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Incest किस्मतवाला
#1
Thumbs Up 
साथियों, मेरे जैसा किस्मत वाला शायद ही कोयी होगा, जिसे जीवन में अपनी पत्नी के कारण कई सुख मिले,  तो आपका ज्यादा समय ना लेते हुवे में तुरंत अपनी बात पर आ जाता हूँ 
तो साथियो मेरी भी शादी आप सभी की तरह परिवार की पसंद से हुयी थी, मेरी पत्नी शुरू में बहुत शर्मीली थी, चूँकि मेरी सरकारी नौकरी हे, इसलिए हमें हर दो तिन साल में ट्रान्सफर मिल जाता था, पहले तो हमें अपने शहर के आस पास ही ट्रान्सफर मिलते थे, तो हम दोनों छुट्टियों और तीज त्यौहार के आलावा शादी पार्टी में शामिल होने आते रहते थे, पत्नी पारिवारिक और सामान्य स्वभाव की थी, सबसे जल्दी ही घुल मिल जाती, पूरा परिवार उसका दीवाना था
कई बार जब मुझे ऑफिस में जाना जरूरी होता, और फिर छुट्टिया आने वाली होती तो पत्नी परिवार वालो के पास ही रुक जाती, दो तिन दिन का काम निपटा कर में वापस आ जाता , पत्नी बड़ी शरारती नज़रो से मुझे देखती, क्योंकि हम दोनों एक दुसरे के बिना रात कम ही रहते थे, में मौका दुन्धता की कही वह अकेली मिल जाए और में उसे दबा सकू, लेकिन वह मौका ही नहीं देती, और अपनी हरकतों से मुझे उत्तेजित करती रहती, देर रात में भी दूसरी भाभियों ननदों बच्चो के साथ खेलती रहती बाते करती रहती, क्योंकि वो सबकी चहेती भाभी, चाची थी लेकिन मेरे पास रूम में जब आती, तब तक में उसके इंतजार में थक कर सो जाता, सुबह भी वाही हाल रहता मेरे उठाने से पहले ही वह किचन में जा चुकी होती, और मुझे तडपाने के लिए अपनी ब्रा और पेंटी जो उसने एक दिन पहले पहनी होती वह बाथरूम या बेड पर छोड़ जाती, में उन्हें सूंघ कर हाथ हिलाता रह जाता और वो आते जाते रूम में मुझे परेशान करती  
वापिस आने पर में उसे नहीं छोड़ता, पूरा बदला लेता वो भी मुझे परेशान करने की कोशिश करती रहती, हमारी सेक्स लाइफ बहुत मजे से गुजर रही थी, एक दिन हम रात में सेक्स कर रहे थे, हमारी यह आदत थी की हम बातें करते करते सेक्स करते थे, जिससे हमें घंटो तक सेक्स करने को मिलता, इस बिच वो दो तिन बार झड जाती, कभी कभी यदि में जल्दी खाली होने लगता तो वो मुझे बातों में लगा लेती, एस तरह मेरा भी समय बढ़ जाता , मज़ाक मज़ाक में में उससे उसकी स्कूल कॉलेज लाइफ की बातें करता, तो वो बताती की उसकी दो तिन सहेलिया शादी के पहले ही मज़े मार चुकी थी, उनकी बातें सुनाती जिससे हमें और मज़ा आता, में कहता की तुमने क्यों नहीं मज़ा मारे तो वो कहती अपना स्वयं का आत्मसम्मान भी कुछ होता हे की नहीं, और यदि में ठुकी पीती आती तो तुम्हे क्या मज़ा आता, और यह बात सही भी थी, की हमारी सुहागरात में मुझे बीबी की सील तोड़ने में पसीने आ गए थे, और तिन दिन जोर आजमाईश के बाद जब मेरा मस्त राम खजाने में घुसा तो खून देख मेरा मस्तराम चूहा राम बन गया, क्योंकि मेरा भी यह पहला अनुभव था, लेकिन पत्नी जी ने हिम्मत बधाई और हम आगे फिर भिड़े क्योंकि में खुद भी उसके साथ जोर जबरदस्ती नहीं करना चाहता था
में यदि घर पर रहता तो उसे नाम मात्र के कपडे पहनने देता क्योंकि हमारे यहाँ कोई आता जाता नहीं था, मेने उसके लिए ऑनलाइन से कई ब्रांडेड छोटे छोटे कपडे मंगवा रखे थे, जिनमे ब्रा पेंटी नायती आदि थे, मेरी पत्नी के स्तन सामान्य आकर के हे जबकि मुझे बड़े और भारी स्तनों एवं कुलहो वाली महिलाये पसंद हे, इसी बात पर में अपनी पत्नी को छेड़ता था, और यदि कभी कोई बड़े बोबो वाली महिला दिखाती तो में उससे पूछता की इसके बोबो का साइज़ क्या होगा, और वो पीछे से मेरी पीठ में चिमटी खोडती और हमारी मस्ती चलती रहती  
एक बार रात में हम सेक्स कर रहे थे बातों बातों में मेरी चचेरी बहन की बात चली, पत्नी ने मज़ाक में बोला की उसके दुध तो बड़े बड़े हे, उसका विचार मन में आते ही मेरा मस्त राम और ज्यादा तन गया, क्योंकि किशोरावस्था से ही में उसके स्तनों को घूरता रहता था, और आ जाने कितनी बार उसके पके आमो को देख और सोच मूंठ मार चुका था पत्नी ने मस्त राम के सर उठाने की हरकत मह्स्सूस करली, और उसके बारे में ज्यादा बातें करने लगी, क्योंकि मेरे कडकनाथ से उसे भी ज्यादा मज़ा आ रहा था, अब तो उसने रोज ही अपनी यह आदत बना ली, सेक्स करते समय मेरी किसी महिला रिश्तेदार की बात निकालती और मुझे जान बुझ कर उकसाती
एक बार हमारे एक कजिन भाइ और भाभी हमारे शहर किसी शादी में आये तो पत्नी की जिद के कारण मेने उन्हें रात अपने घर रुकने का निमंत्रण दे दिया, वो आये, और देर रात तक हमने खूब गप लड़ाई, रात में सोते समय पत्नी ने अपनी पतली से नायटी जो की घुटनों  तक की लम्बाई की थी ट्रांसपेरेंट कपडे की , उसे भाभी को पहनने के लिए दे दी, भाभी ने जीवन में कभी इसे कपडे नहीं पहने थे, और उन्हें डर था की कही भैया उन्हें एन कपड़ो में देख नाराज़ ना हो जाए लेकिन मेरी पत्नी ने जबरदस्ती उन्हें वह नायती पहना दी, और भाभी को बोला की आप गेस्ट रूम में लाइट बंद कर सो जाओ में भैया को सोने के लिए भेजती हूँ, 
बाहर आकर पत्नी ने मुझे बोला की रात की बारह से ज्यादा समय हो गया हे, सुबह आप को जल्दी ऑफिस भी जाना हे, भैया को भी नींद आ रही ही, एस लिए हम दोनों भैयो ने गुड नाईट बोला और अपने अपने रूम में सोने चले गए,
रूम में आते ही फ्रेश होकर में नंगा ही बेड में रोज़ की तरह घुसा, पत्नी भी छोटी सी कच्छी और ब्रा में थी, शादी के बाद अब पत्नी के स्तन भी मेने रोज़ मिंज मिंज कर थोड़े बड़े कर दिए थे, उसका शारीर भी पहले की तुलना में थोड़ा भरा गया था, उसने अभी अभी ही अपने लिए ३४ साइज़ की ब्रा पेंटी का सेट मंगवाया था, पत्नी की मांसल गांड पर हाथ फेरते ही, कड़क नाथ और कड़क हो गए, तभी पत्नी ने अपना मोबाइल निकाला और मुक्झे किसी भरे बदन की महिला की ब्रा पेंटी में पीछे से खिचे फोटो से महिला को पहचानने का बोला, सेक्सी भरे बदन की महिला को देख मेरे लंड ने और हूंकार भरी, लेकिन में उस महिला को पहचान नहीं पाया, पत्नी ने बताया की ये भाभी हे, और अभी अभी उसने उनका यह फोटो नायति पहनने के दोरान चुपचाप खीच लिया था, पत्नी ने मेरे लंड को आगे पीछे करना शुरू किया और मेरी निगाह उस फोटो से हट ही नहीं रही थी, अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था, मेने उसको पलटा और उसकी चूत में पीछे से लंड घुसाने की कोशिश करने लगा, क्योंकि जब भी में ज्यादा उत्तेजित हो जता हूँ उस दिन पत्नी की पीछे से बजाता हूँ, और वह भी उछल उछल कर मेरा साथ देती हे, तभी पत्नी बोली उधर भैया भी भाभी की बजा रहे होंगे, मेने कहा की नहीं सो गए होगे, तो बोली लगी शर्त मेने कहा लगी तो उसने मुझे उठाया और धीरे से बेडरूम का दरवाज़ा खोला में तो पूरा नंगा था, और पत्नी ब्रा पेंटी में थी हम दबे पाँव गेस्ट रूम के पास आये, अन्दर से भाभी की चुदाते समय चीखने चिलाने की आवाज़ आ रही थी, भैया घोड़े पर सवार होकर भाभी की मार रहे थे, में भी उनकी कामुक आवाज़े सुन मस्त हो गया, पत्नी जो की उनके कमरे के बाहर कान लगाए खड़ी थी, उसे बाहों में भर सीधे बेडरूम में लाकर बेड पर पटका और एक ही झटके में उसकी चिकनी चूत में अपना लंड पेल दिया, उसने बड़ी मुश्किल से अपनी चींख निकलने से बचाई, उस रात उसकी दो बार चूत मारी, सुबह थोडा लेट उठा, और सीधे नहा धोकर ऑफिस भाग गया, मुझे में शादी में शामिल होने जाना था, एस लिए ऑफिस से हाफ डे में छुट्टी लेकर तिन बजे तक घर आ गया, घर पर पत्नी अकेली थी, उसने बताया की भैया भाभी दोनों सो कर दस बजे उठे, इतनी देर से उठने के कारण भाभी शर्म महसूस कर रही थी, लेकिन भाभी ने उसे बताया की रात नायती में देख भैया ने भाभी की ऐसी खातिरदारी करी की भाभी का अंग अंग हिल गया, बरसो बाद भैया ने अपनी जवानी का जोश दिखाया था, सुबह उठकर फिर भैया ने भाभी को जमकर चौदा जिस कारण थकान से उनकी नींद देर से खुली, भैया भाभी दोनों नहा धोकर नास्ता करके शादी में शामिल होने निकल गए थे, मेने कहा हमें ओ शाम को शादी में जाना हे, अभी दोपहर में सो जाते हे, पत्नी ने कहा चलो और जब हम बेडरूम में पहुचे तो पत्नी ने भाभी की धूलि हुयी ब्रा पेंटी बदन पर डाल ली, जो उसे ढीली थी, सादी डिजाईन की, मुझसे बोली अपनी भाभी की चड्डी चोली नहीं उतारोगे देवर जी , उसकी बात सुन में जोश में आ गया और में नंगा हो उस पर चढ गया, पानी ने धीरे से अपना मोबाइल निकाला और उसमे से एक विडियो दिखाया, जिसमें भाभी बाथरूम में नंगी हो कर नहा रही थी, और बाद में बेडरूम में आकर नंगे बदन तयार हो रही थी, मेने आंखे चोडी कर पूछा यह सब केसे किया, तो पत्नी बोली की जब भाभी नहाने जा रही थी तब मेने अपना मोबाइल चुपचाप शम्पू की बाटलो के पीछे छुपा दिया, और जब वह बाहर आई तो वही मोबाइल बेदड रूम में लाकर चार्जिंग पर लगाने के बहाने से विडियो रिकॉर्डिंग पर लगा दिया, और तुम्हारे लिए सरप्राइज दे दिया, मेने देखा की मेरी वाइफ ने अपने बाथरूम में मोबाइल विडियो मोड पर लगा भाभी की नंगे नहाने की पूरी फिल्म ही बना डाली थी, विडियो में भाभी, पूरी नंगी होकर नहा रही थी, और बार बार अपने बोबे और चूत को साबुन से साफ़ कर रही थी, विडियो देख आज फिर मेने अपनी पत्नी की धुआधार चुदाई करी , शाम को हम शादी समारोह में पहुचे, वहा में तो सभी से मिलने जुलने में लगा था, लेकिन पत्नी भाभी के साथ दुल्हन के कमरे में पहुच गयी, वहा भी मेरी पत्नी अपनी हरकतों से बाज नहीं आई, और हद करते हुवे उसने दुल्हन के ही कपडे चेंज करते हुवे विडियो और फोटो चुपचाप निकाल लिए, बाद में समारोह में जब हम दोनों दुल्हा दुल्हन के सामने बैठे थे, तो मेने पत्नी से कहा की दुल्हन के बोबे बड़े मस्त हे, बाकी शरीर तो दुबला पतला हे, तो उसने बोली की फोम वाली पेदेड ब्रा पहनी हे, और धीरे से मोबाएल से दुल्हन के अद्नंगे फोटो दिखा दिए, अब चोकने की बारी मेरी थी, क्योंकि यह तो असंभव था, फिर मेने कहा की बेचारा दुल्हा तो घाटे में चला गया पिचका माल मिलेगा बेचारे को, तो पत्नी बोली की आप उसे दूध चूसने की ट्रेनिंग दे दो, मेरे जेसे उसके भी मिंज मिंज कर बड़े हो जायेंगे, हम हस रहे थे और भाभी आ गयी तो हमारे हसने का कारण पूछने लगी तो पत्नी बोली की कुछ नहीं दुल्हन सुंदर लग रही हे एस बात पर हस रहे हे
शादी समारोह से देर रात लोटने की अगली सुबह भैया भाभी पहली गाडी से निकल गए, आज शनिवार और कल इतवार हे, सरकारी बाबू होने का सबसे बड़ा फायदा, भैया भाभी को छोड़ में जल्दी से घर आया, सीधे बेडरूम में घुसा और पत्नी से उसकी कल रात वाली शरारत के बारे में पूछा, कहने लगी एक तो तुम्हारे लिए सिल पैक माल का फोटो खिचो और ऊपर से तुम फ़ालतू बात करते हो, मेने उसे मनाया और बोला की सारी यार गलती हो गयी, और फिर उसने दुल्हन के बाकी के भी फोटो और विडियो दिखा दिए, मेरा मस्त राम फिर तैयार था, और फिर उसने लंड चुसना शुरू कर दिया, दुल्हन के बोबे देख मेने अचानक कहा की नीतू के बोबे भी इसे ही होंगे, नीतू मेरे कजिन बड़े साले की बेटी हे जो अभी लगभग अठारह साल की होगी, पत्नी का भाइ शहर के पास ही टाउनशिप में रहता हे, अपनी भतीजी का नाम सुन पत्नी पहले तो चौकी, फिर बोली नहीं में उससे अभी दो महीने पहले ही मिली हूँ, उसके इससे ज्यादा मस्त बोबे हे,  में चुप रहा लेकिन मेरा कडकनाथ तैयार था, क्योंकि मुझे उम्मीद नहीं थी की मेरी ऐसी बात का समर्थन पत्नी एस तरह देंगी
कई बार पत्नी मेरे से चुदवाने के बजाये मुंह में लेकर या हाथ से रगड़ कर घंटो मुझे मज़े देती हे, ख़ास कर के उसके पीरियड्स में, उसका कहना हे की लेडीज को पीरियड्स में ज्यादा चुदवाने और बोबे मसलवाने की इच्छा होती हे लेकिन हायजिन के कारण वो सिर्फ मेरा भरपूर मनोरंजन कर देती हे, लेकिन कहते हे ना की सब्र का फल मीठा होता हे तो पीरियड्स के बाद मतलब बोलने वाली बात नहीं, जितने दिन दूर रहते हे, उतना ज्यादा मज़ा आता हे
चुद्वाते समय पत्नी बोली की नीतू के बोबे देखना हो तो बोलो  मेने कहा नेकी और पूछ पूछ, केसे सम्भव हे, बोली की आज और कल तुम्हारी छुट्टिया हे, एक काम करते हे, अभी दोपहर में भैया को फ़ोन लगाते हे की हम आ रहे हे, बच्चो के साथ पिकनिक मनाएंगे, मेने कहा कहा चलेंगे तोबोली वाटर पार्क और कहा नीतू के बोबे ऐसे ही थोड़े दिखाई देंगे, में ने तुरंत हाँ भर दी, पत्नी ने तुरंत भाई के घर फोन लगाया, बच्चे पिकनिक का सुन खुश हो गए, उनके मा बाप दोनों नौकरी पेशा हे, और आज बच्चो की छुट्टि भी थी, उनके मा बाप की हां मिलते ही हम उनके घर के लिए निकल पड़े, पत्नी ने उन्हें नहीं बताया की हम कहा जायेंगे, उन्हें साथ लेकर हम शहर के दुसरे हीस्से में स्थित वाटर पार्क ले आये, नीतू के साथ उसका छोटा भाए भी था, वाटर पार्क पहुच कर बच्चे खुश तो बहुत हुवे, लेकिन नीतू बोली की भुवा पहले बताते तो हम कपडे लाते, मेने कहा की परेशान मत हो स्विमिंग कोस्ट्यूम यही मिल जायेगे, अन्दर जयादा भीड़ भाड नहीं थी, अधिकतर पार्क खाली था, नीतू का भाए बोला मुझे पानी से डर लगता हे में तो पानी में पैर भी नहीं डालूँगा, मेने सोचा ये तो सोने पर सुहागा हो गया, मेने उसे गेम जोन और फ़ूड जोन के ढेर से कुपन दिलवा दिए और साफ़ हिदायत दी की जब तक हम नहीं आ जाए वो यही गेम जोन में रहेगा, वो तो गेम जोन देख पागल हो गया, और फिर उसने पीछे पलट कर भी नहीं देखा
पूल पर आकर मेने देखा की दोनों भुवा भतीजी कुछ विचार कर रही थी, मेने कहा की क्या हुवा तो पत्नी बोली की यहाँ की कोस्ट्यूम गन्दी रहती हे, में अपने साथ अपनी कोस्ट्यूम लायी हूँ, लेकिन इसे उसमे शर्म आ रही हे, मेने कहा क्यों तो बोली इसे वो कुछ ज्यादा ही मार्डेन लग रही हे, मेने कहा बेटा यहाँ कौन हमें पहचानता हे, और यदि इनकी कोस्ट्यूम पहनने से कुछ एलेरजी या स्किन की प्रॉब्लम हो गयी तो महीनो डॉक्टर के चक्कर लगाने पड़ेंगे, नीतू हमारी बात पर राजी हो गयी, और चंगिंग रूम में पत्नी के साथ जाकर कोस्ट्यूम पहन आई, मेने भि चेंज कर लिया अब में वी शेप कोस्ट्यूम में था, और मेरी पत्नी नीतू के साथ टू पिस में थी, पुरे कपड़ो में नीतू को देख कोई कह नहीं सकता था की जवान लड़की का फिगर इतना धमाकेदार होगा, मेरी निगाह उस पर से हट ही नहीं रही थी, और ऊपर से मेरा लंड वी शेप कोस्ट्यूम को पहाड़ बाहर आने को बेताब दिख रहा था, नीतू मुझसे शर्मा रही थी, वो जान बुझकर मेरी पत्नी की आड में रह रही थी, पत्नी ने मेरे बाबुराव की हरकत देख मुझे इशारे से कहा की थोड़ी देर तुम दूर रहो, जब नीतू  कोस्ट्यूम में नार्मल हो जायेगी तब तुम भी आस पास आ जाना , में समजदार  बन पत्नी की आज्ञा का पालन कर थोड़ी दूर चला गया, पत्नी उसे लेकर पानी में उतारी, मेरे अलावा और भी लोग जो पूल में थे वो इन दोनों से नज़र नहीं हटा पा रहे थे, क्योंकि बाकी औरते फ्राक आकर या लोअर टी शर्ट में थी जिनका फिगर अच्छे से नहीं दिख रहा था, पत्नी और नीतू ही केवल टू पिस कोस्ट्यूम में थी, लेकिन एस वाटर पार्क में केवल फॅमिली वालो को ही एंट्री मिलती हे, इसलिए यहाँ घर परिवार वाले ही आते हे, थोड़ी देर अपनी आँखों को शांति दे कर सभी आगे की स्लाइड्स पर अपने परिवार के साथ चले गए
थोड़ी देर बाद जब नीतू थोड़ा नार्मल बिहेव करने लगी उसकी शर्म टूटी पत्नी ने मुझे इशारा किया और में किसी गुलाम की तरह तुरंत लौट आया, नीतू मुझसे शर्माते हुवे पानी के बाहर नहीं आ रही थी, लेकिन पत्नी ने उसे अपनी बातों से रिलैक्स किया और उसे साथ लेकर थोड़े कम भीड़ भाद वाले पूल की और ले गयी, में उसके पीछे चल पडा, नीतू ने इसके पहले कभी टू पिस नहीं पहना था, इसलिए उसे इसे मेन्टेन करना नहीं आता था, उसकी भरी भरी गोरी गोरी गुन्दाज गांड में पेंटी पूरी तरह फस चुकी थी आगे वाली स्लाइड पर केवल हम ही थे, में निचे पूल में था और पत्नी नीतू के साथ ऊपर से स्लाइड करती हुयी निचे आई, पानी में आते ही मेने उन दोनों को पकड लिया जिससे वो दोनों गहरे पानी में जाने से बच गयी, अब मेने नीतू को आगे से चोर नज़रो से देखा, उसकी पेंटी उसकी चूत में घुस रही थी उसकी कैमलटो गज़ब ढा रही थी, पेंटी में चूत के आस पास से हलके हलके रोये दिखाई पड रहे थे, शायद नीतू चूत के बाल साफ़ नहीं करती होगी, उसके मोटे मोटे बोबे भी ब्रा फाड़ बहार आने को बैचेन हो रहे थे, मेरी पत्नी और वो दोनों साथ में रहती और में उनके फोटो लेता रहा, लेकिन मेरा एक्स्पोसर हर बार नीतू के फिगर पर ही रहता, थक कर हम फ़ूड जोन आ गए, पत्नी ने अभी भी कोस्ट्यूम चेंज  नहीं करने दी, दोनों टॉवल लपेटकर खाने पिने आ गए, मेने उन्हें कोने वाली टेबल पर बिठाया, और सब कुछ खाने पिने का वही ला दिया, नीतू पत्नी से बोली भुवा घर पर ये फोटो मत सेंड करना मम्मी पापा नाराज़ होंगे, नाही भाइ को अभी बुलाना नहीं तो वो जाकर मम्मी को बताएगा की मेने बाहर और वो भी फूफाजी के सामने इतने छोटे कपडे पहने
पत्नी ने कहा तू चिंता ना कर, इसके बाद थोड़ी देर फिर से पानी में धमाल करने के बाद हमने ढेर सारे फोटो और विडियो बनाए, लेकिन पत्नी ने उसके कपडे एक बार भी ठीक नहीं करवाए, बाद में वो दोनों चेंज कर आई, हमने उसके भाइ को भी साथ लिया और फिर से ढेर सारे फोटो स्विमिंग पूल के आसपास खिचे, ताकि किसी को दिखाना पड़े तो कोई समस्या ना रहे, शाम को होटल में खाना खिलाकर दोनों बच्चो को उनके घर छोड़ हम हमारे घर आ गए
दिन भर की थकान इतनी थी की घर आते ही नहा कर नंगे जो बिस्तर में पड़े तो सुबह पांच बजे नींद खुली, आज रविवार का दिन था, सुबह सुबह फ्रेश होकर बाथरूम से आया तो पत्नी जी मोबाइल चेक कर रही थी, देर रात नीतू का व्हाट्सअप मेसेज था की भुवा फोटो शेयर करो पत्नी ने भी समजदारी से आखरी वाले फोटो शेयर कर दिए
मेने कहा अब मुझे भी दिखा दो फोटो तो पत्नी ने मोबाइल हाथ में लिया और फोटो दिखाने लगी , मेंरा नंगा लंड नीतू को टू पिस में देख छत की और सलामी देने लगा, पत्नी एक हाथ से मोबाइल चला रही थी, और दुसरे हाथ से लंड को रगड़ रही थी, मेरा भी एक हाथ पत्नी की चूत रगड़ रही थी और दुसरे हाथ से में उसके बोबे मिंज रहा था, में बहुत उत्तेजित हो रहा था, की तभी मेने पत्नी से कहा चल डलवा ले, अब रहा नहीं जा रहां, पत्नी बोली रुको तो सही और आगे के फोटो दिखाए, जिन्हें देख मेरी आँखे फटी की फटी रह गयी, पत्नी ने कोस्ट्यूम चेंज करते समय मोबाइल विडियो मोड में लगा दिया था, नीतू को पता ही नहीं चला और उसका विडियो बन गया, नीतू को टू पिस की आदत ना होने से उसे पत्नी ने कोस्ट्यूम पहनाया और उतरवाया जिसमे नीतू के बड़े बड़े कड़क बोबे और पिंक कलर की निप्पल साफ़ दिखाई पड रही थी, पत्नी ने अपने हाथ में मोबाइल लेकर उसको पेंटी पहनाने में हेल्प की और उसकी रोयेदार बुर जो अपने पुरे आकर में थी उसको भी फिल्माया , आम तोर पर लड़के एक दुसरे के सामने नंगे नहीं होते लेकिन महिलाए एक दुसरे के अलावा अजनबी महिला के सामने भी नंगी होने में संकोच नहीं करती, 
सही में आज चुदाई का असली मज़ा आया, में खाली ही हो नहीं पा रहा था, क्योंकि पत्नी लगातार चुद्वाते समय फूफाजी और अन्दर और अन्दर और जौर से डालो आदि चिल्लाये जा रही थी, में खुद थक गया लेकिन बाबुराव डाउन होने का नाम ही नहीं ले रहा था आज तो सही में ऐसा लग रहा था मानो में सही में किसी अठाराह साल वाली बुर को छोड़ रहा हूँ, एक डेढ घंटा हो गया लेकिन जोश वाही का वाही था बड़ी मुश्किल से खाली हवा, लेकिन स्साही में मज़ा आ गया
दोपहर में पत्नी ने अपने मोबाइल के सारे फोटो और विडियो लैपटॉप की हार्ड डिस्क में दाल दिए, क्योंकि मोबाइल में एन सबको रखना सुरक्षित नहीं था
दिन में खूब सोये शाम को में पत्नी को में लेकर माल गया, मेने आज जानबुझकर उसे नेट की पतली साड़ी और बेकलेस ब्लाउज पहनाया, वहा पब में हम दोनों ने खूब डांस किया, पत्नी की लम्बाई, पतली कमर, खुली गौरी पीठ, लो वेस्ट साड़ी के कारण अधिकतम लोग उस पर से अपनी निगाह ही नहीं हटा पा रहे थे, मेने उसे जबरदस्ती एक बियर पिला दी, जिससे वो खूब हस रही थी, आस पास के कुछ हिम्मती नौजवान उसके आसपास डांस करने लगे, जानबुझकर उससे टच होते, मेने धीरे से पत्नी के कान में कहा की किसी से हिलने का मन हो तो चली जा, तू भी टेस्ट चेंज करके देख, मेरे बोलते ही वो मानो जैसे होश में आया गयी, मुझे घूर कर देखने लगी और बोली अभी की अभी यहाँ से जाना हे, मेने बहुत रोक्जा लेकिन वो मानी ही नहीं, बाहर आकर भी गुस्से में थी, बात नहीं कर रही ही, मेने कहा की सॉरी यदि तुम्हे बुरा लगा हो तो, मेरा कोई गलत मतलब नहीं था , में तो बस मज़ाक कर रहा था , लेकिन पत्नी का मूड सुधरा नहीं, मेने बड़ी मुश्किल से होटल में डिनर के लिए राजी किया, वहा से चुपचाप हम घर आ गए, सोते समय मेने फिर उसे मनाया, लेकिन वो नाराज़ रही, तब में बोला की तुम मेरे लिए इतनी प्लानिंग से फोटो विडियो बनाती हो, मुझे लगा की तुम्हारा भी मन करता होगा किसी नए लंड के टेस्ट का, तो मानो वो बिफर सी गयी, बोली में तुम्हारे लिए नहीं मेरे खुद की संतुष्टि के लिए यह सब करती हूँ और आगे भी करुँगी, क्योंकि जब तुम किसी और को खयालो में चोदते हो तो मुझे ज्यादा मज़ा आता हे, यह समजो की यही मेरी सेक्स फेंटेसी हे, मुझे ऐसी बातें करते हुवे सेक्स करने में ज्यादा मज़ा आता हे, अब में चुप था क्योंकि अब वो रोने लगी थी, मेने बड़ी मुश्किल से चुप कराया, थोड़ा नार्मल होकर बोली की मेरा बस चले तो रांडो की छोड़ सबको तुमसे चुद्वाऊ, लेकिन यह सब इतना आसान नहीं में चुपचाप उसकी बातें सुनता रहा, मेने कहा में क्यों दूसरी को चौदु जब दिन रात तुम मेरे लिए हाजिर हो, तो बोली मेरी मर्जी में जो करू, मुझे दुसरो की चुदाई देखने में ज्यादा मज़ा आता हे, और में किसी गैर मर्द के सामने तो जाउंगी नहीं इसलिए तुम लोगो को चोदना और में बैठ कर मज़े लुंगी.
आज माहोल कुछ गरम था, और सुबह की चुदाई धमाकेदार थी इसलिए मेने उसे ज्यादा कुछ नहीं बोला हम सोने की तयारी करने लगे, बातो बातो मे मेने उससे पूछा की कोई तो कारण होगा तुमारी एस फेंटासी का, तो पहले तो वो कुछ नहीं बोली लेकिन जब मेने प्यार से उसके शारीर पर हाथ फेरते हुवे थोड़ा फोरेप्लय करना शुरू किया तो धीरे से बोली की जब में सोलह साल की थी तब चाचा की शादी हुयी घर में अलग से कोई कमरा नहीं था, तो मेरे रूम में बिच से लकड़ी का पार्टीशन खडा कर दिया गया, छोटा हिस्से में मेरा बेड और पढाई की टेबल लगी थी, और बड़े हिस्से में चाचा चाची का बेड था, रोज़ रात में उनकी धमाकेदार चुदाई होती पहले तो केवल आवाज़े आती थी लेकिन बाद में मेरे बेड के पास में ही पार्टीशन में एक सुराख हो गया, मेने उस पर एक केलिन्डर टांग दिया जिससे उन्हें मेरे रूम की रौशनी दिखाई नहीं पड़ती थी, जब में रात में पढ़ कर सोती तो मेरे बेड पर ही सिरहाने वह सुराख था, रोज़ रात में उनकी चुदाई देखती और अपनी बुर मसल कर सो जाती, चाचा चची को छत पर भी मौका देख खुले आसमान में चोदते, कई बार मेने उन्हें खुले में मज़े मारते देखा, जब छोटी भुवा गर्मी की छुट्टियों में ससुराल से आती तो वो मेरे कमरे में सोती में बेड के निचे बिस्तर बिछा सो जाती, लेकिन भुवा चाचा चाची की चुदाई की आवाज़े सुन गरम हो जाती , उन्हें दिवार के छेद के बारे में नहीं पता था क्योंकि उस छेद पर केलिन्डर टंगा रहता था, आवाज़े सुन भुवा गरम हो जाती और रोज़ रात में अपनी बुर में ऊँगली डाल खाली होती, कई बार तो वो इतने उत्तेजित हो जाती की मेरी भी परवाह ना कर मुंह से अजीब अजीब आवाज़े निकालती हाथ पैर पटकती, और ऐसे ही नंगी सो जाती, सुबह या आधीरात में में उठकर देखती तो भुवा की उंगलिया उनकी बुर में फँसी होती या चिपचिपा सा पानी उनकी बुर से बहता दिखता उनको इसी स्थिति में देख में और गरम हो जाती, में खड़े खड़े ही अपनी बुर को सहलाती और खाली हो जाती, जब छोटे फूफाजी भुवा को वापिस लिवाने आते, तो भुवा पापा और चाचा के काम पर  जाते ही चाची के रूम में घुस जाती, और दिन में ही चुदाई का अखाड़ा खोल लेती, में भी चुप चाप अपने रूम में आती और उनकी तूफानी चुदाई देखती, इसके बाद चाचा दुसरे शहर शिफ्ट हो गए, एस बिच कोई मेहमान आता तो ही उस रूम में रुकता, तब उनकी चुदाई देखती इस बिच दो तिन बार मम्मी पापा को लेकर उस रूम में आयी और उन्हें जबरदस्ती चुदाई के लिए राज़ी करती क्योंकि मम्मी की उम्र पापा से काफी कम हे, और शायद पापा उम्र और बीमारियों के कारण मम्मी को मज़े नहीं देंते होगे, मम्मी बड़ी मेहनत करती कई बार तो पापा मम्मी की हाथ् से छुट करवाते, और कभी मम्मी को अधूरा छोड़ देते, बाद में मम्मी सुबकते सुबकते खुद की बुर रगड़कर बुर का पानी निकालने की कोशीश करती,
एक बार तो हद ही हो गयी, मेरी सहेली उषा की सगाई हो गयी थी, उसका होने वाला हसबंड उससे फ़ोन पर गन्दी गन्दी बातें कर उसे रोज़ रात में उसे गरम कर देता, और अब उससे बिना चुदाई के रहा नहीं जा रहा था, एक दिन दोपहर में घर पर मेरे सिवा और कोई नहीं था, उषा को पता चला, उसने मुझे पटाया, औए चुपचाप अपने होने वाले हसबंड को लेकर घर आ गयी, मेने कहा जो करना हे जल्दी करो, और रवाना हो जाओ, वे दोनों भी उसी रूम में गए, और में दौड़ कर अपने  
     लेकिन मेरी अब रोज़ की आदत थी, बुर में ऊँगली कर पानी निकालने की, जल्दी ही भगवान् ने मेरी सुन ली, बड़े भैया की शादी हुयी, उसके लिए उस कमरे को साफ़ किया गया सजाया गया लाइट बदली गयी, मेने बड़ी होशियारी से उस छेद को बंद नहीं होने दिया, अब तो मेरी तो चांदी ही चांदी थी, रोज़ भैया भाभी चुदाई करते, भाभी भैया को आवाज़े करने से मना करती की पास में बहन सोयी हे, उसे आवाज़ जायेंगी, लेकिन भैया और जोर लगा भाभी की बुर का भोसडा बनाते, भाभी कई बार मुझसे अकेले में पूछती की हमारे रूम की आवाज़े आती होगी तो में कहती नहीं भाभी, कोई भरी चीज गिरती हे तो ही आवाज़ आती हे, नहीं तो में तो रूम रे घुस को सोती हूँ तो बस सुबह ही उठती हूँ, मुझे तो कुछ भी होश ही नहीं रहता और भाभी मेरी बात पर विश्वास कर लेती
भैया की शादी के दो साल बाद हमारी शादी हो गयी, और बस अब भी मुझे चुदते समय पुरानी बातें यादे आती हे की कैसे मेने अलग अलग कपल की चुदाई देखि और यह सब मेरी फेंटासी बन गयी, बातों बातों में पत्नी गरम हो गयी, बेड से उठकर बाथरूम में गयी, जब आई तो उसने बही टू पिस पहन रखा था जो कल नीतू ने वाटर पार्क में पहना था, बेड पर मे मोबाइल देख रहा था, मुझे बोली फूफाजी मेरी बिकनी नहीं खोलोंगे, में चौंक सा गया क्योंकि थोड़ी देर पहले वह मुझसे नाराज़ थी, लेकिन में उसके एस रूप के देख भोचक था, मेने उसे बड़े प्यार से बेड पर लिटाया और उसे नीतू नीतू कह कर पुकारने लगा, एस तरह से चुदाई में कुछ ज्यादा ही मज़ा आया     
                    
 
    
 
 
 
 
 
 
 
 
   
 
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#2
Nice story but add some real ones not cousin
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