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मनमोहक गंदी कहानियाँ... RoccoSam
साड़ी से चिपकी मेघना कि चूत थोड़ी देर और सूंघने के बाद अनिकेत ने अपना चेहरा उसकी जाँघों के बीच से बाहर निकाल लिया और ऊपर देखा, मेघना कि आँखें अभी भी बंद थीं. अनिकेत के लिए यही सही अवसर था !!! उसने अपने दोनों हाथों से मेघना के पैरों पर फैली साड़ी को पेटीकोट सहित पकड़कर ऊपर उठाया, और उठाता ही गया, पहले उसके घुटने नंगे हुये, और फिर उसकी जाँघे !


चिकनी गदराई जाँघों पर नज़र पड़ते ही अनिकेत कि आँखें फ़ैलकर बड़ी हो गईं. बेसब्री से उसने साड़ी और ऊपर उठाई, और ठीक जब मेघना कि चूत दिखने ही वाली थी, तो मेघना को दुबारा होश आ गया ! झट से मेघना ने अपनी आँखें खोल ली और अपने दोनों हाथों से लगभग अपनी कमर तक ऊपर उठ आई साड़ी को पकड़कर और ऊपर चढ़ने से रोक लिया, और अनिकेत के हाथ झटककर अपने कपड़ो से हटा दिया !

मेघना कि साड़ी और पेटीकोट वापस से सरसराकर नीचे आ गिरें और उसकी नंगी टांगें पुनः ढंक गई. हताश हुये अनिकेत ने एक ठंडी आह भरी और अपने घुटनों पर से उठ खड़ा हुआ.

" What you doing अनिकेत ??? ". मेघना बुदबुदाई.

अपनी टाइट जीन्स में लण्ड के एक ऊँचे से तम्बू के साथ निर्लज्ज खड़ा अनिकेत बस मुस्कुराता रहा !!!

" अब बस भी करो... ". मेघना फिर से बोली.

जवाब में अनिकेत ने आगे बढ़कर मेघना के होंठ चूम लियें. ना जाने क्यूँ पर इस बार मेघना भी इस चुम्बन में उसका साथ देने लगी. उसने महसूस किया कि अनिकेत फिर से उसकी साड़ी और पेटीकोट के साथ छेड़खानी कर रहा है, पर इस बार उसने उसे रोका नहीं. मेघना कि साड़ी वापस से उसकी जाँघ तक ऊपर उठाकर अनिकेत उससे अब पूरी तरह से लिपट कर खड़ा हो गया. दोनों के होंठ अब भी आपस में जुड़े हुये थें. और तभी अपनी साड़ी के अंदर अपनी जाँघों पर मेघना ने कुछ सख़्त सा मगर नरम नरम स्पर्श महसूस किया.

मेघना समझ गई कि अनिकेत ने अपनी जीन्स से अपना लण्ड बाहर निकाल लिया है !!!

जितनी भी शक्ति थी उतनी शक्ति लगाकर मेघना ने अपनी दोनों जाँघे आपस में सटाकर भींच ली, ताकि अनिकेत अपना लण्ड उसकी चूत में डाल ना सके. मेघना को चूमने में मग्न अनिकेत ने बिना नीचे देखे ही अपनी कमर आगे कि ओर उचकाई तो उसका लण्ड मेघना कि चूत के ठीक नीचले हिस्से के जाँघ कि त्वचा से जा टकराया. अनिकेत ने एक दूसरा धक्का लगाया तो उसके लण्ड के मुँह पर कि चमड़ी पीछे उलट गई, और उसके लण्ड का सुपाड़ा खुलकर बाहर निकल आया और मेघना कि आपस में सटी हुई जाँघों के बीच कि फांक में छिटककर घुस गया !

एक तो अनिकेत वर्जिन था और दूसरे वो बिना नीचे देखे सब कुछ कर रहा था - सो मेघना कि नरम जाँघों कि फांक को ही उसने उसकी चूत समझ लिया !!! फाइनली, उसका लण्ड मेघना भाभी कि चूत में था - ये उत्तेजक एहसास अनिकेत के बर्दास्त के बाहर था !

अनिकेत का पूरा शरीर अचानक से सिहर उठा, उसने मेघना के होंठों पर अपने होंठों कि पकड़ और कस दी, और तभी मेघना ने अपनी जाँघों कि दरारों में गरम लसलसा सा गाढ़ा पानी भरता हुआ महसूस किया ! वो समझ गई कि अनिकेत का लण्ड झड़ रहा है !!!

मेघना ने अपनी टांगों को थोड़ा सा फ़ैलाकर अनिकेत के लण्ड को अपनी दोनों जाँघों के बीच कि फांक में पूरी तरह से घुस जाने दिया, ताकि झड़ने के समय उसे थोड़ा आराम मिले. लण्ड कि पिचकारी छूटी तो अनिकेत का चुम्बन पर से ध्यान हट गया. उसके होंठ मेघना के होंठों पर से फिसल पड़ें और उसका मुँह उसकी गर्दन पर लुढक गया. मेघना के बदन से लिपटा अनिकेत इस कदर कांप रहा था मानो उसे बुखार हुआ हो और उसे किसी ने बर्फ पर लिटा दिया हो.

" It's okay... it's okay अनिकेत !!! ". मेघना एक हाथ से उसका सिर और दूसरे हाथ से उसकी पीठ सहला सहलाकर उसे शांत करने लगी.

करीब दस मिनट तक अनिकेत के लण्ड से वीर्य रिस रिस कर निकलता रहा. इस दौरान मेघना कि बाहों में वो खड़ा खड़ा छटपटाता रहा. बीस मिनट बाद जब उसका अंडकोष खाली हो गया तो उसका ढीला पड़ चुका लण्ड अपने आप मेघना कि जाँघों के बीच से फिसलकर बाहर निकल आया. मेघना कि जाँघे उसके लस्सेदार वीर्य से भींगकर चटचट कर रहीं थीं, उसके घुटने, नीचला पैर, पेटीकोट, साड़ी, हर जगह गाढ़ा वीर्य लग गया था !

अनिकेत ने अपना मुँह मेघना के कंधे से उठाया और उसकी गाल को चूम कर उससे अलग हो गया. अपनी साड़ी और पेटीकोट ठीक करते करते मेघना कि नज़र पहली बार अनिकेत के नंगे लण्ड पर पड़ी. उसका लण्ड उसके अंडकोष के साथ जीन्स कि खुली हुई ज़िप से बाहर निकला हुआ ज़ोर ज़ोर से फड़क रहा था. झड़ जाने कि वजह से लण्ड धीरे धीरे सिकुड़ रहा था, पर उसका आकार देखकर मेघना ने अंदाज़ा लगा लिया कि वो पूरी तरह से खड़ा होने पर कितना बड़ा दिखता होगा, लगभग 7 से 8 इंच लम्बा तो होगा ही, और खासकर के उसका गुलाबी सुपाड़ा, जो कि 3 इंच से कम मोटा नहीं होगा ! अनिकेत कि उम्र के हिसाब से और वो जितना क्यूट और हैंडसम दिखता था, मेघना ने सोचा नहीं था कि उसका लण्ड असल में इतना बड़ा और मोटा होगा. अपने पति के छोटे से नार्मल साइज़ के लण्ड के सामने अनिकेत का जवान लण्ड वाकई काबिले तारीफ़ था, मगर मेघना कि मज़बूरी थी कि वो उसके लौड़े का बखान खुद उसके सामने नहीं कर सकती थी !!!

मेघना कि साड़ी अस्तव्यस्त और गन्दी हो गई थी, तो उसने साड़ी खोलकर वहीँ नीचे ज़मीन पर फेंक दी. अब वो अनिकेत के सामने सिर्फ ब्लाउज़ और पेटीकोट में खड़ी थी. अभी अभी जो कुछ भी उन दोनों के बीच हुआ था उसकी वजह से वो अनिकेत से आँख मिलाने में शर्मा रही थी, पर उसके सामने खड़ा अनिकेत उसे मन भर के निहार रहा था, ख़ासकर अब, जब कि उसने अपनी साड़ी उतार फ़ेंकी थी.

अनिकेत कि ललचाई नज़र को देखकर मेघना मुस्कुरा उठी, वो समझ गई कि उसका मन नहीं भरा है, बेचारे का शीघ्रपतन जो हो गया था, और वो भी बगैर चोदे ही !
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RE: मनमोहक गंदी कहानियाँ... RoccoSam - by usaiha2 - 23-07-2021, 02:27 PM



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