Thread Rating:
  • 7 Vote(s) - 3 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
मनमोहक गंदी कहानियाँ... RoccoSam
#33
निधी ने अपना पेटीकोट पैरों से निकाल कर वहीं बिस्तर पर रख दिया और रोहित के तकिये पर उसके मुँह के सामने अपनी टांगे खोले बैठ गई. उसने अपनी ऊँगलीयों से अपनी योनि के Lips को फैला कर अपने भैया को अंदर का गुलाबी फांक दिखाया. झांट ना होने कि वजह से अब उसके चूत का दाना यानि Clitoris भी साफ दिखाई दे रहा था. रोहित ने आगे बढ़ कर अपनी बहन कि खुली हुई चूत को सूंघा और फिर अपना चेहरा सीधे उसकी जांघों के बीच डाल दिया.

[Image: IMG-20200505-030338.jpg]
निधी अपने भैया के बालों को सहलाते हुए उसे अपनी चूत चटाते रही. कुछ देर बाद रोहित ने अपना मुँह उसकी बूर से बाहर निकाला और उसे कमर से पकड़ कर बिस्तर पे लिटा दिया और खुद उसके ऊपर चढ़ने लगा. निधी ने देखा कि भैया के लण्ड में थोड़ा सा तनाव आ गया है तो वो समझ गई कि वो अब उसे चोदने वाले हैं !

" ऐसे नहीं भैया... ". निधी कुछ और ही प्लान कर रही थी. उसने अपने भैया को अपने ऊपर से धकेल दिया और बिस्तर पर बैठने का इशारा किया. निधी के कहे अनुसार रोहित पलंग पे अपनी पीठ टिका कर अपने दोनों पैर फैलाये बैठ गया तो निधी उसके ऊपर आ कर उसकी गोद में बैठ गई. रोहित ने अपने खड़े लण्ड पर एक Condom चढ़ा लिया और मूठ मार कर लौड़े को ठीक से खड़ा करने लगा.

जब रोहित का लण्ड चोदने लायक ठीक ठाक खड़ा हो गया तो निधी ने अपना गांड़ थोड़ा ऊपर उठा कर एक हाथ से उसके लण्ड को पकड़ कर अपनी चूत में फिट किया और धीरे धीरे भैया कि गोद में बैठने लगी. रोहित का लण्ड अपनी बहन कि बूर का छोटा टाईट छेद फैलाता हुआ अंदर समाने लगा. निधी ने अपने दोनों हाथ भैया के कंधे पर रख दिये और भैया उसके कमर में अपने हाथ डाले उसे अपनी गोद में बैठाये चोदने के लिये रेडी थें !

निधी एकदम आहिस्ते आहिस्ते अपने चूतड़ ऊपर नीचे करती हुई अपने भैया को चोदने लगी. निधी हर बार अपनी गांड़ इतना ऊपर तक उठाती कि भैया के लण्ड का बस सुपाड़ा भर ही उसकी चूत में रह जाता और फिर वो वापस अपनी गांड भैया कि गोद में नीचे तक लाती जब तक कि उसका लण्ड जड़ तक अंदर ना घुस जाता.
[Image: IMG-20200505-030640.jpg]
मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि इस वक़्त मेरी कहानी पढ़ने वाले जितने भी लोग हैं, अगर वो उस वक़्त वहाँ होतें, तो एक भाई का अपनी सगी बहन को इस तरह अपनी गोद में बैठा कर चोदने का कामुक दृश्य देख कर आपका लण्ड आपकी पैंट में ही उल्टी कर देता ( और अगर आप लड़की हो तो आपकी चूत पानी छोड़ देती ).

निधी ने अभी अपने गांड़ पटकने कि स्पीड थोड़ी सी बढ़ाई ही थी कि रोहित ने कहा. " निधी Wait... लगता है Condom फट गया. ".

रोहित ने अपना लण्ड बाहर निकाला तो देखा कि Condom का मुँह फाड़ कर उसका मोटा लाल सुपाड़ा बाहर झांक रहा है. उसने उस फटे Condom को खोले बिना ही उसके ऊपर एक दूसरा Condom पहन लिया और वापस लण्ड अपनी बहन कि चूत में ठूस दिया.

निधी अब अच्छी खासी स्पीड में अपने भैया को पेलने लगी. 5 मिनट के अंदर ही उसकी टाईट चूत ने असर दिखाना शुरू कर दिया और रोहित का पूरा शरीर अकड़ गया. निधी समझ गई कि भैया स्खलित होने वाले हैं तो वो एकदम से रुक गई. उसने अपने ब्लाउज़ खोल कर भैया के दोनों हाथ अपनी चुचियों पर रख दिये तो रोहित उसके बूब्स दबाने मसलने लगा. इस वजह से रोहित का ध्यान भटक गया और उसका वीर्य वापस उसके अंडकोष में लौट गया. निधी ने फिर से चोदन क्रिया शुरू कर दी.

अब चोदते चोदते जब भी रोहित झड़ने के करीब पहुँच जाता, निधी वैसे ही चुदाई एकदम से रोक देती, और जब उसके लण्ड कि उत्तेजना कम हो जाती, तो वो वापस फिर से शुरू हो जाती. अब रोहित कि समझ में आया कि उसकी बहन ने क्यूं उसे अपने ऊपर चढ़ कर पेलने नहीं दिया और वो खुद उसके गोद में बैठ कर क्यूं पेलवा रही है... निधी भैया के शीघ्रपतन को कण्ट्रोल करना चाहती थी !!!

निधी कि तरकीब काम कर रही थी. पूरे 50 मिनट हो गयें थें पर उसके भैया का माल नहीं निकला था... या फिर यूँ कहें कि निधी ने अपने भैया को माल गिराने ही नहीं दिया था ! दरअसल इस पूरे 50 मिनट के चोदा चोदी के दौरान रोहित का लौड़ा अनगिनत बार झड़ने के करीब पंहुचा था, पर उसकी बहन ने उसे झड़ने नहीं दिया था. रोहित का अंडकोष वीर्य से लबालब भर कर अब दर्द करने लगा था. अपना माल गिराने के लिये तरस गया था बेचारा रोहित !!!

अब तो एक घंटे से ज़्यादा हो गयें थें और निधी अपने भैया कि गोद में बैठी उछल उछल कर खुब चुद रही थी. उसका खुब पानी निकला था आज, भैया कि जांघे, उनके अंडकोष और बिस्तर कि चादर सब भीग गई थी बहन कि योनि रस के स्राव से ! बस सिर्फ बेचारे भैया के लण्ड को ही स्खलित होने कि इज़ाज़त नहीं थी !!!
[+] 1 user Likes usaiha2's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: मनमोहक गंदी कहानियाँ... RoccoSam - by usaiha2 - 14-07-2021, 07:19 PM



Users browsing this thread: 2 Guest(s)