Thread Rating:
  • 6 Vote(s) - 1.83 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery मैंने नौकरानी की टट्टी खाई
#34
भाग-2

प्रिय मित्रों,
सबसे पहले तो मैं आप से क्षमा चाहता हूं कि किसी कारणवश काफी समय से इस कहानी का अपडेट नहीं दे पाया।
खैर,अब आगे बढ़ते है।जैसा कि आप पढ़ चुके है शीला के साथ संपूर्ण चुदाई का जो अनुभव हुआ था..जब उसकी टाईट चूत का भोसड़ा बना दिया था,उसकी काली गदराई कुंवारी गांड को फाड़ फाड़ के चौड़ा कर दिया,फिर उसका मूत भी पिया और मदहोशी वाला उसकी टट्टी का स्वाद भी लिया और उसे अपनी 'मिस्ट्रेस शीला 'बनाया......! मैं उसी अनुभव को बार-बार लेना चाह रहा था।
और मैं उसी मौके की तलाश में रहने लगा।
उसकी गदराई हुई चूत और गांड के छेद मुझे रात दिन दिखाई देने लगे थे।
खैर, मुझे ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा.....गांव से मेरे नजदीकी रिश्तेदार का मैसेज आया कि उन्होंने कोई धार्मिक कार्यक्रम रखा था इसलिए सपरिवार बुलाया था लेकिन मैंने ऑफिस में ऑडिट का बहाना देकर अपनी फैमिली के बाकी सदस्यों को वहां जाने के लिए मना लिया।
अगले दिन शनिवार था,तो मैने शनिवार की रात की तत्काल टिकट बुक करवा दी।
और फिर सुबह जल्दी ही ऑफिस पहुंच गया.....
मुझे इतनी सुबह ऑफिस में देखकर शीला चौंक गयी क्योंकि वह सफाई के लिए बाकि स्टाॅफ से पहले आ जाती है...।
मैं मुस्कराया.....'क्या हुआ मालकिन शीला....ऐसे क्यों देख रही हो...।'
शीला भी मुस्कराई....'आज आप जल्दी?'
"हां मेरी मिस्ट्रेस शीला....ऐक खुशखबर है....।"
"तुम्हारे लिए कल का न्यौता है....क्योंकि कल हमारा मौका है"...!
मैने एक आंख दबा कर कहा।
ओह...शीला का हाथ अपने मुंह पर चला गया व मुस्कराने लगी।
मैने बोलना जारी रखा...
'आज रात की ट्रेन से परिवार वाले सब जा रहे है और घर पे मेरे और तुम्हारे सिवा कोई नहीं होगा...।"
सिर्फ तुम और मैं...मेरी मालकीन...!
वह हंसने लगी..."क्या आप भी"....!
उसके मन में भी लड्डू फूटने लगे।
वह भी रोमांचित हो उठी।
मैं अपनी मालकिन के लिये बढ़िया सा गिफ्ट लाउंगा..!
लेकिन हां....तुम्हे अपनी रस्म याद है न....वह भी अदा करनी हैं...!
रस्म...?
वो क्या...?उसके चेहरे से ऐसा लगा जैसे कुछ सोंच मे पड़ गई हो..!
'अरे वही जो उस विडिओ वाली मालकिन ने अपने गुलाम के साथ किया था..और फिर तुम ने भी तो किया था...'
'ओह'...वह निचे मुंह करके हंसने लगी..!
"और अब तो तुम मेरी मालकिन हो।
अब तो तुम्हारे ही कहे अनुसार मुझे चलना है।"
"ओ..ह..क्या आप भी..."वह नीचे मुंह किए हुए मुस्कराए जा रही थी।
मै उसे बार-बार मालकिन कहकर उसे परफैक्ट मालकिन बनाने के लिए मानसिक रुप से तैयार कर रहा था।
"अब छोड़ो ये सब बातें, कल सुबह जल्दी आ जाना,तुम्हारा ये गुलाम गिफ्ट लेकर हाजिर रहेगा।"
"और हां पिछली बार तुमने रस्म अदायगी का सिर्फ ट्रेलर किया था...सिर्फ थोड़ी सी मात्रा में.....
पर अबकी बार ज्यादा मात्रा में करना हैं....इसलिए उसी तैयारी से आना"
मैने शरारत भरे अंदाज़ में एक आंख दबा कर बोला।
"ठीक है...?"
उसने सिर्फ मुस्कराते हुए हां में सिर हिला दिया।
और मै आने वाले पलों के लिये रोमांचित हो उठा।
इतने में ऑफिस के स्टाफ मेम्बर आने लग गए थे।
शीला मेरे ऑफीस की सफाई कर चुकी थी।
मै तपाक से अपने ऑफीस की चेयर पर बैठ गया व काम करने का नाटक करने लगा।लोगों के पूछने पर बता दिया कि आज मुझे जल्दी जाना है इसलिए कल का कुछ पेंडिंग काम निपटा के जाउंगा।उसके बाद मैं ऑफिस से जल्दी आ गया।रास्ते में एक ज्वेलर्स की शाॅप से कान की सुंदर सी लटकनें खरीदी व घर आ गया।
अब कल का इंतजार था....।
शेष अगली किस्त में...
[+] 1 user Likes rohitpal's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: मैंने नौकरानी की टट्टी खाई - by rohitpal - 23-06-2023, 01:32 PM



Users browsing this thread: 3 Guest(s)