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Adultery रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड
पीयूष ने अपना बर्थडे मेरे तीनो छेदो में लण्ड डालकर मना लिया था थॉडी देर मेरे ऊपर पड़ा रहने के बाद वो खड़ा हुआ और खाने की टेबल पर पहुंच गया तो रोनक ने मुझे भी खाने के लिए बुलाया ।

में अभी झड़ी नही थी क्योंकि मनीषा की झड़ी बुटी ने अपना असर दिखा दिया था इसलिए में चाहती थी कि कोई आकर मेरी चुत को चोद दे ।

पर रोनक के बुलाने पर में सोफ़े पर बैठी तो सब लोग खाना खा चुके थे इसलिए में ओर पीयूष ही बचे थे ।

रोनक ,--अब सब लोग रेखा को एक बाईट अपने हाथ से खाना खिलाएंगे औऱ अमित रेखा की चुत से पियूष के बहते वीर्य साफ करेगा ।

रोनक ने जब ये कहा तो जैसे मेरे को लगा कि ये रोनक ने बहुत बढ़िया सोचा है इतनी देर में में खा भी लुंगी और चुत भी साफ हो जाएगी । सबसे बढ़िया बात ये थी कि अमित जो मेरी चीखों पर तालिया पिट रहा था अब सबके सामने पीयूष का वीर्य चाटेगा तो मुझे इस रण्डी की औलाद को औकात दिखाने का मौका मिलेगा ।

में सोफ़े पर पैर चौड़े कर के बैठ गयी तो सब एक एक करके मुझे खिलाने लगे लेकिन अमित अभी मोबाइल ही पकड़े था तो ।

में ,--ओय मादरचोद रण्डी की औलाद तेरे को सुनाई नही दिया मालिक ने क्या कहा ।

अमित ,-- जी मेडम ।

में ,--हराम के मुत , क्या मेडम मेडम कर रहा है दिखता नही मालिक लोग खाना खिला रहे हैं खाना खिलाने के बाद ये लोग ऐसी भीगी चुत को कैसे चोदेगे ।चल इसको अपनी जीभ से साफ कर ।

रोनक मेरे मुंह से गाली देते देखकर बहुत खुश हुआ और मेरे कान में बोला ,--हम लोग भी तुम्हारे पति को ऐसे ही गन्दी गालियां देने वाले है देखना रात में।

अमित बेचारा इतनी गन्दी गाली सुनकर जल्दी से मेरे पैरों के बीच बैठ गया और अपनी जीभ से पीयूष का वीर्य चाटने लगा । जिसे देखकर सब लोग उस पर हंसने लगें ।

में खाने में लगी थी पर अमित के चाटने से मेरी प्यासी चुत की प्यास और बढ़ गयी इसलिए में जल्दी जल्दी खाने लगी क्योंकि मुझे अब लण्ड की सख्त तलब हो रही थी ।

खाना निपटाकर पीयूष खड़ा हुआ तो रोनक ने मनीषा को पीयूष के साथ दूसरे कमरे में ले जाकर उसकी मसाज करने को कहा और फिर उसको एन्जॉय कराने का बोलकर दूसरे कमरे में भेज दिया ।

पीयूष के जाते ही अनिल मेरे पर टूट पढ़ा और मेरे को गोद मे उठा लिया तो हरि चाचा बोले ।

हरी चाचा ,--अनिल बाबू , जल्दबाजी ठीक नही है अभी रात के ग्यारह बजे हैं इस रण्डी को हम लोग मज़े लेकर चोदेंगे आप जल्दबाजी कर रहें है ।

अनिल ने ये सुना तो मुझे नीचे उतार दिया और बोला ,--सॉरी चाचा , कब से इसकी जवानी को पीने को तरस रहा हूँ ।

हरि चाचा ,--बेटा अभी आपका जैसे ही पानी निकला और तो फिर सारा जोश खत्म हो जाएगा इसलिए जोश बनाकर रखिये । में इस रण्डी को थोड़ा तड़पाउंगा फिर देखना ये लण्ड की भीख मांगेगी ।

उसके बाद हरि चाचा ने मुझे खड़ा होने को बोला और रोनक के कान में कुछ कहा जिसे सुनकर रोनक के चेहरे पर एक रहस्यमयी मुस्कान आ गयी ।

रोनक एक कमरे में गया और बाहर आया तो उसके हाथ मे एक कंडोम था जिसे उसने अपने लण्ड पर चढ़ा लिया । हरि चाचा ने लण्ड पर चढ़े कंडोम पर एक पुड़िया से कुछ पाउडर जैसा लगाया और रोनक को इशारा किया ।

रोनक ने मुझे झुकाया और पीछे से मेरी चुत में पावडर लगा लण्ड मेरी चुत में धीरे से घुसाया और एक दो धक्के लगाकर बाहर निकाल लिया ।

उसके बाद सब लोग किंग साइज के बेड पर आ गए फिर मेरे को सुलाकर अमित को छोड़कर सब मेरे शरीर के चारों तरफ अपने अपने लण्ड पकड़े बैठ गए ।

अनिल मेरे मुंह के पास अपना लण्ड पकड़े बैठा था शानू और रोनक मेरी छाती के पास बैठे थे बहादुर गाँड के पास तो हरि चाचा मेरे घुटनो के पास बैठ चुका था ।

तभी हरि चाचा ने पास पड़े एक डिल्डो टाइप का प्लास्टिक का डंडा उठाया और उसे बहादुर को देकर बोला ,--बहादुर इस डंडे को उस दिन की तरह इस रण्डी की चुत में डालकर हिला जैसे बड़े मालिक के सामने मेने मनीषा की चुत में हिलाया था ।

बहादुर ने वो पाइप मेरी चुत में डाला और हिलाने लगा दो चार बार आगे पीछे करते ही मेरी चुत में तेज खुजली होने लगी जैसे किसी ने लाल मिर्ची डाल दी हो जबकि रोनक ने कंडोम पर जो पाउडर लगाया वो सफेद था ।

में खुजली से छटपटाने लगी तो बहादुर ने पाइप निकाल लिया और हंसने लगा । में अपना हाथ चुत पर लेजाकर खुजाने वाली थी पर रोनक ने हाथ पकड़ लिया तो हरि चाचा बोले।

हरि चाचा ,--देखा अनिल बाबू अब ये अपनी चुत की खुजली मिटाने के लिए लण्ड की भीख मांगेगी।

रोनक ,-चाचा आप सेक्स के मामले में गुरु है आप के पास आने के बाद ही हम लोग सेक्स का असली मतलब समझे है वरना हम लोग तो चुत में लण्ड डालकर हिलाने को ही सेक्स मानते थे पिछले तीन घंटे से मुझे तो बिना कुछ किये ही चुदाई से ज्यादा मज़ा आ गया ।

हरि चाचा ,--रोनक बाबू आप को अभी पता ही नही बड़े मालिक और मालकिन यहां आकर क्या क्या कारनामे करते है एक बार तो मालकिन को लण्ड की इतनी प्यासी बना दिया था कि हम लोग तीन मर्द भी उनको ठंडा कर पाए थे ।

दोनों बातें कर रहे थे मेरी चुत की खुजली बढ़ती जा रही थी इसलिए मेने रोनक को कहा ,--सर अब मत तड़पाइये प्लीज् मेरी खुजली मिटाइये ।

बूढा हंसते हुए ,--देखा अनिल बाबू मेने कहा था ना इस रांड को में इतना मजबूर कर दूंगा की ये लण्ड के लिए भीख मांगेगी ।

अनिल ,--चाचा मान गए आपको आप हम सब के गुरु हैं आप का दिया ज्ञान हमे बहुत काम आएगा ।अब आगे आदेश दीजिये ।

हरि चाचा मुझसे ,--चल बे कुतिया अगर तुझे लण्ड चाहिए तो बोल तेरे परिवार में तेरे अलावा और कौन कौन रंडियां हैं ।और तू रण्डी कैसे बनी।

में बूढ़े की बात सुनकर मन मे सोचने लगी कि अगर में नही बोली तो खुजली से मर जाऊंगी और बता दिया तो जो बात अमित को नही पता वो आज बतानी पड़ेगी फिर सोचा अमित को तो बाद में बोल दूंगी झूठी कहानी सुनाई थी इसलिए बोली ।

में खुजली से तड़पते हुए ,--चाचाजी मेरे परिवार में मेरे अलावा मेरी बहन सुलेखा मेरी तरह रण्डी है वो घर मे अपने यारों को बुलाती थी और फिर उसी की चुदाई देखकर मेने अपने बॉस को फसाया तो मेरे बॉस ने मुझे अपने दोस्तों के साथ मिलकर रण्डी बना दिया । प्लीज चाचा अब मुझे चुदवा दीजिये ।

हरि चाचा ,--ठीक है तू चुदते समय खुद को गालियां देगी और हम को भी गंदी गालियाँ देगी जैसी तूने अभी अपने दल्ले अमित को दी थी ।

में ,--जी चाचा जी मुझ कुतिया को अपने इन लौंडों से बोलकर रण्डी बना दीजिये ।

उसके बाद हरि चाचा ने अनिल को सीधा लेटने को कहा और मुझे उस के लण्ड पर चुत डालकर ऊपर से चोदने को कहा । में अनिल के ऊपर जाकर उसके लण्ड पर चढ़ गई और अनिल को चोदने लगी ।

तभी पीछे से मेरी गाँड को पकड़कर दबाया और जब तक मे कुछ समझती मेरी गाँड में किसी का लण्ड घुस चुका था। मेरे दो छेदो में लण्ड फंसे थे तभी शानू मेरे मुंह के पास आया और झुककर अपना लण्ड मेरे मुंह को घुमाकर मुंह मे ठूंस दिया ।

एक साथ तीन लण्ड मेरे तीनों छेदो में घुस चुके थे में कुछ बोल भी नही सकती थी बस चुत की खुजली को मिटाने के लिए खुद ही ऊपर नीची हो रही थी कि तभी मेरी निप्पल की रिंग को पकड़कर किसी ने जोर से खींचा ।जिससे मेरी चीख मुंह मे घूट कर रह गयी।

मेरी एक चीख मुंह मे ही घुटी थी कि तभी दुसरीं तरफ से दुसरीं रिंग को भी किसी ने जोर से पकड़कर खींचा जैसे मेरी निप्पल को उखाड़ लेगा । में दर्द से चीखना चाहती थी पर में पूरी तरह उन पांचों मर्दों के चंगुल में फंसी थी जो मेरे शरीर के हर हिस्से की मां चोद रहे थे ।

मेरी आँखें दर्द से खुली तो देखा अमित मोबाइल से घूम घूम कर लण्ड मुठियाते हुए फोटो ले रहा था मुझे इतना गुस्सा आ रहा था कि मादर चोद मेरे को पाँच सांडों से मसलवाते देखकर एन्जॉय कर रहा था । मेने भी मन मे सोच लिया कि साले बहुत जल्द तेरी बहन भी ऐसे ही रण्डी की तरह चुदेगी फिर देखती हूँ तू कूकहोल्ड है या हरामी ।

पांचों मेरे अंग अंग को नोच खसोट और लूट रहे थे जो दस पन्द्ह मिंनट चला उसके बाद पोजीसन बदल गयी अब बहादुर के लण्ड पर मुझे बिठाया जो गाँड में था फिर उसी पोजिशन में सुलाकर शानू ने मेरी चुत में अपना लोडा पेल दिया।जिससे मेरी हल्की सी चीख निकली । बहादुर चुपचाप लण्ड डाले पड़ा था और शानू अपनी मर्दानगी मेरी चुत पर दिखा रहा था ।

में मस्ती में डूबी थी कि एक साथ दो हाथ अनिल और रोनक के मेरे बूब्स पर आए और मेरी निप्पल को रिंग सहित खींचने लगे जिससे मेरी जोरदार चीख निकली जो पूरे फार्म हाउस पर सुनी जा सकती थी । चीख के साथ मेरे मुंह से गाली निकली ,--बहन को लोडों मेरी चूची उखाड़ोगे हरामजादों ।

तभी पीयूष और मनिषा दौड़ते हुए आये और मुझे इस हालत में देखकर पीयूष बोला ,--रण्डी साली इतना क्यों चीख रही है ।

तभी हरि चाचा बोला ,--सॉरी पीयूष बाबू आपको डिस्टर्ब किया इस भोसडी वाली के मुंह मे लण्ड घुसाने से पहले ही रोनक बाबू ने इसकी चूची मसल दी आप लोग जाइये एन्जॉय कीजिये और इधर की परवाह मत कीजिये ये अभी रात भर ऐसे ही चिल्लाने वाली है ।

हरि चाचा मेरे मुंह के पास आये और अपने मुंह से मेरे मुंह में थूंक गिरा दिया जो दर्द से खुला हुआ था तभी रोनक अमित से बोला ।

रोनक ,--ओए बहन के लोडे उधर खड़ा होकर क्या अपनी माँ चुदवा रहा है अभी चाचा जी ने जो किया उसको फोटो ली क्या ।

अमित ,--कौनसी सर में पीछे से फोटो ले रहा था ।

रोनक ,--हराम के पिल्ले तूने कहा था चुदाई देखनी है तो देख पर मैने कहा था उसका भी ध्यान रख । देख चाचा जी इस रांड के मुंह मे थूंक रहें है उसको फोटो ले क्या मस्त सीन था ।

अमित मोबाइल लेकर मेरे मुंह की तरफ आ गया तो रोनक ने हरी चाचा को फिर से मेरे मुंह मे थूंकने को कहा । हरि चाचा मुंह मे थूंक इक्कठा करने लगे । मेरा मुंह जो दर्द से खुला था बन्द हो चुका था ।

पीयूष ने एक बार फिर से मेरी निप्पल में लगी रिंग को कस के उमेठ दिया जो दर्द जे मेरी चीख निकली और मुंह खुल गया । उसी समय हरि चाचा ने अपने मुंह मे जमा थूंक धीरे धीरे मेरे मुंह मे डालना शुरू कर दिया जिसे अमित मोबाइल में कैद करने लगा।

जारी है.......
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RE: रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड - by Sanju 69 - 18-03-2021, 10:32 PM



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