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Adultery रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड
सुबह मुझे दीनू काका ने आकर उठाया और चाय पकडाते हुए बोला ,--बेटी चाय पी लो ।

मेने देखा में नंगी सोई थी और अमित जानबूझकर मुझे नही जगाया होगा ताकि दीनू काका मेरी उफनती जवानी के दर्शन कर ले ।

मैं ,--काका आपका बेटा कहा है ।

दीनू काका ,--बेटी अमिय बाबू तो नास्ता करके चले गए मुझे बोलकर निकले हैं कि रेखा को उठाकर चाय पिला देना ।

मैं बिस्तर पर नंगी सोई थी पर मेने अपने शरीर को ढकने का कोई प्रयास नही किया बल्कि अपनी टांगों को चौड़ा करके अपनी फूली हुई कचोरी जैसी चुत दिखाकर बैठ गयी और चाय का कप पकड़कर बोली ,--
थेंक्स चाचा । आप मेरा कितना ख्याल रखते हो ।

फिर अपनी छोटी सी ब्रा पेंटी की तरफ इशारा करके बोली ,--काका वो ब्रा पेंटी को डस्टबिन में डाल दीजिए आप के बेटे ने रात को जोश में फाड़ दी ।

दीनू काका हंसते हुए पेंटी ब्रा को फैलाकर देखा और बोला ,--बेटी तुम्हारे ये कच्छी चोली में रख लूं क्या ।

में ,--काका आप ये ब्रा पेंटी किस नाते रख रहे हो ।

दीनू काका मेरी चुत को निहारते हुए ,--नाता तो बेटी वाला ही था पर अमित को तुम मेरा बेटा बोल रही हो तो ससुर के नाते रख लेता हूँ । और वो मेरी पेंटी को सूंघने हुए अपने लोडे को मसलने लगे ।

में चाय की चुस्की लेकर ,--जैसा बाप वैसा बेटा । आप दोनों भड़वे हो ।

दीनू काका मेरी आँखों मे आंखे डालकर लण्ड को सहलाते हुए -- जिनकी बहु और बीबी ऐसी मस्त जिस्म की मालकिन हो वो भड़वे नही इससे बहु नीचे गिर सकते हैं ।

में अपनी चाय पी चूकीथी पर दीनू काका हिलने का नाम ही नही ले रहे थे तो मेने भी दीनू काका को तड़पाने का सोचा ओर बिस्तर से नंगी उठकर बाथरूम में घुस कर गेट के पास ही बेठकर मूतने लगी ।

मुझे पता था दीनू काका मेरी गोरी गाँड को देखकर और चुत से मूत के साथ निकलती मधुर धुन को सुनकर अपना लोडा मसल रहा होगा । में जानबूझकर कुछ देर बैठी रही और फिर एकाएक उठकर दीनू काका की तरफ मूड गयी ।

दीनू काका अपने हबलबी लण्ड को धोती से निकालकर मुझे देखते हुए मूठ मार रहे थे तो मेने भी मौके का फायदा उठाकर कहा ।

मैं ,--ससुर जी आप को शर्म नही आती अपने बेटे की बहू को मूतते देखकर मूठ मारते हुए ।

दीनू काका ,--बहु वो तो मेने तुमको विस्वास दिलाया हुआ है वरना मेरा बेटा तो बोलकर गया है पिताजी बहु नंगी सोई है जाकर चढ़ जाइये उस पर ।

में ,--साले दोनों मादर चोद ठरकी हैं आने दो उस भड़वे को रात भर वो मेरी चुत मारेगा और दिन में बाप को बोल गया कि जाओ चढ़ जाओ ।

दीनू काका ,--हम भी क्या करे बहु जब इतनी हसीन रण्डी नंगी घूमेगी तो हम को तो चढ़ना ही पड़ेगा ।

में ,--चढ़ने की भूल मत कर लेना नही तो हो सकता है बाकी की जिंदगी जेल में कटे।

तभी मेरा फोन बजने लगा तो मेने दीनू काका को कहा ,--जाओ बाथरूम में मेरे रात के ब्रा पेंटी पड़ी है उनमें मूठ मारकर लण्ड का पानी गिरा लो मेरे पुराने यार का फोन आ रहा है ।

में दीनू काका को और तड़पाने वाली थी पर राजेश का फोन आने की वजह से छोड़ दिया ।

दीनू काका चुपचाप बाहर चले गए तो मेने राजेश का फोन रिसीव किया ।

राजेश ,--रेखा तुम सही बोल रही थी अमित पक्का कूक है ।

में ,--मेने तो कहा ही था बस आप जो भी करना उसके सामने करना ।

राजेश ,-मुझे क्या प्रॉब्लम है उल्टा मुझे भी किसी की बीबी की गाँड मारने में मज़ा आएगा ।

मैं ,--वो तो आप कहेंगे आप को मुझे आपकी बीबी बनाकर सोप देगा ।

राजेश ,--ठीक है रात को आठ बजे पहुंचूंगा बोल देना ।

में ,-नही में आप को अमित का नम्बर भेज रही हूँ आप खुद बात कीजिये और उसकी क्या फेंटेसी है वो वाला रोल करिए ।फिर राजेश को फोन पर बहुत कुछ समझाया ।

राजेश ,--ठीक है बेबी ।

मैं ,--बेबी नही बीबी बोलिये अगले तीन दिन में आप ही के नाम का सिंदूर लगाने वाली हूँ ।

राजेश ,--ठीक है उसका नम्बर भेजो ।

उसके बाद मेने राजेश को अमित का नम्बर भेजा और खुद को देखा तो मुझे ख़ुद पर शर्म आयी कि में एक पढ़ी लिखी अच्छे घर की बहू सुबह से नंगी बैठी हूँ और मेरा नोकर घर पर है ।

तभी भीतर बैठी एक चुदास औरत बोली वाह रेखा क्या मस्ती भरी जिंदगी है तेरा गांडू पति तुझे एक नोकर के हवाले कर गया और तू सुबह से उसके सामने अपनी चुत को फैला कर दिखा चुकी जिसको रात में तेरा पति अंगुली करके चाट चुका उसको धोयी भी नही और रंदीपने कि सारी सीमाएं लांघ चुकी जो अपने नोकर को मूत करके दिखा भी दिया ।

में उठकर बाथरूम में घुसी और नहाकर बाहर आयी फिर नंगी ही ड्रेसिंग टेबल पर डार्क मेकअप किया और एक तौलिया लपेटकर बाहर आई । बाहर दीनू काका पोछा मार रहे थे ।

में सोफ़े पर पैर फैलाकर बैठ गयी ताकि दीनू काका को मेरी छुपी दौलत दिखती रहे । दीनू काका का ध्यान वहीं गया और वो मेरी चुत को देखते हुए पोछा मार कर बोला ।

दीनू काका ,--बहु नास्ता लगा दूँ क्या ।

मैं ,--हां अगर आप का काम हो गया तो दे दो अब ।

दीनू काका ,--हां , बहु हो गया ।

में ,--काका आप का काम बहुत जल्दी नही हो जाता है क्या ।

दीनू काका ,--तुम तो देख रही हो अभी करके हटा हूँ ।

मैं ,--क्या काका में उस काम की बात कर रही हूँ बड़ी जल्दी पानी निकल गया ।

दीनू काका ,--नही बहु इतना जल्दी पानी थोड़े ही निकलता है वो तो मैने सोचा कि पहले झाड़ू पोंछा कर लूं फिर आराम से करूंगा ।

मैं ,--ठीक है पहले दोनो का नास्ता लाइये फिर ख़ाकर कर लेना ।

दीनू काका ,--जी बहु रानी ।

दीनू काका नास्ता लेकर आये और दुसरीं तरफ बैठने लगे तो मेने उनको सामने फर्श पर बैठने को बोली तो दीनू काका जल्दी से मेरे सामने बैठ गए । जिससे उनको मेरी चिकनी चुत दिखने लगी मेने भी पैर चौड़े किये और टॉवल को ऊपर कर दिया ।में नास्ता करते हुए दीनू काका से।

में ,--दीनू काका कैसा लगा नास्ता ।

दीनू काका ,--एक दम झक्कास है बहु ।

मैं ,--आपका बेटा भी यही बोलता है काका ।

दीनू काका चुत को ध्यान से देखकर ,--सही तो बोलता है क्या मस्त डिश है एक दम चिकनी ।

में हंसते हुए ,--कौनसी डिश की बात कर रहै हो काका ।

दीनू काका चुत को देखकर ,--जिसे मेरा बेटा रोज खाता है बहु ।

मैं ,--काका ऐसी डिश खाई है क्या आपने पहले ।

दीनू काका ,--बहु खाई तो नही पर देखने को तो मिल रही है ना ।

मैं ,--वो तो आप जब कहेंगे दिखा दूंगी ।

दोनो नास्ता कर रहे थे पर बात मेरी चुत की हो रही थी ये दोनों को पता था ।

दीनू काका ,--बहु तभी तो ये नोकरी करने के लिए आया हूँ ऐसी मस्त उभरी हुई पाव रोटी जैसी डिश देखने की खातिर ।

में ,--पर काका बाहर किसी को मत बोल दीजियेगा इस डिश के बारे मे ।

दीनू काका ,--नही बहु । मुझे क्या पागल समझा है क्या।

मैं ,--तब तो आपकी बहु बहुत कुछ आपको दिखाएगी
बस बाहर बात नही जानी चाहिए ।

दीनू काका ,--कसम बहु की पाव रोटी की जो अमित बेटे की सिवाय किसी को बोला तो

मैं ,- तब तो ठीक है ससुर जी फिर तो आराम से देखिये पाव रोटी ।

बूढा नास्ता कर चुका था पर मेरी चुत को देखने के चक्कर मे बैठा था मेंने नास्ता किया और बोली ,--दीनू काका बर्तन रखकर आइए ।

मेने अमित को फोन किया तो अमित ने बताया कि वो लाइव शो देख रहा है राजेश सर शाम को आएंगे इसलिए उनकी फरमाइश के सामान लेकर चार बजे तक घर आएगा तुम दीनू काका के साथ एन्जॉय करो तब तक ।

मेने फोन रखा और दीनू काका को आवाज लगाकर पास बुलाया और कहा ,--काका में थॉडी देर सोने जा रही हूँ आप को कोई काम है या जा रहे हैं ।

दीनू काका ,--बहु अब में क्या बोलू बस पानी निकल जाता तो ।

मैं ,--तो क्या निकाल लो ।

दीनू काका ,-;तुम्हारे सामने कर लूं ।

मैं ,--ओफ्फो काका आप भी ना इसमें पूछने की क्या बात है ।

दीनू काका ने ये सुनते ही अपनी। धोती खोल दी जिससे उनका लण्ड फुफकारने लगा वो नीचे बैठ कर मुठ मारने लगे मेउनके लण्ड को देखकर अपनी चुत को पूरा पैर चौड़ा करके दिखाती हुई बोली

मैं ,--काका देखिये आप का बेटा मेरी चुत को कितनी बड़ी कर दिया एक साल में ।

दीनू काका ,-बहु तुम अमित को अपनी चुत का पानी पिलाया करो उसको अच्छा लगेगा ।

मैं ,--काका वो बहुत चोदू आदमी है देखिये ना मेरी गाँड को चोद चोद कर कितनी बड़ी कर दिया ।

मेने उल्टा होकर अपनी गाँड का सुराख दीनू काका को दिखाया जिससे काका के हाथ अपने लण्ड पर तेजी से चलने लगा ।

दीनू काका ,--बहु उसने तेरी गाँड मार मार कर तुझे पूरी औरत बना दिया देखो क्या निखार आया है तुमपर ।

मैं वापस घूमकर दीनू काका की तरफ हुई और अपनी नवल की रिंग दिखाई और बोली ,--देखिये काका आप के बेटे ने मेरी इस नवल में ये रिंग जबर्दस्ती पहनवा दी बोल रहा था कि तुम इसे पहनकर अच्छी लगोगी।

दीनू काका मुठ मारते हुए ,--बहुत सेक्सी लग रही हो बहु रिंग पहनना आजकल फैशन हो गया है लड़कियां इसे पहनकर रस्ते पर चलती है तो मर्दों के लण्ड खड़े हो जाते है ।

मैं ,--पर काका वो लड़कियां अच्छे घरों की नही होती वो तो रंडियां होती है ।

दीनू काका ,--अरे बहु तुम को अमित रण्डी बनाकर रखबा चाहता है और मुझे तो तुम्हारी हरकतें रण्डी से कम नही लगती ।

दीनू काका पूरे जोश में आ चुके थे मुझे लगा कि अब दीनू काका झड़ने वाले है तो टी रेबल पर पेशाब करने वाली स्टाइल में बैठ गयी और अपनी चुत को दोनों हाथों से चौड़ा करके बोली ।

मैं ,--देखिये दीनू काका अपनी बहू की चुत अंदर से पूरी गुलाबी है आपका बेटा खुद इस चुत की झांट साफ करके चिकनी रखता है उसको चुत में अंगुली करके मेरा सफेद रस निकालकर चाटने में मज़ा आता है ।

दीनू काका मेरी इस हरकत को झेल नही पाया और वो बोला ,--बहु तू सचमे रण्डी है जो अपने ससुर को अपने बेटे की रास लीला सुना रही है आ........

इसके साथ ही दीनू काका के हबलबी लोडे ने वीर्य की गाढ़ी मलाई फर्श पर छोड़ना चालू कर दिया ।जिसे देखकर मेरी चुत भी पानी छोड़ दी ।

दीनू काका झड़ कर खड़ा हुआ और किचन से कपड़ा लाकर वीर्य को साफ करने वाला ही था कि मेने उसको मना कर दिया और बोली ,--क्या कर रहे हो दीनू काका इतना कीमती क्रीम को साफ मत करो आप जाओ में इसे अपनी चूचियो पर लगाउंगी । जिससे मेरी चुचियाँ टाइट रहेगी ।

दीनू काका अपनी धोती पहनकर चला गया तो मेने अमित को फोन किया ।

में ,--हो गया काम ।

अमित ,--ऐसा कामुक सीन देखकर कोई भी झड़ जाए ।

मैं ,--तुम ने मुझे आज जान बूझकर दीनू काका के सामने नंगी छोड़ा ना ।

अमित हंसते हुए ,--तो क्या हो गया दीनू काका भरोसेमंद आदमी है ।

में ,--तो फिर मुझे सब भरोसेमंद लोगों की लुगाई बना दो ।

अमित ,--तुम को बनना है तो बन जाओ ।

में ,--बहनचोद लुगाई तो में रीता को बनाउंगी तुम ने मुझे दीनू काका के सामने नंगी किया ना अब शाम में आकर उनका पानी फर्श से चाट कर साफ करना ।

अमित ,--जो हुकुम मेरी रानी साहिबा ।

उसके बाद अमित मुझे शाम का कार्यक्रम बताने लगा जिसे सुनकर मेरी चुत में खुजली होने लगी ।

में उठके बैडरूम में आई और सो गई
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RE: रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड - by Sanju 69 - 28-03-2021, 07:55 AM



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