उसके सिर के ऊपर उसका पति अभिषेक हाथ में व्हिस्की कि बोतल लिए खड़ा था !!!
मेघना चरमसुख कि ऐसी अवस्था से गुज़र रही थी कि उसके लिए चाह कर भी किसी तरह का रिएक्शन करना संभव ना था. अनिकेत कि पीठ को सहला रहे अपने दांये हाथ को उसकी पीठ से हटाकर मुस्कुराते हुये उसने अपना वो हाथ अपने पति कि ओर बढ़ा दिया.
मगर अभिषेक ने उसका हाथ नहीं थामा !
" I am sorry अभि... ". अटकती हुई सहमी सहमी सी आवाज़ में किसी तरह बस इतना ही मेघना के गले से निकल पाया.
मेघना कि फुसफुसाहट सुन अनिकेत ने आँखें खोली, मेघना को देखा, उसकी नज़र ऊपर कि ओर थी, अचंभित अनिकेत ने अपना मुँह मेघना कि गर्दन से निकाल लिया, और वो जिस ओर देख रही थी, डरते डरते उसने अपनी आँखे भी उसी ओर उठा दी.
" Oh fuck !!! ".
यहाँ सोफे पर अनिकेत पड़ोस कि जिस भाभी को लिटाकर चोद रहा था, उसका पति ठीक उन दोनों के सिरहाने हाथ में शराब कि बोतल लिए खड़ा उन दोनों को ही घूर रहा था !!!
" Oh fuck " के अलावा और क्या निकलता बेचारे अनिकेत के मुँह से ऐसे हालात में ???
" It's okay... it's okay अनिकेत !!! ". एक क्षण के लिए अपने पति पर से अपनी नज़रें हटाकर मेघना अनिकेत का सिर सहलाकर अस्वासन भरे स्वर में बोली, जैसे कि उसे बहला फुसला पुचकार रही हो, और वापस से अपने पति को देखने लगी !
अभिषेक चुपचाप खड़ा रहा !
साधारण अवस्था में अनिकेत एक दो मिनट और टिकता, पर ऐसे कंडीशन में ???... नामुमकिन !
वीर्यपात कि सनसनाहट कि वजह से कुछ भी कर पाने में असमर्थ अनिकेत का पूरा शरीर अचानक से अकड़ गया, मेघना कि जाँघों में फंसे उसके पैर कांपने लगें, उसका मुँह मेघना के कंधे पर लुढक गया, और उसके लण्ड ने फलफलाकर उल्टी कर दी !
मेघना कि चूत से भी पानी का अंतिम फव्वारा ठीक उसी समय फूट पड़ा !
बीस सेकंड में ही Condom वीर्य से लबालब भरकर टाइट चूत के भीतर ही गुब्बारे कि तरह फूल गया !
मेघना ने अनिकेत को करीब तीन चार मिनट तक अपने ऊपर लिटाये रखा, और उसका सिर, उसकी पीठ, उसकी कमर सहलाती रही. उसे पता था कि झड़ते वक़्त लड़कों को ढेर सारे प्यार और आदर कि ज़रूरत पड़ती है, ताकि बेचैन लण्ड को शांति और ठंडक पहुँचे !!!
झड़ कर पस्त हुये अनिकेत का मन तो बहुत था कि मेघना भाभी के बदन से और बीस पचीस मिनट ऐसे ही लिपटा पड़ा रहे...
पर खेल खत्म हो चुका था !!!
Game over...
माल गिर जाने के बाद कामवासना थोड़ी सी ठंडी हुई तो अनिकेत हड़बड़ाकर मेघना के शरीर से अलग होते हुये उठ पड़ा. वो सोफे से उठकर खड़ा होना चाहता था, पर घबराहट में लड़खड़ाकर वहीँ सोफे पर मेघना के पैरों के पास गिर पड़ा, और बैठ गया !
अभिषेक ने एक नज़र अपनी बीवी के आशिक को देखा.
हतप्रभ बैठे अनिकेत कि आँखें बड़ी हो चली थीं और उसका मुँह खुला हुआ था. वो धीरे धीरे हाँफ रहा था, झड़ने कि वजह से या फिर अभिषेक के डर से... पता नहीं ! धीरे धीरे ढीला पड़ रहा उसका लण्ड उसकी जाँघ पर लुढक कर ज़ोर ज़ोर से फड़क रहा था, जिस पर वीर्य से भर चुका Condom अभी भी चढ़ा हुआ था !!!
अभिषेक ने अपनी नज़रें फेर ली !
मेघना कि चूत भी अब झड़कर शांत हो चुकी थी. अपने पेट से सरकाते हुये उसने अपना बांया हाथ अपनी जाँघों के बीच लेजाकर अपनी चूत को छुआ, हल्के से दबाया तो लस्सेदार चिपचिपे पानी कि आखरी बूंद चूत कि फटी हुई छेद से बाहर चू पड़ी. अपनी चूत को थोड़ा सा सहलाने के बाद मेघना ने अपनी फैली हुई टांगें आपस में सटाकर अपनी चूत को ढंक लिया.
अभिषेक ने शराब कि बोतल मुँह से लगाकर व्हिस्की कि एक और घूंट पी ली.
अपने हाथों का सहारा लेकर मेघना सोफे पर से थोड़ी सी उठी और अभिषेक कि गर्दन पकड़कर उसके होंठ चूमने चाहे, तो अभिषेक ने अपना मुँह घुमा लिया. मेघना ने उसके गाल चूम लियें.
मेघना को पता था कि अब सैलाब आने वाला है...
अभिषेक कि नज़र अनायास ही अपनी पत्नि कि गदराई जाँघों के बीच दबी छुपी उसकी चूत पर चली गई, जिसपर लाल मेहंदी से लिखे अक्षर अब थोड़े फीके पड़ चुके थें, पर अंग्रेजी के वो दो शब्द इस वक़्त उसकी पत्नि के चरित्र को सबसे अधिक परिपूर्ण ढंग से बयां कर रहें थें -
मेघना चरमसुख कि ऐसी अवस्था से गुज़र रही थी कि उसके लिए चाह कर भी किसी तरह का रिएक्शन करना संभव ना था. अनिकेत कि पीठ को सहला रहे अपने दांये हाथ को उसकी पीठ से हटाकर मुस्कुराते हुये उसने अपना वो हाथ अपने पति कि ओर बढ़ा दिया.
मगर अभिषेक ने उसका हाथ नहीं थामा !
" I am sorry अभि... ". अटकती हुई सहमी सहमी सी आवाज़ में किसी तरह बस इतना ही मेघना के गले से निकल पाया.
मेघना कि फुसफुसाहट सुन अनिकेत ने आँखें खोली, मेघना को देखा, उसकी नज़र ऊपर कि ओर थी, अचंभित अनिकेत ने अपना मुँह मेघना कि गर्दन से निकाल लिया, और वो जिस ओर देख रही थी, डरते डरते उसने अपनी आँखे भी उसी ओर उठा दी.
" Oh fuck !!! ".
यहाँ सोफे पर अनिकेत पड़ोस कि जिस भाभी को लिटाकर चोद रहा था, उसका पति ठीक उन दोनों के सिरहाने हाथ में शराब कि बोतल लिए खड़ा उन दोनों को ही घूर रहा था !!!
" Oh fuck " के अलावा और क्या निकलता बेचारे अनिकेत के मुँह से ऐसे हालात में ???
" It's okay... it's okay अनिकेत !!! ". एक क्षण के लिए अपने पति पर से अपनी नज़रें हटाकर मेघना अनिकेत का सिर सहलाकर अस्वासन भरे स्वर में बोली, जैसे कि उसे बहला फुसला पुचकार रही हो, और वापस से अपने पति को देखने लगी !
अभिषेक चुपचाप खड़ा रहा !
साधारण अवस्था में अनिकेत एक दो मिनट और टिकता, पर ऐसे कंडीशन में ???... नामुमकिन !
वीर्यपात कि सनसनाहट कि वजह से कुछ भी कर पाने में असमर्थ अनिकेत का पूरा शरीर अचानक से अकड़ गया, मेघना कि जाँघों में फंसे उसके पैर कांपने लगें, उसका मुँह मेघना के कंधे पर लुढक गया, और उसके लण्ड ने फलफलाकर उल्टी कर दी !
मेघना कि चूत से भी पानी का अंतिम फव्वारा ठीक उसी समय फूट पड़ा !
बीस सेकंड में ही Condom वीर्य से लबालब भरकर टाइट चूत के भीतर ही गुब्बारे कि तरह फूल गया !
मेघना ने अनिकेत को करीब तीन चार मिनट तक अपने ऊपर लिटाये रखा, और उसका सिर, उसकी पीठ, उसकी कमर सहलाती रही. उसे पता था कि झड़ते वक़्त लड़कों को ढेर सारे प्यार और आदर कि ज़रूरत पड़ती है, ताकि बेचैन लण्ड को शांति और ठंडक पहुँचे !!!
झड़ कर पस्त हुये अनिकेत का मन तो बहुत था कि मेघना भाभी के बदन से और बीस पचीस मिनट ऐसे ही लिपटा पड़ा रहे...
पर खेल खत्म हो चुका था !!!
Game over...
माल गिर जाने के बाद कामवासना थोड़ी सी ठंडी हुई तो अनिकेत हड़बड़ाकर मेघना के शरीर से अलग होते हुये उठ पड़ा. वो सोफे से उठकर खड़ा होना चाहता था, पर घबराहट में लड़खड़ाकर वहीँ सोफे पर मेघना के पैरों के पास गिर पड़ा, और बैठ गया !
अभिषेक ने एक नज़र अपनी बीवी के आशिक को देखा.
हतप्रभ बैठे अनिकेत कि आँखें बड़ी हो चली थीं और उसका मुँह खुला हुआ था. वो धीरे धीरे हाँफ रहा था, झड़ने कि वजह से या फिर अभिषेक के डर से... पता नहीं ! धीरे धीरे ढीला पड़ रहा उसका लण्ड उसकी जाँघ पर लुढक कर ज़ोर ज़ोर से फड़क रहा था, जिस पर वीर्य से भर चुका Condom अभी भी चढ़ा हुआ था !!!
अभिषेक ने अपनी नज़रें फेर ली !
मेघना कि चूत भी अब झड़कर शांत हो चुकी थी. अपने पेट से सरकाते हुये उसने अपना बांया हाथ अपनी जाँघों के बीच लेजाकर अपनी चूत को छुआ, हल्के से दबाया तो लस्सेदार चिपचिपे पानी कि आखरी बूंद चूत कि फटी हुई छेद से बाहर चू पड़ी. अपनी चूत को थोड़ा सा सहलाने के बाद मेघना ने अपनी फैली हुई टांगें आपस में सटाकर अपनी चूत को ढंक लिया.
अभिषेक ने शराब कि बोतल मुँह से लगाकर व्हिस्की कि एक और घूंट पी ली.
अपने हाथों का सहारा लेकर मेघना सोफे पर से थोड़ी सी उठी और अभिषेक कि गर्दन पकड़कर उसके होंठ चूमने चाहे, तो अभिषेक ने अपना मुँह घुमा लिया. मेघना ने उसके गाल चूम लियें.
मेघना को पता था कि अब सैलाब आने वाला है...
अभिषेक कि नज़र अनायास ही अपनी पत्नि कि गदराई जाँघों के बीच दबी छुपी उसकी चूत पर चली गई, जिसपर लाल मेहंदी से लिखे अक्षर अब थोड़े फीके पड़ चुके थें, पर अंग्रेजी के वो दो शब्द इस वक़्त उसकी पत्नि के चरित्र को सबसे अधिक परिपूर्ण ढंग से बयां कर रहें थें -
"Everyone's Slut"