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मनमोहक गंदी कहानियाँ... RoccoSam
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अनिकेत मेघना के चेहरे, गर्दन, और कंधो को बेतहाशा चूम रहा था, और इसी वजह से मेघना दरवाज़े कि ओर नहीं देख पा रही थी, कि उसका पति क्या कर रहा है. बड़ी ही अजीब सी सिचुएशन में सब कुछ हो रहा था ये सच तो है, पर कोई किसी को इतना चूमेगा चाटेगा तो उत्तेजित होना तो लाज़मी ही है ना. आखिरकार मेघना कि आँखें अपने आप बंद हो गई और वो भी अनिकेत का सिर पकड़कर उसके बाल सहलाने नोंचने लगी. बंद आँखों से उसे बस अपने पति के वहाँ किसी भी क्षण आकर उनकी इस अवैध अनैतिक रासलीला में विघ्न डालने कि प्रतीक्षा होने लगी. वो कैसे होगा, पता नहीं. शायद अभिषेक अचनाक से उन दोनों को पकड़कर झटकते हुये उठाकर एक दूसरे से अलग कर देगा, या फिर उन दोनों को बिना हाथ लगाए कुछ कहेगा, कुछ भी, Something like... " क्या चल रहा है ये ??? ".

मेघना को तो इसकी जानकारी थी, पर अनिकेत ??? बेचारे कि क्या दुर्दशा होगी अगर अभिषेक इस तरह से आ धमका तो !!!

पर ऐसा कुछ होने वाला नहीं, मेघना को जल्द ही समझ आ गया... Well... कम से कम अभी के अभी तो नहीं !

अभिषेक को अगर उन दोनों को रोकना होता तो कब का रोक चुका होता कि नहीं ? पता नहीं वो क्या खेल खेलने जा रहा था - मेघना कि समझ से बाहर था, और सच कहें तो, अनिकेत के साथ अब वो सेक्स में इतनी आगे तक बढ़ चुकी थी कि इतनी सारी बातों पर ध्यान देना और सोचना और साथ ही साथ सेक्स को एन्जॉय करना, उसके लिए संभव ना था, और ना ही अब उसे अपने पति कि प्रतिक्रिया कि कोई परवाह रही !

अनिकेत ने जब मेघना कि छाती पर अपना मुँह रगड़ना शुरू किया, तो मेघना ने अपनी ब्रा खोले बगैर अपनी दूसरी चूची भी ब्रा से बाहर निकालकर उसे दे दी. अनिकेत ने लपककर उसकी चूची का गुलाबी निप्पल अपने मुँह में भर लिया और मेघना का दूध पीने लगा. हालांकि अनिकेत अपने घर में अपनी मूठ निकाल आया था, वो भी एक बार नहीं, बल्कि दो दो बार ( मेघना से उसने एक बार ही कहा ये बात और है ), मगर अब उसकी सारी चतुराई, सारी चालाकी खटाई में पड़ती नज़र आ रही थी. मेघना भाभी कि जाँघों और चूत में लगातार लण्ड घिसने से अब उसका लण्ड सिर्फ तनकर पूरा सख़्त खड़ा ही नहीं हो गया था, बल्कि उसके अंडकोष में बढ़ता दर्द उसे इस बात कि चेतावनी भी दे रहा था कि उसका वीर्य अब निकलने ही वाला है !!!

मेघना भाभी ऐसी गरम चीज़ ही जो थी !

अपने शीघ्रपतन कि ओर बढ़ती अवस्था का मेघना को बिना किसी प्रकार का शक दिलाये अनिकेत ने अपनी कमर थोड़ी सी हिला डूला कर बड़ी ही चालाकी से अपना लण्ड एडजस्ट करके उसकी गांड़ कि तह में घुसाकर रख छोड़ा. मेघना कि चूत से हटकर अब जब उसका लण्ड उसकी गांड़ कि नरम छेद से जा सटा, तो उसके अंडकोष में उबलता वीर्य कुछ देर के लिया निस्तेज हो गया. झड़ने कि चिंता से दूर अब अनिकेत मन भर कर मेघना कि चूची चूसने लगा !

मेघना कि जाँघों के बीच से अब एक अजीब तरह कि गंध निकलकर पूरे कमरे में फ़ैलने लगी. ये वही महक थी जो लड़कियां अपने Fertility के दिनों में अपने सेक्स पार्टनर को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए प्रयोग में लाती हैं, कभी कभी जानबूझकर, और कभी कभी अज्ञानतावश, ताकि उनका पार्टनर उन्हें चोदकर प्रेग्नेंट कर सके. वैसे मेघना का ऐसा कोई मकसद तो ना था, पर वो अपने बदन में धीरे धीरे आ रहे इस परिवर्तन से लाचार थी. उसकी चूत का पानी बहना रुक ही नहीं रहा था ! और अब तो पतले पानी के साथ साथ उसकी चूत से सफ़ेद सफ़ेद गाढ़ा लसलसा मलाई जैसा भी कुछ चूने लगा था, जिसकी वजह से गंध और तेज़ हो गई थी. पूरे कमरे को अपनी चूत कि कस्तूरी खुशबु से महकाने के बाद अब उसी गंध में डूबकर वो खुद भी निढाल होने लगी.

यहाँ तक कि दूर खड़े अभिषेक कि नाक तक भी वो गंध जा लगी. अभिषेक के लिए ये यकीन कर पाना मुश्किल था कि उसकी पत्नि कामोत्तेजित अवस्था में इतनी मादक तरीके से महकती है... उसके साथ सेक्स के दौरान तो कभी ऐसा नहीं हुआ ! मतलब ये कमीना अनिकेत कुछ तो सही कर रहा होगा, अभिषेक कि तुलना में वो बहुत हद तक जवान भी तो है ! पर तो क्या हुआ ? अभिषेक उसका पति है... अपने पति के साथ होने पर मेघना कि ख़ुशी का प्रश्न ही कहाँ से आता है ?? बड़ी बेहया औरत है ये तो, जो अपने पति के सामने ही पड़ोस के लड़के के साथ सोई हुई गरम हो रही है ! लेकिन फिर क्या ये वही गेम नहीं है जो इतने दिनों से अभिषेक खेलना चाहता था ???

हाँ है... पर इस कमीने अनिकेत के साथ नहीं !!!

गुस्से से अभिषेक ने आधी सिगरेट बिना पिए ही फेंक दी, और चुपचाप अपनी जगह पर खड़ा खड़ा आगे अपनी बेवफा बीवी कि लज्जाहीन अंतरंग लम्हों को देखने लगा ।

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RE: मनमोहक गंदी कहानियाँ... RoccoSam - by usaiha2 - 23-07-2021, 02:55 PM



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