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Adultery रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड
मनीषा मुझे ऊपर लेकर आई और एक रूम में लेजाकर बाथरूम दिखाते हुए बोली जल्दी से नहा कर आओ फिर तुमको ड्रेस देती हूं जो पहननी है वो बेग से ड्रेस निकालने लगी ।

में जल्दी से नहाकर तौलिया लपेटकर बाहर आई तो उसने मुझे ड्रेस दी जिसमे एक लहंगा और चोली थी साथ मे एक चुन्नी थी जो पूरी ट्रांसपरेन्ट थी मेने भी बिना ना नुकर किये ब्रा जैसी दिखने वाली चोली और घाघरा पहन लिया फिर चुन्नी से सर ढक लिया तो मनीषा मेकअप करने लग गयी ।

मनीषा ,--तुम लगती तो शरीफ हो पर से इन लोगों को संभाल लोगी ।ये ड्रेस पहनकर तुमको नही लगता कि तुमको ये रण्डी वाली ड्रेस में रण्डी समझकर चोदने वाले हैं।

में ,--क्यों तुम हो ना साथ मे ।

मनीषा ,--ये लोग जब भी यहां आते है एक नई तितली को लाते है फिर रात भर वो तितली उड़ने की कोशिश करती है पर ये शैतान लोग उसके पूरे पंख तोड़ देते हैं ।

में,--तो तुम्हारे भी पंख इन्ही लोगों ने तोड़ दिए ।

मनीषा ,--मेरे को बड़े मालिक काठमांडू से खरीद कर लाये थे फिर बहादुर की बीबी बना दिए पर बहादुर सिर्फ नाम का पति है ।

में ,--मतलब तुम बहादुर की बीबी नही हो।

मनीषा ,--बीबी थी पर अब नही भी । जब तक मे प्रेग्नेंट नही हुई तब तक बड़े मालिक और रोनक बाबू की बीबी थी पर गर्भवती होने के बाद बड़े मालिक ने मेरा विवाह बहादूर से करवा दिया ।

में ,--तो तुम्हारे बच्चे के पिता कोन है ।

मनीषा ,--पता नही बड़े मालिक है या फिर कोई और क्योंकि प्रेग्नेंट होने से पहले बड़े मालिक के अलावा बहुत लोगों ने अपना पानी मेरे अंदर डाला है ।

मनीषा ने मुझे तैयार कर दिया था बहुत डार्क मेकअप करके पूरी तरह से रण्डी वाला लुक दिया था चुन्नी सिर्फ दिखावे मात्र थी ।चोली मेरे बूब्स को ढक कम दिखा ज्यादा रही थी अगर थोड़ा सा झुक जाऊं तो निप्पल बाहर आ जाये क्योंकि चोली को मनीषा ने लूस बांधा था ।घाघरा इतना नीचे बंधा था कि अगर झांट साफ नही होती तो वो भी दिख जाती ।

नवल की रिंग पूरी तरह दिख रही थी और बूब्स पर लिखा भी पढ़ा जा सकता था तभी पास के कमरे में से बच्चे के रोने की आवाज आई तो मनीषा बच्चे कोदूध पिलाने की बोलकर चली गयी ।

मनीषा के जाते ही रोनक अंदर आया उसके हाथ मे शराब का पेग था वो पहले तो मुझे ऊपर से नीचे तक घूरा और फिर दारू का घूंट पीकर लण्ड मसलते हुए मेरे पास आकर बोला ।

रोनक,--साली पुरी वेश्या लग रही है ले ये पेग पी ले तेरे बदन में गर्मी ला देगा ।

उसने अपना दारू का पेग मेरे मुंह से लगा दिया जिसे में पूरा पी गयी तो रोनक बोला ।

रोनक ,--सुन हमे पियूष का बर्थडे स्पेशल बनाने के लिए कुछ फोटो लेनी है ।अगर तुम कहो तो

मैं ,-सर आप को पता है मेरा पति साथ मे है वो अगर राजी है तो मुझे प्रॉब्लम नही है ।

रोनक ,--रेखा तुम उसके लिए चिंता छोड़ दो वो गांडू से मैने बात कर ली वही फ़ोटो खींचेगा और जितनी फोटो लेंगे तुम्हारे ही मोबाइल से लेंगे फिर डार्लिंग, तुम चाहो तो तुम मुझे दे सकती हो तुम्हारे मोबाइल से उसके लिए तुम बाध्य नही हो । हमें पीयूष की नई गर्लफ्रैंड को दिखाने है ताकि वो भी खुलकर एन्जॉय करना सीख ले ।

मैं ,- ठीक है पर अमित को भी मज़ा आना चाहिए ।

रोनक ,--यस बेबी ।

उसके बाद रोनक चला गया थॉडी देर बाद मनीषा आयी और बोली ,--चलो तुम्हारे ग्राहक तुमको चोदने के लिए अपने लण्ड पकड़कर बैठे हैं।

मैं ,--चलो जब तुमने मुझे रण्डी बना ही दिया तो ग्राहकों को तो खुश करना ही पड़ेगा ।

उसके बाद मेने एक बार फिर से अपना हुलिया आईने में देखा तो खुद पर शर्म आने लगी कि एक पढ़ी लिखी अच्छे घराने की संस्कारी औरत आज वेश्या बनकर जा रही है ।मेरा मेकअप बहुत गहरा था काजल लिपस्टिक इतने डार्क थे कि उनको देखते ही कोई भी यही कहे कि ये औरत पूरी रांड है ।

मनीषा मेरे पास आई और उसने मेरी चुन्नी को कंधे पर डाल दिया और फिर एक चमकीला पाउडर मेरी क्लीवेज और नवल पर लगाकर बोली ,--चलो अब । साले सब तुम्हारा रूप देखकर कहीं टूट नही पड़े ।

मनीषा मुझे बाहर हाल में लेकर आई जहां सोफ़े पर चारों दोस्त बैठे दारू के साथ सिगरेट पी रहे थे नीचे फर्श पर बहादुर ,अमित और बढ़ा माली बैठा हुआ था ।

मुझे देखते ही अनिल ने सिटी मारी और सबको बोला ,--देखो मनीषा चाची ने क्या गजब का तैयार किया है इस रण्डी को एक दम सस्ती रण्डी लग रही है ।

सब लोग मुझे घूर रहे थे जैसे मुझे अपनी आंखों से चोद रहे हो तभी शानू बोला ,--अब जल्दी से केक कटवा ओ यार और पीयूष तुम जल्दी से इसको चख लो । अब बर्दास्त नही हो रहा ।

रोनक ,--भोसडी वाले ये कोई बच्चों वाला बर्थडे है क्या जो केक काटो और हो गया ।

अनिल ,--फिर बर्थडे कैसे मनेगा ।

रोनक ,--आज पीयूष बर्थडे नही एडल्ट डे मनाएगा आज ये चौबीस साल का हो जाएगा इसलिए ये काम शास्त्र सीखेगा और काम शास्त्र से अपना बर्थडे मनाएगा क्यों हरि चाचा ।

बूढ़ा जिसका नाम हरि राम था वो जात से पिछड़े वर्ग से था वो बोला ,--हां छोटे मालिक , आज पियूष बाबू अपने आप को जवान होने का प्रूफ देंगे ।इसलिए में जैसा कहता हूं वैसे बर्थडे मनाया जाएगा ।

उसके बाद हरि काका ने रोनक को पीयूष के पास से हटने को कहा और मुझे पीयूष के पास बैठने को कहा ।

में जाकर सोफ़े पर बैठ गयी रोनक अनिल के पास बैठ गया तो बूढ़ा बोला ।

बूढ़ा ,--सबसे पहले मीठे से शुरुआत होनी चाहिए इसलिए दोनों का मुंह मीठा करवाना पड़ेगा ।पीयूष बाबू इस लड़की को ये मिठाई खिलाइए ।

बूढ़े ने एक मिठाई का टुकड़ा जो हाथ से बना था मेरी तरफ बढ़ाने लगा तो रोनक ने कहा रुको अमित फोटो लो पीयूष को मिठाई खिलाते हुए ।

अमित ने मेरा मोबाइल लिया और एक्शन बोला जिसके बाद पीयूष ने मेरे मुंह की तरफ वो छोटा सा टुकड़ा बढ़ाया । मिठाई होठों पर रखते ही अमित ने आठ दस बार फलेश किया जिसकामतलब उसने आठ दस फोटो खींच लिए थे ।

मिठाई का टेस्ट कुछ अजीब सा था जिसे खाने के बाद मेरे मुंह देखकर मनीषा बोली ,--खा ले रेखा इसमें नेपाल से लाई हुई शिलाजीत अश्वगंधा जैसी जड़ी बूटियां गुड़ के साथ मिलाई हुई है ये तुझें इन सब से चुदवाने के लिए ताकत देगी ।

उसके बाद बूढ़े ने मनीषा को इशारा किया तो मनीषा ने मुझे एक गिलास दूध पकड़ाया जिसे देखकर पीयूष बोला ,--चाचा ये दूध शराब के साथ ठीक रहेगा ।

बूढ़ा ,--बेटा ये गाय भेस का नही मनिसा के स्तनों का है इसको पीने से दारू का नशा बढ़ जाएगा ।पूरा पी लो ।

में मनीषा का मुंह ताकने लगी तो मनीषा बोली ,--ये मेरा ही दूध है मेने अपने बेटे को गाय का दूध पिलाकर सुला दिया ।

मेने गिलास पीयूष के होठों की तरफ बढाया तो अमित फलेश चमकाने लगा और पीयूष दूध को स्वाद लेकर पीने लगा ।जिसे देखकर रोनक बोला ।

रोनक ,--चाची आप ने सारा दूध अकेले पीयूष को पिला दिया हम लोग क्या पियेंगे ।

मनीषा हंसते हुए ,--बाबू में नेपाल से लायी हुई जड़ी बूटी खाती हूँ इसलिए थॉडी देर में फिर से मेरी चूची दूध से भर जाएगी तब पी लेना ।

पीयूष पूरा दूध पी गया तो सब ताली बजाने लगे तो बूढ़ा मुझसे बोला ,--बेटी तुम अब पीयूष बाबू की गोद मे बैठ जाओ ,पीयूष बाबू आप इसको एक जांघ पर बिठा लीजिये और इसके गले पर चुमिये ।

जैसे ही में पीयूष की गोद मे बैठी मुझे उसका लण्ड मेरी गाँड में चुभा उसके बाद जैसे ही चूमने को तैयार हुई मनीषा ने उसको रोककर उसके होठों पर एक लिक्विड लिपस्टिक लगाई जिससे उसके होंठ गुलाबी हो गए और जब उसने मेरे गले को चूमा तो पूरे होठ मेरे गले पर छप गए ।और मेरे चेहरे पर कामुकता आ गयी जिसे देखकर रोनक बोला ।

रोनक,--अमित तुम रेखा की पिक्चर लेते रहो इसके चेहरे के कामुक एक्सप्रेशन फोटो में दिखने चाहिए और शरीर पर इसके होठों की छाप साफ आनी चाहिए ।

मनीषा बार बार पीयूष के होठों पर लिक्विड लगा रही थी जिससे मेरे पूरे गले का रंग गुलाबी हो गया ।तभी बूढ़ा बोला ।

बूढ़ा ,--पीयूष बाबू अब आप इसकी चोली के ऊपर जितनी चुचियाँ दिख रही है उनको चुमिये ।

इसके साथ ही पीयूष मेरी उन्नत चुचियाँ जो आधी से ज्यादा बाहर थी उनको अपने होठों से चूमने लगा जिससे मेरी सिसकियों निकलने लगी । मेरी आँखें मुंदने लगी थी पर सामने से आई सिसकी की आवाज ने मुझे आंख खोलने को मज़बुर कर दिया ।

सामने देखा तो अमित एक हाथ से लण्ड मसलते हुयेफोटो ले रहा था पर हरि काका अपने लोडे को धोती से बाहर निकाल कर मुझे देखते हुए मुठ मारते हुये सिसक रहे थे । बाकी के लोग भी अपने अपने लण्ड को पेंट के ऊपर से पकड़कर मसल रहे थे ।

पर जब मेरा ध्यान मनीषा पर गया तो में हैरान रह गयी उसने अपनी सारी और पेटीकोट निकाल दिया था और ब्लाउज़ पहने हुए अपनी पेंटी को चुत से खिसका कर सोफ़े के सहारे खड़ी होकर चुत में अंगुली कर रही थी।

मनीषा कोइस तरह सात मर्दों के बीच अंगुली करते देख कर मेरी भी हिम्मत बढ़ गयी और में भी पीयूष का सर पकड़कर एक हाथ से चोली को खिसका दी जिससे मेरी रिंग लगी निप्पल पीयूष के मुंह मे चली गयी ।जिसेदेखकर बूढ़ा बोला ।

बूढ़ा ,--ये लड़की तुम चुपचाप बैठी रहो तुमको जब कुछ करने को कहा जाए तब करना । बूढ़े की बात सुनकर रोनक बोला ।


रोनक ,--रेखा तुम भूल गयी कि जब तक मे नही बोलू तुम मूतने भी नही जा सकती ।

में ,--सॉरी सर ।

में पीयूष को छह मर्दों के सामने चूमते देखकर पागल हो रही थी और अमित जिस तरह से मुझे देखकर लण्ड पकड़े फोटो ले रहा था । मन कर रहा था नंगी हो जाऊं और चुदने की रिकवेस्ट करूं ।

पर ग्रुप की सीमाएं मुझे याद थी कि मेरे लिए रोनक द्वारा दी गयी रेटिंग मायने रखती थी इसलिए चुपचाप अगले आदेश का इंतजार करना ठीक लगा ।


जारी है .......
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RE: रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड - by Sanju 69 - 14-03-2021, 06:55 PM



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