07-08-2020, 01:22 PM
अगले दिन सुबह मेरी नींद खुली दे देखा नो बजने वाले है में जल्दी से उठकर बाथरूम में घुस गई और आधे घंटे में पूरी तरह से तैयार होकर बाहर निकली
फिर साड़ी पहनकर अपना फोन उठाया और बाहर की और आकर सोचा कमला को फोन करके बुलाती हूँ जैसे ही फोन लगाने लगी बेल बजी ।
मेने गेट खोला तो कमला खड़ी थी उसने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा और बोली ,--भाभी लगता है मेरा आज का शो छूट गया ।
में ,-क्यो तेरे को गुफा देखनी थी या बम्बू देखना था।
कमला ,-- भाभी गुफा तो मेरे पास आप से बड़ी है पर बम्बू अलग अलग देखने और पकड़ने में मज़ा आता है ।
दोनों यही बातें करते करते किचन में आ गयी ।तो मैने कहा,- तू एक काम कर चाय बना कर बैडरूम में जा तुझे बम्बू देखने को मिल जाएगा ।
कमला मेरा मुंह ताकने लगी तो मैने कहा ,--आज शनिवार है याद है ना ।
कमला ,-- अरे हां ,पर वो डिल्डो तो सीमा भाभी के पास है ।
मैं ,वो में लेकर आती हूँ तू चाय बना और अमित को दे देना, वो अभी नंगा सोया है ।
और हाँ ,चाय देने से पहले उसके बम्बू को अगर सोया हो तो खड़ा कर देना, में सीमा से वो डिल्डो लेकर आती हूँ ठीक है।
कमला ,-जी भाभी,
और में बाहर आकर एक बार मैन गेट धीरे से खोला और वापस बंद होने की आवाज थोड़ा जोर से की ताकि कमला को सुनाई दे दे ।
लेकिन बाहर गई नही थी सिर्फ गेट खुलने और बंद होने का आवाज किया था और गेस्ट रूम में घुस गई। और खिड़की से देखने लगी।
थॉडी देर में मुझे कमला की किचन से निकलने की आवाज आई और वो बैडरूम में घुसी तो में दबे पांव बैडरूम के गेट पर पहुची और अंदर झांककर देखा।
कमला ने चाय साइड में रख दी थी और वो बेड पर अमित के पास बैठ गयी उसका लण्ड जो अभी थोड़ा सा खड़ा था उसने पकड़ लिया और उस पर झुककर मुह में लेकर चूमने लगी ।
अमित पहले तो थोड़ा हिला फिर उसने कमला को लण्ड चूमते देखकर रूम में चारों तरफ नज़र दौड़ाई फिर बोला ,रेखा कहाँ है तो कमला ने कहा ,-नीचे सीमा भाभी के पास गई है कुछ काम से।
मेने सुना तो मुझे लगा कि कमला बहुत चालू चीज है उसने अमित को सच नही बताया मतलब वो मेरे से बाहर नही जाएगी।
तभी मेने पीछे जाकर थॉडी सी कदमो की आवाज की और कमला को आवाज लगाते हुए बोली कमला चाय बन गयी क्या और तुरन्त बैडरूम में घुस आयीं ।
अंदर कमला जल्दी से बेड से उठने लगी और अमित अपना नंगा लण्ड छुपाने के लिए इधर उधर कुछ ढूंढने लगा तभी उसे अपना बरमूडा दिखा तो वो उसे जल्दी से पहन ने लगा ।
मेरी तो हंसी छूटने को हो रही थी पर हँसने के बजाय गुस्से से अमित को बोली ,--तुमको थॉडी बहुत शर्म है की नही, कितना बार बोला है कि कपड़े पहन कर सोया करो । सुबह जगा कर गयी थी कि कमला आने वाली है कपड़े पहन लो
अमित चुप चाप सुनता रहा उसको पता था कि अगर वो कुछ बोला तो उसकी वो कमला के सामने बेइज्जती कर देगी।
फिर कमला को बोली ,-- चल तू अपना हिसाब का पैसा ले और दुसरीं जगह काम ढूंढ़ ले .
कमला मुझे हैरानी से देखने लगी जब मैने अमित की तरफ देखा तो उसकी नज़र झुकी हुई थी तो मैने कमला को आंख मारकर किचन में जाने का इशारा किया।
कमला किचन में चली गयी औऱ अमित को धीरे से बोली ,--तुम रात को तो मुझे ठंडा कर नही सके और अभी उससे लण्ड चुसवाने लगे।
अमित के मुँह से आवाज नही निकल रही थी में उसके पास जाकर बैठ गयी ओर बोली तुम को जो चाहिए वो मुझे अपने मुंह से बोल सकते हो।
अमित ,--पर मेरी क्या गलती है वो तो।
में,--ठीक है इस का हिसाब करके रवाना करती हूँ।
और उठने लगी तो अमित ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोला
अमित,--क्यों बेचारी को गरीब को निकाल रही हो ,रहने दो।
में ,-अमित तुमको मेने पहले भी कहा था तुमको जो करना है मुझे बोल दिया करो ,में तुम्हे मना नही करूँगी पर ये लुका छिपी मुझे पसंद नही।
अमित ,--मुझे उसका ये छेड़ छाड़ और बदमासी अच्छी लगती है औऱ फिर तुम भी उसके नाम से चिढ़ाती हो तो अच्छा लगता है।
मै ,--तुमको उसको चोदना है क्या साफ साफ बोलो।
और मैने तुमको पहले भी कहा है कि मुझे बीबी की जगह दोस्त समझो जिसको अपने दिल की बात बोल सको ।में तुमको अपने पल्लू में बांध कर रखना नही चाहती।
जवाब में अमित कुछ देर चुप रहा और मेरे को किस किया बोला,-सॉरी जान ,आगे से तुमको शिकायत का मौका नही दूंगा।प्लीज उसको काम से मत निकालो।
मैं ,--अमित तुम ये क्यों नही मानते लेते की हम दोनों जैसे लीव इन रिलेशनशिप में रह रहे हों और एक दूसरे को अपनी सेक्स फैंटेसी पहले बता दे कि आज क्या करना है या आगे के लिए तुम क्या सोचते हो ।
क्योंकि दोनों ही सेक्स को एन्जॉय करने में विस्वास रखते है जो जब तक मे प्रेग्नेंट नही होती तब तक तो ठीक है पर एक बार बच्चा हो गया तो फिर ये आज़ादी खत्म हो जाएगी इसलिए अब जब एक दुसरे का इतिहास जान चुके है,
तो दोनों को पहले की किसी बात से कोई परेशानी नही है तो फिर जो करना है खुल के करो ना कि दोनों को मज़ा आये।
अमित ,--रेखा आज मुझे लगने लगा है कि मैने तुमको जीवन साथी चुनकर बहुत समझदारी वाला निर्णय लिया था ।
में चाहता हूँ कि तुम भी मेरी तरह घर मे ऐसे ही नंगी रहो और छोटे छोटे कपड़े पहनो जिसमे शरीर ढके कम और दिखे ज्यादा ,पर तुम को मैने अभी तक साड़ी के अलावा किसी दुसरीं ड्रेस में नही देखा।
मैं,--देखो में जैसे माहौल में पली बढ़ी हूँ एक दम से मुश्किल है पर धीरे धीरे अपने आप को ढालने की कोशिश करूँगी ओ के।
अमित ,-और में चाहता हूं कि जैसे तुम मुझे कमला को चोदते हुए देखना चाहती हो वैसे ही में भी तुमको किसी से चुदवाते हुए देखूं।
में ,--पर में तुमसे पूरी संतुष्ट हूँ और मुझे ये पसंद नही की कोई दूसरा मेरे शरीर को भोगे
अमित ,- यार प्यार शरीर से होता है क्या जो कोई दूसरा भोग लेगा तो प्यार थोड़े ही कम हो जाएगा ।
में,--ठीक है मैं सोचूंगी। अभी तो इस लण्ड को तैयार रखो आज ये एक नई चुत में घुसने वाला है में कमला को तैयार करती हूं कि वो मसाज करें और फिर में कुछ देर के लिए सीमा के पास चली जाऊंगी तुम मोके का फायदा उठा लेना ठीक है।लेकिन में तुमको मसाज और डिल्डो से गाँड मरवाते हुए देखना चाहती हूं।
अमित ,--तो तुम ऐसा करो ना मेरी आँखों पर पट्टी बांध देना और फिर कमला को समझा देना की वो तुमको पूरा लाइव शो दिखा दे ।
में ,-साला पूरा गांडू है तू।
फिर मै बरमुड़े के ऊपर से उसके लण्ड को पकड़ के देखी जो पूरा सख्त था औऱ उसको चाय पकडा कर किचन में आ गयी
फिर साड़ी पहनकर अपना फोन उठाया और बाहर की और आकर सोचा कमला को फोन करके बुलाती हूँ जैसे ही फोन लगाने लगी बेल बजी ।
मेने गेट खोला तो कमला खड़ी थी उसने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा और बोली ,--भाभी लगता है मेरा आज का शो छूट गया ।
में ,-क्यो तेरे को गुफा देखनी थी या बम्बू देखना था।
कमला ,-- भाभी गुफा तो मेरे पास आप से बड़ी है पर बम्बू अलग अलग देखने और पकड़ने में मज़ा आता है ।
दोनों यही बातें करते करते किचन में आ गयी ।तो मैने कहा,- तू एक काम कर चाय बना कर बैडरूम में जा तुझे बम्बू देखने को मिल जाएगा ।
कमला मेरा मुंह ताकने लगी तो मैने कहा ,--आज शनिवार है याद है ना ।
कमला ,-- अरे हां ,पर वो डिल्डो तो सीमा भाभी के पास है ।
मैं ,वो में लेकर आती हूँ तू चाय बना और अमित को दे देना, वो अभी नंगा सोया है ।
और हाँ ,चाय देने से पहले उसके बम्बू को अगर सोया हो तो खड़ा कर देना, में सीमा से वो डिल्डो लेकर आती हूँ ठीक है।
कमला ,-जी भाभी,
और में बाहर आकर एक बार मैन गेट धीरे से खोला और वापस बंद होने की आवाज थोड़ा जोर से की ताकि कमला को सुनाई दे दे ।
लेकिन बाहर गई नही थी सिर्फ गेट खुलने और बंद होने का आवाज किया था और गेस्ट रूम में घुस गई। और खिड़की से देखने लगी।
थॉडी देर में मुझे कमला की किचन से निकलने की आवाज आई और वो बैडरूम में घुसी तो में दबे पांव बैडरूम के गेट पर पहुची और अंदर झांककर देखा।
कमला ने चाय साइड में रख दी थी और वो बेड पर अमित के पास बैठ गयी उसका लण्ड जो अभी थोड़ा सा खड़ा था उसने पकड़ लिया और उस पर झुककर मुह में लेकर चूमने लगी ।
अमित पहले तो थोड़ा हिला फिर उसने कमला को लण्ड चूमते देखकर रूम में चारों तरफ नज़र दौड़ाई फिर बोला ,रेखा कहाँ है तो कमला ने कहा ,-नीचे सीमा भाभी के पास गई है कुछ काम से।
मेने सुना तो मुझे लगा कि कमला बहुत चालू चीज है उसने अमित को सच नही बताया मतलब वो मेरे से बाहर नही जाएगी।
तभी मेने पीछे जाकर थॉडी सी कदमो की आवाज की और कमला को आवाज लगाते हुए बोली कमला चाय बन गयी क्या और तुरन्त बैडरूम में घुस आयीं ।
अंदर कमला जल्दी से बेड से उठने लगी और अमित अपना नंगा लण्ड छुपाने के लिए इधर उधर कुछ ढूंढने लगा तभी उसे अपना बरमूडा दिखा तो वो उसे जल्दी से पहन ने लगा ।
मेरी तो हंसी छूटने को हो रही थी पर हँसने के बजाय गुस्से से अमित को बोली ,--तुमको थॉडी बहुत शर्म है की नही, कितना बार बोला है कि कपड़े पहन कर सोया करो । सुबह जगा कर गयी थी कि कमला आने वाली है कपड़े पहन लो
अमित चुप चाप सुनता रहा उसको पता था कि अगर वो कुछ बोला तो उसकी वो कमला के सामने बेइज्जती कर देगी।
फिर कमला को बोली ,-- चल तू अपना हिसाब का पैसा ले और दुसरीं जगह काम ढूंढ़ ले .
कमला मुझे हैरानी से देखने लगी जब मैने अमित की तरफ देखा तो उसकी नज़र झुकी हुई थी तो मैने कमला को आंख मारकर किचन में जाने का इशारा किया।
कमला किचन में चली गयी औऱ अमित को धीरे से बोली ,--तुम रात को तो मुझे ठंडा कर नही सके और अभी उससे लण्ड चुसवाने लगे।
अमित के मुँह से आवाज नही निकल रही थी में उसके पास जाकर बैठ गयी ओर बोली तुम को जो चाहिए वो मुझे अपने मुंह से बोल सकते हो।
अमित ,--पर मेरी क्या गलती है वो तो।
में,--ठीक है इस का हिसाब करके रवाना करती हूँ।
और उठने लगी तो अमित ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोला
अमित,--क्यों बेचारी को गरीब को निकाल रही हो ,रहने दो।
में ,-अमित तुमको मेने पहले भी कहा था तुमको जो करना है मुझे बोल दिया करो ,में तुम्हे मना नही करूँगी पर ये लुका छिपी मुझे पसंद नही।
अमित ,--मुझे उसका ये छेड़ छाड़ और बदमासी अच्छी लगती है औऱ फिर तुम भी उसके नाम से चिढ़ाती हो तो अच्छा लगता है।
मै ,--तुमको उसको चोदना है क्या साफ साफ बोलो।
और मैने तुमको पहले भी कहा है कि मुझे बीबी की जगह दोस्त समझो जिसको अपने दिल की बात बोल सको ।में तुमको अपने पल्लू में बांध कर रखना नही चाहती।
जवाब में अमित कुछ देर चुप रहा और मेरे को किस किया बोला,-सॉरी जान ,आगे से तुमको शिकायत का मौका नही दूंगा।प्लीज उसको काम से मत निकालो।
मैं ,--अमित तुम ये क्यों नही मानते लेते की हम दोनों जैसे लीव इन रिलेशनशिप में रह रहे हों और एक दूसरे को अपनी सेक्स फैंटेसी पहले बता दे कि आज क्या करना है या आगे के लिए तुम क्या सोचते हो ।
क्योंकि दोनों ही सेक्स को एन्जॉय करने में विस्वास रखते है जो जब तक मे प्रेग्नेंट नही होती तब तक तो ठीक है पर एक बार बच्चा हो गया तो फिर ये आज़ादी खत्म हो जाएगी इसलिए अब जब एक दुसरे का इतिहास जान चुके है,
तो दोनों को पहले की किसी बात से कोई परेशानी नही है तो फिर जो करना है खुल के करो ना कि दोनों को मज़ा आये।
अमित ,--रेखा आज मुझे लगने लगा है कि मैने तुमको जीवन साथी चुनकर बहुत समझदारी वाला निर्णय लिया था ।
में चाहता हूँ कि तुम भी मेरी तरह घर मे ऐसे ही नंगी रहो और छोटे छोटे कपड़े पहनो जिसमे शरीर ढके कम और दिखे ज्यादा ,पर तुम को मैने अभी तक साड़ी के अलावा किसी दुसरीं ड्रेस में नही देखा।
मैं,--देखो में जैसे माहौल में पली बढ़ी हूँ एक दम से मुश्किल है पर धीरे धीरे अपने आप को ढालने की कोशिश करूँगी ओ के।
अमित ,-और में चाहता हूं कि जैसे तुम मुझे कमला को चोदते हुए देखना चाहती हो वैसे ही में भी तुमको किसी से चुदवाते हुए देखूं।
में ,--पर में तुमसे पूरी संतुष्ट हूँ और मुझे ये पसंद नही की कोई दूसरा मेरे शरीर को भोगे
अमित ,- यार प्यार शरीर से होता है क्या जो कोई दूसरा भोग लेगा तो प्यार थोड़े ही कम हो जाएगा ।
में,--ठीक है मैं सोचूंगी। अभी तो इस लण्ड को तैयार रखो आज ये एक नई चुत में घुसने वाला है में कमला को तैयार करती हूं कि वो मसाज करें और फिर में कुछ देर के लिए सीमा के पास चली जाऊंगी तुम मोके का फायदा उठा लेना ठीक है।लेकिन में तुमको मसाज और डिल्डो से गाँड मरवाते हुए देखना चाहती हूं।
अमित ,--तो तुम ऐसा करो ना मेरी आँखों पर पट्टी बांध देना और फिर कमला को समझा देना की वो तुमको पूरा लाइव शो दिखा दे ।
में ,-साला पूरा गांडू है तू।
फिर मै बरमुड़े के ऊपर से उसके लण्ड को पकड़ के देखी जो पूरा सख्त था औऱ उसको चाय पकडा कर किचन में आ गयी