Thread Rating:
  • 2 Vote(s) - 4 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery हमारे हसीन पल ( सलहज के साथ )
#10
विनिता ने कान में कहा : बत्ती , बंद कर दीजिए ना 

मैं : क्यों ?

विनिता : मुझे शर्म आ रही है 

मैं : मुझे तुम्हे आज पूरा देखना है , भरपूर प्यार करना है , पहली बार जो है,  बहुत अच्छा लग रहा है , तुम्हे ?  

विनिता : मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा है , लेकिन शर्म आ रही है , रोशनी कम ही कर दीजिए 

मैंने रोशनी और कम कर दी , लेकिन उसका शरीर मुझे दिख रहा था 

अब उसकी साड़ी अलग हो गई थी 

ब्लाउज अलग हो ही चुका था

अब मैंने उसके पेटीकोट और फिर पैंटी को भी अलग कर दिया 

बहुत ही गोरी होने से उसका दूधिया शरीर चमक रहा था कमरे में ,

अब मैं उसकी जांघो पे हाथ सहलाया , दोनो जांघ बहुत ही मादक और नाजुक से थे 

ऊपर साफ उसका कटी प्रदेश ,  बालों के झुरमुट में दिख रहा था 

मैं जांघो से ऊपर हो , अब उसके कटी प्रदेश ( pussy ) , Chut , पे आया  , पहले सहलाया , फिर मुंह से चूमने लगा 

मैंने भी मेरी शेरवानी , पैजामा उतार दिया था 

उसकी pussy के अंदर जीव घुसाई और चारों तरफ फेरी 

मैं उसका एक हाथ ले अपने लिंग पे रख दिया , पहले तो वो हल्का सा पकड़ी , फिर सहलाने लगी 

अब मैं उसकी pussy चूस रहा था , वो मेरा लिंग जकड़ रही थी 

अब रहा नही जा रहा था 

काफी excited हो गया था 

और मैं उठ , उसके दोनो पैरों के बीच आ , दोनो पैरो को उठा , अपने लिंग को उसकी pussy से टच करा , धीरे धीरे अंदर घुसाने की चेष्टा करने लगा 

और मेरा लिंग अब पूरी तरह अंदर घुस गया 

अब मैं जोर जोर से आगे पीछे हो धक्के मारने लगा 

पहली बार होने से , में जल्दी ही स्खलित हो गया 

फिर हम दोनो एक दूसरे के अंगो से खेलते रहे , चूमते रहे , चूसते रहे 

और फिर मैं , fucking सुरू किया

इस बार बहुत देर हमने fucking किया

और हम , पूर्ण संतुष्ट हो , एक दूसरे से , सो गए 

करीब सुबह के ३ बज चुके थे
Like Reply


Messages In This Thread
RE: हमारे हसीन पल ( सलहज के साथ ) - by mariesweet21 - 26-02-2024, 03:36 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)