01-11-2020, 11:22 AM
आज पांच दिन हो गए थे अमित से बात किये हुए अमित सुबह मेरे लिए नास्ता बनाकर चला जाता और रात में उसका खाना बना कर में दूसरे रूम में सो जाती थी आज भी अमित सुबह नास्ता बनाकर चला गया और में उठकर नास्ता करने के बाद अपने दोस्तों के साथ फोन पर चैटिंग में लगी थी ।
इन पांच दिनों में रीता और सरजू देवी के कई फोन आये पर मेने एक भी काल रिसीव नही की थी हाँ राजेश और प्रिया से रोज बात होती रही ।
मेरी लास्ट चुदाई जो प्रकाश और उसके चाचा ने की थी उसी को याद करके अंगुली करती रही और हरमीत ने जो वीडियो बनाये थे उनको देखकर मन करता था कि रोज ऐसे ही चुदाई पार्टी हो ।
अमित रोज मुझे मनाने की कोशीश करता रहा तरह तरह से माफी मांगी पर मुझे उसकी किसी भी बात से कोई फर्क नही पड़ा ।जब भी वो मुझसे बात करने की कोशिश करता में उठकर दूसरे कमरे में चला जाता इसलिए समझौते का कोई सवाल ही नही उठता था।
सीमा जो रोज अमित को आते जाते देखती थी वो रोज मुझे अमित के बारे में बताती थी ।पर अभी तक सीमा के साथ प्लानिंग की थी वो अमल में आती लग नही रही थी आज शनिवार का दिन था वैसे तो अमित की छूटी होती थी और आज भी छूटी का दिन था अमित सुबह से बाहर निकला हुआ था रात में भी वो बिना पिये सो गया था जो कि अब तक षुक्रवार रात में पीने का रूटीन बना हुआ था ।
दोपहर का खाना खाकर में राजेश से बात कर रही थी कि मुझे मोबाइल में दूसरा कॉल आने का टोन सुनाई दिया मेने फोन कान से हटाके देखा तो दूसरी काल सीमा की थी मेने राजेश को बाय बोला और सीमा का कॉल रिसीव किया ।
सीमा ,- हेलो रेखा अमित आया है ।
में ,--क्या बोल रहा है ।
सीमा ,-वही जो तुमने सोचा था मुझे बोल रहा है रेखा को समझाओ ।
में ,-तो अभी कहाँ है वो ।
सीमा,-बाहर खड़ा है में तनु को लेने के बहाने अंदर आकर तुमको फोन किया है ताकि तुम रेडी रहो।
में,--ठीक है आओ।
थॉडी देर बाद गेट खुलने की आवाज आई में मोबाइल साइड में रखकर पलंग पर सो रही थी सीमा अंदर आयी उसके पीछे अमित भी था जो गेट पर खड़ा हुआ था।
सीमा को देखकर में बिस्तर पर बैठ गयी और सीमा से हाथ मिलाया ।
सीमा ,--रेखा क्या हो रहा है ये अमित बेचारा कितना परेशान है पिछले कई दिनों से।
मैं ,--तुमको अमित की परेशानी तो दिख गयी इससे पूछा नही इसने मेरे साथ क्या किया ।
सीमा अमित की और देखते हुए ,--क्या किया।
अमित ,--कुछ भी तो नही।
सीमा मुझसे ,--चलो तुम ही बता दो क्या किया है।
में ,--ये थोड़े ही बताएगा ये लो देखो इसने क्या किया है ।और मेने मोबाइल में वो वीडियो चालू कर दिया जिसमें अमन और हरमीत दोनों मुझे चोद रहे थे ।पांच मिनट का क्लिप देखकर सीमा बोली ।
सीमा ,--इसमें अमित कहाँ है ।
में ,--ये दारू पीकर सोया हुआ था ।
अमित ,--पर वो तो मजबूरी थी मेरी
में ,--झूठ मत बोलो तुम मुझे इन दोनों के लिए छोड़कर सो गए और इनको मनमानी करने का मौका दिया था।
सीमा ,--मुझे पूरी बात बताओ क्या कहानी है ।
मैं ,--कहानी कुछ नही है इसने मुझे जिसके साथ अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए है अपने स्वार्थ की खातिर मुझे अकेला छोड़कर दूसरे कमरे में सो गया।
सीमा ,--अमित ये तो गलत बात है तुमको इस तरह नही करना चाहिए था।
अमित ,--पर में क्या करता मुझे लगा तुमको मेरे सामने शरम आएगी इसलिए अकेला छोड़ा था।
सीमा ,--और अगले दिन तुमने हरमीत से कहा वो क्या था वो भी बता दो ।
अमित ,--क्या कहा था ।
में ,--तुमको याद नही तो सुनो तुमने हरमीत को कहा था कि इसको कोठे पर लेजाकर धंधा करवाओ ।
सीमा ,--अमित तुमने ऐसा कहा था ।
अमित ,--हां, क्योंकि मुझे पत्नी के रूप में पतिव्रता औरत नही एक खुले विचारों वाली बीबी चाहिए तभी तो मेने इसके बारे में सबकुछ जानते हुए शादी की थी।
अब मुझे क्या पता था मेरा नसीब खराब है जो इतनी लड़कियों को रिजेक्ट करने के बाद भी यही होना है।
सीमा ,--अगर ऐसी बात है तो तुमको मंजूर होगा अगर रेखा किसी के साथ हमबिस्तर होती है तुम्हारी पीठ पीछे से।
अमित ,--जब मुझे अपने सामने दिक्कत नही है तो पीठ पीछे क्यों होगी भला।
सीमा ,--सोच लो फिर बाद में अफ़सोस मत करना।
अमित ,--सोचा हुआ है ।
सीमा ,--रेखा फिर तुम को क्या परेशानी है जब इसको कोई आपत्ति नही है तुम भी अपनी लाइफ को एन्जॉय करो खुलकर ।
में ,--पर ।
सीमा ,--पर वर कुछ नही ये गांडू है इसको गाँड मरवाने दे अपनी तुझे क्या । क्यों अमित सही कहा ना मेने ।
अमित ,--ह्म्म्म ।
सीमा ,-- रेखा आज से इस गांडू को जैसे ये चाहता है वैसे खुश रहने दे और तू भी नए नए स्वाद का मज़ा ले।वैसे भी आजकल सब यही कर रहे हैं ।
सीमा की बात सुनकर में चुप रही तो सीमा फिर से बोली ,--रेखा अब भी नाराजगि है क्या तुमको या फिर कुछ कहना बाकी है ।
में फिर भी चुप रही तो अमित मेरे पैरों के पास फर्श पर बैठकर बोला ,--रेखा प्लीज अब मान जाओ देखो तुम ने मुझे कितनी खुली छूट दे रखी है तुम भी मेरी तरफ से एक दम फ्री हो तुमको जो अच्छा लगे वो करो पर मुझसे नाराज मत रहो ।
सीमा ,--रेखा अब छोड़ भी दो नाराजगी देखो अमित तुम्हारे पैरों को पकड़ रखा है ।
इतना सुनते ही मेने सीमा को गले लगा लिया और बोली ,--पर मुझे आज इसने जो किया है उसका क्या ।
सीमा ,--उसके लिए आज इसको हमारा गुलाम बनकर रहना पड़ेगा क्यों अमित ।
अमित ,--मुझे मंजूर है ।
सीमा ,--ठीक है अपने कपड़े खोल कर नंगे हो जाओ और हमारे लिए खाने पीने की व्यवस्था करो ।
अमित तुरंत खड़ा हुआ और अपने कपड़े खोलकर नंगा हो गया उसका लण्ड अभी लटक रहा था जो सीमा को पसंद नही आया उसने हाथ बढ़ाकर लण्ड को पकड़ लिया और दूसरे हाथ से गाँड में अंगुली करने लगी जिससे लण्ड पूरा खड़ा हो गया तो सीमा बोली ।
सीमा ,--सुन ले आज जब तक हम दोनों मालकिन के सामने आओ तो ये लण्ड ऐसे ही खड़ा रहना चाहिए अगर ऐसा नही हुआ तो तुझे नंगा ही कॉलोनी में घुमाएंगे।
अमित ,--पर लगातार कैसे संभव है ।
सीमा ,--चुप, मालकिन को कैसे बोलना है तुमको पता नही क्या ,आगे से मालकिन और जी लगाए बिना बात की तो गाँड मार दूँगी ।
अमित ,--सॉरी मालकिन जी।
सीमा ,--अगर तुमने हम दोनों को खुश किया तो तेरा बरसों का सपना पूरा हो जाएगा तुझे मेरी चुत चाहिए ना वो मिल जाएगी ।
अमित खुश होते हुए ,--जी मालकिन ।
सीमा के मुंह से उसकी चुदवाने की बात सुनकर उसके लण्ड ने एक जोर का झटका खाया ।
सीमा ,--रेखा तुम्हारे पास टेबलेट है ना ।
मेने पलंग की ड्रावर खोलकर वियाग्रा का पता निकाला और सीमा को पकड़ा दिया सीमा ने दो टेबलेट निकाली और अमित को देते हुए बोली ,--ले खा इसको ।
अमित जिसको पता था कि दो टेबलेट का मतलब बहुत ज्यादा हो जाना था पर सीमा की चुत मिलने का लालच देखकर चुपचाप खा लिया ।
सीमा ,--अब जा कर चुपचाप जो कहा है वो काम करो ।
अमित ,--जी मालकिन ।
अमित के जाते ही सीमा ने मुझे धीरे से कहा ,--अब इस गांडू को जितना जलील करना है कर लो तुम पीकर बहकने का नाटक करना और जी भर के गालियां देना जिससे ये तुम्हारे बॉय फ्रेंड के सामने बर्दास्त करना सीख जाये।
मैं ,--तभी तो इतना नाटक किया है आज उसको जलील करना है कि जिंदगी में दुबारा इसको बेइज्जती का एहसास नही हो।
सीमा ,--बस फिर हो जा शुरू अपना गुलाम अभी आता ही होगा ।
तभी अमित ने गेट पर आकर कहा ,--मालकिन आपके खाने पीने का सामान लगा दिया है।
सीमा ,--इधर आ ।
जब अमित पास में आया तो सीमा ने उसके लण्ड को हल्का सा चपत मारते हुए कहा ,--तेरे को अभी बहुत कुछ सीखना पड़ेगा ।मालकिन को झुक कर निवेदन किया जाता है ऐसे अकड़ के नही समझे ।
अमित झुक कर ,--जी मालकिन ।
सीमा ने अपने गाउन को थोड़ा नीचे खींचा जिससे उसके दूधिया बूब्स गले से थोड़ा सा नुमाया हुए। फिर बोली ,--शाबास अगर ऐसे ही कहना करते रहोगे तो इस बूब्स को चुसने का मौका मिलेगा ।
अमित इतना सुनते ही खुश हो गया और उसके लण्ड में फिर से जोश भर गया ।
सीमा ने फिर उसको कहा कि अपनी छोटी मालकिन से भी रिकवेस्ट करो और अपनी गलती की सज़ा देने के लिए आग्रह करो ।
अमित फिर से झुककर ,--मालकिन आप भी चलिये टेबल पर खाने पीने का सामान लग चुका है और मुझे मेरी गलती की सज़ा दीजिये ।
सीमा ने अमित को बाहर जाकर इंतजार करने को कहा और वो ड्रेसिंग टेबल की तरफ चल दी।
मैं भी उठकर खड़ी हुई और अपनी साड़ी को निकालकर रख दिया अब में सिर्फ ब्लाउज पेटीकोट में थी मेने अपनी पेंटी को निकाल दिया फिर ब्लाउज खोलकर ब्रा को निकालकर सिर्फ ब्लाउज पहन लिया ।अब मेरे शरीर पर सिर्फ ब्लाउज और पेटीकोट था ।
दोनों ने मस्त मेकअप किया दोनों ने ग्लो साइन लिपस्टिक पर लगाई और बूब्स के ऊपर लाइट रेड कलर का चमकीला पाउडर लगाया जिससे दोनों के बूब्स के ऊपर क हिस्सा और क्लीवेज चमकने लगे ।
जब दोनों की नजरें मिली तो सीमा ने मुझे आंख मारकर कहा ,--मस्त रण्डी लग रही है छमियां ,आज उस साले का लण्ड पानी भी नही छोड़ेगा और पानी निकालने के लिए तड़पेगा देखना ।
में ,--तू भी किसी वेस्या से कम नही लग रही देख साली खुद को आईने में क्या गज़ब माल लग रही है ।
और दोनों ने बाहर हाल में कदम रखा तो अमित की आँखें फटी रह गयी दोनों को देखकर।
में सिर्फ ब्लाउज़ पेटिकोट में थी वहीं सीमा गाउन पहने थी जिसकी सामने से चैन आधे बूब्स तक खुली थी ।और दोनों का मेकअप दूर से चमक रहा था ।
इन पांच दिनों में रीता और सरजू देवी के कई फोन आये पर मेने एक भी काल रिसीव नही की थी हाँ राजेश और प्रिया से रोज बात होती रही ।
मेरी लास्ट चुदाई जो प्रकाश और उसके चाचा ने की थी उसी को याद करके अंगुली करती रही और हरमीत ने जो वीडियो बनाये थे उनको देखकर मन करता था कि रोज ऐसे ही चुदाई पार्टी हो ।
अमित रोज मुझे मनाने की कोशीश करता रहा तरह तरह से माफी मांगी पर मुझे उसकी किसी भी बात से कोई फर्क नही पड़ा ।जब भी वो मुझसे बात करने की कोशिश करता में उठकर दूसरे कमरे में चला जाता इसलिए समझौते का कोई सवाल ही नही उठता था।
सीमा जो रोज अमित को आते जाते देखती थी वो रोज मुझे अमित के बारे में बताती थी ।पर अभी तक सीमा के साथ प्लानिंग की थी वो अमल में आती लग नही रही थी आज शनिवार का दिन था वैसे तो अमित की छूटी होती थी और आज भी छूटी का दिन था अमित सुबह से बाहर निकला हुआ था रात में भी वो बिना पिये सो गया था जो कि अब तक षुक्रवार रात में पीने का रूटीन बना हुआ था ।
दोपहर का खाना खाकर में राजेश से बात कर रही थी कि मुझे मोबाइल में दूसरा कॉल आने का टोन सुनाई दिया मेने फोन कान से हटाके देखा तो दूसरी काल सीमा की थी मेने राजेश को बाय बोला और सीमा का कॉल रिसीव किया ।
सीमा ,- हेलो रेखा अमित आया है ।
में ,--क्या बोल रहा है ।
सीमा ,-वही जो तुमने सोचा था मुझे बोल रहा है रेखा को समझाओ ।
में ,-तो अभी कहाँ है वो ।
सीमा,-बाहर खड़ा है में तनु को लेने के बहाने अंदर आकर तुमको फोन किया है ताकि तुम रेडी रहो।
में,--ठीक है आओ।
थॉडी देर बाद गेट खुलने की आवाज आई में मोबाइल साइड में रखकर पलंग पर सो रही थी सीमा अंदर आयी उसके पीछे अमित भी था जो गेट पर खड़ा हुआ था।
सीमा को देखकर में बिस्तर पर बैठ गयी और सीमा से हाथ मिलाया ।
सीमा ,--रेखा क्या हो रहा है ये अमित बेचारा कितना परेशान है पिछले कई दिनों से।
मैं ,--तुमको अमित की परेशानी तो दिख गयी इससे पूछा नही इसने मेरे साथ क्या किया ।
सीमा अमित की और देखते हुए ,--क्या किया।
अमित ,--कुछ भी तो नही।
सीमा मुझसे ,--चलो तुम ही बता दो क्या किया है।
में ,--ये थोड़े ही बताएगा ये लो देखो इसने क्या किया है ।और मेने मोबाइल में वो वीडियो चालू कर दिया जिसमें अमन और हरमीत दोनों मुझे चोद रहे थे ।पांच मिनट का क्लिप देखकर सीमा बोली ।
सीमा ,--इसमें अमित कहाँ है ।
में ,--ये दारू पीकर सोया हुआ था ।
अमित ,--पर वो तो मजबूरी थी मेरी
में ,--झूठ मत बोलो तुम मुझे इन दोनों के लिए छोड़कर सो गए और इनको मनमानी करने का मौका दिया था।
सीमा ,--मुझे पूरी बात बताओ क्या कहानी है ।
मैं ,--कहानी कुछ नही है इसने मुझे जिसके साथ अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए है अपने स्वार्थ की खातिर मुझे अकेला छोड़कर दूसरे कमरे में सो गया।
सीमा ,--अमित ये तो गलत बात है तुमको इस तरह नही करना चाहिए था।
अमित ,--पर में क्या करता मुझे लगा तुमको मेरे सामने शरम आएगी इसलिए अकेला छोड़ा था।
सीमा ,--और अगले दिन तुमने हरमीत से कहा वो क्या था वो भी बता दो ।
अमित ,--क्या कहा था ।
में ,--तुमको याद नही तो सुनो तुमने हरमीत को कहा था कि इसको कोठे पर लेजाकर धंधा करवाओ ।
सीमा ,--अमित तुमने ऐसा कहा था ।
अमित ,--हां, क्योंकि मुझे पत्नी के रूप में पतिव्रता औरत नही एक खुले विचारों वाली बीबी चाहिए तभी तो मेने इसके बारे में सबकुछ जानते हुए शादी की थी।
अब मुझे क्या पता था मेरा नसीब खराब है जो इतनी लड़कियों को रिजेक्ट करने के बाद भी यही होना है।
सीमा ,--अगर ऐसी बात है तो तुमको मंजूर होगा अगर रेखा किसी के साथ हमबिस्तर होती है तुम्हारी पीठ पीछे से।
अमित ,--जब मुझे अपने सामने दिक्कत नही है तो पीठ पीछे क्यों होगी भला।
सीमा ,--सोच लो फिर बाद में अफ़सोस मत करना।
अमित ,--सोचा हुआ है ।
सीमा ,--रेखा फिर तुम को क्या परेशानी है जब इसको कोई आपत्ति नही है तुम भी अपनी लाइफ को एन्जॉय करो खुलकर ।
में ,--पर ।
सीमा ,--पर वर कुछ नही ये गांडू है इसको गाँड मरवाने दे अपनी तुझे क्या । क्यों अमित सही कहा ना मेने ।
अमित ,--ह्म्म्म ।
सीमा ,-- रेखा आज से इस गांडू को जैसे ये चाहता है वैसे खुश रहने दे और तू भी नए नए स्वाद का मज़ा ले।वैसे भी आजकल सब यही कर रहे हैं ।
सीमा की बात सुनकर में चुप रही तो सीमा फिर से बोली ,--रेखा अब भी नाराजगि है क्या तुमको या फिर कुछ कहना बाकी है ।
में फिर भी चुप रही तो अमित मेरे पैरों के पास फर्श पर बैठकर बोला ,--रेखा प्लीज अब मान जाओ देखो तुम ने मुझे कितनी खुली छूट दे रखी है तुम भी मेरी तरफ से एक दम फ्री हो तुमको जो अच्छा लगे वो करो पर मुझसे नाराज मत रहो ।
सीमा ,--रेखा अब छोड़ भी दो नाराजगी देखो अमित तुम्हारे पैरों को पकड़ रखा है ।
इतना सुनते ही मेने सीमा को गले लगा लिया और बोली ,--पर मुझे आज इसने जो किया है उसका क्या ।
सीमा ,--उसके लिए आज इसको हमारा गुलाम बनकर रहना पड़ेगा क्यों अमित ।
अमित ,--मुझे मंजूर है ।
सीमा ,--ठीक है अपने कपड़े खोल कर नंगे हो जाओ और हमारे लिए खाने पीने की व्यवस्था करो ।
अमित तुरंत खड़ा हुआ और अपने कपड़े खोलकर नंगा हो गया उसका लण्ड अभी लटक रहा था जो सीमा को पसंद नही आया उसने हाथ बढ़ाकर लण्ड को पकड़ लिया और दूसरे हाथ से गाँड में अंगुली करने लगी जिससे लण्ड पूरा खड़ा हो गया तो सीमा बोली ।
सीमा ,--सुन ले आज जब तक हम दोनों मालकिन के सामने आओ तो ये लण्ड ऐसे ही खड़ा रहना चाहिए अगर ऐसा नही हुआ तो तुझे नंगा ही कॉलोनी में घुमाएंगे।
अमित ,--पर लगातार कैसे संभव है ।
सीमा ,--चुप, मालकिन को कैसे बोलना है तुमको पता नही क्या ,आगे से मालकिन और जी लगाए बिना बात की तो गाँड मार दूँगी ।
अमित ,--सॉरी मालकिन जी।
सीमा ,--अगर तुमने हम दोनों को खुश किया तो तेरा बरसों का सपना पूरा हो जाएगा तुझे मेरी चुत चाहिए ना वो मिल जाएगी ।
अमित खुश होते हुए ,--जी मालकिन ।
सीमा के मुंह से उसकी चुदवाने की बात सुनकर उसके लण्ड ने एक जोर का झटका खाया ।
सीमा ,--रेखा तुम्हारे पास टेबलेट है ना ।
मेने पलंग की ड्रावर खोलकर वियाग्रा का पता निकाला और सीमा को पकड़ा दिया सीमा ने दो टेबलेट निकाली और अमित को देते हुए बोली ,--ले खा इसको ।
अमित जिसको पता था कि दो टेबलेट का मतलब बहुत ज्यादा हो जाना था पर सीमा की चुत मिलने का लालच देखकर चुपचाप खा लिया ।
सीमा ,--अब जा कर चुपचाप जो कहा है वो काम करो ।
अमित ,--जी मालकिन ।
अमित के जाते ही सीमा ने मुझे धीरे से कहा ,--अब इस गांडू को जितना जलील करना है कर लो तुम पीकर बहकने का नाटक करना और जी भर के गालियां देना जिससे ये तुम्हारे बॉय फ्रेंड के सामने बर्दास्त करना सीख जाये।
मैं ,--तभी तो इतना नाटक किया है आज उसको जलील करना है कि जिंदगी में दुबारा इसको बेइज्जती का एहसास नही हो।
सीमा ,--बस फिर हो जा शुरू अपना गुलाम अभी आता ही होगा ।
तभी अमित ने गेट पर आकर कहा ,--मालकिन आपके खाने पीने का सामान लगा दिया है।
सीमा ,--इधर आ ।
जब अमित पास में आया तो सीमा ने उसके लण्ड को हल्का सा चपत मारते हुए कहा ,--तेरे को अभी बहुत कुछ सीखना पड़ेगा ।मालकिन को झुक कर निवेदन किया जाता है ऐसे अकड़ के नही समझे ।
अमित झुक कर ,--जी मालकिन ।
सीमा ने अपने गाउन को थोड़ा नीचे खींचा जिससे उसके दूधिया बूब्स गले से थोड़ा सा नुमाया हुए। फिर बोली ,--शाबास अगर ऐसे ही कहना करते रहोगे तो इस बूब्स को चुसने का मौका मिलेगा ।
अमित इतना सुनते ही खुश हो गया और उसके लण्ड में फिर से जोश भर गया ।
सीमा ने फिर उसको कहा कि अपनी छोटी मालकिन से भी रिकवेस्ट करो और अपनी गलती की सज़ा देने के लिए आग्रह करो ।
अमित फिर से झुककर ,--मालकिन आप भी चलिये टेबल पर खाने पीने का सामान लग चुका है और मुझे मेरी गलती की सज़ा दीजिये ।
सीमा ने अमित को बाहर जाकर इंतजार करने को कहा और वो ड्रेसिंग टेबल की तरफ चल दी।
मैं भी उठकर खड़ी हुई और अपनी साड़ी को निकालकर रख दिया अब में सिर्फ ब्लाउज पेटीकोट में थी मेने अपनी पेंटी को निकाल दिया फिर ब्लाउज खोलकर ब्रा को निकालकर सिर्फ ब्लाउज पहन लिया ।अब मेरे शरीर पर सिर्फ ब्लाउज और पेटीकोट था ।
दोनों ने मस्त मेकअप किया दोनों ने ग्लो साइन लिपस्टिक पर लगाई और बूब्स के ऊपर लाइट रेड कलर का चमकीला पाउडर लगाया जिससे दोनों के बूब्स के ऊपर क हिस्सा और क्लीवेज चमकने लगे ।
जब दोनों की नजरें मिली तो सीमा ने मुझे आंख मारकर कहा ,--मस्त रण्डी लग रही है छमियां ,आज उस साले का लण्ड पानी भी नही छोड़ेगा और पानी निकालने के लिए तड़पेगा देखना ।
में ,--तू भी किसी वेस्या से कम नही लग रही देख साली खुद को आईने में क्या गज़ब माल लग रही है ।
और दोनों ने बाहर हाल में कदम रखा तो अमित की आँखें फटी रह गयी दोनों को देखकर।
में सिर्फ ब्लाउज़ पेटिकोट में थी वहीं सीमा गाउन पहने थी जिसकी सामने से चैन आधे बूब्स तक खुली थी ।और दोनों का मेकअप दूर से चमक रहा था ।