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Adultery बरसात की वो रात
#1
Heart 
हमारा घर आगरा मुंबई हायवे से अंदर की और था और उधर से होकर बडवानी का रास्ता था याने कोई अगर आगरा या मुंबई से होकर बडवानी जाना चाहे तो उसको हमारे गाव से होकर ही निकलना पड़ेगा हमारा इलाका पहाड़ी होने के कारण बरसात के समय हमारे यहाँ की नदिया एक दम से उफान पर आ जाती है ऐसे ही एक समय की बात है बरसात का समय था रात होने वाली थी 6 बज गए थे बहुत पानी आ रहा था मेरे पापा को उनके दोस्त का फ़ोन आया की उनका भाई और उसकी पत्नी हमारे गाव से 10-15 किलो मीटर दूर एक नदी के उफान पर आ जाने के कारण रास्ते में अटक गए है तो उनकी  मदद कर दे पापा ने मुझे बुलाया और कहा मैने पापा के दोस्त से उनके भाई याने की अंकल जी के नंबर ले लिए और उनको कॉल करके वापस लोट कर आने को कहा हमारा एक नया घर हमारे खेत पर बना हुआ है गाव का घर पुराना है दादा जी के समय का तो पापा ने मुझे कहा की सुमित तुम उनको खेत वाले घर पर ले जाओ और वही रुकवा देना और तुम भी रात में वही रुक जाना कभी उनको कोई जरूरत पड़े तो देख लेना फसल के कारण मै अक्सर खेत पर ही रुकता था  हमारी खेती बहुत होने के कारण हम लोगो ने खेत पर एक घर बना लिया था वो घर बहुत बड़ा था क्योंकी जमीन की तो कोई समस्या ही नहीं थी वो घर तीन मंजिला था निचे खेती का सामान आ जाता था तो हम लोगो ने रहने का उपर बना लिया था मैने अंकल को रास्ते में बुलाया और फिर हम लोग खेत वाले घर पर आ गये खेत पर आकर कार रुकी और अंकल बहार निकले तो वो पापा से कम उमर के थे यानि पापा के दोस्त के छोटे भाई थे और उसके बाद उनकी वाइफ उतरी क्या मस्त थी दिखने में और उपर से मुंबई की उसने टी शर्ट और हेरम ( पायजामा जैसी सलवार ) पहना था में तो उसको देखता ही रह गया मैने  सोचा भी नहीं था की ऐसा मस्त माल मुझे मेरे गाव में देखने को मिलेगा मुझे उसका चेहरा देख कर लगा की वो बेमन से आई है वो बार बार घर की और जगह की और देख रही थी तभी अंकल बोले सुमित ( टेलीफ़ोन से बात करते समय मैने अपना नाम बता दिया था ) रुकने की जगह कैसी है  यहाँ कोई होटल मिलेगा क्या मैने कहा होटल का इस गाव मै क्या काम और उसकी क्या जरूरत है यह है न अपना घर हमारा घर बहार से देखने पर बड़ा अजीब लगता है सब दूर खेती का सामान और बहार से पुताई किये भी 4 - 5 साल हो गए थे लेकिन अंदर से बहुत ही शानदार बना हुआ था
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#2
अरे पर आप लोगो को परेशानी होगी उनकी वाइफ बोली
मेने कहा अरे परेशानी कैसी आप लोगो का ही घर है और यह कह कर मैने अपने नोकर को आवाज दी वो आया और उसको सामान ले कर उपर चलने को बोला मैने उनको बताया की हम लोग यहाँ नहीं रहते है और यह घर खाली है वो लोग अंदर आये और उन्होंने आकर जब घर अंदर से देखा तो वो खुश हो गए  हो भी क्यों ना घर था ही इतना अच्छा वो लोग थक गए थे मैने उनसे कहा की आप लोगो ने कुछ खाया या नहीं कुछ खाना बनवा दू इतने में अंकल बोले यार सुमित बहुत थक गया हु और बिना गला गिला किये मज़े नहीं आयेगे कुछ व्यवस्था हो जाएगी क्या मैने कहा जरूर (हम लोग राजपूत है और हमारे यहाँ शराब पीना चलता है) मैने बहार आकर अपने नौकर को सामान लाने भेज रहा था तो अंकल आगये और उन्होंने उसको क्या कहा पता नहीं पर वो हस दिया मेने अंकल के लिये 1 बाटल मंगवाई और मेरे लिए ३ बियर मंगवाई अंकल नहाने चले गए मै खाने की व्यवस्था मै लग गया इतने मै अंकल की वाइफ रागिनी मेरे पास आई और बोली मै इनके पिने की आदत के कारण बहुत ही दुखी हु कही भी शुरू हो जाते है  मैने कहा अरे कोई बात नहीं हमारे यहाँ तो यह चलता रहता है बताये आप क्या खायेगे वो बोली क्या क्या है यहाँ  मैने कहा आपको जो भी चाहिए वो सब मिल जायेगा घर वाले अक्सर पार्टी करते है तो यहाँ सब सामान है आप बोले जो बोलोगे वो बन जायेगा वो बोलने मै शर्मा रही थी तो मैने उनको पूछा आपको एग चलते है वो बोली हा चलते है तो मैने उनको कहा ओके तो एग करी और चपाती चलेगी वो बोली ओके चलेगी मै किचन मै आ गया बहार फिर पानी आने लगा था वो भी मेरे साथ साथ किचन मै आ गई उसके बदन की क्या खुशबू थी खुले बाल उसकी सुदरता में चार चाँद लगा रहे थे टी शर्ट में उसके बूब्स बहुत ही प्यारे लग रहे थे उसके पीछे के पर्वत भी जरूरत से ज्यादा बहार निकल रहे थे खाने का काम वेसे भी मुझे मेरे नोकर की पत्नी राधा को देना था पर वो उसके बच्चे को सुलाने में  लगी थी उसको पता था की अगर मै रात मै अकेला रुकता हु और उसके पति को दारू के लिए पैसे देता हु मतलब की उसकी चूत को मेरी सेवा करना है वो बहुत ही मस्त माल है में उसके आने तक थोडा बहुत काम करने के मूड मै था ताकि खाना जल्दी बन जाये परन्तु मुझे तो खाने के बदले कुछ और ही खाना था रागिनी मेरे पास मै ही खडी थी मैने सामान लेने के बहाने उसकी पीछे से निकलते हुवे अपनी एक उगली उसकी गांड को रगड़ते हुवे बहार की तरफ गया  मैने यह भी नहीं देखा की उसकी प्रतिक्रिया क्या है मै बहार आया जहा अंकल बैठे थे नौकर आ गया था वो ऐसी व्यवस्था करने मै बहुत ही ज्यादा माहिर था सो उसने पूरी व्यवस्था कर दी थी बाहर पानी भी तेज हो गया था अंकल ने कहा की आ जाओ तुम भी तो मैने मना कर दिया कि मै नहीं लेता हु वो बोले अरे यार मज़ा नहीं आएगा बिना कंपनी के तो मैने मेरे नोकर को कहा की तू इनका साथ दे देना वो दोनों पिने बैठ गए 8.30 बजने वाले थे हमारे यहाँ 8.30  बजे लाइट जाती है 2 – 3 मिनिट के लिए तो मै वापस किचन मै आ गया मैने देखा की रागिनी खिड़की से बहार की और देख रही है मेने पूछा क्या देख रही है आप तो वो बोली पता है सुमित ऐसे मौसम मै नहाने का बहुत मन होता है गिरते पानी मै नहाओ तो मैने कहा तो आप नहा लो मै बात करते करते उसके बहुत पास आ गया था उसकी गांड और मेरे लंड के बिच में बस  वो बोली कहा वो सामने जहा कच्ची जमीं है पूरी कीचड़ मै नहीं हो जाऊगी मैने उनको कहा अरे उपर छत है ना आप आराम से नहा सकती हो वो देखो वो उपर की और जो बहार निकला हुवा हिस्सा दिख रहा है न वो ही है छत यह कहते हुवे मैने अपना लंड उनकी गांड में दबा दिया वो असहज हो गई और थोडा आगे हो गई पर खिड़की वाला हिस्सा आ जाने से वो आगे नहीं हो पाई मेने उनकी गांड में अपने लंड को दबाते हुवे कहा वो देखो वो रही छत जहा आप आराम से पानी में भीगते हुवे नहाने का मज़ा ले सकती है
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#3
मै बात कर ही रहा था की तभी अचानक लाइट चली गई और जोर से बिजली चमकी तो रागिनी आंटी पलट कर मुझसे चिपक गई मै इसी मौके के इंतजार में था मैने उनको कहा अरे डरो मत अभी आ जायेगी लाइट वो छुटने की कोशिश कर रही थी पर मेरी पकड़ से नहीं निकल पा रही थी और उनके इस प्रयास के कारण उनका बदन मेरे बदन से रगडा रहा था जो मेरे लंड को और कड़क कर चूका था जो उनके पेट पर चुभ रहा था उनके बूब्स मेरे बदन से दब रहे थे और लाइट आ गई वो अलग हो गई और मुझसे कहने लगी की मोहित खाने का क्या करना है टाइम बहुत हो रहा है अँधेरे मै ज्यादा कुछ नहीं हो पाया पर हा उनको यह पता चल गया की मै क्या चाहता हु और उनके नाराज़ न होने से मेरे मन मै भी यह पक्का हो गया की आंटी लाइन पर आ जायेगी |
मैने उनको कहा अरे आप खाने की चिंता मत करो अभी सब हो जायेगा और तभी राधा आ गई मेने रागिनी आंटी को कहा लो आ गया आपकी समस्या का समाधान ये राधा है खाना बहुत अच्छा बनाती है मैने उसको बताया की क्या बनाना है में और रागिनी हॉल में आ गये जहा वो लोग महफ़िल जमा कर बैठे थे अंकल सुरुर मै आ गए थे मेरे नौकर को एक बाटल में कोई फर्क नहीं पड़ता है उसके तो रोज़ की आदत है तो वो उसकी व्यवस्था के साथ आया था अंकल ने रागिनी आंटी को बोला और कैसी लगी व्यवस्था मेरे भाई के दोस्त है मोहनसिंह जी ( मेरे पापा ) यानि मेरे भी भाई हुए ना क्यों मोहित अरे  अंकल यह भी कोई पूछने की बात है क्या यह आपका ही घर है आपको जो करना हो यहाँ खुल कर कर सकते है न तो कोई रोकने वाला है और आस पास कोई घर भी नहीं है यानि न ही कोई देखने वाला यह बात मैने कही तो अंकल को थी पर मै देख रहा था आंटी की और पर उनके मुह पर कोई भाव नहीं था बात करते करते मैने मेरा पाव आंटी के पाव की और करके उनके पाव को मसलने लगा आंटी ने पाव हटा लिया और अंकल की और देख कर बोली आज आप भी अपने मन की कर लेना न कोई देखने वाला और न कोई टोकने वाला मोहित अच्छा है की आप नहीं लेते हो वरना मै रात भर बैठे बैठे सब लोगो का मुह देखती रहती तभी अंकल बोले मोहित आंटी को अपना घर दिखा दो अचानक आंटी उठ गई और अंकल को बोली मुझे जो देखना होगा मै देख लूगी आप तो अपना काम करो बहार पानी रुक गया था मै सबको वही छोड़ कर किचन में आ गया और आते ही राधा को पीछे से पकड़ लिया वो बोली आ गई मेरी याद मुझे तो लगा था की आज आंटी जी के चक्कर में मेरा नंबर नहीं लगेगा मै राधा के बूब्स दबाता हुआ बोला अरे बड़ी दुकान की मिठाई के चक्कर में घर की शक्कर थोड़े छोड़ी जाती है अरे चखना हो तो चख लो घर की शक्कर तो यही है बड़ी दुकान की मिठाई आज रात के लिए ही है राधा मेरी हम बिस्तर थी तो हमराज भी थी उसने इशारा किया वो निचे से बियर लेकर उपर ले आई थी और उस को फ्रिज़ में रख दी थी मौसम कैसा भी हो बियर तो ठंडी ही अच्छी लगती है | मैने अपने लंड को बहार निकाल लिया था और राधा मेरी जान समझ गई थी उसने तत्काल उसको अपने मुह में लेकर उसको मस्त कर दिया मेने देखा की रागिनी उठ रही है तो मेने राधा को हटाया और उसको दूर कर दिया मेरा हतियार अंदर किया और राधा को खाने के बारे मै बताने लगा रागिनी किचन मै आ गई थी उसने राधा से पूछा कितना टाइम और लगेगा तो राधा ने बोला की आधा घंटा तो और लगेगा अरे काहे का आधा घंटा अभी तो 9 भी नहीं बजे है और इनकी महफ़िल 10 बजे के पहले ख़त्म नहीं होती है इसलिए सोचा की तुम्हारे साथ खाना ही बनवा दू  अरे आप यह सब रहने दो आप तो मोहित बाबा के साथ छत पर हो आओ यहाँ कहा गर्मी में परेशांन होयेगी क्यों बाबा ले जाओ आपकी आंटी को छत पर मैने कहा हा ये तो अच्छी बात है वो भी मान गई हम जाने लगे तो राधा बोली अरे बाबा वो छत का दरवाजा बहार से बंद कर लेना कभी कभी बिल्ली आ जाती है और सामान गीरा देती तो फिर बड़े साहब बहुत नाराज़ होते है राधा को मै मान गया उसने हमको उपर भी भेज दिया और दरवाजा भी बंद करने का बहाना बना दिया अब चारो तरफ से कोई टेंशन नहीं था आस पास कोई नहीं था और उपर कोई आ ही नहीं सकता था हम दोनों उपर घुमते हुए बाते कर रहे थे
- मैने रागिनी आंटी को कहा आप के और अंकल के उम्र में ज्यादा अंतर लगता है
- वो बोली हा आपके अंकल की दूसरी शादी है पहले अंकल की शादी मेरी बहन से हुई थी परन्तु वो एक  बीमारी के कारण शादी के 5 साल बाद ही हम सब को छोड़ कर चली गई मेरा मेरी बहन और इनको छोड़ कर कोई नहीं था वो थी तो मै इन लोगो के घर मै ही रहती थी उसके जाने के बाद ये बहुत अकेले हो गए थे तो इनके बड़े भाई एक दिन आये और उन्होंने मुझसे इनसे शादी के बारे मै प्रस्ताव रखा तो मैने भी हा कर दी हमारी शादी को 10 साल हो गए  
- अरे तभी आप लगती नहीं है अंकल की पत्नी के जेसी
- हा हमारी उम्र में 13 साल का अन्तर है वो बोली
- आपके बच्चे नहीं आये साथ में
- वो दूसरी तरफ देखने लगी और धीमे से बोली हमारे बच्चे नहीं है और यही टेंशन के कारण यह बहुत पीते है और मै भी कुछ नहीं कहती हु उनके आखो में आसू आ गए मैने उनको सांत्वना देने के लिए उनके कंधे पर हाथ रखा तो वो मुझसे चिपक कर रोने लगी मैने भी कुछ नहीं कहा मेरे जिस्म में उनके बदन के खुशबू समाने लगी थी पानी की हल्की हल्की बुँदे शुरू हो गई थी मैने उसके बदन को अपने से और चिपका लिया पानी की बूंदा बांदी शुरू हो गई थी वो मुझसे अलग हो गई
- फिर आपने कुछ इलाज नहीं करवाया इस मामले में मैने कहा
- इलाज भी करवाया बहुत जगह की मानता भी ली पर किस्मत को क्या पता क्या मंजूर है और सबसे बड़ी बात की उम्र भी तो मायने रखती है ना उसकी बातो मै दर्द झलक रहा था
- हा वो तो है अब अंकल.................... अचानक से पानी तेज हो गया और वो बोली चलो मोहित अब निचे चलते है यह कह कर वो जाने लगी तो मेने उनका हाथ पकड़ लिया उन्होंने मुझको देखा मेने कहा
- आपकी इच्छा थी ना नहाने की तो फिर अपनी इच्छा पूरी कर लो कहा जा रही हो यह कह कर मैने उनको अपनी और खीच लिया वो मेरी बाहों मै आ गई
- वो बोली नहीं मोहित मुझे नहीं नहाना चलो निचे चलते है
- मेने कहा नहीं रागिनी तुमने अपनी कई इच्छाओ को दबाया है आज तुम अपनी जिंदगी की एक इच्छा को जरूर पूरी करोगी वो भी बरसात के पानी मै नहाने की
- नहीं मोहित नहीं वो कुछ कहती इसके पहले मेने उनको अपनी गोद मै उठा लिया और छत पर आगे की और बड़ गया वो मोहित मोहित करती रही पर मैने नहीं सुना और उनको ले जा कर छत के बीचो बिच जा कर खड़ा कर दिया और मै खड़ा हो गया और उनको कहा आप नहाओ आराम से छत पर लाइट थी और वो नहा रही थी अपने दोनों हाथ फैला कर छत पर दोड़ती हुई और में उनको देख रहा था उनकी टी शर्ट गीली होने से उनके बदन पर चिपक गई थी उनके दोनों बूब्स टी शर्ट चिपक जाने से और उभर गए थे और उपर से निचे कूद रहे थे जेसे कह रहे हो मोहित हमको आजाद करो हम भी भीगना चाहते है मैने भी अपनी टी शर्ट निकाल दी थी तभी छत की लाइट बंद हो गई यह मेरे लिए राधा का संकेत था खाना बन गया है मेरे पास अब टाइम कम था अचानक से जोर की आवाज हुई और लाइट आ गई इस अँधेरे के कारण रागिनी का पाव कही चिकनी जगह पड़ा और वो गिर गई थी आवाज उसी की आई थी और उसकी गांड के बल वो गिर गई थी मै दोड कर उसके पास पंहुचा और उसको सहारा देकर उठाया उसके पाव मै हलकी सी लगी थी इतने भी ज्यादा नहीं थी परन्तु मैने उसको अपनी गोद मै उठा लिया और हमारी छत पर उस जगह पर ले जाकर बिठा दिया जहा पर पानी नहीं आ रहा था पर यहाँ अँधेरा था मैने निचे झुक कर उसके पाव को हाथ मै लेकर सहलाने लगा और उससे पूछा कही लगी तो नहीं वो बोली की बस यहाँ पाव में और थोडा मेरी हिप्प्स मै हे पर तुम रहने दो मै कर लूगी
- मैने कहा अरे मेरे होते हुवे आप कर लो नहीं (में आंटी के पाव को मसलने लगा और अपने हाथ को उपर की और ले जाने लगा मैने उनसे कहा आप चल कर देखो केसा लग रहा है वो खड़ी हो कर चलने लगी उनके पाव में दर्द नहीं था )
- पाव में तो दर्द नहीं है अब ( मैने अपने दोनों हाथो से उनके हिप्प्स को दबा दिया) तो फिर इनको दबा देता हु
- वो बोली मोहित ये क्या कर रहे हो ( वो एक दम से पलट गई)
- वो ही जो एक खूबसूरत सी लड़की के साथ करना चाहिए वो ही कर रहा हु
- लड़की कौन लड़की में तुम्हारी आंटी हु
- आपको आंटी कह कर मै आपकी इस हसीं खूबसूरती का मजाक नहीं उड़ाना चाहता
मेरे हाथ अब उनके बूब्स को मसलने मै लग गए थे मेरे होठों ने उनके होठों को सिल दिया था मेरे हाथ उनके बदन पर घुमने लगे थे उनके हेरम में हाथ डाल कर उनके हिप्प्स के पुरे भूगोल को नाप लिया था वो बार बार मुझसे अलग होने की कोशिश कर रही थी वो कह रही थी की मुझे छोड़ दो वरना मै चिल्ला दुगी मेने उनको कहा की आप अगर चिल्लोगी भी तो यहाँ दूर दूर तक कोई नहीं है कोन आयेगा निचे जो तीन लोग हे उनमे से दो तो मेरे बुलाये बिना आयेगे नहीं और आपके जो है उनको तो आपसे ज्यादा नशा शराब में आ रहा है उन्होंने अपने दोनों हाथो से मेरा चेहरा पकड़ कर उसको दूर करने की कोशिश की तभी मेने अपने हाथो से उनका हेरम और पेंटी को निचे कर दिया और अपने घुटनों के बल बैठ कर अपने होठ उनके चूत पर लगा दिए और उनकी चूत को चाटने लगा वो बार बार मेरी पीठ पर मार रही थी और मै चूत को चाटने में मस्त था वो मेरे उपर पूरी झुक गई उनका संघर्ष करने की ताकत ख़त्म हो रही थी और अचानक से उनके चूत से लावा फुट गया उसका काम रस और पेशाब एक साथ निकल गए उसकी चूत से तेज धार निकल गई मैने आज तक बीस से ज्यादा औरतो के साथ सेक्स किया था परन्तु कभी किसी की चूत नहीं चाटी थी और न ही कभी ऐसी घरेलु ओरत के साथ सेक्स किया था मेरे नसीब मै तो राधा जेसी ही आती है आज तक कभी रागिनी आंटी जैसी ओरत के साथ सेक्स नहीं किया था तो फिर मैने इस समय अलग होना ठीक नहीं समझा अगर इनको छोड़ा तो फिर ये हाथ नहीं आएगी उनकी धार ने मेरे मुह और मेरे कपड़े को गिला कर दिया था तो मैने अपने कपड़े निकाल दिए और आंटी के हेरम और पेंटी को भी निकल दिया और आंटी को निचे सुला दिया मेरा लंड बहुत मस्त हो गया था मैने अब देर करना ठीक नहीं समझा और उसकी चूत मै लंड डाल दिया वो जोर से मोहित बोली और उसने एक जोरदार थप्पड़ मेरे गाल पर दे दिया मैने उसकी टी शर्ट उपर कर दी थी और उसके दोनों हाथो को अपने हाथो से दबा कर उपर कर दिए थे और उसके बूब्स को अपने दातो से कटाने लगा और चूसने लगा मेरा लंड उसकी चूत मै अंदर बहार होने लगा उसकी चूत मुझे टाइट लग रही थी जैसे की उसका कोई उपयोग ही नहीं करता है उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया था और वो बोली बस हो गया कर ली अपने मन की आब हटो मैने कहा अरे अभी कहा आभी तो शुरुवात है और मै अपनी मस्ती मै उसकी चुदाई मै लग गया  मुझे सात आठ  मिनिट से ज्यादा हो गए थे वो मुझे गौर से देख रही थी वो अब किसी भी प्रकार का विरोध नहीं कर रही थी पर सहयोग भी नहीं कर रही थी बस वो मेरे निचे ऐसे लेटी थी जैसे की कोई लाश हो बस उसकी आखे खुली थी और वो मुझे देखे जा रही थी मेरे धक्के लगते जा रहे थे और उसके बूब्स हिल रहे थे अचानक उसका शरीर अकड़ गया और वो तीसरी बार पानी छोड़ चुकी थी उनका बदन पूरी तरह से मेरे काबू मै आ गया था मेरे धक्को की स्पीड बड गई थी वो भी मेरा साथ देने लगी थी उसने अपने दोनों पाव से मेरे पाव को जकड लिया था और उसके दोनों हाथ मेरी पीठ पर आकर मुझे अपने से चिपकाने मै लग गए थे मेरे धक्के बड गए मै अपने मुह को उसके मुह से लगा कर उसके होठों का रस पिने लगा मेरे हाथ उसके बूब्स को मसलने में लगे थे मै पागलो की तरह उसको मसल रहा था किस कर रहा था मेरी जबान से मै उसके बदन को चाट रहा था मेरा बदन भी अब अकड़ने लगा था मैने उसको अपने से चिपका लिया मेरे शरीर का सैलाब मेरे लंड से निकल कर उसकी चूत के अंदर छुट गया मेरा सफ़र भी ख़त्म हो गया मेरी मंजिल भी आ गई मैने अपना पूरा पानी उनकी चूत मै निकल दिया और उस पर ही लेट गया |  वो बहुत ज्यादा थक गई थी उसकी सास उपर निचे हो रही थी मै अपने हाथो को उसके बालो मै घुमाने लगा मेरा दूसरा हाथ उसके बूब्स को सहला रहा था मैने चुदाई के दौरान एक बात यही सीखी थी कि चुदाई के समय बहुत ही मस्ती करना चाहिए मसल दो मस्ती से परन्तु चुदाई के बाद बहुत प्यार से सहलाना चाहिए और यही असली चुदाई होती है जिसमे सामने वाला मस्त हो जाता है और अभी में वो ही कर रहा था मेरा हाथ उसके बालो मै घूम रहे थे और उसके बूब्स को सहला रहा था उसके पेट पर मेरे हाथो को घुमा रहा था उसकी आखों में आसू आ गये थे जो उसकी आखो से उसकी गाल पर आगये थे मैने अपनी जबान से उसके गाल पर आये आसुओ को चाट लिया उसकी आखो को चाट कर उसको कहा जानू पानी बहाने का काम निचे वाली बेबी को करने दो आखो को क्यों तकलीफ दे रही हो वो कुछ नहीं बोली और उठ कर अपने कपडे पहनने लगी मैने भी अपने कपडे पहन लिए थे मैने उनके कमर पर हाथ रख कर कहा चले जानेमन निचे वो कुछ नहीं बोली और आगे बड गई फिर वो पलट कर आई और एक जोरदार थप्पड़ मेरे गालो पर मारा उनके आखो मै आसू थे और वो निचे चली गई मै वही खड़ा रह गया मुझे कुछ समझ मै नहीं आया की ये क्या हो गया
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#4
रागिनी को निचे गए थोड़ी देर हो गई थी मै निचे नहीं पंहुचा तो राधा उपर आ गई उसने आते ही मुझसे कहा
- क्या हुआ काम हुआ या नहीं
- मेने कहा काम तो हो गया और आराम से हो गया परन्तु वो जाते जाते मुझे जोर से थप्पड़ मार कर गई है वो अभी कहा है अंकल के पास है  
- नहीं वो मेरे पास आई थी उन्होंने पूछा इन लोगो का हुआ या नहीं
- मैने कहा की नहीं अभी और टाइम लग सकता है
- तो वो मुझसे बोली उनको बोलो की ख़त्म करे और खाने की तैय्यारी करो मै आई कपडे गिले हो गए है तो बदल लेती हू
- याने वो अपने रूम में गई है
- हा राधा बोली
- और इन लोगो का क्या हाल है पिना पूरा हो गया क्या नहीं
- वो तो लगता है कि आज बहूत दिनों के बाद पिने बैठे हो एक पूरी बाटल तो पी गए और एक और निकाल ली है और उसको वहा से हटा दी कही मेम साहब न देख ले
- कुछ खाया या नहीं उन लोगो ने
- हा मैने उनको आमलेट बना कर दे दिया था और बाकि सामान तो था ही उनके पास रखा हुआ
- मेरे दिमाग में प्लान बनने लगा की अंकल को तो पिला कर सुला दो और रात में आंटी से माफ़ी मांग कर उनको मना लुगा कल तो ये लोग निकल ही जायेगे फिर देखेगे जो होगा मुझे आज रात संभालनी है
- मै राधा के साथ निचे आया और सबसे पहले मैने रागिनी के रूम की और देखा वो अंदर से बंद था तो मैने जल्दी से बियर निकली और एक बियर पी कर अंकल के पास जा कर बैठ गया
- अंकल मुझे देख कर बोले अरे मेरा बेटा आ गया सुना कहा है तेरी आंटी जी उनको अच्छा खासा नशा हो चूका था
- मैने कहा पता नहीं शायद रूम में होगी मै तो खाना बनवाने में लगा था
- अरे चलो अच्छा है अंदर हे नहीं तो अभी कह देती कि बस बंद करो बहुत हो गया और वो जोर जोर से हँसने लगे
- मेने अंकल को बातो बातो में और पिला दी और राधा को इशारा कर दिया की खाना भी ले आओ इतनी पिने के बाद तो किसी से पानी भी नहीं पीते बने खाना क्या खाते और वो ही हुआ वो वही सोफे पर गिर पड़े आंटी आई उन्होंने कपडे बदल लिए थे उन्होंने नाईट सूट पहन लिया था अंकल को देख कर बोली मुझे इसी बात का डर था मैने मेरे नौकर को इशारा किया वो अंकल को उठा कर उनके रूम के और ले जाने लगा पर वो भी बहुत नशे में था तो फिर मेने भी सहारा दिया और अंकल को ले जा कर उनके रूम में सुला दिया अंकल को सुला कर आया तो देखा की राधा ने सारी साफ सफाई कर दी थी बस दो लोगो का खाना वही टेबल पर रख कर मेरा नौकर और राधा चले गए वो यहाँ खाना नहीं खाते है साथ में ले जाते हे और अपने रूम में खाते है जो बहार की तरफ बना हुआ है जाते जाते राधा मुझे इशारा कर गई की बहूत गुस्से में है उनके जाने के बाद मैने भी दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और फिर रागिनी के पास आकर बोला
- आंटी आओ खाना खा ले
- आंटी क्यों जानू जानेमन नहीं बोल रहे हो अब आंटी हो गई
- वो उस टाइम
- क्या उस टाइम उस टाइम जब में किचन मै खिड़की के पास खड़ी थी तब भी तुमने हरकत करी थी मुझे तब ही समझ जाना था की तुम्हारे इरादे ठीक नहीं है
- वो.......... मै............... उस......................... टा.....इम ..........
- कल अगर मैने तुम्हारे बारे में सबको बता दिया तो सोचो क्या बीतेगी तुम पर
- घर से बहार कर देगे और क्या हो जाऊगा घर से बहार अगर मैने गलती करी है तो मै भुगतने को तैयार हु आपको जो करना है वो कल कर लेना आभी आप खाना खा लो में बातो को नार्मल करने की कोशिश कर रहा था मै यह चाह रहा था की ये मुझसे बहुत बाते करे ताकि इनका गुस्सा यही खत्म हो जाये
- तुम जैसे लड़को के साथ यही होना चाहिए तुमको इसकी सजा तो जरूर मिलेगी वो भी कल सुबह ही मिलेगी और वो जाने लगी
- मैने उनके हाथो को पकड़ लिया कहा जा रही हो खाना तो खा लो
- मेरा हाथ छोड़ो वो गुस्से से बोली
- मैने कहा नहीं छोड़ूगा
- छोड़ो
- नहीं  ( मेरे गालो पर उनके दुसरे हाथ का फिर एक थप्पड़ पड़ा ) मेने उनका हाथ छोड़ा और दूसरा गाल आगे कर दिया उन्होंने दुसरे गाल पर भी एक थप्पड़ मारा
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#5
- मैने अपनी टी शर्ट निकल दी और अपना सीना उनके सामने कर दिया वो पागलो की तरह मुझे मारने लगी उनके दोनों हाथ मेरे बदन पर टकरा रहे थे मै कुछ नहीं बोला बस उनकी मार खाता रहा वो मारते मारते थक गई तो रोने लगी और सोफे पर बैठ गई  
- मै उनके पास गया घुटनों के बल बेठा और उनके चेहरे को उपर उठा कर बोला मैने आपको कहा था ना कि आखे पानी बहाने के लिए नहीं होती है और यह कहते हुए अपनी जबान से उनके आसू को चाट गया और उनको कहा पानी बहाने की जगह निचे है उपर नहीं
- उन्होंने मेरी और थोडी देर देखा और बोली बहूत बेशरम हो उनका हाथ मेरे सर के उपर गया और उन्होंने मेरे सर को पकड़ कर अपनी दोनों पाव के बिच में जोर से दबा कर बोली तो ले चाट ले यहाँ का भी पानी    
- मैने सर को उपर करके कहा – आं.....टी.....
- वो बोली आंटी गई तेल लेने मुझे रागिनी बोलो
- मैने रागिनी के मुह को हाथ में लेकर किस करने लगा इस बार मै किस कम कर रहा था रागिनी ज्यादा कर रही थी हम दोनों सुब कुछ भूल कर बस एक दुसरे को किस करने में लगे थे मेरा हाथ उसके बदन से खेलने लगा था उसकी छाती के नरम नरम उभार मेरे हाथो में समा गए थे वो मेरे हाथो में मचल रही थी मैने उनको अपनी गोद में उठा लिया और अपने रूम में ले गया मैने उसको अपने बिस्तर पर सुला दिया में भी पास मै लेट गया मेरे हाथ उसके बदन पर घुमने लगे थे मेने सबसे पहले उसके नाईट सूट का कुरता निकाला उसने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी में उसके उपर झुक गया और उसके होठों पर किस किया में उसके चहरे पर किस किये जा रहा था उसके आखे उसकी नाक पर किस करते हुवे मैने उसके मुह में अपनी जबान डाल दी और उसके मुह को चूसने लगा था  मेरे हाथ उसके बूब्स पर घूम रहे थे मेने उनको मसलना शुरू कर दिया था उसकी सासे भरी हो रही थी उसका एक हाथ मेरे लंड पर आकर उसको मसलने लगा था और दूसरा हाथ मेरी पीठ पर घूम रहा था मेने थोडा निचे आते हुवे उसके बूब्स को अपने मुह में लेकर चुसना और चाटना शुरू कर दिया था में उसके दोनों प्यारे प्यारे उभारो को बारी बारी से अपने मुह में लेकर चूस रहा था और उसकी निप्पल पर काटता जा रहा था मेरी जबान उसके बदन पर घूम रही थी मेने उसकी चूत पर हाथ रख कर उसकी चूत को मसल दिया  वो मेरे सर पर अपना हाथ घुमा रही थी मेने अपने हाथ से अपने और उसके सारे कपडे निकल दिए मेरे लंड को रागिनी ने अपने हाथो में ले लिया और उसको सहलाने लगी में उसके बदन को चाटता हुवा निचे होता जा रहा था उसकी कमर उसका पेट उसकी बाहें उसका हाथ उसकी उगली हर जगह मेरे होठ अपने निशान छोड़ रहे थे मेरे होठों ने निचे आकर उसकी चूत पर अधिकार कर लिया में उसको अपनी जबान से चोदने लगा उसके मुह से आवाज आ रही थी वो अपने हाथो से मेरे सर को अपनी चूत में दबा रही थी उसने दोनों पाव चौड़े हो गए थे जिससे उसकी चूत के दरवाजे और खुल गए थे और मेरी जबान उसकी चूत के अंदर तक घूम रही थी मेने आज तक राधा या किसी काम वाली को ही चोदा था इस लिए कभी भी में उसंकी चूत नहीं चाटता था हा कभी कभी राधा की चूत पर किस जरूर कर दिया था पर आज में जी भर कर चूत को चाटने में लगा था मेरे मुह से लार होठों से होती हुई उसकी चूत में जा रही थी वो अपनी गांड को उपर करके हिलाने लगी जेसे मेरी जबान को और अंदर तक मेरे हाथ उसके बूब्स को मसल रहे थे उसका बदन अकड़ने लगा था और उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया उसकी चूत पूरी तरह से गीली हो रही थी तो मेने देर नहीं करी और उसके उपर आ गया मेने मेरे लंड को उसकी चूत पर रखा और उसकी चूत में अंदर तक उतर दिया मै उसकी चूत में जोर जोर से धक्के लगा रहा था उसके बूब्स मस्त तरीके से हिल रहे थे जेसे पानी से भरी दो प्लास्टिक की थेली को उसकी छाती पर रख दिया हो मैने चुदाई करते हुवे उसको उठाया और अपने पाव पर बैठा लिया मेरे धक्के उसको मस्त कर रहे थे लेकिन उसको बैठे बैठे चुदाई कराने में परेशानी हो रही थी तो में लेट गया और वो मेरे उपर आ गई मेरा हाथ उसकी कमर पर था में उसको उपर निचे कर रहा था वो मेरे लंड से मस्त हो कर चुदवा रही थी हमको लगभग 7 – 8 मिनिट हो गए थे वो दो बार पानी छोड़ चुकी थी वो बुरी तरह थक गई थी मेरा होने वाला था मेने अपनी स्पीड बड़ा दी उसकी ऐसी हालत हो गई थे जेसे उसके शारीर में जान ह ना हो उसमे अपने पुरे बदन को मेरे ही हवाले कर दिया था और फिर मेरा भी होने वाला था मैने उसकी चूत में अपना सारा माल निकाल दिया वो बुरी तरह थक कर मेरे उपर ही लुडक गई मै उसको धीरे धीरे सहलाते हुए किस करने लगा उसकी आखो में फिर आसू आ गये मैने उसको कहा अरे ये आखो से पानी फिर क्या कहा ना कि आखो से पानी नहीं निकालते हे पानी तो ........ उसके अपने होठों से मेरी आवाज को अंदर हे रोक दी चुदाई करते समय मैने रागिनी की दो बाते नोट की थी एक तो वो चुदाई के समय कुछ भी बोलती नहीं थी और दूसरी वो खुल कर चुदाई नहीं करती थी पहली बार तो मेने उसका बलात्कार ही किया था परन्तु अभी तो उसकी भी मर्जी शामिल थी परन्तु फिर भी उसकी चुदाई में वो मज़ा नहीं था हमको चुदाई किये हुए दस मिनिट हो गए थे हम दोनों चिपक कर बाते कर रहे थे और मै उसके बदन को सहला रहा था
- मैने उसको कहा भूख नहीं लग रही है खाना खाना है न  
- वो बोली बहुत थक गई हु
- थकान उतारने का एक तरीका हे मेरे पास मैने कहा
- वो बोली क्या ?
- मैने कहा अंकल की बोटल से एक घुट ले लो
- ह........... ट................... मै नहीं पीती
- कभी टेस्ट भी नहीं करी
- नहीं हा बियर जरूर पी है पर वो कभी नहीं पी
- तो बियर पियोगी
- वो होती तो पी लेती पर वो तो इन्होने मगवाई ही नहीं होगी ये कहते है की ये तो औरतो का कोल ड्रिंक है
- आपको पीना है ? मैने उसकी और देख कर कहा
- वो बोली ओके बियर हो तो पी लूगी पर एक शर्त पर  
- मैने पूछा क्या
- उन्होंने मेरे लंड को पकड़ कर मसलते हुवे कहा की आज के बाद मुझे अकेले मै कभी आप नहीं कहोगे
- मैने कहा ओके जान चलो आब खाना गरम कर ले
- उसने कहा ओके मै भी तुम्हारे अंकल को देख कर आती हु
वो उनके रूम मै चली गई 12.20 हो गए थे और में किचन में आ गया मैने आते ही सबसे पहले बियर की बची हुई चारो केन निकाली और उसमे थोड़ी थोड़ी व्हिस्की मिला दी मैने खाना गरम करके रागिनी का इंतजार करने लगा समय बारह बज कर तीस मिनीट से ज्यादा हो गये थे मै रागिनी के रूम की और गया तो देखा की रागिनी ने अंकल के सारे कपडे निकाल दिए थे और अंकल को बिना कपडे के कर दिया था मै रुक कर उसको देखने लगा फिर उसने अपने पर्स से लिपस्टिक निकाल कर होतो पर लगाई और अंकल के बदन पर किस करने लगी उनके गालो पर सिने पर उसने 10-12 किस किये फिर उसने अंकल के लंड को हाथ मै लिया और उस पर भी किस किये और फिर होठों की लिपिस्टिक को साफ़ करके अंकल को रजाई ओडा कर बहार आ गई और रूम के दरवाजे को बहार से बंद कर दिया
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#6
तभी में उनके सामने आ गया और उनको बोला
- कहा रह गई थी
- अरे एक काम मै लग गई थी
- चलो खाना खा ले फिर एक बार और सुहाने सफ़र पर चलेगे
- वो बोली थके नहीं
- मेने कहा अरे जब ऐसी खूबसूरत और प्यारा साथी हो तो थकान हो सकती है क्या
- वो हस दी हम बियर और खाना ले कर मेरे रूम मै आ गये हम दोनों पलंग पर लेट गए मैने उसको बियर दी और हम दोनों बियर पिने लगे
- उसने पहले ही घुट लिया और बोली व्हिस्की मिला दी इसमे तुमने तुम्हारे अंकल हमेशा ऐसा करते है इसलिए मुझे पता है की उसका स्वाद केसा हो जाता है
- सॉरी वो मुझे लगा की थोडा मिला देता हु तो तुम्हारी थकान भी उतर जाएगी
- वो बोली जब इतना सब गलत हो गया है तो फिर इसका क्या चलने दो आज यही सही और वो पिने लगी
- हम दोनों बात कर रहे थे मैने उसके दोनों बूब्स को कपड़ो से आजाद कर दिया था और उनको मसल रहा था
- वो मुझसे बोली सुमित तुम मेरे बारे मै क्या जानते हो
- मैने कहा यही की आप अंकल की वाइफ है और अंकल ने दूसरी शादी की है और वो आपसे की है
- वो हँसी और बोली तुमको पता है मै मुंबई के एक कॉलेज मै गणित की प्रोफेसर हु
- मेरी आवाज गले मै ही अटक गई आप प्रोफेसर है  ?
- वो बोली हा और मेरी क्लास मै जो स्टूडेंट है वो सुब तुम्हारी उम्र के ही है या तुमसे थोड़े छोटे होगे और मेरे कॉलेज मै जो प्रोफेसर है वो तो सब तुमसे बड़े है
- मेरे मुह से कोई आवाज नहीं निकली मै उनके बाते सुनता रहा
- पता है मुझे मेरे कॉलेज के प्रोफेसरो ने कई बार पटाने की कोशिश करी कुछ लड़को ने भी कोशिश करी लेकिन मैने कभी भी किसी की तरफ नहीं देखा मुझे शादी के बाद से की सेक्स नाम से नफरत सी थी मुझे इस काम मै जरा भी मज़ा जैसा नहीं आता था और हम दोनों के बिच सेक्स एक ओपचारिकता सा बन कर रह गया था जो बच्चे की उम्मीद मै हम कर लेते थे मेरी एक दोस्त है वो लेडी डॉक्टर है उसने हम दोनों की जाँच की और उसने मुझे बताया की कमी मुझमे नहीं इनमे है और इनके स्पर्म मै इतने ताकत नहीं है की ये बाप बन पाए मैने उसको कहा की इनके स्पर्म निकाल कर उसको मेरे अंदर डाल कर भी तो कर सकते है न वो बोली कर तो सकते है पर उसके लिए तुमको किसी और का स्पर्म लेना पड़ेगा इनका इतना ताकतवर नहीं है इसके बदले मै तुझे एक राय देती हु और उसने मुझे राय दी कि तू किसी और से सम्बन्ध क्यों नहीं बना लेती एक बार करवा ले तो तेरी यह समस्या भी दूर हो जाएगी और इनको यही लगेगा की ये मेरा बच्चा है सुमित हमारे पास पैसे की कोई कमी नहीं है तो मैने उसको कह दिया की न तो मै किसी और से करवाउगी और ना ही किसी और का  स्पर्म अपने अंदर लूगी अगर होगा तो इनके ही स्पर्म से होगा नहीं तो में बिना बच्चे के ही सही
- मै उसकी बाते सुन रहा था और उसके बदन से खेल रहा था हमारे हाथो मै दूसरी बियर आ गई थी और उसके बदन से कपडे निकल गए थे
- उसने आगे कहा हम लोग गाव इसी लिए जा रहे थे की कुल देवता का पूजन करके बच्चे की मान लेकर आयेगे तुमने जब उपर मेरे साथ जबरदस्ती की तो मुझे बहूत बुरा लगा पता है निचे आकर बहूत रोई जिस बदन को मैने अपने पति के अलावा किसी को नहीं दिया वो आज मैने एक ऐसे व्यक्ति को सोप दिया जो मेरे बारे मै मेरे नाम के अलावा कुछ नहीं जानता है तो मेने तुमको तुम्हारी हरकत पर थप्पड़ जड़ दिया बाद मै भी तुमने मुझे मजबूर कर दिया तो मेने सोचा की जब एक बार कर लिया तो वो ही दूसरी बार भी कर ले तो क्या होगा पर जब तुमने पहली बार और दूसरी बार करा तो मुझे सेक्स के उस आनन्द की अनुभूति हुई जो मेने अपनी जिंदगी में कभी नहीं की थी
- वो बोल रही थी उसने आगे बोला सुमित एक बात कहू मैने अपने जीवन में अपनी अन्तर आत्मा से हमेशा यही चाहा था कि मै अपने पति के अलावा किसी और के साथ कभी जीवन मै सेक्स नहीं करुगी और मेरी वो ही कशिश वो ही प्रण तुम्हारे साथ सेक्स के समय बार बार दिमाग मै आते रहे इसी लिए मै चाहते हुवे भी तुम्हारा साथ नहीं दे पाई हम जेसे औरतो के लिए बड़ा मुश्किल होता है पता है मेरे और इनकी उमर मै तेरह साल का अन्तर हे और तुम्हारी और मेरी उमर मै सात साल का वो मुझसे बोली सुमित हम दोनों ने जो किया है वो मुझे माँ बना देगा  और मै तुम्हारे अंकल के पुरे कपडे खोल कर और उनके बदन पर हर जगह किस करके आई हु ताकि उनको सुबह कह सकू की आपने मेरे साथ रात में सेक्स किया और मुझे थका थका दिया और उसी के कारण मै माँ बन गई सुमित आज के बाद तुम्हारे अंकल और मेरे बिच सेक्स खत्म हो जायेगा और तुमने जो किया है वो मेरी जिंदगी मै तुम्हारा मुझ पर बहुत बड़ा अहसान है की तुम्हारे कारण मुझे माँ शब्द सुनने को मिलेगा
- उनके बात सुन कर मै खड़ा हुवा और कमरे में राखी अलमारी की और गया वहा से मैने अपने हाथो मै सिन्दूर लिया और उनके सामने आया और अपना हाथ सामने करके बोला आपने अपनी जिंदगी मै १३ साल बड़े आदमी से शादी की आज रात आपको आपसे 7 साल छोटा एक लड़का  कह रहा है मेरी पत्नी बनोगी
- वो मेरा मुह देखने लगी
- मैने उनको कहा की आपने जो प्रण किया था वो पूरा करे और अपने पति के बच्चे की ही माँ बने पर एक शर्त पर
- वो बोली क्या ?
- मैने कहा आज के बाद मुझे मरोगी नहीं
- वो हँस कर मेरे गले लग गई और मुझे किस करने लगी मैने भी उसको अपनी बाहों में  लेकर बहूत प्यार किया उसके बाद हम दोनों ने खाना खाया उसको नशा होने लगा था मैने उसको कहा रागिनी मेरी एक इच्छा है पूरी करोगी
- वो बोली क्या ?
- मैने कहा मै तुमको पूरा नंगा देखना चाहता हु
- वो बिना किसी शर्म के मेरे सामने आकर अपने सारे कपडे निकाल कर खड़ी हो गई
- मै उसके बदन को देख कर मस्त हो गया आभी तक उसका बदन इतने आराम से नहीं निहारा था मेरा लंड फिर जोश मै आ रहा था परन्तु 9 बजे से 12 बजे तक में  दो राउंड होने के बाद मै इतने जल्दी मूड मै नहीं था तो मै उसके बदन को निहारने लगा और अपने हाथ से सहलाने लगा उसके बूब्स को अपने हाथो से सहलाते हुए उसकी निप्पल को मसल रहा था उसको हल्का हल्का नशा हो रहा था दो बियर और उसमे थोडा माल मिला हुवा और वो अभी तक बहकी नहीं थी मतलब वो शराब पीती है मेरा हाथ उसकी चूत पर आ गया मै उसकी चूत को सहला रहा था उस पर हल्के हल्के से बाल थे रागिनी का बदन बहुत गोरा था उसको पलटा कर मै उसकी गांड देखने लगा क्या मस्त गांड थी बिलकुल मक्खन उसके बाल उसके गांड तक आ रहे थे मैने उसकी गांड के छेद पर अपनी उगली घुमाई वो सिहर गई रागिनी का बदन इतना कसा हुवा था जेसे वो जिम में वर्क आउट कराती हो मैने उससे पूछा तुम्हारा बदन इतना कसा हुआ है जैसे तुम जिम जाती हो या कसरत करती हो वो बोली हा वो तो है मै रोज़ जिम भी जाती हू और योगा  भी करती हू | पर उसके बदन के कसावट का सबसे बड़ा कारण था की वो अभी तक माँ नहीं बनी थी मेने उसको पलंग पर लेटा दिया फिर मै उसके सर की और गया ओए उसके माथे पर किस किया फिर उसके आखो पर किस किया फिर उसके गालो पर किस किया उसके दोनों हाथ उपर थे और मेरे लंड को मस्सल रहे थे मेने उसके होठों को किस किया और उसके निचले होठ को अपनी दातो से कटा फिर में उसके गर्दन से होता हुवा उसके बूब्स पर आ गया उसकी निप्पल उसके बूब्स उसके  दोनों बूब्स के बिच की गहराई उसकी चाटते हुवे मै उसके पेट पर आ गया इस बीच उसने भी मेरी निप्पल को काट काट कर लाल कर दिया था माय उसके पेट कमर को चाटता हुआ उसकी चूत पर आ गया मैने उसके दोनों पाव को चौड़ा किया उसकी चूत का दरवाजा खुल गया अंदर लाल रंग के मखमल का गलीचा बिछा हुवा था मेने अपने जबान को वहा आराम करने के लिए उतार दिया तभी मुझे मेरे लंड पर कुछ गिला गिला लगा मैने देखा तो मेरा लंड रागिनी के मुह में था में उसकी चूत को चाट रहा था वो मेरे लंड को निचोड़ने मै लगी थी उसकी चूत को चाटते चाटते मैने उसकी चूत पर मुह रख कर जोर की सास अंदर खिची जैसे आप लोग जब बोटी को चूसते हो ना या जो नॉन वेज नहीं खाते वो समझले की जैसे कोल्ड्रिंक्स की बाटल से जूस को चूस रहे हो मैने जेसे ही  उसकी चूत को चूसा वो तड़प उठी उसने मेरे लंड के टोपे पर दात से काटा मैने उसकी चूत के दाने को अपने दातो से दबा कर उसको आपने जबान से रगड़ने लगा उसने मेरे लंड को बहार निकाला अपने हाथ से उसकी चमड़ी को उपर चढ़ाया और फिर मेरे लाल लाल टोपे को चूसने लगी और दात से काटने लगी करीब २० मिनिट तक हम चूसा चुसी करते रहे और फिर हम दोनों पलट गए इस बार मै निचे था और वो मेरे उपर और उसके बाल खुले थे वो मेरे लंड पर बेठ कर उपर निचे होने लगी उसके बूब्स उचकने लगे मै उसको देख रहा था अचानक से मेने अपने एक हाथ से उसके राईट वाले बूब्स पर एक थप्पड़ दिया वो मेरे उपर हिलती हुई रुक गई फिर उसने अपने हाथ से अपने सारे बाल पीछे किये और फिर उपर निचे होने लगी उसने अपना दूसरा बूब्स मेरे आगे कर दिया मेने दुसरे बूब्स पर भी मारा उसने अपना गाल आगे कर दिया मेने उसके गाल पर भी एक थप्पड़ दिया पर उस थप्पड़ में वो ताकत नहीं थी फिर उसने अपने दोनों हाथो से मेरे हाथो को पकड़ लिया और अपने मुह से थूक निकाल कर मेरे गाल और मेरे होठों पर गिरा दिया फिर निचे झुक कर अपनी जबान से मेरे गाल और होठों को चाट चाट कर साफ़ कर दिया मेने फिर उसको अपने बाहों  मै ले लिया और जोरदार धक्के चालू हो गए और ये तूफ़ान लावा निकलने के बाद ही शांत हुवा     वो मेरे उपर ही लेटी रही
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#7
Apply photo and gif to make it more erotic ...
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#8
- सुमित मैने जिंदगी में पहली बार ये जाना की सेक्स में इतना मज़ा भी आता है थैंक्स माय हबी
- मैने उसके माथे को चूम लिया
- वो बोली सुमित एक बात पुछु
- मैने कहा क्या ?
- तुम मुझसे मिलने मुंबई आओगे
- मैने कहा पत्नी से मिलने नहीं आउगा तो वो नाराज़ नहीं हो जाएगी
- वो हस दी और मुझसे बोली आज के बाद तुम्हारी रागिनी तुम्हारे अंकल के साथ कभी भी सेक्स नहीं करेगी जब भी करेगी अपने इस प्यारे से पति के साथ ही करेगी और ये वादा मै जीवन भर निभाउगी पर हा मुझे एक बात पता हे
- मैने कहा क्या ?
- यही की मेरे सेक्सी पति मेरे जाने के बाद भी अपने सेक्स के यात्रा को जरूर चालू रखेगे
- मै हस दिया
- बस ऐसी बाते करते करते हम दोनों को नींद आगे सुबह वो उठ कर अपने रूम मै चली गई और फिर ये लोग निकल गए
मुझे उसके कॉल और मेसेज रोज आते थे और वो रात मै बहूत देर तक बाते करती थी और हम दोनों फ़ोन सेक्स भी करते थे फिर थोड़े दिन बाद पता चला की वो माँ बनने वाली है और फिर उसने मेरे और उसके एक प्यारे से लडके को जन्म दिया मै साल में 5 - 6 बार मुंबई जाता हु वो भी 7-7 या 8-8 दिन के लिए और हमारे दोनों के वैवाहिक जीवन के वादे को पूरा करते है  कुछ सालो बाद उसने मेरी शादी मुंबई के ही एक राजपूत परिवार मै करवा दी मेरी पत्नी बहूत ही सुंदर है और अब मेरी ससुराल मुंबई ही हो गई थी तो मेरे मुंबई आना ज्यादा होने लगा आज हम दोनों का बेटा 13 साल का हो गया है और आज भी हम दोनों के बिच क्या सम्बन्ध है ये बात हम दोनों के अलावा किसी को भी पता नहीं है तो यह थी बरसात की वो रात जिसने मेरे जीवन की आने वाली सारी रातो को बदल दिया |  
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#9
Star 
आप लोगो के लिए एक नै कहानी लिख रहा हु जल्दी हे पोस्ट करुग
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