03-05-2021, 01:29 PM
कम्मो की शर्त
और कम्मो की उंगलिया , कम्मो की बातें , कच्ची उम्र वाली साली की बात ,
एक झटके में कम्मो ने सुपाड़ा खोल दिया।
अब वो पूरे एक बित्ते का अपने असली रूप में ,
और कम्मो ने शर्त बताई ,
कच्ची है तो झिल्ली तो फटेगी ही , लेकिन कम्मो ने शर्त ये लगाई है की सिर्फ तीन बार में पूरा मूसल ठेल देना है ,
पहली बार में सुपाड़ा
दूसरी बार में आधा , और झिल्ली फट जानी चाहिए और
तीसरी बार में जड़ तक मूसल अंदर , तोहरी भौजाई की इज्जत का सवाल है ,
पहले तो वो जोश में आ गए , लेकिन फिर उनकी मन में हिचक आ गयी
" आप तो कह रही थीं की कच्ची उम्र की कच्ची कली तो , एक बार में , मेरा इतना ,... "
" तुंहु न , आखिर तोहार भौजी हूँ , ... ओकर फैलावे क सटावे क जिम्मेदारी मेरी है , बस ओकरे बाद जितनी ताकत हो तोहरे कमर में मार दिहा धक्का , चिल्लाई तो चिल्लाय दिहा , ... "
कम्मो ने रास्ता बताया।
सच में भौजी के लिए अपनी कुँवारी ननद की बुर जबरन फैला के उसमें उसके भइया का लंड सटाने से ज्यादा मजा क्या हो सकता है , ...
मैंने भी अपना रोल निभाया ,
" हे तानी उस स्साली की शर्त भी तो बता दो, उसने कहा था, इनकी आँख पर पट्टी कस के बंधी होनी चाहिए "
मेरी जिमेदारी 'बछिया ' को तैयार करने की थी , और कम्मो की जिम्मेदारी सांड़ को ,
आज कुछ भी हो जाय 'सांड़' को ' बछिया ' पर चढ़ाना ही था ,
और कम्मो की उंगलिया , कम्मो की बातें , कच्ची उम्र वाली साली की बात ,
एक झटके में कम्मो ने सुपाड़ा खोल दिया।
अब वो पूरे एक बित्ते का अपने असली रूप में ,
और कम्मो ने शर्त बताई ,
कच्ची है तो झिल्ली तो फटेगी ही , लेकिन कम्मो ने शर्त ये लगाई है की सिर्फ तीन बार में पूरा मूसल ठेल देना है ,
पहली बार में सुपाड़ा
दूसरी बार में आधा , और झिल्ली फट जानी चाहिए और
तीसरी बार में जड़ तक मूसल अंदर , तोहरी भौजाई की इज्जत का सवाल है ,
पहले तो वो जोश में आ गए , लेकिन फिर उनकी मन में हिचक आ गयी
" आप तो कह रही थीं की कच्ची उम्र की कच्ची कली तो , एक बार में , मेरा इतना ,... "
" तुंहु न , आखिर तोहार भौजी हूँ , ... ओकर फैलावे क सटावे क जिम्मेदारी मेरी है , बस ओकरे बाद जितनी ताकत हो तोहरे कमर में मार दिहा धक्का , चिल्लाई तो चिल्लाय दिहा , ... "
कम्मो ने रास्ता बताया।
सच में भौजी के लिए अपनी कुँवारी ननद की बुर जबरन फैला के उसमें उसके भइया का लंड सटाने से ज्यादा मजा क्या हो सकता है , ...
मैंने भी अपना रोल निभाया ,
" हे तानी उस स्साली की शर्त भी तो बता दो, उसने कहा था, इनकी आँख पर पट्टी कस के बंधी होनी चाहिए "
मेरी जिमेदारी 'बछिया ' को तैयार करने की थी , और कम्मो की जिम्मेदारी सांड़ को ,
आज कुछ भी हो जाय 'सांड़' को ' बछिया ' पर चढ़ाना ही था ,