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Adultery धार्मिक नशा
#1
सरफराज एक 18 साल का नौजवान था , जो इंटरनेट पे इंटरफैथ सेक्स स्टोरीज पढ़ने का बहुत शौकीन था । इन सेक्स स्टोरीज को पढ़ने के बाद वह यह कल्पना करके मुठ मारता की कोई काफिर उसकी आपा या अम्मी को डॉगी स्टाइल में चोद रहा है , या फिर पड़ोस का कोई जवान लौंडा उसकी बहन की बुर सूंघ रहा है  या फिर उसकी बहन की गुलाबी बुर में उंगली पेल रहा है। उसकी यह कुंठा धीरे धीरे बढ़ती गई , नतीजतन वह गांडू होता गया । पड़ोस का कलीम उसकी गांड़ मारता और वह उत्तेजना के अतिरेक में अपना अधखड़ा लन्ड सहलाता । यही नहीं , गुदा भंजन करवाने के बाद ही सरफराज को चरमसुख मिलता और उसके अधखड़े लन्ड से पानी निकलता था । सरफराज की बहन का नाम अदीबा था । अदीबा सरफराज से उमर में 2 साल बड़ी थी । अदीबा बहुत ही पाकीजा और नेक लड़की थी लेकिन जवानी के उस दौर में थी जहां वासना हर तरह के संस्कार और अदब पर भारी पड़ती है । उसकी चूंचियां दिनों दिन भारी होती जा रही थी और गुदाज गान्ड शरीर से अलग ही दिखाई देती थी । चूंची की लाल घुंडियों से अदीबा अकेले में घंटों खेलती रहती । योनि पर काले घुंघराले बाल आ गए थे जिन्हे वह कभी कभी रेजर या ब्लेड से साफ कर लेती थी । किसी लड़के से मात्र बात करने से ही उसका शरीर गनगना जाता था और योनि अपना रस छोड़ने लगती थी । अभी हाल में ही मुहल्ले की एक सहेली के कहने पे उसने योनि ज्वाला को उंगली से शांत करना सीख लिया था । कामाग्नी बढ़ने पे कभी कभी वह कुंवारी योनि की संकरी गलियों में रेनॉल्ड पेन घुसेड़ के ऊपर नीचे करती जिससे उसकी योनि शांत हो जाती । जो अदीबा ऊपर से शांत और सुघड़ दिखाई देती थी , अंदर से दिनों दिन आग का गोला बनती जा रही थी
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#2
(29-05-2023, 08:49 PM)Faheem Wrote: सरफराज एक 18 साल का नौजवान था , जो इंटरनेट पे इंटरफैथ सेक्स स्टोरीज पढ़ने का बहुत शौकीन था । इन सेक्स स्टोरीज को पढ़ने के बाद वह यह कल्पना करके मुठ मारता की कोई काफिर उसकी आपा या अम्मी को डॉगी स्टाइल में चोद रहा है , या फिर पड़ोस का कोई जवान लौंडा उसकी बहन की बुर सूंघ रहा है  या फिर उसकी बहन की गुलाबी बुर में उंगली पेल रहा है। उसकी यह कुंठा धीरे धीरे बढ़ती गई , नतीजतन वह गांडू होता गया । पड़ोस का कलीम उसकी गांड़ मारता और वह उत्तेजना के अतिरेक में अपना अधखड़ा लन्ड सहलाता । यही नहीं , गुदा भंजन करवाने के बाद ही सरफराज को चरमसुख मिलता और उसके अधखड़े लन्ड से पानी निकलता था । सरफराज की बहन का नाम अदीबा था । अदीबा सरफराज से उमर में 2 साल बड़ी थी । अदीबा बहुत ही पाकीजा और नेक लड़की थी लेकिन जवानी के उस दौर में थी जहां वासना हर तरह के संस्कार और अदब पर भारी पड़ती है । उसकी चूंचियां दिनों दिन भारी होती जा रही थी और गुदाज गान्ड शरीर से अलग ही दिखाई देती थी । चूंची की लाल घुंडियों से अदीबा अकेले में घंटों खेलती रहती । योनि पर काले घुंघराले बाल आ गए थे जिन्हे वह कभी कभी रेजर या ब्लेड से साफ कर लेती थी । किसी लड़के से मात्र बात करने से ही उसका शरीर गनगना जाता था और योनि अपना रस छोड़ने लगती थी । अभी हाल में ही मुहल्ले की एक सहेली के कहने पे उसने योनि ज्वाला को उंगली से शांत करना सीख लिया था । कामाग्नी बढ़ने पे कभी कभी वह कुंवारी योनि की संकरी गलियों में रेनॉल्ड पेन घुसेड़ के ऊपर नीचे करती जिससे उसकी योनि शांत हो जाती । जो अदीबा ऊपर से शांत और सुघड़ दिखाई देती थी , अंदर से दिनों दिन आग का गोला बनती जा रही थी

आप सच्च कह रहें हो नेट पर उपलब्ध ऐसे धार्मिक कहानियां, हिज़ाब पॉर्न,सैक्स चैटिंग जो आसानी से ,., लड़कियों और लड़कों को तक़ पहुंचने की वज़ह से ग़ैर,., लड़कों की तरफ़ ,., लड़किया और लड़के दोनों काफ़ी हद तक़ आकर्षित हुए हैं एक तरफ़ ,., लड़के हिन्दू लड़कों से दोस्ती कर अपने घर अपने मोहल्लो तक ला रहें हैं और अपनी कौम व घर की पाकदामन लड़कियों में घुलनेमिलने का चांस दे रहें हैं औऱ जब गैर कौम के दोस्त घूल मिल जाते हैं तो उन्हें प्राइवसी भी दे रहें क्यों की वो जानते ऐसे ही उनकी फेंटेसी पुरी होगी वहीं दूसरी तरफ़ घंटो इन्टरनेट बिताने वाली हमारे कौम की लड़कियों में गैर ,.,ो के अनकट लंड खाने की चाहत इतनी बढ़ गई हैं की किसी काफ़िर मर्द के बारें में सोचते ही m***t  गीली होती औऱ मौक़ा मिलते ही अपनी सलवारे खोल दे रहीं हैं औऱ इसी का नतीजा हैं की हमारे कौम की लड़कियों के गैर कौम के लड़कों के साथ जिस्मानी संबध हद से ज़्यादा बढ़ गये हैं
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#3
(07-06-2023, 09:36 AM)Firdosh Wrote: आप सच्च कह रहें हो नेट पर उपलब्ध ऐसे धार्मिक कहानियां, हिज़ाब पॉर्न,सैक्स चैटिंग जो आसानी से ,., लड़कियों और लड़कों को तक़ पहुंचने की वज़ह से ग़ैर,., लड़कों की तरफ़ ,., लड़किया और लड़के दोनों काफ़ी हद तक़ आकर्षित हुए हैं एक तरफ़ ,., लड़के हिन्दू लड़कों से दोस्ती कर अपने घर अपने मोहल्लो तक ला रहें हैं और अपनी कौम व घर की पाकदामन लड़कियों में घुलनेमिलने का चांस दे रहें हैं औऱ जब गैर कौम के दोस्त घूल मिल जाते हैं तो उन्हें प्राइवसी भी दे रहें क्यों की वो जानते ऐसे ही उनकी फेंटेसी पुरी होगी वहीं दूसरी तरफ़ घंटो इन्टरनेट बिताने वाली हमारे कौम की लड़कियों में गैर ,.,ो के अनकट लंड खाने की चाहत इतनी बढ़ गई हैं की किसी काफ़िर मर्द के बारें में सोचते ही m***t  गीली होती औऱ मौक़ा मिलते ही अपनी सलवारे खोल दे रहीं हैं औऱ इसी का नतीजा हैं की हमारे कौम की लड़कियों के गैर कौम के लड़कों के साथ जिस्मानी संबध हद से ज़्यादा बढ़ गये हैं

हिन्दुओ का la*d bana hi ,., pakija ke liye hai
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#4
(07-06-2023, 10:03 AM)Rohitkumar@ Wrote: हिन्दुओ का la*d bana hi ,., pakija ke liye hai

आप सच्च कह रहें हो अगर ये बात सच्च नहीं होती हर रोज़ न्यूज में नहीं आती
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#5
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