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Thriller कहानी जोया अंसारी एक सरीफ लड़की की (ammi ko dekha diwali gift dete huye)
#4
part 2

ज़ोया...चल कम से कम मै ऐसी नही हु ।
अभिशक ...तुम्हे पटा है तुम्हरी सब सहेलिया अपने बॉयफ्रेड से क्यून गयी है चुदने
ज़ोया...देखो अभिशेक ऐसा मत बोलो
अभिषेक. .माफ़ करना ज़ोया पर वो इस लिए अभी चुदवा रही है ताकि इनकी गर्मी इनके भाई जान , or अब्बू जान को समझ ना आये।
ज़ोया...क्या मतलब
अभिषेक ..अरे तुमको नही पटा तुम्हरे मजहब मे लड़किया जवान होते हि उनके अब्बू ,or फिर भाईजान किसी ना किसी से तुम्हारि अम्मी जान चुदवाने के लिए भेज देती है
ज़ोया...नहीं ऐसा नही होता है मै भी जवान हु मेरे साथ तो ऐसा नही हुआ
अभिषेक...मै।मान हि नही सकता सब ,., लड़कियों के साथ ऐसा होता है
फिर मेरे और अभिषेक मे खूब लड़ाई हो गयी यही बात लेकर
मै गुस्से मे घर चाली आयी
अम्मी ...क्या हुआ बड़ी जल्दी आ गयी कॉलेज से तु
मै...हा मन नही लग रहा था
अम्मी अच्छा तभी मैने अपने भाई जुनैद को देखा और सलमान को देखकर सोचने लगी क्या मेरी जवानी के मजे मेरे भाई लोग or फिर अब्बू लेंगे।
छी छी अभिषेक गलत बोल रहा था ।
मैने शाम को चाचीजान से पूछा (क्यूंकि चाचीजान मुझसे खूब मज़ाक करती थी )
चाचीजान एक बात पुछु।
आलिज़ा चाची जान ...हा पूछ ले ज़ोया
ज़ोया...चाची आप किसी से बताना मत
अलीज़ा ...क्या हुआ किसी से फरवा ली क्या
ज़ोया...चाची जान ऐसा नही है
अलीज़ा छाची...फिर क्या बात है बता
ज़ोया ...शर्माते हुए चाची जान क्या हम लड़किया जवान होते हि अपने अब्बू or फिर भाईजान से करते है क्या वो
अलीज़ा चाची...हसते हुए बोली क्या करते है
ज़ोयाज़ोया.. चाची बताओ ना
अलीज़ा चाची..किसने कहा है तुझसे
ज़ोया...वो मेरी फ़्रैंड जैनब बोल रही थी मैने कहा ऐसा नही होता है तो वो बोली सब ,., लड़कियों अपने भाई जान ,चाचाजान् or फिर अब्बू से करती है जवान होते हि
अलीज़ा चाची..हसते हुए हा सही बोली तेरी वो फ़्रैंड
ज़ोया...क्या सच मे
अलीज़ा चाची...हा ज़ोया ताकि हम पाक लड़कियों की सील कोई काफिर ना तोड़े इसलिए भाई जान लोग हि तोड़ देते है
ज़ोया..आपके साथ भी ऐसा हुआ था
अलीज़ा चाची..हा पर मै जवानी मे कदम रखते हि किसी बहार वाले से चुद चुकी थी
ज़ोया..क्या चाची जान छी छी
अलीशा चाची...तु भी जवानी मे है
ज़ोया..आपके भाई जान भी करे थे
अलीशा चाची...हा जब जाने के मेरा चक्कर किसी हिन्दु लड़के से चल रहा था तो सब भाई जान लोग एक एक करके मेरी चूत मारी फिर उसके तीन महीने मे हि मेरी निगाह तेरे चाचा जान से कर दिये थे ।
ज़ोया...शर्म से लाल होकर रहम नही आया आपके भाइयो को आपको चोदते हुए
अलीशा...नही रे ज़ोया बस उनको चूत के आगे कुछ नही दिखता पर हा उन सब से मोटा और लम्बा लंड मेरे बॉयफेंड प्रदीप् का था जिसके वजह से मुझको चुदते हुए दर्द नही हुआ था ।
ज़ोया...शर्म से लाल होकर बोली मेरे साथ भी यही होगा क्या चाची जान।
चाची जान...नही बेटा यहा तेरे घर पर ऐसा नही होता तभी अभी तक तु बची है वरना बीस साल तक तेरे सब भाइयो तेरी चूत मार चुके होते ।
ज़ोया ...शर्म से लाल हो चुकी थी
चाची जान ...वैसे तेरा निगाह बचपन से हि फिक्स है तुझको पटा है की नही
ज़ोया...नही किसके साथ
चाची जान ...वो तेरे मामू के लड़के वसंत के साथ
ज़ोया...वो कितना काला है वसंत मै उससे निगाह नही करूंगी
चाची जान ..ज़ोया अभी नही होगा तेरा पर जब भी होगा उसी से होगा भले हि काला है तो क्या हुआ
ज़ोया...मै कितनी गोरी हु काले से क्यून करु
चाची अलीशा ...देख बेटा हमारे कोम मे जायदातर लड़के काले होते है पर लड़किया गोरी होती है तभी ना काली लड़की को गोरा सौाहर मिलता है और गोरी लड़की को काला ।
ज़ोया...पर चाची जान आप गोरी हु मेरे चाचू भी और मेरी अम्मी भी गोरी है और अब्बू भी ।
चाची अलीशा...अच्छा तेरे चाचू मेरे इतने कहा गोरे है मै तो मखन जैसी गोरी हु।
ज़ोया...हा पर चाचू काले भी नहीं है
इतना कहकर मै जाने लगी और बोली मै काले से नहीं करूंगी
चाची जान ...तो कॉलेज मे कोई गोरा लड़का पटा ले
मै बस शर्मा कर।चाली गयी ।
नेक्स्ट दिन कलेज् गयी
अभिषेक...माफ़ करना कल के लिए बस वो जो बोला था
ज़ोया..तुमने जो बोला था वो सही बात् है पर मेरे घर मे ऐसा नही होता ।
अभिषेक...मै कैसे मानू अब तक तेरे भाई लोग तेरे मज़ा ले चुके होंगे ।
ज़ोया...नही अभी तक किसी से छुवा भी नहीं है
अभिषेक...कैसे मानू मै ज़ोया ।
ज़ोया...जो तुम बोलो वो मै करने को तैयर हु
अभिषेक...अच्छा अल्लाह की कसम खाओ जो मै बोलूंगा वो करेगी तब मान जाऊंगा मै ।
मै बिना सोचे समझे अल्लाह की कसम खा ली।
अभिषेक ...पहले तेरा बूब्स देखना पड़ेगा टाइट है की नही
ज़ोया ...मै ऐसि लड़की नही हु अभिषेक
अभिषेक..अरे ज़ोया कौन मै तुमको चोदने को बोला रहा हु बस बूब्स दिखा दो अपना कमीज ऊपर करके और क्या वैसे भी तुमने कसम खायी हो
मै ना चाहते हुए बस अपना कुर्ति उपर करी शर्माते हुए ।
अभिषेक..ये ब्रा भी हटा ऐसा समझ नही आ रहा है
ज़ोया (मै)...नही नही ऐसा नही करने वाली
अभिषेक..तेरे ब्रा से तेरी बूब्स एकदम छिपी हुयी है ऐसे समझ नही आ रहा है ।
फिर मै ना चाहते हुए अपने ब्रा की हुक खोल रही थी खुल नही रहा था तभी अभिषेक अपना हाथ पीछे करके ब्रा का हुक खोला ब्रा निचे गिर गयी बेंच के ।
अभिषेक मेरी बूब्स देखकर बोला लग तो रहा है
मै निचे चुकी ब्रा ली पहनने वाली थी की अभिषेक बोला
ऐसे पक्का समझ नहीं आ रहा है रुको थोड़ा
मै..अभिषेक क्लास की टाइम हो रही है अब क्या हुआ
अभिषेक...मुझको ज़ोया तेरी बूब्स टच करनी होगी।
मै ज़ोया नही ऐसा नही करवाने वाली मै
अभिषेक कसम खायी थी तुमने
मै शर्म से लाल एक पाक घर की सरीफ लड़की धीरे से बोली ठीक है पर जल्दी करो
अभिषेक धीरे से अपना हाथ मेरे बूब्स पर रख कर नाखुरी को मसलने लगा और मै सिसकियाँ ले रही है ऐसा लग रहा था की जन्नत मे हु मै ।
मै भूल चुकी की मै अभिषेक से अपना पाकिज़ा होनी की प्रूफ दे रही थी
फिर अभिषेक अपने दोनो हाथो से मेरा बूब्स मसलने लगा
मै बस सिसकियाँ ले रही है अह्ह्ह्ह अभिषेक अह्ह्ह्हह
आराम से दबाओ अह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़।
तभी पीछे से क्लास मे सब आने लगे आवाज़ आने लगी मै चचक कर अभिषेक का हाथ हटाई और अपनी कमीज निचे कर ली पर ब्रा नही पहन पायी उसको बैग मे रख लिया ।
सब मेरी सहेलिया आ गयी और बैठ गयी
मै शर्मा रही थी क्यूंकि मेरी बूब्स की नखरी साफ साफ दिख रही थी ।
अतीरा।मुझको देखकर बोली क्या बात है ज़ोया आज तूने ब्रा नही पहनी क्या ।
मै बस शर्मा कर कुछ नही बोली।
फातिमा...देख तेरी बूब्स साफ साफ नजर आ रहा है लगता है आज सब लड़को की लंड खड़ा करने वाली है तु ।
मै ...तु शांत कर
तभी मेरे बगल मे बैठा अभिषेक को देखा उसका लंड एकदम टाइट था ऐसा लग रहा था की पेंट फाड़ कर बाहर आना चाहता हो
फिर मैने अभिषेक को देखा अभिषेक मुझको देखकर स्माइल करा।
क्लास के सब लड़के बस मेरी बूब्स को देख रहे थे ऐसे की जैसे मुझको कुतिया बनाकर चोद देंगे ।
फिर कॉलेज के बाद घर रास्ते मे ब्रा पहन ली थी ।
अभिषेक का फोन आया और बोला
ज़ोया सच मे तुम्हरी बूब्स को किसी ने नहीं मला है अभी तक पर वो निचे वाला के बारे मे पटा नही है
इतना कहकर फोन काट दिया फिर शाम को खाना खाकर
मै सो रही थी पर पटा नही क्यून वो अभिषेक का मेरा बूब्स मसलना बार बार याद आ रहा था तो मै सो नहीं पायी
बारह बजे मुझको पियास लगी मै निचे गयी और देख की वो हमारे घर के आगे गेट पर अब्बू ने रूम बनवाकर दिये है बॉडीगार्ड लोगो और नोकरो के लिए इनके रूम मे बत्ती जल रही है
एक नौाकर गेट पर खड़ा था मुझको थोड़ा थोड़ा आवाज़ आ रहा था जैसे किसी को चोद रहे है मै बगल से धीरे धीरे गयी और
अंदर देखा जो देखा उसको देखकर मुझको बहुत जटका लगा।
देखो कौन चुद रही है और कितने लोगो से अगके part मे
कायर पति
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RE: कहानी जोया अंसारी एक सरीफ लड़की की - by Crazyman321 - 04-10-2023, 11:02 AM



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