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मनमोहक गंदी कहानियाँ... RoccoSam
#4
उसकी बगल में बिस्तर पर बैठते हुए अब तक सूरज के मन में गंदे गंदे खयाल आने शुरू हो गयें थें.... खास कर ये सोच कर कि उसकी जैसी सेक्सी लड़की अभी उसके साथ थी और वो भी पूरी तरह नशे में धुत्त और शायद इसी वजह से उसके साथ इतने प्यार से पेश आ रही थी. सीधा साधा नरम बोली वाला बंदा तो वो था ही... पर एक मर्द भी तो था !!! बिस्तर पे पड़ी उस लड़की को अब सूरज बिना शर्म जी भर के घूरने निहारने लगा...........

अदिती कि Skirt तो वैसे ही छोटी थी और अब थोड़ी सी ऊपर भी उठ गई तो उसकी पैंटी का वो तीकोना हिस्सा भी दिखने लगा जहाँ उसकी दोनों मांसल जांघे एक दूसरे से मिल रहीं थीं. सूरज के मन कि सारी हिचक अब जाती रही और ये सोच कर कि उसे फिर कभी ऐसी Hot लड़की शायद ही जिंदगी में मिले, उसका मन ललचने लगा. उसने अपना मुँह अदिती कि पैंटी वाली जगह पे झुका कर एक गहरी साँस ली तो एक तेज मादक गंध उसकी नाक में घुस गया. उस गंध कि वजह से उसकी रही सही हिचकिचाहट भी जाती रही. उसने बड़े आराम से अदिती कि Skirt को उसके पेट तक ऊपर उठा दिया ताकि ये देख सके कि इतनी मस्त खुशबु वाली जगह दिखती कैसी है.

अदिती कि सफ़ेद रंग कि टाईट Cotton पैंटी का मोटा उभार देखकर सूरज ने अंदाजा लगा लिया कि उसकी चूत कितनी फुली हुई होगी. वो फिर अदिती के टांगों कि तरफ झुका और इस बार अच्छे से मन भर कर उसकी पैंटी में ढ़की हुई बूर का गंध सूंघा. अदिती ने अभी अभी पेशाब किया था, सो उसकी चूत कि त्वचा, पेशाब और Cotton के पैंटी कि मिली जुली महक इतनी मदहोश कर देने वाली थी कि अब सूरज के लिये और Control कर पाना संभव नहीं था.

सूरज के लण्ड का बुरा हाल था, पूरा खड़ा होकर फड़क रहा था उसकी लुंगी में. खड़ा होने कि वजह से उसके लण्ड का चमड़ा थोड़ा सा पीछे Roll हो गया था और उसके लण्ड का लाल बड़ा सुपाड़ा आधा बाहर निकल आया था. उत्तेजना के मारे क्या करें क्या ना करें ये समझ में नहीं आया तो वो लुंगी पहने हुए ही अदिती के ऊपर चढ़ गया.

" Hey... Stop It... क्या कर रहे हो यार ??? " अदिती नशे में भरी लड़खड़ाती आवाज में बड़बड़ाई और फिर हंसने लगी. सूरज ने अपनी लुंगी में खड़ा लण्ड बिना बाहर निकाले ही धीरे से अदिती कि पैंटी से चिपकी हुई चूत पे रखा तो उसे यकीन नहीं हुआ की किसी लड़की की चूत इतनी मुलायम नरम भी हो सकती है. उसने अपने कमर का थोड़ा सा भार नीचे डाला तो तनाव कि वजह से उसके लण्ड का सुपाड़ा एकबारगी पूरा खुल के बाहर निकल आया. लुंगी के कपड़े में से वो साफ महसूस कर पा रहा था कि उसके लण्ड का सुपाड़ा ठीक अदिती कि चूत कि पतली फांक के बीच सट रहा था. ये Feeling उसके लिये बहुत ज़्यादा थी और इसी के साथ उसके लण्ड ने बलबला कर वीर्य फेंक दिया. अचानक से हुए इस शीघ्रपतन से सूरज का पूरा शरीर झनझना उठा और बड़ी मुश्किल से उसने अपने हाथों के बल खुद को Balance करके गिरने से रोका.

सूरज का लौड़ा उसकी लुंगी में पिचकारी पे पिचकारी मारता रहा. पूरा लुंगी वीर्य से सन गया. करीब दो मिनट तक वैसे ही वो अदिती के ऊपर पड़ा पड़ा झड़ता रहा. उसके लुंगी से वीर्य रिस रिस कर अदिती कि पैंटी और जांघो पर फ़ैल गया था. दो मिनट के बाद उसने अपना लण्ड लुंगी से बाहर निकाला और अदिती कि चूत पे पैंटी के ऊपर ऊपर रगड़ने लगा. ऐसा करने से उसके लण्ड से थोड़ा और वीर्य निकला और तब जाकर उसका लण्ड कहीं थोड़ा शांत हुआ.

सूरज ने अपना लौड़ा वापस लुंगी में घुसा लिया और वहीं बिस्तर पे निढ़ाल होकर बैठ गया.

" छी... You Asshole !!! ". बोलकर अदिती बिस्तर से उठी तो सूरज ने उसे सहारा देना चाहा. " मैडम जी... संभाल के... ".

पर अदिती काफी गुस्से में थी. " छूना मत मुझे हरामी ! ". अदिती ने अपना Skirt हाथों से ऊपर उठा रखा था ताकि वो उसकी पैंटी से चिपक कर गंदा ना हो जाये और बाथरूम कि तरफ चल पड़ी...

5 - 7 मिनट के बाद अदिती बाथरूम से बाहर आई. उसे आता देख सूरज डर के मारे बिस्तर से उठ गया. अदिती के बिस्तर पर आते ही वो चुपचाप बाथरूम कि ओर चल पड़ा. माल गिर जाने कि वजह से अब उसे पेशाब आ रहा था.

बाथरूम में घुसते ही पेशाब कि तेज गंध से वो समझ गया कि अदिती ने फिर से पेशाब किया था पर पानी नहीं डाला था. तभी उसकी नज़र बाथरूम के दरवाजे पर पड़ी... दरवाजे पर अदिती ने अपनी वीर्य से गीली हुई पैंटी फैला रखी थी. यानि बाहर बिस्तर पर अभी अदिती बिना पैंटी के सिर्फ Skirt में होगी !!! लेकिन नहीं... सूरज अब अपने मन में कोई भी गंदा विचार नहीं लाना चाहता था... बहुत हो चुका था... और नहीं.

सूरज ने अपनी गंदी हो रखी लुंगी खोल कर दरवाजे पर ही पैंटी के बगल में डाल दी. उसका लण्ड अभी भी आधा खड़ा ही था और इसी वजह से उसका पेशाब जल्दी नहीं निकल रहा था. किसी तरह आधे खड़े लौड़े से उसने पेशाब किया और पानी डाल कर बाहर निकला. उसने अबकी बार एक गमछा पहन लिया था...

अपने कमरे में घुसने से पहले सूरज को यकीन था कि अदिती अब नशे कि वजह से सो चुकी होगी पर अंदर आते ही उसके होश उड़ गयें ! सामने बिस्तर पर अदिती एकदम नंगी लेटी पड़ी थी... पेट के बल !!! उसके कपड़े वहीं बिस्तर पर एक Side में पड़े हुए थें.

" यहाँ आओ... मैं कहती हूं यहाँ आओ ! ". अदिती ने गुस्से से भरी आवाज में कहा तो सूरज डरते डरते बिस्तर तक पंहुचा.
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RE: मनमोहक गंदी कहानियाँ... RoccoSam - by usaiha2 - 14-07-2021, 02:58 PM



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