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Adultery रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड
टेक्सी ड्राइवर एक बूढा आदमी था जो गाड़ी चलाने में ध्यान दिये हुए था इसलिए मेने धीरे से सरजू देवी से पूछा ।

मैं ,--मम्मी ये अंदर की क्या बात बोल रही थी सुमन ।

सरजू ,--उसने अंदर भी अपनी कलाकारी की है ।

मैं ,--ऐसी क्या कलाकारी कर दी जो आप मुझे वहां से भगा लायी ।

सरजू ,--अभी होटल में देख लेना ।

में ,--पर होटल में तो सुनील अंकल यानी मेरे असली ससुर जी भी होंगे ।

सरजू ,--तो क्या हुआ अब तो तुझे उनके साथ सबकुछ करना ही है ।

मैं ,--पर मुझे अजीब लग रहा है ।

सरजू ,--कुछ अजीब नही लगेगा आज जो भी होगा तुम्हारे सामने ही होगा ।

मैं ,--आप क्या बोल रही है ऐसा कैसे संभव है ।

सरजू ,--में तुम्हारे ही भले के लिए कर रही हूँ जब तेरी सास तुम्हारे सामने नंगी रहेगी तो तुझे शरम नही आएगी ।

में ,--पर आज तो आप की सालगिरह है।

सरजू ,-मुझे पता है अभी तीन बजे है और आधे घण्टे में हम होटल पहुंच जाएंगे उसके बाद एक बार मे हम दोनों को करना है उसके बाद से तुम्हारी गोद भराई का काम शुरू करना है ।

में ,--पर तब तक शाम हो जाएगी और मुझे घर जाना पड़ेगा क्योंकि आपका बेटा घर आ जायेगा ।

सरजू ,--तू पूरी बात सुनती नही मेरी बात काट देती है अभी तेरे सामने मुझे तेरे ससुर जी करेंगे जो तेरी शरम दूर करने में काम आएगा रात में हम लोग खाना खाकर तेरा इंतजार करेंगे तू अमित को दूध में नींद की टेबलेट मिलाकर दे देना और हमारे पास आ जाना ।

में ,--पर रात को वो उठ गए तो ।

सरजू ,--नही उठेगा हम लोग हर रविवार रीता को टेबलेट देकर रात भर करते है ।

में ,--पर आज ही जरूरी है क्या ।

सरजू ,--अरे दो ही रात तो हम लोग रुकेंगे इसलिए तेरे ससुर जी का जितनी बार पानी निकलेगा तेरे अंदर डलवा दूँगी ।

में ,--और आप की सालगिरह ।

सरजू ,--अरे वो भी हो जाएगी तेरे ससुर जी को कंडोम नही लगाना पड़ेगा उनका स्टेमिना अच्छा है रात भर में मेरे ऊपर भी चढ़ेंगे और जितनी बार पानी निकलेगा तेरे अंदर डाल देंगे ।हो सकता है तीन दिन में तेरी कोख भर जाए ।

मैं ,--पर आप का मज़ा तो खराब हो जाएगा ।

सरजू ,--खराब नही बढ़ जाएगा तेरे ससुर जी को तेरे जैसी नई बहू करने को मिल जाएगी तो वो पूरे जोश के साथ मुझे भी मज़ा कराएंगे ।और में भी दोनों के बीच मज़ा करूँगी ।

में ,--दोनों के बीच कैसे ।

सरजू ,--जब ससुर जी मेरे ऊपर चढ़े होंगे तो तू भी कुछ करेगी ना ।

मैं ,--उसमे मैं क्या करूँगी ।

सरजू ,--तू मेरा दूध पी लेना और ससुर जी अपना काम करते रहेंगे ।

सरजू की बात सुनकर मेरी चुत पूरी गिली हो चुकी थी और मन कर रहा था कि जाते ही शुरू हो जाऊं पर जब मेरी सास खुद मुझे मीका दे रही है तो में जल्दबाजी क्यों करूं ।

में ,--पर ऐसा में कैसे कर सकती हूँ मुझसे नही हो पायेगा ये ।

सरजू ,--अरे तू मुझे सास नही अपनी बड़ी दीदी समझ कर करना और फिर जब में तेरे सामने पहले सब कुछ करवाउंगी तो फिर तेरे को कैसी शरम आएगी ।आखिर मेरे कोनसे असली पति है ।मेरा भी तो एक तरह से यार ही है ।जब तेरी सास अपने यार के साथ मज़ा कर रही है तो तुझे क्या दिक्कत है ।

मैं ,--पर में आपके बेटे को क्या मुंह दिखाउंगी ।

सरजू ,--तो जिंदगी भर बांझ बने फिरना और अपनी अंगुली से काम चलाना ।

मैं ,--काश आपके बेटे में कमी नही होती ।

सरजू ,--तो उसकी कमी की वजह से तू क्यों अपनी जिंदगी बर्बाद करे तू भी ऐश कर और मस्ती से जी ।

में सरजू के गले लगकर ,--थैंक्स मोम ,मुझे आप जैसी सास मिली ।

सरजू ,--चल तुझे बताती हूँ मेने अपने यार को खुश करने के लिए आज क्या किया है ।

मैं ,--क्या किया है ।

सरजू ,--मेने अपने ऊपर और नीचे अपने यार का नाम लिखवाया है ।

में अनजान बनते हुए ,--कहाँ ऊपर नीचे ।

सरजू धीरे से ,--अपनी चूची और चुत पर ।

सरजू द्वारा खुले शब्दों में चुत औ चूची सुनकर मेरी चूची टाइट हो गयी और चुत भीग गयी थी ।पर सास के सामने संस्कार दिखाते हुए ।

मैं ,--छी मम्मी आप भी मर्दों की तरह ऐसे शब्द बोलती है ।

सरजू ,--बेटी तू भी बोलना सिख ले तेरे होने वाले बच्चे के पिता को खुश करने के लिए क्योंकि उनको यही सुनने की आदत है ।

में ,--पर ऐसा बोलने से क्या होगा ।

सरजू ,--मर्दों को अच्छा लगता है उनका जोश बढ़ जाता है और फिर जम कर चोदते हैं ।

में ,--तो आपने कितने मर्दों से सुनाया है ।

सरजू ,--अब तेरे से क्या छुपाना अब तक सात आठ तो होंगे ही ।

में सरजू का मुंह ताकने लगी जैसे कोई अजीब चीज देख ली हो ।

सरजू ,--जब खुद के पति में दम नही हो तो औरत को अपनी जरूरत पूरा करने के लिए करना पड़ता है ।और फिर अपनी जरूरत पूरा करने के लिए कभी कभी दूसरों की इच्छा का ध्यान भी रखना पड़ता है ।

में ,--वो कैसे ।

सरजू ,--उसके लिए तो में सिर्फ एक प्यासी औरत ही हूँ ना , जिसका पति नपुंसक है तो उसका फायदा उठाकर वो कभी अपने दोस्त को खुश करने के लिए बोल देता है जो करना पड़ता है ।

में ,--ये तो ब्लैक मेल करना हो गया ।

सरजू ,--ये ब्लेक मेल नही है , अपने लिए एन्जॉय करने जैसा है ।

में ,--पर सुनील अंकल क्यों करेंगे ऐसा जब आप उनको सब कुछ सौंप दी ।

सरजू ,--तू बेवकूफ है में एक ही खूंटे से बंध कर क्यों रहूं जब सुनील अंकल को मेरे लिए समय नही तो किसी और के पास तो मेरे लिए समय हो सकता है ना ।

मैं ,--मतलब आपको दिक्कत नही है ।

सरजू ,--देखो हर मर्द का औजार और करने की स्टाइल अलग होती है और नया मर्द किसी नई औरत को जम कर करता है ।

में ,--वो कैसे ।

सरजू ,--अब तुम खुद को ही ले लो अमित तुम्हारी चूची मसलता होगा और तुम थोड़ा सा आह करदो तो वो रूक जाएगा पर पराया मर्द तुम्हारी चूची को पूरा निचोड़ देगा चाहे तुम कितना भी चीखों और औरत को असली मज़ा तभी आता है जब सामने वाला औरत को मसलकर रख दे ।

मैं ,--अब आप मुझसे बड़ी है तो अनुभव भी ज्यादा है ।लेकिन दर्द भी तो होता हैं।

सरजू ,--दर्द में ही असली मज़ा है ,मेने जिंदगी में बहुत मज़े और एक्सपेरिमेंट किये है ये तो अमित ही गांडू है वरना उसको भी मौका देने की कोशिश कि थी ।

में ,--कैसे ।

सरजू ,--जब वो अपने दोस्तों से गाँड मरवाकर आता था तब उसको जानबूझकर अपना जिस्म नहाने के बहाने नंगा दिखाती थी पर चंदा ने बताया कि उसको गाँड मरवाना ज्यादा पसंद है ।

मैं ,--चंदा कोन ।

सरजू ,--है गांव में एक औरत जिसके पति के पास अमित गाँड मरवाता था ।

में,--आपको इनके बारे में सब पता है ।

सरजू ,--मेरा बेटा हैइसलिए रखना पड़ता है , चंदा ने मेरी ननद की बेटी रश्मि को अमित से चुदवा कर अपनेबस में कर लिया फिर उसको अपने पति से गांडू बनवा दिया।

में ,--तो आपने रोका क्यों नही ।

सरजू ,--में खुद सुनील के साथ लगी थी इसलिए चंदा को बोल नही सकती थी और चंदा को मेरे बारे में पता था इसलिए चुप रही ।

में ,--तो चंदा भी अपने पति से संतुष्ट नही थी ।

सरजू ,--जरूरी नही सब असंतुष्ट हो तभी ये काम करे चंदा गरीब घर की बेटी थी और उसका पति बहुत चोदू आदमी है इसलिए चंदा को अपने पति को खुश रखने के लिए करना पड़ता था उसका पति कमसिन लड़के और लड़कियों को चंदा से फ़सवा कर उनको ब्लैक मेल करता है ।और फिर उनको काम मे लेता था ।

मैं ,--तो गांव में किसी ने विरोध नही किया ।

सरजू ,--ये सब बातें सबको थोड़े ही पता चलती है वो तो रश्मि की वजह से मुझे पता चली वरना अमित तो उसके दोस्त के साथ लगा था ।

मैं ,--तो आपको रश्मि दीदी ने खुद बताया ।

सरजू ,--वो बार बार अपनी मम्मी से बहाना करके मेरे पास आती थी और शादी के बाद भी वो चंदा के घर जाती थी इसलिए मुझे शक हुआ और एक दिन उसको मेने रंगे हाथ पकड़ लिया ।

में ,--तो फिर रीता कैसे बच गयी ।

सरजू ,--रीता को मेने गांव की हवा नही लगने दी शुरू से ही बोर्डिंग स्कूल में डलवा दिया ।

में ,--पर अब तो वो गांव में ही है ।

सरजू ,--है लेकिन उसको ज्यादा देर बाहर नही निकलने देती औऱ में खुद भी उसके सामने में धार्मिक औरत के रूप में रहती हूँ और सत्संग के बहाने से सब होता है ।

मैं ,--पर कहीं उसका हाल भी आपके और मेरे जैसा हुआ तो ।

सरजू ,--इसलिए तो सोचती हूँ कि कही नोकरी लग जाये तो फिर किसी के भरोसे नही रहेगी ।

में ,--पर उसकी वजह से आप को कितनी परेशानी होती है आप खुल कर एन्जॉय नही कर पाति है ।

सरजू ,--वो तो है पर डर भी की कहीं गलत रास्ते ना चली जाए इसलिए उसको पूरा कंट्रोल में रखती हूं ।

में ,--मम्मी अब भी बड़ी ही गयी है कितने दिन वश में रहेगी ।

सरजू ,--और उपाय भी नही है ना ।

मैं ,--उपाय है अगर आपचाहें तो ।

सरजू ,--क्या ।

मैं ,--आजकल लिव इन का चलन है लड़कियों को अपने पसन्द के लड़के के साथ रहकर जानने और समझने का अवसर मिल जाता है और फिर समझ मे आये तो शादी कर लेती है ।

सरजू ,--पर ऐसे किसी के साथ कैसे रह सकती है ।

में ,--मेरी दो सहेलियों ने ऐसे ही शादी की है प्राइवेट जॉब करके पहले लड़के पसन्द किये फिर उनके साथ कुछ दिन रहकर शादी कर ली ।

सरजू ,--पर प्राइवेट जॉब के लिए गांव से बाहर जाना पड़ेगा ।

में ,--आप उसको मुंबई भेज दीजिये यहां नोकरियों को कमी नही है ।

सरजू ,--पर यहां तुम को संभाल ना पड़ेगा ।

में ,--तो में अपनी ननद को नही संभाल सकती क्या वैसे भी में दिन भर अकेली बोर हो जाती हूँ ।

सरजू ,--ठीक है सोचूंगी ।

में,-;सोचना क्या है आप खुल कर सुनील चाचा के साथ घर मे मजे कीजिये ।

सरजू ,--पर तुमको परेशानी होगी उसका ।

में ,--मुझे क्या परेशानी है में उसके साथ दिनभर रहूंगी उसको खाना और घर के काम सीखा दूँगी खाली समय मे डांस वगेरह सिख लेगी । और कोई अच्छी सी प्राइवेट जॉब कर लेगी ।

सरजू ,--ठीक है में जाकर तेरे ससुर जी से बात करके भेज दूँगी ।

बातें करते करते होटल आ गया था टैक्सी रुकते ही उसको भाड़ा दिया और दोनों होटल में चल दी।

होटल में पहुंच कर हम लोग लिफ्ट से दसवें माले पर पहुंचे और सरजू ने पर्स से कार्ड निकालकर गेट खोला और अंदर से गेट बंद करके जब रूम देखा तो रूम जैसा लगा ही नही, बाहर सोफा और टेबल लगे थे एक तरफ छोटा सा फ्रिज रखा था जिसमे पीने की बोतल वगेरह थी पास में चाय बनाने के केतली पड़ी थी एक तरफ टॉयलेट था ।

तभी अंदर से आवाज आई कोंन है तो सरजू ने एक गेट खोला और मुझे अंदर लेकर आई ।अंदर सुनील चाचा पीठ के बल नंगा लेटा था और एक लड़की मसाज कर रही थी जो सिर्फ ब्रा पेंटी पहने थी ।सुनील चाचा हमे देखकर बोले।

सुनील ,--जी आप को किस् से मिलना है ।

सरजू ,--अभी बताती हूँ ए लड़की चल बाहर निकल ।
वो लड़की जल्दी से बाहर निकल गयी ।

सुनील ,--अरे रजु रानी तुम , तुम तो पहचान में ही नही आ रही और ये आइटम कोन है ।

सरजू ,--साले में थॉडी देर बाहर क्या गयी तुमने तो रण्डी बुला ली ।

सुनील ,--तुमने कितनी देर कर दी आने में तो सोचा मसाज करवा लूं आखिर तुमको रात भर करना है ।
सुनील चाचा सीधे हो चुका था उनका विशाल लण्ड तन कर खड़ा था जिसे देखने के बाद मेरी चुत कुलबुलाने लगी और में बाहर की तरफ जाने लगी तो सरजू ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली ।

सरजू ,--ये अमित की बीबी रेखा बहु है ।

सुनील अंकल ने इतना सुनते ही पास पड़े तोलिये को उठाकर अपने कमर पर डाल लिया और सरजू को डांटने के अंदाज में बोला ।

सुनील ,--तुमको एक बार फोन करके नही आना चाहिए क्या इज्जत रह गयी मेरी बहु के सामने ।

सरजू ,--मुझे क्या पता तुम यहाँ रण्डी से मसाज करवा रहे होंगे में तो तुम्हारे कल बर्थडे पर नई चुत का इंतजाम करके लायी थी ।जो तीन दिन तक बिना कंडोम चुदवाने वाली है।

सुनील ,--पर तुम तो बहु को लेकर आई हो ।

सरजू ,--तो बहु ही तो है वो।

इतना सुनते ही मेने सरजू से हाथ छुड़ाया और गेट खोलकर बाहर आ गयी जब तक मैं रूम का मैन गेट खोलती सरजू ने मेरा हाथ पकड़ा और सोफ़े पर खींच लिया ।


To be continued........
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RE: रेखा ने बनाया अपने पति को कुकहोल्ड - by Sanju 69 - 11-12-2020, 08:42 PM



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