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यादों के इंद्रजाल में घुस कर इतने प्यार से वापस आने कोई तुमसे सीखें कोमल,
एक अपडेट में साल गुजार दिया।
आरज़ूएं हज़ार रखते हैं
तो भी हम दिल को मार रखते हैं
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(10-02-2020, 07:32 PM)Black Horse Wrote: यादों के इंद्रजाल में घुस कर इतने प्यार से वापस आने कोई तुमसे सीखें कोमल,
एक अपडेट में साल गुजार दिया।
ज़िंदगी में कभी यादें है , कभी उम्मीदें , कभी हम अतीत में खो जातें हैं और कभी आने वाले दिनों की ओर कुलाचें भरने लगते हैं ,
यही है जिंदगी और मैं इसी को कलम बंद करने की , इसी से कोरे कागज़ भरने की कोशिश करती हूँ ,
कभी आसमान से इंद्रधनुष तोड़ने की , कभी तकिये के नीचे से पुरानी डायरी निकाल कर , उन गुजरे हुए पलों को फिर से जीने की , ...
....
अब बुझा दो ये सिसकते हुए यादों के चराग,
इनसे कब हिज्र की रातों में उजाला होगा।
मेरे दिले-मायूस में क्यों कर न हो उम्मीद,
मुरझाए हुए फूलों में क्या बू नहीं होती।
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Joru ka Gulaam is a long story almost of epic proportion , more than 2000 pages in MS Word and we can divide into 3-4 parts ....and the first part will be JKG at his workplace , in the town ship, which will be coming to end soon ...when we move to his Maika ....it has many characters and i did cross many lines which i had not ( except the maja loota HOLI men ...) ....so please do keep that background in the mind and that is one reason it is coming in a way it is coming
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12-02-2020, 08:10 AM
(This post was last modified: 19-05-2021, 08:37 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
फ्लैश बैक : बदलाव के पहले
( प्री -जे के जी डेज़ )
लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, मेरी शादी पहले हो गयी। मेरे दोनों जीजू बाद में आये।
हाँ लेकिन कमल -चीनू दी की शादी में , खूब मस्ती हुयी और कोहबर में शर्त धरा ली थी उन्होंने।
पर उसके बाद सिर्फ फोन पर ही छेड़छाड़ , असल में तो मुलाकात भी ,
हाँ पांच छह महीने पहिले ,
तब मैं ससुराल में ही रहती थी ,एकदम घुटन वाले माहौल में
इनकी जॉब चेंज हो के जहाँ अभी है वहां लग गयी थी , पर मैं इनके साथ गयी नहीं थी।
इनके ' बदलाव ' के पहले
जी , उस ज़माने में जब सिर्फ मेरी जेठानी और उस छिपकली मार्का मेरी ननद की चलती थी ,
भाभी ये गलत है , वो गलत है , ...आपके मायके में होता होगा , हमारे यहाँ ये सब नहीं होता ,
कार्ड्स मवाली खेलते हैं , ... नो नान वेज , और सबसे बढ़कर नो मस्ती , ...जोर से हंसना नयी बहू ,... लोग क्या कहेंगे , और ये भी कमरे में तो खूब , लेकिन बाहर आने पर जेठानी , ननद के सामने ,... न तुम हमें जानो , न हम तुम्हे जाने ,
और फिर जब से ये जॉब पर चले गए थे , बोरियत और पाबन्दी दोनों बढ़ गए थे ,
मैं इनके साथ जाना चाहती थी , पर जेठानी मेरी ,..क्या करोगी जॉब पर जाकर , ... हम सब के साथ रह के घर के गुन संस्कार सीखो ,... वरना मायके में तो ,... आउट ऊपर से सास को सुना सुना के कहती रहतीं थी , इत्ते दिन मेरी यहाँ सुबह से रात तक काम कर के , कर के , कमर टूट गयी। सोची थी देवरानी आएगी कुछ हाथ बटायेगी पर ये तो मर्द गया नहीं पीछे सामान बाँध के बैठी हैं , ...
और ये भी मन तो इनका करता था मुझे ले जाने का साथ , पर इनकी हिम्मत नहीं पड़ती थी , ... अपनी भाभी के आगे मुंह खोलने की ,...
तो ये उस जमाने की बात है ,... साल भर मुश्किल से हुए हैं लेकिन लगता है कितना जमाना गुजर गया ,...
खैर तो ,...
चीनू के छोटे भाई की शादी थी।
इन्हें तो छुट्टी नहीं मिली ,मैं आ गयी थी। ये तय हुआ था की ये रिसेप्शन के दिन आ जाएंगे और अगले दिन मैं उनके साथ वापस ,
इनके मायके।
वहां कमल जीजू के साथ रीनू ,अजय ,चीनू दी की भाभियाँ ,,... खूब मस्ती।
पूरी शादी के दौरान मैंने कमल जीजू को खूब ललचाया,छेड़ा। हर रस्म में गारियां तो सीधे उन्ही को टारगेट करके , और पूरी नान वेज
अरे हमरे खेत में सरसों फुलायी ,सरसों फुलायी ,
अरे जीजू की बहना ,अरे कमल जीजू की बहना खूब चुदवाई।
हमरे भैय्या से चुदवायी , चीनू के भैय्या से चुदवाई।
शादी में खूब नाची मैं उनके साथ ,
मुझे मालूम था कितने वो मेरे जुबना के दीवाने हैं , तो बस एकदम टाइट कटाव उभार दिखाती ,पूरी बैकलेस चोली ,
और चुनरी तो बस गले में चिपकी रहती , कभी बहुत हुआ तो एक उभार पे हलके से और एक उनको लुभाने ललचाने के लिए हरदम , खुला।
बरात चलने से पहले मैं और रीनू कमल और अजय जीजू के दोस्तों की पार्टी के बीच गेट क्रैश कर गए ,
वो लोग ड्रिंक कर रहे थे और हम दोनों ने भी ,
सिर्फ ड्रिंक ही नहीं सुट्टा भी।
बरात में तो नाची ही , शादी में डी जे भी था ,फिर वहां बेबी डॉल से लेकर हनी सिंह के 'ऐसे वैसे ' गानों पर भी ,
जम के स्लो ग्राइंड ,
रिशेप्शन वाले दिन ' उनका ' फोन आ गया ,
गाडी छूट गयी है अब वो कल सुबह ही आ पाएंगे।
फिर तो कमल और अजय ने ,उससे बढ़कर मेरी मौसेरी बहनों और मौसियों ने खूब छेड़ा , आज तो तेरी ,...
मुंह दिखाई के बाद , छवि ,मेरी नयी नयी भाभी दुल्हन , खूब सुंदर ,लेकिन लजाती शर्माती , बैठी थी।
सिर्फ घर के ही लोग थे , भौजाइयां ,
कजिन्स , और सोफे पर कमल जीजू बैठे थे।
मैं एक प्लेट में लड्ड लेके आयी। और सीधे कमल जीजू के मुंह में ,
लेकिन टिपीकल कमल जीजू,बोले
" अरे मेरी सेक्सी साली दे , तो किसकी हिम्मत है जो मना करे। "
और उन्होंने हाथ फैला दिया ,
" ना ना , ऐसे नहीं ,.. आप खोलिये मैं आज डालूंगी, और एक बार में पूरा , "
उनके मुंह के सामने पूरा बड़ा सा लड्ड ललचाते मैं बोली ,
और उन्होंने बड़ा सा मुंह खोल दिया ,पर मुझे चिढाया ,
" अरे यार डालूँ मैं या तुम ,जाएगा तो वहीं जहां उसे जाना है। "
अपनी पतली नाजुक उँगलियों में मैंने लड्डू लेके उनके होंठों के पास ,
मेरी गोरी पतली उँगलियों ने उन्हें ललचाते बड़ी सेक्सी अदा से उनके होंठों को हलके से सहलाया,
और फिर शरारत से मुस्कराती ,लड्ड झट से मेरे गुलाबी रसीले होंठों के बीच में ,मेरे मुंह में
गड़प।
" स्साली, मुझसे ही बेईमानी,... "
और मेरी पतली कमर को कस के पकड़ के, खींच के उन्होंने मुझे अपनी गोद में बिठा लिया ,
उनके होंठ मेरे होंठ डार्क स्कारलेट लिपस्टिक लगे होंठों पर थोड़ी देर रगड़ते रहे और फिर मुंह खुलवा के ही उनकी जीभ सीधे मेरे मुंह में।
लड्ड की तलाश में ,
मैं छुड़ाने की नाकाम कोशिश कर रही थी ,पर छूटना कौन चाहता था।
और अब उनका दूसरा हाथ सीधे बिना झिझक मेरे गुदाज उभार पर ,
जोर जोर से दबाते मसलते रगड़ते , और अंगूठा एक ऊँगली , आधी से ज्यादा खुली दिखती ,डीप लो कट बैकलेस चोली से झांकती माँसल गोलाइयों पर ,
उनकी जीभ मेरे मुंह के अंदर का रस ले रही थी और हाथ रसीले जोबन का।
कुछ देर में मेरी जीभ ने भी , वो कौन कम थी , मेरे मुंह के अंदर घुसी उनकी जीभ से टंग फाइट करना शुरू कर दिया।
कुछ देर के बाद जब उनके होंठों ने मेरे होंठ छोड़े ,उनकी जीभ बाहर निकली ,
तो मैंने बुरा सा मुंह बनाते हुए , शिकायत की ,
" जीजू , ये सख्त नाइंसाफी है , बल्कि ,... डबल नाइंसाफी। डालना तो चलिए ठीक था ,लेकिन ,... लेकिन इतनी जल्दी निकाल लेना।
बहुत सूना था आपके बारे में लेकिन , ... और फिर गलती तो मेरे होंठों ने की थी , मान लिया ,उनकी सजा तो ठीक ,लेकिन इन बिचारों का क्या दोष जो इन्हें भी ,... "
अपने उभारों की ओर इशारा करते मैं बोली।
जीजू ने झट कान पकड़े , माफ़ी मांगी और बोले ,
" गलती मंजूर साली जी ,अबकी डालूंगा तो जल्दी नहीं निकालूंगा , चलिए फिर से डाल देता हूँ। और जहाँ तक इनकी बात है ( उनका एक हाथ अब फिर से खुल के मेरे जोबन पे था ) ये तो सूद है ,... "
" जीजू ,आपको कौन स्साली निकालने देगी। " मैं भी हंस के बोली।
और जब अबकी कमल जीजू के होंठ मेरे होंठों से चिपके , तो मेरे होंठ भी बराबरी का मुकाबला करते ,
डीप फ्रेंच किस , किसी अडल्ट फिल्मों की हीरोइन मात खा जाए ,जिस तरह से मैं किस कर रही थी ,
उनकी जीभ मेरे मुंह के अंदर ,
एक हाथ तो पहले से ही कमल जीजू का चोली के ऊपर से मेरे गद्दर अनार रगड़ मसल रहा था ,
जो हाथ कमर को पकडे हुआ था वो भी गोरे मखमली पेट से रेंगते सरकते , नीचे से मेरी चोली के अंदर घुस गया ,
और मेरे दोनों जोबन कमल जीजू की मुट्ठी में , खुल के रगड़ते मसलते।
खूब देर तक डीप किस चलता रहा और होंठ मेरे आजाद हुए लेकिन उनकी दुष्ट उँगलियों ने जोबन रस लेना नहीं छोड़ा।
मेरी नयी नयी भौजाई अपनी ननद और नंदोई की शरारते , नजरें झुकाये ,लजाते शरमाते ,छुप छुप के देख रही थी।
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12-02-2020, 08:37 AM
(This post was last modified: 20-05-2021, 08:43 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
कमल जीजू
मेरी नयी नयी भौजाई अपनी ननद और नंदोई की शरारते , नजरें झुकाये ,लजाते शरमाते ,छुप छुप के देख रही थी।
मैंने लजाती शर्माती नयकी भौजी को हम लोगों की ओर चुपके चुपके देखते देखा तो बनावटी गुस्से से जीजू का हाथ अपने उभारों पर से हटाते बोली,
" जीजू , ... चलिए आप का तो कुछ नहीं , आप तो पैदायशी बेशरम हैं , और मैं भी ,आप की छोटी साली हूँ तो आप की संगत में थोड़ी बहुत बेशरम हो ही जाउंगी।
लेकिन ये बेचारी नयी नयी दुल्हन , जो आज ही आयी है इस घर में , वो क्या सोचेगी बिचारी ?"
लेकिन कमल जीजू भी न ,पूरे कमल जीजू थे , नयी आयी दुल्हन की आँखों में सीधे देखते हुए बोले ,
" अरे क्या सोचेगी , अरे जिसकी बहन को मैंने चोद दिया ,क्या उसकी बीबी की छोडूंगा , वो भी ऐसे मस्त माल को।
अरे तुम लोगों का ख्याल कर के आज छोड़ दे रहा हूँ की स्साला इस के साथ वो अपनी सुहागरात मना ले , कल देखना रगड़ रगड़ के इसे भी ,...
और वो भी तेरा भाई स्साला अगर कुछ भी ना नुकुर करेगा न तो निहुरा के उसकी भी गांड मार लूंगा। "
…..
जीजू की बात सुन के सब खिलखिलाने लगे , और संध्या भाभी ने उसे चढ़ाया ,
" अरे तू भी तो अपने ननदोई के साथ , अरे जवाब दे न उनको , ... अरे सलहज का हक़ साली से कम नहीं ज्यादा ही होता है। "
" एकदम "
मैं बोली और खींच के अपनी नयकी भौजी की कमल जीजू के बगल में बैठा दिया।
" देख अपने ससुराल वालों के ,ऐसे हैं तेरे नंदोई। "
खिलखलाते हुए उससे मैं बोली।
रीनू भी वहीँ थीं ,मेरी मंझली बहन , उसने नयकी भौजी का चेहरा उठाते हुए चिढ़ाया ,
" अरे अभी सारे ससुराल वालों में इसे सिर्फ अपने साजन का इन्तजार है ,कब आएगी मिलन की घड़ी ,कब से कर रही है इन्तजार। "
हम लोगों की भाभियाँ भी ,किसी ने पीछे से कमेंट मारा ,जब से झांटे आयी।
रीनू उनके कमेंट को इग्नोर करते बोली ,
" घबड़ा मत, बस मुश्किल से घण्टे भर की देर है , नौ बजे के पहले ही तुझे तेरे कमरे में पहुंचा देंगे , और ठीक नौ बजे बाहर से ताला बंद , पूरे १२ घंटे के लिए। होगी तेरी चुनमुनिया की कुटाई , रात भर। "
छंदा भाभी नयी दुल्हन का पूरा साथ दे रही थीं ,आखिर उन की देवरानी थी ,उन्ही के गोल की ,हम ननदों पर हमला करने के लिए। बोलीं ,
" अरे वो आयी ही इसलिए है , फिर अपना भूल गयी तुम लोग पहली रात का हाल , कै दिन टाँगे फैलाये फैलाये चल रही थी। "
तभी पीछे से किसी और भाभी की आवाज छंदा भाभी के पक्ष में आयी ,
" अरे चीनू का ,.... "
मैं तुरंत बीच में बात काट दी। अब सबको मालुम हो गया था की कमल जीजू का गदहा छाप था, पहली रात ही चीनू का ऐसे खून खच्चर हुआ की उसे हॉस्पिटल जाना पड़ा।
अगर ये बात आज की रात इस नयी नवेली ,कोरी दुल्हन को मालुम हो जाती तो बिचारी बेकार में ही हदस जाती। बात काटती मैं बीच में कूदते बोली ,
" अरे इसकी ननदे चीनू की ननदों की तरह ,... क्यों रीनू। हम दोनों तो अपनी इस प्यारी प्यारी भाभी के साथ जब जाएंगी कमरे में तो खुद सब चेक चाक कर लेंगी।
दो दो ऊँगली से खुद ही वैसलीन पूरे अंदर तक लगाएंगी ,पूरी वैसलीन की नयी बॉटल खाली कर देंगी ,वैसलीन में क्या कंजूसी।
फिर तो सटॉक से भौजी मेरा मूसल घोंटेगी। "
" अरे आज कल वो जेली आती है न कौन सी ,... "
रीनू याद करने की कोशिश करते बोली।
कमल जीजू कैसे चुप रहते ,उन का एक हाथ मेरे उभारों पर फिर पहुंच गया था लेकिन दूसरा लालची हाथ अब उन्होंने अपनी सहलज के कंधे पर रख दिया था।
हलके से उसे दबाते ,सहलाते उन्होंने रीनू की बात पूरी की ,
"के वाई जेली। "
" हाँ हाँ वही ," रीनू बोली ,और नयी दुल्हन समझाते हुए कहा , बस वो भी तेरी गुलबिया के मुहाने लगा देंगे , दर्द आधा हो जाएगा ,और मजा एकदम कम नहीं होगा। "
बसन्ती ,नाउन की बहु। लगती तो वो भी हमारी भाभी ही थी ,हमें चिढाते बोली ,
" अरे भौजाई को इतना तैयार कर रही हो तनी अपने भैया को भी ,तेल वेल लगा के तैयार कर के ,... "
मैं थी ही जवाब देने के लिए ,
" अरे तो तू भौजाई लोग काहें के लिए हो , कडुवा तेल लगाय के मुठियाय के अपने देवर को भेजियेगा , हम लोग अपनी भौजाई को तैयार करेंगी ,आप लोग देवर को। "
सारी भाभियाँ खिलखलाने लगीं लेकिन छंदा भाभी बोलीं ,
" एकदम हमार देवर है , कड़वा तेल चुपड़ के तो भेजूंगी ही , अगले राउंड के लिए भी पूरी एक लीटर वाली बोतल कमरे में रख दिया है। "
" अरे सिर्फ कडुवा तेल ही नहीं सांडे का तेल भी लगा के भेजूंगी देखना , पूरी रात भर कुश्ती होगी। "
बसंती भी अब अपने पूरे रूप में आगयी थी।
" हे हमारे भैया को ज्यादा इन्तजार मत करवाना ,ये रात रोज रोज नहीं आती , ये नहीं की सारी रात भर नहीं नहीं में गुजर जाए। "
रीनू ने एक बार फिर दुल्हन की ठुड्डी पकड़ के उठा के समझाया।
" एकदम हम सारी ननदे तेरे बगल के ही कमरे में रहेंगी ,अगर ताला बन्द करने के आधे घण्टे के अंदर चीख न सुनाई पड़ी तो समझ लो , हम सब ताला खोल के अंदर पहुँच जायेगीं। अंदर सिटकनी मैंने पहले ही निकाल दी है ,और कमरा सिर्फ बाहर से बंद रहेगा और चाभी मेरे पास। "
उसे चिढाती मैं बोली।
" घबड़ा मत यार , पूरे १२ घण्टे की गारन्टी , सुबह नौ बजे ही हम ननदे आएँगी तेरे पास। "
चीनू अपनी छोटी भाभी को हिम्मत दिलाते बोली।
" एकदम , फिर तेरे मर्द को भगा के हम ननदे फुर्सत से एक बार फिर से नीचे वाले मुंह की ,मुंह दिखायी करेंगी। देखेंगे की इस्तेमाल के बाद क्या रूप निखर आया है भौजी की गुलबिया का। "
कमल जीजू को चुप करना मुश्किल था ,वो भी बोल पड़े ,
" अरे सिर्फ ननदे ही क्यों नंदोई को भी भी मुंह दिखाई करने का हक है। "
उनकी बात अनसुनी करते , एक भाभी ने मुझे टारगेट किया ,
" अरे मुंहदिखाई की रसम तो ठीक है ,लेकिन नेग में क्या दोगी। "
चिढाते हुए उन्होंने मुझे छेड़ा ,
मौके का फायदा उठाते हुए मैंने नयी दुल्हन के मेंहदी लगे हाथ सीधे कमल जीजू की जांघ पर रखते हुए जवाब दिया ,
" ये छह फिट के हैं न मेरे जीजू , नेग में। कल से सहलज और ननदोई ,हम सालियाँ बीच में नहीं आएगी , वैसे भी तुझे देख देख के कब से इनके मुंह में पानी आ रहा है। "
मैंने नयी दुल्हन को चिढाते बोला।
" मुंह में पानी आ रहा है या कहीं और ,... "
भाभियाँ क्यों चूकती।
" अरे कहीं भी पानी आ रहा हो आज उस का इलाज करने के लिए उनकी सालियाँ है न इनके पास ,
जहां तेरी सुहाग रात मनेगी ठीक उसी से सटे कमरे में तेरी ननदे भी एक बार फिर से दुबारा सुहागरात।“
मैं बोली।
पर मेरी बात काटती हुयी चीनू और रीनू दोनों एक साथ चीखीं ,
,
" सालियाँ नहीं साली ,सिर्फ तेरी ली जायेगी ,हाँ साथ में नजारा देखने के लिए हम दोनों रहेंगी। "
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Very very very hot update.
Ek dam jaanleva
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Story is getting boring with every update. "Shadi me gyi... Jeeja ji aye... Laddoo Khaya... Ye kiya... " What the hell. Update padhne ka man ni krta yar. I advise to improve or ignore
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(13-02-2020, 02:55 PM)Salilxx Wrote: Story is getting boring with every update. "Shadi me gyi... Jeeja ji aye... Laddoo Khaya... Ye kiya... " What the hell. Update padhne ka man ni krta yar. I advise to improve or ignore
ek aadami aur aur aurat mile aur thukaai shuru ho gai...
aise bahut saari kahaniyaa is forum par uplabdh hai..
lekin sex ke pahle ki bhumika, nayak aur nayika... jo ek se jyada bhi ho sakte hain..
unme chhec chhad.. ruthna aur manana ye kahani ko gatishil aur rochak banata hai..
komaal ki kahaniyo me kshetriy vaad samvaad aur lok geet prachur maatra me jo kahani ko manoranjak to banaati hi hai us samay ki ghtnaao ko ek vaastvik aakar bhi deti hai..
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14-02-2020, 08:09 AM
(This post was last modified: 21-05-2021, 08:35 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मस्ती : दो दो जीजू
" मुंह में पानी आ रहा है या कहीं और ,... "
भाभियाँ क्यों चूकती।
" अरे कहीं भी पानी आ रहा हो आज उस का इलाज करने के लिए उनकी सालियाँ है न इनके पास ,
जहां तेरी सुहाग रात मनेगी ठीक उसी से सटे कमरे में तेरी ननदे भी एक बार फिर से दुबारा सुहागरात।“
मैं बोली।
पर मेरी बात काटती हुयी चीनू और रीनू दोनों एक साथ चीखीं ,
,
" सालियाँ नहीं साली ,सिर्फ तेरी ली जायेगी ,हाँ साथ में नजारा देखने के लिए हम दोनों रहेंगी। "
हुआ ये की जैसे शाम को रिसेप्शन के पहले ये पता चला की वो आज नहीं आ पाएंगे बस मेरी दोनों शैतान मौसेरी बहनों ने प्लान बना लिया और आफ कोर्स मेरे जीजू लोगों का तो फायदा ही हो गया।
हम लोगों का पहले से ही सुहागरात वाले कमरे के बगल वाले कमरे में सोने का प्लान था।
हम तीनों बहनों का बस कमल जीजू ने एलान कर दिया की कोई भी अपने मर्द के साथ नहीं सोयेगा ,
" एकदम , "
हम तीनों बहने एक साथ बोलीं ," आखिर हम भी अपने मुंह का स्वाद बदल लेंगी न। "
और डील पक्की हो गयी थी।
लेकिन जैसे ही पता चला की वो नहीं आ रहे हैं चीनू और रीनू दोनों मेरे पीछे ,
" चल सबसे छोटी है तू , आज तुझे अपने मर्द हमने दिए। "
मैं क्यों पीछे रहती ,हँसते हुए भी मैं बोली ,
:तू दोनों क्यों दोगी , मैं खुद अपने दोनों जीजू के साथ , तुम दोनों ने बहुत मजा ले लिया मेरे जीजू का, आज साली का नम्बर है."
" अरे क्या पहले तो यही दोनों फाड़ते तेरी ,लेकिन शादी तेरी पहले हो गयी , तेरे जीजू लोगों का घाटा हो गया , लेकिन आज सूद ब्याज के साथ वसूलेंगे दोनों। "
चीनू हँसते हुए बोली।
" और तुम दोनों क्या करोगी , ऊँगली ? "
मैंने हंसते हुए रीनू और चीनू को छेड़ा।
" हम दोनों मिल के तेरी और तेरे जीजू की फिल्म बनाएंगे , उनकी हिम्मत बढ़ाएंगे। "
दोनों एक साथ बोलीं।
तो फिर बस उसी बैकग्राउंड में ,
कमल जीजू ने अपनी नयी सलहज को छेड़ा भी ,हिम्मत भी दिलाई ,
" अरे घबड़ा मत , तेरा मर्द जितनी बार तेरे साथ ,उससे एक ज्यादा बार हम दोनों तेरे ननदोई उसकी बहन के साथ। "
अब हमारी नयकी भौजी और उंनकी नयी नवेली सलहज की हिम्मत खुल गयी थी ,
बजाय छुप छुप के आँचल में मुस्कराने के अपने ननदोई की बात पर वो खुल के खिलखिलाई।
लेकिन मैं कहाँ मानने वाली थी ,
" नहीं नहीं जीजू ये बेईमानी है। वो आपका साला अकेला और आप दो दो लोग , फिर आप दोनों तो बचपन के खिलाड़ी है ,वो बिचारा सीधा साधा ,पहली बार , और सिर्फ एक बार ज्यादा,... वो भी आप दोनों मिल के ,... बहुत कम है ये। "
मैं चिढाते हुए और अपने दोनों जीजू को उकसाते हुए बोली।
" चलो कोई नहीं ,मेरा देवर ,नयी देवरानी के साथ हैटट्रिक करेगा ,और तुम मेरे दोनों ननदोइयों के साथ डबल हैट्रिक , "
संध्या भाभी ने फैसला सुना दिया ,
लेकिन साथ में अपने नन्दोइयों से सवाल भी पूछ लिया,
" मेरी छोटी ननद अकेली और आप दोनों , .... दो , ... बारी बारी से या साथ साथ। "
" अरे बारी बारी से काहें , ई छिनार ननद के मस्त रसीले गाल दो , गद्दर जोबन दो ,... और एकर अगवाड़ा भी छिनार ,पिछवाड़ा भी छिनार , तो बारी बारी से काहें ,साथ साथ ,
अरे एनकर बुर भी चुदेगी और गांड भी मारी जाएगी ,वो भी साथ साथ , वरना फायदा क्या दो दो जीजा होने का। "
बसन्ती भौजी अब एकदम अपने लेवल पर आगयी।
सोच कर ही मैं गीली हो रही थी ,
आगे पीछे दोनों ओर , मेरा पिछवाड़ा अभी भी कुंवारा था। कमल जीजू तो खैर अगवाड़े से ज्यादा पिछवाड़े के शौक़ीन थे ,अजय ने भी शादी के एक हफ्ते के अंदर हनीमून के दूसरे दिन ही रीनू का पिछवाड़ा बजा दिया था।
लेकिन जो मैं डर रही थी , वही बात हो गयी , ... बसंती ने पूछ लिया , मेरे मुंह से सही बात निकल गयी और फिर तो मेरी वो रगड़ाई ,
" और ई जिन कहा , की तोहार पिछवाड़ा कोर बा , ... नन्दोई कबौं , गाँड़ तोहार , ... "
छवि मेरी नयी भाभी , कमल और अजय मेरे दोनों जीजू और मेरी दोनों कमीनी बहने मुझे ध्यान से देख रही थीं , और चक्कर में मेरे मुंह से सच निकल गया ,
" हाँ अभी कोरी , अभी तक कभी नहीं ,... "
असल में ये इनके मायके वाला फ़ार्म था , एकदम अच्छे बच्चे वाला रूप , करने मे साइज़ शेप में ये किसी से १९ नहीं २० ही थे , पर वही अच्छे बच्चे ये नहीं करते वो नहीं करते ,... तो इनसे पिछवाड़े की बात सोचना ही मुश्किल था , ... लगे सारी रहते थे , तीन बार से कम कभी नहीं , पर वही मिशनरी पोज , अक्सर हम दोनों ढंके , ...
और मेरा ये कहना था की फिर तो बंसती , संध्या भाभी , मेरे पीछे और उससे ज्यादा कमल जीजू के ,...
" ई तो बहुत नाइंसाफी है , हमरे कोमल ननद क अस चौड़ा मस्त चाकर चूतड़ , अइसन मटक मटक चलती हैं , देख के पिछवाड़ा लौंडन क खड़ा हो जाता है , ... और वैसी गांड अभी तक कोरी , ... और यहाँ दो दो जीजा , चलो आज तोहरे भौजी क बुर फटी त तोहार गांड ,... "
बसंती , एकदम चालू
और मैं जो अबतक नयी आयी भाभी , छवि को चिढ़ा रही थी , खुद मेरा चेहरा शर्म से लाल , ...
मैं समझ गयी थी अब कमल जीजू छोड़ने वाले नहीं थे और अजय कौन कम , ...
और संध्या भाभी को मौका मिल गया , आखिर नयी आयी भाभी , छवि , उनकी देवरानी थी ,
उन्ही की गोल की और हम सब बहने उस की जम कर रगड़ाई कर रहे थे ,
संध्या भाभी ने छवि का जो थोड़ा सा घूँघट था वो भी हटा दिया , और सीधे उसी से बोलीं ,
" जो तेरी ननद , इत्ता तेरे चीखने की बात कर रही थीं , देखना उनकी चीख तो तेरी चीख से भी जोरदार होगी ,
बगल का कमरा ही तो है , तुझे भी सुनाई देगी , और तेरे लिए तो ये जो वैसलीन , जेली और कड़ुवे तेल की बात कर रही थीं , न इनकी तो सूखी ही ली जायेगी , ... "
बसंती भी , आखिर थी तो रिश्ते में भौजाई ही , ... वो अपनी ननद को रगड़ने का मौका क्यों छोड़ती , वो भी नयी देवरानी के साथ हो गयी , बोल वो छवि से रही थी पर निशाने पर मैं थी
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14-02-2020, 08:32 AM
(This post was last modified: 23-05-2021, 11:12 AM by komaalrani. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
मुकाबला
संध्या भाभी ने छवि का जो थोड़ा सा घूँघट था वो भी हटा दिया , और सीधे उसी से बोलीं ,
" जो तेरी ननद , इत्ता तेरे चीखने की बात कर रही थीं , देखना उनकी चीख तो तेरी चीख से भी जोरदार होगी ,
बगल का कमरा ही तो है , तुझे भी सुनाई देगी , और तेरे लिए तो ये जो वैसलीन , जेली और कड़ुवे तेल की बात कर रही थीं ,
न इनकी तो सूखी ही ली जायेगी , ... "
बसंती भी , आखिर थी तो रिश्ते में भौजाई ही , ...
वो अपनी ननद को रगड़ने का मौका क्यों छोड़ती , वो भी नयी देवरानी के साथ हो गयी , बोल वो छवि से रही थी पर निशाने पर मैं थी
" अरे सूखे काहें , नन्दोई क मूसर खूब चूस चूस के ,... अरे मुंह में जितना थूक है लगाए के कर ले चिकना कउनो मनाही , ... लेकिन थूक के अलावा और कुछ नहीं ,
क्यों नन्दोई जी , ..
और तू तो केतन कॉलेजी लौंडन क नेकर सरकाये के , गन्ना क खेत और बांधे के नीचे , खाली थूक लगाय के , ... तो इन्हा कौन , निहुरावा , थूक लगाव , सटावा , पेल दा , ... थोड़ी देर चीख चिल्लाहट होई , तो होवे दा न , आखिर बाहर हम भौजाई लोग रहेंगी , कउनो उनको बचावे नहीं जाएगा बल्कि बाहर से हम बोलेंगी , हाँ नदोई जी एक धक्का और , फाड् दो गांड ननद रानी की , ... "
और फिर मोर्चा संध्या भाभी ने सम्हाल लिया , छवि से बोलीं ,
,
" चल आज मुकाबला हो जाए , हमार देवरानी और ननद के बीच , कौन ज्यादा जोर से चीखता है और पहले , ...
माना हमर ननद बचपन की मायके की छिनार है। तो देखा जाय आज जीजा साले में कौन ज्यादा तेज चीख निकलवाता है , ... "
और उन्होंने मुकाबला कबूल करने के लिए मेरी दोनों बहनो को देखा , रीनू और चीनू ,
दोनों ही बचपन से मुझे आगे करके , महा दुष्ट , ... और अभी भी , ...एक साथ दोनों बोली
" एकदम , वैसे भी सबसे छोटी साली है , इसकी कोरी कोरी कमल जीजू को मिलने वाली थी, पहले इसके दोनों जीजू चढ़ते , इसकी मार मार के ताल पोखर ऐसी कर देते तब इसके मरद को मिलती , पर ,... ये बेईमान अपनी कोरी कोरी बचा ले गयी , ... तो चलो आगे वाली कोरी नहीं तो पीछे वाली ही कोरी सही , ... "
कमल जीजू , एकदम परम पापी लालची , मुझे देखते बोले ,
" एकदम मैं वैसे भी छेद छेद में भेद नहीं करता , ... "
अजय रीनू का हस्बेंड , मेरा तो जीजू ही था , में सबसे छोटी , हंस के बोला ,
" अरे डबलिंग करनी है , तो कमल बड़े हैं पहली बार वो कोरे पिछवाड़े का , और अगली बार मेरा नंबर लग जाएगा , ... क्यों कोमल। "
मैं क्या बोलती मेरी नीच कमीनी बहने थीं न दोनों , मोल भाव करने के लिए , वो दोनों सीधे संध्या भाभी से बोली ,
" बोली तो लगा रही हैं लेकिन इनाम क्या मिलेगा आपके नन्दोई को , ... "
संध्या भाभी जोर से मुस्करायी , कुछ छवि के कान में बोलीं , फिर सीधे कमल जीजू से
" नन्दोई जी , अगर मेरी ननद की चीख मेरी देवरानी से पहले और ज्यादा तेज निकली , ... तो , ... तो , सोच लो इनाम ,.. "
हम सब इन्तजार कर रहे थे बात पूरी होने का और सबसे ज्यादा , कमल जीजू , बस लार नहीं टपक रही थी उनकी , हाँ खूंटा एकदम टनटनाया था ,
और संध्या भाभी ने बात पूरी की ,
" इनाम में तोहार सलहज , कल ,... "
और उनकी बात पूरी होने के पहले ही कमल जीजू मैदान में कूद पड़े ,
" एकदम भाभी , अरे पूरे मोहल्ले में चीख सुनाई पड़ेगी आपकी ननद की , और इतना वेट क्यों , मैं कहिये तो अभी कमरे में ले जाकर , निहुराकर , ... इस मीठे रसगुल्ले के लिए तो ,... "
कमल जीजू की निगाह एकदम बेशरम की तरह छवि के मीठे मीठे चेहरे पर चिपकी थी ,
और छवि भी बजाय गुस्सा होने के , शरमाने के हलके हलके मुस्करा रही थी , आंखे झुका के ,...
फिर तो दोनों जीजू एक साथ चीखे ,
" अरररे , हंसी तो फंसी , ... "
और अब तो छवि सच में हंस दी , ...
मैं चुप जरूर थी लेकिन मुस्करा रही थी और सोच रही थी , कोमल यार आज तो तेरी गाँड़ गयी , ... डबलिंग भी , ...
लेकिन मैं भी तो जब से आयी थी ,...एक तो ये नहीं थे ,...
फिर बहुत दिन बाद सारी बहने , भाभियाँ , मौसियां ,....एकदम खुला माहौल , ...और सबसे बढ़कर दोनों जीजू , ...
हर रस्म में चुन चुन के गालियां नाम ले ले कर दोनों जीजू लोगो को और उससे भी बढ़ कर , पकड़ना रगड़ना , ...
शादी की रस्मों में तो बहुत मौके मिलते हैं ,
हल्दी का छापा लगाने के लिए दौड़ के मैंने कमल जीजू को घेरा , ..
संध्या भाभी मुझे चढ़ा रही थीं , अरे असली जगह लगा , असली जगह , तू तो सबसे छोटी स्साली है ,...
और मैंने सच में पाजामे में हाथ डाल दिया , जीजू ने चड्ढी पहन रखी थी ,
पर जीजू की चड्ढी के ऊपर से खूब जम के मसला रगड़ा , चीनू जो रोज बताती , कलाई इतना मोटा , बित्ते इतना बड़ा , ... सच में जीजू को अंडर एस्टीमेट कर रही ,...
मन तो मेरा कर रहा था चड्ढी के अंदर भी ,... लेकिन तबतक बसंती भौजी दिख गयी , ... ननद भौजाई के मुकाबले में तो वो मुझे खूब खुल के गरियाती थी , लेकिन जीजू के पीछे हम दोनों मिल के , आखिर मेरे जीजू थे तो उस के भी नन्दोई थे ,...
उसने मुझे उकसाया , अरे असली जगह जब तक हल्दी न लगे , आगे पीछे तब तक क्या याद रहेगा ससुराल आये थे ,
और मैंने भी उसे उकसाया ,
सब काम साली ही करेंगी , सलहज किस लिए हैं ,
बस चड्ढी के अंदर आगे से वो , पीछे से मैं ,...
और मैंने तो दरार में भी हल्दी से रंगी एक ऊँगली , ...
जीजू उचक गए बोले
स्साली जब मैं तेरे पिछवाड़े डालूंगा न तो पता चलेगा , परपारायेगी , ... लेकिन बसंती सीधे से उनके खूंटे पर हल्दी लगाते बोली ,
" अरे नन्दोई जी लगा दीजिये न डालने वाले डालते हैं पूछते नहीं , वो भी साली से , ससुराल में ,,, "
मैं सोच रही थी , मन भी कर रहा था और सिर्फ कमल के साथ नहीं अजय जीजू के साथ भी , ...
आखिर करार तो यही था , बचपन का ,... लेकिन ये मैंने नहीं सोचा था , एक साथ दोनों ,....
पर मेरी कमीनी बहनें , ... इन दोनों ने पहले से प्लान बना रखा था मेरी सैंडविच दोनों जीजू से बनवाने का , और आज संध्या भाभी भी ,...
फिर ये भी नहीं आये तो मेरी बहनों को मौका ही मौका ,.. और ऊपर से अब कमल जीजू को मालूम हो गया है की मेरा पिछवाड़ा अभी तक कोरा है तो ,
अब तो ये बचने वाला नहीं ,...
न बचे तो न बचे , चीनू की नहीं बची , रीनू की नहीं बची , ... तो मेरी बचने का सवाल ही नहीं , लेकिन एक साथ दोनों , ... सोच सोच के ही न जाने कैसा लग रहा था , लेकिन इतनी देर से संध्या भाभी और बसंती मेरे पीछे पड़ी थी , मेरा भी तो बोलना ,.. और वो भी लोग भी छवि के बहाने मुझे छेड़ रही थी तो मैंने भी छवि से ही बोला ,
" अरे यार मेरी मीठी भाभी का फायदा हो जाए तो थोड़ी बहुत चीख पुकार भी मैं मचा लुंगी , ... आज साले के साथ , कल बहनोई के साथ , .. आज सैंया के साथ , कल नन्दोई के साथ , ... एकदम बदल बदल कर टेस्ट मिलेगा , ... और घबड़ा मत जीजू सिर्फ नीचे वाले मुंह का ही नहीं ऊपर वाले मुंह का भी टेस्ट बदलेंगे तेरा अपना चमचम चुसा के , ... अरे आखिर हमारी भौजाइयों को उनके माँ बाप भेजते ही इसलिए हैं , .. आ के मोटे मोटे मूसल घोंटे , ... "
लेकिन तब तक चमेली आ गयी , नाउन की बेटी , मुझसे छोटी , अभी तीन महीने पहले तो शादी हुयी थी , इसी शादी के लिए ससुराल से आयी थी , बस जो बात मैं नहीं कह पा रही थी , आ गयी छवि को महावर लगाने के लिए , ... अपनी रंग की कटोरी लिए और बात उसने पूरी की ,
" अरे सच बोला भौजी , बिदाई के टाइम तोहार महतारी काने में इहै कहत रहीं न , ... जा बेटी खूब चोदवावा , सैंया , नन्दोई देवर , ... दिन रात लौंड़ा घोंटे के मिली . "
अब छवि सच में शर्मा गयी और हम सब बहने उस के पीछे , .. और अब संध्या भाभी भी , मजे ले कर चमेली को हड़काने लगी ,
" अरे कहाँ अपने मायके के यारों के साथ फंसी थी छिनार , खूब गाढ़ महावर लगा , ... रच रच के। "
असली मतलब तो उस महावर का हम सब को मालूम था जिसकी जिसकी सुहागरात हो चुकी थी , चमेली भी हंस के संध्या भाभी से बोली ,
" अरे भौजी , सबेरे अपने देवर को देखियेगा , इहै महावर उनके माथे में लगा रहेगा , पक्का। इनके ननद का हाथ है , चमेली का। और भौजी ( अब वो छवि से बोल रही थी , ... ) ठीक नौवें महीने सोहर होना चाहिए , यही कंगन लुंगी भतीजे का , ... दिन घडी आज का नोट कर ले रही हूँ , ... "
और जब वो महावर लगा के उठी , तब तक साढ़े आठ बज गए थे , नौ बजे हम लोगों को छवि को उसके कमरे में पहुँचाना था और उसके बाद हम तीनों बहने , और दोनों जीजू बगल के कमरे में , ... एकदम नयी दुल्हन के कमरे से सटा ,...
लेकिन तबतक फोटो लेने वाले आगये और हम लोग ग्रुप फोटो की तैयारी में लग गए।
और ग्रुप फोटो में आफ कोर्स , प्लेस आफ हॉनर ,नयी दुल्हन को मिलना था।
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14-02-2020, 09:29 AM
(This post was last modified: 23-05-2021, 11:13 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
ग्रुप फोटो
" अरे भौजी , सबेरे अपने देवर को देखियेगा , इहै महावर उनके माथे में लगा रहेगा , पक्का। इनके ननद का हाथ है , चमेली का। और भौजी ( अब वो छवि से बोल रही थी , ... ) ठीक नौवें महीने सोहर होना चाहिए , यही कंगन लुंगी भतीजे का , ... दिन घडी आज का नोट कर ले रही हूँ , ... "
और जब वो महावर लगा के उठी , तब तक साढ़े आठ बज गए थे ,
नौ बजे हम लोगों को छवि को उसके कमरे में पहुँचाना था
और उसके बाद हम तीनों बहने , और दोनों जीजू बगल के कमरे में , ... एकदम नयी दुल्हन के कमरे से सटा ,...
लेकिन तबतक फोटो लेने वाले आगये और हम लोग ग्रुप फोटो की तैयारी में लग गए।
और ग्रुप फोटो में आफ कोर्स , प्लेस आफ हॉनर ,नयी दुल्हन को मिलना था।
बीच में मेरी नयी भाभी ,
उसके दोनों ओर उसके ननदोई यानी मेरे जीजू अजय और कमल , और मैंने सोफे के हत्थे पर।
चीनू ,रीनू सोफे के पीछे खड़ी।
नयी दुल्हन का पहला दिन था तो उसके साथ उतना ज्यादा तो नहीं पर उसके दोनों कन्धों पर अजय और कमल जीजू ने हाथ रखे हुए थे और उनकी शरारती ललचाती उंगलिया बस उसकी गोलाइयों से थोड़े ही ऊपर ,
" हे उधर बैठी हो कड़ा कड़ा गड़ रहा होगा , आ इधर बैठ जा न , "
कमल जीजू भी न, उन्होंने मुझे अपनी गोद में बैठने का इशारा किया ,
ऊपर से मेरी मझली बहन रीनू ,वो भी मेरे पीछे पड़ गयी ,
" हे माना की तू छोटी साली है लेकिन मैं भी तो कमल जीजू की साली हूँ ,मुझे भी बगल में बैठ के फोटो खिंचवाना है :
और बस मैं कमल जीजू की गोद में।
मेरी भाभियाँ , नयी दुल्हन सब उनकी शरारतों पर मुस्करा रहे थे।
एक सलहज ने उन्हें छेड़ा ,
" सम्हल के अरे , सालियों और सहलज के धक्का मुक्की में कहीं गिर न पड़ें ,ज़रा सम्हल के। "
" अरे आपके ननदोई इत्ती जल्दी गिर जाते हैं ,क्यों जीजू , नयी सलहज का असर है क्या ,"
मैंने भी जीजू को चिढाया।
बिचारे ट्रैक बदल के ,वो मेरे पीछे पड़ गए ,
" वहां लकड़ी पर बैठी थी कडा कड़ा लग रहा होगा , और यहां ,.... " कमल जीजू बोले।
" अरे जीजू नहीं ,यहां ज्यादा कड़ा कड़ा लग रहा है। "
उनके गदहा छाप तने औजार पर खुल के अपने बड़े बड़े चूतड़ रगड़ते मैं बोली ,और उन्होंने भी
ठीक बीच की दरार में उसे सेट किया हुआ था।
अब संध्या भाभी का मौक़ा था , वो उन्हें छेड़ने लगी ,
,
" अरे हमें तेरी चिन्ता है कहीं तू न गिर पड़े ,"
और कमल जीजू को उन्होंने उकसाया ,
" अरे ननदोई जी ,साली को पकड़ने की जगह बनी हुयी है न , तो वहां ठीक से और जोर लगा के पकड़िये न "
बस कमल जीजू का हाथ सीधे मेरी चोली के ऊपर ,उभार पे और वही कस के रगड़ता मसलता ,
संध्या भाभी ने न सिर्फ अपने नन्दोई को उकसाया बल्कि मेरा आँचल ठीक करने के बहाने एकदम एकदम लुढ़का दिया ,
और फिर तो ,... मेरी चोली खूब लो कट थी , एकदम डीप , गहराई के साथ मेरी गोरी गोरी गोलाइयाँ भी एकदम झलक रही थी ,
चोली टाइट भी बहुत थी , एकदम मेरे जोबन को कस के चिपकाए , उभारे , पुश अप ,
और अब पूरी तरह खुली , ... और कमल जीजू का हाथ अब सीधे खुल के मेरे उभार को न सिर्फ छू रहा था , सहला रहा था , बल्कि दबा भी रहा था ,
मैं क्यों मौका छोड़ देती ,
उनकी गोद में तो बैठी ही थी , और खूंटा उनका एकदम तना कड़ा खड़ा , बस हलके हलके मैंने अपने नितम्बो को जीजू के तने मूसल पर रगड़ना , घिसना , दबाना शुरू किया ,
और असर तुरंत हुआ , उनका हाथ कस के मेरे उभार को दबाना शुरू कर दिया और खूंटा भी ऐसा बेताब जैसे अभी उनके पैंट को फाड़ के , मेरी लहंगे को चीर के सीधे मेरे पिछवाड़े घुस जाएगा।
संध्या भाभी भी न , मुझे चिढ़ाती बोलीं ,
" क्यों कोमलिया , क्या सोच रही है , ये चोली कितनी ख़राब है , मेरे जवानी के फूलों और जीजू के बीच में चीन की दीवार बनी , ... "
और आज मेरी दोनों बहने भी डिफेक्ट कर के सीधे भौजाइयों की ओर , चीनू मेरे गाल पर पिंच करते बोली ,
" सच में , लेकिन घबड़ा मत मेरी छोटी बहना , बस थोड़ी देर की बात , ... चोली , लहंगा सब हट जाएगा , साली और जीजा के बीच कुछ आना भी नहीं चाहिए ,... आज तो तेरी लाटरी निकल आयी है , एक साथ दो दो मिलेंगे , मोटे मोटे , कड़े कड़े ,... "
मोटा और कड़ा तो मुझे भी अच्छी तरह पता चल रहा था जिस तरह कमल जीजू का हथियार मेरे पिछवाड़े चुभ रहा था।
छवि , मेरी नयकी भाभी , एकदम हम लोगों से सटी , अपने दोनों नन्दोईयों के बीच में बैठी थी , कनखियों से अपने बड़े नन्दोई , कमल जीजू की बदमाशियां देख रही थी , उसकी दोनों ननदे , रीनू और चीनू , और मैं कोमल सीधे उसके बगल में नन्दोई की गोद में , ...
कमल जीजू का एक हाथ तो मेरे उभार का अब खुल के मजा ले रहा था ,
और दूसरा हाथ नयी सलहज के कंधे पर , सरकते हुए ऑलमोस्ट उसकी गोलाइयों पर , ..
और अजय जीजू ने अपना छवि के दूसरे कंधे पर ,...
और फोटोग्राफर हम लोगो की ग्रुप फोटो लेने की तैयारी कर रहा था , तब तक चीनू ने उसे रोक दिया , और कमल जीजू को हड़काया
" जीजू ,एकदम बेईमानी , आप साली सलहज में भेदभाव नहीं कर सकते , इट इज नॉट फेयर , "
और पहले तो छवि का आँचल थोड़ा सा सरका दिया , और उसकी भी चोली दिखने लगी ,
साथ ही कमल जीजू का हाथ खींच के सीधे उसके उभार पर ,
और फोटो ग्राफर को बोला , अब खींचो फोटो ,
मुझे लगा नयी भाभी को कहीं बुरा न लग रहा हो , मैं तो उससे सट कर बैठी ही थी , उसके कान में फुसफुसाई मैं ,
" क्यों मजा आ रहा है दो दो नन्दोईयों का एक साथ , ... "
वो जिस तरह जोर से मुस्करायी और उसने अपने आँचल को ठीक करने की भी कोशिश नहीं की ,
मैं समझ गयी वो भी एकदम हम लोगों की तरह है ,
पांच मिनट की ग्रुप फ़ोटो पंद्रह मिनट में पूरी हुई।
स्टिल , वीडयो सब कुछ।
और सलहज के बाद ,सालियों को तो नम्बर लगाना ही था।
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14-02-2020, 09:44 AM
(This post was last modified: 26-05-2021, 11:18 AM by komaalrani. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
सलहज , साली , ... जीजू
स्टिल , वीडयो सब कुछ।
और सलहज के बाद ,सालियों को तो नम्बर लगाना ही था। लेकिन सब सोफे पर ही बैठना चाहते थे , बस अबकी बिना किसी के कहे सुने , मैं अजय और कमल जीजू दोनों के गोद में बैठ गयी ,ठसके से।
कमल जीजू के बगल में रीनू और रीनू के पति , यानी अजय की बगल में चीनू।
अरे भले बड़ी हो ,लेकिन थी तो साली न।
मेरे दोनों उभार दोनों जीजू ने बाँट लिए थे ,एक जुबना अजय के हाथ तो दूसरा कमल जीजू के हाथ में।
रगड़ते मसलते खूब फोटो खिंचवाई उन्होंने ,और ऊपर से रीनू चीनू ,उन दोनों को चढ़ा भी रही थीं,
" इत्ते हलके से क्या मजा आएगा , "
अरे चोली दबा रहे हो या चोली के अंदर वाला ,"
फिर एक ने ऊपर से और दूसरे ने पेट के रास्ते चोली में सेंध भी लगा ली।
स्टिल ,वीडियों , हम सब की शरारतों का ,मस्ती का ,क्लोज अप मेरे क्लीवेज का।
और मैं भी अपने जीजू लोगों को खूब ललचा रही थी ,छेड़ रही थी। इत्ते दिन बाद तो हम सब मिले थे।
कभी अपने रसीले गाल उनके गाल से रगड़ देती तो कभी मेरी उंगलिया बल्ज पे ,
और अब तो छेड़छाड़ , मस्ती एकदम नान स्टाप , बेशरमी की सारी हदें पार हो रही थी , मेरी दोनों बहने मेरे दोनों जीजू के अगल बगल , तीन के सोफे पे हम चार और मैं अजय और कमल जीजू की गोद में , आधी एक जीजू की गोद में और आधी दूसरी जीजू की गोद में , और ऊपर से मेरी दोनों नालायक बहनों ने खींच कर मेरा हाथ पकड़ के दोनों जीजू के पैंट फाड़ते साफ़ साफ़ दिखते खूंटे को पकड़ा दिया ,
" कोमलिया ठीक से पकड़ ले , वरना गिर जायेगी "
चीनू बोली।
मैंने न सिर्फ ' ठीक से पकड़ ' लिया बल्कि कैमरे के सामने खूब खुल के दबाने रगड़ने लगी जैसे मेरे दोनों जीजू मेरी चोली के अंदर हाथ डाल के मसल रगड़ रहे थे ,
लेकिन असली बदमाशी उनकी सलहज ने की ,
सालियाँ सोफे पर थी तो सलहज सब , सोफे के पीछे जहाँ अभी रीनू और चीनू मेरी दोनों बहने खड़ी थी , और संध्या भाभी ने बसंती को भी बुला लिया , फोटो खिंचवाने ,
और असली बदमाशी संध्या भाभी ने ,
मैं जीजू लोगो की गोद में और जीजू लोगों के ठीक पीछे खड़ी वो , और भौजाई हों , ननद हों , और शरारत न हो ,...
उन्होंने मेरी पीठ और जीजू के सीने के बीच में अपना हाथ डाल दिया और जब तक मैं समझूं समझूँ , मेरी बैकलेस कच्छी चोली , सिर्फ एक पतली सी स्ट्रिंग से बंधी थी , वो संध्या भाभी ने आराम से धीरे धीरे खोल दी , ...
मैं कुछ कर भी नहीं सकती थी , मेरे हाथ , आप जानते हैं कहाँ थे , ...
और यही नहीं पतले से नूडल स्ट्रिंग को भी उन्होंने सरका आकर कैमरा मैन से बोला ,
' ज़रा यहाँ का क्लोज अप "
दोनों जीजू की तो चांदी हो गयी ,
बड़ी मुश्किल से सिर्फ उभारों के सहारे मेरी छोटी सी चोली टिकी थी
और एक जोबन कमल जीजू के कब्जे में तो दूसरा अजय जीजू के और मेरी भाभी के साथ साथ मेरी दोनों कमीनी भी उन्हें चढ़ा रही थी , लेकिन सबसे बढ़ कर बसंती , वो तो एकदम खुल्लम खुल्ला ,
" अरे नन्दोई अइसन हलके रगड़े मिसै में हमार ननद को नहीं मजा आता है ,
और कहीं ऐसी हलके से चोदोगे तो ई कोरी गांड नहीं फटने वाली। "
" एकदम नन्दोई जी , आज कोमल रानी की न सिर्फ गाँड़ फटनी है , बल्कि उन की चीख भी आपकी सलहज से पहले और तेज निकलनी है , तभी कल इनाम में नहीं सलहज मिलेगी .. "
संध्या भाभी भी अब असली भौजाई वाले लेवल पर आ गयी थीं।
उनकी नयी सलहज भी सामने बैठी मुस्करा रही थी , मानो हामी भर रही हो , ....
और हर पल कैमरे में रिकार्ड हो रहा था ,
और ऊपर से फोटोग्राफर को भी मेरी शैतान भाभियाँ चढ़ा के , एक से एक , ...
छन्दा भाभी ने मेरी चोली के बंध तो पीछे से खोल ही दिए थे , ऊपर से कंधे पर के नूडल स्ट्रिंग भी सरका दिए थे , आँचल तो कब का लुढ़क चुका था , ... पर कमल जीजू का हाथ थोड़ा ढंके , छुपाये , ... पर भाभी ने उनके कान में क्या मंत्र फूका एक पल के लिए उन्होंने मेरे उभार पर से हाथ हटा लिए और फिर मेरे पेट ओर और नीचे से चोली को और सरका के , ... और ऊपर से चोली जो बस मेरे जोबन पर बस अटकी थी , भाभी ने उसे भी सरका के हलके से और नीचे , ... अब एक निप्स भी ,... और फोटोग्राफर को बोला उन्होंने ,
" हाँ , अब , एक बढ़िया क्लोज अप बनता है , ... "
क्लिक क्लिक
फिर दोनों नन्दोईयों को हड़काया उन्होंने , ... मेरी ननद के इत्ते गोर गुलाबी चिकने चिकने गाल और फिर बसंती भी मैदान में आ गयी , ...
अरे ननद रानी हम कह रहे थे न , दो दो चिकने चिकने गाल , दो मस्त जोबन , अगवाड़े पिछवाड़े के दो छेद ,
तो दोनों हमारे इन नन्दोईयों के साथ तो एक साथ बनता है ,
और इशारा समझ कर मेरे दोनों जीजू ने मेरे दोनों गालों पर जबरदस्त चुम्मी , और उनके होंठ मेरे दोनों गालों से चिपके , हाथ दोनों जोबन पर
क्लिक क्लिक
और ऊपर से चीनू मेरी बहन , पाला बदल कर संध्या भाभी की ओर ,
" अरे भाभी , आपकी इस कोमलिया का जब पिछवाड़ा फटेगा न ,
बस १८ मिनट बचे हैं , ...एकदम क्लोज अप स्टिल वीडियो सब , मिलेगा आप को , ... मेरे इस फोन में मस्त फोटुएं आती हैं , ...और सुबह का इन्तजार भी नहीं , तुरंत ताजा व्हाट्सएप करुँगी आपको , ...
और अब मैं भी खुल कर इस के मजे ले रही थी ,
बसंती और संध्या भाभी के चढाने का असर दोनों अब एकदम खुल के ,...और अब तो चोली की भी रोक टोक नहीं थी ,....
कमल जीजू तो और जिस तरह वो मेरे निपल्स रगड़ रहे थे , मेरी गुलबिया एकदम पानी फेंक रही थी ,
अब तो बस यही मन कर रहा था की जिस चीज के लिए बचपन से मेरी दोनों बहने , ... चिढ़ातीं थी और बहने ही नहीं , दोनों मौसी लोग भी ,... सबसे छोटी साली हो ,... दोनों चढ़ेंगे तेरे ऊपर और वो भी साथ साथ ,...
तो हो जाए तो हो जाए
पंद्रह मिनट से कम ही बचे थे
वैसे भी , एक बार हम ननदे नयी दुल्हन को उसके पिया के कमरे में पहुंचा देती उसके बाद तो ,
मेरी रगड़ाई आज तय थी ,दोनों जीजू एकदम उतावले।
लेकिन,
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Update pe update vo bhi itne hot !!
Vo bhi Aaj ke din !!
Bahut badhiya..
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14-02-2020, 11:25 AM
(This post was last modified: 14-02-2020, 11:40 AM by chodumahan. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
valentine day ke din belan ghusaane ki puri taiyari kar di hai...
uff jija saali aur sath me salhaj ka support..
mauka bhi hai aur dastur bhi....
bas hathoda maarne ki der hai...
shaandar prastuti..
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(13-02-2020, 02:55 PM)Salilxx Wrote: Story is getting boring with every update. "Shadi me gyi... Jeeja ji aye... Laddoo Khaya... Ye kiya... " What the hell. Update padhne ka man ni krta yar. I advise to improve or ignore
Thanks soooooooo much , welcome to thread, i am privileged ,,,,aapki 9 posts men se ye akeli post hai jo ek story pe hai ...baaki saari PnV par ....aapne is kahani ko is layak samjaha ki uspar is forum men apani pahli post karen ....ye mera ahobhagya ...
i can only request you to read this story from the beginning and in the perspective of its genre SMTR ( She makes the rules ) with a slight mild femdom and a touch of sissifciation ....and in Indian Perspective....there are very few Indian stories in that genre, hence i made a foray but as they fools rush where angels fear to tread....
please do read my other story ...Mohe Rang de and do post your views there also ,...
once again welcome and thanks for gracing the thread....
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Update kafi lumba or boring ho rha h. Faltu ka drama laga hai
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(14-02-2020, 11:18 PM)Salilxx Wrote: Update kafi lumba or boring ho rha h. Faltu ka drama laga hai
Tau Phir kyu ata hai Iss thread pe bore hone
Chal dafa ho yaha se... Fitte moonh.
Komal g very intresting story... Ignore idiots.
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(13-02-2020, 11:46 AM)m8cool9 Wrote: Very very very hot update.
Ek dam jaanleva
thanks so much ....
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