26-12-2018, 01:59 PM
करिश्मा, कृष्णा, और रोहन होटेल के कमरे में रोहन और बिंदिया बैठे ही थे की सामने से मैंने कल वाली लड़की को आते हुए देखा। वो लड़की सीधा कृष्णा के पास आ गई। कृष्णा ने उस लड़की का हमसे परीचय कराया ओर कहा- “यह है मेरी गर्लफ्रेंड करिश्मा...” और फिर हम सभी के बारे में करिश्मा को बताया।
थोड़ी देर बातें करने के मैंने बिंदिया से कहा- “बहुत देर हो गई है हमें चलना चाहिये.."
रोहन ने कृष्णा को कहा- “तुम बैठो मैं इन्हें रिक्शा में बिठाकर आता हूँ...”
हम दोनों उठकर रोहन के साथ जाने लगे। रोहन ने हमें रिक्शा में बिठाकर बाइ किया। रोहन वापस कृष्णा के पास आया और उससे कहा- “साले तुम्हारी चाय तो आ गई मगर मेरा भी कुछ बंदोबस्त करो...”
कृष्णा रोहन की डबल मीनिंग समझ गया और हँसते हुए कहा- “कोई बात नहीं। हम यारों के यार हैं आधी-आधी पी लेंगे...”
करिश्मा हमारी बातें गौर से सुन रही थी, उसने कहा- “चाय कहां है?”
कृष्णा और रोहन उसकी बात सुनकर जोर से हँसने लगे।
कृष्णा ने कहा- “मेरा कमरा इस होटेल में है चलो वहाँ बैठकर बातें करते हैं..." फिर कृष्णा काउंटर के पास गया और अपने कमरे की चाबी लेकर रोहन और करिश्मा के साथ अपने कमरे में पहुँच गया।
कमरा बहुत ही शानदार था, उसमें एक डबल बेड रखा हुआ था। वो पूरा एसी रूम था। कृष्णा ने दरवाजा अंदर से लाक किया और करिश्मा को कहा- “यह मेरा सबसे बढ़िया दोस्त है, तुमको इससे शर्म करने की कोई जरूरत नहीं। यह हमारी बातें किसी को नहीं बताएगा...” और कृष्णा ने उस लड़की को बेड पर बैठते हुए अपनी गोद में बिठा लिया।
रोहन सामने पड़े सोफे पर बैठ गया और उन दोनों को देखकर मजा लेने लगा। वो लड़की बिल्कुल गोरी थी ओर उसकी चूचियां बहुत बड़ी तो नहीं थी, मगर बहुत छोटी भी नहीं थी। कृष्णा अपने हाथ से उसकी कमीज उतारने लगा। कमीज उतरते ही उसकी गोरी-गोरी चूचियां ब्रा में ही आधी नजर आने लगी। कृष्णा ने उसकी ब्रा के हुक खोल दिये और किसी कुत्ते की तरह उसपर झपट पड़ा और उन्हें अपने मुँह में लेकर चूसने और काटने लगा, करिश्मा के मुँह से हल्की चीखें निकल रही थी।
वो सब देखकर रोहन का बुरा हाल होने लगा और वो अपनी पैंट उतारकर अंडरवेर के ऊपर से अपने लण्ड को सहलाने लगा। कृष्णा ने अपनी शर्ट और पैंट उतार दी अब वो सिर्फ अंडरवेर में था। उसने करिश्मा की सलवार उतारकर उसकी कच्छी को भी नीचे सरकाकर उतार दिया और अपने हाथों से उसकी टाँगों को पकड़कर फैला दिया। उस लड़की की चूत पर ढेर सारे बाल थे। कृष्णा ने अपना मुँह उसकी चूत पर रखा और अपना हाथ नीचे लेजाकर अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी, और आगे-पीछे करने लगा।
करिश्मा बहुत गर्म हो गई थी। वो अपने चूतड़ उठा-उठाकर कृष्णा की उंगली अंदर ले रही थी। अचानक कृष्णा ने अपनी जीभ निकालकर उस लड़की की चूत में डाल दी। वो लड़की मजे से सिसक उठी आअह्ह्ह... और कृष्णा ने अपनी जीभ अंदर-बाहर करते हुए अपनी उंगली से उसकी गाण्ड को कुरेदने लगा। उस लड़की ने कृष्णा के सिर को अपने हाथों से पकड़ लिया और अपनी चूत पर दबाने लगी।
रोहन का हाल बहुत बुरा था। करिश्मा को देखकर हैरान था की वो किसी अंजान आदमी के सामने ऐसा कर रही है। अचानक कृष्णा ने उस लड़की की चूत से जीभ निकाली और सीधा बेड पर लेट गया।
करिश्मा उठकर कृष्णा के ऊपर चढ़ गई और उसे किस करने लगी और कहने लगी- “आगे बढ़ो ना प्लीज ऐसे क्यों बीच में छोड़ दिया?”
थोड़ी देर बातें करने के मैंने बिंदिया से कहा- “बहुत देर हो गई है हमें चलना चाहिये.."
रोहन ने कृष्णा को कहा- “तुम बैठो मैं इन्हें रिक्शा में बिठाकर आता हूँ...”
हम दोनों उठकर रोहन के साथ जाने लगे। रोहन ने हमें रिक्शा में बिठाकर बाइ किया। रोहन वापस कृष्णा के पास आया और उससे कहा- “साले तुम्हारी चाय तो आ गई मगर मेरा भी कुछ बंदोबस्त करो...”
कृष्णा रोहन की डबल मीनिंग समझ गया और हँसते हुए कहा- “कोई बात नहीं। हम यारों के यार हैं आधी-आधी पी लेंगे...”
करिश्मा हमारी बातें गौर से सुन रही थी, उसने कहा- “चाय कहां है?”
कृष्णा और रोहन उसकी बात सुनकर जोर से हँसने लगे।
कृष्णा ने कहा- “मेरा कमरा इस होटेल में है चलो वहाँ बैठकर बातें करते हैं..." फिर कृष्णा काउंटर के पास गया और अपने कमरे की चाबी लेकर रोहन और करिश्मा के साथ अपने कमरे में पहुँच गया।
कमरा बहुत ही शानदार था, उसमें एक डबल बेड रखा हुआ था। वो पूरा एसी रूम था। कृष्णा ने दरवाजा अंदर से लाक किया और करिश्मा को कहा- “यह मेरा सबसे बढ़िया दोस्त है, तुमको इससे शर्म करने की कोई जरूरत नहीं। यह हमारी बातें किसी को नहीं बताएगा...” और कृष्णा ने उस लड़की को बेड पर बैठते हुए अपनी गोद में बिठा लिया।
रोहन सामने पड़े सोफे पर बैठ गया और उन दोनों को देखकर मजा लेने लगा। वो लड़की बिल्कुल गोरी थी ओर उसकी चूचियां बहुत बड़ी तो नहीं थी, मगर बहुत छोटी भी नहीं थी। कृष्णा अपने हाथ से उसकी कमीज उतारने लगा। कमीज उतरते ही उसकी गोरी-गोरी चूचियां ब्रा में ही आधी नजर आने लगी। कृष्णा ने उसकी ब्रा के हुक खोल दिये और किसी कुत्ते की तरह उसपर झपट पड़ा और उन्हें अपने मुँह में लेकर चूसने और काटने लगा, करिश्मा के मुँह से हल्की चीखें निकल रही थी।
वो सब देखकर रोहन का बुरा हाल होने लगा और वो अपनी पैंट उतारकर अंडरवेर के ऊपर से अपने लण्ड को सहलाने लगा। कृष्णा ने अपनी शर्ट और पैंट उतार दी अब वो सिर्फ अंडरवेर में था। उसने करिश्मा की सलवार उतारकर उसकी कच्छी को भी नीचे सरकाकर उतार दिया और अपने हाथों से उसकी टाँगों को पकड़कर फैला दिया। उस लड़की की चूत पर ढेर सारे बाल थे। कृष्णा ने अपना मुँह उसकी चूत पर रखा और अपना हाथ नीचे लेजाकर अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी, और आगे-पीछे करने लगा।
करिश्मा बहुत गर्म हो गई थी। वो अपने चूतड़ उठा-उठाकर कृष्णा की उंगली अंदर ले रही थी। अचानक कृष्णा ने अपनी जीभ निकालकर उस लड़की की चूत में डाल दी। वो लड़की मजे से सिसक उठी आअह्ह्ह... और कृष्णा ने अपनी जीभ अंदर-बाहर करते हुए अपनी उंगली से उसकी गाण्ड को कुरेदने लगा। उस लड़की ने कृष्णा के सिर को अपने हाथों से पकड़ लिया और अपनी चूत पर दबाने लगी।
रोहन का हाल बहुत बुरा था। करिश्मा को देखकर हैरान था की वो किसी अंजान आदमी के सामने ऐसा कर रही है। अचानक कृष्णा ने उस लड़की की चूत से जीभ निकाली और सीधा बेड पर लेट गया।
करिश्मा उठकर कृष्णा के ऊपर चढ़ गई और उसे किस करने लगी और कहने लगी- “आगे बढ़ो ना प्लीज ऐसे क्यों बीच में छोड़ दिया?”