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मनमोहक गंदी कहानियाँ... RoccoSam
Heart 
अनिकेत के लिए ये बहुत ही शॉकिंग था, क्यूंकि वो मेघना भाभी और उसके पति के Fantasies के बारे में नहीं जानता था, और तो और, बस ये शब्द ही उसे इतने गंदे लग रहें थें, उसे तो ये पता ही नहीं था कि दोनों पति पत्नि ने साथ साथ मिलकर और क्या क्या कारनामें किये थें, क्या क्या गुल खिलाये थें !


मेघना को पता था कि अनिकेत को अचंभा हुआ है, इसी वजह से तो इतने दिनों उसने उसे अपनी चूत नहीं दिखाई थी, कि वो पता नहीं क्या सोचेगा. और अब जब दिखाई भी तो ऐसे समय में जबकि उसका पति भी मौजूद है ! वो डर रही थी कि कहीं अनिकेत इसके बारे में पूछ ना बैठे, और फिर से अभिषेक के बारे में उल्टा सीधा ना बकने लगे, अभिषेक सुनेगा तो कतई अच्छा ना होगा. अनिकेत का ध्यान भटकाने के लिए मेघना ने तुरंत पूछा.

" पसंद नहीं आई क्या ? ".

अनिकेत अब भी अवाक खड़ा रहा.

" मेरी बूर ??? ". मेघना मुस्कुराई.

मेघना भाभी भी " बूर " बोल रही है - ये अनिकेत के लिए बहुत ही हास्यास्पद था, और कुछ हद तक हॉट और सेक्सी भी ! मेघना कि चिंता के विपरीत अनिकेत ने ऐसा वैसा कुछ नहीं कहा या पूछा. बस उसकी बात पर हँस कर रह गया.

" बहुत क्यूट है...". अनिकेत बोला. " बस मेहंदी का रंग अब फीका पड़ रहा है ! ".

मेघना कुछ नहीं बोली, बस उसे तो ये नौटंकी खत्म होने का इंतज़ार था. बेचारी आज अनिकेत के साथ सेक्स ठीक से एन्जॉय भी नहीं कर पायेगी... अपने पति कि वजह से ! पिछले बार कितना मज़ा दिया था उसे अनिकेत ने, ये बात और है कि मेघना ने उसके सामने कभी ये बात ज़ाहिर नहीं कि थी...

मेघना ने अनिकेत के हाथ से Condom का पैकेट ले लिया, उसे सोफे पर फेंका, और फिर खुद भी चलकर सोफे पर जा बैठी. अनिकेत समझ गया कि आज मेघना भाभी सोफे पर चोदाना चाहती है. बिना और वक़्त ज़ाया किये उसने झटपट अपनी टी शर्ट, जीन्स, और जांघिया उतार फ़ेंकी.

जब अनिकेत अपने कपड़े उतार रहा था तो दरवाज़े कि आड़ में छुपे अभिषेक को ना चाहते हुये भी उसका लण्ड देखने कि प्रबल इच्छा हुई... एक्चुअली वो ये देखना चाहता था कि ये लड़का उससे कितना अलग है जो उसकी पत्नि उसकी वजह से चीटिंग करने पर आमादा हो गई ! अनिकेत कि पीठ उसकी ओर होने के कारण अभिषेक कि ख्वाहिश उस वक़्त पूरी नहीं हुई.

अपने पूरे कपड़े उतारकर नंगा अनिकेत सोफे पर बैठी मेघना के पैरों के पास नीचे ज़मीन पर जा बैठा. उसने मेघना के घुटने चूमकर ऊपर उसकी आँखों में देखा तो उसका इशारा समझकर मेघना ने अपनी टांगें खोल दी. मेघना कि गदराई जाँघों के बीच से होते हुये अनिकेत का मुँह जैसे जैसे उसकी चूत कि ओर बढ़ रहा था, पनियाई हुई चूत से आ रही मादक गंध धीरे धीरे तेज़ होते जा रही थी. अनिकेत का मुँह जब मेघना कि चूत से मात्र एक इंच कि दूरी पर ही था तो अचानक से मेघना ने अपनी दोनों जाँघों से उसका चेहरा जकड़कर उसे और आगे बढ़ने से रोक लिया. मेघना ने चोरी से अपनी आँखें ऊपर उठाकर दूर दरवाज़े पर छिपे खड़े अपने पति को देखा, अभिषेक से उसकी एक सेकंड भर के लिए नज़र मिली, उसका चेहरा अब भी कठोर और भावहीन था !

मेघना ने अनिकेत के चेहरे पर से अपनी जाँघों कि पकड़ ढीली कर दी !!!

अनिकेत का मुँह मेघना कि नंगी चूत से एकबारगी जा टकराया, अपनी चूत कि नर्म त्वचा पर अनिकेत के गरम होंठों का स्पर्श पाते ही मेघना कि चूत से पानी कि एक पतली सी धार चू पड़ी ! मेघना कि चूत को एक बार चूमने के बाद उसमें अपनी नाक घुसेड़कर अनिकेत ने ज़ोर से एक लंबी गहरी साँस ली, तो सूखे किशमिश जैसी एक तीव्र महक सीधे उसके ज़हन में जा समाई. गंध इतनी तेज़ थी कि अनिकेत को लगा कि उसका सिर चकराकर वो वहीँ गिर पड़ेगा !

मगर मेघना भाभी के नशे में बेहोश होने से पहले उसे अभी बहुत कुछ करना था !

मेघना कि चूत के दोनों होंठो को अलग करती हुई बीच कि पतली सी टाइट लकीर को अनिकेत ने तीन चार बार ही अपनी जीभ से चाटा होगा, कि उत्तेजित होकर चूत कि फांक अपने आप फ़ैल गई. अनिकेत ने तुरंत अपनी जीभ चूत कि छेद में डाल दी और चूत के भीतर के मुलायम त्वचा को कुरेदने लगा. मानो अनिकेत कि इस हरकत के पुरस्कार स्वरुप मेघना कि चूत ने फिर से नमकीन पानी छोड़ दिया. अपनी जीभ चूत के अंदर ही छोड़कर अनिकेत ने चूत से चिपके अपने होंठ खोलकर जितना हो सका, उतना पानी चूस चूस कर अपनी मुँह में भर लिया, और बाकि का पानी नीचे सोफे पर गिर जाने दिया !!!

मुँह में भरा नमकीन महकदार पानी गले के अंदर गटककर चूत से अपना चेहरा हटाये बिना अनिकेत ने आँखें ऊपर करके मेघना को देखा.

मेघना भाभी कि आँखें बंद थीं !!!

ये यकीन होते ही कि वो सब कुछ सही कर रहा है और मेघना भाभी को आनंद मिल रहा है, अनिकेत वापस से अपने काम में लीन हो गया. ज़ाहिर है उसे आज से पहले कभी चूत चाटने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ था, और ना ही उसे इसका कोई Practical Experience ही था, सो जो कुछ भी उसने गंदी फिल्मों से सीखा था, उसी को उसने काम में लाया, और मेघना कि प्रतिक्रिया से साफ ज़ाहिर था कि वो पूरी तरह से सफल भी रहा !

टीवी पर चल रहे फुटबॉल मैच के शोर में भी चूत चूसने कि चप चप कि ध्वनि और मेघना के मुँह से निकल रही धीमी धीमी कराहने कि आवाज़ साफ सुनी जा सकती थी.

लगभग अपनी साँसे रोके हुये करीब बीस मिनट तक मेघना कि चूत चूमने, चाटने, और चूसने के बाद अनिकेत को थोड़ा चैन आया. मन तो नहीं भरा था उसका, पर उसके अंडकोष में बढ़ रहा तनाव उसे अब आगे बढ़ने के लिए उत्साहित करने लगा !

पूरी तरह से गीली हो चुकी चूत से अब एक अलग ही तरह कि खुशबु आ रही थी, कुछ कुछ कस्तूरी जैसी ! अनिकेत ने अंतिम बार मेघना कि पनियाई हुई चूत सूंघी, उसे चूमा, और फिर अपने घुटनों पर से उठ खड़ा हुआ. ये सारा समय मेघना अपनी आँखें बंद ही रखे हुई थी. अनिकेत को उठता हुआ महसूस कर अब जब उसकी आँखें खुली तो अनिकेत का चेहरा उसके सामने था. मेघना हल्के से मुस्कुराई, तो अनिकेत ने उसके होंठ चूम लिए. अनिकेत के होंठों से आ रही अपनी खुद कि ही चूत कि गंध और नमकीन स्वाद से मेघना के ऊपर एक अजीब तरह कि मस्ती छाने लगी.

और उधर अनिकेत का लण्ड देखने कि अभिषेक कि ख्वाहिश अब पूरी होने वाली थी !!!

मेघना को चूमते हुये अनिकेत जब सोफे पर उसके ऊपर चढ़ा, तो बगल से उसका झूलता हुआ लण्ड दिख गया. अभिषेक कि आँखें बड़ी होने लगीं. अनिकेत का लण्ड वाकई में अच्छा खासा बड़ा था, और अगर मेघना कहे कि उसने उसका लण्ड देखकर ही अपने पति से दगाबाज़ी करने कि सोची, तो अभिषेक को कोई आश्चर्य नहीं होगा !!!

अपने बदन पर अनिकेत के शरीर का भार महसूस करते ही मेघना धीरे धीरे सोफे पर पूरी तरह से लेट गई, और अनिकेत उसकी टांगों में अपनी टांगें फंसाकर उसके ऊपर चढ़ गया.

अपनी चूत चुसवाकर अपना पानी निकलवाने के बाद अब मेघना का मन तो बहुत था कि आज अनिकेत से पुरजोर चुदे , पर जब उसका पति छुपकर सब कुछ देख रहा हो तो वो चुदवाये भी तो कैसे, और चुदवाये तो सही, पर उसका आनंद कैसे उठाये !!!

बहरहाल मेघना ने मन में ही सारी प्लानिंग कर ली थी कि खेल कैसे जल्द से जल्द ख़त्म करना है - कम उम्र के इस लड़के को ज़रूरत से ज़्यादा उत्तेजित करके उसका समय से पहले ही वीर्य निकाल देना मेघना के लिए किसी चैलेंज कि गिनती में भी नहीं आता था.

लेकिन आज चीज़े शुरू से ही उसके फेवर में नहीं जा रहीं थीं !!!

अपने और अनिकेत के पेट के बीच से हाथ घुसाकर मेघना ने उसका लण्ड टटोलकर देखा तो पाया कि उसका लौड़ा ठीक से खड़ा ही नहीं हुआ था ! ये मेघना के लिए बड़ी चिंता कि बात थी, क्यूंकि उसके साथ अनिकेत ने जितनी देर भी फोरप्ले किया था, उसकी उत्तेजना में तो उसका लण्ड खड़ा होकर अब तक झड़ भी जाना चाहिए था !

इससे पहले कि मेघना भाभी उससे लण्ड खड़ा ना होने के बारे में पूछकर उसे शर्मिंदा करे, उसका आशय समझकर अनिकेत तपाक से बोला.

" यहाँ आने के ठीक पहले घर के बाथरूम में मैंने मूठ मार लिया था भाभी जी... ताकि आज आपको देर तक प्यार कर सकूँ !!! ".

ये लो ! आज ही मेघना को जल्दी थी, और आज ही ये चालू लड़का माल गिराकर आया है... मतलब खूब पेलेगा आज ये हरामी !

" हम्म्म्म... बदमाश ! ". एक ठंडी साँस लेते हुये मेघना ने एकदम धीरे से कहा, ताकि उसका पति ना सुन ले, और जबरदस्ती मुस्कुरा दी.

अनिकेत ने ऊपर खिसककर मेघना कि सिंधुर से भरी मांग चूम ली, और फिर उसकी चूत पर अपना आधा खड़ा लण्ड घिसते हुये उसके साथ चुम्मा चाटी शुरू कर दी. मेघना ने अपने दोनों हाथ उसके पीठ से लपेटकर उसे अपने बदन से चिपका लिया.

अजीब विडंबना थी बेचारी कि - इतने दोनों जब उसका पति उसे गैर मर्द के साथ सेक्स करने को उकसाता मनाता रहा तो उसकी कोई इच्छा नहीं हुई , और आज जब वो अपनी मर्ज़ी से इस लड़के के साथ शारीरिक सुख भोगना चाहती है, तो उसके पति कि इसमें रज़ामंदी नहीं है !!!

वैसे मेघना को पूरा यकीन था कि उन दोनों के बीच सेक्स शुरू होने से पहले ही उसका पति ज़रूर आकर Interrupt कर देगा !

लेकिन यहाँ मेघना कि सोच गलत पड़ गई !!!

अभिषेक ने एक सिगरेट सुलगाई और दरवाज़े पर और आराम से खड़ा होकर आगे अपनी बीवी कि बेवफाई के इस खेल में आने वाले दिलचस्प पड़ावो और लम्हों को देखने के लिए तैयार हो गया !
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RE: मनमोहक गंदी कहानियाँ... RoccoSam - by usaiha2 - 23-07-2021, 02:47 PM



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