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Fantasy वो बात पूरानी है।
#1
छोटे से गांव मे रहनेवाली कमली के पति का पांच साल पहले एक अकस्मात की दुर्घटना मे निधन हो गया था।
उस दुर्घटना मे कमली की लड़की गौरी भी गंभीर रूप से घायल हो गई थी,डोक्टरों ने उसे बचा तो लिया पर ह्रदय के कुछ हिस्से मे लगी चोटें गौरी के लिए कभी भी जानलेवा हो सकती थी,डोक्टरों ने ये भी बता दीया था की गौरी  कभी बच्चे की मां नही बन पाएगी।

ये बात का पता सबको चल गया था,गौरी अब अठारह साल की हो चुकी थी।

कमली का पति काफि पैसे छोड़ गया था,कमली ने भी बारहवीं तक पढ़ाई भी की थी तो वो आराम से घर का गुजारा कर रही थी।

वैसे तो कमली सरल और सीधी-सादी थी पर उसका कामुक बदन उसके लिये कभी कभी दिक्कते खड़ी कर देता था।

गोरा गोरा शरीर,कद पांच फुट छह इंच है,होंठ खूबसूरत गुलाब की पंखुड़ियों जैसे,बल खाती पतली कमर के बीच नाभि की गहराई, काले रंग की नशीली आँखें।

उसके वक्ष पर उठी हुई 36 इंच की गोल और सख्त चूचियाँ,सपाट पेट,नितम्ब थोड़े भारी हैं, टांगें लंबी और जांघें सुडौल हैं तथा उसके नितम्बों तक पहुँचते हुए काले काले बाल।

कामुक बदन होने से उसकी उम्र 37 साल होने के बावजूद भी वो 26-27 साल की लगती है। 

गांव के नौजवान लड़कों से लेकर पचास-साठ साल के बुढ्ढे भी कमली के बदन का रसपान करने की फिराक मे रहते थे।उसकी मटकती चाल देखकर गांव के कई पुरूषों का लंड पेन्ट मे ही खड़ा हो जाता था और पानी छोड़ देता। 

गांव मे दो-चार कुंवारे लड़के तो ऐसे भी थे, जो उम्र मे अपने से दोगुना बड़ी इस 37 साल की विधवा औरत से शादी करके अपनी पत्नी बनाने को भी तैयार थे।

पर कमली कभी किसी आदमी को भाव नहीं देती थी,वो अपने आपको सबकी वासना भरी नजरों से बचाती।

पर कमली की एक और मजबूरी थी,उसकी बेटी गौरी शादी के लायक हो गई थी,गौरी की शारीरिक तकलीफ़ के कारण पहचान वाले सभी अच्छे लड़के उसके साथ विवाह करने से मना कर देते थे।

काफी खोज के बाद पास के ही एक गांव मे एक लड़का गौरी के लिए मिल गया,जो गौरी के साथ शादी करने के लिए तैयार था,
कमला की सहेली चंदा की मदद से रिश्ता पक्का हो गया,चंदा माधव की पडोस मे रहती थी। 
उसका नाम माधव था,वो अपने चाचा-चाची के पास रहता था,उसके चाचा ने ही उसे पाल-पोष कर बडा़ किया था पर उसकी चाची बहोत खराब थी वो हर बात पर माधव को तंग करती रहती थी,
वो एक छोटी सी प्राइवेट कंपनी मे काम करता था। दिखने मे वो सामान्य ही था पर गौरी के हिसाब से तो वो हजार गुना अच्छा था,कमली इस रिश्ते से खुश थी।

पर बात कुछ और ही थी , माधव अपना अलग घर बसाने के चक्कर मे गौरी से जल्दी से शादी कर लेना चाहता था।

गौरी और माधव की शादी हो गई। 
गौरी नवविवाहित जीवन का आनंद उठाने लगी।

फिर इसी तरह साल-देढ बित गया...

एक दिन गौरी और माधव कमली के घर गये थे।

गौरी और अपने दामाद को देखकर वो खुश हो गई। उसने जल्दी से खाना बना दिया।

सबने खाना खा लिया और कमली ने घर का काम निपटा लिया।
थकान की वजह से गौरी जल्दी सो गई थी।

गौरी और माधव एक कमरे मे सो रहे थे,कमली बाजूवाले कमरे सोने चली गयी।

रात के लगभग दो बजे होगे,गौरी गहरी नींद मे सो रही थी पर माधव करवटे बदल रहा था की अचानक घर के पिछवाड़े की तरफ दो लोगों की बात करने की आवाज आ रही थी। माधव ने धीरे से थोड़ी सी खिड़की खोल कर चुपके से देखने लगा।

एक लंबा,चौड़ा आदमी और दूसरी औरत माधव की सास कमली थी। चांद की हल्की रोशनी मे वो अनजान आदमी कमली को अपनी और खींच रहा था।

कमली : भोला,वो,विडियो मुझे दे दे.

भोला : पहले एक बार मुझे चोदना है तुझे.

कमली : नहीं,तूं पहले वो विडियो मुझे दे दे.

भोला : दे दूंगा पर मेरी रानी,चल अब कपड़े उतार.

कमली : मुझे तुज पर भरोसा नहीं है,पहले विडियो बाद मे ही कुछ होगा।

भोला : में अपना फोन घर पर भूल आया हूं।

कमली : तो ठीक है,कल रात वो विडियो मुझे दे देना और एकबार चोद लेना मुझे,इससे पहले की मेरी बेटी या दामाद जाग जाये मुझे घर मे लौट जाना चाहिए।

माधव को गुस्सा आ रहा था क्योंकि उसकी सास उस अनजान आदमी से रंडीयों की तरह चूदने की बात कर रही थी।

वो अनजान आदमी चला गया,कमली भी दबे पांव घर के भीतर आ गई.

माधव : इतनी रात को वो आदमी कौन था???

कमली के कानों मे माधव का प्रश्न टकराया। कमली चौंक गई। 

कमली : आप अभी तक सोये नहीं???

माधव : नही में खिड़की से आप दोनों को देख रहा था,वो कौन था???

माधव ने गुस्सा करते हुए पूछा,

कमली : आप जानकर क्या करोंगे ?

माधव : एक तरफ आप शरीफ़ होने का ढोंग करती हो और रात मे अनजान पुरुष के साथ मजे करती हो !!!

कमली : बस,अब आगे कुछ मत बोलिए,में वो सब अपनी मर्ज़ी से नहीं कर रही थी।

माधव : तो फिर क्यों?

कमली : एक बार में अपने कमरे मे उंगली से हस्तमैथुन कर रही थी,गलती से कमरे की पिछली खिड़की खुली रह गई थी तो गांव के सरपंच के बेटे ने मोबाइल मे मेरा विडीयो बना दीया,अब वो मुझे परेशान कर रहा है की अगर मैंने उसकी बात नहीं मानी तो वो मुझे पूरे गांव मे बदनाम कर देगा...

कमली रोने जैसा मुंह नीचा करके शर्म से खड़ी थी लगी।

माधव : सच मे ???

कमली : दामादजी,भगवान गवाह है कि इसके पहले मेरे पति के सिवा किसी और ने मुझे गलत नीयत से छुआ भी नहीं था। दामादजी,मेरा यकीन करो मैं ऐसी वैसी बिल्कुल नहीं हूँ।

माधव को सारी बात समज आ गई।

अगली रात कमली और माधव ने योजना बनाई,रात मे भोला को चुदाई का लालच देकर कमली ने घर के पिछवाड़े बुलाया और माधव ने उससे वो विडियो वाला माेबाइल जबरदस्ती छिनकर तोडफोड कर उस नंगे विडीयो का नाश कर दिया।

माधव : अब आप को उससे डरने की जरूरत नहीं है...

कमली : अगर आप मेरी मदद नही करते तो वो गंदा आदमी मेरा क्या हाल कर देता!!!
माधव : जो होता है वो अच्छे के लिए ही होता है,अगर उस रात मेेंने आपको नहीं देखा होता तो मुझे सब पता भी नहीं चलता।

कमली : आपका मुझ पर ये एहसान रहेगा।

माधव : कैसी बात कर रही है ?आप तो मेरी अपनी है।

यह सुनकर कमली रोने लगी,
रोने की आवाज सुन के कोई भी आ सकता था, ‘कोई बात नहीं,चलो भूल जाओ उस बात को!’ माधव ने उसे सांत्वना दी लेकिन उसकी रोना रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था।
फिर कमली ने भावुक होकर माधव अपने से लगा लिया,माधव उसकी पीठ सहलाते हुए उसे सांत्वना देने लगा। कमली प्यार भरे आलिंगन की अनुभूति करके जोर से रोने लगी जैसे कि औरतों में होता ही है।

‘अब जल्दी से चुप हो जाइए,वरना गौरी आपके रोने की आवाज सुन के कभी भी यहां आ सकता ही।’ माधव उसके बालों में हाथ फेरते हुए उसे सांत्वना दी।

माधव बात सुन के कमली ने खुद पर काबू किया और उसका सुबकना कम हो गया लेकिन वो माधव के आलिंगन में बंधी रही।
माधव ने प्यार से उसके आंसू अपने हाथों से पौंछ दिए और उसे फिर से छाती से लगा लिया और उसकी पीठ और सिर पर आहिस्ता आहिस्ता दुलारते हुए उसे शान्त करने लगा, वो भी माधव की छाती में सिर छुपाये चुप हो गई !
समय जैसे थम सा गया और दो जिस्म जैसे आपस में बातें करने लगे।

एकांत नर मादा को एक दूसरे की तरफ खींचता है,उन दोनों बीच भी वही हुआ,माधव के स्नेह प्यार का बंधन, आलिंगन बहुत जल्दी काम-पाश में बदलने लगा और अब माधव के बाहुपाश मे जकड़ी हुई एक भरपूर जवान नारी देह थी जिसे माधव कभी गलत नज़र से देखा नही था।

कमली के जिस्म की गरमी,उसके मांसल भरे भरे स्तनों का वो मादक स्पर्श माधव मे वासना की आग भरने लगा जिसके प्रत्युत्तर मे उसका लंड भी फुंफकार करने लगा।
माधव को लगा कि जैसे कमली ने अपना बदन उसके और नजदीक ला दिया हो!
कमली पिछले कई समय से अनचुदी थी तो उसका तन मन भी जरूर उसी सुख की लालसा करने लगा था।

हालांकि माधव के अंदर से आत्मा का एक क्षीण सा प्रतिवाद उठा,उसके उसूलो ने उसे झिंझोड़ा,चेताया कि यह पाप मार्ग है,अब भी संभल जा लेकिन मन ने अपना ही तर्क दिया कि अगर तू न होता तो वो हरामी भोला तेरी सास को चोद देता,कोई और उसे फसाकर चोदे उससे बेहतर यहीं होगा की क्यो न तूं ही उसे चोदे ???

और माधव चाह कर भी कमली को अपने बाहुपाश से मुक्त न कर सका और न कमली माधव से छूटने का कोई प्रयास कर रही थी जबकि माधव खड़ा लंड उसके पेट पर दस्तक दे रहा था और यह भी संभव था कि कमली लंड के स्पर्श से अनजान रही हो!!!

कमली को माधव की बाहों मे सलामती का एहसास हो रहा था।

थोड़े से वक्त बाद वो अलग हुए,एक दूसरे की आंखों मे देंखा,पर दोनों के देखने का नजरिया बिल्कुल बदल गया था।

इस छोटी सी घटना ने दामाद और सास के भीतर वासना की बड़ी आग लगा दी थी !!!

कमली :अब आप सो जाइए।

माधव:आप भी सो जाइए,वो अब कभी आपको तंग नहीं करेगा !!!

और दोनों अपने अपने कमरों मे जाकर सो गए।

सुबह गौरी सो रही थी,कमली जल्दी उठकर कपड़े धो रही थी,
उसका पूरा बदन पानी से लथपथ था,ब्लाउज भिगने की वजह से पारदर्शी बन गया था,जिसके कारण ब्रा मे कैद बड़े बड़े स्तनों का आकार साफ़ दिखाई पड़ता था।
माधव की निगाहें हर पल कमली की छाती को ही देखने लगी थी,गौरी के स्तन साधारण थे पर कमली के वक्ष की बात कुछ और ही थी !!!
जैसे ही कमली को पता चला की उसके दामाद की नज़र उसकी छाती पर है तो उसने साड़ी से अपने वक्ष को ढक दिया।

कमली सुबह जब माधव को नास्ता परोसने के लिए नीचे झुकी को माधव उसके दो स्तनों के बीच की घाटी मे खो गया !!!
कमली के कंधे पर उसकी गुलाबी ब्रा की पट्टियों माधव को साफ दिखाई दे रही थी, कमली के टाइट स्तन माधव को बहोत आकर्षित करने लगे थे।

फिर गौरी और माधव वापस अपने घर  चले गये।

एक दोपहर को कमली उस रात की घटना को याद कर रह थी,तब वो उठकर कमरे मे गई और आयने मे अपने आप को देखने लगी।
कमली के यौवन का ये भी रहस्य था कि उसके पति के सिवा किसी और पुरुष को उसने अपने बदन को छूने भी नहीं दिया था,गौरी के पेदा होने के बाद उसका पति भी उसे कभी कभी चोदता था,और पिछले कई सालों से उसके शरीर को आदमी के स्पर्श नहीं हुआ था,चूत की गरमी वक्ष पर फूट रही थी,कुंवारी लड़की की तरह स्तन दिन ब दिन तंग हो रहे थे !!!

कमली सारा वक्त अब माधव के बारे मे ही सोचती रहती थी। वो खुद को ऐसा करने से रोकना चाहती पर पता नही क्यों बार बार उसका ही खयाल आ जाता।

कमली ने गांव की कई औरतों के बारे मे सुना था जो अपने देवर,जेठ या भतीजे से चुदवाती थी। इन्हीं बातों ने उसकी वासना को बढावा दे दिया।

अपने दामाद को याद करते करते कमली का हाथ कब उसकी चूत पर पहुंच गया उसे पता ही नहीं चला,वो धीरे धीरे अपनी उंगली चूत मे डालकर हस्तमैथुन करने लगी,थोडी देर मे ही वो झड़ गई।

उसके दिमाग और दिल के बीच टकराव होने लगा,
उसका दिमाग कहता था की अपनी बेटी के पति के साथ नाजायज़ संबंध रखने के बारे मे सोचना भी पाप है...

पर दिल तो कुछ और ही बोल रहा था की,,,
ये जवानी बार बार थोड़े ही मिलती है ?

आज नही तो कल तूं गलत कदम उठा ही लेगी,तेरे अरमान नही है की कोई तुझे भी बेपनाह प्यार करे ?

तूने माधव को नही देखा वो तेरी कितनी फिकर करता है ?

और तूं कहां गौरी को नुकसान पहुंचा रही है ?

अगर गौरी माधव को पूरी तरह संतुष्ट नही कर पाती होंगी तो वो किसी के और औरत के चक्कर मे पड़ गया तो ?

प्यार और शरीर सुख की प्यासी कमली वासना के आगे हार गई,उसने आगे बढ़ना तय कर लिया।

दूसरी और माधव का हाल भी ऐसा ही था। उसे भी अपनी खुबसूरत सास लुभाने लगी थी।

पर सवाल यह था की अब शुरुआत कौन,कैसे करे ???

समय तो अपनी ही रफ़्तार से बढ रहा था।

माधव कमली का हाल-चाल पूछने बहाने दो-तीन दिन मे एकबार फोन जरूर करता था।
गौरी को थोड़े दिनों के लिए अपनी एक सहेली की शादी मे जाना था,
काम की वजह से माधव ने उसके साथ जाने से मना कर दिया।
पर गौरी ने माधव को खाने-पीने और कपड़े धोने मे दिक्कत ना हो इस लिए थोड़े दिनों के लिए अपनी मां को माधव के साथ रहने के लिए बुला लिया। 

एक रात घड़ी मे दो बजे थे,कमली के मोबाइल फोन की घंटी बजने लगी...

कमली : हल्लो,दामादजी,आप सब ठिक तो है ना ?

माधव : हां.

कमली : इतनी रात को आपका फोन आया तो मुझे चिंता होने लगी.

माधव : बस,मुझे नींद नहीं आ रही थी तो आपको फोन किया.

कमली : नींद तो मुझे भी नही आ रही थी,में भी आप ही के बारे मे सोच रही थी।

माधव : कया सोच रही थी मेरे बारे मे ?

कमली : कुछ नही,बस यूंही.

माधव : गौरी ने आपको बताया है की कल आपको यहां आना है ?

कमली : हां,में सुबह ही आ जाउंगी.

माधव : और एक बात कहनी थी आपसे...

कमली : कहिए...

माधव फोन काट देता है,वो अपने दिल की बात नही बता पाता।

कमली समज गई थी की उसका दामाद भी उसके रूप का लट्टू हो चुका है !!!
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वो बात पूरानी है। - by Hansamadhav - 18-08-2019, 09:23 PM



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