31-07-2020, 06:27 AM
दिनु काका अभी मेरे पीछे खड़े होकर बात कर रहे थे ,अमित सोफे पर लण्ड पकड़ के बैठा था उसके दोनों पैर सामने चोडा करके बैठा था जिससे उसकी गाण्ड का छेद पूरा खुला हुआ दिख रहा था में टॉपलेस होकर बैठी थी तभी अमित ने मुझे पीछे देखने का इशारा किया मेने पीछे गरदन घुमा कर देखा तो पाया कि दिनु काका ने धोती से लण्ड बाहर निकाला हुआ था ओर उसको मूठ में लेकर आगे पीछे करके वापस धोती के अंदर कर लिया
क्या मोटा लण्ड था अमित से एक इंच ज्यादा बड़ा रहा होगा पर मोटाई में डबल लग रहा था मेरी तो हलक सुख गयी कि अगर मेरी चुत में डलवा लिया तो पूरी खोल देगा और मन मे आया कि अभी चुदवा लूं पर फिर सोचा कि अभी जब तक अमित ठंडी कर रहा है तो जल्दी बाज़ी की क्या जरूरत है
एक ना एक दिन तो लेना ही है फिर यदि अमित अपने हाथ से पकड़कर इस फौलादी लण्ड को घुसाएगा उसका आनंद दूसरा होगा
तभी दिनु काका मेरे कंधों पर हाथ रख कर उनको दबाने लगता है जो ब्लाउज की वजह से छुपे हुए थे कंधों के साथ वो पीठ की भी ऊपर से मसाज करता है फिर बोलता है ,--रेखा अपने हाथ ऊपर करो में तुम्हारी कांख की भी मसाज कर देता हूँ
में अपने दोनो हाथो को ऊपर कर देती हूँ सामने बैठा अमित मेरी क्लीन शेव आर्मपिट को घूर रहा था तभी दिनु काका अपना एक हाथ मेरी बाईं बाह को पकड़कर बेठ जाता है औऱ अपना मुँह मेरी आर्मपिट के पास लेकर सूंघता है जिसकी गर्म सांस मुझे भी महसूस होती है तब मुझे याद आया कि कमला बोल रही थी कि बूढा को डर्टी सेक्स पसंद है
मेरी धड़कन बढ़ जाती है कि अगर अमित के सामने इसने कुछ गंदा किया तो में क्या करूँगी, फिर वो मेरे पसीने से भीगी आर्मपिट को लंबी सांस लेकर अपने अंदर समा लेता है मेरी आर्म पिट की सफाई को एक सप्ताह से ज्यादा टाइम हो चुका था इसलिए उसको महसूस हो रही थी तो वो बोला ,- रेखा तुमको आर्मपिट पूरी चिकनी रखनी चाहिए नही तो बिना बांह की ब्लाउज से गंदी लगेगी।
सामने देखा तो अमित ने मोमबत्ती अपनी गांड में घुसा ली थी और उसको आगे पीछे कर रहा था उसने इस बात का ध्यान रखा हुआ था कि थॉडी भी आवाज नही निकले
मुझे समझ नही आया कि इसको मेरी आर्मपिट के बालों का इसको क्या करना है कि वो साफ रहे या नही, में कुछ बोलने ही वाली थी कि अमित ने इशारे से चुप रहने को कहा ।
में चुपचाप उसके हाथों से मिलने वाले सेन्सेसन का मज़ा ले रही थी मेरी आँखें मस्ती से बंद हो रही थी तभी बूढा मेरे पीछे चला गया और दूसरी बाँह और आर्मपिट के साथ भी उसी तरह से किया और फिर वापस पीछे जाकर एक बार मेरे पूरे उन्नत उभारो को दोनों हाथों से चेक करके
बोला,--रेखा तुम्हारी चूची बहुत नरम है और मेरा अनुभव ये कहता है कि ये नई नवेली दुल्हन की तरह नही है
में उसके कहने का मतलब समझ चुकी थी कि इनको ख़ूब रगड़ा गया है जो अमित भी जानता है और में भी, पर दिनु काका ने जो अनुमान लगाया था वो बिल्कुल सही था ,
फिर दिनु काका मेरे बूब्स के चारों और के उठाव को चुटकी से पकड़कर खिंचने लगा और इतना जोर से खींच रहा था कि मेरी चीख निकल जाए पर में चुपचाप उससे होने वाले मीठे दर्द को बर्दाश्त करती रही, उन्होंने मेरे दोनों बूब्स के चारो तरफ अपनी चुटकी के निशान बना दिये और बूब्स के चारों और लाल घेरा बना दिया था । मुझे लग रहा था कि ये मेरे बूब्स को जिस तरह से खींच रहा है मेरे बूब्स की चौड़ाई निश्चित ही बढ़ जाएगी ।हालांकि मेरे बूब्स पहले से ही ठीक ठाक थे पर अब जिस तरह से इनकी मसाज हो रही है बहूत जल्द ये बड़े पहाड़ों में बदल जाएंगे
अमित लगातार मोमबत्ती आगे पीछे कर रहा था और लण्ड को खुला छोड़ रखा था उसके लण्ड से लग रहा था कि कभी भी ब्लास्ट हो सकता है शायद इसी वजह से वो उसको छू नही रहा था ।
इधर मेरी भी पेंटी पूरी भीग चुकी थी और मुझे डर था कि अगर अब चुत पर हाथ रखा तो पेटिकोट भी गिला हो सकता है जो अमित को दिख जायेगा , इसलिए अपने पेटिकोट को बार बार नीचे कर रही थी कि वो पेंटी से टच नही हो और काका द्वारा दिये जा रहे अलौकिक सुख को होंठ भींचकर महसूस कर रही थी
तभी दिनु काका ने मेरे दोनो निप्पल को पकड़ लिया ऊपर गले की तरफ खींचा जैसे उखाड़ लेंगे मेरी तो चीख निकलने ही वाली थी कि काका ने निप्पल छोड़ दी
फिर अपने दोनों हाथों को मेरी बगल से लेकर साइड से वापस निपल पकड़ी और दोनों बगल की और खींचा इस बार भी बहुत जोर से खींचा था पर जैसे उनको पता हो कि कितना खींचना है उतना ही खींच कर छोड़ दिया
फिर मेरे सामने आकर बैठ गए तथा फिर से निप्पल पकड़ कर नीचे पेट की तरफ लेकर आये और खींच कर छोड़ दिया फिर दोनों निप्पल को एक दूसरे निप्पल की तरफ ले जाने लगे और बोले ,--देखो रेखा, सीमा की नियमित निप्पल की मसाज से अब उनकी दोनों निपल आपस मे जुड़ जाती है और उसकी चूची अब इतनी बड़ी हो गयी है कि उसमें भरपूर दूध इक्कठा रहता है
और फिर उन्होंने मेरी दोनों निप्पल को जड़ से पकड़ कर सामने की तरफ खींचा तब मेरा घ्यान सामने अमित की ओर गया तो देखा
अमित ने मोमबत्ती निकाल कर रख दी है तथा उसकी नजर मेरे बूब्स पर ही है जैसे ही हम दोनों की नजर मिली उसने अपना हाथ अपने लण्ड पर रखा ही था कि इधर काका भी निप्पल छोड़कर मेरे पास बैठकर निपल पर जीभ फेरने लगा जब मैंने नीचे देखा तो उनका एक हाथ धोती के अंदर था उनकी आंखों पर पट्टी बंघी होने से उनको ये पता नही था कि में देख रही हूं ओर वो उस हाथ को तेजी से आगे पीछे कर रहे थे में समझ गयी कि वो मूठ मार रहे हैं
तभी मेरे पास फर्श पर कुछ पानी जैसा गिरा तो देखा अमित के लण्ड का पानी था जो एक बार तो दूर तक आ गया था और फिर टेबल पर गिर रहा था ।ऐसा लग रहा था जैसे बरसो से पानी भरा हुआ था उसके अंदर ,ये देखकर मेरी भी चुत ने जोरदार फुहार छोड़ दी और में झड़ने लगी ,
दिनु काका भी एक ही निप्पल को जीभ से चाट रहे थे उन्होंने मेरे निपल को मुँह में भर लिया जैसे दूध निकाल लेंगे और मेरे बूब्स के बीच सर रखकर लंबी सांस लेने लगे ।में समझ गयी कि ये भी ठंडा हो गया है
तभी अमित ने लण्ड को तौलिए से पोंछा और दबे पांव जाकर बैडरूम का गेट खोलने की आवाज की जिससे दिनु काका हड़बड़ा कर खड़ा हो गया
में भी साइड से निकलकर बैडरूम में भाग आयी , अमित ने दिनु काका का हाथ पकड़ा और गेट के पास जाकर उनकी आंखों की पट्टी खोली और गेट से बाहर भेजकर उनके कान में कुछ बोल कर गेट बंद कर लिया और सीधा बैडरूम में आकर मुझे बाहों में भर लिया फिर
बोला ,--थैंक्यू रेखा ,आई लव यू फिर मेरे होठों पर अपने होठ रख दिये जिसमें में भी साथ देने लगी
लगभग दस मिनट के लंबे किस के बाद दोनों अलग हुए
क्या मोटा लण्ड था अमित से एक इंच ज्यादा बड़ा रहा होगा पर मोटाई में डबल लग रहा था मेरी तो हलक सुख गयी कि अगर मेरी चुत में डलवा लिया तो पूरी खोल देगा और मन मे आया कि अभी चुदवा लूं पर फिर सोचा कि अभी जब तक अमित ठंडी कर रहा है तो जल्दी बाज़ी की क्या जरूरत है
एक ना एक दिन तो लेना ही है फिर यदि अमित अपने हाथ से पकड़कर इस फौलादी लण्ड को घुसाएगा उसका आनंद दूसरा होगा
तभी दिनु काका मेरे कंधों पर हाथ रख कर उनको दबाने लगता है जो ब्लाउज की वजह से छुपे हुए थे कंधों के साथ वो पीठ की भी ऊपर से मसाज करता है फिर बोलता है ,--रेखा अपने हाथ ऊपर करो में तुम्हारी कांख की भी मसाज कर देता हूँ
में अपने दोनो हाथो को ऊपर कर देती हूँ सामने बैठा अमित मेरी क्लीन शेव आर्मपिट को घूर रहा था तभी दिनु काका अपना एक हाथ मेरी बाईं बाह को पकड़कर बेठ जाता है औऱ अपना मुँह मेरी आर्मपिट के पास लेकर सूंघता है जिसकी गर्म सांस मुझे भी महसूस होती है तब मुझे याद आया कि कमला बोल रही थी कि बूढा को डर्टी सेक्स पसंद है
मेरी धड़कन बढ़ जाती है कि अगर अमित के सामने इसने कुछ गंदा किया तो में क्या करूँगी, फिर वो मेरे पसीने से भीगी आर्मपिट को लंबी सांस लेकर अपने अंदर समा लेता है मेरी आर्म पिट की सफाई को एक सप्ताह से ज्यादा टाइम हो चुका था इसलिए उसको महसूस हो रही थी तो वो बोला ,- रेखा तुमको आर्मपिट पूरी चिकनी रखनी चाहिए नही तो बिना बांह की ब्लाउज से गंदी लगेगी।
सामने देखा तो अमित ने मोमबत्ती अपनी गांड में घुसा ली थी और उसको आगे पीछे कर रहा था उसने इस बात का ध्यान रखा हुआ था कि थॉडी भी आवाज नही निकले
मुझे समझ नही आया कि इसको मेरी आर्मपिट के बालों का इसको क्या करना है कि वो साफ रहे या नही, में कुछ बोलने ही वाली थी कि अमित ने इशारे से चुप रहने को कहा ।
में चुपचाप उसके हाथों से मिलने वाले सेन्सेसन का मज़ा ले रही थी मेरी आँखें मस्ती से बंद हो रही थी तभी बूढा मेरे पीछे चला गया और दूसरी बाँह और आर्मपिट के साथ भी उसी तरह से किया और फिर वापस पीछे जाकर एक बार मेरे पूरे उन्नत उभारो को दोनों हाथों से चेक करके
बोला,--रेखा तुम्हारी चूची बहुत नरम है और मेरा अनुभव ये कहता है कि ये नई नवेली दुल्हन की तरह नही है
में उसके कहने का मतलब समझ चुकी थी कि इनको ख़ूब रगड़ा गया है जो अमित भी जानता है और में भी, पर दिनु काका ने जो अनुमान लगाया था वो बिल्कुल सही था ,
फिर दिनु काका मेरे बूब्स के चारों और के उठाव को चुटकी से पकड़कर खिंचने लगा और इतना जोर से खींच रहा था कि मेरी चीख निकल जाए पर में चुपचाप उससे होने वाले मीठे दर्द को बर्दाश्त करती रही, उन्होंने मेरे दोनों बूब्स के चारो तरफ अपनी चुटकी के निशान बना दिये और बूब्स के चारों और लाल घेरा बना दिया था । मुझे लग रहा था कि ये मेरे बूब्स को जिस तरह से खींच रहा है मेरे बूब्स की चौड़ाई निश्चित ही बढ़ जाएगी ।हालांकि मेरे बूब्स पहले से ही ठीक ठाक थे पर अब जिस तरह से इनकी मसाज हो रही है बहूत जल्द ये बड़े पहाड़ों में बदल जाएंगे
अमित लगातार मोमबत्ती आगे पीछे कर रहा था और लण्ड को खुला छोड़ रखा था उसके लण्ड से लग रहा था कि कभी भी ब्लास्ट हो सकता है शायद इसी वजह से वो उसको छू नही रहा था ।
इधर मेरी भी पेंटी पूरी भीग चुकी थी और मुझे डर था कि अगर अब चुत पर हाथ रखा तो पेटिकोट भी गिला हो सकता है जो अमित को दिख जायेगा , इसलिए अपने पेटिकोट को बार बार नीचे कर रही थी कि वो पेंटी से टच नही हो और काका द्वारा दिये जा रहे अलौकिक सुख को होंठ भींचकर महसूस कर रही थी
तभी दिनु काका ने मेरे दोनो निप्पल को पकड़ लिया ऊपर गले की तरफ खींचा जैसे उखाड़ लेंगे मेरी तो चीख निकलने ही वाली थी कि काका ने निप्पल छोड़ दी
फिर अपने दोनों हाथों को मेरी बगल से लेकर साइड से वापस निपल पकड़ी और दोनों बगल की और खींचा इस बार भी बहुत जोर से खींचा था पर जैसे उनको पता हो कि कितना खींचना है उतना ही खींच कर छोड़ दिया
फिर मेरे सामने आकर बैठ गए तथा फिर से निप्पल पकड़ कर नीचे पेट की तरफ लेकर आये और खींच कर छोड़ दिया फिर दोनों निप्पल को एक दूसरे निप्पल की तरफ ले जाने लगे और बोले ,--देखो रेखा, सीमा की नियमित निप्पल की मसाज से अब उनकी दोनों निपल आपस मे जुड़ जाती है और उसकी चूची अब इतनी बड़ी हो गयी है कि उसमें भरपूर दूध इक्कठा रहता है
और फिर उन्होंने मेरी दोनों निप्पल को जड़ से पकड़ कर सामने की तरफ खींचा तब मेरा घ्यान सामने अमित की ओर गया तो देखा
अमित ने मोमबत्ती निकाल कर रख दी है तथा उसकी नजर मेरे बूब्स पर ही है जैसे ही हम दोनों की नजर मिली उसने अपना हाथ अपने लण्ड पर रखा ही था कि इधर काका भी निप्पल छोड़कर मेरे पास बैठकर निपल पर जीभ फेरने लगा जब मैंने नीचे देखा तो उनका एक हाथ धोती के अंदर था उनकी आंखों पर पट्टी बंघी होने से उनको ये पता नही था कि में देख रही हूं ओर वो उस हाथ को तेजी से आगे पीछे कर रहे थे में समझ गयी कि वो मूठ मार रहे हैं
तभी मेरे पास फर्श पर कुछ पानी जैसा गिरा तो देखा अमित के लण्ड का पानी था जो एक बार तो दूर तक आ गया था और फिर टेबल पर गिर रहा था ।ऐसा लग रहा था जैसे बरसो से पानी भरा हुआ था उसके अंदर ,ये देखकर मेरी भी चुत ने जोरदार फुहार छोड़ दी और में झड़ने लगी ,
दिनु काका भी एक ही निप्पल को जीभ से चाट रहे थे उन्होंने मेरे निपल को मुँह में भर लिया जैसे दूध निकाल लेंगे और मेरे बूब्स के बीच सर रखकर लंबी सांस लेने लगे ।में समझ गयी कि ये भी ठंडा हो गया है
तभी अमित ने लण्ड को तौलिए से पोंछा और दबे पांव जाकर बैडरूम का गेट खोलने की आवाज की जिससे दिनु काका हड़बड़ा कर खड़ा हो गया
में भी साइड से निकलकर बैडरूम में भाग आयी , अमित ने दिनु काका का हाथ पकड़ा और गेट के पास जाकर उनकी आंखों की पट्टी खोली और गेट से बाहर भेजकर उनके कान में कुछ बोल कर गेट बंद कर लिया और सीधा बैडरूम में आकर मुझे बाहों में भर लिया फिर
बोला ,--थैंक्यू रेखा ,आई लव यू फिर मेरे होठों पर अपने होठ रख दिये जिसमें में भी साथ देने लगी
लगभग दस मिनट के लंबे किस के बाद दोनों अलग हुए