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बहन फ़िदा हुई बुड्ढे नौकर पर
Great update.....
But....
Please papa ko bhi add karo....
Married Badi didi ke sath.......
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Maza aagaya
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Update ....
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Nice जी लेकिन इतनी जल्दी रश्मि को किसी और से चुदने मत देना जी पहले अच्छी तरह से अंकल से ही चुदाई करवाओ
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(11-12-2019, 08:35 AM)asha10783 Wrote: Nice जी लेकिन इतनी जल्दी रश्मि को किसी और से चुदने मत देना जी पहले अच्छी तरह से अंकल से ही चुदाई करवाओ

Bilkul sahi kaha. Rashmi ko expose karo but kisi aur se na chudwao. Abhi rashmi ko uncle ke sath karne do and aap cuckold bane raho.
Rashmi ko maje lene do.
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nice........
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फिर दूसरी तरफ से कुछ आवाज... 
रश्मि  बोली प्लीज आप समझा कीजिये.. मेरी बड़ी दीदी अपनी ससुराल मैं हैं.. और छोटी अभी बच्ची है...... में अपनी किसी सहेली को   देखती हूँ 
          अंकल रश्मि की गोद में सिर रखकर लेट गए   फिर रश्मि के निप्पल पर मुँह लगा लिया..... 
रश्मि ने हलकी सी आह भरी..  फिर उनके बालों में हाथ फिराने लगी.. 
फिर उधर से कुछ बात.... 
रश्मि :नहीं कुछ नहीं हुआ.. में ठीक हूँ...... बस एक कीड़ा आंख में गिर गया था....  
फिर उधर से कुछ आवाज... 
रश्मि :     नहीं,,,    अब सही हूँ   
आपको परेशान होने की कोई जरुरत नहीं है.. 
फिर उधर से आवाज... 


अब अंकल पूरे चूचे को मुँह में भरकर चूसने लगे.. 
रश्मि का चेहरा मेरी तरफ था.. और वो हल्की हल्की सी सिसकियाँ ले रही थी.... 
रश्मि : अच्छा ठीक है , कोई मिलेगी तो बता दूँगी , अब  में फोन रखूं 
 

अंकल बहुत जोर जोर से उसकी चूचियाँ चूस रहे थे.. उनके चूसने से 
पुच्च पुच्च की आवाज निकल रही थी.. रश्मि अपनी आँखे बंद करके बुरा सा मुँह बना रही थी.. 
फिर उधर से कुछ आवाज... 
रश्मि :में आपसे नहीं मिल सकती... मेरी मजबूरी समझो.... 
फिर उधर से कुछ आवाज... 
रश्मि : ठीक है ज़ब कोई मिलेगी  तुरंत आपसे मिलवा दूँगी.. बस खुश. 
       रश्मि कुछ और बोलना चाह रही थी. पर तब तक अंकल उसके हाथ से फोन छीन कर काट चुके थे.. फिर रश्मि को लिटा कर उसके ऊपर चढ़ गए और बोले... क्या पटर पटर कर रही थी कालू से... 
वो अच्छा आदमी नहीं है... 
दोबारा उससे बात करने से मना कर देना.. 
रश्मि ने अपने पैर फैलाकर उनकी कमर पर कस दिए फिर अपनी बांहो को उनके गले में डालकर बड़ी अदा से बोली... अच्छा ज़नाब को जलन हो रही थी... इसलिए फोन काट दिया... 
अंकल बोले जल नहीं रहा  सच बता रहा हूँ. 
                 वो बहुत बुरा आदमी है ... एक नंबर का दल्ला है.. 
उसके बहुत सी औरतों से संबंध हैं.... खुद भी पेलता है और यार दोस्तों से भी पिलवाता है... 
रश्मि ने मुस्कुराते हुए अंकल का फ़ोन उठाया और बोली फिर तो अभी कॉल करती हूँ उनको... 
अब अंकल ने उसकी चूचियाँ जोर से दबा दी.. और बोले तेरी चूत में बहुत खुजली है ला अभी ठंडी करता हूँ.... 
रश्मि ने अपना सिर उठाकर उनके होठों पर पुच्ची ली और बोली तो कर लो ना ठंडी.... 
अंकल का लंड तना हुआ था उन्होंने लण्ड का टोपा उसकी चूत में लगाया और एक ही झटके में पूरा अंदर कर दिया... 
रश्मि जोर से चिल्ला पड़ी... उई ईई मम्मा म्मी ईई ईईई मर   गई... 
अंकल ने तुरंत अपना लण्ड पूरा बाहर खींच कर फिर से झटका मारा 
और बोले ले रंडी... 
रश्मि फिर चिल्लाई आ ई ईई  ममममी... मार    डाली... 
पर अंकल सब अनसुना करके झटके पर झटके मारे   जा   रहे थे... 
तभी बाहर से किसी की आवाज आयी 
     में बाहर चला गया बाहर कोई भिखारन भीख मांगने आई थी... 
मैंने उसे 1रुपया दिया और जाने को बोला.... 
वो बोली बेटा 10  रूपये दे दो परमात्मा तुम्हारी सब इच्छाएं पूरी करेगा... मे बोला अभी नहीं हैं... जो  दिया है वही  ले जाओ.... 
पर वो नहीं मानी.... 
मुझे उनकी चुदाई देखनी थी... पर ये बुढ़िया पीछे ही पड़ गई थी... मुझे उसपर बहुत गुस्सा आ रहा था... 
बड़ी  मुश्किल से वो गई..... मैंने तुरंत पर्दा बंद करा फिर खिड़की पर गया.. अंदर देखा तो अब अंकल और रश्मि के होंठ जुड़े हुए थे, 
रश्मि ने अपनी पूरी टाँगे फैला रखी थीं, अंकल तेज तेज झटके मारे जा रहे थे... रश्मि उनके नंगे चूतड़ों को अपने हाथों से सहला रही थी... 
पूरे स्टोर में फच्च फच्च की आवाजें आ रही थी... अंकल जितनी जोर से उसकी चूत में झटके मार रहे थे उतनी ही तेज नीचे से रश्मि अपने चूतड़ उचका उचकाकर झटके मार रही थी...रश्मि अंकल से कह रही थी उई जानू और तेज चोदो .... और  तेज    चोदो 
अबअंकल रश्मि से थोड़ी ऊपर हुए... रश्मि ने अंकल के निप्पल पर अपना मुँह लगा दिया... अंकल ने उसके सिर को पकडकर अपने निप्पल पर दबा लिया और जोर से सिसकी लेकर बोले आये रश्मि.... 
इस्सस क्या कमाल कर रही है. 
अब अंकल ने  अपनी स्पीड बढ़ा दी... 
रश्मि की चूत बहुत पानी छोड़ रही  थी... वो भी  बुरी तरह से अंकल की पीठ पर अपनी हथेलियाँ फिरा रही थी... 

ठोड़ी ही  देर में रश्मि   हाय मम्मी ईई करके कांपने लगी और उसने अपने होंठ अंकल के होठों से जोड़ कर अंकल को अपने हाथों और पैरों से जकड़ लिया....  और    झड़  गई.... 
ज़ब वो ढीली पड़ गई  तब उसने अपने हाथ पैर  अलग कर लिए फिर बोली जानू  अब हटो... पर अंकल नहीं   माने और उसकी चूचियों को दबा दबाकर धक्के मारने लगे...
रश्मि बोली जानू छोड़ो भी दर्द होने लगा है... मेरी चूत छिल गई है.. 
प्लीज बाहर निकाल लो.. अंकल हसकर 
 बोले.. बस इतने के लिए ही कालू से बात करने को कह रही थी... 
पागल अगर तू उससे बात करेगी तो पहले तो वो तुझे अपनी बातों में फंसा लेगा फिर तुझे कहीं अकेले में बुलाकर नशा कराकर चोदेगा... 
फिर तुझे किसी और से चुदवा देगा.... और तेरी फ़िल्म बना लेगा... 
फिर तुझे ब्लैकमेल करके औरों से चुदवायेगा.... 
रश्मि उनसे लिपटकर उनके माथे पर चुम्मी लेकर बोली में तो बस आपसे मजाक कर रही थी.... ये देख रही थी की आपको कितनी जलन होती है..... 
अंकल उसको उल्टा लिटाकर उसकी गाँड़ के छेद पर थूक दिया फिर उसकी गाँड़ के छेद पर अपना लण्ड रगड़ने लगे... 
फिर बोले क्या गांड है तेरी... बड़ी मस्त लगा रही  है.. 
रश्मि ने पलटने की कोशिश करी.. पर पलट नहीं पायी... अंकल ने फिर उसकी गांड के छेद पर ढेर सारा थूंक दिया और अपना लण्ड अंदर डालने को हल्का सा जोर लगा दिया.. रश्मि जोर से चिल्ला पड़ी... आई मम्मी... मार डाली... और उसने अपना हाथ पीछे करके उनके पेट पर लगा कर रोक दिया... फिर कसमसाकर बोली जानू ये गलत जगह जा रहा है .... हटाओ इसे .. 
अंकल बोले नहीं ये सही जगह जा रहा है... ज़ब तू इसे अपनी गांडमें लेने लगेगी.. तेरा पिछवाड़ा चौड़ा होकर मस्त हो जायेगा.... 
इतना कहकर वो फिर से जोर लगाने लगे पर  रश्मि दर्द से बेहाल होकर बोली.. जानू मुझे ऐसा ही रहने दो मुझे अपना पिछवाड़ा चौड़ा नहीं करवाना है.... 
पर अंकल बोले मेरी जान कुछ देर सह लो  बस थोड़ा सा दर्द होगा फिर मजा आएगा.. 
उन्होंने रश्मि को पेट से पकडकर कुतिया की तरह बना लिया फिर उसकी गांड पर थूंक दिया.. और लण्ड रगड़ने लगे.. 
रश्मि कह रही थी  .. जानू में नहीं झेल पाऊँगी... प्लीज छोड़ दो... 
अंकल उसके पीछे से ही उसकी चूचियों को सहलाने लगे....
काफ़ी देर तक वो उसकी चूचियाँ दबाते रहे अब रश्मि  उनसे कुछ नहीं कह रही  थी... 
अब अंकल ने उसके कंधो को पकड़ कर अपना लण्ड उसके पिछवाड़े के सेंटर पर लगाया और धीरे  धीरे अंदर घुसाने लगे 
रश्मि को दर्द होने लगा.. वो बोली  जांन्न  ... वो शायद मना करना चाह 
  रही थी पर तब तक अंकल ने एक तेज झटका मारा चारपाई के पिछले पैर टूट गए.. और  रश्मि नीचे चारपाई पर गिर गई... अंकल भी उसके ऊपर लेट गए... रश्मि चिल्लाने लगी... अंकल ने तुरंत  उसके मुँह को अपने हाथ दबा लिया फिर 
हल्का सा पीछे हटे और फिर से झटका मार दिया... रश्मि के मुँह  से बस गूं गूं... की आवाज निकल रही थी वो चारपाई पर हाथ मारने लगी... 
अंकल ने उसे अनदेखा कर दिया.और  लण्ड पीछे खींचकर एक झटके में पूरा अंदर घुसा दिया... रश्मि अपना सिर इधर उधर घुमाने लगी. उसने हाथ चारपाई पर मारने को उठाया पर वो एकदम बेहोश हो गई.. 
अब अंकल ने फिर से लण्ड बाहर खींचा और जल्दी  से पूरा अंदर डाल दिया.... 
उनको रश्मि के बेहोश होने से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था वो बस ताबड़तोड़ झटके मारे जा रहे थे..कोई 10 मिनट बाद वो रश्मि की गांड में लम्बे लम्बे झटके मारने लगे . फिर वो     उसके ऊपर चिपक कर लेट गए और   कांपते.... 
हुए आखिरी झटका मारकर झड़ गए... बहुत देर तक वो उसके ऊपर ही लेटे रहे..... में खिड़की से नीचे उतरकर कुर्सी पर जाकर बैठ गया... मुझे रश्मि की चिंता सी हो रही थी.... पर में कैसे अंदर जाता.... कुछ समझ नहीं आ रहा था... 
तभी अंकल दुकान में आ गए... उनके चेहरे पर विजयी मुस्कान थी... 
वो दुकान में काम करने लग गए काफ़ी देर बाद वो मुझसे बोले... 
तुम्हारी मम्मी कब आ रही हैं बेटा... 
में बोला मुझे 2,, 3,,   दिन की कहकर गई हैं.... 
फिर में उनसे बोला अंकल में अंदर  खाना खाने जा रहा हूँ.. क्या आप भी खाओगे..... 
अंकल  मुस्कुराकर बोले अभी तो पेट भरा है... ज़ब रश्मि आ जाएगी तब खा लूँगा... 
में अंदर चला गया  स्टोर का गेट लगा हुआ था.... 
में किचन में गया और जल्दी जल्दी खाना खाकर 
वापस  दुकान के बाहर गया मैंने छिपकर देखा अंकल काम में बिजी थे.. 
में दबे पैर वापस स्टोर के गेट पर आ गया... 
में गेट खोल कर अंदर देखना चाह रहा था.. पर ये सोच कर डर रहा था कि अगर रश्मि होश में हुई तो वो मुझसे कैसे नजरें मिलाएगी... सोचकर 
में वापस कमरे में गया और उसकी चुदाई के सीन याद करते करते सो गया.....
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Outstanding.....jaldi se update.....
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super hot
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बर्तनों की आवाज सुनकर में उठा तब  दोपहर के दो बज रहे थे... रश्मि किचन  में खाना बना रही थी... में उठकर उसके पास गया और बोला रश्मि खाना तो रखा हुआ है.. फिर क्यों बना रही हो..
रश्मि हल्की सी आवाज में  बोली अंकल को ताज़ा खाना पसंद है, उनके लिए ही बना रही हूँ....साथ मे में भी खा लूंगी  
मेने बोला मे तो खाना खा चुका हूँ... चलो तुम खा लो.. मुझे  कुछ चीजें याद करनी हैं
में अपना बैग खोल कर बैठ गया..
थोड़ी देर मे रश्मि अंकल के लिए खाना लेकर जाने लगी.. वो लंगड़ा कर चल रही थी..
मैंने उससे पूँछा रश्मि क्या हुआ, क्यों लंगड़ा रही हो..
रश्मि थोड़ा सकपका गई फिर आगे को बढ़ती हुई बोली.. कुछ नहीं भाई गिर गई थी थोड़ी चोट लग गई है...
वो मेरी तरफ देखे बिना ही चली गई...
2 मिनट बाद में आहिस्ता से दुकान के बाहर गया, और अंदर झाँक कर देखा..
रश्मि   रश्मि अंकल से थोड़ी दूर ख़डी थी अंकल उसे अपने पास बुला रहे थे.
वो रश्मि से साथ में खाना खाने को कह रहे थे... रश्मि खाने को मना कर रही थी.. अंकल उससे 2, 3बार कह चुके... फिर  रश्मि बोली  मुझे आपसे कोई बात नहीं करनी है...
अंकल उठकर उसके पास गए और पीछे से उसको लिपट कर बोले... अच्छा जी मेरी बुलबुल गुस्सा है... अभी मना लेता हूँ.. ऐसा कहकर उन्होंने रश्मि की गर्दन पर एक चुम्मा लिया.. रश्मि उनके हाथों से छूटने की कोशिश करती है. पर छूट नहीं पाती... अब अंकल ने उसकी चूचियाँ दाब दी  रश्मि  हल्की सी  चिल्लाई ईईई ईईई क्या कर रहे हो.. छोड़ो मुझे...आईईईई  मम्मी ईई.. छोड़ो..
कोई देख लेगा...
अंकल बोले तो देख लेने दो.. और उन्होंने रश्मि को अपनी तरफ घुमा कर उसके होठों को अपने होठों से चिपका लिया....
रश्मि उन्हें धक्का देती हुई गुस्से में  बोली अभी  मन नहीं भरा तुम्हारा ...
अंकल उसकी चूचियों को मसलते हुए  बोले गुस्सा क्यों हो रही है मेरी जान..
में तो साथ में खाना खाने के लिये कह रहा हूँ.... अब उन्होंने एक हाथ उसकी सलवार में घुसा दिया और उसकी चूत सहलाने लगे... रश्मि के मुँह से सिसकियाँ निकलने लग गईं...
फिर
रश्मि   सिसकते हुए   बोली इसी बात का तो डर है.... अभी खाना खिलाओगे फिर कमरे में ले जाओगे....
अंकल बोले   अच्छा बाबा कमरे में नहीं ले जाऊंगा..में खुद ही आ जाऊँगा . ठीक है......
अब उन्होंने रश्मि के गालों पर फैली
 बालों की लटों को उसके गालों से उठाकर कान के पीछे किया और बोले... में तो सिर्फ तेरे साथ प्यार से खाना खाने की कह रहा था... इससे ज्यादा कुछ नहीं...
फिर रश्मि मुस्कुराकर बोली मेरे साथ खाना रात को खा लेना अभी कोई देख लेगा, ऐसा कहकर रश्मि ने उनके होठों पर एक चुम्मा लिया और
बाहर आने लगी... में भी भागकर पढ़ने बैठ गया...
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Incest ka prefix lga kr adultery likh rhe ho..
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Thoda bhut incest be likh do
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फिर रश्मि अंदर आ गई... अब वो बड़ा चहक रही थी.और गाना गा रही थी.. इससे पहले मैंने उसे गाना गाते हुए नहीं देखा था..... मैंने अपने नोट्स बनाये फिर खेलने चला गया.खेलते खेलते शाम हो गई थी,, सर्दियों के दिन थे अंधेरा जल्दी हो गया था... दुकान बंद थी अंकल कहीं गए हुए   थे... अंदर रश्मि खाना बना रही थी... 
में बेड पर लेट कर कम्बल ओढ़   कर टीवी देखने लग गया.... 
थोड़ी देर बाद अंकल  आ गए उन्होंने मुझे आवाज लगाई.. में बोला 
क्या काम है अंकल उन्होंने कहा बाहर बरामदे में आग जला रहा हूँ 
बाहर आ जा साथ बैठ कर हाथ सेकेंगे... 
में बोला नहीं अंकल में कंबल में घुस गया हूँ, बाहर मुझे ठंड लगेगी,, 
आप ही हाथ सेक लो... 
अंकल बोले अकेले मेरा मन नहीं लग रहा.. तू भी आजा... 
में बोला रश्मि को बैठा लो.. में नहीं आ रहा... 
तभी मेने देखा अंकल किचन की तरफ को गए हैं.. मेने कमरे से बाहर झाँका तो अंकल नहीं दिखाई दिए.. में दबे पाँव किचन के पास गया... अंदर से रश्मि की आवाज आयी छोड़ो ना,,,  भाई घर पर ही है... 
फिर पूच्च  पुच्च की आवाज आई... 
फिर रश्मि बोली   उई ईई मम्मी  इन्हें मत दबाओ... बुरी तरह दर्द कर रहे हैं. 
अंकल बोले तेरी चूचियाँ बड़ी मस्त हैं,, इनसे मन ही नहीं भरता... 
मन करता है इन्हें मसलता रहूँ.... और इनका दूध पीता रहूँ... 
रश्मि   ईईई करके बोली छोड़ो इनमें अभी दूध नहीं आता है... 
दूध ही पीना है तो आंटी के पास जाओ... 
अंकल बोले तू महक को आंटी क्यों कहती है.... 
अब मेने अंदर झाँका.. तो रश्मि मम्मी की मैक्सी पहन कर कढ़ाई में सब्जी चला रही थी.. और अंकल पीछे से रश्मि के चूचियाँ मसल रहे थे साथ ही साथ उसकी गर्दन पर मुँह लगा कर चूम रहे थे.. 
रश्मि बोली उन्हें आंटी नहीं बोलूं तो क्या बोलूं.. 
अंकल बोले तू मेरा लण्ड ले रही है इसलिए अब तू मेरी बीवी है अब से  महक को दीदी कहा कर.... 
रश्मि रोमांटिक आवाज में बोली.. अच्छा मेरे बालम जी अब खाना बनाने दो और बाहर जाकर इंतजार करो.. 
अंकल बोले बाहर किसका इंतजार करूँ खाने का या.. अपनी बुलबुल का... 

फिर रश्मि की आवाज सुनाई दी.. आईईईई काटो मत दोपहर भी गर्दन पर काटा था.. दांतो के निशान पड़ गए हैं.. मम्मी देखेंगी तो उन्हें क्या जवाब दूँगी... 
अंकल बोले उन्हें बता देना तुम्हारे दामाद जी ने भरपूर प्यार किया है 
 ये उसके ही निशान हैं... 
फिर रश्मि बोली जानू प्लीज बाहर जाओ रात को मौका देख कर आऊंगी... फिर अंकल ने अपनी जेब से एक पुड़िया निकाल कर रश्मि को दी.... 
रश्मि बोली ये क्या है... 
अंकल बोले ये नशे की दवाई हैं इसे अपने भाई की  सब्जी में मिला देना 
उसे तेज नींद आ जाएगी... सुबह तक नहीं उठेगा.. और में तुझे पूरी रात पूरे घर में कुतिया बना कर पेलूँगा... 
रश्मि बोली अब कुतिया नहीं बनूंगी... सुबह ही मेरी जान निकल गई थी..
तभी रश्मि का फोन बज गया... रश्मि और अंकल आमने सामने हो गए... अब मुझे दोनों की साइड   पोज दिखाई दे    रही थी 

रश्मि ने फोन उठाया और बोली हां मम्मी... 
हम  ठीक हैं.,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, .. भाई टीवी देख रहा है..,,,,,,, 
. में खाना बना रही हूँ.. 
अंकल काम कर रहे हैं... अब अंकल ने उसकी मैक्सी के ऊपर से ही उसकी चूचियाँ फिर से दबानी शुरू कर दीं 
रश्मि अपनी आंखे बड़ी करके अंकल की तरफ देखती है... और उनका हाथ हटाना चाहती है... 
फिर बोलती है हां मम्मी अंकल को टाइम से खाना दे दिया था.... 
....

फिर थोड़ी देर बाद बोली... हां मम्मी ठीक हूँ... कल ही लास्ट पीरियड आया था.आज दोपहर तक पेट मे दर्द था .. अब बिलकुल ठीक हूँ.. 
फिर अंकल ने उसकी मैक्सी नीचे से ऊपर उठा कर उसकी चूत पर हाथ रख दिया... 
रश्मि की सिसकी सी निकल पड़ी थी उसने  तुरंत अपने मुँह पर हाथ रख लिया.. 
फिर बोली ठीक है मम्मी    दूध निकल रहा है.. अब कॉल कट करती हूँ... 
रश्मि ने फ़ोन काटा फिर उनके होंठो को चूमती हुई  बोली जानू थोड़ा सा  सब्र कर लो,, भाई को खाना खिला कर  उसके सोते ही  आ    जाऊंगी.... 
अंकल बोले वो दवाई तो डाल ले इसमें.... 
रश्मि ने मेरी  लिए खाना निकाला और मेरी सब्जी में वो दवा मिला दी...  फिर वो दोनों बाहर आने लगे 
में तुरंत कमरे में वापस चला गया.... और कंबल ओढ़ कर लेट गया 
रश्मि कमरे में खाना लेकर आई और मुझे खाने को बोली... 
मैंने कहा.. रश्मि  अभी मुझे भूख नहीं है.. 
 खाना यहीं रख दो... थोड़ी देर बाद खा लूँगा... रश्मि बोली मुझे तो बहुत ठंड लग रही है.. में बाहर अंकल के पास हाथ सेकने जा  रही हूँ 

उसके जाने के बाद मेंने  उठकर बाहर झाँक     कर     देखा 
रश्मि अंकल के पास पहुंच गई अंकल कुर्सी पर बैठ कर हाथ सेक रहे थे.. 
रश्मि को देखते ही  अंकल ने रश्मि से अपनी गोद में बैठने को कहा... रश्मि बोली पूरी रात बैठा लेना, पहले भाई को सो तो जाने दो,,,  
पर  अंकल नहीं    माने उन्होंने रश्मि के हाथ को       पकड़ कर अपनी तरफ खींचा रश्मि तुरंत उनकी गोद में गिर पड़ी,, 
अंकल....
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super horny story
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Super hot
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Incest
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Wow....
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बड़ा मजा आ रहा है काश ये idea हमे भी आ गया होता जी
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Excellent story! Wonderful writing
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अंकल ने रश्मि को लपक लिया.. और अपनी जांघो पर ऐसे  बैठा लिया... जैसे कोई माँ अपने  बच्चे को दूध पिलाने को बैठाती है... 
फिर उसके होठों को चूम लिया,,,, 
       रश्मि  छूटने की कोशिश करती हुई बोली,,, छोड़ो भी..तुमसे थोड़ी देर बर्दास्त नहीं हो रहा, अभी  भाई जाग रहा है.. कहीं बाहर आ गया तो दिक्कत हो जाएगी... 
अंकल ने उसके होठों को अपने होठों से बंद कर लिया और   मैक्सी के ऊपर से ही उसके दूदू दबाने लगे.. 
           रश्मि ने कुछ देर तो उनसे छूटने की कोशिश करी फिर. उनके बालों मे हाथ फिराने लगी,,, अब अंकल ने मैक्सी के ऊपर से ही उसकी चूत सहलानी शुरू कर दी... अब पूरे बरामदे में दोनों की चुम्मा चपटी की पुच्च   पुच्च की आवाजें आ रही थीं... दोनों एक दुसरे को   खा जाने की 
कोशिश कर रहे थे 
अब रश्मि बिलकुल भी विरोध नहीं कर रही थी.. शायद वो भूल चुकी थी कि में भी घर पर ही हूँ... 
अब अंकल ने उसकी मैक्सी ऊपर उठानी शुरू कर दी,, रश्मि ने उनका हाथ पकड़ लिया,,अंकल ने उसका हाथ हटा दिया फिर उसकी मैक्सी को उसकी जांघो तक उठा दिया और  उसकी जांघो को सहलाने लगे,, 
रश्मि उनके हाथों को हटाने का हल्का सा विरोध कर रही थी,, 
पर अंकल अपने हाथों को रोक ही नहीं रहे थे... 
थोड़ी देर तक सहलाने के बाद उन्होंने अपना हाथ उसकी  चूत पर रख दिया..  रश्मि इस्स्स्स करके  सिसिया   पड़ी.. फिर उठने की कोशिश 
करने लगी.... अंकल ने उसे दाब कर वापस बैठाया और 
 उसकी चूत को कच्छी के ऊपर से ही सहलाने लगे . थोड़ी 
देर सहलाने के बाद उन्होंने उसके पेट को सहलाना शुरू कर दिया और 
फिर उसकी कच्छी में हाथ घुसाने के लिए उसकी इलास्टिक को हाथ से उठाया... कच्छी की इलास्टिक ढीली थी.. वो बोले रश्मि तुझे तो फूल जाना चाहिए था पर तू तो पिचक गई.. देख तेरी कच्छी कितनी ढीली हो गई है.. रश्मि सिसियाते हुए बोली ऊँ जानू तुमने मेरी कच्छी छोड़ी कहाँ हैं,, एक तो तुमने अपने बैग में रख ली है... दूसरी पर तुमने अपना इतना सारा प्यार का छिड़काव किया था कि वो पहनने पर सरक रही थी 
,,, बिना कच्छी के नंगी नंगी सी महसूस कर रही थी,, और आपने मेरे अंदर इतना बीज भर दिया है कि अभी तक बह रहा है 
इसलिए वंदना दीदी की कच्छी पहन ली... 
फिर अपने मुँह पर हाथ रखकर बोली  
     हाय  राम कितना वीर्य भरा है  आपमे.... 


                   अब अंकल ने कच्छी के अंदर हाथ सरका दिया रश्मि ने उनका हाथ रोकना चाहा पर वो रोक नहीं पायी 
उसकी नंगी चूत पर हाथ रखते ही रश्मि ने उनके हाथ को जोर से अपनी चूत पर दबा लिया और  जोर जोर से हसने लगी.... और  हँसते हुए बोली  छोड़ो  ना  गुदगुदी हो रही है.... 
अंकल बोले तेरी दीदी  की कच्छी इतनी बड़ी है तो उसकी गांड बड़ी मस्त होगी..... 
  रश्मि सीरियस सी होकर बोली.. तुम बड़े बेकार आदमी हो... आज मुझे पेल रहे हो साथ में दीदी को भी पेलने का सपना देख रहे हो... मेरी दीदी बहुत अच्छी हैं और जीजा जी उन्हें बहुत प्यार करते हैं  वो तुम्हारे हाथ नहीं आएँगी,,, 
अब अंकल ने एक ऊँगली रश्मि की चूत में घुसा दी...और बाहर भीतर करने लगे  फिर बोले तेरे जीजा ने तेरी चूत भी तो ली है.... फिर तू कैसे मुझसे चुद रही है.. अब 
रश्मि सिसकियाँ लेने लगी अंकल अपनी उंगलियों को तेज तेज अंदर बाहर चलाने लगे... जिससे पिच्च पिच्च की आवाज आ रही थी 

रश्मि सिसकियाँ लेते हुए बोली.. पता नहीं.. बस अच्छा लगता है.. 
अंकल  बोले चल ख़डी हो जा और अपनी मैक्सी उतार... रश्मि बोली
अभी नहीं  इस्सस  थोड़ी देर रुक जाओउ पहले भाई को देख कर आती हूँ..
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