किसी तरह मैं दर्द पी जाती थी , ...
और अब तो मैंने देख भी लिया था , सिर्फ लम्बाई में ही मेरी नन्दोई से २५ नहीं था , मोटाई में मेरी कलाई इतना कम से कम ,...
लेकिन आज उन्होंने भी कोई जल्दी नहीं की ,
थोड़ी देर अपने ' उसको ' मेरे ' वहां ' रगड़ते रहे ,...
डर का जगह मस्ती ने ले लिया , मेरी देह मेरे काबू में नहीं रही , मैं सिसक रही थी , मचल रही थी , अब मन कर रहा था , डाल ही दो न , क्यों तड़पा रहे हो ,
डाल दिया उन्होंने , ...
लेकिन बहुत सम्हालकर ,... पर तभी भी दर्द उठा , जोर का उठा ,
...मैंने कस के दोनों मुट्ठी में पलंग की चादर भींच ली , आँखे मुंद ली
पर अब उन्हें भी रोकना मुश्किल था , एक धक्का बहुत करारा ,...
दूसरा उससे भी तेज ,... और रोकते रोकते भी मेरी चीख निकल गयी , ...
और उनका धक्का रुक गया ,
मैं समझ गयी , दर्द को मैं पी गयी , मुस्कराते हुए मैंने आँखे खोली ,
सच में ये लड़का कुछ जरूरत से ज्यादा ही केयरिंग था , इस बुद्धू को कौन समझाये लड़की जब करवाती है तो शुरू में चीखती चिल्लाती है ही , पर ये भी न
इनका चेहरा एक बार फिर घबड़ाया , जैसे कोई इनसे बहुत बड़ी गलती हो गयी हो ,...
पर जब उन्होंने मेरा मुस्कराता चेहरा देखा , और,... मैंने इन्हे कस के अपनी बाहों में भींच कर अपनी ओर खींचा ,... और,... मैं अपने को रोक नहीं पायी
एक छोटी सी किस्स्सी मेरे होंठों ने इनके होंठों पर ले ली ,
इससे बड़ा ग्रीन सिंग्नल इन्हे क्या मिलता , फिर न ये रुके न मैं ,
कुछ ही देर में मेरी आह सिसकियों में बदल गयी , और ये लड़का भी एकदम खुल के , पूरी ताकत से ,...
रगड़ता , दरेरता , घिसटता , फाड़ता जब वो मोटा मूसल अंदर घुसता , तो
दर्द तो बहुत होता , लेकिन दर्द से ज्यादा मज़ा आ रहा था ,
और असली ख़ुशी मुझे हो रही थी , उस लालची , बेसबरे लड़के के चेहरे पर छायी ख़ुशी को देखकर ,.. उस ख़ुशी के लिए तो मैं अपनी जान दे सकती थी।
और अब सिर्फ मूसलचंद ही नहीं , ... वो तो आलमोस्ट अंदर तक धंसे ,...
लेकिन इनके हाथ , इनकी उँगलियाँ , कभी मेरे जोबन , कभी मेरे गाल , मेरे होंठ
जैसे भौंरा उड़ कर कभी इस कली पर तो कभी उस कली पर ,... उनके होंठ कभी मेरे होंठों पर तो कभी गालों पर तो कभी कड़े कड़े गोरे गुलाबी उरोजों पर ,...
कभी मेरे उरोजों को चूम चूस लेते तो कभी कच कच्चा के काट लेते ,
अब मुझे इस बात पर कोई परेशानी नहीं थी की ननदें देख कर चिढ़ाएँगी ,...
मैं भी रुक रुक कर हलके हलके उंनका साथ दे रही थी , किस कर के , ... कभी हलके से से उन्हें अपनी ओर भींच के , और शर्माते झिझकते
कभी कभी मैं भी हलके से ही नीचे से धक्के लगा लेती , और बस वो आग में घी डालने को काफी था ,
फिर तो वो जोर जोर से धक्के , एकदम तूफ़ान मेल ,...
मेरी देह तूफ़ान में पत्ते की तरह काँप रही थी मैं थोड़ी देर ढीली , आँखे बंद ,... जो मजा आ रहा था बता नहीं सकती ,
एक बार दो बार ,... और तीसरी बार वो भी साथ साथ ,... देर तक ,...
उनकी रबड़ी मलाई , मैंने पूरी जाँघे फैला रखी थी , प्यासी धरती की तरह रोप रही थी
बूँद बूँद
और वो सफ़ेद रस की नदी , मेरी प्रेम गली से निकल जाँघों पर ,...
हम दोनों एक दूसरे को बाँहों में भींचे एक दसरे को वैसे ही पड़े रहे बहुत देर तक , मेरा साजन मेरे अंदर , धंसा , घुसा।
बोली मैं ही सबसे पहले ,मौन चादर की उठाकर ,
और बोली भी क्या
" तुम न , बहुत ही बुद्धू हो ,... एकदम बुद्धू हो। "
uff, komal ji , bas jaan hi le lo.............
Niharika
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