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Adultery प्यासा यौवन (सम्पूर्ण)
#3
Heart 
एक बार फिर महसूस कीजिये- उसकी टाँगें केले के तने की तरह, कमर पतली और लहरदार, कटि एकदम क्षीण, भारी नितम्ब उठावदार, चूचियाँ जैसे दो उन्मत्त पर्वत शिखर, सुराही की तरह गला, कोमल से हाथ, लाल गुलाबी होंठ, सुतवां नाक, कमल पंखुरियों से नयन, चौड़ा माथा, घने काले बाल, बिल्कुल गोरी और झांटों रहित चूत।
उसकी चूत बिल्कुल एक अनचुदी और अनछुई थी। चूत की दोनों फाँकें चिपकी हुई थीं। दरार के बीच में चने के दाने सा उभरा हुआ उसकी भगनासा, उसकी भगन को देख कर मुझे कमलगटा के बीज की याद आ जाती है जो हरे रँग का होता है.
हम दोनों एक दूसरे इतने खोये थे कि कोई सुध-बुध ही न थी, मेरे लंड पर उसका हाथ बार-बार जा रहा था। 
मन्जू की इस चाहत को देख कर मैंने उससे कहा- "इसको चखना है?"
उसकी आँखों में सहमति थी.
मैंने सिर्फ कहा था और उसने हाँ में जबाब देकर मेरी इजाजत का इन्तजार भी नहीं किया। उलट कर नीचे हो गई और मेरे लौड़े पर अपनी रसना लगा दी।
उसकी चूत मेरे सामने खुली पड़ी थी। मैंने अपनी उंगली उस पर लगाई, तो उसका रस निकलने लगा था। मैंने भी अपनी एक उंगली उसकी दरार में तनिक सी घुसेड़ी।
मेरी तर्जनी की एक पोर बमुश्किल उसकी चूत में पेवस्त हुई, रस की चाशनी से मेरी पोर गीली हो गई थी। मैंने उंगली को निकाल अपनी जिह्वा से लगाया, मस्त नमकीन स्वाद था।
उंगली चाट कर अपने थूक से गीली की, और दोबारा उसकी दरार में डाली। अबकी बार मेरी उंगली उसकी चूत में अन्दर तक गई, भट्टी सी तप रही थी साली.
कुछ देर में मेरे लवड़े को भी उसके मुँह की गर्मी का अहसास होने लगा।

मैंने उससे पूछा- "मन्जू अब मुँह से ही बच्चा लोगी क्या?"

वो मुस्कुरा दी, बोली- "भैया जी… मुँह से कैसे?"

"ओये, भैया मत बोल, अब मेरा लौड़ा चचोर रही है तू रानी!"

"हा हा हा हा, मैं तो भूल ही गई थी, क्या बोलूँ आपको?"

"पिया जी बोल दे"

वो उलट कर फिर एक बार मेरे सीने पर अपने पयोधरों की चुभन देने लगी थी। मैंने उसके गुलाबी चूचुकों को अपने होंठों से दबा लिया। वो सिसकारने लगी।
उसके कंठ से आवाज निकल रही थी, और उन आवाजों को मैं भली भांति जानता था कि अब इसको खुराक चाहिये। मैंने तुरंत ही चुदाई की पहली मुद्रा ली, और उसकी टाँगों को फैला कर अपना शिश्न-मुंड उसकी दरार पर रखा।
मुझे उसने बताया तो था कि सील पैक है, पर फिर भी गुलाबी चूत देख कर मैं अपना आपा खो बैठा। 
एक झटका मारा, उसकी चीख निकल गई- "आअ… आईई… ऊओई… मर ईइ दैयाआ… अअरे… "

मैंने झट से उसके होंठों को हाथ से दबाया। मेरा लौड़ा अभी भी उसकी चूत में फँसा था। वो छटपटा रही थी। मैंने कुछ देर रुक कर उसके होंठों को चूसा और अपने हाथ से उसकी घुंडियों को मसला।
अब वो कुछ संयत हुई। उसने भी अपनी चूत को चौड़ा कर मेरे लंड के लिये रास्ता बनाया। मैंने अपने लंड को थोड़ा बाहर खींचा।

"मत निकालो, होने दो दर्द, अंदर कर दो…"- उसकी आवाज भारी हो गई थी।

मेरा लंड अब उसकी चूत की दीवारों को चौड़ा करता हुआ अंदर जाने लगा। जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ आगे बढ़ा उसके मुँह से एक बार फिर ‘आआऽऽऽहहऽऽऽ’ की आवाज निकली और लंड पूरा का पूरा चूत में धंस गया।

"अच्छा लगा?"

‘हूँ’ उसने अपने दाँतों से चबाते हुए कहा।

मैंने फिर अपने जिस्म को उठा कर लंड को उसकी चूत को रगड़ते हुए बाहर की ओर निकाला और फिर वापस पूरे जोर से चूत में अंदर तक ठांस दिया.

"ऊऊ… ऊहहऽऽऽ दर्द कर रहा है। आपका वाकई काफी बड़ा है। मेरी चूत छिल गई है"उसने मेरे आगे-पीछे होने की रिदम से अपनी रिदम भी मिलाई।

हर धक्के के साथ मेरा लंड उसकी चूत में अंदर तक घुस जाता और उसकी चूत की मुलायम त्वचा पर मुझ से रगड़ खा जाती।
वो जोर-जोर से मुझे ठोकने के लिए उकसाने लगी। मेरे हर धक्के से पूरा बिस्तर हिलने लगता। काफी देर तक मैं ऊपर से धक्के मारता रहा।
मैंने नीचे से उसकी टाँगें उठा कर अपनी कमर पर लपेट ली थीं। मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर लगा कर अपनी जीभ उसके मुँह में घुसा दी।

इसी तरह उसको लगातार चोदे जा रहा था और वो ‘आआऽऽ… हहऽऽऽ माँआऽऽऽ मममऽऽऽ ऊफफऽऽऽ’ जैसी आवाजें निकाले जा रही थी।

मैं लगातार इसी तरह पंद्रह मिनट तक ठोकता रहा और उसकी आँखों में झाँका, वो भी पस्त पड़ चुकी थी। मैंने उससे कहा रस छोड़ दूँ?

बोली- "उसी का तो इन्तजार है"

मैंने कुछ और दमदार शॉट मारे और अपना लावा उसकी चूत में भर दिया।
उसकी हसरत पूरी हो गई। जब कुछ देर बाद उठना हुआ, तो देखा लण्ड खून से सना था।
मन्जू की सील तोड़ने का खिताब मेरे लंड के नाम हो गया था। उसके बाद उसे कई बार चोदा। समयानुसार एक लड़का पैदा भी हो गया। वो बहुत खुश थी, और जुगल भी खुश तो था पर बेबस था, उसे जानकारी थी कि यह मेरे बीज की फसल थी।
THE END
चूम लूं तेरे गालों को, दिल की यही ख्वाहिश है ....
ये मैं नहीं कहता, मेरे दिल की फरमाइश है !!!!

Love You All  Heart Heart
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RE: प्यासा यौवन (सम्पूर्ण) - by KHANSAGEER - 16-02-2024, 12:23 PM



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