26-12-2018, 02:00 PM
करिश्मा झड़ने के बिल्कुल करीब थी उसके मुँह से जोर की सिसकियां निकल रही थी- “आअह्ह्ह... जोर से करो मैं झड़ने वाली हूँ...”
रोहन अब अपना लण्ड सुपाड़े तक निकालकर जोर से धक्का देकर जड़ तक घुसा देता। करिश्मा जोर से आह्ह्ह करते हुए झड़ गई। लेकिन रोहन अभी तक नहीं झड़ा था। वो ऐसे ही धक्के लगता हुआ करिश्मा को चोद रहा था और अपने होंठ करिश्मा के होंठों पर रखकर उसे चाट रहा था। कुछ देर में करिश्मा फिर से गरम हो गई और रोहन के होंठों को काटने लगी। रोहन ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और तेज धक्के लगाने लगा।
कृष्णा से बर्दाश्त नहीं हो रहा था, उसने बेड पर चढ़कर अपना लण्ड करिश्मा के मुँह में डाल दिया।
रोहन के हर धक्के के साथ करिश्मा हिल जाती और उसके मुँह में लण्ड और अंदर चला जाता। करिश्मा ने अचानक रोहन को सीधा लेटने को कहा। रोहन के लेटते ही करिश्मा उसके ऊपर आ गई और उसके लण्ड को अपनी चूत पर सेट किया और उसपर बैठकर धक्के लगाने लगी। रोहन के सामने करिश्मा की चूचियां उछल रही थी। उसने अपना हाथ आगे बढ़ाकर उसकी चूचियां थाम ली और उन्हें मसलने लगा। करिश्मा थोड़ा झुककर अपनी चूचियां रोहन के मुँह के पास लाकर फिर से उठ जाती। रोहन ने उसकी कमर में हाथ डालकर नीचे झुकाया और उसकी चूची के निपल को अपने मुँह में लेकर दांतों से काटने लगा।
करिश्मा के मुँह से हल्की चीखें निकलने लगी।
कृष्णा का हाल बहुत बुरा हो चुका था वो ड्रेसिंग टेबल से एक वैसेलीन ले आया और करिश्मा के पीछे बैठकर उसकी गाण्ड में एक उंगली को वैसेलीन लगाकर अंदर कर दिया।
करिश्मा चौंक कर उछली- “कृष्णा क्या कर रहे हो?”
मगर कृष्णा ने उसकी ना सुनते हुए अपनी दो उंगलियां अंदर डाल दी।
करिश्मा के मुँह से चीख निकल गई- “ओईई... आह्ह्ह..”
रोहन को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था।
अचानक कृष्णा ने अपना लण्ड करिश्मा की गाण्ड पर रखा और जोर का धक्का लगाकर अपना आधा लण्ड उसकी गाण्ड में घुसा दिया। करिश्मा दर्द के मारे झटपटाने लगी और बहुत जोर से चीखने की कोशिश की। मगर रोहन ने अपना मुँह उसके मुँह पर रख दिया और उसके सिर को पकड़ लिया। वो जानता था की चीखें सुनकर कोई भी आ सकता है।
रोहन को बहुत मजा आ रहा था। उसका लण्ड जैसे किसी तंग छेद में फंस गया हो। करिश्मा की आँखों से आँसू बह रहे थे। कृष्णा अपने आधे लण्ड से ही उसकी गाण्ड मारने लगा। कृष्णा अपना बाहर करता तो रोहन को उसका लण्ड अपने लण्ड से रगड़ खाता महसूस होता। अचानक रोहन का बाँध टूट गया और वो हाँफते हुए झड़ने लगा। उसका लण्ड सिकुड़ कर बाहर निकल गया वो नीचे से उठा और बाथरूम में घुस गया।
कृष्णा ने करिश्मा की गाण्ड मारते हुए अपने लण्ड का एक जोर का धक्का मारा और उसका पूरा लण्ड उसके अंदर था। करिश्मा के मुँह से एक जोर की चीख निकल गई। कृष्णा बिना रुके उसकी गाण्ड मारता रहा और उसकी गाण्ड में ही झड़ गया।
रोहन अब अपना लण्ड सुपाड़े तक निकालकर जोर से धक्का देकर जड़ तक घुसा देता। करिश्मा जोर से आह्ह्ह करते हुए झड़ गई। लेकिन रोहन अभी तक नहीं झड़ा था। वो ऐसे ही धक्के लगता हुआ करिश्मा को चोद रहा था और अपने होंठ करिश्मा के होंठों पर रखकर उसे चाट रहा था। कुछ देर में करिश्मा फिर से गरम हो गई और रोहन के होंठों को काटने लगी। रोहन ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और तेज धक्के लगाने लगा।
कृष्णा से बर्दाश्त नहीं हो रहा था, उसने बेड पर चढ़कर अपना लण्ड करिश्मा के मुँह में डाल दिया।
रोहन के हर धक्के के साथ करिश्मा हिल जाती और उसके मुँह में लण्ड और अंदर चला जाता। करिश्मा ने अचानक रोहन को सीधा लेटने को कहा। रोहन के लेटते ही करिश्मा उसके ऊपर आ गई और उसके लण्ड को अपनी चूत पर सेट किया और उसपर बैठकर धक्के लगाने लगी। रोहन के सामने करिश्मा की चूचियां उछल रही थी। उसने अपना हाथ आगे बढ़ाकर उसकी चूचियां थाम ली और उन्हें मसलने लगा। करिश्मा थोड़ा झुककर अपनी चूचियां रोहन के मुँह के पास लाकर फिर से उठ जाती। रोहन ने उसकी कमर में हाथ डालकर नीचे झुकाया और उसकी चूची के निपल को अपने मुँह में लेकर दांतों से काटने लगा।
करिश्मा के मुँह से हल्की चीखें निकलने लगी।
कृष्णा का हाल बहुत बुरा हो चुका था वो ड्रेसिंग टेबल से एक वैसेलीन ले आया और करिश्मा के पीछे बैठकर उसकी गाण्ड में एक उंगली को वैसेलीन लगाकर अंदर कर दिया।
करिश्मा चौंक कर उछली- “कृष्णा क्या कर रहे हो?”
मगर कृष्णा ने उसकी ना सुनते हुए अपनी दो उंगलियां अंदर डाल दी।
करिश्मा के मुँह से चीख निकल गई- “ओईई... आह्ह्ह..”
रोहन को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था।
अचानक कृष्णा ने अपना लण्ड करिश्मा की गाण्ड पर रखा और जोर का धक्का लगाकर अपना आधा लण्ड उसकी गाण्ड में घुसा दिया। करिश्मा दर्द के मारे झटपटाने लगी और बहुत जोर से चीखने की कोशिश की। मगर रोहन ने अपना मुँह उसके मुँह पर रख दिया और उसके सिर को पकड़ लिया। वो जानता था की चीखें सुनकर कोई भी आ सकता है।
रोहन को बहुत मजा आ रहा था। उसका लण्ड जैसे किसी तंग छेद में फंस गया हो। करिश्मा की आँखों से आँसू बह रहे थे। कृष्णा अपने आधे लण्ड से ही उसकी गाण्ड मारने लगा। कृष्णा अपना बाहर करता तो रोहन को उसका लण्ड अपने लण्ड से रगड़ खाता महसूस होता। अचानक रोहन का बाँध टूट गया और वो हाँफते हुए झड़ने लगा। उसका लण्ड सिकुड़ कर बाहर निकल गया वो नीचे से उठा और बाथरूम में घुस गया।
कृष्णा ने करिश्मा की गाण्ड मारते हुए अपने लण्ड का एक जोर का धक्का मारा और उसका पूरा लण्ड उसके अंदर था। करिश्मा के मुँह से एक जोर की चीख निकल गई। कृष्णा बिना रुके उसकी गाण्ड मारता रहा और उसकी गाण्ड में ही झड़ गया।