26-04-2021, 10:18 AM
अमित गेस्ट रूम में जाकर सो गया तो उसके बाद राजेश मुझे फिर से सोफ़े पर लाया और एक पेग बनाया जिसे खुद सिप करके मेरे होठों से लगा दिया तो मेने घूंट पिया और बोली ।
मैं ,--यार तुम मुझे बेवड़ी बनाकर छोड़ोगे ।
राजेश ,--साली अमित तकदीर वाला है जो उसे तुझ जैसी बीबी मिली आल राउंडर जो ना करना जानती ही नही ।
मैं ,--अमित खुशकिस्मत है या चुतिया ।
राजेश ,--बहुत लकी है तुमको नही पता उसके आनन्द का एक कूकहोल्ड के लिए इससे बड़ा सुख नही हो सकता कि उसकी बीबी रंडियों को भी पीछे छोड़ दे । अगर सपना तुम्हारे जैसी होती तो तुम्हारी कसम में भी उसको किसी के साथ चुदते देखना पसंद करता ।
मैं ,--पागल हो क्या ।
राजेश ,--यही समझ लो हर पति ये चाहता है कि उसकी बीबी जो सिर्फ उसी की ब्याहता है उसे कोई और रगड़ कर चोद दे और वो भी उसके सामने तो उसको ऐसी फिलिंग मन मे आती है कि सोचने मात्र से लण्ड खड़ा हो जाता है ।
मैं ,--तुम सारे मर्द एक जैसे ही हो ।
राजेश ,--तो क्यों ना हो पत्नी सिर्फ एक ही लण्ड से क्यों बंधकर रहे उसे भी अलग अलग लण्ड टेस्ट करने चाहिये।
मैं ,--वो तो पत्नी की इच्छा पर है लेकिन पति को अपनी पत्नी दूसरे के पास भेजने से क्या फायदा ।
राजेश ,--यही तो असल मे समझने वाली बात है देखो हर मर्द का लण्ड का साइज अलग अलग होता हूं और हर मर्द को ये देखने मे मज़ा आता है कि वो किसी औरत को बड़े लण्ड से चुदते देखे और जब वो औरत उसकी बीबी हो तो मज़ा दोगुना हो जाता है साथ ही अपनी बीबी जिसे वो ब्याह कर लाया हो किसी और के साथ सेक्स करे तो उसको एक अलग तरह का अहसास होता है कि उसकी प्रोपर्टी को कोई दूसरा काम मे ले रहा है और अपनी बीबी को एन्जॉय करते देख कर उसको भी अच्छा लगता है ।
हम दोनों शराब के दो दो पेग लगा लिए तो अमित ने मुझे सिगरेट जलाने को कहा और फिर एक ही सिगरेट दोनों पीने लगे । राजेश मेरे मुंह पर सिगरेट का धुआं छोड़कर बोला ।
राजेश ,--रेखा काश समता भी तुम्हारे जैसी हॉट वाइफ होती ।
मैं ,--तो क्या होता ।
राजेश ,--तो में उसको सबसे पहले हरमीत से चुदवाता और फिर तुम्हारी तरह मेरे घर पर भी रोज पार्टी होती सेक्स पार्टी ।
मैं ,--चलो अच्छा है कम से कम समता भाभी तो रण्डी बन ने से बची ।
राजेश ,--उसे रण्डी नही हॉट वाइफ बोलते है जो खुद भी एन्जॉय करती और मुझे भी एन्जॉय करवाती । में उसकी एक ही तरह की चुदाई से बोर हो गया हूँ अब तो मुझे उसको चोदने में सिर्फ एक फॉर्मलटी सी लगती है जो उसके साथ निभा रहा हूँ ।
मैं ,--अब छोड़ो उसको और बोलो अब सोना है या एक राउंड और करोगे ।
राजेश ,--अभी कहाँ सोएंगे ,अभी तो रात जवान है कुछ नया एडवेंचर करते हैं ।
मैं ,--क्या ।
राजेश ,--नीचे चलें गार्ड रूम की तरफ ।
मैं ,--पर रात में नीचे कोई कॉलोनी का रहने वाला मिल गया तो ।
राजेश ने मेरा हाथ पकड़ा और बोला ,--चलो फिर छत पर चलते हैं वहां कोई नही आएगा ।
राजेश ने मैन गेट खोला और बिंदास लिफ्ट की तरफ चल दिया मुझे थोड़ा डर लग रहा था कि कही कोई देखे नही पर मन मे अजीब सा रोमांच था कि कहां में एक सुसंस्कृत नारी आधी रात को अपने यार के साथ नंगी होकर घूम रही हूँ ।
लिफ्ट ने घुसते ही राजेश ने टॉप फ्लोर का बटन दबाया और मुझे अपने पास चिपका लिया दोनों के बदन आपस मे मिलते ही जिस्म में एक बार फिर से गर्मी चढ़ गई ।
लिफ्ट के छत पर पहुंचते ही दोनों बाहर निकले ,चांदनी रात थी इसलिए सब कुछ आराम से दिख रहा था छत पर एक छोटी सी कॉटेज के अलावा पानी की टँकीया पड़ी थी । राजेश ने मेरा हाथ पकड़कर छत पर एक चक्कर लगाया ।
चक्कर लगाने के बाद एक टँकी की पीछे जाकर खड़े हुए तो वहां किसी चीज से मेरा पैर टकराया ।मेने झुककर देखा तो मेरे को बहुत आश्चर्य हुआ क्योंकि जिस चीज से मेरा पैर टकराया था वो बियर का केन था ।
उसके बगल में एक दरी बिछी थी और उस के आसपास कंडोम के रैपर और यूज़ किये हुए कंडोम थे जिसे देखकर राजेश बोला ।
राजेश ,--लगता है ये छत प्रेमियों के लिए सेफ जगह है देखो कितने फ्लेवर के कंडोम पड़े है शायद कई लड़कियां यहां पर चुदने आती होगी ।
राजेश की बात में दम था जिस तरह से कंडोम और बाकी चीजे पड़ी थी जरूर ये जगह एक नही कई लड़कियों के लिए चुदवाने के लिए सेफ जगह थी । पर कॉलोनी में इतनी लड़कियां तो थी नही । कही कॉलोनी के बाहर वाले होस्टल की लड़कियां तो यहां नही आती होगी और आती होगी तो जरूर कॉलोनी के सिक्युरिटी गार्ड या सेक्रेटरी की मिलीभगत होगी ।इसका पता करना पड़ेगा ।
मैं ,--अब जिनको चुदाना है वो कहीं तो जगह खोज ही लेते है पर यहां पर लगता है बहुत ज्यादा ही प्रेमी आते हैं।
राजेश ,--तो फिर आज इसी सेज पर ये प्रेमी अपनी प्रेमिका को चोदगा , चलो ।
उसके बाद राजेश दरी पर खड़ा हो गया और में झुककर उसके लण्ड को चुसने लगी ।राजेश मेरे सर पर हाथ फिराते हुए बोला ।
राजेश ,--आह , रेखा कितना मज़ा आ रहा है ना खुले आसमान के नीचे काम क्रीड़ा में ।
मैं लण्ड से मुंह हटाकर ,--क्यों नही आएगा एक ब्याहता औरत को उसी के घर की छत पर लाकर लण्ड चूस वाओ तो इससे बड़ा एडवेंचर क्या होगा ।
राजेश का लण्ड पूरा खड़ा हो चुका था इसलिए उसने मुझे घोडी बनाया और पीछे से मेरी चुत में अपना लण्ड डाल दिया । मेरी कामुक आह निकल गयी और राजेश दनादन मेरी चुत में अपने लण्ड से प्रहार करने लगा ।
में मस्ती के सागर में डूब गई ये सोचते हुए की जो काम मेरा पति नही कर पाया वो मेरा लवर कर रहा है खुले आसमान में नीचे चुत मरवाना अपने आप मे एक अलग रोमांच मेरे मन मे आ रहा था और में मदमस्त होकर अपने नसीब को श्रेय दे रही थी कि कितना अच्छा भाग्य है मेरा जो एक घरेलू औरत सिर्फ एक कमरे में जिंदगी बिता देती है सेक्स के मामले में ।
में अपने सेक्स को कमरे सेबाहर ही नही सब जगह एन्जॉय कर रही हूँ और एक खूंटे से नही कई खूंटे इस चुत में गढ़वा लिए जिसकी खास बात ये थी कि अभी तो जिंदगी की शुरुआत हुई है ।
राजेश मेरी चुत को अब मिशनरी स्टाइल में चोद रहा था और में आसमान में डबल तारे देख रही थी एक तो रात के तारे और दूसरे राजेश के लण्ड से लग रहे धक्कों की वजह से एक तारा दो दिख रहा था ।
राजेश आज अलग ही मूड में था लगभग बीस मिनट उसको हो चुके थे पर झड़ने का नामोनिशान ही नही दिख रहा था शायद वियाग्रा का असर था जो लेट से हुआ है , में दुसरीं बार झड़ चुकी थी जो राजेश को पता था ।
मैं ,--यार तुम पहले तो बहुत जल्द झड़ गए थे लभी क्या हो गया ।
राजेश ,--पहले में एक सुहागिन औरत को उसके पति के सामने चोद रहा था इसलिए ज्यादा एक्साइट हो गया था पर अब अपनी प्रेमिका को प्यार कर रहा हूँ ।
मैं ,--अब नीचे चलो मुझे इस दरी पर मज़ा नही आ रहा है ।
राजेश को भी शायद घुटनो में दरी चुभ रही होगी उसलिये वो अपना लण्ड निकालकर खड़ा होगया और मेरा हाथ पकड़कर मुझे खड़ा किया और लिफ्ट की तरफ ले आया ।
लिफ्ट में घुसते ही उसने एक बार फिर मेरा एक पैर हाथ मे पकड़ा और खड़े खड़े अपना लण्ड मेरी चुत में घुसाकर चलती लिफ्ट में चोदने लगा ।
मैं एक्साइटमेंट में पागल हो रही थी कि कही लिफ्ट से निकलते समय किसी ने देख लिया तो मेरी इमेज एक रण्डी से ज्यादा नही रहेगी और कॉलोनी के लोग क्या सोचेंगे कि पति के होते हुए गैरमर्द से चलती लिफ्ट में चुद रही हूँ ।
लिफ्ट मेरे फ्लोर पर लग चुकी थी पर राजेश पांच मिनट मुझे लिफ्ट में चोदने के बाद बाहर निकला ।पर मेरा किस्मत साथ दे रहीथी की किसी ने मुझे आते जाते नही देखा था ।
फ्लेट में आकर राजेश मुझे गेस्ट रूम में ले गया जहां अमित सो रहा था और उसको हिलाकर बोला ।
राजेश ,--अमित में रेखा को सोसायटी के केम्पस में ले जाकर चोद लूं क्या ।
अमित ने बिना आँखे खोले ही कहा ,--ले जाइए सर आप की मर्जी हो जहां , बस आप प्लान के हिसाब से इसकी चुत के साथ इसकी आत्मा , मन और इसके जज्बात को पूरा चोद कर अंदर की शरम को पूरा खत्म कर दीजिये ।
राजेश ने मुझे ये सुनवाया और मुझे बैडरूम में ले आया और बेड पर सुलाकर मेरी चुत में लण्ड घुसा दिया जिससे मेरी आह निकली और में बोली ।
मैं ,--आह , तुम दोनों ने क्या प्लान बनाया हुआ है ।
राजेश ,--अमित चाहता है कि तुम शरम हया को भूल जाओ और घर मे सिर्फ ओर सिर्फ एक वेश्या बनकर रहो इसलिए तुम्हारे अंदर ये बात बिठा लो , भले ही तुम दुनिया की नजर में उसकी बीबी हो पर अमित के सामने एक रण्डी की तरह रहो ।रण्डी जैसा व्यवहार करो।
मैं ,--आह ....साला वो मुझे तन से ही नही मन से भी रण्डी बनाना चाहता है ।
राजेश धक्के लगाते हुए ,--वो तो ये भी चाहता है कि अब तक जितने लोगों ने तुमको शादी से पहले भोगा है वो शादी के बाद यहां आकर तेरी चुत जो अब भोसड़ा बन चुकी है उसको चोद कर जाए ।
मैं ,--अहह....अब बचा ही कोन है पुष्पेंद्र के अलावा तुम और हरमीत तो मुझे उसके सामने चोद ही चुके हो ।
राजेश ,--तो उसको भी बुला लो अमित चाहता है कि जो लोग तुमको लड़की के रूप में चख चुके अब औरत का भी स्वाद टेस्ट कर ले ।
मैं ,--आह......में आज चौथी बार झड़ गयी और तुम लगे हुए हो लभी तक ।
राजेश ,--डार्लिंग तुमको तो पता है मेरा स्टेमिना कैसा है लगता है आज पहली बार वियाग्रा खाई है उसी की वजह से लण्ड झड़ने का नाम नही ले रहा अब तुम ही कुछ ऐसा बोलो कि लण्ड पानी छोड़ दे ।
मैं ,--तो सुनो तुम्हारे लिए खुशखबरी है अमित की बहन रीता सोमवार को यहां आ रही है एकदम अनटच लौंडिया है अभी बतीस के भी बूब्स नही है उसको तुम्हारी रखेल बना देती हूँ ।
राजेश हांपते हुए ,--कुछ नमक मिर्च लगाकर बोलो ना बेबी ।
मैं ,--उस कमसिन लौंडिया को में ट्रेंड करकर तुम्हारे पास भेज देती हूँ नोकरी के बहाने फिर तुम उसकी नन्ही सी चुत को शादी तक चोद चोद कर भोसड़ा कर देना और अपने यारों के साथ मिलकर अपनी मर्जी जैसे चोदना ।
राजेश मेरी बात सुनकर तेजी से शॉट मारने लगा और फिर मेरे ऊपर गिरकर मेरे चेहरे को जहां तहां चूमते हुए अपने अण्डकोष में भरा पानी मेरी चुत में भरने लगा ।
रात के ढाई बजे गए थे और दोनों उसी तरह से सो गए ।
जारी रहेगी........
मैं ,--यार तुम मुझे बेवड़ी बनाकर छोड़ोगे ।
राजेश ,--साली अमित तकदीर वाला है जो उसे तुझ जैसी बीबी मिली आल राउंडर जो ना करना जानती ही नही ।
मैं ,--अमित खुशकिस्मत है या चुतिया ।
राजेश ,--बहुत लकी है तुमको नही पता उसके आनन्द का एक कूकहोल्ड के लिए इससे बड़ा सुख नही हो सकता कि उसकी बीबी रंडियों को भी पीछे छोड़ दे । अगर सपना तुम्हारे जैसी होती तो तुम्हारी कसम में भी उसको किसी के साथ चुदते देखना पसंद करता ।
मैं ,--पागल हो क्या ।
राजेश ,--यही समझ लो हर पति ये चाहता है कि उसकी बीबी जो सिर्फ उसी की ब्याहता है उसे कोई और रगड़ कर चोद दे और वो भी उसके सामने तो उसको ऐसी फिलिंग मन मे आती है कि सोचने मात्र से लण्ड खड़ा हो जाता है ।
मैं ,--तुम सारे मर्द एक जैसे ही हो ।
राजेश ,--तो क्यों ना हो पत्नी सिर्फ एक ही लण्ड से क्यों बंधकर रहे उसे भी अलग अलग लण्ड टेस्ट करने चाहिये।
मैं ,--वो तो पत्नी की इच्छा पर है लेकिन पति को अपनी पत्नी दूसरे के पास भेजने से क्या फायदा ।
राजेश ,--यही तो असल मे समझने वाली बात है देखो हर मर्द का लण्ड का साइज अलग अलग होता हूं और हर मर्द को ये देखने मे मज़ा आता है कि वो किसी औरत को बड़े लण्ड से चुदते देखे और जब वो औरत उसकी बीबी हो तो मज़ा दोगुना हो जाता है साथ ही अपनी बीबी जिसे वो ब्याह कर लाया हो किसी और के साथ सेक्स करे तो उसको एक अलग तरह का अहसास होता है कि उसकी प्रोपर्टी को कोई दूसरा काम मे ले रहा है और अपनी बीबी को एन्जॉय करते देख कर उसको भी अच्छा लगता है ।
हम दोनों शराब के दो दो पेग लगा लिए तो अमित ने मुझे सिगरेट जलाने को कहा और फिर एक ही सिगरेट दोनों पीने लगे । राजेश मेरे मुंह पर सिगरेट का धुआं छोड़कर बोला ।
राजेश ,--रेखा काश समता भी तुम्हारे जैसी हॉट वाइफ होती ।
मैं ,--तो क्या होता ।
राजेश ,--तो में उसको सबसे पहले हरमीत से चुदवाता और फिर तुम्हारी तरह मेरे घर पर भी रोज पार्टी होती सेक्स पार्टी ।
मैं ,--चलो अच्छा है कम से कम समता भाभी तो रण्डी बन ने से बची ।
राजेश ,--उसे रण्डी नही हॉट वाइफ बोलते है जो खुद भी एन्जॉय करती और मुझे भी एन्जॉय करवाती । में उसकी एक ही तरह की चुदाई से बोर हो गया हूँ अब तो मुझे उसको चोदने में सिर्फ एक फॉर्मलटी सी लगती है जो उसके साथ निभा रहा हूँ ।
मैं ,--अब छोड़ो उसको और बोलो अब सोना है या एक राउंड और करोगे ।
राजेश ,--अभी कहाँ सोएंगे ,अभी तो रात जवान है कुछ नया एडवेंचर करते हैं ।
मैं ,--क्या ।
राजेश ,--नीचे चलें गार्ड रूम की तरफ ।
मैं ,--पर रात में नीचे कोई कॉलोनी का रहने वाला मिल गया तो ।
राजेश ने मेरा हाथ पकड़ा और बोला ,--चलो फिर छत पर चलते हैं वहां कोई नही आएगा ।
राजेश ने मैन गेट खोला और बिंदास लिफ्ट की तरफ चल दिया मुझे थोड़ा डर लग रहा था कि कही कोई देखे नही पर मन मे अजीब सा रोमांच था कि कहां में एक सुसंस्कृत नारी आधी रात को अपने यार के साथ नंगी होकर घूम रही हूँ ।
लिफ्ट ने घुसते ही राजेश ने टॉप फ्लोर का बटन दबाया और मुझे अपने पास चिपका लिया दोनों के बदन आपस मे मिलते ही जिस्म में एक बार फिर से गर्मी चढ़ गई ।
लिफ्ट के छत पर पहुंचते ही दोनों बाहर निकले ,चांदनी रात थी इसलिए सब कुछ आराम से दिख रहा था छत पर एक छोटी सी कॉटेज के अलावा पानी की टँकीया पड़ी थी । राजेश ने मेरा हाथ पकड़कर छत पर एक चक्कर लगाया ।
चक्कर लगाने के बाद एक टँकी की पीछे जाकर खड़े हुए तो वहां किसी चीज से मेरा पैर टकराया ।मेने झुककर देखा तो मेरे को बहुत आश्चर्य हुआ क्योंकि जिस चीज से मेरा पैर टकराया था वो बियर का केन था ।
उसके बगल में एक दरी बिछी थी और उस के आसपास कंडोम के रैपर और यूज़ किये हुए कंडोम थे जिसे देखकर राजेश बोला ।
राजेश ,--लगता है ये छत प्रेमियों के लिए सेफ जगह है देखो कितने फ्लेवर के कंडोम पड़े है शायद कई लड़कियां यहां पर चुदने आती होगी ।
राजेश की बात में दम था जिस तरह से कंडोम और बाकी चीजे पड़ी थी जरूर ये जगह एक नही कई लड़कियों के लिए चुदवाने के लिए सेफ जगह थी । पर कॉलोनी में इतनी लड़कियां तो थी नही । कही कॉलोनी के बाहर वाले होस्टल की लड़कियां तो यहां नही आती होगी और आती होगी तो जरूर कॉलोनी के सिक्युरिटी गार्ड या सेक्रेटरी की मिलीभगत होगी ।इसका पता करना पड़ेगा ।
मैं ,--अब जिनको चुदाना है वो कहीं तो जगह खोज ही लेते है पर यहां पर लगता है बहुत ज्यादा ही प्रेमी आते हैं।
राजेश ,--तो फिर आज इसी सेज पर ये प्रेमी अपनी प्रेमिका को चोदगा , चलो ।
उसके बाद राजेश दरी पर खड़ा हो गया और में झुककर उसके लण्ड को चुसने लगी ।राजेश मेरे सर पर हाथ फिराते हुए बोला ।
राजेश ,--आह , रेखा कितना मज़ा आ रहा है ना खुले आसमान के नीचे काम क्रीड़ा में ।
मैं लण्ड से मुंह हटाकर ,--क्यों नही आएगा एक ब्याहता औरत को उसी के घर की छत पर लाकर लण्ड चूस वाओ तो इससे बड़ा एडवेंचर क्या होगा ।
राजेश का लण्ड पूरा खड़ा हो चुका था इसलिए उसने मुझे घोडी बनाया और पीछे से मेरी चुत में अपना लण्ड डाल दिया । मेरी कामुक आह निकल गयी और राजेश दनादन मेरी चुत में अपने लण्ड से प्रहार करने लगा ।
में मस्ती के सागर में डूब गई ये सोचते हुए की जो काम मेरा पति नही कर पाया वो मेरा लवर कर रहा है खुले आसमान में नीचे चुत मरवाना अपने आप मे एक अलग रोमांच मेरे मन मे आ रहा था और में मदमस्त होकर अपने नसीब को श्रेय दे रही थी कि कितना अच्छा भाग्य है मेरा जो एक घरेलू औरत सिर्फ एक कमरे में जिंदगी बिता देती है सेक्स के मामले में ।
में अपने सेक्स को कमरे सेबाहर ही नही सब जगह एन्जॉय कर रही हूँ और एक खूंटे से नही कई खूंटे इस चुत में गढ़वा लिए जिसकी खास बात ये थी कि अभी तो जिंदगी की शुरुआत हुई है ।
राजेश मेरी चुत को अब मिशनरी स्टाइल में चोद रहा था और में आसमान में डबल तारे देख रही थी एक तो रात के तारे और दूसरे राजेश के लण्ड से लग रहे धक्कों की वजह से एक तारा दो दिख रहा था ।
राजेश आज अलग ही मूड में था लगभग बीस मिनट उसको हो चुके थे पर झड़ने का नामोनिशान ही नही दिख रहा था शायद वियाग्रा का असर था जो लेट से हुआ है , में दुसरीं बार झड़ चुकी थी जो राजेश को पता था ।
मैं ,--यार तुम पहले तो बहुत जल्द झड़ गए थे लभी क्या हो गया ।
राजेश ,--पहले में एक सुहागिन औरत को उसके पति के सामने चोद रहा था इसलिए ज्यादा एक्साइट हो गया था पर अब अपनी प्रेमिका को प्यार कर रहा हूँ ।
मैं ,--अब नीचे चलो मुझे इस दरी पर मज़ा नही आ रहा है ।
राजेश को भी शायद घुटनो में दरी चुभ रही होगी उसलिये वो अपना लण्ड निकालकर खड़ा होगया और मेरा हाथ पकड़कर मुझे खड़ा किया और लिफ्ट की तरफ ले आया ।
लिफ्ट में घुसते ही उसने एक बार फिर मेरा एक पैर हाथ मे पकड़ा और खड़े खड़े अपना लण्ड मेरी चुत में घुसाकर चलती लिफ्ट में चोदने लगा ।
मैं एक्साइटमेंट में पागल हो रही थी कि कही लिफ्ट से निकलते समय किसी ने देख लिया तो मेरी इमेज एक रण्डी से ज्यादा नही रहेगी और कॉलोनी के लोग क्या सोचेंगे कि पति के होते हुए गैरमर्द से चलती लिफ्ट में चुद रही हूँ ।
लिफ्ट मेरे फ्लोर पर लग चुकी थी पर राजेश पांच मिनट मुझे लिफ्ट में चोदने के बाद बाहर निकला ।पर मेरा किस्मत साथ दे रहीथी की किसी ने मुझे आते जाते नही देखा था ।
फ्लेट में आकर राजेश मुझे गेस्ट रूम में ले गया जहां अमित सो रहा था और उसको हिलाकर बोला ।
राजेश ,--अमित में रेखा को सोसायटी के केम्पस में ले जाकर चोद लूं क्या ।
अमित ने बिना आँखे खोले ही कहा ,--ले जाइए सर आप की मर्जी हो जहां , बस आप प्लान के हिसाब से इसकी चुत के साथ इसकी आत्मा , मन और इसके जज्बात को पूरा चोद कर अंदर की शरम को पूरा खत्म कर दीजिये ।
राजेश ने मुझे ये सुनवाया और मुझे बैडरूम में ले आया और बेड पर सुलाकर मेरी चुत में लण्ड घुसा दिया जिससे मेरी आह निकली और में बोली ।
मैं ,--आह , तुम दोनों ने क्या प्लान बनाया हुआ है ।
राजेश ,--अमित चाहता है कि तुम शरम हया को भूल जाओ और घर मे सिर्फ ओर सिर्फ एक वेश्या बनकर रहो इसलिए तुम्हारे अंदर ये बात बिठा लो , भले ही तुम दुनिया की नजर में उसकी बीबी हो पर अमित के सामने एक रण्डी की तरह रहो ।रण्डी जैसा व्यवहार करो।
मैं ,--आह ....साला वो मुझे तन से ही नही मन से भी रण्डी बनाना चाहता है ।
राजेश धक्के लगाते हुए ,--वो तो ये भी चाहता है कि अब तक जितने लोगों ने तुमको शादी से पहले भोगा है वो शादी के बाद यहां आकर तेरी चुत जो अब भोसड़ा बन चुकी है उसको चोद कर जाए ।
मैं ,--अहह....अब बचा ही कोन है पुष्पेंद्र के अलावा तुम और हरमीत तो मुझे उसके सामने चोद ही चुके हो ।
राजेश ,--तो उसको भी बुला लो अमित चाहता है कि जो लोग तुमको लड़की के रूप में चख चुके अब औरत का भी स्वाद टेस्ट कर ले ।
मैं ,--आह......में आज चौथी बार झड़ गयी और तुम लगे हुए हो लभी तक ।
राजेश ,--डार्लिंग तुमको तो पता है मेरा स्टेमिना कैसा है लगता है आज पहली बार वियाग्रा खाई है उसी की वजह से लण्ड झड़ने का नाम नही ले रहा अब तुम ही कुछ ऐसा बोलो कि लण्ड पानी छोड़ दे ।
मैं ,--तो सुनो तुम्हारे लिए खुशखबरी है अमित की बहन रीता सोमवार को यहां आ रही है एकदम अनटच लौंडिया है अभी बतीस के भी बूब्स नही है उसको तुम्हारी रखेल बना देती हूँ ।
राजेश हांपते हुए ,--कुछ नमक मिर्च लगाकर बोलो ना बेबी ।
मैं ,--उस कमसिन लौंडिया को में ट्रेंड करकर तुम्हारे पास भेज देती हूँ नोकरी के बहाने फिर तुम उसकी नन्ही सी चुत को शादी तक चोद चोद कर भोसड़ा कर देना और अपने यारों के साथ मिलकर अपनी मर्जी जैसे चोदना ।
राजेश मेरी बात सुनकर तेजी से शॉट मारने लगा और फिर मेरे ऊपर गिरकर मेरे चेहरे को जहां तहां चूमते हुए अपने अण्डकोष में भरा पानी मेरी चुत में भरने लगा ।
रात के ढाई बजे गए थे और दोनों उसी तरह से सो गए ।
जारी रहेगी........