23-07-2021, 06:50 PM
" हम दोनों हस्बैंड वाइफ के बहुत सारे Secrets हैं !!! ". कहते हुये मेघना ने मोबाइल अनिकेत के हाथ में थमा दिया. " लो... देखो ! ".
अचंभित हुये पड़े अनिकेत ने मोबाइल हाथ में लेकर देखा, मेघना भाभी ने उसे एक फोटो गैलरी ओपन करके दी थी.
अनिकेत के चेहरे पर अपनी नज़रें गड़ाये मेघना उसके मन के भाव पढ़ने की कोशिश करने लगी, जब वो मोबाइल के फोटो एक के बाद एक देखने लगा.
हज़ारो तस्वीरों में से कुछ एक तस्वीरें देखकर ही अनिकेत की आँखें फट पड़ी और उसका मुँह खुल गया. लगभग सभी तस्वीरों में मेघना अलग अलग आदमीयों और लड़कों के साथ या तो पूरी नंगी या फिर आधे अधूरे कपड़ो में, ब्रा पैंटी में, या फिर बिना ब्रा के सिर्फ पैंटी में, खड़ी या बैठी हुई थी !!!
" ये सारे Clicks मेरे पति ने लिए हैं ! ". अपने मोबाइल की ओर इशारा करके मेघना ने अनिकेत को बताया.
" ये क्या है भाभी ??? ". अनिकेत ने मेघना को आश्चर्यचकित नज़रों से देखते हुये पूछा.
जवाब में मेघना ने उसके हाथ से मोबाइल ले लिया, और फिर वीडियो गैलरी ओपन करके वापस उसे दे दिया.
" ये सारे वीडियो भी देखो ! ".
अनिकेत वीडियो देखने लगा.
इन वीडियोज़ में मेघना कभी किसी होटल के रूम सर्विस बॉय के सामने, तो कभी घर के अंदर किसी फ़ूड डिलीवरी बॉय के सामने, तो कभी किसी Sea Beach पर अनजान लोगों के साथ बिना किसी झिझक के आधी या पूरी नंगी होकर बातें कर रही थी !!!
" ये सारे वीडियो भी अभिषेक ने ही बनाये हैं ! ". अनिकेत के चेहरे पर से नज़रें हटाए बिना ही मेघना ने कहा.
अनिकेत ने काफ़ी कुछ देख लिया था, उसे घिन आ रही थी, उसे अब और नहीं देखना था !
उसे अब जानना था की ये सारा माज़रा आखिर है क्या !
" ये है हम दोनों की शादीशुदा ज़िन्दगी का कड़वा सच !!! ". बर्फ की मूर्ति की तरह जमे पड़े अनिकेत के हाथ से मोबाइल वापस लेकर मेघना धीरे से बोली.
अनिकेत अपना सिर झुकाये चुपचाप बैठा रहा. उसमें मेघना से ये तक पूछने की भी इच्छा नहीं रही थी की आखिर इन घटिया और अश्लील तस्वीरों और वीडियोज़ का मतलब क्या है. लेकिन जानना तो उसे था ही, बस वो पूछना नहीं चाहता था, वो मेघना भाभी के मुँह खोलने की प्रतीक्षा करने लगा !
" अभि को बहुत मज़ा आता है मुझे गैर मर्दों के सामने नंगा भेज कर... ". एक गहरी साँस लेने के बाद मेघना ने बताना शुरू किया. " और ऐसी बात नहीं है की इसमें मेरी सहमति नहीं होती है, मुझे भी अच्छा लगता था, You know, एक Thrill सा मिलता था. हम दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करतें हैं इसमें दो राय नहीं, लेकिन हमारी सेक्स लाइफ पूरी तरह से इसी Thrill पर टिकी हुई है. फोटोज़ और वीडियोज़ में मुझे दूसरे मर्दों के साथ नंगा देखकर अभि को Excitement होती है, तो मुझे भी एक अजीब सा आनंद आता है ! ".
अनिकेत सुनता रहा..
" अभि ने मुझसे कभी भी जबरदस्ती नहीं की ये सब करने के लिए... आईडिया उसका होता था लेकिन मर्ज़ी मेरी... पूरी तरह से ! बस एक चीज़ करने से मैं हमेशा से इंकार करती रही ! ".
अनिकेत ने मेघना को सवालिया नज़रों से देखा...
" किसी गैर मर्द के साथ सेक्स करना !!! ".
अनिकेत को ऐसा लगा जैसे की उसकी साँस उसके हलक में अटक गई हो ! एकटक कुछ देर तक मेघना की आँखों में देखते रहने के बाद उसने अपनी आँखें नीची कर ली, मेघना की इन बेबाक बातों से उसे ऊबकाई सी आ रही थी, पर आज उसके लिए उस औरत के बारे में सब कुछ जानना भी तो ज़रूरी था जिससे वो जाने अनजाने प्यार कर बैठा था !
मेघना पलंग पर से उठ खड़ी हुई, और सामने टेबल पर अपने दोनों हाथ टिकाकर अनिकेत की ओर मुँह करके खड़े होते हुये आगे कहना जारी रखा.
" अभि को मुझे किसी गैर मर्द के साथ सेक्स करते हुये देखना था... कोई भी हो... उसका कोई दोस्त... ऑफिस का Colleague... या फिर बिल्कुल अनजान कोई ! लेकिन मैं इसके लिए कभी भी राज़ी नहीं हुई. इसलिए नहीं की मुझे किसी और के साथ सेक्स करने में कोई आपत्ति थी, बल्कि इसलिए, की मुझे डर था की अगर मैं किसी और के साथ सम्बन्ध बनाती हूँ तो कहीं मेरा प्यार मेरे अपने पति के लिए कम ना हो जाये. वैसे शादी से पहले मेरे एक दो बॉयफ्रेंड रह चुके थें, वो बात अलग थी, पर शादी के बाद किसी पराये आदमी के साथ सेक्स करना... Not of my taste ! ".
मेघना साँस लेने के लिए रुकी, अपनी नज़रें नीची करके ज़मीन को निहारती रही, कुछ सोचने लगी, थोड़ी सी मुस्कुराई, फिर सिर ऊपर उठाया, तो देखा की अनिकेत उसे ही घूर रहा है.
" और फिर तुम आ गये हमारी इस अजीब सी ज़िन्दगी में ! अभि तो तुम्हें पसंद करता ही नहीं था, मुझे भी तुम कुछ ख़ास नहीं लगे. लेकिन धीरे धीरे तुम्हारी जो बातें हम दोनों को पसंद नहीं थी, तुम्हारा ज़्यादा बोलना, बचकानी बातें करना, वो सभी चीज़े मुझे अच्छी लगने लगी... और तुम भी ! जैसा की मैंने कहा की मुझे किसी और के साथ सेक्स करने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन किसी भी ऐरे गैरे के साथ तो सम्बन्ध नहीं बना सकती ना... मन का मिलना भी तो ज़रूरी है ! जब तुम्हारे साथ होती थी तो मुझे किसी तरह की हिचकिचाहट नहीं होती थी, सब कुछ बहुत ही स्वाभाविक सा लगता था, कोई झिझक नहीं, कुछ नहीं ! और इसलिए तुम्हारे साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाना मेरे लिए काफ़ी आसान हो गया...You know... एकदम नेचुरल... ना कोई ग्लानि... ना ही शर्म... जैसे की ये गलत ही ना हो ! ".
अनिकेत के चेहरे पर आ रहे अनगिनत भावों को समझने के लिए मेघना एक पल के लिए रुकी. अनिकेत अब थोड़ा सा शांत लग रहा था, लेकिन कुछ हद तक भ्रमित !
मेघना ने आगे कहा.
" मैं जो कर रही थी उसमें सबसे ज़्यादा ख़ुशी मेरे पति को होती, अगर तुम्हारी जगह वहाँ कोई दूसरा मर्द होता ! पर वो तुम्हें पसंद नहीं करतें... चिढ़ते हैं तुमसे. ऐसे में उन्हें हमारे संबंधों के बारे में कैसे बताती... बोलो ??? ".
अनिकेत को एक बात की ख़ुशी थी की आज मेघना भाभी ने उसे सारा सच ज्यों का त्यों बता दिया था. लेकिन उसे समझ नहीं आ रहा था की मेघना की इस ईमानदारी पर उसका प्यार और बढ़ना चाहिए या फिर उसे अब मेघना से नफ़रत करनी चाहिए, क्यूंकि ज़ाहिर था की शादीशुदा होने के साथ साथ मेघना उतनी पाक और साफ भी नहीं थी, जितना अनिकेत ने उसके बारे में पहले सोच रखा था !
और अनिकेत को एक और सवाल का जवाब भी तो चाहिए था, जो की अभी तक उसे नहीं मिला था !!!
मेघना के चुप होते ही अनिकेत पलंग पर से उठा, फिर चलकर मेघना के समीप जा खड़ा हुआ, उसकी आँखों में झाँकते हुये धीमी आवाज़ में पूछा.
" आप मुझसे प्यार करतीं हैं भाभी ? ".
" नहीं... ". मेघना ने धीरे से कहा.
" क्यूँ ??? ".
" मुझसे शादी करोगे ??? ".
" आपसे ? मगर आप तो... ".
" क्यूँ ??? क्या हुआ ??? ".
अनिकेत सकपका कर चुप हो गया, तो मेघना हँस पड़ी.
" मुझसे शादी नहीं कर सकते क्यूंकि मैं पहले से ही शादीशुदा हूँ, तो प्यार कैसे कर सकते हो ??? ". मेघना ने कहा. " तुम्हारी उम्र और मेरी उम्र में प्यार के मायने अलग अलग हैं अनिकेत ! लेकिन अगर प्यार का मतलब पसंद करने से है, तो मैं तुम्हें बेहद पसंद करती हूँ... हमेशा तुम्हारे साथ रहना चाहती हूँ... तुम्हारी बकबक सुनना चाहती हूँ !!! ".
इतना काफ़ी था अनिकेत के लिए - वो समझ चुका था की मेघना भाभी उससे प्यार तो करती है, मगर कभी भी उस प्यार का खुलकर इज़हार नहीं करेगी. ये प्यार पारम्परिक प्रेम जैसा था भी तो नहीं ना, जिसमें लड़का और लड़की सिंगल होतें हैं, यहाँ समस्या ये थी की मेघना एक शादीशुदा लड़की थी, और उसके लिए अपने पति को छोड़कर किसी और से झट से कह देना की वो उससे प्यार करती है, इतना आसान नहीं था !
" मुझे पता है तुम मेरे बारे में क्या सोच रहे हो... ". मेघना बोली. " मैं कोई अच्छी साफ सुथरी करैक्टर वाली औरत नहीं हूँ ! सब कुछ हूँ मैं... लेकिन Slut नहीं हूँ !!! ".
अनिकेत ने देखा की मेघना की आँखें डबडबा आईं थीं, वाक्य खत्म होते ही उसकी आवाज़ घुट सी गई, लेकिन किसी तरह से उसने अपने आँसुओ को टपकने से रोक लिया था !
" तुम सही हो अनिकेत... मुझसे आगे कोई सम्बन्ध ना रखने का तुम्हारा फ़ैसला बिल्कुल सही है. लेकिन मुझसे सारे रिश्ते तोड़ने से पहले तुम्हारा सच्चाई से अवगत होना ज़रूरी था... इसलिए मैंने तुम्हें हम दोनों पति पत्नि के वो सारे राज़ बताये, जिन्हे अभी तक कोई भी नहीं जानता ! ". मेघना बोली.
" मैंने तो आपसे दूर जाने की बात इसलिए की थी भाभी की मुझे लगा था की मेरी वजह से आपकी शादीशुदा ज़िन्दगी में तनाव आ चुका है... ". अनिकेत ने कहा. " पर मुझे तो पता ही नहीं था की अभिषेक भैया पहले से ही आपको दूसरे लड़कों के साथ गलत सम्बन्ध बनाने के लिए उकसाते रहें ! ".
अनिकेत की बात सुनकर मेघना के होंठों पर एक हल्की सी व्यंग्य भरी मुस्कान खेल गई.
" तुम बहुत अच्छे लड़के हो अनिकेत... तुम्हारा मन साफ है. मेरी जैसी शादीशुदा औरत के चक्कर में कहाँ पड़ गये तुम यार ! जाओ... एक अच्छी सी गर्लफ्रेंड ढूंढ लो... मिल जाएगी तुम्हें... हैंडसम भी हो ! ". मेघना ने मुस्कुराते हुये कहा.
" और मेरे जाने के बाद आप क्या करेंगी भाभी ? ". मेघना की नाभी को अपनी उंगली से सहलाते हुये अनिकेत ने धीमी आवाज़ में पूछा. " किसी दूसरे मर्द के साथ सेक्स ? अभिषेक भैया को खुश करने के लिए... ".
" कभी नहीं अनिकेत... ". मेघना ने अनिकेत की आँखों में झाँकते हुये कहा. " मेरी ज़िन्दगी में तुम्हारे बाद और कोई नहीं आएगा ! ".
" क्यूँ ??? ". अनिकेत ने अपना हाथ मेघना की कमर पर सरकाते हुये पूछा.
" पता नहीं अनिकेत ! ".
अचंभित हुये पड़े अनिकेत ने मोबाइल हाथ में लेकर देखा, मेघना भाभी ने उसे एक फोटो गैलरी ओपन करके दी थी.
अनिकेत के चेहरे पर अपनी नज़रें गड़ाये मेघना उसके मन के भाव पढ़ने की कोशिश करने लगी, जब वो मोबाइल के फोटो एक के बाद एक देखने लगा.
हज़ारो तस्वीरों में से कुछ एक तस्वीरें देखकर ही अनिकेत की आँखें फट पड़ी और उसका मुँह खुल गया. लगभग सभी तस्वीरों में मेघना अलग अलग आदमीयों और लड़कों के साथ या तो पूरी नंगी या फिर आधे अधूरे कपड़ो में, ब्रा पैंटी में, या फिर बिना ब्रा के सिर्फ पैंटी में, खड़ी या बैठी हुई थी !!!
" ये सारे Clicks मेरे पति ने लिए हैं ! ". अपने मोबाइल की ओर इशारा करके मेघना ने अनिकेत को बताया.
" ये क्या है भाभी ??? ". अनिकेत ने मेघना को आश्चर्यचकित नज़रों से देखते हुये पूछा.
जवाब में मेघना ने उसके हाथ से मोबाइल ले लिया, और फिर वीडियो गैलरी ओपन करके वापस उसे दे दिया.
" ये सारे वीडियो भी देखो ! ".
अनिकेत वीडियो देखने लगा.
इन वीडियोज़ में मेघना कभी किसी होटल के रूम सर्विस बॉय के सामने, तो कभी घर के अंदर किसी फ़ूड डिलीवरी बॉय के सामने, तो कभी किसी Sea Beach पर अनजान लोगों के साथ बिना किसी झिझक के आधी या पूरी नंगी होकर बातें कर रही थी !!!
" ये सारे वीडियो भी अभिषेक ने ही बनाये हैं ! ". अनिकेत के चेहरे पर से नज़रें हटाए बिना ही मेघना ने कहा.
अनिकेत ने काफ़ी कुछ देख लिया था, उसे घिन आ रही थी, उसे अब और नहीं देखना था !
उसे अब जानना था की ये सारा माज़रा आखिर है क्या !
" ये है हम दोनों की शादीशुदा ज़िन्दगी का कड़वा सच !!! ". बर्फ की मूर्ति की तरह जमे पड़े अनिकेत के हाथ से मोबाइल वापस लेकर मेघना धीरे से बोली.
अनिकेत अपना सिर झुकाये चुपचाप बैठा रहा. उसमें मेघना से ये तक पूछने की भी इच्छा नहीं रही थी की आखिर इन घटिया और अश्लील तस्वीरों और वीडियोज़ का मतलब क्या है. लेकिन जानना तो उसे था ही, बस वो पूछना नहीं चाहता था, वो मेघना भाभी के मुँह खोलने की प्रतीक्षा करने लगा !
" अभि को बहुत मज़ा आता है मुझे गैर मर्दों के सामने नंगा भेज कर... ". एक गहरी साँस लेने के बाद मेघना ने बताना शुरू किया. " और ऐसी बात नहीं है की इसमें मेरी सहमति नहीं होती है, मुझे भी अच्छा लगता था, You know, एक Thrill सा मिलता था. हम दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करतें हैं इसमें दो राय नहीं, लेकिन हमारी सेक्स लाइफ पूरी तरह से इसी Thrill पर टिकी हुई है. फोटोज़ और वीडियोज़ में मुझे दूसरे मर्दों के साथ नंगा देखकर अभि को Excitement होती है, तो मुझे भी एक अजीब सा आनंद आता है ! ".
अनिकेत सुनता रहा..
" अभि ने मुझसे कभी भी जबरदस्ती नहीं की ये सब करने के लिए... आईडिया उसका होता था लेकिन मर्ज़ी मेरी... पूरी तरह से ! बस एक चीज़ करने से मैं हमेशा से इंकार करती रही ! ".
अनिकेत ने मेघना को सवालिया नज़रों से देखा...
" किसी गैर मर्द के साथ सेक्स करना !!! ".
अनिकेत को ऐसा लगा जैसे की उसकी साँस उसके हलक में अटक गई हो ! एकटक कुछ देर तक मेघना की आँखों में देखते रहने के बाद उसने अपनी आँखें नीची कर ली, मेघना की इन बेबाक बातों से उसे ऊबकाई सी आ रही थी, पर आज उसके लिए उस औरत के बारे में सब कुछ जानना भी तो ज़रूरी था जिससे वो जाने अनजाने प्यार कर बैठा था !
मेघना पलंग पर से उठ खड़ी हुई, और सामने टेबल पर अपने दोनों हाथ टिकाकर अनिकेत की ओर मुँह करके खड़े होते हुये आगे कहना जारी रखा.
" अभि को मुझे किसी गैर मर्द के साथ सेक्स करते हुये देखना था... कोई भी हो... उसका कोई दोस्त... ऑफिस का Colleague... या फिर बिल्कुल अनजान कोई ! लेकिन मैं इसके लिए कभी भी राज़ी नहीं हुई. इसलिए नहीं की मुझे किसी और के साथ सेक्स करने में कोई आपत्ति थी, बल्कि इसलिए, की मुझे डर था की अगर मैं किसी और के साथ सम्बन्ध बनाती हूँ तो कहीं मेरा प्यार मेरे अपने पति के लिए कम ना हो जाये. वैसे शादी से पहले मेरे एक दो बॉयफ्रेंड रह चुके थें, वो बात अलग थी, पर शादी के बाद किसी पराये आदमी के साथ सेक्स करना... Not of my taste ! ".
मेघना साँस लेने के लिए रुकी, अपनी नज़रें नीची करके ज़मीन को निहारती रही, कुछ सोचने लगी, थोड़ी सी मुस्कुराई, फिर सिर ऊपर उठाया, तो देखा की अनिकेत उसे ही घूर रहा है.
" और फिर तुम आ गये हमारी इस अजीब सी ज़िन्दगी में ! अभि तो तुम्हें पसंद करता ही नहीं था, मुझे भी तुम कुछ ख़ास नहीं लगे. लेकिन धीरे धीरे तुम्हारी जो बातें हम दोनों को पसंद नहीं थी, तुम्हारा ज़्यादा बोलना, बचकानी बातें करना, वो सभी चीज़े मुझे अच्छी लगने लगी... और तुम भी ! जैसा की मैंने कहा की मुझे किसी और के साथ सेक्स करने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन किसी भी ऐरे गैरे के साथ तो सम्बन्ध नहीं बना सकती ना... मन का मिलना भी तो ज़रूरी है ! जब तुम्हारे साथ होती थी तो मुझे किसी तरह की हिचकिचाहट नहीं होती थी, सब कुछ बहुत ही स्वाभाविक सा लगता था, कोई झिझक नहीं, कुछ नहीं ! और इसलिए तुम्हारे साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाना मेरे लिए काफ़ी आसान हो गया...You know... एकदम नेचुरल... ना कोई ग्लानि... ना ही शर्म... जैसे की ये गलत ही ना हो ! ".
अनिकेत के चेहरे पर आ रहे अनगिनत भावों को समझने के लिए मेघना एक पल के लिए रुकी. अनिकेत अब थोड़ा सा शांत लग रहा था, लेकिन कुछ हद तक भ्रमित !
मेघना ने आगे कहा.
" मैं जो कर रही थी उसमें सबसे ज़्यादा ख़ुशी मेरे पति को होती, अगर तुम्हारी जगह वहाँ कोई दूसरा मर्द होता ! पर वो तुम्हें पसंद नहीं करतें... चिढ़ते हैं तुमसे. ऐसे में उन्हें हमारे संबंधों के बारे में कैसे बताती... बोलो ??? ".
अनिकेत को एक बात की ख़ुशी थी की आज मेघना भाभी ने उसे सारा सच ज्यों का त्यों बता दिया था. लेकिन उसे समझ नहीं आ रहा था की मेघना की इस ईमानदारी पर उसका प्यार और बढ़ना चाहिए या फिर उसे अब मेघना से नफ़रत करनी चाहिए, क्यूंकि ज़ाहिर था की शादीशुदा होने के साथ साथ मेघना उतनी पाक और साफ भी नहीं थी, जितना अनिकेत ने उसके बारे में पहले सोच रखा था !
और अनिकेत को एक और सवाल का जवाब भी तो चाहिए था, जो की अभी तक उसे नहीं मिला था !!!
मेघना के चुप होते ही अनिकेत पलंग पर से उठा, फिर चलकर मेघना के समीप जा खड़ा हुआ, उसकी आँखों में झाँकते हुये धीमी आवाज़ में पूछा.
" आप मुझसे प्यार करतीं हैं भाभी ? ".
" नहीं... ". मेघना ने धीरे से कहा.
" क्यूँ ??? ".
" मुझसे शादी करोगे ??? ".
" आपसे ? मगर आप तो... ".
" क्यूँ ??? क्या हुआ ??? ".
अनिकेत सकपका कर चुप हो गया, तो मेघना हँस पड़ी.
" मुझसे शादी नहीं कर सकते क्यूंकि मैं पहले से ही शादीशुदा हूँ, तो प्यार कैसे कर सकते हो ??? ". मेघना ने कहा. " तुम्हारी उम्र और मेरी उम्र में प्यार के मायने अलग अलग हैं अनिकेत ! लेकिन अगर प्यार का मतलब पसंद करने से है, तो मैं तुम्हें बेहद पसंद करती हूँ... हमेशा तुम्हारे साथ रहना चाहती हूँ... तुम्हारी बकबक सुनना चाहती हूँ !!! ".
इतना काफ़ी था अनिकेत के लिए - वो समझ चुका था की मेघना भाभी उससे प्यार तो करती है, मगर कभी भी उस प्यार का खुलकर इज़हार नहीं करेगी. ये प्यार पारम्परिक प्रेम जैसा था भी तो नहीं ना, जिसमें लड़का और लड़की सिंगल होतें हैं, यहाँ समस्या ये थी की मेघना एक शादीशुदा लड़की थी, और उसके लिए अपने पति को छोड़कर किसी और से झट से कह देना की वो उससे प्यार करती है, इतना आसान नहीं था !
" मुझे पता है तुम मेरे बारे में क्या सोच रहे हो... ". मेघना बोली. " मैं कोई अच्छी साफ सुथरी करैक्टर वाली औरत नहीं हूँ ! सब कुछ हूँ मैं... लेकिन Slut नहीं हूँ !!! ".
अनिकेत ने देखा की मेघना की आँखें डबडबा आईं थीं, वाक्य खत्म होते ही उसकी आवाज़ घुट सी गई, लेकिन किसी तरह से उसने अपने आँसुओ को टपकने से रोक लिया था !
" तुम सही हो अनिकेत... मुझसे आगे कोई सम्बन्ध ना रखने का तुम्हारा फ़ैसला बिल्कुल सही है. लेकिन मुझसे सारे रिश्ते तोड़ने से पहले तुम्हारा सच्चाई से अवगत होना ज़रूरी था... इसलिए मैंने तुम्हें हम दोनों पति पत्नि के वो सारे राज़ बताये, जिन्हे अभी तक कोई भी नहीं जानता ! ". मेघना बोली.
" मैंने तो आपसे दूर जाने की बात इसलिए की थी भाभी की मुझे लगा था की मेरी वजह से आपकी शादीशुदा ज़िन्दगी में तनाव आ चुका है... ". अनिकेत ने कहा. " पर मुझे तो पता ही नहीं था की अभिषेक भैया पहले से ही आपको दूसरे लड़कों के साथ गलत सम्बन्ध बनाने के लिए उकसाते रहें ! ".
अनिकेत की बात सुनकर मेघना के होंठों पर एक हल्की सी व्यंग्य भरी मुस्कान खेल गई.
" तुम बहुत अच्छे लड़के हो अनिकेत... तुम्हारा मन साफ है. मेरी जैसी शादीशुदा औरत के चक्कर में कहाँ पड़ गये तुम यार ! जाओ... एक अच्छी सी गर्लफ्रेंड ढूंढ लो... मिल जाएगी तुम्हें... हैंडसम भी हो ! ". मेघना ने मुस्कुराते हुये कहा.
" और मेरे जाने के बाद आप क्या करेंगी भाभी ? ". मेघना की नाभी को अपनी उंगली से सहलाते हुये अनिकेत ने धीमी आवाज़ में पूछा. " किसी दूसरे मर्द के साथ सेक्स ? अभिषेक भैया को खुश करने के लिए... ".
" कभी नहीं अनिकेत... ". मेघना ने अनिकेत की आँखों में झाँकते हुये कहा. " मेरी ज़िन्दगी में तुम्हारे बाद और कोई नहीं आएगा ! ".
" क्यूँ ??? ". अनिकेत ने अपना हाथ मेघना की कमर पर सरकाते हुये पूछा.
" पता नहीं अनिकेत ! ".